View Full Version : Mehfil
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- हर मर्द मात फ़र्ज़ से खाता चला गया
- मुझसे पीछा छुड़ा पाना इतना भी आसान ना होगा
- बोली बम कैसे बनायें?
- बीरबल की साजिश
- हाँसी की रुत मैं आंसू मैं अनजान बो बैठ्या ,
- विषपायी तो हम भी हैं
- आज जन्मदिन कुछ फीका फीका सा है..
- मानवता
- अबे इंडिया ......
- आंख्यां के मांह आँख घाल के देख बेरा सब पाट ज
- सोमबीर नामदेव की हरियाणवी रचनाएँ
- माया
- तुमको क्या मालूम.....!
- जुल्फों की कैद से अपनी मुझको आजादी दे दे
- ख़ुद को यूँ मालामाल करियेगा
- मुक्तक
- Hum bhi Shayar ban gaye...
- कद अपना कभी नापिये .....
- नशा इश्क का क्या होता है
- Manoranjan ke 20 minutes - BELIEVE ME ... you will love it
- वर्षा ऋतु : चार दृश्य
- लड़की पटाने के नुस्खे ……
- प्यार की अनोखी कहानी
- इस सूत्र में जो लिखा है, झूठ लिखा है
- ग़ ज़ ल: दीवाना कर दिया है दिले बेकरार ने.
- ग़ज़ल: दर्द ही दर्द मिला है मुझे आराम नहीं
- हर शख्स के सीने में हैं बुतखाने बहुत से
- ग़ ज़ ल/ बहुत दूर तक है हवा उस शहर की
- क़ैद
- शेरो - शायरी
- दीप जलता रहे
- पुरुष - स्वभाव
- हो सके तो इस दर्द ऐ दिल कोई की दवा कीजिये !
- ताज़ा मैंगो मैन, माज़ा मैंगो मैन ।
- इसलिए शायरी करने की हिमाक़त की है ...
- किस कद्र छाया है खुमार तेरे प्यार का ,
- गीत: अपने तसव्वुर में जीने दे और
- मैं भूखा हूँ भैया पहले रोटी का प्रबन्ध करो
- लड़की
- मेरी रचनाएँ- दीपक खत्री 'रौनक'
- मेरी रचनाये- दीपक खत्री 'रौनक'
- मेरी रचनाये- दीपक खत्री 'रौनक'
- उर्दू की मज़ाहिया शायरी
- ग़ज़ल: और दुनियां में कुछ कमी न हुई
- ग़ज़ल: मन तो भिखारी है
- रो न पगले ये मंज़र तो हर जीवन में आते हैं .
- कुछ फुटकर शे’र
- ख़लते , जब खाली पैमाने हो जाते हैं .
- मेरी रचनाएँ-3- दीपक खत्री 'रौनक'
- इंटरनेट की माया (हास्य कविता )
- श्री मोबाईल नारायण व्रत कथा ।
- मेरी रचनाये-4 दीपक खत्री 'रौनक'
- Man Ki Tapan AUR bEWAFAI
- ऐ बादे सबा
- कलियुग ही क्यों ?
- आशिक का रब इश्क है
- मेरी रचनाये-5 दीपक खत्री 'रौनक'
- ग़ज़ल: सूर्य का अवतरण ढूँढते रह गए
- जाम आँखों से एक बार मस्ती के तू पिला तो सही !
- Misc SMS
- माफ़ कर मेरे खुदा तुझसे भरोसा उठ गया
- आप सभी को नए वर्ष की हार्दिक शुभ कामनाएं
- कभी तो मेरे सब्र पे भी ऐतबार करो
- नया साल और अन्य रचनायें
- जाने मैं कहाँ जा रहा हूँ !!
- Jokes on Girl - Making Bed
- Twenty things a mom should tell her son
- मेरी रचनाएँ-6 - दीपक खत्री 'रौनक'
- Fashion
- jag ton luko ke rakhi...
- Na Socheya Si Kadi Main Inj Tutt Jaavangi
- God Creating Woman... in Garden of Eden
- तेरी चांदनी में नहाऊं
- Mera Anurag Ho Tum
- Kuch Likhna Chahata Hoon
- फनी जोक्स
- खबरे कुछ हट के
- सर्वश्रेष्ठ चुटकुलों का संग्रह
- mohababat ho hi jati hai
- Ek kona aakaash . . .
- Paas se . . .
- Yeh kaisi meethi uljhan hai ?
- Aahat. . .
- दिल की बस्ती को आज सुनसान कर गया कोई !
- शायरी
- ऊँचे पहाड़
- "अगले जनम मोहे बिटिया न देना "
- एक दरवाजा बंद हो रहा है
- याद कैलेंडर
- रेप के खिलाफ मोमबत्तियां जलाते है ...
- अंग्रेजी कहावतें
- कुम्भ : कुछ अलग रंग
- Ninja Girls
- >< भूली बिसरी यादें ><
- कबिरा खडा बाज़ार में ...........(हास्य-व्यंग्य)
- चलो पी के टल्ली हो जाएँ ..............
- सपनों का संसार
- हिंदी मंच और इसके सदस्य .............
- जब भी बोले ग़ालिब --- दिल को छू गए
- ..:: Punjabi Shayari ::..
- The Mysterious Thing Called LOVE
- दिल का कोई सौदा नहीं होता
- रजनीकांत पर आधारित चुटकुले
- मैं पदमिनी बणयो (रचनाकार: सुरेन्द्र शर्मा )
- पाकिस्तानी प्लेयर्स किस से डरते है ?????
- मेरी रचनाएँ -7 - दीपक खत्री 'रौनक'
- Fun Today
- दो लाइन शायरी 'मेरा गम' -संजीव
- How to start a fight
- ग़ज़लें, नज्में और गीत
- आज़ादी के ज़ब्तशुदा गीत
- हिंदी हाइकू
- आइए, नए शब्द बनाएं
- पत्नियों को समर्पित – सितारे जमीन पर:
- इश्क़ में रीढ़ जो हटा देते
- Tadap
- kisi ne kaha thaa ki .............
- Tum meri armaan ho
- वो आग लगा कर दिल में उसको हवा देते रह गये
- मिर्ज़ा ग़ालिब की विनोद प्रियता
- यमपुरी समाचार ( हास्य व्यँग्य)
- जवाब दो, लेकिन हंसना मत
- जब सारे फिजा -ऐ -इश्क में बीमार हुए !
- यहाँ नफरतों ने कैसे-कैसे गुल खिलाए हैं
- हमारे
- मैँ देख रहा हूँ कि कई लोग Kiss day का विरोध कर रहे है
- दो लाइन शेर-ओ- शायरी
- Jokes (18+)
- Choosing Valentine's Gift for Women
- पर किसी गरीब नै सताना ठीक नही !
- दो लाइन शेर-ओ-शायरी
- देख दुनिया तेरे बगैर दिखती कैसी है
- ग़ज़ल सबके सरोकार की
- तन्हाई में जीने से अच्छा है किसी के लिए मर ज&a
- खुद में मिलेगा तुझको खुदा तू तलाश कर -
- A man in love
- Tu Meri Manzil Nahin
- Her to come true
- कविता में बदल रहा है वो मेरा काम आज भी
- My dream lover .......................
- विभीषण के बिना जान अपनी कोई रावन कहाँ खोता
- सन्नाटे को तोड़ो
- चासनाला में शहीद मजदूरों के प्रति
- कल उनके हाथ में मेरा गिरेबान देखिये !
- क्यों समन्दर में गहरे उतरता नहीं !
- थोडा चला करो जरा संभल के यारो
- मुबारक हो भाई कल तो आने वाली जो होली है
- धर्म कर्म हैं कि आँख मीचते गए
- मैं अगस्त्य !!
- आधुनिक गीता
- तेरी औक़ात ज़िन्दगी है कया ?
- आदमीयत शराफ़त हया ले गई
- लैला मजनूं की व्यथा कथा
- एक बाप की पीड़ा
- तेरी मुट्ठी में तेरी क़िस्मत है
- दीपक खत्री 'रौनक' -मेरी रचनाये-8
- Naughty Jokes
- लहू में इतनी दरिंगी पहले कभी न थी !
- श्रद्धांजलि उस बेटी को जो दिल्ली की सड़क पर
- कोई याद आ गया
- आँसू खून मूझको रुलाया देर तक
- दुखती रग
- खो गया है प्यार का संसार दिल्ली में
- मैंने लाशों के बीच में कई बरस गुज़ारे हैं
- मरने वाले और मारने वाले....
- माँ- एक एहसास
- “एक कहानी ऐसी भी”
- क्रिकेट के सट्टे को लीगल कर देना चाहिए।
- बरगद की छांव
- Mohabbat Chup Nahi Raheti…
- Aasaan nahi hai mohabbat jaanaa, aag ka dariyaa hai yeh
- Manavi, Tujhe Badhna Hoga - Renu Sanghita
- awaaz
- C.I.D. Shayri
- Mahfil Mitra Di !
- एक शे’र ने ही शायर को अमर किया
- ए खुदा उनकी मुहब्बत को तू मेरा मुकद्दर करद
- प्यारे पिता को समर्पित कविताएं
- भीतर में है तूफान छुपा पर गजल पे गजल लिख रहा &
- ज़िंदगी है एक कर्ज़
- जबसे तेरा ये प्यार पाया है
- रवानी हर तरफ है
- दोहा
- कुछ दोहे
- बारहा मेरे घर यूँ न आया करो
- शक्ति कलमकार की
- पाँच दोहे
- ग़ज़ल
- कुछ अच्छा होगा…
- तेरी दुनिया में हम भी ढल के देखेंगे
- व्यंग्यबाण
- मेरी पहली धनाक्षरी
- जल
- ग़ज़ल - है ग़रीबी . . .
- देश को जगाने कोई बुद्ध चाहिये...
- दोहे - जमीन
- गीत - बादल ना उत्पात करो
- मेरे हिस्से नहीं प्यार क्या करता
- एक आपके बिना
- एक छन्दमुक्त कविता - माँ को गया है भूल
- तीन कुण्डलियाँ - आकाश महेशपुरी
- अपने ही खातिर करेँ मदिरा से परहेज
- गीत
- दोहे - भूखे पेट
- कुण्डलियाँ - आकाश महेशपुरी
- भूल जा ए- दिल अब उसे याद करने में क्या रखा है
- कुण्डलिया की परिभाषा
- दिमागी बुखार
- पशुओं की संगत में
- गीत - जान भी ले ले
- एक मुक्तक - पढ़ोगे तो. . . . .
- गिरते हुए को भी कभी उठाना चाहिए
- भोजपुरी ग़ज़ल
- ग़ज़ल> उन अदाओं की निगाहें-नाज़ की बाते न हों
- क्यूँ गैर पर प्यार अपना बरसाने लगी है.!! @Advo.RavinderRavi'Sagar'
- चलता हूँ इस बज़म से आख़िरी सलाम हो.!!
- त्रिभंगी छन्द
- पेश है ये गाना जिसे जिस भाषा मेँ सुनना हो सु
- नामदेव ''तेरे वो मेहमान कहाँ है
- गीत - ग़म से
- दो मुक्तक
- मुक्तक
- मुस्कान
- चिराग उलफत के जलाईएना…!!
- मुहब्बत ज़रूर करनी चाहिए.!!!
- Happy Friendship Day
- हवाओ का ही असर है कहीं पर प्यार ना रहा.!!@Advo.RavinderRavi'Sagar'
- चादर ओढ़े मोम की
- तुम्हें दिल-ओ-जान से चाहता हूँ.!! @Advo.RavinderRavi'Sagar'
- शादी से पहले जो हूर थी.....@Advo.RavinderRavi'Sagar'
- बेसहारा-सा जब से तू दूर हुई दिखता'सागर' ...! !@Advo.RavinderRavi'Sagar
- रोग
- मुझे गोशत का टुकड़ा ना समझो.!!!!@Advo.RavinderRavi'Sagar'
- सितारे हैं छुपने लगे.....!! @Advo.RavinderRavi'Sagar
- मुक्तक - देश मेँ
- ईद मुबारक़ आप को मेरे दोस्तो.!!@Advo.RavinderRavi'Sagar'
- जीवन के पथ पर राही, बस तन्हा ही चलना है,,,!!@Advo.RavinderRavi'Sagar'
- आज पता चला मौत इतनी हसींन होती है
- महफूज हो वतन अपना ऐसा राग चाहिये..
- ग़ज़ल - आसरा मिल गया
- 'रवि'चाँद पा लेता दिन-रात ना होते,,,!!@Advo.RavinderRavi'Sagar'
- ~*~*क्यूँ न इन राहों पर एक असर छोड़ चले*~*~
- दिल किसी से प्यार, ना कर*
- आबाद रहो तुम हम चलते हैं,,,!!@Advo.RavinderRavi'Sagar'
- सवैया छन्द
- सजाई सेज तूने किसी गैर खातिर.!!@Advo.RavinderRavi'Sagar'
- गाँधी तेरे देश मेँ...
- हरेक क़ल्ब पे नफरत की हुकमुरानी है
- मुक्तक - रक्षा बन्धन
- रुक - रुक के कील ठोंकिये , दिल पे मेरे अजीज़...
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