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View Full Version : चक्रवाती तूफान ‘पाइलिन’ का कहर


dipu
11-10-2013, 04:56 PM
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सवा दो सौ की रफ्तार से बढ़ रहा है खतरा. ओडिशा और आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों की तरफ बढ़ रहा खतरा और उस खतरे का नाम है फैलिन, जो एक तूफान है. तूफान की ताकत को देखते हुए ओडिशा, आंध्र और पश्चिम बंगाल में हाई अलर्ट जारी किया गया है.
ओडिशा और आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में दहशत की तेज हवाएं मंडरा रही हैं. चंद घंटे बाद इन इलाकों में एक ताकतवर समुद्री तूफान हिट करेगा. मौसम वैज्ञानिकों ने बंगाल की खाड़ी में मंडरा रहे उस तूफान का नाम दिया है फैलिन.

मौसम विभाग का अनुमान है कि 12 तारीख की शाम ओडिशा के गोपालपुर में तटीय इलाकों से टकराएगा फैलिन. फिलहाल इसकी रफ्तार करीब 115 किमी है, लेकिन जब ये तूफान तट से टकराएगा तो रफ्तार होगी करीब 215 किमी.

फैलिन की जबरदस्त ताकत के चलते समंदर में ऊंची लहरें उठने की आशंका है. लहरें करीब 2 मीटर ऊंची हो सकती हैं. तेज हवाओं के साथ भारी बारिश का भी अनुमान है. पुरी, गोपालपुर, श्रीकाकुलम, गंजाम, कुर्टा, जगतसिंह जिलों में समंदर के किनारे के निचले इलाकों को खाली कराया जा रहा है. आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में भी लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुचाया जा रहा है. एनडीआरएफ की 20 टीमें तैनात कर दी गई हैं.

खास बात ये है कि उत्तर अंडमान में बना ये सिस्टम प्रशांत महासागर से बंगाल की खाड़ी में दाखिल हुआ है. मौसम के जानकारों की मानें तो चक्रवाती तूफान का असर सिर्फ तटीय इलाकों तक ही सीमित नहीं रहेगा, बल्कि झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश तक इसके प्रभाव से भारी बारिश होगी.


हालात बिगड़ने का खतरा देखते हुए ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने अधिकारियों की इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है. ओडिशा सरकार ने एहतियाती कदम उठाते हुए 14 जिलों के अफसरों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं.

वहीं, तूफान की आशंका को देखते हुए ही आंध्र प्रदेश के बिजली कर्मचारियों ने गुरुवार को हड़ताल वापस ले ली थी. बिजली विभाग के कर्मचारी अलग तेलंगाना के गठन के विरोध में हड़ताल पर चले गए थे, जिससे वहां नागरिकों की परेशानी बढ़ गई थी.

dipu
12-10-2013, 06:14 PM
http://i10.dainikbhaskar.com/thumbnail/600x519/web2images/www.bhaskar.com/2013/10/11/1469_cyclone_5.jpg

dipu
12-10-2013, 06:14 PM
भुवनेश्वर/हैदराबाद/नई दिल्*ली. समुद्र के ऊपर कई घंटों तक स्थिर रहने के बाद अब तक का सबसे बड़ा चक्रवाती तूफान 'फालिन' भारत की ओर बढ़ रहा है। फालिन, ओडिशा तट से अब केवल 90 किमी दूर है। ओडिशा और आंध्र प्रदेश में तेज बारिश औऱ तूफान शुरू हो गया है। ओडिशा के तटवर्ती अलग-अलग हिस्सों बारिश और तूफान के कारण हई दुर्घटनाओं में अब तक तीन लोगों की मौत चुकी है।

यह तूफान आज शाम करीब सात बजे से आठ बजे के बीच यह ओडिशा तट से टकराएगा। उस वक्त तूफान की गति 220 से 260 किमी प्रति घंटा तक हो सकती है। केंद्र सरकार ने इस प्राकृतिक आपदा के बारे में कहा है प्रशासन और सेना पूरी तरह से तैयार है और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने की हरसंभव कोशिश की जाएगी।

तूफान के खतरे को देखते हुए अब तक पांच लाख लोगों को सुरक्षित स्*थानों पर भेजा जा चुका है, लेकिन ओडिशा के पारादीप में 18 मछुआरे फंस गए हैं। बताया जा रहा है कि उनकी बोट का ईंधन खत्*म हो गया है। जिस इलाके में ये लोग फंसे हैं, वहां पर खतरा बहुत ज्*यादा है। 72 घंटे पहले ही इस एरिया में अलर्ट जारी कर दिया गया था। इसके बावजूद ये मछुआरे समंदर में गए। कोस्*टगार्ड ने मौसम खराब होने की वजह से अपने शिप भेजने से इंकार कर दिया है। ओडिशा सरकार इंडियन ऑयल के अधिकारियों के साथ बातचीत कर रही है, लेकिन अभी तक सिर्फ इतना ही कहा सकता है कि ये 18 मछुआरे मौत के मुंह में फंसे हैं।

मौसम विभाग के ताज़ा बुलेटिन के मुताबिक 'फालिन' आकार में भारत के क्षेत्रफल के आधे के बराबर है। सरकार ने तीन सेनाओं को अलर्ट कर दिया है। तूफान के चलते भारी बारिश की आशंका है। ओडिशा और आंध्र के अलावा झारखंड और छत्तीसगढ़ में भी बारिश हो सकती है। समंदर पर भी इस तूफान का खासा असर पड़ेगा। तूफान की वजह से समंदर का पानी आधा किलोमीटर अंदर तक आ सकता है।

तूफान से खतरे के मद्देनजर ओडिशा, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल और बिहार हाई अलर्ट पर हैं। ईस्ट कोस्ट रेलवे के सीपीआरओ जेपी मिश्रा ने बताया, 'हावड़ा-विशाखापट्टनम रेल मार्ग पर ट्रेनों की आवाजाही को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। अन्य ट्रेन भी कैंसिल कर दी गई है।

ओडिशा और आंध्र में सभी छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। भुवनेश्वर एयरपोर्ट से सभी उड़ाने रद्द कर दी गई है। तटीय इलाकों से करीब डेढ़ लाख लोगों बाहर निकाला गया है। चक्रवात से 1.2 करोड़ लोग प्रभावित होंगे। उधर मौसम विभाग कह रहा है कि तूफान से समुद्र में 2.5 से 6 मीटर ऊंची लहरें उठ सकती हैं। ऐसा हुआ तो ओडिशा और आंध्र की अधिकांश नदियों में बाढ़ आ जाएगी। करीब 15 से 20 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तट की ओर बढ़ रहा था। इस बीच ओडिशा और आंध्र में तेज हवाओं के साथ बारिश का दौर शुरू हो चुका है।

dipu
12-10-2013, 06:16 PM
http://i1.dainikbhaskar.com/thumbnail/600x519/web2images/www.bhaskar.com/2013/10/11/1482_cyclone_3.jpg

dipu
12-10-2013, 06:16 PM
ओडिशा-आंध्र में मचा सकता है तबाही

ओडिशा, पश्चिम बंगाल और आंध्रप्रदेश के तटीय इलाकों में फालिन तबाही मचा सकता है। इस संबंध में अलर्ट जारी कर दिए गए हैं। ओडिशा और उत्तरी आंध्र के तटीय इलाकों में 12 अक्टूबर से तेज बारिश होने की चेतावनी दी गई है। हालांकि आंध्र प्रदेश में बुधवार को तेज बारिश हुई है। ओडिशा सरकार ने 20 जिलों को अलर्ट किया है। तूफान की वजह से कच्चे घरों और पावर-कम्युनिकेशन लाइन्स को क्षति पहुंच सकती है। रेल और सड़क यातायात प्रभावित हो सकता है।

ओडिशा में स्*थानीय प्रशासन ने इन जिलों के लिए इमरजेंसी हेल्*पलाइन स्*थापित किए हैं, जिनके नंबर हैं:

पुरी: 06752-223237
गजपति: 06815-222943
गंजम: 06811-263978
जगतसिंहपुर: 06724-220368
बालासोर: 06782-262286
भद्रक: 06784-251881

dipu
13-10-2013, 08:50 AM
गोपालपुर/भुवनेश्वर/नई दिल्ली. चक्रवाती तूफान ‘पाइलिन’ का कहर ओडिशा-आंध्र में अभी बना रहेगा। नुकसान की पूरी रिपोर्ट 48 घंटे बाद ही मिल पाएगी। तूफान का असर झारखंड और पश्चिम बंगाल में भी दिखने लगा है। रांची में सुबह से तेज बारिश हो रही है। शहर में दुर्गापूजा के लिए लगाए गए पंडालों को नुकसान पहुंचा है। रविवार शाम तक छत्तीसगढ़ और बिहार में तेज आंधी-बारिश होगी। सोमवार को पूर्वी उत्तरप्रदेश और मध्*य प्रदेश के कुछ इलाकों में बारिश संभव है।

तूफान आने से पहले तेज हवाओं की जद में ओडिशा में कच्चे-पक्के मकान और पेड़ आए। इसमें 12 लोगों की मौत हो गई। हालांकि ओडिशा सरकार का दावा है कि केवल तीन लोग ही मारे गए हैं। ओडिशा के 12 जिलों में बत्ती गुल है।ओडिशा-आंध्र प्रदेश के तटवर्ती इलाकों में बारिश जारी है। तूफान की रफ्तार घटकर 100 किमी प्रति घंटा रह गई है। अब तूफान ओडिशा के उत्तर-उत्तर-पश्चिम इलाके की तरफ बढ़ गया है।

rajnish manga
13-10-2013, 10:03 AM
शुक्र है कि तूफ़ान की तीव्रता में कमी आ रही है वरना बहुत बर्बादी हो सकती थी. वैसे इस बार आपदा से निपटने के अच्छे इंतज़ाम किये गये थे.

dipu
13-10-2013, 07:42 PM
गोपालपुर/भुवनेश्वर/नई दिल्ली. चक्रवाती तूफान ‘पाइलिन’ का कहर ओडिशा-आंध्र में अभी बना रहेगा। नुकसान की पूरी रिपोर्ट 48 घंटे बाद ही मिल पाएगी। शुरुआती खबरों के मुताबिक तूफान से ओडिशा में 20 से अधिक लोगों की मौत हुई है। तूफान के बाद ओडिशा के 12 जिलों में राहत और बचाव का काम राज्य सरकार कर रही है। इन जिलों में करीब 80.53 लाख लोगों पर तूफान का असर पड़ा है।


मौसम विभाग के डायरेक्*टर जनरल डॉ. एलएस राठौड़ ने बताया कि बिहार में बाढ़ की आशंका है। उन्*होंने कहा कि अगले 48 घंटे तक बिहार के मैदानी भागों में भारी बारिश होगी। इसके बाद नेपाल से सटे इलाकों में भारी बारिश होगी। उन्*होंने ओडिशा में अगले 24 घंटे तक भारी बारिश और अगले 12 घंटे तक 100-110 किलोमीटर/घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की उम्*मीद जाहिर की है।

तूफान का असर झारखंड और पश्चिम बंगाल में भी दिखने लगा है। रांची में रविवार सुबह तेज बारिश हुई है। शहर में दुर्गापूजा के लिए लगाए गए पंडालों को भी नुकसान पहुंचा है। ओडिशा के खोरडा जिले में भी तेज हवाओं और बारिश की वजह से दुर्गा पूजा पंडालों को नुकसान हुआ है। तूफान की वजह से राष्*ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने अपने गृह राज्*य (पश्चिम बंगाल) का दौरा रद्द कर दिया है। हावड़ा-विशाखापट्टनम रूट पर चलने वाली सभी 56 ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं। भुवनेश्वर जाने वाली उडानों पर भी ब्रेक लग गया है। मौसम विभाग के मुताबिक रविवार शाम तक छत्तीसगढ़ और बिहार में तेज आंधी-बारिश होगी। सोमवार को पूर्वी उत्तर प्रदेश और मध्*य प्रदेश के कुछ इलाकों में बारिश संभव है।

इस बीच, आशंका है कि एमवी बिंगो नाम का कारगो जहाज बंगाल की खाड़ी में 'पाइलिन' तूफान की भेंट चढ़ गया है। 8000 टन लौह अयस्*क के साथ यह जहाज सागर बंदरगाह से 11 अक्*टूबर को चीन के लिए रवाना हुआ था। जहाज पर सवार लोगों में चीन के 19 और इंडो*नेशिया का एक नागरिक शामिल हैं। इन लोगों की तलाश जारी है।

आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम से ओडिशा के पारादीप तक तूफान का असर हुआ है। हालांकि आंध्र प्रदेश का बड़ा हिस्*सा तूफान से अछूता रहा है। राज्*य के श्रीकाकुलम में तूफान का कुछ असर दिखा है। श्रीकाकुलम में करीब 100 लोग फंसे हुए हैं जिन्*हें सुरक्षित स्*थानों पर पहुंचाने की कोशिश हो रही है। तूफान का ओडिशा में गोपालपुर और गंजम में सबसे अधिक असर दिखा है। ताजा हालात की समीक्षा के लिए ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक ने अपने सहयोगी मंत्रियों के साथ कैबिनेट की आपात बैठक की है।

एनडीआरएफ की 38 टीमें ओडिशा और आंध्र प्रदेश में राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हैं। पारादीप में फंसे 18 मछुआरों को सुरक्षित स्*थान पर ले जाया गया है। राहत एवं बचाव कार्य शुरू करने के लिए इंडियन एयरफोर्स की टीमें तैनात हैं। पश्चिम बंगाल के बैरकपुर में डेरा डाले एयरफोर्स की टीमें मौसम खुलने का इंतजार कर रही हैं। वायुसेना का सबसे विशाल ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट-सी 17 ग्लोबमास्टर भी मदद के लिए उतरा। एयरफोर्स में हाल ही शामिल किया गया ग्लोबमास्टर पहली उड़ान के तौर पर भुवनेश्वर रवाना किया गया। सी-17 ग्*लोबमास्टर इलाहाबाद से 60 ट्रूप और राहत सामग्री को लेकर भुवनेश्वर पहुंचा। ग्लोबमास्टर बीते 2 सितंबर को वायुसेना में शामिल किया गया था।

तूफान आने से पहले तेज हवाओं की जद में ओडिशा में कच्चे-पक्के मकान और पेड़ आए। ओडिशा के 12 जिलों में बत्ती गुल है। ओडिशा-आंध्र प्रदेश के तटवर्ती इलाकों में बारिश जारी है। तूफान की रफ्तार घटकर 100 किमी प्रति घंटा रह गई है। अब तूफान ओडिशा के उत्तर-उत्तर-पश्चिम इलाके की तरफ बढ़ गया है। (आए थे दर्शन करने अब कर रहे हैं फरियाद, 'फालिन' में फंसे हैं सैकड़ों के परिवार)

Dr.Shree Vijay
16-10-2013, 06:18 PM
सुन्दर प्रस्तुति.....................

dipu
16-10-2013, 08:32 PM
सुन्दर प्रस्तुति.....................



:hello::hello: