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View Full Version : ग़ज़ल - जबसे निकला है बेवफा कोई


आकाश महेशपुरी
28-09-2013, 11:29 PM
ग़ज़ल
...
जबसे निकला है बेवफा कोई
मर्द हो के भी रो रहा कोई
...
देखो कैसे उदास बैठा है
जैसे गुजरा हो हादसा कोई
...
जिसको दिल का करार कहते हैँ
दे दे इसका मुझे पता कोई
...
उसके अश्कोँ पे खुश हुआ था मैँ
इसकी दे दे मुझे सजा कोई
...
तुम तो पत्थर को मात देते थे
कैसे आँखोँ मेँ छा गया कोई
...
कुछ तो ऐसे हालात होते हैँ
यूँ ही करता नहीँ ख़ता कोई
...
चोट 'आकाश' हैँ पुराने से
जख़्म दे दे मुझे नया कोई
...
ग़ज़ल - आकाश महेशपुरी
Aakash maheshpuri
. . . . . . . . . . . . . . . . . . .
पता-
वकील कुशवाहा उर्फ आकाश महेशपुरी
ग्राम- महेशपुर
पोस्ट कुबेरस्थान
जनपद- कुशीनगर
उत्तर प्रदेश
09919080399

rajnish manga
29-09-2013, 11:43 AM
ग़ज़ल
[quote=आकाश महेशपुरी;381851]ग़ज़ल
...
देखो कैसे उदास बैठा है
जैसे गुजरा हो हादसा कोई
...
जिसको दिल का करार कहते हैँ
दे दे इसका मुझे पता कोई
...
कुछ तो ऐसे हालात होते हैँ
यूँ ही करता नहीँ ख़ता कोई
...
ग़ज़ल - आकाश महेशपुरी
aakash maheshpuri



खूबसूरत ख़यालात का इज़हार इस प्रभावशाली ग़ज़ल में ऐसे पिरोया गया है कि यह एक प्यारा सा गुलदस्ता बन गया है. बहुत बहुत धन्यवाद, आकाश जी.

aspundir
29-09-2013, 06:25 PM
सुन्दर अभिव्यक्ति .....................

sombirnaamdev
01-10-2013, 12:24 AM
चोट 'आकाश' हैँ पुराने से
जख़्म दे दे मुझे नया कोई

सुंदर भाव उत्तम शब्दावली

आकाश महेशपुरी
05-02-2014, 06:06 AM
[quote=आकाश महेशपुरी;381851]

ग़ज़ल


खूबसूरत ख़यालात का इज़हार इस प्रभावशाली ग़ज़ल में ऐसे पिरोया गया है कि यह एक प्यारा सा गुलदस्ता बन गया है. बहुत बहुत धन्यवाद, आकाश जी.


आपको ग़ज़ल पसंन्द आई मेरा प्रयास सार्थक हुआ। शुक्रिया।

आकाश महेशपुरी
05-02-2014, 06:10 AM
सुन्दर अभिव्यक्ति .....................

सादर धन्यवाद्।

आकाश महेशपुरी
05-02-2014, 06:13 AM
सुन्दर अभिव्यक्ति .....................

चोट 'आकाश' हैँ पुराने से
जख़्म दे दे मुझे नया कोई

सुंदर भाव उत्तम शब्दावली

बहुत बहुत आभार।