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View Full Version : हमारी शेर "ओ" शायरी


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ABHAY
08-12-2010, 03:42 PM
तुम मेरी वफाओ को सदा याद करोगी !
खुद को मेरे याद में बर्बाद करोगी !!
मेरे प्यार को तुम जानो या न जानो !
तुम मुझे याद मेरे बाद करोगी !!

ABHAY
08-12-2010, 03:43 PM
मोहब्बत के बिना ज़िन्दगी फिजूल हैं !
पर मोहब्बत के भी अपने उसूल हैं !!
कहते हैं मिलती हैं मोहब्बत में बहुत उल्फ़ते !
पर आप हो महबूब तो सब कबूल हैं !!

ABHAY
08-12-2010, 03:44 PM
तुम्हे हमारी याद कभी तो आती होगी !
दिल की धड़कन भी सायद बढ़ जाती होगी !!
कितना चाहा था हमने की साथ - साथ रहे !
यह सोच कर तुम्हारी भी आँख भर आती होगी !!

ABHAY
08-12-2010, 03:45 PM
आँखों में आंसुओ को उभरने ना दिया !
मिट्टी के मोतियों को बिखरने ना दिया !!
जिस राह पे पड़े थे तेरे कदमो के निशान !
उस राह से किसी को गुजरने ना दिया !!

ABHAY
08-12-2010, 03:51 PM
फिर करने लगा हिसाब जिंदगी का !
ये भी एक जरिया हैं तुम्हे याद करने का !!
यादों के खाख में ढूंढ़ रहा था एक हँसी !
आँखों से भी टपका तो एक कतरा .... !!

ABHAY
08-12-2010, 03:51 PM
बड़ा अरमान था तेरे संग जिंदगी बिताने का !
शिकवा हैं बस तेरे खामोश रह जाने का !!
दीवानगी इस से बढ़ा के क्या होगी !
मुझे आज भी इंतजार हैं तेरे आने का !!

Hamsafar+
08-12-2010, 05:59 PM
हमसे कोई गिला हो जाये तो माफ़ करना ,
याद न कर पाए तो माफ़ करना,
दिलसे तो हम आपको कभी भूलते नहीं,
पर यह दिल ही रुक जाये तो माफ़ करना|

दिल के ज़ख्मो पर मत रो मेरे यार,
वक़्त हर ज़ख्म का मरहम होता है,
दिल से जो सच्चा प्यार करे,
उनका तो खुदा भी दीवाना होता है|

बड़ी आसानी से दिल लगाये जाते है,
पर बड़ी मुश्किल से वादे निभाए जाते है,
ले जाती है मोहब्बत उन राहों पर,
जहाँ दिये नहीं दिल जलाये जाते है|

Hamsafar+
08-12-2010, 06:00 PM
उसके चेहरे में कुछ न कुछ जरूर था,
बिन पिए मैं नशे में चूर था,
उसका चेहरा भी कमल का एक फूल था,
जिसकी खुशबु से महका मेरा नसीब था|

मेरी ख़ुशी को न समझाने वाले, इंतना तो समझ ज़रा,
साँसों की आहतो को गिन ज़रा, खुश्बू इनकी क्या कहती है|
जिंदगी मेरी तुझसे शुरू और, तुझ पे ही खत्म होती है,
हर सुबह एक आस होती है, दिल में तुझसे मिलने की प्यास होती है|
तू समझता नहीं या, समझना चाहता नहीं,
किसी के बिना ज़िन्दगी अधूरी है मानता नहीं|
या मेरे हालात को जानता नहीं, दिल में तू है अब मान भी ले|
कैसे इज़हार करू बता दे, इस मोह्बत को मान भी ले|

Hamsafar+
08-12-2010, 06:00 PM
होते हैं दोस्त अपने से, देखा है हमने
दो जिस्म एक जान से, सुना है हमने
क्या कहें अगर वोह ही न चाहें,
हमें अपना बनाना, जो चाह था हमने|

करते है हम उनकी ख़ुशी की दुआ रब काबुल करे
हमारी ज़िन्दगी में कांटे और उनकी ज़िन्दगी में फूल भरे|

Hamsafar+
08-12-2010, 06:00 PM
तेरी मुश्किल न बताऊंगा, चला जाऊंगा,
अश्क आँखों में छुपाऊंगा, चला जाऊंगा,
मुद्दतों बाद मैं आया हूँ पुराने घर में
खुद को जी भर के रुलाऊंगा, चला जाऊंगा|
उन मौहलत से कुछ भी नहीं लेना मुझ को,
बस तुम्हें देखूंगा, चला जाऊंगा,
चन्द बातें मुझे बच्चों की तरह प्यारी हैं,
उनको सीने से लगाऊंगा, चला जाऊंगा,
अपनी देहलीज़ पे कुछ देर पड़ा रहने दो
अश्क आँखों में चुपाऊंगा, चला जाऊंगा|

Hamsafar+
08-12-2010, 06:00 PM
दिल में उनकी यादो की एक झलक सी रहती है,
इन हवाओ में हरपल उनकी महक सी रहती है,
दिल को इंतजार है हमेशा बस उनके आने का,
हमे उनसे मिलने की अब एक कसक सी रहती है|

ऐसा होता नहीं की आपकी हमे याद न आये,
बात सिर्फ इतनी है की हम कभी जता न पाए,
प्यार तुम्हारा हमारे लिए अनमोल है सनम,
मौका दिया नहीं तुमने और हम दिखा न पाए|

Hamsafar+
08-12-2010, 06:01 PM
वो जिसकी हंसी पर हम सब कुछ लुटाते चले गए,
वो मुस्कुराते रहे हम खुद को मिटाते चले गए ,
जिसको मालूम न था मारा प्यार के,
उससे हम दिल लगाते चले गए,
करी ये गलती हमने ज़िन्दगी में,
जिसके सिने में दिल ही न था,
उसे प्यार सिखाते चले गए|

मेरी ज़िन्दगी मुझे यह बता,
मुझे भूल कर तुझे क्या मिला,
मेरी हसरतों का हिसाब दे,
दिल तोड़ कर तुझे क्या मिला,
तेरे चार दिन के प्यार से,
मुझे उम्र भर का ग़म मिला,
मैं टूट कर बिखर गया,
मेरी ज़िन्दगी मुझे यह बता,
मुझे भूल कर तुझे क्या मिला|

Hamsafar+
08-12-2010, 06:01 PM
ज़िन्दगी के हर वोह हसीन
पल बीत जातें है…..
मगर रह जाती है, तो सिर्फ यादें
ज़िन्दगी बीत जाती है उन
यादों को याद करके
लेकिन दुःख भी घिर जाते है …
ये सोचकर की
वो ज़िन्दगी के पल फिर
दुबारा वापस नहीं आएंगे …..

आँखों में है गम के आंसू और होठो पे फरयाद है,
अब क्या है पास हमारे बस एक उसकी याद है,
उसके लाखो है गम , मेरा एक है गम मैं क्या करू,
उसके बिन दिल न लगे अब तो मैं क्या करू|

वो बेवफा मेरा इम्तिहान क्या लेगी
मिलेगी नज़र तो नज़र झुका लेगी
मेरी कबर पर उसे दिया मत जलने देना यारों
वो नादान है अपना हाथ जला लेगी|

Hamsafar+
08-12-2010, 06:02 PM
आँखों की आवाज़ कुछ और होती है,
आंसू की आग कुछ और होती है …
कौन चाहता है बिछड़ना अपनों से ,
पर किस्मत की बात कुछ और होती है |

कहते है हम …क्या कहते है हम …क्या कहते है हम …बस कहते है हम ..
कह दो तुम , ये कहते है हम …
कहना है क्या , ये कहते है हम …
कह दिया आज जो कहना था अब …
कह न ही था सो कहते है हम …
तुम बिना हम , युही सहते है सब …
कैसे बताऊँ तुझे कैसे रहते है हम

गिले शिकवे न दिल से लगा लेना,
कभी मान जाना तो कभी मना लेना,
कल का क्या पता हम हो न हो,
जब मौका मिले थोडा हस लेना और हसा देना|

Hamsafar+
08-12-2010, 06:02 PM
मुश्किलों से घबरा के अब जीना नहीं चाहते ,
दूर तुम से होके अब रहना नहीं चाहते ,
यूँ तो दोस्त बहुत बने इस ज़िन्दगी में
पर आप जैसे दोस्त को खोना नहीं चाहते|

यही तो खूबसूरत दोस्ती का नाता है ,
जो बिना किसी शर्त के जिया जाता है ,
रहे दूरियां दरमियाँ तो परवाह नहीं ,
दोस्त तो हरपल दिल में बसाया जाता है

Hamsafar+
08-12-2010, 06:02 PM
दोस्त एक साहिल है तुफानो के लिए ,
दोस्त एक आइना है अरमानो के लिए ,
दोस्त एक महफ़िल है अंजानो के लिए ,
दोस्ती एक ख्वाहिश है आप जैसे दोस्त को पाने के लिए !!

जान है मुझको ज़िन्दगी से प्यारी ,
जान के लिए कर दूं कुर्बान यारी ,
जान के लिए तोड़ दूं दोस्ती तुम्हारी ,
अब तुमसे क्या छुपाना ,
तुम ही तोह हो जान हमारी !

दोस्ती के नाम को न बदनाम करो
मेरे भरोसे को न बदनाम करो ,
मेरी दोस्ती को अपना लेना
हमसे एक बार हाथ मिला लेना …

Hamsafar+
08-12-2010, 06:03 PM
ये खुदा आज ये फैसला करदे,
उसे मेरा या मुझे उसका करदे,
बहुत दुःख सहे हैं मैंने ,
कोई खुशी अब तो मुक़दर करदे,
बहुत मुश्किल लगता है उस से दूर रहना,
जुदाई के सफ़र को कम करदे,
जितना दूर चले गए वोह मुझसे,
उसे उतना करीब करदे,
नहीं लिखा अगर नसीब में उसका नाम,
तो खत्म कर ये ज़िन्दगी और मुझे फना करदे|

दूर हमसे जा पाओगे कैसे,
हमको भूल पाओगे कैसे,
हम ओ खुशबु हैं जो साँसों में उतर जाये,
खुद अपनी साँसों को रोक पाओगे कैसे|

ऑंखें तो प्यार में दिल की जुबान होती है,
सच्ची चाहत तो सदा बेजुबान होती है|
प्यार में दर्द भी मिले तो क्या घबराना,
सुना है दर्द से चाहत और जवान होती है|

Hamsafar+
08-12-2010, 06:03 PM
इश्क एक तरफ हो तो सजा देता है,
इश्क दोनों तरफ हो तो मज़ा देता है,
फर्क सिर्फ इतना है…….
कोई खामोश रहता है तो कोई बता देता है|

दिल को किसी आहत की आस रहती है ….
निगाह को किसी चेहरे की प्यास रहती है ….
तेरे बिन किसी चीज़ की कमी तो नहीं ….
पर तेरे बिन ज़िन्दगी उदास रहती है|

वो नाराज़ हैं हमसे की हम कुछ लिखते नहीं ,
कहाँ से लायें लफ्ज़ जब हमको ही मिलते नहीं ,
दर्द की जुबान होती तोह बता देते शायद ,
वो ज़ख्म कैसे कहें जो दीखते नहीं |

Hamsafar+
08-12-2010, 06:03 PM
अजनबी दोस्ती……
दर्द में कुछ कमी-सी लगती है,
जिन्दगी अजनबी-सी लगती है,

एतबारे वफ़ा अरे तौबा
दुश्मनी दोस्ती-सी लगती है,

मेरी दीवानगी कोई देखे
धुप भी चांदनी-सी लगती है ,

सोंचता हूँ की मैं किधर जाऊँ
हर तरफ रौशनी-सी लगती है,

आज की जिन्दगी अरे तौबा
मीर की सायरी सी लगती है ,

शाम-ऐ-हस्ती की लौ बहुत कम है,
ये सहर आखरी-सी लगती है ,

जाने क्या बात हो गयी यारों
हर नजर अजनबी-सी लगती है,
दोस्ती अजनबी-सी लगती है…….…

Hamsafar+
08-12-2010, 06:04 PM
दोस्त एक साहिल है तुफानो के लिए ,
दोस्त एक आइना है अरमानो के लिए ,
दोस्त एक महफ़िल है अंजानो के लिए ,
दोस्ती एक ख्वाहिश है आप जैसे दोस्त को पाने के लिए !!

जान है मुझको ज़िन्दगी से प्यारी ,
जान के लिए कर दूं कुर्बान यारी ,
जान के लिए तोड़ दूं दोस्ती तुम्हारी ,
अब तुमसे क्या छुपाना ,
तुम ही तोह हो जान हमारी !

दोस्ती के नाम को न बदनाम करो
मेरे भरोसे को न बदनाम करो ,
मेरी दोस्ती को अपना लेना
हमसे एक बार हाथ मिला लेना …

मुश्किलों से घबरा के अब जीना नहीं चाहते ,
दूर तुम से होके अब रहना नहीं चाहते ,
यूँ तो दोस्त बहुत बने इस ज़िन्दगी में
पर आप जैसे दोस्त को खोना नहीं चाहते|

यही तो खूबसूरत दोस्ती का नाता है ,
जो बिना किसी शर्त के जिया जाता है ,
रहे दूरियां दरमियाँ तो परवाह नहीं ,
दोस्त तो हरपल दिल में बसाया जाता है

Hamsafar+
08-12-2010, 06:04 PM
देखा है जबसे तुमको, मेरा दिल नहीं है बस में ,
जी चाहे आज तोड़ दूँ दुनिया की सारी रस्में,
तेरा हाथ चाहता हूँ, तेरा साथ चाहता हूँ ,
बाहों में तेरी रहना मैं दिन रात चाहता हूँ |

चाहेंगें उम्र भर हम सुबह शाम तुमको ,
हमने बना लिया है दिल का अरमान तुमको ,
मेरे सिवा किसी पर नज़रें – करम न करना ,
सितम कोई करना बस ये सितम न करना |

अपने दिल से ये प्यार कम न करना,
हमने चाहा तुम्हे, हमने पूजा तुम्हे ,
और तुमने चाह से न कभी देखा हमे ,
तुम अपने थे फिर भी बेगाने रहे ,
हम बेगाने थे फिर भी तुम्हारे रहे|

खो न जायें आप दुनिया की भीड़ में ,
इसलिए दिल में छुपाकर रखता हूँ ,
तुमको लगे न किसी की बुरी नज़र ,
इसलिए आँखों में बसाकर रखता हूँ |

Hamsafar+
08-12-2010, 06:04 PM
हाँ, मैंने भी प्यार किया है,
दिल तुझको ही यार दिया है,
क्यूँ ऐसा काम किया है?
मैंने खुद को बदनाम किया है|

यही होती है सच्चाई,
दिल दे देते है किसी को भी भाई,
सोचते समझते कुछ भी नहीं ,
कर देते है जो खता , जो ठीक कर सकते नहीं|

प्यार ने ये कैसा तोहफा दे दिया ,
मुझको गुमो ने पत्थर बना दिया,
तेरी यादों मैं ही कट गयी ये उम्र ,
कहता रहा तुझे कब का भुला दिया …

Hamsafar+
08-12-2010, 06:05 PM
हमें इज़हार करना न आया,
उन्हें प्यार करना न आया,
हम बस देखते ही रह गए,
और वक़्त को थामना न आया ,
वोह चलते चलते इतने दूर चले गए,
हमें रोकना भी न आया,
हमने उनका नाम लिया फिर भी,
शायद उन्हें सुनना न आया|
हमारे तकदीर में उनकी मोहब्बत
थी ही नहीं
उनके दिल में हमारी चाहत
थी ही नहीं,
उनकी मुस्कराहट को हम,
प्यार समझ बेठे
और हमारे प्यार की कोई कीमत थी
ही नहीं,
अब अश्को के हर कतरे में ,
बस उनका ही नाम होता हैं|
दिन रात अपनी मोहब्बत को
याद करना,
दीवानों को और का क्या काम
होता हैं|.

Hamsafar+
08-12-2010, 06:05 PM
मायूस मत होना, यह एक गुना होता है,
मिलता वही है जो किस्मत में लिखा होता है,
हर चीज़ मिले हमें, यह ज़रूरी तो नहीं,
कुछ चीज़ों का जीकर दुसरे जहाँ में होता है..
`
जान कर भी तुम मुझे जान न पाए,
आज तक तुम मुझे पहचान न पाए,
खुद ही की है बेवफाई हम ने,
ताकी तुझ पे कोई इलज़ाम न आये …
`
जिनकी राहों में हमने बिछाई थे सितारे ;
उनसे कहते है हरपल आंसुओं के सहारे;
हो गए है सारे शिकवे कितने किनारे;
मगर फिर भी क्यूँ वोह हुवे न हमारे|
`
हर एक मुस्कुरुहत मुस्कान नहीं होती,
नफरत हो या मोहब्बत आसान नहीं होती,
आंसू गम के और ख़ुशी के एक जैसे होते है,
इनकी पहचान आसान नहीं होती है| `
हम अगर आपसे मिल नहीं पाते
ऐसा नहीं की आप हमें याद नहीं आते
मन का जहां के सब रिश्ते निभाहाये नहीं जाते
पर जो बस जाते है दिल में वो भुलाये नहीं जाते है|

Hamsafar+
08-12-2010, 06:05 PM
अब तेरी याद से आराम नहीं होती मुझ को
ज़ख्म खुलती हैं अज़ीयत नहीं होती मुझ को

अब कोई आये – चला जाये मैं खुश रहता हूँ
अब किसी शख्स की आदत नहीं होती मुझ को

ऐसी बदली हूँ तेरी शेहेर का पानी पी कर
झूट बोलों तो शिकायत नहीं होती मुझको

हमने तो उम्र गुज़ार – दी तन्हाई में
सह लिए सितम तेरी जुदाई में
अब – तो यह फ़रियाद है खुदा से
कोई और न तड़पे – तेरी बेवफाई में …

मत पूछ मेरे सब्र की इन्तहा कहा तक है?
तू सितम कर ले, तेरी ताकत जहाँ तक है,
वफ़ा की उम्मीद जिन्हें होगी, उन्हें होगी,
हमें तोह देखना है,
तू ज़ालिम कहा तक है?

Hamsafar+
08-12-2010, 06:06 PM
डरना तो प्यार करना मत, प्यार करना तो डरना मत,
उसे पता चले की किसी न किसी दिन, उसे पता चलना ही है,
इससे तुम्हें सच तो पता चलेगा, अगर ओ तुमसे
प्यार करते है तो जरुर रिपलाई देंगे, अगर उसने नहीं
कहा तो बुरा मत मानना, क्यों की असली प्यार का मज़ा इसी में तो है,
तुम उससे प्यार करते रहो, देखना जरुर एक दिन तुमे रिपलाई देगे,
मगर कुछ गलत मत करना|

एक अदा आपकी दिल चुराने की,
एक अदा आपकी दिल में बस जाने की,
एक चेहरा आपका चाँद सा…
एक जिद हमारी चाँद को पाने की|

इश्क किया तुझसे, मेरे ऐतबार की हद थी,
इश्क में दे दी जान, मेरे प्यार की हद थी,
मरने के बाद भी खुली थी आँखें ,
यह मेरे इंतज़ार की हद थी|

Hamsafar+
08-12-2010, 06:06 PM
(चलती है रूकती है थम जाती है ये ज़िन्दगी
कहती है सुनती है समझाती है ये ज़िन्दगी ) – २
लम्हा लम्हा इसका, हर पल ये कहता है,
जग जा रे जग जा रे बन्दे..
छू ले आसमान, छू ले आसमान,
छू ले आसमान, वो..
छू ले आसमान, छू ले आसमान
छू ले आसमान…

(रुख अपना मोड़ ले जब हम चले लहरें सभी
क़दमों पे आ गिरे सजदा करे हर एक ख़ुशी ) – २
मेरे नये ख्वाब कुछ, खिल गए आँखों में
दिन नया.. सब नयी रंग नये बातों में
सागर भी बाहों में अब लिखनी है नयी इबादत
आना है तुझे मेरे संग आ…
छू ले आसमान, छू ले आसमान ,
छू ले आसमान, वो.
छू ले आसमान, छू ले आसमान,
छू ले आसमान….

(अनजाने रास्ते हम पार हो, पल भर में ही
फासले उम्मीद में कटेंगे हमारे कोशिश से ही ) – २
यह जूनून जोश ये, कम ना होगा कभी
हौसला छोड़ना आदतों में नहीं
दीवानापन ये अपना, हैं सबसे जुदा जहां में
आना है तो चल मेरे संग आ…
छू ले आसमान, छू ले आसमान
छू ले आसमान, वो ..
छू ले आसमान, छू ले आसमान
छू ले आसमान…

(चलती है रूकती है थम जाती है ये ज़िन्दगी
कहती है सुनती है समझाती है ये ज़िन्दगी ) – २
लम्हा लम्हा इसका, हर पल ये कहता है,
जग जा रे जग जा रे बन्दे..
छू ले आसमान, छू ले आसमान,
छू ले आसमान, वो..
छू ले आसमान, छू ले आसमान
छू ले आसमान…

Hamsafar+
08-12-2010, 06:07 PM
अजब अपना हाल होता जो विसाल – इ – यार होता
कभी जान सद के होती कभी दिल निसार होता
न मज़ा है दुश्मनी में , न है लुत्फ़ दोस्ती में
कोई गैर गैर होता , कोई यार यार होता
ये मज़ा था दिल्लगी का , के बराबर आग लगती
न तुम्हें करार होता , न हमें करार होता
तेरे वादे पे ऐ सितमगर , अभी और सब्र करते
अगर अपनी ज़िन्दगी का हमें ऐतबार होता

एक नज़र है तू दीदार के लिए
एक लम्हा है इंतज़ार के लिए
एक ख्वाब है तू जिसे मेरी आखें देखे
एक तस्वीर है तू बस प्यार के लिए

खूबसूरत हो तुम
बड़ी नाज़ुक हो तुम
शायद बड़ी नज़ाक़त से बनाया होगा रब ने तुम्हे
खूब्शुरती की इन्तहा हो तुम

Hamsafar+
08-12-2010, 06:07 PM
लड़की एक पहेली :
लड़की एक ऐसी पहेली है , कभी तेरी तो कभी मेरी सहेली है .
खर्चा करो तो बोले “डार्लिंग,हाउ अरे यू ?”.
न करो तो बोले “ब्रदर, व्हो अरे यू ?”.

ज़िन्दगी उदास होने का नाम नहीं ,
दोस्ती सिर्फ पास होने का नाम नहीं ,
अगर तुम दूर रहकर भी हमहें याद करो ,
इस से बड़ा हमारे लिए कोई इनाम नहीं .

ऐसा हो सकता नहीं की ..
सावन हो और सरसों पीली न हो ..
बारिश हो और धरती गीली न हो ..
तन्हाई हो और तेरी याद न हो ..
तेरी याद हो और आँखों में नमी न हो ..

Hamsafar+
08-12-2010, 06:07 PM
जब देखा उन्होंने तिरछी नज़र से ,
तोह हम मदहोश हो गए ,
पर जब पता चला की उनकी नज़ारे ही तिरछी है ,
तोह हम बेहोश हो गए …

हम से सीखा उड़ना ,
हम को चले उड़ने ,
हम खिलाये दाने ,
और दुश्मन गाये गाने .

लड़का और लड़की (बॉय एंड गर्ल )!!
लड़की बोली :
चांदनी चाँद से होती है , सितारों से नहीं ,
चांदनी चाँद से होती है , सितारों से नहीं ,
मोहब्बत एक से होती है , हज़ारों से नहीं .

लड़का बोला :
चांदनी अगर चाँद से होगी तो सितारों का क्या होगा ,
चांदनी अगर चाँद से होगी तो सितारों का क्या होगा ,,
मोहब्बत अगर एक से होगी तो हजारों का क्या होगा .
बेवफा सनम से तो सिगारेत्ते अच्छी है ,
बेवफा सनम से तो सिगारेत्ते अच्छी है ,
दिल जलती है , पर होतो से तो लगती है

तेरे होठों से लग कर यह हवा शराब बन गयी
आँखों से लग कर यह हिजाब बन गयी
और गालों से लग कर यह गुलाब बन गयी .
सच ही कहती है यह दुनिया जानेमन
की मुझ से मिल कर तू लाजवाब हो गयी

Hamsafar+
08-12-2010, 06:07 PM
हर दिल मे दर्द छुपा होता है ,
बया करने का अंदाज़ जुदा होता है,
कोई अश्को से बहा देता है और
किसी की हँसी मे भी दर्द छुपा होता है|

प्यार करने वालो की किस्मत ख़राब होती है,
हर वक़्त इन्तहा की घडी साथ होती है ,
वक़्त मिले तो रिश्तो की किताब खोल के देख लेना ,
दोस्ती हर रिश्ते से लाजवाब होती है ..

सुना है काफी असर होता है बातों में ,
आप भी भूल जाओगे दो – चार मुलाकातों में ,
लेकिन हमसे बचकर कहाँ जाओगे ,
आपकी दोस्ती की लकीर है मेरे हाथों में ..

Hamsafar+
08-12-2010, 06:08 PM
चाहा न उसने मुझे बस देखते रहे . ..
मेरी ज़िन्दगी से बस खेलते रहे …
न उतरे कभी मेरी ज़िन्दगी की झील में …
बस किनारे पर बैठे पत्थर फेंकते रहे|

किसी की खातिर मुहबत की इन्तहा करदो,
पर इतना भी नहीं की उस को खुदा करदो,
मत टूट के चाहो किसी को इतना ,
की अपनी ही वफाओं से बेवफा करदो |

जिसको दिल ने प्यार से अपनाया, निकला वही सबसे पराया .
जिसको हमने समझा था अपने, रह गया वोह एक झुटा सपना .
या खुदा मेरे दुश्मनों को जिंदा रख
वर्ना मेरे मरने की दुआ कौन करेगा|

मैं तमाम कोशिशो के बावजूद हार गयी,
वोह उसे मिल गया जिसने उसे माँगा ही नहीं,
हर एक से पुछा तेरा न मिलने का सुबुब,
हर एक ने कहा वोह तेरे लिए बना ही नहीं|

Hamsafar+
08-12-2010, 06:08 PM
यूं चलते फिरते रहूँ मैं,
जब तुम हमसे टकराओगे ,
दिल की बात कहोगे पर,
तुम हमसे कह नहीं पाओगे,

रोते हुए जब देखोगे ,
तो भी दिल तुम्हारा रोएगा,
तुम अपना हाथ बढ़ाओगे ,
पर आंसू न पोछ पाओगे,

जब तुमसे कुछ कहूँगा मैं,
तो अनसुना तुम करोगे,
मेरी बात सुन्ना चाहोगे,
पर अफ़सोस …. सुन न पाओगे,

जब काग़ज़ पर मद – होशी से,
की तुम जो मेरा नाम लिखोगे ,
उस नाम को छूना चाहोगे,
पर लिखकर तुम मिटाओगे,

Hamsafar+
08-12-2010, 06:08 PM
जब कोई ख्याल दिल से टकराता है ॥
दिल ना चाह कर भी, खामोश रह जाता है ॥
कोई सब कुछ कहकर, प्यार जताता है॥
कोई कुछ ना कहकर भी, सब बोल जाता है ॥

सितम को हमने बेरुखी समझा ,
प्यार को हमने बंदगी समझा ,
तुम चाहे हमे जो भी समझो ,
हमने तो तुम्हे अपनी जिंदगी समझा

Hamsafar+
08-12-2010, 06:08 PM
तनहा गुजर रही थी
तनहा गुजर रही है
जो आँखों में बस गयी थी
वो दिल में उतर रही है
वो चीज़ नहीं है तू
हो जिसको भुलाना आसान
आँखों की रौशनी थी
सांसों में खुशबू बनकर बिखर रही है
सब्नम की बूँद हो तुम
या हीरा तरसा कोई
चांदनी तेरे बदन से
पूनम की बिखर रही है
जय ” को रिझा लिया था
हर अदा ने तेरी
दिल में समाये रहती थी
तस्वीर तू भी मेरी
भुला दिया था जिनको कभी का -
उनकी याद आ रही है
जो सूखी पड़ी थी सदियों से
वो आँखें आंसू बहा रही है

Hamsafar+
08-12-2010, 06:09 PM
गम है की तुम्हे अपने प्यार का एहसास न करा खातिर
की तुम जाओ ये सोच के तुम्हे न मना खातिर ना रूठ
की तुम हो जाओ किसी बराबर आधुनिक ना गैर के
डार से कभी अपना न तुम्हे …… लिए है

तुझे भूल पाएंगे हम न भूलकर भी,
बस यही एक वाडा निभा पाएंगे हम.
मीता को भी देंगे जहां से लेकिन खुद,
तेरा नाम दिल मीता पाएंगे हम से ना.

वो आए मेरी ज़िंदगी में कहानी प्रतिबंध कार,
है दिल में रहे प्यार की निशानी प्रतिबंध कार,
अक्सर जिन्हे जगह देते है दिल है में हम,
आँखों से निकल वो जाते है पानी रोक कर ..

Hamsafar+
08-12-2010, 06:09 PM
रात होगी तो चाँद दुहाई देगा ,
खवाबों में आपको वोह चेहरा दिखाई देगा ,
ये मोहब्बत है ज़रा सोचके करना ,
एक आंसू भी गिरा तो सुने देगा .

अपनी आँखों के समंदर में उतर जाने दे ,
तेरा मुजरिम हूँ , मुझे डूब के मर जाने दे ,
तुम याद किया करोगी मुझे मुझसे भी जयादा
बस एक बार तेरे नाम पे फनाह हो जाने दे .

आज भी एक सवाल है इस दिल में ,
प्यार का गम बेशुमार है इस दिल में ,
कुछ कह नहीं पता ये दिल मगर ,
किसी दिल के लिए बहुत प्यार है इस दिल में .

Hamsafar+
08-12-2010, 06:09 PM
सोया था रात को , पर नीद नहीं आयी ,
सारी रात हमको सिर्फ उनकी ही याद सताई ,
आँख खुली तोह पाया अपने आप को बिलकुल अकेला ,
फिर याद आया , तुझे रहना है ……., और अभी अकेला

फूलों की याद आती है कांटो को चुने पर ,
रिश्तो की समझ आती है फासलों पे रहने पर ,
कुछ जज़्बात ऐसे भी होते है जो आँखों में पढ़े नहीं जाते ,
वोह तोह नज़र आते है जुबां से कहने पर …..

चुप चुप क तेरा दीदार आज भी करता हूँ ,
जिसका न कोई जवाब वोह सवाल आज भी करता हूँ ,
इन्तहा मोहब्बत की बताने की तुझे कभी कोशिश जो की थी ,
नाकाम वोह काम आज भी करता हूँ …..

Hamsafar+
08-12-2010, 06:10 PM
तमन्ना से नहीं तन्हाई से डरते है
प्यार से नहीं रुसवाई से डरते है
मिलने की तो बहुत चाहत है
पर मिलने के बाद जुदाई से डरते है

डर के बिना ज़िन्दगी क्या …
हौसला के बिना जीना क्या …
डर तो हमी भी है उससे दूर रहना का …
पर वोह डर ही क्या जब पास रहने को वोह इंसान ही नहीं रह !!!

वाह वाह नीचे 1 कीप आईटी कम्मिन
वक़्त ने वोह ख़ाक ओरई है दिल की दश से
क़फिल्लय गोज़र्तय है पर नक्श – इ -पर कोई नहीं ………

:किस दिल से तेरे पीयर की सौगात मंगू .
किस मोहब्बत से तेरे जुदाई का दर्द मंगू .
मुझे दर है तुझे खो देने का .
किस खुदा से तुझे पाने की दुआ मंगू .

ज़िन्दगी चाहत का सिलसिला है
फिर भी जिसको चाह वो कहाँ मिला है ,
दुश्मनों से हमें कोई शिकायत नहीं
अपनों ने ही लूटा इस बात का गिला है ,
जिसको चाह वो ही दे गया दगा हमको
ज़माने में क्या येही मिलता वफ़ा का सिला है.

Hamsafar+
08-12-2010, 06:10 PM
तेरी किताब – इ – हयात में, मेरी औकात इक सफा है,
रंगीन फसानों में दबी कहीं मेरी वफ़ा है.

शिकायत उस लिखने वाले से है, तुझसे कोई गिला नहीं,
जो शायद इस कहानी में मेरे किरदार से खफा है.

किताब – इ – मुक़द्दस है मेरा प्यार, पर हार मिली,
इसमें कोई फसल ही नहीं जिसका नाम नुकसान या नफा है.

उनके दीद पर दफ्फतन निकल गया “या मेरे खुदा”
वो इसे अगर मानते हैं मेरी जफा तो मेरी जफा है.

तारीख जानता है तलवार की अज़ीयतें कलम पर,
हारी है शमशीर, कलम की फ़तेह हर दफा है.

Hamsafar+
08-12-2010, 06:10 PM
मुझे सुलाने की खातिर जब रात आती है,
मैं सो नहीं पाता रात सो जाती है,
पूछने पर दिल से आवाज़ आती है,
आज याद करलो रात तो रोज़ आती है.

तेरे प्यार की हमे जरुरत बहुत थी,
पर तुझे पाने की कीमत बहुत थी ,
आखिरी साँस तक तेरा इंतजार किया था हमने
पर तुझे वादा करके भूल जाने की आदत बहुत थी …

उनका वादा है की वो लौट आएंगे,
इसी उम्मीद पर हम जिए जायेंगे,
यह इंतज़ार भी उन्ही की तरह प्यारा है,
कर रहे है और किये जायेंगे.

कभी मिलते ख़ुशी से झूम उठते थे,
आज दूर तक कही वो नज़र नहीं आते,
कैसे कहे की वो हमे भूल जायेंगे,
वो तो कभी मेरे बिन रह भी नहीं पाते …

सितम को हमने बेरुखी समझा,
प्यार को हमने बंदगी समझा,
तुम चाहे हमे जो भी समझो,
पर हमने तो तुम्हे अपनी जिन्दगी समझा.

Hamsafar+
08-12-2010, 06:10 PM
मेरी याद आये तो याद करो
ज्यादा याद आये तो एस एम् एस करो
और ज्यादा याद आये तो फ़ोन करो
और भी ज्यादा याद आये तो मिल लो
और ज्यादा याद आये तो ..
प्लीज़ झूठ बोलना बंद करो

आपकी नज़रों ने हमें घायल कर दिया,
तुम्हारे एक इशारे ने हाल – इ – दिल बयां कर दिया .
यादों ने तुम्हारी हमें पागल बना दिया ,
रोये थे न कभी पर आपने रुला दिया ?

नज़रें न होती तो नज़ारा न होता ,
दुनिया मैं हसीनो का गुज़ारा न होता ,
हमसे यह मत कहो के दिल लगाना छोड़ दे ,
जाके खुदा से कहो के हसीनो को बनाना छोड़ दे

Hamsafar+
08-12-2010, 06:11 PM
वफ़ा में अब ये हुनर इख्तिआर करना है ,
वोह सच कहे ना कहे एतबार करना है .
यह तुझको जागते रहने का शौक कबसे हुआ ,
मुझे तौ खैर तेरा इंतज़ार करना है .

ख्वाबो मैं आएंगे मैसेज की तरह .
दिल मैं बस जायेंगे रिंग टोने की तरह ,
ये यारी कभी कम न होगी बैलेंस की तरह ,
सिर्फ तुम बीजी न होना नेटवर्क की तरह .

बाद मरने के मेरे तुम जो कहानी लिखना
कैसे बर्बाद हुई मेरी जवानी लिखना .
यह भी लिखना की मेरे होंट हंसी को तरसे ,
उमर भर आंख से बहता रहा पानी लिखना .

दर्द से दोस्ती हो गयी यारों ,
ज़िन्दगी बेदर्द हो गयी यारों .
क्या हुआ जो जल गया आशियाना हमारा ,
दूर तक रोशनी तो हो गयी यारों ….

दिलो को खरीदने वाले हज़ार मिल जायेगे ,
आप को दगा देने वाले बार -बार मिल जायेगे ,
मिलेगा न आपको हम जैसा कोई ,
मिलने को तो दोस्त बेशुमार मिल जायेगे .

सुस्ती भरे जिस्म को जागते क्यों नहीं ,
उठ कर सबके सामने आते क्यों नहीं ,
बोड़ी भी तुम्हारा स्मेल मारता है ,
थोडी हिम्मत करके नहाते क्यों नहीं …

मंजिले भी उसकी थी ,
रास्ता भी उसका था .
एक मैं अकेला था , काफिला भी उसका था ..

साथ -साथ चलने की सोच भी उसकी थी ,
फिर रास्ता बदलने का फैसला भी उसका था …

आज क्यों अकेला हूँ , दिल सवाल करता है ,
लोग तो उसके थे ,
क्या खुदा भी उसका था … .?

Hamsafar+
08-12-2010, 06:11 PM
दिल -ए-नादान था जो तुमसे प्यार कर बैठा,
खुली आँखों से तेरा ख्वाब देखा,
चाँद को अपनी तकदीर समझा ,
ऐ बेवफा , आसमान को छूने चला ….

कांटे ही न होते राहों में कभी ,
उन नाजुक को फूल कौन कहता,
मुश्किलें न होती ज़िन्दगी में कभी ,
उस इंसान को सिकंदर कौन कहता ….

प्यार करने वाले डरते नहीं ,
डरनेवाले प्यार करते नहीं ,
होते नहीं हौसले बुलंद जिनके ,
मैदान -ए -ज़ंग लड़ा करते नहीं ….

Hamsafar+
08-12-2010, 06:11 PM
रात की तन्हाई में उनको आवाज़ दिया करते हैं
रात में सितारों से उनका जिक्र किया करते हैं
वह आयें या न आयें हमारे ख्वाबों में
हम तो बस उन्ही का इंतज़ार किया करते हैं ………

Hamsafar+
08-12-2010, 06:12 PM
घूँघट में तुझे देखा तो दीवाना हुआ , संगीत का तराना हुआ , शमा का परवाना हुआ , मस्ती का मस्ताना हुआ, जैसे ही घूँघट उठाया इस दुनिया से रवाना हुआ
एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा दूसरी लड़की को देखा तो वैसा लगा जब दोनों के जूते पड़े … तो एक जैसा लगा !!!
बेवफा तुम हो तो वफादार हम भी नहीं , बेशरम तुम हो तो शर्मीले हम भी नहीं , प्यार के मोड़ पर आके कहते हो शादी -शुदा हो तो क्या हुआ डार्लिंग … कुंवारे हम भी नहीं !
जब जब गिरे बादल , तेरी याद आई झूम के बरसा सावन , तेरी याद आई भीगा मैं , लेकिन फिर भी तेरी याद आई क्यों ना आये तेरी याद ? तुने जो छतरी अब तक नहीं लौटाई…

Hamsafar+
08-12-2010, 06:12 PM
आप गैरों की बात करते हैं ,
हमने अपनों को आजमाया है !
लोग काटों से बचकर चलते हैं ,
हमने फूलों से जख्म खाया है !!….
उसको चाहा भी तो इकरार करना ना आया ,
कट गयी उम्र , हमें प्यार करना ना आया ,
उसने माँगा भी अगर कुछ तो मांगी जुदाई ,
और एक हम थे के इनकार करना ना आया …..
देखते है दुनिया की आँखों से ,
आशिकों की येही आदत ख़राब है
दिल की आँखों से देखे घर कोई
हर हसीं को समझना आसन है …

जिस शाम मेरे लब पर तेरा नाम ना आये ,
खुदा करे ऐसी शाम ना आये ….

ये जाने वफ़ा , ये कभी मुमकिन ही नहीं ,
अफसाना लिख्नु और तेरा नाम ना आये ….

कुछ ना कुछ तो ज़रूर होना है
सामना आज उन से होना है

Hamsafar+
08-12-2010, 06:13 PM
सोचा न था तेरी उल्फत मे ऐसी ठोकर खाएँगे
प्यार की दुनिया मे सांस लेने से पहले ही मर जायेंगे
अब पता चला की इश्क एक खेल है कोई जस्बात नहीं
और कितनी दिल यहाँ जीते और हारे जायेंगे
चाहता तो हु मगर आसान नहीं तुझे भूलना
तेरी यादों के सहारे युही दिन कटते जायेंगे

Hamsafar+
08-12-2010, 06:13 PM
ए दिल तू मुहब्बत करता क्यूँ है
जो करता है तो फिर तड़पता क्यूँ है ?
जो बैठ गया है दिल में प्यार का दर्द बनके
वोह आँखों के रस्ते निकलता क्यूँ है ?
मैं तेरे साथ हूँ हर राह में मुझसे कहती थी वो
तो फिर आज यह रास्ता मुझे सुनसान लगता क्यूँ है ?
मैं धड़कन हूँ उसके दिल की वह कहती थी मुझसे
फिर आज उसका दिल मेरे बिना धड़कता क्यूँ है ?
वह मेरी नहीं है यह जानता हूँ मैं फिर भी
किसी और के साथ देख के उसको दिल मचलता क्यूँ है ?
यह दिल भी अजीब होता है दोस्तों
कभी कहता है जा थाम ले उसके हाथों को
फिर रह रह के संभालता क्यूँ है ?

Hamsafar+
08-12-2010, 06:13 PM
दोस्त क्या खूब वफाओं का सिला देते है
हर नए मोड़ पे एक दर्द नया देते है
तुम से तो खैर घडी भर का ताल्लुक रहा
लोग सदियों की रफ़क़त भुला देते है
कैसे मुमकिन है धूअन भी न हो और दिल भी जले
चोट पड़ती है तो पत्थर भी सजा देते है
कौन होता है मुसीबत में किसी का ए दोस्त
आग लगती है तो पत्ते भी हवा ही देते है
जिन पे होता है दिल को भरोसा
वक़्त पड़ने पे वही लोग धोका भी देते है

Hamsafar+
08-12-2010, 06:14 PM
सुना है असर होता है बातो में,
आप चाहे भूल जाओ हमें २-४ बातो में,
हमें भूल कर कहा जाओगे,
मेरे साथ रहने की लकीर आप के हाथो में |

Hamsafar+
08-12-2010, 06:14 PM
कुछ लोग यादो को दिल की तस्वीर समझते हैं,
दोस्तों की यादो में महफ़िल समझते हैं ,
हम थोड़े अलग हैं ? जो किसी को याद आने से पहले
उनको अपनी याद दिलाते हैं |

Hamsafar+
08-12-2010, 06:14 PM
तुझे जाना तेरे करीब आने के बाद,
तुझे समझा तुमसे दिल लगाने के बाद |
मुझे अपना गम नहीं दुःख तेरा हैं,
कौन चाहेगा तुझे इतना मेरे जाने के बाद ||

Hamsafar+
08-12-2010, 06:15 PM
कभी ना भूले आप के होठ मुस्कराना,
कभी ना ख़त्म हो आपकी खुशियो का खजाना |
आपको जहान की हर ख़ुशी मिले ,
चाहे खुदा को ही जमीन पर पड़े आना |

Hamsafar+
08-12-2010, 06:15 PM
ये आरजू ही रही कोई आरजू करते
खुद अपनी आग में जलते जिगर लहू करते

हम रातों को उठ-उठ के जिनके लिए रोते हैं
वो गैर की बाहों में आराम से सोते हैं

कैसे कह दूं कि मुलाकात नहीं होती है
रोज मिलते हैं मगर बात नहीं होती है

Hamsafar+
08-12-2010, 06:15 PM
बदला जो वक्त ,गहरी दोस्ती बदल गयी,

सूरज ढाला तो साए की सूरत बदल गयी,

एक उम्र तक हम उ़सकी ज़रूरत बने रहे,

फिर यूँ हुआ की उसकी ज़रूरत बदल गयी |

Hamsafar+
08-12-2010, 06:16 PM
तेरे गम में ये बेवफा रात भर पीता रहा |

कलेजा फट कर बाहर आ गया

दिन भर शीता रहा

Hamsafar+
08-12-2010, 06:16 PM
घर वाले के डर से तेरी तस्वीर को बाथरूम में लगा रख्खा है |

हर घणी तेरा दीदार हो इस लिए जुलाब की गोली खा रख्खा है |

Hamsafar+
08-12-2010, 06:16 PM
कोई गिला कोई शिकवा न रहा आपसे,
ये आरजू है कि एक सिलसिला रहा आपसे,
बस इस बात की उम्मीद है आपसे,
खफा ना हो अगर हम खफा रहे आपसे .

चाँद तारो का नूर आप पे बरसे,
हर कोई आपकी चाहत को तरसे,
आपकी जिन्दगी में आये इतनी खुशिया ,
कि आप एक गम पाने को तरसें,

वादा ना करो अगर तुम निभा ना सको,
चाहो ना उसे जिसे तुम पा ना सको,
दोस्त तो दुनिया में बहुत है.
पर एक ख़ास रखों , जिसके सिवा तुम मुस्कुरा ना सको

Hamsafar+
08-12-2010, 06:17 PM
प्यार का नाम सूना करता था
एक दिन प्यार मुझे भी हो गया

प्यार में लोगो को पागल होते सुना था
प्यार में एक दिन मै भी पागल हो गया

दिन में उसके यादों में रहता था
और रात में उसके सवालों में रहता था

दिन में अजब सी ख़ुशी थी,उसके फोन का इंतजार रहता था
एक मिस काल के खातिर फोन दिन भर हाथ में रहता था

फिर एक दिन एक काल ऐसा आया ,कि मेरी शादी होने वाली हैं
अब तक जो भी हमारे बिच था ,नादानी थी और सपना था

अब तुम मुझ को भूल जाओ , अब ना तुम मुझें याद आओ
अब मुझे सच्चा दिलदार मिल गया ,मुझे मेरा प्यार मिल गया

Hamsafar+
08-12-2010, 06:17 PM
ये कलम जरा झुक कर चल क्या हसी मुकाम आया है ,
तेरे नोक के निचे ,मेरे महबूब का नाम आया है |

जिंदगी ताजमहल हो जाए , चांदनी खिल के कमल हो जाए |
तुम जो बन जाओ दोस्त मेरे , दिल की धड़कन भी एक गजल हो जाए ||

Hamsafar+
08-12-2010, 06:17 PM
इस दर्दे दिल को ज़माना क्या जाने ,कोई बेवफा इश्क निभाना क्या जाने |
कब्र के उंदर होता है कितना दर्द ये ऊपर फूल चढाने वाला क्या जाने ||

वादे पे मेरे वो एतबार नहीं करते ,हम जिक्रे मोहब्बत सरे बाजार नहीं करते|
डरता है दिल उनकी रुसवाइयों से ,और वो सोचते है हम उनसे प्यार नहीं करते||

फिजाओ बदलने का इंतजार नहीं करते आंधीओ के रुकने का इंतजार नहीं करते
याद कर लेते है हम कुछ खास दोस्तों को ,उनके याद करने का इंतजार नहीं करते ||

समझा दो अपनी यादो को ,वो बिना बुलाए पास आया करती है
आप तो दूर रहकर सताते हो, मगर वो पास आकर रुलाया करती है |

Hamsafar+
08-12-2010, 06:18 PM
ख़ुद को मेरा दोस्त बनाने की जरूरत क्या है ,
दोस्त बनके दगा देने की जरूरत क्या है ,
अगर कहा होता तो हम ख़ुद ही चले जाते ,
यू आपको चेहरा छुपाने की जरूरत क्या है ,
सोचा था रहेंगे एक घर बनाके बड़े सुकून से ,
न मिल सका सुकून तो महलों की जरूरत क्या है ,
है कौन मेरा जो बहाता मेरी मंजार पर अश्क ,
मुश्कुराते रहना तुम मुझे तेरे अश्को की जरूरत क्या है ,
मैं तो जान भी दे सकती थी तुझपे ऐ दोस्त ,
पर इस तरह मुझे आजमाने की जरुरत क्या है ,
दबी हूँ मिटटी में इस कदर की बड़ा दर्द है ,
मुझ पर फूल डाल कर और दबाने की जरुरत क्या है ,
मुझ से कर के दोस्ती अगर पूरा हो गया हो शौक ,
तो किसी और के जज्बातों से खेलने की जरुरत क्या है

Hamsafar+
08-12-2010, 06:18 PM
मोहब्बत से इनायत से वफ़ा से चोट लगती है
बिखरता फूल हूँ मुझको हवा से चोट लगती है

मैं शबनम की ज़बान से , फूल की आवाज़ सुनाता हूँ
अजीब एहसास है अपनी सदा से चोट लगती है

मेरी आँखों मैं आंसू की तरह इक रात आ जाओ
तकल्लुफ़ से बनावट से अदा से चोट लगती है

तुझे खुद अपनी मजबूरी का अंदाजा नहीं शायाद
ना कर अहेद -ए -वफ़ा अहेद -ए -वफ़ा से चोट लगती है ..

द्वारा-फिरोज अल्लापुर

बेनाम सा ये दर्द , ठहर क्यों नही जाता
जो बीत गया है , वह गुज़र क्यों नही जाता

सब कुछ तो है , क्या ढूँढती रहती है निगाहें
क्या बात है , मैं वक्त पे घर क्यों नही जाता

वह इक ही चेहरा तो नही सारे जहाँ में
जो दूर है वह दिल से उतर क्यों नही जाता

मैं अपनी ही उलझी हुई राहों का तमाशा
जाते हैं जिधर सब में उधर क्यों नही जाता

वह नाम जो न जाने कब से , ना चेहरा ना बदन है
वह खवाब अगर है तो बिखर क्यो नही जाता ”

Hamsafar+
08-12-2010, 06:19 PM
मोहब्बत के सफर में कोई रास्ता नही देता
ज़मीन वाकिफ नही बनती फलक साया नही देता

खुशी और दुख के मौसम सब के अपने अपने होते हैं
किसी को अपने हिस्से का कोई लम्हा नही देता

उदासी जिस के दिल में हो , उसी की नींद उड़ती है
किसी को अपनी आंखों से , कोई सपना नही देता

Hamsafar+
08-12-2010, 06:19 PM
उठाना खुद ही पङता है , थका टुटा बदन अपना
के जब तक साँस चलती है , कोई कन्धा नही देता …..

द्वारा-; दीपक बाहरी , मुट्ठीगंज, इलाहाबाद

तनहा तनहा हम रो लेंगे महफ़िल महफ़िल गायेंगे
जब तक आंसू पास रहेंगे तब तक गीत सुनायेंगे

तुम जो सोचो वो तुम जानो हम तो अपनी कहते हैं
देर न करना घर जाने में वरना घर खो जायेंगे

बच्चों के छोटे हाथों को चाँद सितारे छूने दो
चार किताबें पढ़ कर वो भी हम जैसे हो जायेंगे

Hamsafar+
08-12-2010, 06:19 PM
किन राहों से दूर है मंजिल कौन सा रास्ता आसान है
हम जब थक कर रुक जायेंगे औरों को समझायेंगे

अच्छी सूरत वाले सारे पत्थर -दिल हो मुमकिन है
हम तो उस दिन रो देंगे जिस दिन धोखा खाएँगे

तनहा हम रो लेंगे महफ़िल महफ़िल गायेंगे
जब तक आंसू पास रहेंगे तब तक गीत सुनायेंगे

तुम जो सोचो वो तुम जानो हम तो अपनी कहते हैं
देर न करना घर जाने में वरना घर खो जायेंगे .

Hamsafar+
08-12-2010, 06:20 PM
चराग अपने थकान की कोई सफ़ाई न दे
वो तीरगी है के अब ख्वाब तक दिखाई ना दे

बहुत सताते हैं रिश्ते जो टूट जाते हैं
खुदा किसी को भी तौफीके -आशनाई ना दे

मैं सारी उम्र अंधेरों में काट सकता हूँ
मेरे दीयों को मगर रौशनी पराई ना दे

अगर यही तेरी दुनिया का हाल है मालिक
तो मेरी क़ैद भली है मुझे रिहाई ना दे

Hamsafar+
08-12-2010, 06:20 PM
उदास लोगों से प्यार करना कोई तो सीखे
सफ़ेद लम्हों में रंग भरना कोई तो सीखे

कोई तो आये खिजां में पत्ते उगाने वाला
गुलों की खुशबू को कैद करना कोई तो सीखे

कोई दिखाए मोहब्बतों के सराब मुझ को
मेरी निगाहों से बात करना कोई तो सीखे

कोई तो आये ने रूठों का पयाम ले कर
अँधेरी रातों में चाँद बनाना कोई तो सीखे

कोई पैगम्बर , कोई इमाम -ए -ज़मान ही आये
एशीर सोचों में सोच भरना कोई तो सीखे

Hamsafar+
08-12-2010, 06:20 PM
बताओ दिल की बाजी में भला क्या बात गहरी थी
कहा यूं तो सभी कुछ ठीक था पर मात गहरी थी

सुनो बारिश , कभी ख़ुद से भी भर कर कोई देखा है
जवाब आया उन AanhOun की मगर बरसात गहरी थी

सुनो “पी” तुमने होले से कहा था क्या, बताओ गे ?
जवाब आया कहा तो था मगर वो बात गहरी थी

दिया दिल का सुमंदर उसने तुमने क्या किया उस का?
हमे बस डूब जाना था के वो सौगात गहरी थी

वफ़ा का दस्त कैसा था बताओ तुम पे क्या बीती
भटक जाना ही था हम को वहाँ पर रात गहरी थी

तुम उस के जिक्र पर क्योँ डूबे जाते हो ख्यालों में
रफक़त और अदावत अपनी उस के साथ गहरी थी

नज़र आया तुम्हे उस अजनबी में क्या, बताओ गे ?
सुनो कातिल निगाहों की वो जालिम घात गहरी थी

Hamsafar+
08-12-2010, 06:21 PM
जिन रास्तों पर कभी अपनी खुशियां बिखेरी थीं ,

कभी हाथ थाम कर कभी मुस्कुरा कर,

कभी गुनगुना कर कभी गीत गा कर,

हमने अपने दिल की बात कही थी,

आज वो बात पुरानी सही पर याद तो अभी ताज़ा है ,

आज दिल वीरान सही पर धड़कन को अब भी यही गुमान है,

तुम हम से मोहब्बत करते हो , हम ही से मोहब्बत करते हो

Hamsafar+
08-12-2010, 06:22 PM
बारिशों के मौसम में
दील की सरज़मीनों पर
गर्द क्यों बिखरती है
इस तरह के मौसम में
फूल क्यों नहीं खिलते
लोग क्यों नहीं मिलते
क्यों फ़क़त ये तन्हाई साथ साथ रहती है
क्यों बिछड़ने वालों की
याद साथ रहती है
इतनी तेज़ बारिश से
दिल के आइने पर से
अक्स क्यों नहीं धुलते
ज़ख्म क्यों नहीं मिटते
नींद क्यों नहीं आती

Hamsafar+
08-12-2010, 06:22 PM
बारिशों के मौसम में
आँख क्यों बरसती है
अश्क क्यों नहीं थमते
सुबह क्यों नहीं होती
रात क्यों नहीं ढलती
असमान पे साये भी
मुन्जमिद से रहते हैं
और दिल के दरवाजे
क्यों कभी नहीं खुलते
साये क्यों नहीं ढलते
चांद क्यों नहीं आता
असमान सजाने को
और ये सितारे भी
क्यों नहीं निकलते हैं

बारिशों के मौसम में
तुम ही हमको समझाओ
लोग क्यों नहीं मिलते
फूल क्यों नहीं खिलते
अश्क क्यों नहीं थमते
नींद क्यों नहीं आती !

Hamsafar+
08-12-2010, 06:22 PM
मेरे दिल की है यही आरजू मुझे तू ही बस मिला करे
यूही चाहे मुझको तामम उम्र, ना शिकायते गिला करे

मेरी चाहतें मेरी ख्वाहिशें मेरी ज़िंदगी है तेरे लिए
मेरी रब से येही दुआ है बस .तुझे कोई न मुझ से जुदा करे

मेरे ख्वाब मेरे ये रत जगे मेरी नींद भी है तेरे लिए
मेरी ज़िंदगी जो बची है अब तेरे नाम इस को खुदा करे

मुझे ज़िंदगी से गिला नही, मुजे तुझ से बस येही आस है
मैं भी चाहूँ तुझ को सदा यूही तू वफ़ा करे या जफा करे

ये वह फासले हैं मेरे सनम जिन्हे कोई भी ना मिटा सका
ये तो फैसले है नसीब के इन्हे कैसे कोई मिटा करे

मेरी ज़िंदगी मे खिजां है बस, ना बाहर कभी आ सकी
येही अश्क मेरा नसीब हैं कोई गुल खुशी का खिला करे|

Hamsafar+
08-12-2010, 06:22 PM
हर रात एक नाम याद आता है
कभी सुबह कभी शाम याद आता है,
जब सोचता हूँ कर लू दूसरी मोहब्बत
फ़िर पहली मोहब्बत का अंजाम याद आता है!

सजा मिली है उनसें दूर रहने की
ये बात नही है किसी और से कहने की,
हम तो रह लेंगे उनके बिना भी,पर
इन आशुओ को आदत है,उनकी याद में बहने की!

साथ छोड़ के कभी हमसे जुदा मत होना
वफ़ा चाहिए तुमसे,बेवफा मत होना,
रूठे चाहे सारी दुनियाँ हमसे,पर
दोस्त तुम कभी खफ़ा मत होना!

रोयेंगी ये आँखे मुस्कराने के बाद
आएगी रात दिन ढल जाने के बाद,
कभी रूठना ना मुझसे मेरे दोस्त
शायद ये जिन्दगी ना रहे तेरे रूठ जाने के बाद!

रह-रह के उनकी याद सताए तो क्या करे
उनकी याद दिल से ना जाए तो क्या करे,
सोचा था ख्वाबों में मुलाकात होगी,लेकिन
जब नींद ही ना आए तो क्या करे!

मत देख की कोई गुनहगार कितना है
ये देख तेरे साथ वफादार कितना है,
मत सोच की उसे कुछ लोंगो से नफरत है
ये सोच की उसे तुझसे प्यार कितना है!

एक लम्हें में तुम ने जिन्दगी सवार दी
एक लम्हें में तुमने जिन्दगी उजार दी,
कसूर तुम्हारा नही मेरा था
जो इन दो लम्हों में हमने जिन्दगी गुजार दी!

Hamsafar+
08-12-2010, 06:23 PM
आपके हाथ में मोबाइल है
चेहरे पर कुत्ते जैसी स्माईल है
sms की अच्छी खासी फाइल है
फिर भी sms नही करते
ये कौनसा स्टाइल है

एक लड़का था दीवाना सा
मोबाइल लेके घूमता था
नज़रे झुका के, शरमाके
मोबाइल में कुछ करता था
जब भी मिलता था मुझसे
मुझसे पुछा करता था
चालू कैसे होता है, ये चालू कैसे होता है

दिल दो एक को… किसी नेक को…
जो समझे दिल के मेक को…
और…. जब टक सच्चा दिलदार न मिलें …
ट्राई करते रहो हेर एक को!!!!!!!!!

ABHAY
08-12-2010, 08:58 PM
हर वक़्त तेरे आने की आस रहती है!
हर पल तुझसे मिलने की प्यास रहती है!
सब कुछ है यहाँ बस तू नही!
इसलिए शायद ये जिंदगी उदास रहती है!

ABHAY
08-12-2010, 08:59 PM
कोई वादा नहीं फिर भी तेरा इंतज़ार है!
जुदाई के बाद भी तुम से प्यार है!
तेरे चेहरे की उदासी बता रही है!
मुझसे मिलने के लिये तू भी बेकरार है!

ABHAY
08-12-2010, 09:00 PM
मोहब्बत मुझे थी उसी से सनम!
यादों में उसकी यह दिल तड़पता रहा!
मौत भी मेरी चाहत को रोक न सकी!
कब्र में भी यह दिल धड़कता रहा!

ABHAY
08-12-2010, 09:02 PM
सोचा याद न करके थोड़ा तड़पाऊं उनको!
किसी और का नाम लेकर जलाऊं उनको!
पर चोट लगेगी उनको तो दर्द मुझको ही होगा!
अब ये बताओ किस तरह सताऊं उनको!

ABHAY
08-12-2010, 09:03 PM
जीना चाहते हैं मगर ज़िन्दगी रास नहीं आती!
मरना चाहते हैं मगर मौत पास नहीं आती!
बहुत उदास हैं हम इस ज़िन्दगी से!
उनकी यादें भी तो तड़पाने से बाज़ नहीं आती!

ABHAY
08-12-2010, 09:04 PM
एक दिन हमारे आंसूं हमसे पूछ बैठे!
हमे रोज़ - रोज़ क्यों बुलाते हो!
हमने कहा हम याद तो उन्हें करते हैं तुम क्यों चले आते हो!

ABHAY
08-12-2010, 09:04 PM
जब तक तुम्हें न देखूं!
दिल को करार नहीं आता!
अगर किसी गैर के साथ देखूं!
तो फिर सहा नहीं जाता!

ABHAY
08-12-2010, 09:05 PM
जब कोई ख्याल दिल से टकराता है!
दिल न चाह कर भी, खामोश रह जाता है!
कोई सब कुछ कहकर, प्यार जताता है!
कोई कुछ न कहकर भी, सब बोल जाता है!

ABHAY
08-12-2010, 09:05 PM
तुम क्या जानो शराब कैसे पिलाई जाती है!
खोलने से पहले बोतल हिलाई जाती है!
फिर आवाज़ लगायी जाती है आ जाओ दर्दे दिलवालों!
यहाँ दर्द-ऐ-दिल की दावा पिलाई जाती है!

ABHAY
08-12-2010, 09:06 PM
इश्क मुहब्बत तो सब करते हैं!
गम - ऐ - जुदाई से सब डरते हैं
हम तो न इश्क करते हैं न मुहब्बत!
हम तो बस आपकी एक मुस्कुराहट पाने के लिए तरसते हैं!

ABHAY
08-12-2010, 09:06 PM
जीने के लिए
जब भी प्रयास करूँगा
मैं तुम्हारी
यादों को याद करूँगा
आँखो ने सपने देखे थे
तुम्हें पाकर
होठ मुस्काए थे
तुम्हें अपनाकर
अवसर दे
जब भी वक्त मुझे यह-
बार-बार यही अपराध करूँगा
जीने के लिए
जब भी...

ABHAY
08-12-2010, 09:07 PM
जब-जब तेरे वायदे
याद दिलाते तेरी काया
फैल जाती हो तुम
खुशबू बनकर
यहाँ नहीं,
वहाँ नहीं,
कहाँ नहीं जाती हो तुम
मेरे संग आँसू बनकर
फिर भी
मिले यही अवसर-
खुदा से यही फरियाद करूँगा,
जीने के लिए
जब भी...

ABHAY
08-12-2010, 09:07 PM
रोना-हँसना, लड़ना-झगड़ना
बन कर आज
बरगद की छाँव
देती है मुझे
एक सुखद ठाँव।
सुख का यह क्षण
लिए आ जाती हो
जब तुम दबे पाँव
बहुत पास लगता है
तुम्हारी यादों का गाँव।
ऐसे ही
आती रहो तुम
मेरे मन मस्तिष्क में
अविरल-अविराम।
कसम तुम्हारी
मरते दम तक
मैं तुम्हारा इंतजार करूँगा,
जीने के लिए
जब भी...

ABHAY
08-12-2010, 09:08 PM
वैशाख के दोपहर में
इस तरह कभी छाँह नहीं आती
प्यासी धरती की प्यास बुझाने
न ही आते हैं इस तरह शीतल फुहारों के साथ मेघ
इस तरह शमशान में शांति भी नहीं आती
मौत का नंगा तांडव करते
इस तरह अचानक शरद में शीतलहरी भी नहीं आती
कलेजा चाक कर दे इंसान का हमेशा के लिए
ऐसा ज़लज़ला भी नहीं आता इस तरह चुपचाप
जिस तरह आती है तुम्हारी याद
उस तरह कुछ भी नहीं आता।

ABHAY
08-12-2010, 09:08 PM
जी भर के निहारा
सराहा खूब
मेरी सीरत को
छुआ, सहलाया और पुचकारा
मेरे सपनों को
जब मैं डूब गया
तुम्हारे दिखाये सपनों के सागर में
मदहोशी की हद तक
तब अचानक!
तुम्हारा दावा है
तुमने नहीं दिखाये सपने
क्या तुम बोल सकती हो
कोई इससे बड़ा झूठ?

ABHAY
08-12-2010, 09:09 PM
अगर रख सको तो एक निशानी हूँ मैं,
खो दो तो सिर्फ एक कहानी हूँ मैं ,
रोक पाए न जिसको ये सारी दुनिया,
वोह एक बूँद आँख का पानी हूँ मैं.....
सबको प्यार देने की आदत है हमें,
अपनी अलग पहचान बनाने की आदत है हमे,
कितना भी गहरा जख्म दे कोई,
उतना ही ज्यादा मुस्कराने की आदत है हमें...
इस अजनबी दुनिया में अकेला ख्वाब हूँ मैं,
सवालो से खफा छोटा सा जवाब हूँ मैं,
जो समझ न सके मुझे, उनके लिए "कौन"
जो समझ गए उनके लिए खुली किताब हूँ मैं,
आँख से देखोगे तो खुश पाओगे,
दिल से पूछोगे तो दर्द का सैलाब हूँ मैं,,,,,
"अगर रख सको तो निशानी, खो दो तो सिर्फ एक कहानी हूँ मैं

ABHAY
08-12-2010, 09:10 PM
कोशिश करो की कोई हम से न रूठे!
जिन्दगी में अपनों का साथ न छूटे!
रिश्ते कोई भी हो उसे ऐसे निभाओ!
कि उस रिश्ते की डोर ज़िन्दगी भर न छूटे!

ABHAY
08-12-2010, 09:11 PM
तन्हाई सी थी दुनिया की भीड़ में!
सोचा कोई अपना नहीं तकदीर में!
एक दिन जब दोस्ती की आप से तो यूँ लगा!
कुछ ख़ास था मेरे हाथ की लकीर में!

ABHAY
08-12-2010, 09:12 PM
दिल से तेरी याद को जुदा तो नहीं किया!
रखा जो तुझे याद कुछ बुरा तो नहीं किया!
हम से लोग हैं नाराज़ किस लिये!
हमने कभी किसी को खफा तो नहीं किया!

ABHAY
08-12-2010, 09:57 PM
कोई दीवार से लग के बैठा रहा
और भरता रहा सिसकियां रात भर
आज की रात भी चाँद आया नही
राह तकती रही खिड़कियां रात भर

गम जलाता किसे कोई बस्ती ना थी
मेरे चारो तरफ़ मेरे दिल के सिवा
मेरे ही दिल पे आ आ के गिरती रही
मेरे एहसास की बिजलियां रात भर

दायरे शोख रंगो के बनते रहे
याद आती रही वो कलाई हमें
दिल के सुनसान आंगन मे बजती रही
रेशमी शरबती चूड़ियां रात भर

कोई दीवार से लग के बैठा रहा
और भरता रहा सिसकियां रात भर
आज की रात भी चाँद आया नही
राह तकती रही खिड़कियां रात भर
-अनाम शायर

ABHAY
08-12-2010, 09:59 PM
आप से गिला आप की क़सम
सोचते रहें कर न सके हम

उस की क्या ख़ता लदवा है गम़
क्यूं गिला करें चारागर से हम

ये नवाज़िशें और ये करम
फ़र्त-व-शौक़ से मर न जाएं हम

खेंचते रहे उम्र भर मुझे
एक तरफ़ ख़ुदा एक तरफ़ सनम

ये अगर नहीं यार की गली
चलते चलते क्यूं स्र्क गए क़दम
सबा सिकरी

ABHAY
08-12-2010, 10:00 PM
आज फिर उन का सामना होगा
क्या पता उस के बाद क्या होगा

आस्मां रो रहा है दो दिन से
आप ने कुछ कहा सुना होगा

दो क़दम पर सही तेरा कूचा
ये भी सदियों का फ़ासला होगा

घर जलता है रौशनी के लिए
कोई मुझसा भी दिल जला होगा
-सबा सिकरी

ABHAY
08-12-2010, 10:03 PM
ये हक़ीक़त है कि होता है असर बातों में
तुम भी खुल जाओगे दो-चार मुलक़ातों में

तुम से सदियों की वफ़ाआें का कोई नाता न था
तुम से मिलने की लकीरें थीं मेरे हाथों में

तेरे वादों ने हमें घर से निकलने न दिया
लोग मौसम का मज़ा ले गए बरसातों में

अब न सूरज न सितारे न शमां न चांद
अपने ज़ख्म़ों का उजाला है घनी रातों में
सईद राही

ABHAY
08-12-2010, 10:06 PM
ये हक़ीक़त है कि होता है असर बातों में
तुम भी खुल जाओगे दो-चार मुलक़ातों में

तुम से सदियों की वफ़ाआें का कोई नाता न था
तुम से मिलने की लकीरें थीं मेरे हाथों में

तेरे वादों ने हमें घर से निकलने न दिया
लोग मौसम का मज़ा ले गए बरसातों में

अब न सूरज न सितारे न शमां न चांद
अपने ज़ख्म़ों का उजाला है घनी रातों में
सईद राही

ABHAY
08-12-2010, 10:09 PM
किसा लग रहा है भाई कुछ तो बोलो

Sikandar_Khan
09-12-2010, 05:10 PM
हालातो से हालात बदलते है

जज्बातों से जज्बात बदलते है
सुना है बद्लेगे वो भी कभी
उम्मीदों पे
आसमान बदलते है

Sikandar_Khan
11-12-2010, 10:11 AM
दिल की हालत यूँ बयान हुई कुछ इधर गिरा कुछ उधर गिरा राह-ए-उल्फत का ये नजराना है जालिम न वो तुझे मिला न वो मुझे मिला चाँद खिला पर रौशनी न आई रात बीती पर दिन न चढ़ा अर्श से फर्श तक के सफर मे कमबख्त रौशनी तबाह हो गयी दिल की हालत यू बयान हुई

SHASHI
11-12-2010, 11:08 AM
वाह! वाह!! क्या शेर है, सिकंदर भाई, दिल की गहराइयों तक पहुच बनाली इस शेर ने. इरशाद और भी सुनाओ. :cheers:

Kumar Anil
11-12-2010, 03:22 PM
दिल की हालत यूँ बयान हुई कुछ इधर गिरा कुछ उधर गिरा राह-ए-उल्फत का ये नजराना है जालिम न वो तुझे मिला न वो मुझे मिला चाँद खिला पर रौशनी न आई रात बीती पर दिन न चढ़ा अर्श से फर्श तक के सफर मे कमबख्त रौशनी तबाह हो गयी दिल की हालत यू बयान हुई

सिकन्दर भाई , बहुत अच्छा ।
कभी किसी को मुकम्मल जहाँ नहीँ मिलता ।
कहीँ जमीँ तो कहीँ आसमां नहीँ मिलता ।

Bond007
01-01-2011, 09:17 PM
हम पीना चाहते हैं उनकी निगाहों से,

जीने चाहते हैं उनकी पनाहों में,

हम चलना चाहते हैं उनकी राहों में,

मरना चाहते हैं उनकी बाहों में|

Bond007
01-01-2011, 09:19 PM
जब से उस लड़की पर दिल आया है,

मुझे हर शख्श लगता पराया है;

मुझ पर उस लड़की का खुमार छाया है,

जिस लड़की ने मेरा दिल चुराया है|

Bond007
01-01-2011, 09:22 PM
जैसे आँखों को मोहब्बत है ख्वाबों से,

ख्वाबों को मोहब्बत है रातों से;

जैसे दिल को मोहब्बत है दिलबर से,

मुझ को मोहब्बत है आपसे|

Bond007
01-01-2011, 09:24 PM
तमन्ना से नहीं तन्हाई से डरते हैं,

प्यार से नहीं रुसवाई से डरते हैं;

मिलने की बहुत चाहत है आपसे,

पर मिलने के बाद जुदाई से डरते हैं|

Bond007
01-01-2011, 09:27 PM
जिन्दगी को गले लगाने को दिल चाहता है,

मौत से हाथ मिलाने को दिल चाहता है;

जब आती है याद तुम्हारी तो,

पास आने को दिल चाहता है|

Bond007
01-01-2011, 09:31 PM
तेरी दूरी का एहसास सताने लगा,

तेरे साथ गुजारा हर लम्हा याद आने लगा;

जब भी तुझे भूलने की कोशिश की,

तू दिल के और करीब आने लगा|

Bond007
01-01-2011, 09:32 PM
चाँद, आसमां और सितारे,

कुछ भी नहीं सामने तुम्हारे;

तुम जब भी रखती हो कदम जमीं पर,

आके चूमते हैं कदम तुम्हारे|

Bond007
01-01-2011, 09:35 PM
प्यार करने वाले चाहत की तारीफ करते हैं,

ताकि वो उनसे जुदा न हो जाये;

हम इसलिए खामोश रहते है के,

कोई और उनपर फ़िदा न हो जाये|

Bond007
01-01-2011, 09:37 PM
प्यार इतना मत करना की दिल रह न सके,

दूर इतना मत जाना की हम सह न सके;

आपसे करते हैं हम इतना प्यार,

जितना आप कभी हमसे कर न सके|

Bond007
01-01-2011, 09:40 PM
आजकल जो भी सोचता हूँ,

आपके बारे में अच्छा ही सोचता हूँ;

चाहता हूँ की हमेशा ऐसा ही रहूँ,

इसलिए आपका साथ चाहता हूँ|

Bond007
01-01-2011, 09:43 PM
जब कभी मेरी तरफ देखकर,

कोई भी एक फूल हंसता है;

सच कहता हूँ खुदा कसम ए सनम,

बस तुम्हारा ही चेहरा दिखता है|

Bond007
01-01-2011, 09:45 PM
ए चाँद तू चमक या न चमक,

तेरे चमकने का कोई गम नहीं;

क्योंकि जो मेरी शायरी पढ़ रहा है,

वो किसी चमकते चाँद से कम नहीं|

Bond007
01-01-2011, 09:48 PM
तेरी याद को सीने से लगाकर रोये,

ख्वाबों में तुम्हे बुलाकर रोये;

हजारों बार पुकारा तुझे तनहाइयों में,

और हर बार तुम्हे पास न पाकर रोये|

:cry:

Bond007
01-01-2011, 09:56 PM
यार मै इतनी देर से फेंके जा रहा हूँ और कोई भी सुनने का नाम नहीं ले रहा| कोई तो बताओ कैसी लगी..........................|

Bond007
01-01-2011, 10:49 PM
जिंदगी का राज़, राज़ रहने दो,

जो भी हो ऐतराज़, ऐतराज़ रहने दो;

जब भी दिल, दिल से मिलना चाहे साथी,

तब ये मत कहना कि आज रहने दो|

Bond007
01-01-2011, 10:52 PM
हर जज़्बात को जुबा नहीं मिलती,

हर आरजू को दुआ नहीं मिलती;

मुस्कान बनाये रखो तो दुनिया है साथ,

आंसुओ को तो आँखों में भी पनाह नहीं मिलती|

Bond007
01-01-2011, 10:55 PM
किसी के सपने किसी के अरमान बन जाये,

किसी की हंसी किसी की मुस्कान बन जाये;

बेपनाह प्यार कहते हैं इसी को,

जब किसी की सांस किसी की जान बन जाये|

Bond007
01-01-2011, 10:57 PM
तेरी याद में न गुजरती हो,

जिन्दगी में ऐसी तो कोई दौड़ नहीं;

जिनकी ख्वाहिश पर सजदा किया,

वो तो सनम आप हैं कोई और नहीं|

Bond007
01-01-2011, 11:01 PM
मेरे हाल पर उनका मुस्काना गजब था,

बिना बात मुझे सताना गजब था;

मिलने की बात पर बहाना बना गए,

बिना वादे के उनका आना गजब था|

Bond007
01-01-2011, 11:04 PM
दूर हूँ तुमसे पर दिल से दूरी नहीं,

प्यार है तुमसे ये मेरी मजबूरी नहीं;

तुम याद बहुत आते हो हर मोड़ पर,

पर हमें तुम याद करो ये जरूरी तो नहीं|

Bond007
01-01-2011, 11:12 PM
दिल की बात मुझे बताकर तो देखो,

जज़्बात को होठों पर लाकर तो देखो;

एक पल में मेरा दिल हो जाएगा तुम्हारा,

एक बार अपना प्यार जता कर देखो|

Bond007
01-01-2011, 11:16 PM
हमेशा ये तेरा मेरा साथ रहे,

मेरे हाथों में बस तेरा हाथ रहे;

चलते रहे यूँ ही हमसफ़र बनकर,

मेरे दिल में हमेशा प्यार के जज़्बात रहे|

Bond007
01-01-2011, 11:18 PM
तड़प कर देखो किसी की चाहत पर,

पता चलेगा इन्तिज़ार क्या होता है?

यूँ ही मिल जाता है बिना तड़पे कोई तो,

किसे पता चले की प्यार क्या होता है|

Bond007
01-01-2011, 11:23 PM
मुश्किल इस दुनिया में कुछ नहीं,

फिर भी लोग अपने इरादे तोड़ देते हैं;

गर सच्चे दिल से रिश्ता हो तो,

सितारे भी जगह छोड़ देते हैं|

Bond007
01-01-2011, 11:36 PM
उस अजनबी का यूँ इंतिजार न करते,

इस आशिक दिल का ऐतबार न करते;

रोज़ निकलेंगे उसकी याद में आंसू,

ये मालूम होता तो इतना प्यार न करते|

Bond007
01-01-2011, 11:37 PM
दिल तेरी याद में आहे भरता है,

मिलने को तुम्हे पल-पल तड़पता है;

मेरा ये सपना टूट न जाये कहीं,

बस इसी बात से दिल डरता है|

Bond007
02-01-2011, 01:10 PM
गए हो दूर कुछ पल के लिए,

दूर होकर भी करीब हो हर पल के लिए;

कैसे याद न आये आपकी एक पल के लिए,

जब दिल में हो हर पल के लिए|

Bond007
02-01-2011, 01:13 PM
दिल तू धडकना बंद कर,

जब-जब धडकता है उनकी याद आती है;

वो तो खुश होगी अपनी दुनिया में,

जान तो पल-पल हमारी जाती है|

Bond007
02-01-2011, 01:17 PM
आँखों में ये ख्वाब किसका है,

दिल में ये तूफां किसका है;

वो कहते थे मेरे दिल के रश्ते से कोई नहीं गुजरा,

फिर ये पैरों का निशां किसका है|

Bond007
02-01-2011, 01:19 PM
दिल पर किसी का जोर नहीं होता,

दिल की आवाज़ से शोर नहीं होता;

इसके खोने का ग़म कहें भी तो कैसे,

दिल चुराने वाला कोई चोर नहीं होता|

Bond007
02-01-2011, 01:27 PM
दिल रोया मगर होठ मुस्कुरा बैठे,

यूं ही हम किसी से वफ़ा निभा बैठे;

वो हमें एक लम्हा न दे पाए,

और हम उनके लिए जिन्दगी लुटा बैठे|

Bond007
02-01-2011, 01:32 PM
इस प्यार का अंदाज़ कुछ ऐसा है,

क्या बताये राज़ कैसा है;

कौन कहता है कि आप चाँद जैसे हो,

सच तो ये है कि खुद चाँद आप जैसा है|

ABHAY
02-01-2011, 05:15 PM
बहुत ही अच्छे जा रहे है भाई मेरी तरफ से +

aditi
02-01-2011, 05:29 PM
दिल रोया मगर होठ मुस्कुरा बैठे,

यूं ही हम किसी से वफ़ा निभा बैठे;

वो हमें एक लम्हा न दे पाए,

और हम उनके लिए जिन्दगी लुटा बैठे|


बहुत अच्छे. :bravo:

man1234
02-01-2011, 05:47 PM
"हमने उन्हें सबसे जियादा प्यार किया
अपना सब कुछ उन पर वार दिया
लेकिन जब आयी साथ निभाने की बारी
तो सबसे पहले उन्होंने ही हमे धिक्कार दिया".....

Bond007
06-01-2011, 05:37 PM
जितना प्यार पाया है आपसे,
उस-से ज्यादा पाने को जी चाहता है;
न जाने कोन-सी खूबी है आपमें,
की आपसे दिल लगाने को जी चाहता है|

Bond007
06-01-2011, 05:40 PM
गैरों को न चुनो, अपने दिल की सुनो,
हजारों गैरों में से अपने को चुनो;
वही अपने जो तुम्हे सराहे- सवारें,
वही जिसे हो तुम जान से प्यारे|

Bond007
06-01-2011, 05:42 PM
जब तक तेरे चाँद-से चेहरे को न देखूं,

इस दिल को करार नहीं आता;

अगर किसी गैर के साथ तुझे देखू,

तो इस दिल से सहा नहीं जाता|

Bond007
06-01-2011, 05:45 PM
नज़र अंदाज कैसे करें आपको,

नज़रों में बिठाइए हुए हैं आपको;

याद आने पर रोयें मगर कैसे,

झुकी जो पलकें तो चुभेंगी आपको|

Bond007
06-01-2011, 05:56 PM
जब दिल चाहे हमसे बात कर लेना,

जब दिल चाहे हमसे मुलाक़ात कर लेना;

रहते हैं आपके दिल में हम,

वक़्त मिले तो हमें तलाश कर लेना |

Bond007
06-01-2011, 06:01 PM
दिल कि बात मुझे बताकर तो देखो,

जज़्बात को होठों पर लाकर तो देखो;

एक पल में मेरा दिल हो जाएगा तुम्हारा,

एक बार अपना प्यार जाता कर तो देखो|

Bond007
06-01-2011, 06:06 PM
मुझे थी जिसकी तलाश वो तुम हो,

दिल में थी जिसकी प्यास वो तुम हो;

लोग तो कई मिले जिंदगी कि राह में,

पर मन को थी जिसकी आस वो तुम हो|

Bond007
06-01-2011, 06:11 PM
हमेश ये तेरा-मेरा साथ रहे,

मेरे हाथों में बस तेरा हाथ रहे;

चलते रहें यूँ ही हमसफ़र बनकर,

मेरे दिल में हमेशा प्यार के जज़्बात रहें|

Bond007
06-01-2011, 06:14 PM
खुदा तुम्हे कभी तन्हाई ना दे,

प्यार में कभी जुदाई ना दे;

मेरी नज़रों में रहे सदा सूरत तुम्हारी,

ये और बात है कि हम तुम्हे दिखाई ना दे|

Bond007
06-01-2011, 06:16 PM
अपने दिल कि महफ़िल को सजाया कीजिये,

प्यार भरे गीत गुनगुनाया कीजिये;

जिंदगी बम जाएगी खूबसूरत,

ज़रा हमारे लिए भी कभी आया कीजिये|

Bond007
06-01-2011, 06:23 PM
प्यार तुम्हारा मिला तो संवर जायेंगे,

नहीं तो दुनिया में यूँ ही बिखर जायेंगे;

तुम रहते हो दिल में जान बनकर,

छोड़कर जाओगे तो हम मर जायेंगे|

Bond007
06-01-2011, 06:25 PM
रूठना मत हमें मनना नहीं आता,

दूर मत जाना हमें बुलाना नहीं आता;

तुम भूल जाओ ये तुम्हारी मर्जी,

हमें भूल जाना नहीं आता|

Bond007
06-01-2011, 06:50 PM
सदा तेरी सलामती कि दुआ की है,

तेरी आरज़ू में अपनी हस्ती फना की है;

तुम ही दामन बचाते चले गए,

हमने तो मरते दम तक वफ़ा की है|

Bond007
07-01-2011, 05:38 PM
खफा होने से पहले खता बता देना,

रोने से पहले हँसना सिखा देना;

गर जाना हो कभी हमसे दूर,

तो पहले मुझे जुदाई में जीना सिखा देना|

Bond007
07-01-2011, 05:40 PM
बिखरी हुई लटें सुलझा कर देखो,

एक बार नज़रें मिला कर तो देखो;

फूल ही फूल बिछा दूंगा राह में,

एक बार हमें हमराह बना कर तो देखो|

Bond007
07-01-2011, 06:36 PM
आसान है खुद को भुलाना पर,

तुझे भुलाने कि खता कर नहीं सकता;

बसे हो मेरे दिल में धड़कन कि तरह,

प्यार तुम्हारा दिल से मिटा नहीं सकता|

Bond007
07-01-2011, 06:38 PM
हम अपने दिल कि बात उन्हें बताएं कैसे,

हम उन्हें अपने दिल में बसाये कैसे;

यारों कोई तो आइडिया दो,

कि हम उन्हें पटायें कैसे|

Bond007
07-01-2011, 06:41 PM
आप हमें भुला दो गम नहीं,

आप हमें रुला दो तो भी हमारी आँखें नम नहीं;

पर जब हम तुम्हे याद न करें,

तो समझना दुनिया में हम नहीं|

Bond007
07-01-2011, 06:44 PM
हम रूठे तो तुम मनाने आ जाना,

हम बिछुड़े तो तुम मिलने आ जाना;

हम रोये तो तुम हंसाने आ जाना,

पर हमको कभी तुम भूल न जाना|

Kumar Anil
07-01-2011, 07:23 PM
आहट दिल पे बेवजह नहीँ होती ,
हर जुदाई दिल की सजा नहीँ होती ,
ये दस्तूर पुराना है जमाने का ,
दिल उसी का टूटता है
जिसकी कोई खता नहीँ होती ।:think:

jai_bhardwaj
07-01-2011, 10:22 PM
हम आ गए ज़नाब ! अब मुस्कुराइये
चेहरे पे पड़ा नक़ाब बेशक उठाइये
अब इंतज़ार की घड़ियाँ हुई खतम
शरमाना छोड़ 'जय' मेरी बाहोँ मेँ आइये

abhisays
07-01-2011, 10:26 PM
हम आ गए ज़नाब ! अब मुस्कुराइये
चेहरे पे पड़ा नक़ाब बेशक उठाइये
अब इंतज़ार की घड़ियाँ हुई खतम
शरमाना छोड़ 'जय' मेरी बाहोँ मेँ आइये

आपके इंतज़ार मैं पलकें बिच्छाए बैठे हैं.
ना जाने कब आओगे आप, पर आओगे ये उम्मीद लगाए बैठे हैं,
जब भी तुम आओगे दिल पर दस्तक ज़रूर होगी हमारे
बस इसी के इंतज़ार मे धड़कने थामे बैठे हैं.

YUVRAJ
08-01-2011, 07:18 PM
एक टहनी, एक दिन पतवार बनती हैं,
एक चिन्गारी, दहक कर अंगार बनती हैं,
दोस्तों, पांव में रौंदी गई बेबस समझ कर
एक दिन वही मिट्टी, मीनार बनती हैं,

Kumar Anil
08-01-2011, 08:44 PM
एक टहनी, एक दिन पतवार बनती हैं,
एक चिन्गारी, दहक कर अंगार बनती हैं,
दोस्तों, पांव में रौंदी गई बेबस समझ कर
एक दिन वही मिट्टी, मीनार बनती हैं,

पाँव से रौँदी गयी बेबस समझ कर
एक दिन वही मिट्टी , मीनार बनती है ।
इस पंक्ति की जितनी तारीफ की जाये कम है ।

Bond007
09-01-2011, 06:04 PM
एक टहनी, एक दिन पतवार बनती हैं,
एक चिन्गारी, दहक कर अंगार बनती हैं,
दोस्तों, पांव में रौंदी गई बेबस समझ कर
एक दिन वही मिट्टी, मीनार बनती हैं,

वाह..............!

अति सुन्दर!
:)

YUVRAJ
10-01-2011, 01:28 PM
आप के दिल को सजायेंगे अपने अरमान देकर,
आप के लबों को हसांऐगे अपनी "मुस्कान" देकर,
"दोस्ती" की कसम तुझे कफ़न से भी उठा लाऐंगे,
आप के जिश्म में अपनी जान देकर..............!!

Bond007
11-01-2011, 01:36 PM
तेरी जुदाई भी हमें प्यार करती है,

तेरी याद बहुत बेकरार करती है;

वो लम्हे जो तेरे साथ गुजारे थे,

तलाश उनको नज़र बार-बार करती है|

Bond007
11-01-2011, 01:39 PM
चाँद से सुन्दर चांदनी, चांदनी से सुन्दर रात,

रात से सुन्दर जिंदगी, जिंदगी से सुन्दर आप;

और आप से सुन्दर आप का दिल|

Bond007
11-01-2011, 01:42 PM
चाहो तो दिल से हमको मिटा देना,

चाहो तो हमको भुला देना;

पर वादा करो जब भी हम याद आए,

रोना मत, सिर्फ मुस्कुरा देना|

Bond007
11-01-2011, 01:44 PM
दूरियों की परवाह न कीजिये,

दिल जब भी चाहे हमें बुला लिया कीजिये;

हम ज्यादा दूर नहीं आपसे,

आप अपनी आँखों की पलकों को मिला लिया कीजिये|

Bond007
11-01-2011, 01:46 PM
होती नहीं मुहब्बत सूरत से,

मुहब्बत तो दिल से होती है;

सूरत उनकी खुद ही प्यारी लगने लगती है,

क़द्र जिनकी दिल में होती है|

Bond007
11-01-2011, 01:48 PM
कोई शाम आती है तुम्हारी याद लेकर,

कोई शाम जाती है तुम्हारी याद देकर;

मुझे तो उस शाम का इन्तिज़ार है,

जो आये तुम्हे साथ लेकर|

Bond007
11-01-2011, 02:03 PM
दिल से दिल को चुराया आपने,

दूर होते हुए अपना बनाया आपने;

कभी भूल नहीं पाएंगे आपको सनम,

क्योंकि प्यार करना सिखाया है आपने|

Bond007
11-01-2011, 02:03 PM
प्यार के फूल हमेशा खिलते हैं,

रोमांस के बादल हर मौसम में बरसते हैं;

हम मिले या न मिले,

पर याद हम आपको हर पल करते हैं|

Bond007
11-01-2011, 02:04 PM
बड़ा अरमान था तेरा प्यार पाने का,

शिकवा है सिर्फ तेरे खामोश रह जाने का;

दीवानगी इससे बढ़कर और क्या होगी,

आज भी इन्तिज़ार है तेरे आने का|

Bond007
11-01-2011, 02:04 PM
तुम कितना दूर हो जाओ,

मेरी मोहब्बत के सिलसिले कम न होंगे;

जब भी लगे तन्हा हो, पलटकर देखना,

तुम्हारे साये की जगह हम होंगे|

Bond007
11-01-2011, 02:06 PM
हम जिन्हें चाहते हैं,

सारा ज़माना उनका चाहने वाला निकला;

सोचा की खुदा से शिकायत करूँ लेकिन,

खुदा भी उसका दीवाना निकला|

Bond007
11-01-2011, 02:07 PM
मन में छुपे राज़ बताऊँ कैसे ,

तुम्हे अपने करीब लाऊं कैसे;

दिल के अरमान दिल में न रह जाएँ कहीं,

चाहत तुझ पर अपनी जताऊं कैसे|

Sikandar_Khan
11-01-2011, 02:28 PM
मन में छुपे राज़ बताऊँ कैसे ,

तुम्हे अपने करीब लाऊं कैसे;

दिल के अरमान दिल में न रह जाएँ कहीं,

चाहत तुझ पर अपनी जताऊं कैसे|


बन्धू
वाह वाह वाह..........
आपने तो कमाल कर दिया

Bond007
11-01-2011, 04:28 PM
बन्धू
वाह वाह वाह..........
आपने तो कमाल कर दिया

अरे मियाँ रस-रंग वाले जनाब तो आप हैं|

हमने तो बस ऐसे ही.......................ही...ही...ही...ही... | आप गायब थे तो थोड़ी देर के लिए मोर्चा संभाल लिया था|:donkey:

Sikandar_Khan
11-01-2011, 05:30 PM
अरे मियाँ रस-रंग वाले जनाब तो आप हैं|

हमने तो बस ऐसे ही.......................ही...ही...ही...ही... | आप गायब थे तो थोड़ी देर के लिए मोर्चा संभाल लिया था|:donkey:


ऐसा ना कहे बंधु आप सभी फोरम के सिपाही हैँ
जो फोरम के हित मे सोचते हैँ

Bond007
12-01-2011, 09:35 PM
हंसी ने लवों पर थिरकना छोड़ दिया,
ख्वाबों ने सपनों में आना छोड़ दिया;
नहीं आती हिचकियां भी अब,
शायद आपने भी याद करना छोड़ दिया|

Bond007
12-01-2011, 09:38 PM
वो जिंदगी क्या जिसमें मोहब्बत नहीं,

वो मोहब्बत क्या जिसमें यादें नहीं;

वो यादें क्या जिसमें तुम नहीं,

और वो तुम क्या जिसके साथ हम नहीं|

Bond007
12-01-2011, 09:40 PM
ऐ खुदा! हमारी तरह उनको तन्हाई न दे,

हम तन्हा जी लेंगे मगर उनको जुदाई न दे;

हमारी निगाहों में रहे उनकी सूरत,

भले उनको दिखाई न दे|

khalid
12-01-2011, 09:41 PM
हंसी ने लवों पर थिरकना छोड़ दिया,
ख्वाबों ने सपनों में आना छोड़ दिया;
नहीं आती हिचकियां भी अब,
शायद आपने भी याद करना छोड़ दिया|

ऐसा ना कहो मेरे भाई मैँ तो हमेशा याद करता हुँ
कसम लेलो

Bond007
12-01-2011, 09:42 PM
तुम बहुत खूबसूरत हो,

तुमसे भी खूबसूरत है अंदाज़ तुम्हारा;

लोग कहते हैं, चांद का टुकड़ा हो तुम,

हम कहते हैं, चांद टुकड़ा है तुम्हारा|

Bond007
12-01-2011, 09:45 PM
हर बार दिल से ये पैगाम आये,

जुबां खोलूं तो तेरा ही नाम आये;

तुम ही क्यों भाये दिल को क्या मालूम,

जबकि नज़र के सामने हसीं तमाम आये|

Bond007
12-01-2011, 09:48 PM
ऐसा ना कहो मेरे भाई मैँ तो हमेशा याद करता हुँ
कसम लेलो

हा...हा...हा...हा...:):iagree:

थैंक यू भाई| मुझे विश्वास है; कसम की ज़रुरत नहीं|:party:

Bond007
12-01-2011, 09:53 PM
फूल खिलते रहे आपकी राह में,

हंसी चमकती रहे आपकी निगाह में;

कदम-कदम पर मिले ख़ुशी की बहार आपको,

दिल देता है यही दुआ बार-बार आपको|

Bond007
12-01-2011, 09:56 PM
लोग कहते हैं,

तुम क्यूं अपने प्यार का इज़हार नहीं करते;

हमने कहा जो लफ़्ज़ों में बयां हो जाये,

सिर्फ उतना हम किसी से प्यार नहीं करते|

Bond007
12-01-2011, 09:58 PM
फूल आपके लिए, कांटे हमारे लिए,

सड़क आपके लिए, गड्ढे हमारे लिए;

शहद आपके लिए, करेला हमारे लिए,

हम आपके लिए, आप हमारे लिए|

Bond007
12-01-2011, 10:02 PM
ये मौसम भी कितना प्यारा है,

करती ये हवाएं कुछ इशारा हैं;

ज़रा समझो इनके ज़ज्बातों को,

किसी चाहने वाले ने दिल से तुम्हे पुकारा है|

Bond007
12-01-2011, 10:05 PM
जब दो दिलों की मुलाक़ात होती है,

तो प्यार की शुरुआत है;

लेकिन जब दो प्रेमियों की शादी होती है,

तो सच्चे प्यार की पहचान होती है|

Bond007
12-01-2011, 10:14 PM
प्यार न करना कभी आया मुझे,

किसी को मनाना न कभी आया मुझे;

किसी से तडपना तो सीख लिया,

पर किसी को कभी तडपाना न आया मुझे|

Bond007
12-01-2011, 10:20 PM
दिल के जख्मों को छुपाना पड़ा,

भीगी थी पलकें पर मुस्कुराना पड़ा;

कैसे उल्टे हैं मुहब्बत के रिवाज़,

रूठना चाहते थे पर मनाना पड़ा|

Bond007
13-01-2011, 09:24 PM
फूल से पहले खुशबू को तो देखो,

करने से पहले काम को तो देखो;

किसी के रूप में दीवाने न बनो इतने,

सूरत से पहले उसके दिल को तो देखो|

Bond007
13-01-2011, 09:28 PM
कैसे कहें आप कितनी खूबसूरत हैं,

कैसे कहें हम आप पर मरते हैं;

ये सिर्फ मेरा दिल जानता है,

हम आप पर अपना प्यार कुर्बान करते हैं|

Bond007
13-01-2011, 09:30 PM
दिल चाहता है तुमसे प्यारी बात हो,

खामोश तराने हो लम्बी रात हो;

फिर उनसे रात भर यही बात हो,

तुम ही जिंदगी तुम ही मेरी कायनात हो|

Bond007
15-01-2011, 05:25 PM
सोचता हूँ तुम्हे क्या ख्वाब दूं,

तेरी मोहब्बत का क्या जवाब दूं;

सुना है सबसे अच्छा तोहफा गुलाब होता है,

पर जो खुद गुलाब है उसे क्या गुलाब दूं|

Bond007
15-01-2011, 05:28 PM
हर आहट एहसास हमारा दिलाएगी,

हर हवा किस्सा हमारा सुनाएगी;

हम इतनी याद भर देंगे तेरे दिल में,

न चाहते हुए भी हमारी याद आएगी|

Bond007
15-01-2011, 05:31 PM
जब खुदा ने तुम्हे बनाया होगा,

एक सुरूर सा उसके दिल पर छाया होगा;

पहले सोचा होगा तुझे जन्नत में रखूं,

फिर उसे मेरा ख़याल आया होगा|

Bond007
15-01-2011, 05:32 PM
आप हमें देखो या न देखो,

आपके न देखने का हमें कोई ग़म नहीं;

आपके न देखने की ये अदा,

आपके देखने से कोई कम नहीं|

Bond007
15-01-2011, 05:34 PM
जब तक तेरे चाँद से चेहरे को न देखूं,

इस दिल को करार नहीं आता;

अगर किसी गैर के साथ तुझे देखूं,

तो फिर इस दिल से सहा नहीं जाता|

Bond007
15-01-2011, 05:45 PM
माना कि तुम जीते हो ज़माने के लिए,

एक बार जी कर देखो हमारे लिए;

दिल की क्या ओकात है आपके सामने,

हम जान भी देंगे आपको पाने के लिए|

Bond007
15-01-2011, 05:48 PM
मोहब्बत में लाखों जख्म खाए हमने,

अफ़सोस उन्हें हमपर ऐतबार नहीं;

मत पूछो क्या गुज़रती है दिल पर,

जब कहते हैं हमें तुमसे प्यार नहीं|

Bond007
15-01-2011, 05:51 PM
जो हमारा प्यार है,

उन्हें किसी और से प्यार है;

प्यार कि बाज़ी हार गए हम ये जानके,

कि जिससे उन्हें प्यार है, वो हमारा यार है|

Bond007
15-01-2011, 05:53 PM
कभी किसी सपने को दिल से लगाया करो,

किसी के ख्वाबो में आया जाया करो;

जब भी जी हो कि कोई तुम्हे मनाये,

हमें याद करके रूठ जाया करो|

Bond007
15-01-2011, 05:56 PM
आँखों में ये ख्वाब किसका है,

दिल में ये तूफां किसका है;

वो कहते थे मेरे दिल के रस्ते से कोई नहीं गुजरा,

फिर ये पैरों का निशां किसका है|

Bond007
15-01-2011, 06:00 PM
दिल तेरी याद में आहें भरता है,

मिलने को तुमसे पल-पल तड़पता है;

मेरा ये सपना टूट न जाये कहीं,

बस इसी बात से दिल डरता है|

Bond007
15-01-2011, 06:04 PM
काश वो नगमें सुनाये न होते,

आज उनको सुनकर आंसू बहाए न होते;

अगर इसी तरह भूल जाना था,

तो इतनी गहराई से दिल में समाये न होते;

Bond007
16-01-2011, 03:37 AM
प्यार का एहसास कितना सुहाना होता है,

न इसमें कोई जगता है न सोता है;

ये तो वो रिश्ता है,

जो सिर्फ दो दिलों के मेल से बनता है|

sadhu
16-01-2011, 02:26 PM
ग़मों को बोझ उठाते रहे उम्र भर
फिर भी कभी चंद पल हंस लिये,
अपने सफर पर डालते हैं
जब अपनी नज़र
लगता है कि बस वही पल हमने जिये।
——-
कौन उन कमबख्तों का दिल जलाये
जो अपनी चिंताओं में खाक हुए हैं,
खड़े हैं जो बुत हमारे सामने
क्या उनसे बात करें,
जो चल रहे दूसरे के इशारे पर
अपनी अक्ल के साथ
जिनके ख्याल भी राख हुए हैं।

Kumar Anil
16-01-2011, 02:39 PM
ग़मों को बोझ उठाते रहे उम्र भर
फिर भी कभी चंद पल हंस लिये,
अपने सफर पर डालते हैं
जब अपनी नज़र
लगता है कि बस वही पल हमने जिये।
——-
कौन उन कमबख्तों का दिल जलाये
जो अपनी चिंताओं में खाक हुए हैं,
खड़े हैं जो बुत हमारे सामने
क्या उनसे बात करें,
जो चल रहे दूसरे के इशारे पर
अपनी अक्ल के साथ
जिनके ख्याल भी राख हुए हैं।

साधु , साधु ! उम्दा रचना जितनी तारीफ की जाये , कम है । आपसे कुछ ऐसी ही अन्य रचनाओँ की उम्मीद है ।

pankaj bedrdi
05-02-2011, 07:43 AM
अगर कभी उनसे प्यार हम करेगे
हर हल में उनपर एतबार हम करेगे
करेगे सदा हम पूरी आरजू उनकी
वादा रहा कभी तकरार हम न करेगे

pankaj bedrdi
05-02-2011, 07:47 AM
दिल - खूबसूरत घर
जिंदगी - खूबसूरत सफर
दोस्ती - खूबसूरत रिश्ता
प्यार - खूबसूरत पल
और आप इन तमाम चीजों का एक खूबसूरत तोहफा

pankaj bedrdi
05-02-2011, 07:53 AM
मै ही थाम लू हाथ उनका
मुझे इतनी इबादत दे दो
वो रह न सके एक पल भी मेरे सिवा
खुदा तू उनको ये मेरी आदत दे दो.............

pankaj bedrdi
05-02-2011, 07:55 AM
तुझे देखे बिना तेरी तस्वीर बना दू
तुझे मिले बिना तेरा हाल बता दू
है मेरी दोस्ती में इतना दम
की तेरी आंख का आसू आपनी आँख से गिरा दू

pankaj bedrdi
05-02-2011, 07:57 AM
समझा दो आपनी यादो को क्योकि वो बिन बुलाये पास आया करती है

आप तो दूर रहकर सताते हो लेकिन आपकी याद तो पास आ कर रुलाती है

pankaj bedrdi
05-02-2011, 07:58 AM
दुनिया में इतनी रस्मे क्यों है
प्यार जिंदगी है तो इसमे कसमे क्यों है
कोई मिझे ये जवाब क्यों नहीं देता
दिल अगर मेरा है तो किसी और के बस में क्यों है

pankaj bedrdi
05-02-2011, 08:16 AM
किसी शायर ने क्या खूब कहा है :
वो आती है रोज़ मेरी “कब्र”पर अपने हमसफ़र के साथ ..
कौन केहता है के “दफनाने” के बाद “जलाया” नहीं जाता..

pankaj bedrdi
05-02-2011, 08:16 AM
किसी शायर ने क्या खूब कहा है :
वो आती है रोज़ मेरी “कब्र”पर अपने हमसफ़र के साथ ..
कौन केहता है के “दफनाने” के बाद “जलाया” नहीं जाता..

pankaj bedrdi
05-02-2011, 08:23 AM
सोचा याद न करके थोड़ा तड़पाऊं उनको!
किसी और का नाम लेकर जलाऊं उनको!
पर चोट लगेगी उनको तो दर्द मुझको ही होगा!
अब ये बताओ किस तरह सताऊं उनको!

pankaj bedrdi
05-02-2011, 08:24 AM
एक दिन हमारे आंसूं हमसे पूछ बैठे!
हमे रोज़ - रोज़ क्यों बुलाते हो!
हमने कहा हम याद तो उन्हें करते हैं तुम क्यों चले आते हो!

pankaj bedrdi
05-02-2011, 08:25 AM
बड़ी कोशिश के बाद उन्हें भूला दिया!
उनकी यादों को दिल से मिटा दिया!
एक दिन फिर उनका पैगाम आया लिखा था मुझे भूल जाओ!
और मुझे भूला हुआ हर लम्हा याद दिला दिया!

pankaj bedrdi
05-02-2011, 08:26 AM
सारी उम्र आँखों में एक सपना याद रहा!
सदियाँ बीत गयी पर वो लम्हा याद रहा!
न जाने क्या बात थी उन मे और हम मे!
सारी महफिल भूल गए बस वही एक चेहरा याद रहा!

pankaj bedrdi
05-02-2011, 08:27 AM
तुम खफा हो गए तो कोई ख़ुशी न रहेगी!
तेरे बिना चिरागों में रोशनी न रहेगी!
क्या कहे क्या गुजरेगी दिल पर!
जिंदा तो रहेंगे पर ज़िन्दगी न रहेगी

pankaj bedrdi
05-02-2011, 08:27 AM
तिनका तिनका तूफान में बिखरते चले गये
तनहायी की गहराइयों में उतरते चले गये
उड़ते थे जिनके सहारे आसमां में हम
एक एक करके सब बिछड़ते चले गये

pankaj bedrdi
05-02-2011, 08:28 AM
अब तो यह भी नहीं नाम तो ले लेते हैं!
दामन अश्कों से भिगो लेते हैं!
अब तेरा नाम लेके रोते भी नहीं!
सुनते हैं तेरा नाम तो रो लेते हैं!

pankaj bedrdi
05-02-2011, 08:29 AM
सोचा याद न करके थोड़ा तड़पाऊं उनको!
किसी और का नाम लेकर जलाऊं उनको!
पर चोट लगेगी उनको तो दर्द मुझको ही होगा!
अब ये बताओ किस तरह सताऊं उनको!

pankaj bedrdi
05-02-2011, 08:29 AM
आपकी पलकों पर रह जाये कोई!
आपकी सांसो पर नाम लिख जाये कोई!
चलो वादा रहा भूल जाना हमें!
अगर हमसे अच्छा दोस्त मिल जाये कोई!

pankaj bedrdi
05-02-2011, 08:31 AM
न जाने क्यों हमें आँसू बहाना नहीं आता!
न जाने क्यों हाल-ऐ-दिल बताना नहीं आता!
क्यों सब दोस्त बिछड़ गए हमसे!
शायद हमें ही साथ निभाना नहीं आता!

pankaj bedrdi
05-02-2011, 08:32 AM
समझा दो अपनी यादों को!
वो बिना बुलाये पास आया करती है!
आप तो दूर रहकर सताते हो मगर!
वो पास आकर रुलाया करती है!

pankaj bedrdi
05-02-2011, 08:33 AM
जाने क्या मुझसे ज़माना चाहता है!
मेरा दिल तोड़कर मुझे ही हसाना चाहता है!
जाने क्या बात झलकती है मेरे इस चेहरे से!
हर शख्स मुझे आज़माना चाहता है!

pankaj bedrdi
05-02-2011, 08:38 AM
हर रिश्ते को अजमाया है हमने!
कुछ पाया पर बहुत गवाया है हमने!
हर उस शख्स ने रुलाया है!
जिसे भी हमने इस दिल में बसाया है !

Sikandar_Khan
07-02-2011, 07:42 PM
दूरियां यु ही बढती गई,
नजदीकियां ख़तम होती गई,
हम सोचते ही रह गए,
हमसे क्या खता हुई,
वो साथ जीने की कसमे,
वो साथ चलने की रस्मे,
वो भूल जायेंगे इक दिन,
ये न सोचा था हमने...!!!

bhoomi ji
07-02-2011, 09:20 PM
कुछ लोग भूल कर भी भुलाये नहीं जाते
ऐतबार इतना है की आजमाए नहीं जाते
हो जाते हैं दिल मैं इस तरह शामिल
कि उनके ख्याल दिल से निकाले नहीं जाते

Sikandar_Khan
07-02-2011, 09:38 PM
कुछ लोग भूल कर भी भुलाये नहीं जाते
ऐतबार इतना है की आजमाए नहीं जाते
हो जाते हैं दिल मैं इस तरह शामिल
कि उनके ख्याल दिल से निकाले नहीं जाते


वाह वाह .....
बहुत ही खूबसूरत
दिल से दाद
ऐसे ही लिखती रहिये

bhoomi ji
10-02-2011, 01:29 PM
तन्हाई जब मुक्कदर में लिखी थी,
तो क्या शिकायत अपने, बेगाने से.
हम मिट गए किसी की चाहत मैं,
वो बाज नहीं आते हमें आजमाने से.
हमने दुनिया छोड़ दी किसी की खातिर,
और वो इनकार कर गए हमें अपनाने से.
अगर खुदा मिले तो मांग लूँ दुआ उस से,
प्यार ही मिटा दे इस जमाने से.
जिंदा लांश कभी दर्द महसूस नहीं करती,
चलती थी साँस मेरी किसी के आने से.
हम ने कभी लिखा नहीं था शौक से,
बस कलम चल पड़ी किसी का ख्याल आने से..

bhoomi ji
10-02-2011, 01:32 PM
कमी नहीं होती किसी के दूर जाने से
गम जरुर होता है किसी के भूल जाने से
जिसे जुदाई का एहसास तक नहीं
क्यों आंसू आ जाते हैं उसकी याद आने से

amit_tiwari
10-02-2011, 02:37 PM
दिल मैंने माँगा, तो कहती है ढूंढ लो !
पल्लू झटक दिया ! हजारों मचल उठे !!!

pankaj bedrdi
11-02-2011, 05:07 PM
कमी नहीं होती किसी के दूर जाने से
गम जरुर होता है किसी के भूल जाने से
जिसे जुदाई का एहसास तक नहीं
क्यों आंसू आ जाते हैं उसकी याद आने से

वाह वाह क्या शायरी है क्या कहु इस शायरी के बारे मै

khalid
11-02-2011, 06:26 PM
वाह वाह क्या शायरी है क्या कहु इस शायरी के बारे मै

कह तो दिया वाह वाह
बाकी क्या बचा

Bond007
11-02-2011, 10:29 PM
वाह भई! क्या बात है!:cheers:

भूमि जी! सच्ची-सच्ची बताना, ये आपकी लिखी हुई हैं या कहीं से छापी हुई हैं?

bhoomi ji
12-02-2011, 10:20 AM
वाह भई! क्या बात है!:cheers:

भूमि जी! सच्ची-सच्ची बताना, ये आपकी लिखी हुई हैं या कहीं से छापी हुई हैं?

आपको क्या लगता है?:):)

bhoomi ji
12-02-2011, 10:28 AM
तू ही बता ऐ दिल तुझे समझाउं कैसे.
जिसे चाहता है तू उसे नजदीक लाऊं कैसे.
यूँ तो हर तमन्ना, हर एहसास है वो मेरा,
मगर उस एहसास को ये एहसास दिलाऊं कैसे

Sikandar_Khan
12-02-2011, 10:30 AM
आपको क्या लगता है?:):)

इतना दर्द तो कोई प्यार करने वाला ही बयान कर सकता है
लेकिन आपने तो प्यार किया ही नही है

bhoomi ji
12-02-2011, 10:44 AM
इतना दर्द तो कोई प्यार करने वाला ही बयान कर सकता है
लेकिन आपने तो प्यार किया ही नही है
तो क्या हर वो शख्स जो दर्द भरे नगमे लिखता है वो प्यार मैं चोट खाया हुआ होता है क्या?
:help::help:

Sikandar_Khan
12-02-2011, 10:50 AM
तो क्या हर वो शायर जो दर्द भरे नगमे लिखता है वो प्यार मैं चोट खाया हुआ होता है क्या?
:help::help:

बिलकुल इसमे भी कोई शक है क्या ?
जिसने चोँट खाई है
वो ही दर्द बयान कर
सकता है |
अताउल्लाह खान को ही ले लिजिए

bhoomi ji
12-02-2011, 10:54 AM
बिलकुल इसमे भी कोई शक है क्या ?
जिसने चोँट खाई है
वो ही दर्द बयान कर
सकता है |
अताउल्लाह खान को ही ले लिजिए
तो क्या हमारे जावेद अख्तर साहब भी चोट खाए हुए हैं?

Sikandar_Khan
12-02-2011, 11:01 AM
तो क्या हमारे जावेद अख्तर साहब भी चोट खाए हुए हैं?

ये तो शबाना आजमी ही बता सकती हैँ |
जो आदमी जिगर से बीड़ी जला सकता है
उसके लिए क्या मुश्किल है