View Full Version : Indian Tour Of New Zealand
नए साल में न्यूजीलैंड दौरे के लिए भारतीय क्रिकेट टीम की घोषणा कर दी गई है। मध्य प्रदेश के तेज गेंदबाज ईश्वर पांडे को टेस्ट टीम में शामिल किया है। यानी ईश्वर न्यूजीलैंड के खिलाफ फरवरी में टेस्ट मैच खेलेंगे। पांडे को कनर्टक के ऑलराउंडर स्टुअर्ट बिन्नी और झारखंड़ के वरुण आरोन के साथ वन-डे टीम में भी शामिल किया गया है। (आगे पढ़ें-ईश्वर पांडे का रिकॉर्ड)
युवराज सिंह को वन-डे टीम से बाहर का रास्ता दिखाया गया है जबकि प्रज्ञान ओझा को नई टेस्ट टीम में जगह नहीं मिल पाई है।
टेस्ट टीम-एमएस धोनी (कैप्टन), शिखर धवन, एम विजय, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली, रोहित शर्मा, आजिंक्ये रहाणे, रविंद्र जड़ेजा, जहीर खान, मोहम्मद शामी, ईशांत शर्मा, अंबाती रायडू, भुवनेश्वर कुमार, आर अश्विन, उमेश यादव, वर्द्धिमन साहा, ईश्वर पांडे
वन डे टीम -एमएस धोनी (कैप्टन), शिखर धवन, रोहित शर्मा, विराट कोहली, आजिंक्ये रहाणे, अंबाती रायडू, सुरेश रैना, आर अश्विन, रविंद्र जड़ेजा, भुवनेश्वर कुमार, मोहम्मद शामी, ईशांत शर्मा, अमित मिश्रा, ईश्वर पांडे, स्टुअर्ट बिन्नी और वरुण आरोन ।
http://i5.dainikbhaskar.com/thumbnail/600x519/web2images/www.bhaskar.com/2013/12/31/4250_pvw_20130211_1006_50327.jpg
ईश्वर चंद पांडे
जन्मः 15 अगस्त, 1989
उम्रः 24 साल करीब
अभी तक खेलते थेः इंडिया ए टीम की तरफ से, मध्य प्रदेश की ओर से और आईपीएल में पुणे वारियर्स की ओर से
बैटिंग स्टाइलः राइट हैंड बेट्समैन
बाउलिंग स्टाइलः मध्यम गति के दाएं हत्था गेंदबाज
गेंदबाजी रिकॉर्ड
फर्स्ट क्लास क्रिकेट में ईश्वर 31 मैच खेल चुके हैं। इन मैचों में वह 131 विकेट ले चुके हैं। उनका बेस्ट प्रदर्शन 84 रन देकर 8 विकेट हासिल करना है। इन मैचों में उनका इकोनमी रेट 2.88 रन प्रति ओवर का है।
लिस्ट ए मैचों में वह 16 म ैच खेलकर 22 विकेट ले चुके हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 44 रन देकर 4 विकेट लेना है। उनका इकोनमी रेट 4.73 रन प्रति ओवर का है।
टवेंटी-टवेंटी मैचों में
6 टी- 20 मैचों में ईश्वर अभी तक 5 विकेट ले चुके हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2/26 है। हालांकि इस फॉर्मेट में वे थोड़े महंगे गेंदबाज साबित हुए हैं। उन्होंने 8.42 रन प्रति ओवर के हिसाब से गेंदबाजी की है।
आ खिरी टी-20 उन्होंने 15 मई 2013 को कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ खेला था। इस मैच में उन्होंने 2 ओवर में 8.50 के इकोनमी रेट के हिसाब से 17 रन दिए थे। इन्हें इस मैच में एक विकेट ही हासिल हुआ था।
भारतीय क्रिकेट टीम नए साल में न्यूजीलैंड के साथ पांच वनडे मैचों की एक सीरीज के अलावा दो टेस्ट मैच भी खेलेगी। दक्षिण अफ्रीका से हारने के बाद भारतीय टीम एक बार फिर विदेशी पिच पर उतरेगी।
न्यूजीलैंड दौरा 19 जनवरी को नेपियर में पहले वनडे मैच के साथ शुरू हो जाएगा। भारतीय टीम का यह दौरा 18 फरवरी तक चलेगा। इस दौरे के आखिरी मैच में भारतीय टीम न्यूजीलैंड के साथ 14 फरवरी को वेलिंगटन में टेस्ट मैच खेलेगी।
बीसीसीआई के पूर्व सचिव संजय जगदाले ने कहा है कि टीम इंडिया में चयनित तेज गेंदबाज ईश्वर पांडे न्यूजीलैंड में बहुत अच्छे बॉलर साबित होंगे। उन्होंने कहा न्यूजीलैंड के कोच ने पहले ही कहा है कि उन्हें स्विंग और बाउंसी विकेट चाहिए। यदि ऐसे विकेट बनाए जाते हैं तो ईश्वर उसके लिए बहुत अच्छे बॉलर हैं। 24 वर्षीय मप्र के तेज गेंदबाज ईश्वर पांडे का चयन न्यूजीलैंड दौरे के लिए टीम इंडिया में हुआ है। टीम इंडिया वहां 5 वनडे और 2 टेस्ट की सीरीज खेलेगी। पहला वनडे 19 जनवरी को नेपियर में खेला जाएगा।
टीम इंडिया के पूर्व चयनकर्ता संजय जगदाले ने छोटी सी जगह से आकर टीम इंडिया में जगह बनाने को भी प्रेरणादायक बताया। उन्होंने कहा ईश्वर भोपाल या इंदौर जैसी बड़ी जगह से नहीं हैं। वे रीवा जैसी छोटी सी जगह से आकर अपने क्रिकेट के सपने को साकार करने में जुटे हैं।यह अन्य खिलाडिय़ों को प्रेरित करेगा। मध्यप्रदेश के लिए भी यह बड़ी उपलब्धि है।मप्र के क्रिकेटर्स को भी इससे मोटीवेशन मिलेगा कि उनके बीच का एक खिलाड़ी टीम इंडिया में है।इससे नए लड़कों को कॉन्फिडेंस मिलेगा कि वे भी मेहनत करें तो आगे बढ़ सकते हैं।
मध्यप्रदेश अंडर-25 टीम के मुख्य चयनकर्ता संजय जगदाले ने कहा कि ईश्वर इस चयन के हकदार थे। वे लगातार दो साल से निरंतर अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। इंडिया-ए टीम या मप्र टीम के लिए उन्होंने बेहतर परिणाम दिए। मुझे पूरा विश्वास था कि वे बहुत जल्द भारत के लिए खेलेंगे।मैं उनके चयन पर एमपीसीए और खासतौर पर मप्र क्रिकेट एकेडमी और उसके कोच अमय खुरासिया को बधाई देना चाहूंगा जिन्होंने ईश्वर के लिए काफी मेहनत की। उनकी फिटनेस के लिए फिजियो बाला साहब टाटे और ट्रेनर मयंक अग्रवाल ने भी काफी ध्यान दिया। ईश्वर ने अपनी फिटनेस पर काफी वर्क किया है। ईश्वर के चयन ने ये भी साबित किया है कि सफलता का होता। मेहनत और परफॉर्मेंस का इनाम मिलता है। आप पूरी मेहनत करें।
युवी इसलिए हुए बाहर : चयन समिति की बैठक में युवराज सिंह को लेकर गंभीर चर्चा हुई। युवी को कई बार मौके दिए गए लेकिन वे फॉर्म में लौट नहीं पा रहे हैं। घरेलू क्रिकेट में भी वे अच्छा नहीं खेल सके। रणजी में वे दिल्ली के खिलाफ 0 व 4 रन पर आउट हुए। वे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिर्फ टी-20 मैच में ही अच्छा खेले थे लेकिन उसके बाद कंगारुओं के खिलाफ चार वनडे पारियों में सिर्फ 19 रन ही बना सके थे। वेस्टइंडीज के खिलाफ उन्होंने 16, 28, 55 और द.अफ्रीका के खिलाफ 0 रन की पारी खेली थी। युवी जब फ्रांस से फिटनेस सुधार कर आए थे तब लग रहा था कि वे लंबे चलने वाले हैं लेकिन अब उन्हें वापसी के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी।
ओझा बने जडेजा के शिकार
वेस्टइंडीज के खिलाफ मुंबई टेस्ट की दोनों पारियों में 5-5 विकेट लेने के बाद भी बाएं हाथ के स्पिनर प्रज्ञान ओझा को बाहर का रास्ता देखना पड़ा है। ओझा के रास्ते में ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा बाधक बने। बाएं हाथ के स्निपर जडेजा ने डरबन टेस्ट में छह विकेट झटके। वे बल्लेबाजी में भी उपयोगी साबित होते हैं इसलिए ओझा की जरूरत महसूस नहीं की गई।
स्टुअर्ट बिन्नी :
टीम में शामिल स्टुअर्ट बिन्नी भी ऑलराउंडर की भूमिका निभाने में सक्षम हैं। उनके पिता रॉजर बिन्नी भी ऑलराउंडर थे। स्टुअर्ट ने वर्तमान रणजी सत्र में पांच मैचों में 11 विकेट झटके और गुजरात के खिलाफ 14 रन की पारी खेली। उनका प्रदर्शन सामान्य ही है लेकिन उनके पिता रॉजर बिन्नी चयनकर्ता होने के कारण माना जा रहा है कि उन्हें इसका फायदा मिला।
स्टुअर्ट बिन्नी ने अपने चयन पर कहा, ' वनडे टीम में चुने जाने पर मैं बहुत आश्चर्य चकित हूं। मैंने इसकी कल्पना भी नहीं की थी। मुझे समझ नहीं आ रहा क्या कहूं।' बिन्नी इस समय दिल्ली में रणजी ट्रॉफी में कर्नाटक की ओर से दिल्ली के खिलाफ खेल रहे हैं। स्टुअर्ट बिन्नी ने अब तक 53 प्रथम श्रेणी के मैचों में 34.79 के औसत से 2714 रन बनाए हैं,
जिसमें सात शतक और 11 अर्धशतक शामिल हैं। इसके अलावा उन्होंने 79 विकेट चटकाए हैं, जिसमें तीन बार पांच या उससे अधिक तथा एक बार 10 या उससे अधिक विकेट शामिल हैं।
वनडे मैचों का कार्यक्रम
: 19 जनवरी : पहला वनडे (नेपियर),
: 22 जनवरी : दूसरा वनडे (हेमिलटन),
: 25 जनवरी : तीसरा वनडे (ऑकलैंड),
: 28 जनवरी : चौथा वनडे (हेमिल्टन),
: 31 जनवरी : पांचवां वनडे (वेलिंगटन)।
दो टेस्ट मैचों के कार्यक्रम
: पहला टेस्ट : 6-10 फरवरी, ऑकलैंड,
: दूसरा टेस्ट : 14-18 फरवरी, वेलिंगटन।
: 2-3 फरवरी को टीम अभ्यास मैच खेलेगी।
http://www.espncricinfo.com/db/PICTURES/CMS/176600/176633.jpg
Shikhar Dhawan arrives at Auckland airport, Auckland, January 13, 2014
http://www.espncricinfo.com/db/PICTURES/CMS/176600/176631.jpg
MS Dhoni gives a press conference on arrival in New Zealand, Auckland, January 13, 2014
rajnish manga
14-01-2014, 12:07 PM
भारतीय क्रिकेट टीम का आनेवाला न्यूज़ीलैंड दौरा नये और पुराने खिलाड़ियों के लिये क्या मायना रखता है, इसका विश्लेषण आपने बहुत अच्छे अंदाज़ में प्रस्तुत किया है.
भारतीय क्रिकेट टीम का आनेवाला न्यूज़ीलैंड दौरा नये और पुराने खिलाड़ियों के लिये क्या मायना रखता है, इसका विश्लेषण आपने बहुत अच्छे अंदाज़ में प्रस्तुत किया है.
:hello::hello::hello:
Dr.Shree Vijay
14-01-2014, 05:09 PM
सटीक एवं सुंदर विश्लेषण..............
सटीक एवं सुंदर विश्लेषण..............
:hello::hello::hello:
नेपियर. मैक्लीन पार्क में हो रहे पहले वनडे मुकाबले में न्यूजीलैंड ने इंडिया के सामने 293 रन की चुनौती रखी है। टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी मेजबान टीम ने 7 विकेट के नुकसान पर 292 रन बनाए। कोरी एंडरसन 68 रन बनाकर नाबाद रहे। इंडिया के लिए मोहम्मद शमी ने 4 विकेट चटकाए। जडेजा, भुवनेश्वर और इशांत को 1-1 विकेट मिला।
ब्रेंडन मैक्कुलम 30 रन की आतिशी पारी खेलकर आउट हुए। 42वें ओवर में भुवनेश्वर कुमार ने टीम को बड़ी सफलता दिलाते हुए मैक्कुलम को आउट किया। आउट स्विंग होती गेंद मैक्कुलम के बल्ले का किनारा लेते हुए कप्तान धोनी के दस्तानों में चली गई। विकेट के पीछे धोनी ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए मुश्किल कैच लपका।
expert comment: जब कोरी एंडरसन ने वेस्ट इंडीज के खिलाफ वनडे की सबसे तेज सेंचुरी लगाई थी, तब कमेंट्री कर रहे सुनील गावसकर ने कहा था - यह तो कमाल है। 36 गेंदों में शतक। मैंने तो अपना खाता खोलने के लिए 36 गेंदों का सामना किया था।
शमी और जडेजा की मेहनत पर इशांत शर्मा पानी फेरा। उन्होंने 40वें ओवर में 17 रन लुटाकर ब्रेंडन मैक्कुलम को हाथ खोलने का मौका दे दिया।
stat attack: रॉस टेलर का कैच लपकने के साथ ही धोनी ने वनडे में 300 शिकार पूरे किए। यह उनका 221वां कैच रहा। इसके अलावा उन्होंने 79 स्टंपिंग भी की हैं।
शमी ने दिया चौथा झटका
रॉस टेलर अर्धशतकीय पारी खेलकर शमी का तीसरा शिकार बने। वे 55 रन बनाकर आउट हुए। शमी की वाइड गेंद पर टेलर ने गलती कर दी। उन्होंने बाहर जाती गेंद पर शॉट खेला, लेकिन उसे बाउंड्री पार पहुंचाने की जगह विकेटकीपर धोनी को कैच दे बैठे।
जडेजा का वार
केन विलियमसन 71 रन बनाकर जडेजा की गेंद पर आउट हुए। जड्डू ने जोड़ी-ब्रेकर की भूमिका निभाते हुए विलियमसन को आउट किया। केन सिली मिड ऑफ पर खड़े अजिंक्य रहाणे द्वारा लपके गए। उन्होंने अपने शानदार पचासे में 7 चौके जड़े। आउट होने से पहले उन्होंने टेलर के साथ तीसरे विकेट के लिए 121 रन की साझेदारी की।
टॉप पर शमी
शमी एक बार फिर टीम इंडिया के लिए सबसे असरदार बॉलर साबित हुए। ओपनर राइडर को बोल्ड करने के बाद उन्होंने दूसरे सलामी बल्लेबाज मार्टिन गुप्टिल को भी चलता किया। 8वें ओवर में शमी की बाहर जाती गेंद पर गुप्टिल अपना धैर्य खो बैठे। बैकफुट पर जाकर कट शॉट खेलने के प्रयास में उन्होंने पहली स्लिप पर खड़े आर अश्विन को आसान कैच थमा दिया। वे 23 गेंदों का सामना करने के बाद कुल 8 रन बनाकर आउट हुए।
http://www.espncricinfo.com/db/PICTURES/CMS/177000/177003.jpg
http://www.espncricinfo.com/db/PICTURES/CMS/176900/176999.jpg
http://www.espncricinfo.com/db/PICTURES/CMS/176900/176993.jpg
नेपियर. मैक्लीन पार्क में हुए पहले वनडे मुकाबले में मेजबान न्यूजीलैंड ने इंडिया को 24 रन से हराया। 293 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया 48.4 ओवरों में 268 रन बनाकर ऑलआउट हुई। विराट कोहली ने शतक जरूर लगाया, लेकिन वे टीम को जीत नहीं दिला सके।
इस जीत के साथ ही मेजबान कीवी टीम ने पांच मैचों की वनडे सीरीज में 1-0 की लीड ले ली। नाबाद 68 रन की पारी खेलने और 2 विकेट लेने के लिए कोरी एंडरसन प्लेयर ऑफ द मैच चुने गए।
जिस बात का डर था वही हुआ। इंडियन बल्लेबाज न्यूजीलैंड की पिचों पर बड़े स्कोर का पीछा करने में एक बार फिर फेल हुए। न्यूजीलैंड के मिचेल मैकक्लेनाघन के खिलाफ पहली बार उतरे भारतीय बल्लेबाज रनों के लिए संघर्ष करते नजर आए। मिचेल ने कुल 68 रन के खर्च पर रोहित शर्मा, विराट कोहली, कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और रविंद्र जडेजा जैसे धुरंधरों को आउट किया।
293 रन के विशाल स्कोर को हासिल करने के लिए धोनी ब्रिगेड को अच्छी शुरुआत की जरूरत थी, लेकिन ऐसा हो ना सका। रोहित 3 रन बनाकर आउट हुए, तो कुछ ही देर बाद शिखर धवन भी 32 रन बनाकर पवेलियन लौट गए।
अजिंक्य रहाणे (7) और सुरेश रैना (18) के फेल होने के बाद विराट कोहली (123) ने कप्तान धोनी (40) के साथ मिलकर पारी को जैसे-तैसे 4 विकेट पर 129 रन के स्कोर से उठाकर 224 रन तक पहुंचाया, लेकिन 43वें ओवर में मैकक्लेनाघन ने धोनी का संघर्ष भी खत्म कर दिया।
रविंद्र जडेजा बॉलिंग में तो फ्लॉप हुए ही, उसके बाद उन्होंने 0 पर आउट होकर रही-सही कसर पूरी कर दी।
आईसीसी टीम रैंकिंग में भारत से काफी नीचे 8वें पायदान पर बैठी कीवी टीम ने चैंपियन जैसा प्रदर्शन किया। उसके गेंदबाजों ने जहां सटीक बॉलिंग की, वहीं फील्डरों ने चुस्ती दिखाकर रनों पर रोक लगाई।
पचासा लगाने वाले कोरी एंडरसन ने 2 विकेट भी चटकाए। टिम साउथी, एडम मिल्न और केन विलियमसन को 1-1 विकेट मिला।
खेल डेस्क. टीम इंडिया के सितारे एक बार फिर विदेशी मैदानों पर फेल होकर जमीन पर आ गए। हालांकि, टीम इंडिया के लिए गेंदबाजी में एक बार फिर स्टार रहे मोहम्मद शमी। उन्होंने अपनी तरफ से 100 परसेंट एफर्ट लगाते हुए मैच में 4 विकेट चटकाए। इसके साथ ही उन्होंने इंडियन दिग्गज जवागल श्रीनाथ की बराबरी भी कर ली।
बहरहाल, न्*यूजीलैंड में यदि आगे होने वाले मुकाबलों में धोनी ब्रिगेड ने अपना प्रदर्शन नहीं सुधारा तो आईसीसी वनडे टीम रैंकिंग में वह अपनी नंबर 1 पोजिशन गंवा देगा। इंडियन टीम का कुछ वैसा ही हाल होगा जैसा कि 2011 के इंग्लैंड टूर पर हुआ था। नंबर 1 का तमगा लेकर इंग्लैंड पहुंची टीम अपनी बादशाहत गंवाकर घर लौटी थी।
नेपियर में मिली हार के अलावा टीम के लिए कुछ पॉजिटिव बातें भी हुईं। कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने 300 शिकार पूरे किए तो विराट कोहली ने सेंचुरी जड़ी।
करियर का बेस्ट प्रदर्शन
मोहम्मद शमी ने 55 रन के खर्च पर चार कीवी बल्लेबाजों को आउट किया। यह उनके वनडे करियर का बेस्ट परफॉर्मेंस भी रहा। उन्होंने वनडे में पहली बार 4 विकेट चटकाए हैं।
http://i7.dainikbhaskar.com/thumbnail/600x519/web2images/www.bhaskar.com/2014/01/20/0948_2.jpg
श्रीनाथ की बराबरी
नेपियर में खेलते हुए यह किसी भी भारतीय गेंदबाज द्वारा किया अबतक का दूसरा बेस्ट प्रदर्शन भी रहा। शमी ने पूर्व तेज गेंदबाज जवागल श्रीनाथ के कारनामे को दोहराया। श्रीनाथ ने 16 फरवरी 1995 में हुए नेपियर वनडे में 52 रन के खर्च पर 4 विकेट चटकाए थे। शमी श्रीनाथ से महज 3 रन पीछे रह गए।
सुपरफ्लॉप हुए अश्विन
आर अश्विन के करियर का यह सबसे घटिया दौर है। पिछले चार वनडे मैचों में से तीन में वे विकेट नहीं ले पाए। उन्होंने आखिरी विकेट 8 दिसंबर 2013 को डरबन में हुए वनडे में चटकाया था। जोहानिसबर्ग, सेंचुरियन और नेपियर में वे एक भी विकेट नहीं ले पाए।
अबतक वनडे में उन्होंने 70 पारियों में गेंदबाजी की है, जिसमें से कुल 18 में वे विकेट नहीं ले पाए।
हार की हैट्रिक
इस पराजय के साथ ही वनडे की नंबर 1 टीम धोनी ब्रिगेड ने लगातार तीसरा वनडे मैच गंवाया है। इससे पहले साउथ अफ्रीका में टीम लगातार दो वनडे हारी थी।
इसके अलावा न्यूजीलैंड के खिलाफ टीम इंडिया चार साल बाद वनडे मैच हारी है। कीवी टीम के खिलाफ इंडिया को आखिरी बार 25 अगस्त 2010 को पराजय मिली थी। उसके बाद से खेले लगातार 6 वनडे मैचों में भारतीय टीम विजयी रही।
खेल डेस्क। हैमिल्टन में भारत की टीम लगातार दूसरा मैच न्यूजीलैंड से हार गई है। भारत जिसकी बल्लेबाजी का डंका दुनियाभर में बजता है उसके कुछ बल्लेबाज पिछले कुछ मैचों में ख्याति के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं। अगर विराट कोहली को छोड़ दिया जाए तो कोई भी बल्लेबाज बड़ी पारी खेलने में सफल नहीं हो सका है।
मौजूदा टीम इंडिया में एक या दो बल्लेबाज ही रन बना रहे हैं। शीर्ष और मध्यक्रम लगातार विफल हो रहा है। गेंदबाज भी लय में नहीं दिख रहे हैं। ऐसे में सोचने वाली बात यह है कि आखिर एक दो खिलाड़ियों के बूते पर कब तक टीम इंडिया वनडे चैंपियन बनी रह सकती थी।
टीम इंडिया की लगातार हार के वैसे तो कई कारण हैं लेकिन इन हार के पीछे कप्तान धोनी के खुद के अपने चहेते खिलाड़ियों का प्रदर्शन है। चाहे फिर वे रैना, जड़ेजा, इशांत या अश्विन ही क्यों न हों। अगर आप इनके पिछले कुछ मैचों में किए गए प्रदर्शन पर नजर डालेंगे तो देखेंगे कि इनका प्रदर्शन बहुत ही साधारण रहा है।
टीम इंडिया के मध्यक्रम के धाकड़ बल्लेबाज सुरेश रैना टीम में लगातार बने हुए हैं। लेकिन लगता है कि अब ज्यादा दिन इसी प्रदर्शन के बूते पर टीम में नहीं टिक पाएंगे। रैना ने अपना पिछला शतक 13 जनवरी 2010 को ढ़ाका में श्रीलंका के खिलाफ लगाया था। वहीं, रैना ने अपना पिछला अर्धशतक 1 अगस्त 2013 को जिम्बावे के खिलाफ लगाया था।
सुरेश रैना ने अब तक टीम इंडिया के लिए कुल 188 वनडे मैच खेले हैं। 3 शतक और 29 अर्धशतकों की मदद से उन्होंने अब तक कुल 4565 रन बनाए हैं। इस दौरान उनकी बल्लेबाजी का स्ट्राइक रेट 91.44 रहा है। वनडे मैचों में उनका बेस्ट स्कोर नाबाद 116 रन रहा है।
* मौजूदा सीरीज में रैना ने न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले 2 मैचों में 26.50 की एवरेज से कुल 53 रन बनाए हैं। इस दौरान उनका उच्च स्कोर 35 रन रहा।
* रैना ने 5 दिसंबर 2013 को साउथ अफ्रीका के खिलाफ हुई सीरीज के 3 मैचों की 2 इनिंग्स में 25.00 की एवरेज से कुल 50 रन बनाए थे। सीरीज में उनका बेस्ट स्कोर 36 रन था।
* रैना ने 21 नवंबर 2013 को वेस्टइंडीज संग हुई सीरीज के 3 मैचों में 19.00 की एवरेज से कुल 57 रन बनाए थे। इस दौरान उनका उच्च स्कोर 34 रन था।
* 13 अक्टूबर 2013 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 6 मैचों की चार इनिंग्स में 25.00 की एवरेज से कुल 100 रन बनाए थे। उनका उच्च स्कोर 39 रहा था।
* सुरेश रैना ने जिम्बावे के खिलाफ 5 मैचों की 4 इनिंग्स में 45.50 की एवरेज से कुल 97 रन बनाए थे। इस दौरान उनका उच्च स्कोर 65 रन था।
* 30 जून 2013 से वेस्टइंडीज और श्रीलंका संग शुरू हुई त्रिकोणीय सीरीज के 5 मैचों में 30.75 की एवरेज से कुल स्कोर 123 ही बनाए थे। सीरीज में उनका उच्च स्कोर 44 रन था।
टीम इंडिया के गेंदबाज इशांत शर्मा के प्रदर्शन को देखते हुए कहा नहीं जा सकता कि वे कब तक टीम में अपना स्थान सुरक्षित रख पाएंगे। उनकी इकॉनोमी और स्ट्राइक रेट सवालों के घेरे में है। फील्डिंग और बल्लेबाजी भी उनकी मदद करती नहीं दिख रही है। टीम जल्द ही उनके विकल्पों की ओर देख सकती है। इशांत शर्मा ने अभी तक कुल 72 वनडे खेले हैं जिनमें उन्होंने 102 विकेट लिए हैं। इस दौरान उनका बेस्ट प्रदर्शन 4/38 रहा है।
इशांत शर्मा का पिछली 5 वनडे सीरीज में प्रदर्शन
* मौजूदा सीरीज में न्यूजीलैंड के खिलाफ 2 मैचों में 118 रन (15 ओवर) लुटाते हुए इशांत शर्मा ने कुल 2 विकेट लिए हैं। इन दोनों मैचों में उनका बेस्ट प्रदर्शन 1/46 रहा है।
* साउथ अफ्रीका के खिलाफ 2 मैचों में 78 रन (17 ओवर में ) खर्च कर कुल 4 विकेट लिए। इस दौरान उनका बेस्ट प्रदर्शन 4/40 रहा।
* ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 3 मैचों में 189 रन (24 ओवर) की कीमत पर 2 विकेट लिए। इस दौरान उनका बेस्ट प्रदर्शन 1/56 रहा।
* वेस्टइंडीज, श्रीलंका और भारत संग त्रिकोणीय सीरीज के पांच मैचों में 211 (37 ओवर) पर 8 विकेट लिए। सीरीज में उनका बेस्ट प्रदर्शन 2/17 था।
* आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के 5 मैचों में 218 रन (38 ओवर) खर्च कर कुल 10 विकेट लिए। चैंपियंस ट्रॉफी में उनका बेस्ट प्रदर्शन 3/33
रहा।
अश्विन ने भारत के लिए कुल 72 वनडे मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने कुल 96 विकेट हासिल किए हैं। वनडे मैचों में उनका बेस्ट प्रदर्शन 3/24 है।
लेकिन पिछले 5 मैचों में जिस तरह से अश्विन ने प्रदर्शन किया है उससे लगता नहीं है कि वे टीम में ज्यादा दिन ठहर पाएंगे। अश्विन अपने पिछले 5 पांच वनडे मैचों में सिर्फ 1 विकेट ही लेने में सफल रहे हैं।
अश्विन का पिछली 5 वनडे मैचों में प्रदर्शन
* 22 जनवरी 2014 को हैमिल्टन में न्यूजीलैंड के खिलाफ 50 रन देकर 0 विकेट।
*19 जनवरी 2014 को नैपियर में न्यूजीलैंड के खिलाफ 52 रन देकर 0 विकेट।
* 11 दिसंबर 2013 को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सेंचुरियन में 63 रन देकर 0 विकेट।
* 8 दिसंबर 2013 को डरबन में साउथ अफ्रीका के खिलाफ 48 रन देकर 1 विकेट।
* 5 दिसंबर 2014 को जोहांसबर्ग में साउथ अफ्रीका के खिलाफ 58 रन देकर 0 विकेट।
हरफनमौला जडेजा का प्रदर्शन
जडेजा ने अब तक कुल 94 वनडे खेले हैं जिनमें 63 इनिंग्स में बल्लेबाजी करते हुए उन्होंने 79.59 की स्ट्राइक रेट से कुल 1334 रन बनाए हैं। इस दौरान उनका उच्च स्कोर 78 रन रहा है। अपने वनडे करियर में जडेजा ने 6 अर्धशतक लगाए हैं। वहीं, 94 मैचों की 91 पारियों में 32.59 की एवरेज से कुल 111 विकेट लिए हैं। एक गेंदबाज के तौर पर उनका बेस्ट प्रदर्शन 5/36 रहा है। जडेजा को टीम में एक आलराउंडर के तौर लिया जाता है। लेकिन पिछले कुछ मैचों से उनका प्रदर्शन साधारण है।
पिछले पांच वनडे मैचों में जड़ेजा का प्रदर्शन
* 22 जनवरी 2014 को हैमिल्टन में न्यूजीलैंड के खिलाफ 46 रन देकर 1 विकेट लिया और 12 रन बनाए
* 19 जनवरी 2014 को नेपियर में न्यूजीलैंड के खिलाफ 61 रन लुटाते हुए 1 विकेट लिया और शू्न्य पर आउट हो गए
* 11 दिसंबर 2013 को सेंचुरियन में साउथ अफ्रीका के खिलाफ 32 रन देकर 0 विकेट
* 8 दिसंबर 2013 को डरबन में साउथ अफ्रीका के खिलाफ 49 रन देकर 1 विकेट लिया। रन बनाए 26
* 5 दिसंबर 2013 को जोहांसबर्ग में साउथ अफ्रीका के खिलाफ 58 रन देकर 0 विकेट, रन बनाए 29
शिखर धवन ने अब तक भारत के लिए कुल 33 वनडे मैच खेले हैं। धवन ने 32 इनिंग्स में 92.52 की धांसू स्ट्राइक रेट से कुल 1275 रन बनाए हैं। इस दौरान उनका उच्च स्कोर 119 रन रहा है। जिसमें उनके 5 शतक और पांच अर्धशतक शामिल हैं। वैसे तो शिखर धवन एक आला दर्जे के बल्लेबाज हैं, उन्होंने बल्ले से कई धमाकेदार पारियां भी खेली हैं। लेकिन पिछले कुछ मैचों में उनका जैसा प्रदर्शन रहा है सवाल उठना लाजिमी है।
शिखर धवन का पिछली पांच पारियों में प्रदर्शन
* 22 जनवरी 2014 को हैमिल्टन में न्यूजीलैंड के खिलाफ 12 रन
* 19 जनवरी 2014 को नेपियर में न्यूजीलैंड के खिलाफ 32 रन
* 8 दिसंबर 2013 को डरबन में साउथ अफ्रीका के खिलाफ 0 रन
* 5 दिसंबर 2013 को जोहांसबर्ग में साउथ अफ्रीका के खिलाफ 12 रन
* 27 नवंबर 2013 को कानपुर में वेस्टइंडीज के खिलाफ 119 रन
हेमिल्टन. सेडॉन पार्क में हुए चौथे वनडे मुकाबले में मेजबान न्यूजीलैंड ने इंडिया को 7 विकेट से हराया। इस जीत के साथ ही कीवी टीम ने पांच मैचों की सीरीज 3-0 से अपने नाम कर ली। यह टीम इंडिया की वनडे में लगातार दूसरी सीरीज पराजय है।
मैक्कुलम ने 48.1वें ओवर में छक्का जड़कर टार्गेट पूरा किया। वे चार चौकों और तीन छक्कों की मदद से 49 रन बनाकर नाबाद रहे। दूसरे छोर पर रॉस टेलर 112 के स्कोर पर नॉटआउट रहे।
धोनी ब्रिगेड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था। कप्तान धोनी ने टीम में दो बड़े बदलाव किए, लेकिन इसके बावजूद वे मैच का नतीजा नहीं बदल सके। ओपनर रोहित शर्मा के अतिरिक्त शेष टॉप ऑर्डर फेल हुआ। कप्तान धोनी और रविंद्र जडेजा की नाबाद हाफ सेंचुरी के दम पर इंडिया ने पांच विकेट पर 278 रन का स्कोर खड़ा किया। (पढ़ें मैच का विश्लेषण)
जवाब में न्यूजीलैंड ने 48.1 ओवरों में महज तीन विकेट के नुकसान पर टार्गेट को हासिल कर लिया। केन विलियमसन ने 60 और रॉस टेलर ने 112* रनों की पारियां खेलीं। इंडिया के लिए मोहम्मद शमी और वरुण आरोन ने एक-एक विकेट चटकाया।
वनडे की बादशाहत छिनी
इस सीरीज में पराजय के साथ ही धोनी ब्रिगेड ने आईसीसी वनडे टीम रैंकिंग में पहला स्थान गंवा दिया है। इंग्लैंड को पराजित करने वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम अब नंबर 1 पर आ गई है।
पांच सालों में सबसे बड़ी जीत
घरेलू मैदानों पर खेलते हुए पिछले पांच सालों में यह कीवी टीम की सबसे बड़ी वनडे जीत है। इससे पहले उसने घरेलू सीरीज में सिर्फ बांग्लादेश और जिम्बाब्वे को मात दी थी। ऑस्ट्रेलिया, पाकिस्तान और इंग्लैंड के खिलाफ उसे सीरीज गंवानी पड़ी थी।
टीम इंडिया न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में नौ साल बाद पराजित हुई है। इससे पहले अगस्त 2005में जिम्बाब्वे, न्यूजीलैंड और इंडिया के बीच हुई वीडियोकॉन ट्राइएंगुलर सीरीज में मेजबान कीवी टीम ने बाजी मारी थी।
विलियमसन का लगातार चौथा पचासा
केन विलियमसन ने शानदार फॉर्म बरकरार रखते हुए चौथे वनडे में भी हाफ सेंचुरी लगाई। 7.2वें ओवर में जेसी राइडर के 19 रन के निजी स्कोर पर आउट होने के बाद वे क्रीज पर आए थे। उन्होंने रॉस टेलर के साथ मोर्चा संभालते हुए तीसरे विकेट के लिए 130 रन जोड़े।
विलियमसन ने 82 गेंदों में 2 चौके व 2 छक्के लगाते हुए 60 रन बनाए। 34.2वें ओवर में एक अतिरिक्त रन लेने के प्रयास में वे रविंद्र जडेजा के सटीक थ्रो पर रन आउट हुए।
टेलर का तूफान
रॉस टेलर एक बार फिर टीम इंडिया पर भारी पड़े। मौजूदा वनडे सीरीज में अपना पहला शतक लगाते हुए उन्होंने 112 रन बनाए। यह उनके वनडे करियर का 9वां सैकड़ा रहा।
रोचक फैक्ट : इंडिया के लिए वनडे डेब्यू करने वाले बिन्नी 200वें खिलाड़ी हैं। उनके पिता रॉजर बिन्नी इंडिया के लिए खेलने वाले 30वें खिलाड़ी थे।
वरुण आरोन ने इंडिया को पहली सफलता दिलाते हुए जेसी राइडर को क्लीन बोल्ड किया। वे 19 रन की आतिशी पारी खेलकर आउट हुए। आउट होने से पहले उन्होंने गुप्टिल के साथ पहले विकेट के लिए 54 रन जोड़े। उनके बाद दूसरे ओपनर मार्टिन गुप्टिल मोहम्मद शमी का शिकार बने। गुप्टिल 6 चौकों व 1 छक्के की मदद से 35 रन बनाकर lbw आउट हुए।
राइडर बैकफुट पर जोर डालते हुए एक्सट्रा कवर की तरफ शॉट खेलना चाह रहे थे, लेकिन वे गेंद को मिस कर गए। बॉल उनके बैट और पैड के बीच से निकलते हुए लेग स्टंप उखाड़ ले गई।
इंडिया ने दी 279 रन की चुनौती
टीम इंडिया ने मेजबान के सामना 279 रन की चुनौती रखी। कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और रविंद्र जडेजा के नॉटआउट पचासों के दम पर मेहमान टीम ने 5 विकेट के नुकसान पर 278 रन बनाए। जडेजा 62 और कप्तान धोनी 79 रन बनाकर नाबाद रहे।
धोनी-जडेजा की जुंगलबंदी
रविंद्र जडेजा और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने टीम को 278 रन के स्कोर तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। कप्तान धोनी ने कुल 73 गेंदों में 6 चौके व 3 छक्के जड़ते हुए नाबाद 79 रन बनाए। दूसरे छोर से जडेजा ने अपना बल्लेबाजी फॉर्म जारी रखते हुए 54 गेंदों का सामना कर 8 चौकों व 2 छक्कों से सजी 62 रन की नॉटआउट पारी खेली। दोनों बल्लेबाजों ने छठे विकेट के लिए नाबाद 127 रनों की साझेदारी निभाई।
न्यूजीलैंड के खिलाफ विदेशी पिचों पर छठे विकेट के लिए यह अबतक की बेस्ट पार्टनरशिप है। धोनी और जडेजा ने मिलकर 28 साल पुराने रिकॉर्ड को तोड़ दिया। इससे पहले कपिल देव और रवि शास्त्री ने ब्रिसबेन में हुए वनडे में कीवी टीम के खिलाफ नाबाद 87 रन जोड़े थे। दोनों बल्लेबाजों ने यह साझेदारी 11 जनवरी 1986 को हुए वनडे में बनाई थी।
छठे विकेट के लिए विदेशी पिचों पर खेलते हुए ओवरऑल यह तीसरी बेस्ट इंडियन पार्टनरशिप है।
http://i4.dainikbhaskar.com/thumbnail/600x519/web2images/www.bhaskar.com/2014/02/08/3552_1.jpg
ऑकलैंड. ईडन पार्क में हो रहे टेस्ट मुकाबले का तीसरा दिन रोमांच से भरा रहा। इंडिया और न्यूजीलैंड को मिलाकर दिन में 17 विकेट गिरे। मेजबान टीम ने इंडिया के सामने 407 रन का टारगेट रखा। जवाब में स्टंप्स तक इंडिया ने 1 विकेट के नुकसान पर 87 रन बनाए। शिखर धवन 49 और चेतेश्वर पुजारा 22 रन बनाकर नाबाद रहे।
इंडिया को जीत के लिए 320 रनों की दरकार है और उसके 9 विकेट सुरक्षित हैं। इस मैदान पर टीम इंडिया का रिकॉर्ड काफी बेहतर है। यहां खेले चार मैचों में से दो में इंडिया ने जीत दर्ज की और दो मैच ड्रा पर खत्म हुए।
13 रन बनाकर विजय आउट
इंडिया को पहला झटका 36 रन के स्कोर पर लगा। ओपनर मुरली विजय टिम साउथी की गेंद पर लूज शॉट खेलकर आउट हुए। साउथी ने उन्हें विकेटकीपर वाटलिंग के हाथों लपकवाकर चलता किया। विजय 13 रन बनाकर आउट हुए।
इंडिया को मिला 407 रन का लक्ष्य
इशांत शर्मा और मोहम्मद शमी की घातक गेंदबाजी के आगे न्यूजीलैंड की दूसरी पारी कुल 105 रन पर सिमट गई। पहली पारी में मिली 301 रन की बढ़त के आधार पर कीवी टीम ने इंडिया के सामने 407 रन का लक्ष्य रखा।
दूसरे दिन के स्कोर 130 पर 4 विकेट से आगे खेलने उतरी टीम इंडिया अपने स्कोर में कुल 72 रनों का इजाफा कर पाई। नील वेगनर (64 रन देकर 4 विकेट), टिम साउथी (38 रन देकर 3 विकेट) और ट्रेंट बाउल्ट (38 रन देकर 3 विकेट) की तिकड़ी के आगे टीम इंडिया की पहली पारी कुल 202 रन पर सिमट गई।
न्यूजीलैंड के पास इंडिया को फॉलोऑन खेलाने का मौका था, लेकिन उसने अपनी बढ़त मजबूत करने के लिए बैटिंग करने का फैसला किया। दूसरी पारी में भारतीय गेंदबाजों का प्रदर्शन बेहतर रहा। इशांत शर्मा और मोहम्मद शमी ने 3-3 विकेट लेकर मिलकर मेजबान टीम को 105 रन पर ऑलआउट कर दिया।
रॉस टेलर (41), वाटलिंग (14) और नील वेगनर (14) के अलावा कोई अन्य कीवी बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा पार नहीं कर सका।
202 रन पर इंडिया ऑलआउट
न्यूजीलैंड के 503 रन के स्कोर के जवाब में भारत की पहली पारी 202 रन पर सिमट गई। न्यूजीलैंड के लिए वेगनर सबसे सफल गेंदबाज रहे। उन्होंने 11 ओवर में 64 रन देकर 4 विकेट चटकाए। वहीं ट्रेंट बाउल्ट और साउथी ने 38-38 रन देकर 3-3 विकेट झटके। भारत के दूसरे दिन के स्कोर में 8 रन ही जुड़े थे कि 138 के स्कोर पर रहाणे का विकेट गिरा। उन्हें साउथी ने टेलर के हाथों कैच करवाया।
रोहित शर्मा बड़ी पारी की ओर बढ़ते दिख रहे थे, लेकिन वे कुछ खास नहीं कर पाए। 72 रन के निजी स्कोर पर उन्हें ट्रेंट बाउल्ट ने क्लीन बोल्ड कर दिया।
रविंद्र जडेजा ने 30, कप्तान धोनी ने 10 और जहीर खान 14 रन का योगदान दिया।
रोहित ने खेली 72 रन की पारी
रोहित ने 120 गेंदों का सामना किया और 8 चौके और एक छक्के की मदद से 72 रन की पारी खेली। कप्तान धोनी भी आज कुछ ज्यादा नहीं कर सके। वह मात्र 10 रन के स्कोर पर वाग्नर की गेंद पर वाल्टिंग के हाथों लपके गए। कप्तान धोनी के बाद बल्लेबाजी करने उतरे जहीर खान (16 गेंद 14 रन) ने जुरूर कुछ करारे शॉट खेले लेकिन वह अधिक देर तक नहीं टिक सके। वह भी वाग्नर की गेंद पर वाल्टिंग के हाथों लपके गए। किवी बल्लेबाजों को समेटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले इशांत (0) को साउथी ने आउट किया। मोहम्मद शमी (2) को वाग्नर ने पेवेलियन भेजकर भारतीय पारी समेट दी।
फेल हुआ टॉप ऑर्डर
टीम इंडिया के टॉप तीन बल्लेबाज कीवी गेंदबाजों के आगे फेल हुए। शिखर धवन जहां बिना खाता खोले पवेलियन लौटे, वहीं विराट कोहली 4 और चेतेश्वर पुजारा कुल 1 रन ही बना सके। धवन और पुजारा को ट्रेंट बाउल्ट ने चलता किया। विराट टिम साउथी का शिकार बने।
ओपनर मुरली विजय ने 60 गेंदों का संघर्ष दिखाते हुए 26 रन जरूर बनाए, लेकिन कीवी बॉलर वेगनर की रफ्तार के आगे वे भी अपना विकेट नहीं बचा सके। वेगनर ने उन्हें क्लीन बोल्ड कर आउट किया।
न्यूजीलैंड 503 पर ऑलआउट, इशांत ने झटके 6 विकेट
इससे पहले ब्रेंडन मैक्कुलम के धमाकेदार दोहरे शतक की बदौलत न्यूजीलैंड ने पहली पारी में 503 रन बनाए। इशांत शर्मा ने 134 रन देते हुए 6 विकेट चटकाए। जहीर खान ने 132 रन लुटाने के बाद 2 बल्लेबाजों को आउट किया। रविंद्र जडेजा और मोहम्मद शमी को 1-1 विकेट मिला।
न्यूजीलैंड के लिए ब्रेंडन मैक्कुलम ने 224 रन की पारी खेली। केन विलियमसन ने 113 और कोरी एंडरसन ने 77 रनों का योगदान दिया।
Dr.Shree Vijay
09-02-2014, 11:48 AM
बेहतरीन कवरेज.............
ऑकलैंड . वनडे सीरीज में हराने के बाद टेस्*ट सीरीज में भी भारत की खराब शुरुआत हुई है। रविवार को ऑकलैंड में पहले टेस्*ट के चौथे दिन न्*यूजीलैंड ने भारत को शर्मनाक तरीके से हरा दिया। इस जीत के साथ ही दो टेस्ट मैचों की सीरीज में न्यूजीलैंड ने 1/0 की बढ़त बना ली है। उल्लेखनीय है कि 12 सालों बाद टीम इंडिया को न्यूजीलैंड में इस शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा है। इससे पहले 2002 में न्यूजीलैंड ने भारत को वेलिंगटन टेस्ट में 10 विकेट से हराया था। धोनी के नेतृत्*व में विदेशी धरती पर यह भारत की 11वीं हार है। इसके साथ ही धोनी विदेश में सबसे ज्*यादा टेस्*ट मैच हारने वाले कप्*तान बन गए हैं।
धोनी से पहले मंसूर अली खां पटौदी, मोहम्मद अजहरुद्दीन और सौरव गांगुली की कप्तानी में भारत ने विदेश में 10 टेस्ट मैच गंवाए थे। इनके बाद बिशन सिंह बेदी (8 टेस्ट), सुनील गावस्कर एवं सचिन तेंडुलकर (6-6 टेस्ट), लाला अमरनाथ, विजय हजारे, दत्तू गायकवाड, राहुल द्रविड और अनिल कुंबले (4-4 टेस्ट) का नंबर आता है।
कप्तान के रूप में विदेशी सरजमीं पर सबसे ज्*यादा मैच हारने का विश्व रेकॉर्ड न्यूजीलैंड के स्टीफन फ्लेमिंग और वेस्ट इंडीज के ब्रायन लारा के नाम पर दर्ज है। इन दोनों की कप्तानी में उनकी टीमों को विदेशों में 16-16 बार हराया गया है।
भारत ने बनाई हार की सेंचुरी
ऑकलैंड में हार के साथ भारत ने विदेशी सरजमीं पर हार का सैकड़ा पूरा किया है। अब टीम इंडिया विदेश में 100 या इससे अधिक मैच हारने वाली चौथी टीम बन गई। इस मामले में इंग्लैंड (161), वेस्ट इंडीज (112) और ऑस्ट्रेलिया (106) के बाद अब भारत का नाम आ गया है। यह भारत की 477वें टेस्ट मैच में कुल 151वीं हार है।
विदेश में खराब रेकॉर्ड
धोनी के नेतृत्*व में पिछले कुछ साल से विदेश में भारत का रिकॉर्ड बेहद खराब रहा है। 2011 में इंग्लैंड में भारत सभी चार मैचों में हार गया था। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया में भी भारत ने चारों मैच गंवाए। हालांकि, एडिलेड में चौथे टेस्ट मैच में कप्*तानी वीरेंद्र सहवाग ने की थी। धोनी के नेतृत्व में भारत ने हाल में दक्षिण अफ्रीकी दौरे में डरबन में खेला गया टेस्ट मैच दस विकेट से गंवाया था।
पांच मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला 0-4 से गंवाने वाले भारत को इस तरह से न्यूजीलैंड के वर्तमान दौरे में अब भी अपनी पहली जीत का इंतजार है। दूसरा टेस्ट 14 फरवरी से वेलिंगटन में खेला जाएगा।
टीम इंडिया ने पहले टेस्ट के तीसरे दिन कमाल का प्रदर्शन किया था। एक समय लग रहा था कि चौथे दिन ही भारत आसानी से इस टेस्ट मैच को जीत लेगी, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ और न्यूजीलैंड ने रोमांचक मैच में टीम इंडिया को 40 रनों से हरा दिया। न्यूजीलैंड के गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 407 रनों का पीछा कर रही टीम इंडिया की दूसरी पारी को 366 रनों पर समेट दिया।
ईडन पार्क की तेज गेंदपट्टी पर भारतीय सितारों के साहस भरे प्रदर्शन के कारण जीत की हल्की सी किरण दिखाई देने लगी थी। शिखर धवन ने 115 रन की पारी खेलकर मैच को भारत के पक्ष में कर दिया था, लेकिन लगातार अंतराल से विकेट गिरते रहे और भारत के हाथ से जीत फिसल गई।
मैच के बाद धोनी...
‘हमारी बल्लेबाजी बिलकुल भी अच्छी नहीं रही, खासतौर पर पहली पारी में। दूसरी पारी में भी कुछ बल्लेबाजों का ही परफॉर्मेस संतोषजनक रहा’। हालांकि, गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया और उन्हीं की बदौलत हम मैच में वापसी कर सके। यह हमारे गेंदबाजों के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शनों में से एक था। मैं उम्मीद करता हूं कि उनका यह प्रदर्शन आगे भी जारी रहेगा।
rajnish manga
10-02-2014, 12:47 PM
हार-जीत को भूल कर देखा जाए तो यह मैच 'टैस्ट मैच' क्रिकेट के रोमांच का प्रतीक बन कर सामने आया. यह एक बार फिर सिद्ध हो गया कि 'टैस्ट क्रिकेट' ही वास्तविक क्रिकेट है.
वेंलिंगटन. यहां बेसिन रिजर्व स्टेडियम में हो रहे दूसरे टेस्ट मुकाबले का पहला दिन टीम इंडिया के नाम रहा। मेजबान की पहली पारी कुल 192 रन पर समेटने के बाद मेहमान इंडिया ने स्टंप्स तक 2 विकेट पर 100 रन बनाए। पहले दिन का खेल खत्म होने तक शिखर धवन 71 रन और नाइटवॉचमैन इशांत शर्मा 3 रन बनाकर नाबाद रहे।
शिखर धवन और इशांत शर्मा ने मिलकर पहला दिन इंडिया के नाम किया। धवन ने जहां बेहतरीन हाफ सेंचुरी लगाई, वहीं इशांत शर्मा ने अपना अच्छा प्रदर्शन जारी रखते हुए 6 विकेट चटकाए। न्यूजीलैंड के लिए एक बार फिर केन विलियमसन बेस्ट बल्लेबाज साबित हुए, जिन्होंने 47 रन की पारी खेली।
सस्ते में आउट हुए मुरली-पुजारा
टीम इंडिया को पहला झटका महज 2 रन के योग पर लगा। आईपीएल नीलामी में राजस्थान द्वारा 1 करोड़ 20 लाख रुपए में खरीदे गए टिम साउथी ने ओपनर मुरली विजय को कुल 2 रन के निजी स्कोर पर आउट किया। मुरली खराब शॉट खेलकर विकेटकीपर वाटलिंग को आसान कैच थमा बैठे।
चेतेश्वर पुजारा ने शिखर धवन के साथ मोर्चा संभाल लिया था, लेकिन 25वें ओवर में पुजारा भी चूक गए। ट्रेंट बाउल्ट ने उन्हें बेहतरीन डिलिवरी पर lbw आउट किया। पवेलियन लौटने से पहले पुजारा ने धवन के साथ दूसरे विकेट के लिए 87 रन जोड़े।
कीवी टीम 192 पर ऑलआउट
इशांत शर्मा और मोहम्मद शमी की घातक गेंदबाजी के दम पर टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड की पहली पारी 192 रन पर समेट दी। कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया था। इशांत ने शमी के साथ मिलकर अपने कप्तान के निर्णय को सही ठहराते हुए 6 विकेट झटके।
कीवी ओपनर हामिश रदरफोर्ड ने पीटर फुल्टन के साथ पहले विकेट के लिए 23 रन जोड़ लिए थे, लेकिन 10वें ओवर की तीसरी गेंद पर इशांत शर्मा ने उन्हें शॉर्ट बॉल पर ट्रैप कर लिया। रदरफोर्ड गेंद को समझ नहीं पाए। बॉल उनके ग्लव्स की चूमती हुई हवा में उछली। स्लिप फील्डर मुरली विजय ने कैच लेने में कोई गलती नहीं की। रदरफोर्ड 12 रन बनाकर पवेलियन लौट गए।
इशांत का अगला ओवर और भी घातक रहा। उन्होंने दूसरे ओपनर पीटर फुल्टन को दूसरी ही गेंद पर lbw आउट कर दिया।
न्यूजीलैंड ने 23वें ओवर की पहली गेंद तक अपने 4 विकेट कुल 45 रन के योग पर गंवा दिए थे। केन विलियमसन ने 47 रन की पारी खेलकर न्यूजीलैंड को 133 रन के स्कोर तक पहुंचाया। उनके अलावा जेम्स नीशाम और टिम साउथी ने क्रमशः 33 व 32 रनों की उपयोगी पारियां खेलीं। इन तीन के अलावा कोई अन्य बल्लेबाज क्रीज पर टिक नहीं सका।
इंडिया के लिए इशांत शर्मा ने 51 रन देकर 6 विकेट चटकाए। मोहम्मद शमी ने 70 रन के खर्च पर 4 विकेट झटके।
दो नोबॉल ने बिगाड़ा खेल
न्यूजीलैंड की पारी के दौरान दो नोबॉल गेंदों पर विकेट गिरे, जिसे अंपायर ने अमान्य कर दिया। इसमें पहला वाकया जहीर के साथ हुआ। वहीं दूसरी बार घातक फॉर्म में चल रहे इशांत के साथ घटा। यदि इन दोनों ही गेंदों पर विकेट मिल जाते तो न्यूजीलैंड की टीम को समेटने में आसानी होती थी।
vBulletin® v3.8.9, Copyright ©2000-2024, vBulletin Solutions, Inc.