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View Full Version : सात दोहे- आकाश महेशपुरी


आकाश महेशपुरी
17-11-2013, 09:37 AM
सात दोहे-

जिसके डर से सौ कदम,
रहती चिन्ता दूर।
कहते उसको कर्म हैँ,
दुख जिससे हो चूर।।1।।

पूजा करने से नहीँ,
या लेने से नाम।
आगे बढ़ते हैँ सभी,
बस करने से काम।।2।।

अच्छी बातेँ सोचिए,
अच्छी कहिए बात।
अच्छाई अच्छी लगे,
दिन हो चाहे रात।।3।।

जाति धर्म के नाम पर,
लड़ते जो दिन रात।
भारत माँ के लाल वे,
करते माँ से घात।।4।।

कथनी करनी एक हो,
और इरादा नेक।
बैर भाव जाता रहे,
मिलते मित्र अनेक।।5।।

रोगी सब संसार है,
और पेट है रोग।
रोटी एक इलाज है,
दर-दर भटकेँ लोग।।6।।

इस लोभी संसार मेँ,
जीना है दुश्वार।
यारी भी झूठी लगे,
झूठा लगता प्यार।।7।।

दोहे- आकाश महेशपुरी
Aakash maheshpuri
...
पता-
वकील कुशवाहा उर्फ आकाश महेशपुरी
ग्राम- महेशपुर
पोस्ट- कुबेरस्थान
जनपद- कुशीनगर
उत्तर प्रदेश
09919080399

dipu
17-11-2013, 12:29 PM
great

rajnish manga
19-11-2013, 09:31 PM
एक से बढ़ कर एक दोहे. गहरे और अर्थपूर्ण.

आकाश महेशपुरी
29-12-2013, 05:08 PM
great

Aadaraneey dipu ji! Hardik aabhar.

आकाश महेशपुरी
29-12-2013, 05:12 PM
आदरणीय रजनीश मांगा जी! उत्साहवर्धन के लिए बहुत बहुत आभारी हूँ। कृपया ऐसे ही स्नेह बनाए रखेँ।