आकाश महेशपुरी
14-12-2013, 07:06 AM
ग़ज़ल- सताओगे मुझे...
सताओगे मुझे लगता नहीँ था
तुम्हारे प्यार मेँ धोखा नहीँ था
कभी आँखोँ मेँ आँखेँ डालते थे
चुराओगे नज़र सोचा नहीँ था
ये झूठे यार यूँ मिलते नहीँ थे
हमारे पास जो पैसा नहीँ था
जवाँ जबसे हुआ मैँ रो रहा हूँ
लड़कपन ग़मज़दा ऐसा नहीँ था
कहीँ 'आकाश' तुम ना रूठ जाओ
गिला तो था मगर कहता नहीँ था
ग़ज़ल- आकाश महेशपुरी
Aakash maheshpuri
पता-
वकील कुशवाहा उर्फ आकाश महेशपुरी
ग्राम- महेशपुर
पोस्ट- कुबेरस्थान
जनपद- कुशीनगर
उत्तर प्रदेश
aakashmaheshpuri@nokiamail.com
सताओगे मुझे लगता नहीँ था
तुम्हारे प्यार मेँ धोखा नहीँ था
कभी आँखोँ मेँ आँखेँ डालते थे
चुराओगे नज़र सोचा नहीँ था
ये झूठे यार यूँ मिलते नहीँ थे
हमारे पास जो पैसा नहीँ था
जवाँ जबसे हुआ मैँ रो रहा हूँ
लड़कपन ग़मज़दा ऐसा नहीँ था
कहीँ 'आकाश' तुम ना रूठ जाओ
गिला तो था मगर कहता नहीँ था
ग़ज़ल- आकाश महेशपुरी
Aakash maheshpuri
पता-
वकील कुशवाहा उर्फ आकाश महेशपुरी
ग्राम- महेशपुर
पोस्ट- कुबेरस्थान
जनपद- कुशीनगर
उत्तर प्रदेश
aakashmaheshpuri@nokiamail.com