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View Full Version : Aakash maheshpuri के पाँच दोहे- आग लगे जब गाँव मेँ...


आकाश महेशपुरी
11-09-2013, 12:19 PM
पाँच दोहे-
...
मौसम तो बरसात का, किन्तु बरसते नैन।
सूखी सूखी ये धरा, पंक्षी भी बेचैन।।1।।

थोड़ा कम भोजन करेँ, काम करेँ भरपूर।
निर्धनता इससे डरे, रोग रहेँ सब दूर।।2।।

रूप सलोना हो भले,मन मेँ बैठा मैल।
ऐसे मानव से भले, लगते मुझको बैल।।3।।

यदि बूढ़े माँ-बाप को, पुत्र करे लाचार।
उससे पापी कौन है, तुम ही बोलो यार।।4।।

आग लगे जब गाँव मेँ, संकट हो घनघोर।
कितनी छोटी सोच है, खुश हो जाते चोर।।5।।
...
दोहे - आकाश महेशपुरी
Aakash maheshpuri
...
पता-
वकील कुशवाहा उर्फ आकाश महेशपुरी
ग्राम- महेशपुर
पोस्ट- कुबेरस्थान
जनपद- कुशीनगर
उत्तर प्रदेश
09919080399

rajnish manga
11-09-2013, 04:47 PM
पाँच दोहे-
...
मौसम तो बरसात का, किन्तु बरसते नैन।
सूखी सूखी ये धरा, पंक्षी भी बेचैन।।1।।

थोड़ा कम भोजन करेँ, काम करेँ भरपूर।
निर्धनता इससे डरे, रोग रहेँ सब दूर।।2।।

रूप सलोना हो भले,मन मेँ बैठा मैल।
ऐसे मानव से भले, लगते मुझको बैल।।3।।

यदि बूढ़े माँ-बाप को, पुत्र करे लाचार।
उससे पापी कौन है, तुम ही बोलो यार।।4।।

आग लगे जब गाँव मेँ, संकट हो घनघोर।
कितनी छोटी सोच है, खुश हो जाते चोर।।5।।
...
दोहे - आकाश महेशपुरी
aakash maheshpuri
...


पाँचों दोहों में बहुत सुन्दर भाव व्यक्त किये गये हैं. लेकिन निम्नलिखित दोहे में बैल को तुलना के लिए चुन कर बैल से नाइंसाफी की गयी है:

रूप सलोना हो भले,मन मेँ बैठा मैल।
ऐसे मानव से भले, लगते मुझको बैल।

आकाश महेशपुरी
11-09-2013, 09:22 PM
मानव सबसे महान है, पर बैल कुछ मानवोँ से बेहतर होता है। क्योँकि इसके मन मेँ मैल नहीँ होता। आदरणीय रचनीश जी हार्दिक आभार।

rajnish manga
11-09-2013, 09:35 PM
मानव सबसे महान है, पर बैल कुछ मानवोँ से बेहतर होता है। क्योँकि इसके मन मेँ मैल नहीँ होता। आदरणीय रचनीश जी हार्दिक आभार।

बहुत सुन्दर व्याख्या आपने प्रस्तुत की है. आभार.

Advo. Ravinder Ravi Sagar'
12-09-2013, 12:21 AM
वाह वाह बहुत खूब.