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View Full Version : दोस्तों की नजर


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khalid
11-11-2010, 02:50 PM
दोस्तोँ मैँ एक सुत्र बना रहा हुँ जिसमेँ किसी भी मित्रोँ के मजबुत और कमजोर पक्ष के बारे मेँ अपनी राय देनी हैँ
कृप्या ध्यान रखे कि अभद्र भाषा के प्रयोग पर पाबन्दी रहेगी. हमेँ सिर्फ अपने मित्रोँ के बारे मेँ अपनी स्वतंत्र राय देनी हैँ. उनका अपमान करने का उद्देश्य नहीँ हैँ

munneraja
11-11-2010, 03:22 PM
सबसे पहले मुन्ना :
मैं खुद मानता हूँ कि मैं नियम पालन और अनुशासन में कठोर हूँ
लेकिन आप मेरे व्यवहार से क्या सोचते हैं ??

aksh
11-11-2010, 03:31 PM
सबसे पहला व्यक्ति चुनने का अधिकार मुझे दिया है अनुज खालिद ने तो मैं चुनता हूँ इस कार्य के लिए सबसे पहले जय भैया को.

जय भैया ( भाईजी )

मजबूत पक्ष

1) कुशल नियामक

२) डांट और प्यार का अनोखा संगम.

३) ज्यादातर काम प्यार से निकालने में महारत.

४) हिंदी पर बहुत ही कुशल नियंत्रण और पकड़.

५) कवि ह्रदय.

६) स्वच्छ और साफ़ सुथरी छवि.

७) कम लेकिन सार गर्भित प्रविष्टियाँ.

८) लाग लपेट कर बात ना करना.

कमजोर पक्ष

१) कवि ह्रदय का होना.

२) अंग्रेजी भाषा को बिलकुल भी उपयोग नहीं करते.

३) कभी कभी गलतियों को ध्यान नहीं देते.

४) मजबूत पक्ष का ज्यादा होना.

munneraja
11-11-2010, 03:33 PM
सबसे पहला व्यक्ति चुनने का अधिकार मुझे दिया है अनुज खालिद ने तो मैं चुनता हूँ इस कार्य के लिए सबसे पहले जय भैया को.
२) अंग्रेजी भाषा को बिलकुल भी उपयोग नहीं करते.


ये तो इनका मजबूत पक्ष है
क्योंकि यह एक हिंदी फोरम है

abhisays
11-11-2010, 03:40 PM
मेरे बारे में आप लोगो के क्या ख़यालात है...

aksh
11-11-2010, 03:42 PM
ये तो इनका मजबूत पक्ष है
क्योंकि यह एक हिंदी फोरम है

बड़े भैया ये आपका मजबूत पक्ष मिल गया मुझे. आप गलती तुरंत ही पकड़ लेते है. मेरा मतलब था कि मेरे विचार से कोई भी भाषा तब ही सम्रद्ध हो पाती है जब उसके अन्दर दूसरी भाषाओँ के प्रचलित और लोकप्रिय शब्दों को समय समय पर अपनाया जाता रहे. जैसे कि अंग्रेजी ने, जंगल, डकैत, सिपाही, लूट, गुरु, आदि को अंग्रेजी में अपनाया और इस्तेमाल किया. उसी तरह हमको भी हिंदी भाषा के क्लिष्ट शब्दों के स्थान पर कुछ शब्द अंग्रेजी जैसी भाषाओँ से भी ले लेने चाहिए. जैसे कि होटल, सेकण्ड ( द्वितीय ) थर्ड ( तृतीय ) . ये मेरे अपने निजी विचार हैं कि अगर हिंदी वो होगी जो हिंदी फिल्मों में बोली जाती है तो जल्दी से फैलेगी और फ़ैल भी रही है. कल्पना करें कि निजी जीवन में जो हिंदी हम यूज करते हैं अगर उसकी जगह क्लिष्ट हिंदी का प्रयोग करें तो कैसा लगेगा.

मुझे भी जय भैया की हिंदी पर नाज है. आपने देखा नहीं कि कवि ह्रदय होना दोनों पक्षों में लिखा है.

aksh
11-11-2010, 03:49 PM
मेरे बारे में आप लोगो के क्या ख़यालात है...

इस पर सूत्र के चेयर मैन श्री खालिद जी और md अक्ष शीघ्र ही फैसला सुनायेंगे. पहले जय भैया के बारे में ही चलेगा एक दिन तक. फिर एक समय पर जय भैया के बारे में विचार प्रविष्ट करना खालिद जी बंद कर देंगे तब जय भैया को एक आख़िरी प्रविष्टि करनी होगी अपने बारे में रखे गए सभी पक्षों पर अपने विचार रखते हुए. और खास तौर पर ये बताने के लिए कि वो अपने कमजोर पक्षों को कैसे मजबूत करेंगे. अभी जय भैया को कोई प्रविष्टि नहीं करनी है और ना ही किसी और के बारे में कोई राय अभी देनी है. साक्षात्कार की तरह ये भी पूरे एक दिन चलेगा. और कल के लिए मुन्ना भैया को चुन लिया गया है. उसके अगले दिन अभिषेक जी आप आयेंगे. धन्यवाद.

khalid
11-11-2010, 03:50 PM
मेरे बारे में आप लोगो के क्या ख़यालात है...

तनिक आराम से भैया
रउवा के भी नम्बर लागी अभी तो रउवा लोगन के अपन भाई जी के बारे मे लिखन दीहीँ अपन भि विचार रख्खीँ रउवा

abhisays
11-11-2010, 03:51 PM
इस पर सूत्र के चेयर मैन श्री खालिद जी और md अक्ष शीघ्र ही फैसला सुनायेंगे. पहले जय भैया के बारे में ही चलेगा एक दिन तक. फिर एक समय पर जय भैया के बारे में विचार प्रविष्ट करना खालिद जी बंद कर देंगे तब जय भैया को एक आख़िरी प्रविष्टि करनी होगी अपने बारे में रखे गए सभी पक्षों पर अपने विचार रखते हुए. और खास तौर पर ये बताने के लिए कि वो अपने कमजोर पक्षों को कैसे मजबूत करेंगे. अभी जय भैया को कोई प्रविष्टि नहीं करनी है और ना ही किसी और के बारे में कोई राय अभी देनी है. साक्षात्कार की तरह ये भी पूरे एक दिन चलेगा. और कल के लिए मुन्ना भैया को चुन लिया गया है. उसके अगले दिन अभिषेक जी आप आयेंगे. धन्यवाद.


काफी अच्छा सूत्र चालू किया है.. आपने और खालिद जी ने.. :bravo:

aksh
11-11-2010, 03:54 PM
सबसे पहले मुन्ना :
मैं खुद मानता हूँ कि मैं नियम पालन और अनुशासन में कठोर हूँ
लेकिन आप मेरे व्यवहार से क्या सोचते हैं ??

आपके लिए पूरी रिसर्च कमेटी लगी हुयी है. बड़े भैया ! आपके पास नौरंगा है आपके अन्दर कोई कमी हमको तो दिखाई देगी नहीं नहीं. फिर भी जैसा कि अभी एक प्रविष्टि में बताया गया है. कि आपके बारे में कल चर्चा करेंगे. और हाँ खालिद और अक्ष के बारे में कोई चर्चा नहीं ......

aksh
11-11-2010, 03:59 PM
सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया जय भैया के बारे में अपने विचार मजबूत और कमजोर पक्ष की श्रेणी में रख कर करें. जय भैया के बारे में मैंने जो एक दो सांकेतिक बातें कमजोर पक्ष में लिखी हैं वो सिर्फ सांकेतिक हैं ताकि आप सभी को सूत्र की रूप रेखा पता चल जाए. वैसे उनका कमजोर पक्ष है नहीं शायद. बाकी आप लोगों की राय आने पर पता चलेगा.

aksh
11-11-2010, 04:00 PM
तनिक आराम से भैया
रउवा के भी नम्बर लागी अभी तो रउवा लोगन के अपन भाई जी के बारे मे लिखन दीहीँ अपन भि विचार रख्खीँ रउवा

उम्मीद ही नहीं बल्कि पूरा विश्वास है कि अभि जी ने समझ लिया होगा.

munneraja
11-11-2010, 05:19 PM
जितना मैंने जय भाई को जाना है
उसके अनुसार जय भाई मृदु भाषी है,
ठहर कर सोच कर किसी कार्य को करते हैं अतः गलतियों की सम्भावना बहुत कम हो जाती है,
परिवार के साथ समुचित समय देते हुए परिवार के सदस्यों के साथ उन्ही के अनुरूप व्यवहार करने में कुशल हैं
और जय भाई प्रबंधन प्रतिभा के धणी है,
यदि किसी पर वार करते हैं तो भी चाकू के फलके के स्थान पर उसके मूठ से वार करते हैं.
सबसे ऊपर बहुरानी इनकी पूरक प्रतिभा हैं

gulluu
11-11-2010, 09:46 PM
मेरी नजर में जय भैया का मजबूत पक्ष है उनकी लेखन क्षमता और सही शब्दों का चुनाव,क्योंकि फोरम पर किसी भी सदस्य के बारे में अनुमान उसके द्वारा की गई प्रविष्टियों से ही लगाया जा सकता है और इस मामले में जय भाई सबसे आगे हैं. वो केवल काम की और नपीतुली बात करते हैं ,व्यर्थ संवाद नहीं करते .
जो एक आध कमजोरी दिखाई पड़ती है वो ये की पूर्ण विराम या बिंदु के स्थान पर / का उपयोग करते हैं जो नए लोगों को समझ नहीं आता साथ ही न जाने क्यों ये खुद को बहुत उम्रदराज और थका हुआ मानने लगे हैं जो की मेरी नजरों में ठीक नहीं है .आपसे अधीक उम्र तो मुन्ना जी की होनी चाहिए लेकिन वो तो खुद को जवान मानते हैं और हम जवानों से भी ज्यादा उर्जावान है .

बाकि लिखे सुने के लिए माफ़ी चाहता हू .

abhisays
11-11-2010, 09:46 PM
मेरे पास ही एक ही शब्द है जय जी के लिए.. वो है. Perfect

उनकी हिंदी की लेखन शैली perfect है|
उनकी प्रबंधन क्षमता perfect है|
बहुत ही मुश्किल फैसले या बाते कैसे बहुत ही simple तरीके से कैसे convey की जाये इसमें जय जी perfect है|
किस बात को कितना importance देना है या नहीं देना है, यह कोई इनसे सीखे इसमें भी वे perfect है|
इतनी qualities होने के बावजूद वो इतने down to earth है.. इसलिए मेरे पास उनके लिए एक ही शब्द है और वो है perfect :clapping:

sam_shp
11-11-2010, 10:14 PM
जयभाई....एकदम सरल , निःस्वार्थी , अनुशासित ,सोच विचार से पॉइंट टू पॉइंट सीधी बात करने मे विश्वाश रखते है....हिंदी भाषा पर मजबूत पकड है...और किसी भी विषय पर झट से काव्य बनाने मे माहिरता है.....इनके गुस्से मे भी प्यार होता है....इनके लिये जितना लिखा जाये उतना कम ही होगा....९९.९९९९९९९९.... % परफेक्ट इंसान.

aksh
11-11-2010, 10:30 PM
जय भैया के लिए एक कविता लिखी है उसके बाद फिर जय भैया से अपने बारे में बोली गयी बातों के लिए उनकी राय मांगी जायेगी.

जय भैया है सच्चे इतने कभी ना करते गुमान, नवागत और पुरानों को देखते एक समान.

देखते एक समान कभी ना करते दंगा, नियम अगर हो भंग तो बातों से कर दें नंगा.

शांत चित्त से काम में लगे रहें दिन रात, फोन अगर कर लो तो करें प्रेम से बात.

करें प्रेम से बात दिल हैं इनका सच्चा, तभी तो इनको चाहे अक्ष, सिकंदर,खालिद बच्चा.

सदा रहें इनकी कृपा हमपर कृपा निधान, सौ साल तक जिए भैया ऐसा करो विधान.

ऐसा करो विधान बात है बिलकुल सच्ची, फोरम पर अब ना रहेगी ज्यादा माथा पच्ची.

कह अक्ष कभी भी इनका कम ना हो नाम, गुठली हमें मिलती रहें और भैया खाएं आम.

aksh
11-11-2010, 10:41 PM
जय भैया, नमस्कार ! अब वक्त आ गया है कि आप सूत्र " दोस्तों की नजर " पर आयें और आपके बारे में व्यक्त बातो पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करें. धन्यबाद.

aksh
11-11-2010, 11:05 PM
एक बात मेरे दिमाग से स्लिप हो गयी. जलवा जी बीमार हैं और एक प्राइवेट हॉस्पिटल के icu में भर्ती हैं. आज शाम को उनका फोन आया था खुद और उन्होंने फोरम के बारे में जानकारी ली और अपनी बीमारी के बारे में भी बताया. कुछ सांस लेने में तकलीफ होने के बाद उनको भर्ती कराया था. वैसे तो ठीक ठाक हैं पर रिपोर्ट्स अभी आनी बाकी हैं. में कल सुबह उनसे मिलने जाऊंगा फिर हाल चाल बताऊँगा.

उन्होंने भाईजी को एक कुशल प्रवक्ता, कुशल प्रशासक और धैर्यवान व्यक्ति बताया है.

sam_shp
11-11-2010, 11:23 PM
एक बात मेरे दिमाग से स्लिप हो गयी. जलवा जी बीमार हैं और एक प्राइवेट हॉस्पिटल के icu में भर्ती हैं. आज शाम को उनका फोन आया था खुद और उन्होंने फोरम के बारे में जानकारी ली और अपनी बीमारी के बारे में भी बताया. कुछ सांस लेने में तकलीफ होने के बाद उनको भर्ती कराया था. वैसे तो ठीक ठाक हैं पर रिपोर्ट्स अभी आनी बाकी हैं. में कल सुबह उनसे मिलने जाऊंगा फिर हाल चाल बताऊँगा.

उन्होंने भाईजी को एक कुशल प्रवक्ता, कुशल प्रशासक और धैर्यवान व्यक्ति बताया है.

जलवा जी का स्वास्थ्य जल्द से जल्द ठीक हो जाये यही हमारी प्रभु प्राथना.उनके स्वास्थ्य की खबर हमें देते रहियेगा.

aksh
11-11-2010, 11:28 PM
जलवा जी का स्वास्थ्य जल्द से जल्द ठीक हो जाये यही हमारी प्रभु प्राथना.उनके स्वास्थ्य की खबर हमें देते रहियेगा.


अवश्य बड़े भैया.

jai_bhardwaj
11-11-2010, 11:31 PM
परम स्नेही मित्रों, आप सभी का हार्दिक आभार / प्रतिक्रिया व्यक्त करते समय मैं शब्द-शून्य सा हो चला हूँ / (ना जाने क्यों avf का वह परम सखा याद आ गया जिसने कभी यह कहा था कि मैं (जय) स्व-प्रशंसा का चहेता हूँ/ यद्यपि यह बात सत्य नहीं है किन्तु मैंने तटस्थ भाव से उसे स्वीकार कर लिया था / मैं आज भी उस सखा को पसंद करता हूँ और वार्ता करता रहता हूँ/ )
मुझे प्रसन्नता हुई है कि मेरे दुर्गुणों को आप सभी ने स्पष्ट किया है / मैं अभिभूत हूँ कि मेरे स्व. पिता जी के बाद आप सभी ने मेरे दुर्गुणों को कहा तो है /
अनिल भाई.... जैसा कि आपने लिखा है कि कवि हृदय होना मजबूत पक्ष के साथ साथ कमजोर पक्ष भी है / संभव है कि यह उचित हो किन्तु मैं कविता को अभिव्यक्ति का एक सशक्त माध्यम मानता हूँ / हाँ यह अवश्य है कि मैं एक भावुक हृदय मानव हूँ इसलिए कभी कभी कोई हठात और सहजता से मुझसे कुछ धन अथवा श्रम ठग ले जाता है किन्तु वह जान ही नहीं पाता कि मैं इसमें भी अपनी खुशियाँ खोज लेता हूँ /
जहाँ तक अंगरेजी भाषा के शब्दों के प्रयोग न करने की बात है तो बन्धु मैं दिन भर अंगरेजी में ही लिखता हूँ उसकी भड़ास को मैं रात में फोरम में हिंदी में लिख कर मिटा लेता हूँ / किन्तु ऐसा नहीं है कि मैं सहयोगी भाषाओं के शब्दों का प्रयोग नहीं करता हूँ / बस कभी कभी अथवा अत्यंत अल्प मात्रा में /
यह भी सत्य है कि मैं गलतियों को नजर अंदाज कर जाता हूँ क्योंकि मैं सोचता हूँ कि कदाचित सम्बंधित व्यक्ति से असावधानी से यह गलती हो गयी होगी इसलिए अगली बार के होने तक मैं उसे ध्यान में नहीं लाता हूँ किन्तु यदि गलती अक्षम्य हो तो उसे चेताना भी पड़ता है /
मुन्ना भाई.... आपने सही कहा है कि मेरी पत्नी ही मेरा मेरुदंड है / पिछले वर्ष मेरे जयपुर प्रवास के दौरान ताराबाबू और अलैक जी सहित आप उनसे स्वयम मिल चुके हैं इसलिए मैं अधिक नहीं लिख सकता /
गुल्लू भाई .... आपने जिस त्रुटि की ध्यान आकर्षित किया है उस विषय मे मैं स्पष्ट करना चाहूंगा कि ऐसा सुविधा के लिए आरम्भ हुआ था जो कि मेरे लेखन की पहचान बन चुका है / avf में मोबाइल से लेखन करते करते ही मैं सितम्बर में नियामक बना था / लैपटाप तो मैंने पिछली दिवाली के बाद लिया था / लैपटाप में पूर्णविराम लगाने के लिए शिफ्ट का प्रयोग करना पड़ता है और दायें हाथ की छोटी उंगली को तनिक श्रम करना पड़ता था इसलिए आरम्भ में मैंने (/) लगाना चालू कर दिया था जो कि आदत बन गयी है / ( एक बार avf में गुरूजी ने मुझसे इस विषयमे जान कारी चाही थी तब मैंने यही उपरोक्त बात स्पष्ट की थी ) / एक एक दिन गंगाजी की तरफ बढ़ना हमें यथार्थ को प्रस्तुत करने को साहस देता है (जब मनुष्य डरता है तो गाना गाने लगता है ... हा हा हा हा )/

रही बात सद्गुणों की तो मैं यह स्पष्ट जानता हूँ कि यह आप सभी भाईयों का मेरे प्रति आदर और स्नेह का प्रबल जोर है जिसके कारण आप (अनिल भाई, गुल्लू भाई, अभिषेक जी, मुन्ना भाई, शाम भाई आदि ) ऐसा लिख सके हैं / ऐसी बातें लिख कर आप सभी मुझे अधिक से अधिक कर्तव्य और दायित्वों को सहन करने के लिए तैयार कर रहे हैं / मैं आप सभी की अपेक्षाओं पर खरा उतरूँ यह मेरी प्रतिबद्धता रहेगी / ईश्वर मुझे आप सभी की उम्मीदों के लिए साहस प्रदान करे /
आपकी सीधी सादी किन्तु मार्मिक पंक्तियों ने मेरे हृदय को झंकृत कर दिया है / मैं निःशब्द हूँ इसकी प्रतिक्रिया में अतः क्षमा करें:hi: /
धन्यवाद एवं आभार मित्रों /:party::cheers::party:

aksh
11-11-2010, 11:37 PM
रही बात सद्गुणों की तो मैं यह स्पष्ट जानता हूँ कि यह आप सभी भाईयों का मेरे प्रति आदर और स्नेह का प्रबल जोर है जिसके कारण आप (अनिल भाई, गुल्लू भाई, अभिषेक जी, मुन्ना भाई, शाम भाई आदि ) ऐसा लिख सके हैं / ऐसी बातें लिख कर आप सभी मुझे अधिक से अधिक कर्तव्य और दायित्वों को सहन करने के लिए तैयार कर रहे हैं / मैं आप सभी की अपेक्षाओं पर खरा उतरूँ यह मेरी प्रतिबद्धता रहेगी / ईश्वर मुझे आप सभी की उम्मीदों के लिए साहस प्रदान करे /
आपकी सीधी सादी किन्तु मार्मिक पंक्तियों ने मेरे हृदय को झंकृत कर दिया है / मैं निःशब्द हूँ इसकी प्रतिक्रिया में अतः क्षमा करें:hi: /
धन्यवाद एवं आभार मित्रों /

:hi: :hi: :hi: :hi: :hi:

aksh
11-11-2010, 11:40 PM
अब से कल रात तक हम सभी सदस्य ( केवल मुन्ना भैया को छोड़कर ), मुन्ना भैया के बारे में अपने विचार व्यक्त करेंगे. और उसके बाद कल देर रात को या १० बजे तक बड़े भैया उस पर अपनी प्रतिक्रिया देंगे. धन्यबाद

jai_bhardwaj
12-11-2010, 12:09 AM
मुन्नेराजा ... (मुन्नाभाई)
प्रबल पक्ष (सद्गुण)
१. जीवन में बहुत से उतार चढ़ाव देखे हैं इसलिए जीवन के प्रति इनका जीवंत दृष्टिकोण बहुत ही ठोस और अनुकरणीय है /
२. इनके कई कार्यों का विशद अनुभव इन्हें क्रियाशील और ऊर्जावान बनाए रखता है /
३. ये सरल और छद्मावरण रहित हैं /
४. ये विलक्षण प्रतिभा के धनी और गुप्तज्ञानी हैं /
५. ये मित्र-जीत हैं और मित्रता निभाना खूब आता है /

निर्बल पक्ष (दुर्गुण)
१. ये तनिक हठी हैं / अपनी बात मनवाने का प्रयास करते हैं /
२. इनके मन का होने पर ये कई बार अवसाद ग्रस्त हो जाते हैं /
३. आजकल ये स्वयं को अकेला मानने लगे हैं /

khalid
12-11-2010, 08:17 AM
दादा के बारे मेँ कुछ लिखना सुरज के सामने दिया दिखाने के समान हैँ
इतने ज्ञानी को मैँने पहली बार देखा हैँ
इतने काम को करने वाले विरले हीँ मिलेँगेँ
काम के मामलेँ मेँ दादा सचिन का रिकार्ड तोड देँगेँ
जिनको अपना समझतेँ हैँ उनको मानतेँ भी हैँ
गलत करने वाले को पहलेँ समझाने की कोशिश करतेँ हैँ मजबुत पक्ष हैँ
कमजोर तो मेरे नजर मेँ हैँ नहीँ फिर भी लिख देता हुँ
नौरंगा हमेशा अपने साथ रखतेँ हैँ
हम सभी को डराते रहते हैँ अपने उम्र हमलोँगोँ को बताते नहीँ अभी भी 35 बतातेँ हैँ
दादी जी से डरते हैँ 9 बजतेँ हीँ निकल जातेँ हैँ
क्षमा

munneraja
12-11-2010, 09:29 AM
जलवा जी बीमार हैं और एक प्राइवेट हॉस्पिटल के icu में भर्ती हैं. आज शाम को उनका फोन आया था खुद और उन्होंने फोरम के बारे में जानकारी ली और अपनी बीमारी के बारे में भी बताया. कुछ सांस लेने में तकलीफ होने के बाद उनको भर्ती कराया था. वैसे तो ठीक ठाक हैं पर रिपोर्ट्स अभी आनी बाकी हैं.

इश्वर करे वो जल्द ही पूर्ण स्वस्थ्य लाभ कर हमारे साथ आ जाएँ

khalid
12-11-2010, 02:39 PM
इश्वर करे वो जल्द ही पूर्ण स्वस्थ्य लाभ कर हमारे साथ आ जाएँ

सच दादा जलवा भाई के बगैर कुछ अधुरा लगता हैँ
भगवान करे जल्दी से ठीक हो जाए

abhisays
12-11-2010, 02:46 PM
सच दादा जलवा भाई के बगैर कुछ अधुरा लगता हैँ
भगवान करे जल्दी से ठीक हो जाए

मैं भी जलवा भाई के अच्छे स्वाथ्य की कामना करता हूँ.. जल्दी वो स्वस्थ होकर हमारे बीच आ जाये..

abhisays
12-11-2010, 04:21 PM
हमारे बीच में वे सबसे अनुभवी, सरल और ऊर्जावान है.. उम्र इनके लिए लगभग रुक सी चुकी है.. नियम और कर्तव्यो के प्रति इनकी घोर आस्था हम सभी के लिए अनुकर्णीय है.. leadership qualities इनमे कूट कूट कर भरी है.. कैसे सबको साथ लेकर चलना है कोई इनसे सीखे..

aksh
12-11-2010, 05:07 PM
बड़े भैया /मुन्ना भैया के बारे में लिखने बैठ जाऊं तो एक सूत्र भी कम पड़ जाएगा.
मजबूत पक्ष
१. सोच समझ कर फैसला लेने वाले.
२. एक बार फैसला कर लेते है तो ज्यादा नहीं सोचते.
३. सबको एक सामान महत्व देकर चलना वाकई कोई इनसे सीख सकता है.
४. मजबूत रण नीत कार.
५. सादा जीवन उच्च विचार इनकी जीवन शैली और बातचीत से झलकते है.
६. हमेशा मदद को तैयार.
७. बहुत सी चीजों के जानकार.
८. सीखने की ललक.
९. हार ना मानने का जज्बा.
१०. उम्र जे ज्यादा तजुर्बा.
११. उम्र को कभी अपने ऊपर हावी नहीं होने देना.
१२. परिवार से जुड़े हुए.
१३. जिम्मेदारी का एहसास.
कमजोर पक्ष
१. कुछ हद तक जिद्दी.
२. कभी कभी फैसला लेने में बहुत ही देरी.
३. नौरंगे चलाने की ट्रेनिंग किसी और को नहीं दी.

sam_shp
12-11-2010, 05:43 PM
अनिल भाई, मुन्नाभाई के बारे मे आपने ही सब कुछ लिख दिया जो हम लिखना चाहते है....फिर भी एक दो बात तो लिखनी ही पड़ेगी....फिजूल मे मै नौरंगे का शिकार क्यूँ बनू ????....
जीवन मे उम्र के साथ साथ बहुत धुप छाँव भी देखि है इस लिये....थोडा सख्त दिखते है लेकिन मृदु स्वाभाव के इंसान है...हाँ थोड़े जिद्दी जरुर है...लेकिन जिसे हम जिद कहते है वो शायद इनके लिये सही कदम हो सकता है क्युंकी उनको जीवन की सत्यता का सटीक अनुभव है....
बहुत सारे विषयो / हुन्नर मे महारत है....

कमजोर पक्ष
खुद नौरंगा चलाने मे महारथी है लेकिन भाभीजी के बेलन के सामने घुटने टेक देते है...

gulluu
12-11-2010, 08:14 PM
बड़े भैया /मुन्ना भैया के बारे में लिखने बैठ जाऊं तो एक सूत्र भी कम पड़ जाएगा.
मजबूत पक्ष
१. सोच समझ कर फैसला लेने वाले.
२. एक बार फैसला कर लेते है तो ज्यादा नहीं सोचते.
३. सबको एक सामान महत्व देकर चलना वाकई कोई इनसे सीख सकता है.
४. मजबूत रण नीत कार.
५. सादा जीवन उच्च विचार इनकी जीवन शैली और बातचीत से झलकते है.
६. हमेशा मदद को तैयार.
७. बहुत सी चीजों के जानकार.
८. सीखने की ललक.
९. हार ना मानने का जज्बा.
१०. उम्र जे ज्यादा तजुर्बा.
११. उम्र को कभी अपने ऊपर हावी नहीं होने देना.
१२. परिवार से जुड़े हुए.
१३. जिम्मेदारी का एहसास.
कमजोर पक्ष
१. कुछ हद तक जिद्दी.
२. कभी कभी फैसला लेने में बहुत ही देरी.
३. नौरंगे चलाने की ट्रेनिंग किसी और को नहीं दी.

में अक्स भाई से सहमत हू और इन से ज्यादा तो में भी नहीं लिख सकता .फिर भी एक बात में लिखना चाहूँगा की मुन्ना जी प्रत्येक सदस्य को अपने परिवार के सदस्य की तरह मानते हैं, उनको बिना जानते, बिना पहचाने ,बिना देखे, अपने परिवार के सदस्य की तरह प्यार देते हैं और फोरम पर हर तरह से बढ़ने का मौका देते हैं उनकी गलतियां माफ करते हैं .यही इनकी मजबूती है और यही इनकी कमजोरी है क्योंकि कुछ लोग इसका गलत फायदा भी उठा लेते हैं .

ndhebar
12-11-2010, 11:18 PM
मुन्ना भाई
मजबूत पक्ष
* एक जीवन्त व्यक्तित्व (शायद ये गाना इन्ही के लिए है : जीवन से भरी तेरी आँखें मजबूर करे जीने के लिए)
इनकी जीवन शैली कम से कम मेरे लिए तो प्रेरणा है
* प्रेरणा प्रदान करने वाली उर्जा का प्रचुर भण्डार इनके अन्दर मौजूद होना (जिसके स्वरुप ये कभी नहीं थकते)
* अत्यधिक अनुभव
और छोटों के लिए भरपूर स्नेह
कमजोर पक्ष
* फैसले में जल्दबाजी (वैसे मेरा भी मानना है की ज्यादा सोचने से फैसले कमजोर पड़ जाते हैं)
* बाल हठ इनमें अभी तक मौजूद है पर क्या करें "दिल तो बच्चा है" और इसी कारन इनकी उम्र का पता नहीं चलता

munneraja
13-11-2010, 09:52 AM
आप सभी का आभार जो आपने मेरे बारे में लिखकर सम्मान प्रदान किया
मुन्नेराजा ... (मुन्नाभाई)
५. ये मित्र-जीत हैं और मित्रता निभाना खूब आता है /

निर्बल पक्ष (दुर्गुण)
१. ये तनिक हठी हैं / अपनी बात मनवाने का प्रयास करते हैं /
२. इनके मन का न होने पर ये कई बार अवसाद ग्रस्त हो जाते हैं /
३. आजकल ये स्वयं को अकेला मानने लगे हैं /
अवसादग्रस्त होने का प्रमुख कारण - जब मैं किसी से दिल से जुड़ जाता हूँ तो उन से जुडी अव्यवहारिकता या गंभीर घटनाएं मेरे अंतर को झकझोर देती हैं.
अकेलापन - कहते हैं ख़राब समय कुछ शिक्षा देकर जाता है, ये उसी समय की शिक्षा है. आप इसे मोह और वैराग्य के मध्य की रेखा कह सकते हैं

गलत करने वाले को पहलेँ समझाने की कोशिश करतेँ हैँ मजबुत पक्ष हैँ
नौरंगा हमेशा अपने साथ रखतेँ हैँ
हम सभी को डराते रहते हैँ अपने उम्र हमलोँगोँ को बताते नहीँ अभी भी 35 बतातेँ हैँ
दादी जी से डरते हैँ 9 बजतेँ हीँ निकल जातेँ हैँ

मेरे दिमाग की भूख कभी शांत नहीं होती, कुछ न कुछ करते रहना और सीखना मेरी आदत है जिसे आप ज्ञान का नाम दे रहे हैं.
गलत करने वाले को समझाना क्योंकि मैं उनको अपना मानता हूँ और अति करने वाले को भरपूर मौका देना कि वो खुल कर गलती कर ले ताकि उसको ये गिला ना रहे कि मुझे बेवजह दंड दिया गया. अति करने वाला मुझे कभी प्रिय नहीं होता. श्री कृष्ण ने शिशुपाल को सौ अपराध करने तक क्षमा दान दिया था और श्री कृष्ण मेरे प्रणेता हैं.
मैंने कभी अपने को ३५ से बड़ा नही होने दिया
कैसे सबको साथ लेकर चलना है कोई इनसे सीखे..
जब आप किन्ही से मानसिक रूप से परिवारक तौर पर जुड़ जाते हैं तो साथ चलने में कोई परेशानी नहीं आती है अनुज
बड़े भैया /मुन्ना भैया के बारे में लिखने बैठ जाऊं तो एक सूत्र भी कम पड़ जाएगा.
मजबूत पक्ष

९. हार ना मानने का जज्बा.

कमजोर पक्ष
१. कुछ हद तक जिद्दी.
२. कभी कभी फैसला लेने में बहुत ही देरी.
३. नौरंगे चलाने की ट्रेनिंग किसी और को नहीं दी.
जिद तो माँ कहती हैं कि छुटपन से ही करता रहा हूँ जो अब किशमिश करती है,
और जो हार गया वो मानसिक रूप से खत्म हो गया इसलिए मन को जिन्दगा रखना है तो जीवंत रहिये ....
फैसले में देरी का कारण मैं ऊपर स्पष्ट कर चुका हूँ कि गलती करने वाला भरपूर गलती कर ले ताकि फिर एकदम से छुट्टी की जा सके .....
और जिस की कलाई मजबूत होगी वो मुझसे नौरंगे की ट्रेनिंग ले सकते हैं
?....
क्युंकी उनको जीवन की सत्यता का सटीक अनुभव है....
कमजोर पक्ष
खुद नौरंगा चलाने मे महारथी है लेकिन भाभीजी के बेलन के सामने घुटने टेक देते है...


अब चाहे आप इसे मेरा अहम मान लें लेकिन झूठ से मुझे नफरत है और यहीं सत्यता से परिचय अपने आप हो जाता है
कहते हैं कि हर सेर अपने सवासेर से डरता है तो भला नौरंगा बेलन के आगे कहाँ टिक सकता है ??
मुन्ना भाई
मजबूत पक्ष
* प्रेरणा प्रदान करने वाली उर्जा का प्रचुर भण्डार इनके अन्दर मौजूद होना (जिसके स्वरुप ये कभी नहीं थकते)
कमजोर पक्ष
* फैसले में जल्दबाजी (वैसे मेरा भी मानना है की ज्यादा सोचने से फैसले कमजोर पड़ जाते हैं)
आप सभी का प्यार मुझे वो उर्जा प्रदान करता है कि मैं थके बिना कार्य करता रहूँ

सामान्य रूप से मैं भावुक हूँ, किसी से भी शीघ्र जुड़ जाता हूँ, हालाँकि कभी मैंने दिल पर इसी
कारण चोट खाई लेकिन अपने को चाह कर भी नहीं बदल पाता हूँ और मैं खुश हूँ कि मैंने गलत नहीं किया.
अनुशासन और कठोरता ने मुझे उम्र के बंधन से मुक्त किया और जो जीवन ने सीख दी उस से वैराग्य का ज्ञान मिला
आप सभी मेरे प्रिय हो ..... इश्वर इस परिवार को असीमित उंचाई दे .....
आमीन ...

aksh
13-11-2010, 11:16 AM
बड़े भैया ! इस शानदार प्रतिक्रिया के लिए बधाई ! तुस्सी ग्रेट हो पाजी !

aksh
13-11-2010, 11:17 AM
बड़े भैया की प्रतिक्रिया आ चुकी है. अब में आप सभी को आमंत्रित कर रहा हूँ अभिषेक जी के बारे में अपनी राय बताने के लिए. ( सिर्फ अभिषेक जी को छोड़ कर सभी ऐसा कर सकते हैं और देर रात को अभिषेक जी अपनी प्रतिक्रिया देंगे. धन्यबाद.

aksh
13-11-2010, 11:26 AM
सबसे पहले में ही इस कार्य का शुभारम्भ कर दूं
मजबूत पक्ष
१. मृदुभाषी.
२. सरल स्वाभाव.
३. शीघ्रता से फैसले लेते हैं.
४. मुकाबला करने में यकीं रखते है. इस फोरम के लिए बहुत मेहनत की है.
५. प्रतिभा के धनी.
६. घमंड से कोसों दूर.
७. गुस्सा शायद ही कभी आता हो.
८. अपने से बड़ों का सम्मान करना जानते है.
९. मेहमान नवाजी में गुरु लगते है.
१०.समय का सुन्दर प्रबंधन करते हैं.
कमजोर पक्ष
१. जल्दबाजी में फैसले लेना.
२. सोफ्ट इमेज के होना.

munneraja
13-11-2010, 01:12 PM
अनुज अभिजीत को जितना मैंने जाना है
१. सभी के मान सम्मान को बनाये रखते हैं
२. अपने में जिस कमी को देखते हैं उसको बाहर करने की कोशिश करते हैं
३. अपने कार्य को प्रगति के पथ पर शीघ्र देखना चाहते हैं
४. एक अजीब सी कशिश मैंने इनमे देखी है, अनुज खुद ही बेहतर बता पाएंगे कि वो कशिश किस बात को लेकर है ?
५. इनमे खुद को परिपूर्ण देखने की उत्कंठा है

मैं यहाँ किसी कमी की कोई बात नहीं करूँगा
क्योंकि ये बेहद सुधारवादी हैं

khalid
13-11-2010, 03:36 PM
जितना मैँने जाना हैँ ईनके बारे मेँ
1 सभी से सलाह लेके काम करने मेँ विस्वास रखते हैँ
2 फोरम के प्रति बहुत गम्भीर हैँ
3 सभी को बहुत गम्भीरता से सुनते हैँ अच्छा या बुरा
4 जो जैसे हैँ उनको उसी तरह सम्मान देते हैँ
5 वेब डिजाईन इनका काम हीँ नहीँ जुनुन भी हैँ
6 पिछे रहकर काम करने मे यकिन रखते हैँ
7 गुस्सा कम करते हैँ
8 दोस्ती करके निभाने मेँ यकिन करते हैँ
++ पाईँट
जल्दी यकिन करना
काम करके क्रेडीट नहीँ लेना _ पाईँट हैँ

malethia
13-11-2010, 05:56 PM
१.अभिषेक जी जय भाई के बाद मेरे सबसे पसंदीदा सदस्य !
२.अपने काम को पूर्ण रूप से समर्पित !
३.फोरम में नित नया करने की उत्कंठा !
४.समर्पण भाव.
५.बहुत कुछ जान्ने के बाद भी सिखने की ललक !
६.सबको साथ लेकर चलने की क्षमता.........
७.मन के बिलकुल साफ़,जो दिल में है वही मुहं पर ! जबकि अधिकतर लोगों की कथनी और करनी में फर्क होता है...........

sam_shp
13-11-2010, 06:24 PM
अभिषेकजी को मैंने जितना समजा है उससे यह कह सकता हूँ की अभिषेकजी एक निहायती नेक और अच्छे और सच्चे इंसान है....महेनती और व्यवहार कुशल है......सभी का मान सन्मान करते है....
:hi::hi:

jai_bhardwaj
13-11-2010, 10:07 PM
इस अल्पकाल में मैंने अभिषेक जी के विषय में यही समझा है कि ये निरंतर प्रगति के पक्षधर हैं, सृजनशील हैं, सरल हृदय हैं, मित्रजीवी हैं व कर्म में विश्वास रखने वाले हैं / हाँ कई बार असमंजस की स्थिति में भी दिखाई पड़ते हैं और कभी कभी किसी के कहने मात्र से त्वरित निर्णय लेते हुए प्रतीत होते हैं /

Sikandar_Khan
14-11-2010, 07:59 AM
अभिषेक जी खुले विचारो के व्यक्ति हैँ
हर बात सोच समझकर बोलना ।
किसी भी काम को करने
से पहले सबके हित
मे सोचना ।
सबकी राय से काम
करना।
कम बोलना अधिक
सुनना।

abhisays
14-11-2010, 04:23 PM
अपने बारे में इतनी अच्छी अच्छी बातें पड कर मैं तो सोच में पर गया हूँ की अब क्या लिखू... शुरू से ही मेरा मानना रहा है .. अगर कोई बड़ाई करे तो अच्छी बात है लेकिन आलोचना करे तो तो और भी अच्छी बात.. इस लिए मैं केवन दुसरे पक्ष की बातो को discuss करूंगा..

अनिल भैया की बात बिल्कुल सही है .. की मैं काफी जल्दी जल्दी फैसले लेता हूँ.. लेकिन पता नहीं मुझे इसमें बड़ा मजा आता है.. वो कहते है न life fast होनी चाहिए.. lightning फास्ट.. तब मज़ा है जीने का.. अगर आप जल्दी में कोई गलत फैसले ले भी लेते है.. तो फिर उसे जल्दी से सुधार भी सकते है..

सोफ्ट image का होने से फायदा होता है.. इससे सामने वाला प्रतिद्वंदी आपको lightly ले लेता है और ज़िन्दगी के युद्ध में आपका पलड़ा भारी हो जाता है..

पता नहीं.. मुन्ना भैया ने कौन सी अजीब कशिश देखी है, यह तो वही better exaplain कर पाएंगे..

मैं जल्दी किसी पर भरोसा तभी करता हूँ जब भरोसा करने में कोई नुक्सान नहीं हो और लोग भरोसे करने योग्य हो .. मैं कभी पीछे रह कर काम नहीं करता जबकि मेरे दोस्त तो बोलते है.. तुम अपने आप को कुछ ज़यादा ही प्रॉजेक्ट करते हो..

जय भाई ने एक बहुत important बात कही है.. की मैं कई बार असमंजस की स्थिति में भी दिखाई पड़ता हूँ.. बात काफी हद कर सही है इसमें मुझे काफी सुधार करना है..

मुन्ना भैया, अनिल भाई, jai ji, श्याम भाई, सिकंदर ji ka, khalid ji ka बहुत बहुत धन्यवाद.. malethia जी का बहुत बहुत धन्यवाद..की उन्होने मुझे अपने पसंदीदा सदस्यो में शामिल किया. आप सभी लोगो का मेरे लिए समय निकलकर इतने कीमती सुजाव और राय देने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद..

aksh
14-11-2010, 10:23 PM
अभिषेक जी ने एक बहुत ही अच्छा जबाव भेजा है और इसके लिए में उनको बधाई देता हूँ.

aksh
14-11-2010, 10:26 PM
दोस्तों की नजर पर हमारे अगले मेहमान हैं सिकंदर जी. हम सभी सदस्यों को ( सिकंदर जी को छोड़कर ) अपनी अपनी राय में सिकंदर जी के मजबूत और कमजोर पक्षों के बारे में लिखना है. और सिकंदर जी कल शाम को सभी का एक साथ ही जबाब देंगे. धन्यबाद.

munneraja
15-11-2010, 09:43 AM
सोफ्ट image का होने से फायदा होता है.. इससे सामने वाला प्रतिद्वंदी आपको lightly ले लेता है और ज़िन्दगी के युद्ध में आपका पलड़ा भारी हो जाता है..

पता नहीं.. मुन्ना भैया ने कौन सी अजीब कशिश देखी है, यह तो वही better exaplain कर पाएंगे..


जहां तक मेरा अनुमान है और मैं आपसे बात करने के बाद सोचता हूँ
आप किसी "गोल" को प्राप्त करना चाहते हैं जो अभी कर नहीं पाए हैं
और इसके लिए प्रयासरत हैं, यही कशिश आपकी बातों में छुपी महसूस होती है.
क्या मैं सही हूँ, अनुज

khalid
15-11-2010, 10:47 AM
1 सिकन्दर भाई दोस्ती करने और निभाने मेँ माहिर हैँ
2 हमेशा खुश रहतेँ हैँ
3 फोरम पर मेहनत दिल से मेहनत करतेँ हैँ
4 अपने सभी दोस्त को याद रखतेँ हैँ
5 हमेशा मदत करने को तैयार रहतेँ हैँ
6 मोबाईल से लाँगईन रहकर भी ज्यादा से ज्यादा फोरम पर अपने काम को बखुबी अंजाम देते हैँ
7 गुस्सा कम करते हैँ
मजबुत पक्ष
1 देवी जी को याद कर कर के दुबले होते जा रहेँ हैँ
2 मोबाईल से फोरम पर रहकर अपने दिल के मतलभ का काम नहीँ करपाते
कमजोर पक्ष

malethia
15-11-2010, 11:09 AM
सिकन्दर जी के मेरी राय
१.अच्छे दोस्त,सच्चे दोस्त..........
२.मिलनसार व्यवहार,
३.नपा तुला जवाब
४.अहंकार से कोसो दूर.............

arvind
15-11-2010, 11:59 AM
सिकंदर भाई के बारे मे मै जितना जान पाया हूँ उसके अनुसार, वो एक सुलझे हुये और सलीकेदार जीव है।

aksh
15-11-2010, 12:11 PM
अनुज सिकंदर के बारे में मेरी राय इस प्रकार है.

मजबूत पक्ष

१. विवादों से कोसों दूर.

२. देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत.

३. सीधी साधी प्रवत्ति.

४. सीमित साधनों के वावजूद भी काफी अच्छे परिणाम देने की क्षमता.

५. फोरम पर अपने से बड़ो को आदर के भाव से देखते हैं एवं बराबर वालों से स्नेह रखते हैं.

६. बहुत ही अच्छी भाषा शैली के मालिक.

७. अनुशाषित सैनिक की तरह चुपचाप अपने कर्तव्यों का निर्वहन.

८. चौपाल के सबसे नियमित सदस्य.

कमजोर पक्ष

१. चौपाल पर किसी एक सदस्य की वजह से जाने जाना.

२. उस सदस्य का इ-मेल आई डी और मोबाईल नंबर भी संभाल कर ना रख पाना.

kamesh
15-11-2010, 12:45 PM
अनुज सिकंदर के बारे में मेरी राय इस प्रकार है.

मजबूत पक्ष

१. विवादों से कोसों दूर.

२. देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत.

३. सीधी साधी प्रवत्ति.

४. सीमित साधनों के वावजूद भी काफी अच्छे परिणाम देने की क्षमता.

५. फोरम पर अपने से बड़ो को आदर के भाव से देखते हैं एवं बराबर वालों से स्नेह रखते हैं.

६. बहुत ही अच्छी भाषा शैली के मालिक.

७. अनुशाषित सैनिक की तरह चुपचाप अपने कर्तव्यों का निर्वहन.

८. चौपाल के सबसे नियमित सदस्य.

कमजोर पक्ष

१. चौपाल पर किसी एक सदस्य की वजह से जाने जाना.

२. उस सदस्य का इ-मेल आई डी और मोबाईल नंबर भी संभाल कर ना रख पाना.
आप ने एक दम सही कहा

यह सारी बातें सच है में भी इस का समर्थन करता हूँ

और हाँ ये भी सच है
उस सदस्य का इ-मेल आई डी और मोबाईल नंबर भी संभाल कर ना रख पाना
(और उसे ढूढने का कम मुझे सोप दिया है बड़े भाई की आज्ञा का पालन तो करूँगा ही लगा हूँ तीनो लोको में ढूढने )

munneraja
15-11-2010, 12:56 PM
अनुज सिकंदर
अपने गुस्से को बखूबी काबू करके संयत शब्दों में ढाल देना आता है
बहुमुखी प्रतिभा के धनी हैं,
लगन के धुनी व्यक्ति हैं

abhisays
15-11-2010, 01:02 PM
जहां तक मेरा अनुमान है और मैं आपसे बात करने के बाद सोचता हूँ
आप किसी "गोल" को प्राप्त करना चाहते हैं जो अभी कर नहीं पाए हैं
और इसके लिए प्रयासरत हैं, यही कशिश आपकी बातों में छुपी महसूस होती है.
क्या मैं सही हूँ, अनुज


ऐसा कुछ खास goal तो नहीं है.. बस यह है जो भी काम करू अच्छे से करू..उसमे काफी मज़ा आये, लोग जाने, प्रसिद्धि मिले.. समाज और देश के लिए कुछ अच्छा कर सकू....

abhisays
15-11-2010, 01:12 PM
बहुत ही सुलझे हुए, अच्छे, creative aur सीधे सादे और इस फोरम के बहुत ही सजग और सबसे नियमित सदस्य.. फोरम को हिंदी में करने में इन्होने मेरी काफी मदद की, काफी अच्छे अच्छे सुजाव दिए| मोबाइल से भी लोगिन करके बड़े अच्छे अच्छे पोस्ट करते है..

jai_bhardwaj
15-11-2010, 10:08 PM
सिकंदर भाई....
सद्गुण...
1. सम्पूर्ण पारिवारिक व्यक्तित्व के स्वामी हैं /
२. सभी को आगे बढ़ कर गले लगाने वाले हैं /
३. सकारात्मक सोच के पक्षधर हैं /
४. मित्रता निभाना खूब आता है इन्हें /
५. जिज्ञासु प्रवृत्ति के हैं और लगातार सीखते हुए स्वयं में सुधार करते रहते हैं /

अवगुण....
१. ...................................
२. .................................
३. ...............................
शेष अवगुण सोच कर लिखूंगा /

jalwa
15-11-2010, 10:33 PM
सिकंदर भाई, .. मेरे प्रिय दोस्तों में से एक.
सदगुण:
१. जल्दी हर किसी से दोस्ती कर लेना.
२. अधिक समय मोबाइल से इंटरनेट इस्तेमाल करना.
३.चतुराई से सभी के सवालों का जवाब देने का कौशल.
४.आशिक मिजाज भी हैं ज़नाब. (मजाक)
दुर्गुण:
१. जल्दी हर किसी से दोस्ती कर लेना.
२. अधिक समय मोबाइल से इंटरनेट इस्तेमाल करना.
३.चतुराई से सभी के सवालों का जवाब देने का कौशल.
४.आशिक मिजाज भी हैं ज़नाब. (मजाक)

aksh
15-11-2010, 11:57 PM
सिकंदर जी अब आपके जवाब का समय हो चूका है. कृपया पधारें और जवाब दें इन सभी प्रतिक्रियाओं का. धन्यबाद.

sam_shp
16-11-2010, 04:38 AM
सिकंदरजी सीधे ,सरल और मित्रता प्रिय इंसान है....लेकिन इनमे एक खराबी है बिना दस्तक दिये सीधे दिल मे घुस जाते है और फिर दिल पर कब्ज़ा करके बैठ जाते है...

Sikandar_Khan
16-11-2010, 07:11 AM
मुन्नेराजा जी
जय भैय्या
शाम भैय्या
तारा बाबू
अनिल भैय्या
जलवा भाई
अरविँद भाई
खालिद भाई
अभिषेक जी
कामेश
आप सभी का हार्दिक
आभार
आप सभी मेरे बारे मे इतनी अच्छी अच्छी बातेँ लिखीँ
मुझे तो पता ही नही कि मुझमे इतने गुण मौजूद हैँ ।
खाशकर दोस्ती करने के बारे मे तो मुझे दोस्ती करना और निभाना बहोत अच्छा लगता है ।
धन्यवाद

aksh
16-11-2010, 10:28 AM
अनुज सिकंदर ने सभी का आभार व्यक्त किया अपने चिर परिचित अंदाज में. में उनका भी आभार व्यक्त करता हूँ कि सभी के द्वारा बताई गए एक दो कमियों को उन्होंने नजरअंदाज कर दिया. यही भावना हमको लेकर आगे चलना है. इसी भावना से हम, समाज, नगर, प्रदेश और देश तरक्की के रस्ते पर आगे बढ़ सकता है. धन्यबाद.

aksh
16-11-2010, 10:31 AM
मित्रो अब मैं आप सभी को आमंत्रित करता हूँ अभी अभी हॉस्पिटल से ताजा दम होकर निकले अपने मित्र और अनुज जलवा जी के बारे में अपनी राय देने के लिए. कृपया आज के दिन सभी अपनी अपनी राय दें जलवा जी के मजबूत और कमजोर पक्ष के बारे में. ( जलवा जी को छोड़कर) . आज रात तक जलवा जी उस पर अपनी प्रतिक्रिया देंगे. धन्यबाद.

khalid
16-11-2010, 12:17 PM
जलवा भाई
1 बहुत अच्छे विचार के हैँ
2 अपने तरफ से हमेशा अच्छी राय देते सबको
3 सभी को आगे जाने का मौका देने की कोशिश करते हैँ
4 सुरुआत मेँ मुझे उनकी बहुत मदत मिला
5 हमेशा अच्छे सुत्र का निर्माण करते हैँ
6 कोई भी सुत्र को आगे बढाने की कोशिश करते हैँ
7 हाजिर जवाब हैँ एकदम से सटिक उत्तर देने के लिए जाने जाते हैँ
8 सभी को सम्मान देते हैँ
9 क्वालिटी मेँ बहुत ध्यान रहता हैँ
फोरम पर काम करते हुऐ
10 अपने कारोबार के प्रति बहुत गंभीर हैँ
+++
आराम करने के लिए गलत जगह पसंद हैँ
अस्पताल मजाक
--

ndhebar
16-11-2010, 12:32 PM
जलवा जी के बारे में बस इतना ही कह सकता हूँ की वो
बेहद सुलझी हुई मानसिकता के स्वामी होने के साथ साथ बहुत ही शानदार सेन्स ऑफ़ ह्यूमर भी रखते हैं
बेहद अच्छे मित्र और मार्गदर्शक हैं
जहाँ भी ये रहते हैं हमेशा अपनी छाप छोड़ते रहते हैं
कमजोर पक्ष
कभी कभी बात को समझ ना पाने की स्थति में उसे गलत अर्थ में ले लेते हैं पर समझाने पर समझ भी जाते हैं

kamesh
16-11-2010, 02:32 PM
क्या लिखू
इन के बारे में आप सभी लोग तो लिखोगे ही और वही बात में भी लिखू ठीक नहीं होगा
मेरा तो बस जो इन के लिए जो अहसास है वो लिख रहा हूँ
में नालायक जब फोरम पे आया था तब मुझे सीधा करने में इन का बहोत बड़ा हाथ था समझा बुजः के अछा किया मुझे
मेरे सुख दुःख में हमेशा बड़े भाई के तरह रहे,गलती पे डाटा नहीं बल्कि समझाया
अच्हे मार्ग दर्शक,समान्नीय,सुलझा व्यक्तित्व,
(मजाक है ये मगर अन्दर की बात है)
आज कल इन का मन नहीं लगता इन की सभी महिला मित्र समुन्द्र के किनारे वाले बिच पे हं और ये यहाँ इस लिए तन्हाई में बीमार हो जातें हैं

malethia
16-11-2010, 03:34 PM
जलवा जी के बारे में जितना भी कहा जाय वो कम ही है
१.मिलनसार व्यक्तित्व !
२.सुपर फास्ट रिप्लाई !
३.स्वास्थ्य ज्ञान से परिपूर्ण !
४.हेल्पिंग नेचर !
५.प्रत्येक सदस्य को प्रोत्साहन !

munneraja
16-11-2010, 03:59 PM
अनुज जलवा एक चैतन्य स्वभाव के व्यक्ति हैं
रोगों के बारे में सजग हैं और इस बारे में अन्य लोगों को चेतना देते रहते हैं
अपने कार्य को सही रूप में अंत (अंजाम) तक पहुचाते हैं
अपने क्षेत्र में लोकप्रिय हैं

aksh
16-11-2010, 10:45 PM
जलवा जी के बारे में क्या कहूं ? इनके बारे में इतना कुछ है कहने के लिए की पता नहीं चलता कि कहाँ से शुरू करूं ?

मजबूत पक्ष

१. हमेश उत्साह से भरे नजर आते हैं.

२. अपने नाम के अनुरूप ही अपना जलवा बिखेरते रहते हैं.

३. हर तरह के सूत्र में सामान रूप से दखल रखते हैं.

४. बीच वाला सूत्र इनका ट्रेड मार्क रहा हैं avf पर यहाँ पर भी चौपाल इनकी ही दें है.

५. अन्तर्वासना पर हाल ही मैं यूजर ऑफ़ द मंथ चुने गए थे.

६. नए सदस्यों को पूरा प्रोत्साहन देते हैं.

७. सादा जीवन उच्च विचार और अच्छे स्वास्थ्य के लिए अच्छे सूत्र.

८. ये फोरम पर हमारा आना जलवा जी की ही देन है.

कमजोर पक्ष

१. बीच वाले सदस्यों को कुछ ज्यादा ही सीरिअसली ले लिया है.

२. अपने स्वास्थ्य पर अब तक ध्यान नहीं दिया करते थे.

jai_bhardwaj
16-11-2010, 10:59 PM
अपनी विधा में परिपक्व, चित्रों के साथ साथ अपने मस्तिष्क की मिट्टी में उगने वाली वनस्पति के बल पर मौलिकता से परिपूर्ण लोकरंजक सामग्री (सूत्रों और प्रविष्टियों) की रचना करने वाले बीरबल के बारे में मैं क्या लिखूं :bravo: !!! मेरे परमप्रिय सखा हैं :iloveyou:जलवा जी अतः मैं कुछ अधिक नहीं कह सकता:hi::hi::hi: / धन्यवाद /

jalwa
16-11-2010, 11:01 PM
जलवा भाई
1 बहुत अच्छे विचार के हैँ
2 अपने तरफ से हमेशा अच्छी राय देते सबको
3 सभी को आगे जाने का मौका देने की कोशिश करते हैँ
4 सुरुआत मेँ मुझे उनकी बहुत मदत मिला
5 हमेशा अच्छे सुत्र का निर्माण करते हैँ
6 कोई भी सुत्र को आगे बढाने की कोशिश करते हैँ
7 हाजिर जवाब हैँ एकदम से सटिक उत्तर देने के लिए जाने जाते हैँ
8 सभी को सम्मान देते हैँ
9 क्वालिटी मेँ बहुत ध्यान रहता हैँ
फोरम पर काम करते हुऐ
10 अपने कारोबार के प्रति बहुत गंभीर हैँ
+++
आराम करने के लिए गलत जगह पसंद हैँ
अस्पताल मजाक
--
खालिद भाई, आप जैसे भाइयों के सहयोग से ही सभी सूत्र चलते हैं . और बाकी सब कुछ मैंने यहीं गुणी बड़े भाइयों से सीखा है. जो सीखा है उसे छोटे भाइयों के साथ बाँट रहा हूँ. क्या बुराई है?
और दोस्त, यकीन मानो दिल्ली के अस्पताल भी किसी होटल से कम नहीं हैं आराम करने के लिए हा हा हा (मजाक)
जलवा जी के बारे में बस इतना ही कह सकता हूँ की वो
बेहद सुलझी हुई मानसिकता के स्वामी होने के साथ साथ बहुत ही शानदार सेन्स ऑफ़ ह्यूमर भी रखते हैं
बेहद अच्छे मित्र और मार्गदर्शक हैं
जहाँ भी ये रहते हैं हमेशा अपनी छाप छोड़ते रहते हैं
कमजोर पक्ष
कभी कभी बात को समझ ना पाने की स्थति में उसे गलत अर्थ में ले लेते हैं पर समझाने पर समझ भी जाते हैं
निशांत भाई, आपका धन्यवाद. यकीन मानना.. जब मैंने सबसे पहले अंत..फोरम ज्वाइन किया था तो मैं जिन सदस्यों को सर्वाधिक पसंद करता था उनमें से आप भी एक हो. हाँ ये बात सही है की कई बार कुछ बातें जल्दी से मुझे समझ नहीं आतीं लेकिन जैसे ही कोई समझाता है तुरंत समझ लेता हूँ.
क्या लिखू
इन के बारे में आप सभी लोग तो लिखोगे ही और वही बात में भी लिखू ठीक नहीं होगा
मेरा तो बस जो इन के लिए जो अहसास है वो लिख रहा हूँ
में नालायक जब फोरम पे आया था तब मुझे सीधा करने में इन का बहोत बड़ा हाथ था समझा बुजः के अछा किया मुझे
मेरे सुख दुःख में हमेशा बड़े भाई के तरह रहे,गलती पे डाटा नहीं बल्कि समझाया
अच्हे मार्ग दर्शक,समान्नीय,सुलझा व्यक्तित्व,
(मजाक है ये मगर अन्दर की बात है)
आज कल इन का मन नहीं लगता इन की सभी महिला मित्र समुन्द्र के किनारे वाले बिच पे हं और ये यहाँ इस लिए तन्हाई में बीमार हो जातें हैं

कामेश भाई, उस 'बीच' की शान तो आप ही थे.. हा हा हा (मजाक)
जलवा जी के बारे में जितना भी कहा जाय वो कम ही है
१.मिलनसार व्यक्तित्व !
२.सुपर फास्ट रिप्लाई !
३.स्वास्थ्य ज्ञान से परिपूर्ण !
४.हेल्पिंग नेचर !
५.प्रत्येक सदस्य को प्रोत्साहन !
मलेठिया जी, आपने मेरे बारे में अपने विचार व्यक्त किये उसके लिए आपका धन्यवाद. ये सभी मैंने आप जैसे बड़े भाइयों और गुणी जनों से सीखा है. मेरी सदैव कोशिश रहती है की नए सदस्यों पर हमारा अच्छा प्रभाव पड़े.
अनुज जलवा एक चैतन्य स्वभाव के व्यक्ति हैं
रोगों के बारे में सजग हैं और इस बारे में अन्य लोगों को चेतना देते रहते हैं
अपने कार्य को सही रूप में अंत (अंजाम) तक पहुचाते हैं
अपने क्षेत्र में लोकप्रिय हैं
दादा , सब कुछ मेरे लिए अच्छा ही है. और सबसे बड़ी बात है की आज तक कभी मैं आपके "नौरंगे" के नीचे नहीं आया. हा हा हा (क्षमा करना दादा)

jalwa
16-11-2010, 11:34 PM
जलवा जी के बारे में क्या कहूं ? इनके बारे में इतना कुछ है कहने के लिए की पता नहीं चलता कि कहाँ से शुरू करूं ?

मजबूत पक्ष

१. हमेश उत्साह से भरे नजर आते हैं.

२. अपने नाम के अनुरूप ही अपना जलवा बिखेरते रहते हैं.

३. हर तरह के सूत्र में सामान रूप से दखल रखते हैं.

४. बीच वाला सूत्र इनका ट्रेड मार्क रहा हैं avf पर यहाँ पर भी चौपाल इनकी ही दें है.

५. अन्तर्वासना पर हाल ही मैं यूजर ऑफ़ द मंथ चुने गए थे.

६. नए सदस्यों को पूरा प्रोत्साहन देते हैं.

७. सादा जीवन उच्च विचार और अच्छे स्वास्थ्य के लिए अच्छे सूत्र.

८. ये फोरम पर हमारा आना जलवा जी की ही देन है.

कमजोर पक्ष

१. बीच वाले सदस्यों को कुछ ज्यादा ही सीरिअसली ले लिया है.

२. अपने स्वास्थ्य पर अब तक ध्यान नहीं दिया करते थे.
अनिल भैया, मेरे बारे में आपने विचार व्यक्त किये उसके लिए शुक्रिया.
अब मैं आपने स्वास्थ्य का भी ध्यान रख रहा हूँ. ('बीच' वाले सूत्रों का त्याग कर दिया है)
अपनी विधा में परिपक्व, चित्रों के साथ साथ अपने मस्तिष्क की मिट्टी में उगने वाली वनस्पति के बल पर मौलिकता से परिपूर्ण लोकरंजक सामग्री (सूत्रों और प्रविष्टियों) की रचना करने वाले बीरबल के बारे में मैं क्या लिखूं :bravo: !!! मेरे परमप्रिय सखा हैं :iloveyou:जलवा जी अतः मैं कुछ अधिक नहीं कह सकता:hi::hi::hi: / धन्यवाद /

धन्यवाद ज्येष्ठ भ्राता श्री, मैं अपनी और से पूर्ण योगदान देने की कोशिश करता हूँ ...सभी को अच्छा लगता है ..यह मेरा सौभाग्य है. और "बीरबल"... यह उपनाम आप ही की देन है. इस के लिए मैं आपका सदैव आभारी रहूँगा.

sam_shp
17-11-2010, 04:21 AM
माफ कीजियेगा....इस सूत्र पर आने मे थोड़ी देरी कर दी....जलवाजी के लिये लिखना है तो देरी ही सही लेकिन लिखना बहुत जरुरी हो जाता है ....
सर्व प्रथम मै उनकी तंदुरस्ती के किये शुभ कामनाये करता हूँ....
जलावाजी के लिये आप सब ने बहुत कुछ लिख दिया है और मेरे लिये कुछ लिखने के लिये बचा ही नहीं है...आप सब
ने जितना भी लिखा है :iagree:
जलवाजी सुलझे हुये और सटीक टिप्पणी देने वाले कार्यदक्ष और महेनती इंसान है....स्वास्थ्य के बारे मे चेतनवंत है इस लिये कभी होलीडे पर जाने का मन करता है या मौका मिलता है तो अस्पताल मे चले जाते है.....तोलमोल कर बोलू तो अच्छे इंसान है...

aksh
17-11-2010, 10:39 AM
दोस्तों की नजर में जलवा जी ने अपना सारगर्भित जवाब भेज दिया है. में उनका धन्यबाद करता हूँ.

aksh
17-11-2010, 10:40 AM
दोस्तों की नजर में आज आप सभी के विचार आमंत्रित हैं मित्र गुल्लू जी के बारे में और देर रात तक गुल्लू जी सबसे अंत में अपनी प्रतिक्रिया देंगे. धन्यबाद.

munneraja
17-11-2010, 10:49 AM
दादा , सब कुछ मेरे लिए अच्छा ही है. और सबसे बड़ी बात है की आज तक कभी मैं आपके "नौरंगे" के नीचे नहीं आया. हा हा हा (क्षमा करना दादा)
:) मुझे नहीं पता कि ग़लतफ़हमी कहाँ है ?
लेकिन इतना बता दूं कि नौरंगा सिर्फ नियम हनन करने वालों के लिए है
:party:
लेकिन आप चाहें तो आपको दर्शन अवश्य करवा दूंगा हाहाहा

munneraja
17-11-2010, 10:53 AM
गुल्लू भाई अपने क्षेत्र के जाने माने व्यक्ति हैं और सुलझी हुई सोच रखते हैं
इसी कारण से सफलता प्राप्त करते हैं
व्यस्त रहते हैं लेकिन छुट्टियों का उपयोग अपने को रिलेक्स करने में करते हैं
मित्रता का निर्वाह बेहतरीन तरीके से करते हैं

बस अपने वादे को निभाने में जरा कमजोर हैं

khalid
17-11-2010, 10:56 AM
गुल्लु द ग्रेट
1 खाने पीने के शौकिन हैँ
2 कारोबार के प्रती बहुत गंभीर हैँ
3 युनिक काम करने पर फोरम मेँ विस्वाश रखते हैँ
4 पढने के लिए कुछ भी किसी भी हद तक जाने को तैयार रहतेँ हैँ
5 आगे बढने की लालसा हैँ
जिन्दगी मेँ
6 टाईम भले हीँ लगे मगर परफेक्ट काम करतेँ हैँ
+++
दुसरे सुत्र पर कम योगदान देना

aksh
17-11-2010, 02:20 PM
गुल्लू जी मेरी नजर में.

मजबूत पक्ष

१. कंप्यूटर सोफ्टवैयर के अच्छे जानकार.
२. भाषा पर पूरा नियंत्रण.
३. कुछ खास सूत्रों के रचियता जैसे कि " ओप्टिकल इल्ल्युजन ". इस तरह के सूत्र के साथ गुल्लू जी ही न्याय कर सकते हैं.
४. फोरम के लगभग हर विभाग के सूत्र बनाने की क्षमता रखते हैं.
५. जो भी काम दो उसे पूरी लगन से करते हैं.
६. कुछ शरारती तत्वों को ठीक करना जानते हैं.
७. मेरे शुरूआती मित्रों में से एक हैं और मैंने उनको यारों का यार पाया है.
८. घर को भी पूरा समय देते हैं. बच्चो के साथ खेलते खेलते भी कई बार फोरम पर आ जाते हैं.

कमजोर पक्ष

१. मेरी तरह जल्दी ही क्रोधित किये जा सकते हैं.
२. पूरे फोरम पर कहीं भी सूत्र बनाने की क्षमता का कम उपयोग.
३. वादा करके भूल जाते हैं. अभी तक मिले नहीं हैं.

aksh
17-11-2010, 02:21 PM
अन्य मित्रों से भी अनुरोध है कि कृपया गुल्लू जी के बारे में अपने विचार सूत्र पर रखें.

jalwa
17-11-2010, 10:13 PM
माफ कीजियेगा....इस सूत्र पर आने मे थोड़ी देरी कर दी....जलवाजी के लिये लिखना है तो देरी ही सही लेकिन लिखना बहुत जरुरी हो जाता है ....
सर्व प्रथम मै उनकी तंदुरस्ती के किये शुभ कामनाये करता हूँ....
जलावाजी के लिये आप सब ने बहुत कुछ लिख दिया है और मेरे लिये कुछ लिखने के लिये बचा ही नहीं है...आप सब
ने जितना भी लिखा है :iagree:
जलवाजी सुलझे हुये और सटीक टिप्पणी देने वाले कार्यदक्ष और महेनती इंसान है....स्वास्थ्य के बारे मे चेतनवंत है इस लिये कभी होलीडे पर जाने का मन करता है या मौका मिलता है तो अस्पताल मे चले जाते है.....तोलमोल कर बोलू तो अच्छे इंसान है...

धन्यवाद शाम भाई, वैसे तो मैं अपने स्वास्थ्य का बहुत ध्यान रखता हूँ साथ ही दूसरों के स्वास्थ्य का भी इसलिए स्वास्थ्य वर्धक सूत्र भी बनाता हूँ . बाकी आप सभी के सहयोग से कार्य करता रहता हूँ.

jalwa
17-11-2010, 10:19 PM
गुल्लू जी, हरियाणा राज्य के शहर "रेवाड़ी" के रहने वाले हैं. मेरे पुराने मित्रों में से एक हैं. पहले मैं इन्हें "कार्टूनिस्ट गुल्लू जी" कहा करता था. लेकिन बाद में पता चला की ये तो बहुत से गुणों के स्वामी हैं इन्हें केवल एक विषय में बांधना उचित नहीं है. "गुल्लू जी" के बारे में एक प्रसिद्द कार्टूनिस्ट द्वारा लिखा गया एक मशहूर वाक्य बिलकुल सटीक बैठता है...... "इनका दिमाग कंप्यूटर से भी तेज चलता है."
कई बार मैंने इनसे कंप्यूटर सम्बंधित जानकारियां भी ली है.
कमजोर पक्ष... कुछ याद नहीं आ रहा.

jai_bhardwaj
17-11-2010, 10:44 PM
मैंने भाई गुल्लू के विषय में बहुत अधिक व्यक्तिगत रूप से तो नहीं जाना है किन्तु एक दृष्टि में ये मुझे आडम्बरहीन, कर्मठ, दक्ष, विवादों से दूर रहने वाले सत्यभाषी व्यक्तित्व के स्वामी प्रतीत हुए हैं / मैं इनकी हृदय से कद्र करता हूँ /
कई बार इनका बिना सूचित किये हुए फोरम से अवकाश पर जाना हमें बहुत बुरा लगता है /
धन्यवाद /

aksh
17-11-2010, 10:49 PM
मैंने भाई गुल्लू के विषय में बहुत अधिक व्यक्तिगत रूप से तो नहीं जाना है किन्तु एक दृष्टि में ये मुझे आडम्बरहीन, कर्मठ, दक्ष, विवादों से दूर रहने वाले सत्यभाषी व्यक्तित्व के स्वामी प्रतीत हुए हैं / मैं इनकी हृदय से कद्र करता हूँ /
कई बार इनका बिना सूचित किये हुए फोरम से अवकाश पर जाना हमें बहुत बुरा लगता है /
धन्यवाद /

धन्यबाद जय भैया. मुझे लग रहा है कि आज भी गायब ही हैं. क्योंकि अभी तक एक भी प्रतिक्रिया नहीं आयी. अब तो शायद कल ही जवाब देंगे गुल्लू जी.

ndhebar
18-11-2010, 05:20 AM
गुल्लू भाई के लिए चंद पंक्तिया :

(शब्दों पर कम और भाव पर ज्यादा ध्यान दें)

करते हैं वही जो उनका उसूल है,
युं ही समझ जाएंगे उन्हें हमारी भूल है,
बहुत गहरा समन्दर है गुल्लू भाई के ज्ञान का,
बिन जाने इसे नापने कि कोशिश फिजूल है/

gulluu
18-11-2010, 07:43 AM
मैं फोरम के सभी दोस्तों को तहेदिल से धन्यवाद करना चाहता हूं कि उन्होंने मेरे बारे में अपने विचार प्रकट किये .
मैं इस सूत्र के सूत्रधार को भी बधाई देना चाहता हूं कि उन्होंने ऐसे क्रियात्मक सूत्र का निर्माण किया है जिसमे जहाँ हम सभी सदस्यों को किसी व्यक्ति के बारे में अपनी आकलन क्षमता को जांचने का मौका मिलता है, साथ ही अपने बारे में बाकि सदस्य क्या विचार रखते हैं,ये जानने का भी मौका मिलता है .अपनी अच्छाईयों कि तारीफ भी सुनने को मिलती है और अपनी कमियां भी पता चलती हैं ,जिनको सुधार जा सकता है .
केवल फोरम पर कही सुनी बातों के आधार पर वैसे तो किसी व्यक्ति के बारे में संपूर्ण अनुमान लगाना काफी मुश्किल है इसलिए मैं आगे आंकलित होने वाले अर्थात जिनके बारे में विचार प्रकट किया जाएँ,उन सभी सदस्यों से ये भी अनुरोध करता हूं कि वो सब सदस्यों को ये भी बताएं कि उनकी बनाई हुई राय या उस व्यक्ति के बारे में सोच ,ठीक भी है या नहीं .में भी विस्तार से ऐसा करना चाहूँगा , ताकि जो सदस्य मेरे बारे में पूरी तरह नहीं जान पायें है वो भी जान जाएँ .
गुल्लू भाई अपने क्षेत्र के जाने माने व्यक्ति हैं और सुलझी हुई सोच रखते हैं
इसी कारण से सफलता प्राप्त करते हैं
व्यस्त रहते हैं लेकिन छुट्टियों का उपयोग अपने को रिलेक्स करने में करते हैं
मित्रता का निर्वाह बेहतरीन तरीके से करते हैं

बस अपने वादे को निभाने में जरा कमजोर हैं
मुन्ना जी ,आपने ठीक कहा कि मैं छुट्टियों का प्रयोग अपने को रिलेक्स करने में करता हू और मैं केवल २ तरीकों से ही रिलेक्स होता हूं, एक तो इन्टरनेट चला कर, दूसरे पुस्तकें पढ़ कर .ये काम कर के ही मुझको मानसिक शांति मिलती है . साथ ही मैं अपने किये गए वादे को निभाने मैं बहुत पक्का हूं ,अगर मैंने आपसे मिलने का वादा किया है तो जरूर मिलूँगा ,समय इसलिए अधिक लगता है वादा निभाने में क्योंकि व्यस्तता वास्तव मैं बहुत ज्यादा है .

गुल्लु द ग्रेट
1 खाने पीने के शौकिन हैँ
2 कारोबार के प्रती बहुत गंभीर हैँ
3 युनिक काम करने पर फोरम मेँ विस्वाश रखते हैँ
4 पढने के लिए कुछ भी किसी भी हद तक जाने को तैयार रहतेँ हैँ
5 आगे बढने की लालसा हैँ
जिन्दगी मेँ
6 टाईम भले हीँ लगे मगर परफेक्ट काम करतेँ हैँ
+++
दुसरे सुत्र पर कम योगदान देना
खालिद भाई में आपको बधाई देता हूं, आपने मुझे इतना अधिक जान लिया है कि में खुद भी हैरान हूं .
*में वास्तव में खाने पीने का बहुत शोकीन हूं ,हालांकि एक पंजाबी परिवार से होते हुए भी मैंने जिंदगी में कभी अंडे ,मांस मछली ,बीयर व्हिस्की ,पान बीडी सिगरेट आदि चीजों को हाथ नहीं लगाया है लेकिन फिर भी शाकाहारी भोजन में नए नए प्रयोग करना मुझको पसंद है .साथ ही उपरोक्त चीजों को मेरे सभी दोस्त इस्तेमाल करते हैं इसलिए में इनके खिलाफ भी नहीं हूं .जब मेरे दोस्त साथ बैठकर विस्की के जाम टकराते हैं तो में भी साथ देने के लिए पेप्सी का जाम टकरा लेता हूं.
* ये बात भी ठीक है कि में यूनीक काम करने में विश्वास करता हूं .जो सूत्र या चित्र या सामग्री आसानी से हर जगह मिल जाये में उनको पेश करने में विश्वास नहीं करता .फ़िल्मी हीरो हिरोइन आदि के चित्र पेश करना में उचित नहीं समझता ,क्योंकि वो इतनी ज्यादा और इतनी आसानी से उपलब्ध है कि उन पर समय खर्च करना मुझको समय कि बर्बादी लगता है ,हालाँकि ऐसा करने वालों को में कभी हतोत्साहित भी नहीं करता लेकिन व्यक्तिगत रूप से में ऐसी सामग्री पेश करना चाहता हूं जो आसानी से ना मिले जिसको इकठ्ठा करने में भी मेरी मेहनत लगे .उदहारण के लिए एक सूत्र पिछले फोरम पर बनाया था 'दुर्लभ भारतीय चित्र' ,वो चित्र वास्तव में बहुत मुश्किल से अलग अलग स्थानों से एकत्रित किये गए थे, यहाँ पर मेरा अगला सूत्र वही होगा,ताकि सब सदस्यों उनका आनंद ले पायें .
*पढ़ने के लिए में वाकई किसी भी हद तक जा सकता हूं, मेरे पास सभी तरह के साहित्य कि हजारों पुस्तकों का भण्डार है .और जासूसी उपन्यास का में हद से ज्यादा शोकीन हूं .जिस लेखक कि पुस्तक पसंद आ जाती है उसकी लिखी हुई सभी पुस्तकें में कितनी ही बार पढ़ सकता हूं . साथ ही पुस्तकें केवल खरीद कर पढ़ना पसंद करता हूं .

* आपकी इस शिकायत से में ज्यादा सहमत नहीं हूं ,पहले तो में जिस सूत्र पर जाता था वहां अपना योगदान जरूर करता था, लेकिन यहाँ नियामक होने के नाते सभी प्रविष्टियों को देखने देखने में ही काफी समय लगता है कि कुछ गलत प्रविष्टि न हो जाये, साथ ही में फिल्म सम्बन्धी प्रविष्टियों में कम ही जाता हूं . बाकि विषयों पर सूत्र अभी कम ही बन रहे हैं .


गुल्लू जी मेरी नजर में.

मजबूत पक्ष

१. कंप्यूटर सोफ्टवैयर के अच्छे जानकार.
२. भाषा पर पूरा नियंत्रण.
३. कुछ खास सूत्रों के रचियता जैसे कि " ओप्टिकल इल्ल्युजन ". इस तरह के सूत्र के साथ गुल्लू जी ही न्याय कर सकते हैं.
४. फोरम के लगभग हर विभाग के सूत्र बनाने की क्षमता रखते हैं.
५. जो भी काम दो उसे पूरी लगन से करते हैं.
६. कुछ शरारती तत्वों को ठीक करना जानते हैं.
७. मेरे शुरूआती मित्रों में से एक हैं और मैंने उनको यारों का यार पाया है.
८. घर को भी पूरा समय देते हैं. बच्चो के साथ खेलते खेलते भी कई बार फोरम पर आ जाते हैं.

कमजोर पक्ष

१. मेरी तरह जल्दी ही क्रोधित किये जा सकते हैं.
२. पूरे फोरम पर कहीं भी सूत्र बनाने की क्षमता का कम उपयोग.
३. वादा करके भूल जाते हैं. अभी तक मिले नहीं हैं.
अनिल जी आप भी मुझको काफी हद तक जान गएँ हैं ,धन्यवाद

*जैसे कि में आपको बता चूका हूं की में ५-६ साल तक कंप्यूटर हार्डवेयर का भी काम कर चूका हूं और कंप्यूटर सम्बंधित बहुत सी डिग्री और डिप्लोमा भी हासिल कर चूका हूं इसलिए सॉफ्टवेर और हार्डवेयर सम्बन्धी मेरी जानकारी काफी है .
* यारों का यार वाली बात बिलकुल ठीक है क्योंकि में दोस्ती को सभी रिश्तों से ज्यादा अहमियत देता हूं और रुपये पैसे से ज्यादा में रिश्तों को मानता हूं .
* परिवार को पूरा समय देता हूं और वो जरूरी भी है क्योंकि इन्टरनेट एक मनोरंजन का साधन है और अपने मनोरंजन के साधन और बाकि दुनियादारी के बीच में तालमेल बिठाना भी बहुत जरूरी है .
आपकी शिकायेतें भी बहुत अहमियत रखती हैं ,सर्प्रथम तो में बता दू कि में गुस्सा बहुत ही कम करता हूं लेकिन व्यर्थ का विवाद करने वालों से और बदतमीज लोगों से बहुत झुन्ज्लाहट होती है .
अगर कोई व्यक्ति पहली ही मुलाकात में आपसे तू तडाक से बात करें तो बहुत बुरा लगता है .लेकिन फिर भी में ऐसे सदस्यों से उलझने के बजाय उनकी शिकायत करना या चुप रहना ज्यादा बेहतर समझता हूं .अपना गुस्सा जल्दी से उन पर प्रकट नहीं करता .
सूत्र ना बनाने वाली बात आपको क्या मुझको भी महसूस हो रही है इसलिए जल्दी ही कुछ अच्छे और नए सूत्र बनाने वाला हूं,बस भोतिक दुनिया में व्यस्तता ज्यादा हो गई है और उसको अनदेखा करना भी मुश्किल है .
* आपसे आपकी उम्मीद से भी जल्दी मिलूँगा ,फिक्र न करें
गुल्लू जी, हरियाणा राज्य के शहर "रेवाड़ी" के रहने वाले हैं. मेरे पुराने मित्रों में से एक हैं. पहले मैं इन्हें "कार्टूनिस्ट गुल्लू जी" कहा करता था. लेकिन बाद में पता चला की ये तो बहुत से गुणों के स्वामी हैं इन्हें केवल एक विषय में बांधना उचित नहीं है. "गुल्लू जी" के बारे में एक प्रसिद्द कार्टूनिस्ट द्वारा लिखा गया एक मशहूर वाक्य बिलकुल सटीक बैठता है...... "इनका दिमाग कंप्यूटर से भी तेज चलता है."
कई बार मैंने इनसे कंप्यूटर सम्बंधित जानकारियां भी ली है.
कमजोर पक्ष... कुछ याद नहीं आ रहा.
धन्यवाद नीरज भाई ,आपके मेरे बारे में कुछ कमजोरी नहीं दिखाई दी,साथ ही में क्षमा भी चाहता हू कि आपके बारे में राय नहीं प्रकट कि,कुछ ज्यादा ही व्यस्त था और सभी सूत्रों पर नहीं जा पा रहा था .

मैंने भाई गुल्लू के विषय में बहुत अधिक व्यक्तिगत रूप से तो नहीं जाना है किन्तु एक दृष्टि में ये मुझे आडम्बरहीन, कर्मठ, दक्ष, विवादों से दूर रहने वाले सत्यभाषी व्यक्तित्व के स्वामी प्रतीत हुए हैं / मैं इनकी हृदय से कद्र करता हूँ /
कई बार इनका बिना सूचित किये हुए फोरम से अवकाश पर जाना हमें बहुत बुरा लगता है /
धन्यवाद /
धन्यवाद भाई जी कि आपको मेरे बारे में इतनी अच्छाईयों दिखाई दी. में वास्तव में बहुत नुक्सान उठा कर भी सत्य बोलना पसंद करता हूं और मेरे व्यापार में ये नुक्सान भी देता है फिर भी में बहुत स्पष्टवादी और आडम्बर रहित व्यक्ति हूं .
आपकी शिकायत से में आपसे भी ज्यादा सहमत हूं . असल में किसी भी साईट पर जाकर ,काम कि बातें देख कर या पढ़ कर उसको बंद कर देने कि इतनी सालों पुरानी आदत बन चुकी है कि में ये भूल जाता हूं कि ये फोरम बाकि साईट से अलग है और यहाँ हमारे दोस्त हमारे जवाब कि इन्तजार में रहते हैं और एकदम चले जाना उनको बुरा लगता है ,यहाँ से बिना बताये जाना ,वास्तविक दुनिया में दोस्तों कि महफ़िल से बिना बताये उठ जाने के बराबर है ,में ये बात अब समझ गया हूं इसलिए आगे से अपने आने जाने कि पूरी सूचना देता रहूँगा .याद दिलाने के लिए आपका धन्यवाद


गुल्लू भाई के लिए चंद पंक्तिया :

(शब्दों पर कम और भाव पर ज्यादा ध्यान दें)

करते हैं वही जो उनका उसूल है,
युं ही समझ जाएंगे उन्हें हमारी भूल है,
बहुत गहरा समन्दर है गुल्लू भाई के ज्ञान का,
बिन जाने इसे नापने कि कोशिश फिजूल है/
हा हा हा, निशांत भाई आपने ये शेर कुछ इस तरह मारा है जैसे किसी बड़ी पुस्तक के अंत में या उपसंहार में अंतिम विचार लिखा जाता है .
धन्यवाद आपका .

(में अनिल जी और सूत्रधार जी से निवेदन करूँगा कि फोरम में हमारे कुछ साथी ऐसे भी हैं जो बहुत विवादित रहें हैं ,उनके बारे में अगर सबकी राय जानी जायेगी तो शायद उनको पता चलेगा कि सब सदस्य उनके बारे में क्या सोचते हैं ,शायद इससे कुछ गलत फहमियां दूर हो सकें या उनको अपनी कुछ कमिओं को दूर करने में मदद मिलेगी )

malethia
18-11-2010, 11:13 AM
गुल्लू जी एक बहुत ही सुलझे हुए और दिलचस्प इन्सां है.
अपने क्षेत्र के हुनरमंद
कम लेकिन सोलिड करने में विश्वास

gulluu
18-11-2010, 01:48 PM
गुल्लू जी एक बहुत ही सुलझे हुए और दिलचस्प इन्सां है.
अपने क्षेत्र के हुनरमंद
कम लेकिन सोलिड करने में विश्वास
तारा बाबु ,हम आपकी इंसानों को परखने की क्षमता पर बधाई देते है .हम ऐसे ही हैं जैसे आपने जाना है .:gm:

Kumar Anil
18-11-2010, 02:16 PM
[QUOTE=aksh;15625][color="purple"][size="3"][b]
अनिल जी क्या यह सूत्र विशिष्ट जनोँ के लिए ही निर्मित है अथवा आम सदस्य भी इसमेँ प्रतिभाग कर सकते हैँ ?

munneraja
18-11-2010, 02:43 PM
[QUOTE=aksh;15625][color="purple"][size="3"][b]
अनिल जी क्या यह सूत्र विशिष्ट जनोँ के लिए ही निर्मित है अथवा आम सदस्य भी इसमेँ प्रतिभाग कर सकते हैँ ?
हे परमेश्वर .....
अनिल जी
ये फोरम हर प्रकार से सामान्य ही है
हम सब भी सामान्य सदस्य हैं
सभी सदस्य फोरम के लिए महत्वपूर्ण हैं, आपकी राय से हमें वो ही आनन्द प्राप्त होगा जो शरीर के आत्मा द्वारा स्पर्श से मिलता है.
आपका स्वागत है ..... और आपकी प्रविष्टियों का इंतजार भी .....
:iloveyou:

khalid
18-11-2010, 02:53 PM
सभी बडोँ को प्रणाम
और छोटे भाईयोँ को प्यार भरा नमस्कार

गुल्लू जी ने बड़े ही सुन्दर तरीके से अपने बारे में व्यक्त प्रतिक्रियाओं पर टिपण्णी की. उसके लिए उनको बधाई.
...
धन्यवाद

aksh
18-11-2010, 02:56 PM
आप सभी मित्रों से अनुरोध है कि आज आप सभी को मित्र निशांत ढेबर ( ndhebar ) के बारे में राय व्यक्त करनी है. और ये राय आप देर रात तक दे सकते हैं. आप सभी की राय के बाद मित्र निशांत अपनी प्रतिक्रिया देंगे. राय देने के लिए सभी सदस्य पूर्ण रूप से स्वतंत्र हैं और राय किस प्रकार देनी हैं ये तो सूत्र देख कर ही पता चल जाता है.

arvind
18-11-2010, 03:08 PM
आप सभी मित्रों से अनुरोध है कि आज आप सभी को मित्र निशांत ढेबर ( ndhebar ) के बारे में राय व्यक्त करनी है. और ये राय आप देर रात तक दे सकते हैं. आप सभी की राय के बाद मित्र निशांत अपनी प्रतिक्रिया देंगे. राय देने के लिए सभी सदस्य पूर्ण रूप से स्वतंत्र हैं और राय किस प्रकार देनी हैं ये तो सूत्र देख कर ही पता चल जाता है.
निशांत ढेबर जी मेरे सबसे प्रिय मित्रो मे से एक है, इसके अनेको कारण है -

1. बेहद ज़हीन और सुलझा हुआ व्यक्तित्व।
2. साहित्य मे गहरी रुचि।
3. घमंड से कोसो दूर।
4. बेहद मृदुभाषी।
5. सहायता करने को हमेशा तत्पर।
6. मिलनसार स्वभाव।
7. हिन्दी के प्रति गहरा लगाव।
8. जड़ो से जुड़े हुए व्यक्ति।
9. अपने दायित्व के प्रति बेहद जिम्मेदार।
10. हमेशा खुश रहना।

munneraja
18-11-2010, 03:11 PM
अनुज निशांत,
बातों में बेहद जलेबी (मीठी और घुमावदार),
कहीं किसी को भी लपेट लेने में माहिर (इनको सही उपाधि से नवाजा गया है),
अपने कार्य में चतुर,
लच्छेदार वादे में निपुण,
घर सम्हालने में गुणी,
पत्नी के मामले में भाग्यशाली (सुघड़ बहुरानी मिली हैं),
किसी भी पाश से बच निकलने में माहिर.
अपने सहयोगियों को पूरा समर्थन और सही राय देते हैं

Kumar Anil
18-11-2010, 04:04 PM
[QUOTE=Kumar Anil;15854]
हे परमेश्वर .....
अनिल जी
ये फोरम हर प्रकार से सामान्य ही है
हम सब भी सामान्य सदस्य हैं
सभी सदस्य फोरम के लिए महत्वपूर्ण हैं, आपकी राय से हमें वो ही आनन्द प्राप्त होगा जो शरीर के आत्मा द्वारा स्पर्श से मिलता है.
आपका स्वागत है ..... और आपकी प्रविष्टियों का इंतजार भी .....
शुक्रिया मेरे स्वागतार्थ आप अग्रजोँ के प्रतीक्षारत होने का परन्तु चन्द सदस्योँ के अतिरिक्त किसी अन्य के सँवाद इस सूत्र मेँ दिखायी नहीँ पड़ते इसीलिए ये भ्रामक स्थिति उत्पन्न होती है । सम्भवतः ये उनकी सक्रियता का द्योतक है न कि उनके किसी तमगे के वैशिष्टय के फलस्वरूप उनके विचारोँ को प्रमुखता प्रदान की जाती है । हाँ एक बात और यहाँ परमेश्वर से आपका क्या आशय था ? क्या किसी भावविशेष को प्रकट करने के लिए ?

malethia
18-11-2010, 04:09 PM
निशांत जी मेरे विचार
१.बेहद सुलझे हुए इंसान और काबिल दोस्त
२.अपनी बात को मजबूती से रखने में माहिर
३.जो दिल में वही मुहं पर
४.अच्छे लेखक और सभी विषयों पर अच्छी पकड़
५.अपने दायित्व के प्रति समर्पित

aksh
18-11-2010, 04:28 PM
[QUOTE=munneraja;15858][QUOTE=Kumar Anil;15854]
शुक्रिया मेरे स्वागतार्थ आप अग्रजोँ के प्रतीक्षारत होने का परन्तु चन्द सदस्योँ के अतिरिक्त किसी अन्य के सँवाद इस सूत्र मेँ दिखायी नहीँ पड़ते इसीलिए ये भ्रामक स्थिति उत्पन्न होती है । सम्भवतः ये उनकी सक्रियता का द्योतक है न कि उनके किसी तमगे के वैशिष्टय के फलस्वरूप उनके विचारोँ को प्रमुखता प्रदान की जाती है । हाँ एक बात और यहाँ परमेश्वर से आपका क्या आशय था ? क्या किसी भावविशेष को प्रकट करने के लिए ?

जब आप अपनी पत्नी के किसी बात को ठीक से समझ नहीं पाते तो वो क्या कहती हैं ? हे भगवान ! इनको इतनी सी बात समझ में नहीं आयी. तो मुझे लगता है कि ये हे परमेश्वर इसी तरह इस्तेमाल किया गया है अनिल जी.

aksh
18-11-2010, 04:33 PM
अनुज निशांत के बारे में मेरे विचार.

मजबूत पक्ष

१. दमदार शरीर. ( फोटो देखकर पता चल रहा है ).

२. बात को दमदार तरीके से ही रखते हैं.

३. अपनी बात पर कायम रहते हैं और कोशिश करते हैं कि किसी भी मुद्दे पर एक निश्चित राय ही रखी जाए.

४. सभी के साथ सहयोग की भावना रखते हैं.

५. अति उत्साही हैं.

६ दिए हुए कार्य को अच्छी तरह से सम्पन्न करते हैं.

७. भाषा बड़ी ही लच्छेदार है.

८. हिंदी भाषा के लिए एक सकारात्मक नजरिया.

कमजोर पक्ष

१. कभी कभी सहमति न बनने पर झुंझला से जाते हैं.

munneraja
18-11-2010, 06:09 PM
हे परमेश्वर .....
अनिल जी
ये फोरम हर प्रकार से सामान्य ही है
हम सब भी सामान्य सदस्य हैं
सभी सदस्य फोरम के लिए महत्वपूर्ण हैं, आपकी राय से हमें वो ही आनन्द प्राप्त होगा जो शरीर के आत्मा द्वारा स्पर्श से मिलता है.
आपका स्वागत है ..... और आपकी प्रविष्टियों का इंतजार भी .....
शुक्रिया मेरे स्वागतार्थ आप अग्रजोँ के प्रतीक्षारत होने का परन्तु चन्द सदस्योँ के अतिरिक्त किसी अन्य के सँवाद इस सूत्र मेँ दिखायी नहीँ पड़ते इसीलिए ये भ्रामक स्थिति उत्पन्न होती है । सम्भवतः ये उनकी सक्रियता का द्योतक है न कि उनके किसी तमगे के वैशिष्टय के फलस्वरूप उनके विचारोँ को प्रमुखता प्रदान की जाती है । हाँ एक बात और यहाँ परमेश्वर से आपका क्या आशय था ? क्या किसी भावविशेष को प्रकट करने के लिए ?
यह उनकी असक्रियता है, कुछ सदस्य सिर्फ पढ़ कर आनंद लेते हैं और कुछ सक्रीय रहकर ..
और इश्वर को मैंने याद किया भावावेश के कारण

gulluu
18-11-2010, 06:24 PM
निशांत जी कि एक और खूबी है और वो है उनका फ़िल्मी ज्ञान , मेरे जानकारी के हिसाब से उनका फिल्मों सम्बन्धी ज्ञान बहुत विस्तृत है ऐसा शायद उनकी फिल्मों के प्रति रूचि के कारन है .इसके अतिरिक्त निशांत जी दोस्त बनाने और दोस्ती निभाने में विश्वास रखते है .अभी उनकी कोई कमी दिखाई नहीं पड़ती है ,अगर कोई कमजोरी होगी तो सीधा उनको ही बताना पसंद करूँगा ताकि वो सुधार लें.

khalid
18-11-2010, 06:30 PM
निशांत भाई
जिस रोजगार से जुडे हुए उसके वजह से चौकन्ना रहना आदत मेँ शामिल हैँ
2 कोई भी सवाल करतेँ हैँ उनको बिल्कुल सटिक जवाब देकर आगे सवाल से बडी सफाई से बच निकलतेँ हैँ
3 चाहेँ कितना भी व्यस्त हो फोरम मेँ आके देखतेँ जरुर हैँ
4 जिनको जानतेँ नहीँ उनसे नपातुला व्यहार करतेँ हैँ
5 कारोबार के प्रति गंभीर हैँ वजह चाहे लक्ष्मी जी हो
6 सुत्र को बडे ध्यान से देखकर अपनी राय देते हैँ
7 विवाद से बचने की कोशिश करतेँ हैँ
+++
अपने सुत्र को ध्यान ज्यादा देना
--

jalwa
18-11-2010, 07:56 PM
निशांत भाई का शुरू से ही प्रशंसक रहा हूँ. सभी के साथ सहयोगात्मक रवैया सदैव रखते हैं. मुझे नहीं लगता की ये कभी किसी विवाद में पड़े हों.. सदैव अनूठे और अलग हटकर सूत्रों का निर्माण करते हैं.
विरोधाभासी बात .... अभी मुझे कोई दिख नहीं रही जैसे ही दिखेगी बताऊंगा.

jai_bhardwaj
18-11-2010, 10:17 PM
निशांत भाई, गंभीर प्रवृत्ति एवं प्राकृतिक (निश्छल) स्वभाव वाले व्यक्ति हैं / संयत और ठोस आधार वाली बातें पसंद करते हैं / मनोरंजक जानकारी रखते हैं /
कभी कभी हठधर्मिता भी दिखाई पड़ जाती है /

Sikandar_Khan
18-11-2010, 10:37 PM
निशांत भाई
1 एक खुश दिल इंसान हैँ
2 फोरम के प्रति वफादर
3 सहयोगात्मक रवैय्या
4 गुस्सा जल्दी आ जाता है
5 सभी अच्छे सूत्रोँ पर योगदान जरूर देतेँ हैँ
6 हटी स्वाभाव के हैँ

ndhebar
19-11-2010, 10:01 AM
अरविन्द भाई, मुन्ना भाई, तारा बाबु, अनिल भाई, गुल्लू जी, खालिद भाई, जलवा जी, जय भैया, सिकंदर भाई
आप सभी ने मेरे बारे में अपनी राय रखी, बेहद अच्छी अच्छी बातें लिखी
यकीं मानिये मैं इन सब के काबिल बिलकुल नहीं
पेशे से मैं सब ब्रोकर(उपदलाल) हूँ, अतः मीठी और लक्षेदार बातें करना इसका ही एक अंग है/ पर झूठ नहीं कहता
झूठ और झूठों से मुझे सख्त चिढ है, आडम्बर(पाखंड) भी पसंद नहीं
जमीन से जुडी बातें और लोग अच्छे लगते हैं, मैं तब तक कोई बात या कार्य नहीं कहता/करता जब तक उस पर विश्वास ना हो
मेरे आत्मविश्वास को कभी कभी लोग मेरा घमंड मान लेते हैं, पर मैं लोगों की परवाह नहीं करता
वही करता हूँ जो मेरा दिमाग कहता है, दिल की बातें कम ही मानता हूँ
अपनी बात पर कायम रहता हूँ(जिसे आप जिद कह रहे हैं) पलटी नहीं मारता, अगर गलत होता हूँ तो माफ़ी मांगना पसंद करता हूँ
सार्वजानिक रूप से भी मुझे गलती स्वीकार करने में कोई हिचक नहीं होती
मेरे लिए व्यक्ति का महत्व है बजाय की संस्था(फोरम) के, जो मुझे पसंद हैं वो कहीं भी रहें कोई फर्क नहीं पड़ता
दोस्त बनाना अच्छा लगता है पर इस मामले में भी बेहद फूंक फूंक कर कदम रखता हूँ
स्पष्ट कारन है की अनजान या बाहर के लोग कुछ कहें या करे उससे फर्क नहीं पड़ता पर दोस्तों की बात मेरे लिए बहुत महत्व रखती है
एक बार दोस्ती कर ली तो दोस्त चाहे कुछ भी करे(अच्छा या बुरा) साथ देता हूँ
हिंदी से मुझे बेहद प्यार है और हाँ कोशिश हमेशा खुश रहने की करता हूँ

ABHAY
19-11-2010, 10:17 AM
भाई आप तो मेरी नजर में बहुत ही अच्छे है जयसा की आपसे बात करके लगा की थोरा भी ये नहीं लगा की दूसरे से बात कर रहा हू ! अपना सा लगा और लगे भी क्यों नहीं आप हो ही अपने ! इससे जयादा मैं आपके बारे में नहीं जानता !

aksh
19-11-2010, 10:49 AM
मित्र निशांत का बहुत ही सधा हुआ और नापा तुला जवाब आ चुका है. में उनको इस बेहतरीन जवाब के लिए बधाई देना चाहता हूँ.

aksh
19-11-2010, 10:56 AM
आज हम सभी को अपनी राय व्यक्त करनी है मित्र शाम जी के बारे में. मित्रो आप सभी से अनुरोध है कि शाम भाई के बारे में जो कुछ भी आपकी राइ है उसे खुल कर व्यक्त करने का समय है ये. धन्यवाद.

Kumar Anil
19-11-2010, 02:32 PM
जब आप अपनी पत्नी के किसी बात को ठीक से समझ नहीं पाते तो वो क्या कहती हैं ? हे भगवान ! इनको इतनी सी बात समझ में नहीं आयी. तो मुझे लगता है कि ये हे परमेश्वर इसी तरह इस्तेमाल किया गया है अनिल जी.

मित्र आप मर्मज्ञ हैँ जिसके फलस्वरूप बातोँ के मर्म को समझकर आपके उत्तर देने की कला ने मुझे बहुत भीतर तक प्रभावित करा है । अपने जीवन मेँ मैँ भी इसे ढालने का प्रयत्न करूँगा ।

Kumar Anil
19-11-2010, 03:02 PM
आज हम सभी को अपनी राय व्यक्त करनी है मित्र शाम जी के बारे में. मित्रो आप सभी से अनुरोध है कि शाम भाई के बारे में जो कुछ भी आपकी राइ है उसे खुल कर व्यक्त करने का समय है ये. धन्यवाद.

आपके लिए शाम भाई और मेरे सैम साहब यदि अन्यथा न लेँ क्योँकि मैँ अपने वरिष्ठ की भावनाएँ आहत नहीँ करना चाहता हूँ तो उनके सम्बन्ध मेँ कहना चाहूँगा कि उनके स्वभाव मेँ हठधर्मिता का स्थान कुछ ज्यादा ही है । अपनी कही हुई गलत बात को भी सही सिद्ध करना कहीँ न कहीँ उनकी कमजोरी का परिचायक है । किसी भी व्यक्ति को निशांत जी जैसा होना चाहिए जो अपनी गल्तियोँ को सार्वजनिक रूप से स्वीकार करने मेँ लेशमात्र भी संकोच नहीँ करते ।

munneraja
19-11-2010, 03:19 PM
तो उनके सम्बन्ध मेँ कहना चाहूँगा कि उनके स्वभाव मेँ हठधर्मिता का स्थान कुछ ज्यादा ही है । अपनी कही हुई गलत बात को भी सही सिद्ध करना कहीँ न कहीँ उनकी कमजोरी का परिचायक है । किसी भी व्यक्ति को निशांत जी जैसा होना चाहिए जो अपनी गल्तियोँ को सार्वजनिक रूप से स्वीकार करने मेँ लेशमात्र भी संकोच नहीँ करते ।
अनुज अनिल
कोई भी दो व्यक्ति एक से नहीं हो सकते
अन्यथा किन्ही दो में कोई कम्पेरिजन हो ही नहीं
क्योंकि हर व्यक्ति में अलग अलग बौद्धिक एवं शारीरिक क्षमता, भावनाएं और सीमा होती है अतः यह जगत विविधाओं से भरपूर और आकर्षक लगता है.
जिस व्यक्ति में कुछ गुण होगा तो वह व्यक्ति हठी हो ही जायेगा. वो चाहेगा कि उसके उस गुण का लाभ अन्य सभी उठायें. इस कोशिश में उस व्यक्ति का महत्व स्वतः ही बढ़ जायेगा. यही मनुष्य का गुण है.

malethia
19-11-2010, 03:49 PM
शाम जी मेरी नजर में
१.सुलझा हुआ व्यक्तित्व
२.अपने देश के प्रति समर्पण भाव
३.फोरम के लिए महत्त्वपूर्ण योगदान
४.सदैव सच्चाई के साथ

arvind
19-11-2010, 03:57 PM
श्याम भाई, अपने देश, देशवासियों और हिन्दी से बहुत प्यार करते है, मगर रोजी-रोटी इन्हे परदेश मे रखे हुये है। बहुत ही आत्मीय स्वभाव। जबर्दस्त आत्मविश्वास। साहित्य मे गहरी रुचि। मेरे अच्छे मित्रो मे से एक।

aksh
19-11-2010, 05:39 PM
शाम भाई

मजबूत पक्ष

१. फोरम पर कार्य करने के एक लम्बा अनुभव.

२. खेल कूद और अन्य गतिविधियों में भी उच्च कोटि की महारथ.

३. सुलझे हुए व्यक्तित्व के स्वामी.

४. हार और जीत को एक सामान लेकर चलने वाले.

५. हर हाल में काम करने की अनोखी क्षमता के स्वामी.

६. इतने दिनों तक बाहर रहकर भी देश और देश की भाषा के प्रति अगाध प्रेम की भावना.

७. मुझे एक छोटे भाई की तरह दुलार दिया जबकि में उनसे बड़ा हूँ. अन्य सभी छोटों को भरपूर प्यार और बड़ों को सम्मान.

कमजोर पक्ष

१. कभी कभी सामने वाले के बात को पूरी तरह समझ नहीं पाते और अपनी प्रतिक्रिया दे देते हैं.

२. भाभी जी से बहुत ही डरे डरे से नजर आते ............

munneraja
19-11-2010, 06:18 PM
शाम भाई
एक मस्त स्वभाव के व्यक्ति हैं
जो अपने अन्दर तूफ़ान छिपाए हैं
हर पल को जीने की जिजीविषा अपने में समाये हैं
हर उस आस को जो ये पूरी नहीं कर पाए उसे संजोये पूरी करने की ललक लगाये हैं
कठिन समय को हँसते हुए झेलना इनसे सीखने वाली बात है
अपने परिवार को बहुत प्यार करते हैं

Sikandar_Khan
19-11-2010, 06:59 PM
शाम भाई
1 एक जिँदा दिल इंसान
2 विदेश मे रहकर भी
देश प्रेम की भावना
3 सभी को सहयोग करना
4 अपने परिवार के प्रति वफादार
5 नाराज जल्दी हो जाते हैँ
6 गुस्से मे चौपाल पर आना छोड़ दिया है

abhisays
19-11-2010, 07:19 PM
:gm:शाम जी यारो के यार है.. बहुत ही खुशमिजाज़ और मिलनसार हैं .. और बहुत ही अच्छे कलाकार हैं.. विदेश में रहते हुए भी इनके देश प्रेम में कोई कमी नहीं आई..


और बड़ी बात है की कभी भविष्य में UK जाना हुआ तो इनके साथ :drunk: इसका आनंद भी लिया जा सकता है.. :cheers:

gulluu
19-11-2010, 07:23 PM
श्याम जी ,जहाँ तक में समझा हूं , एक अनुभवी ,मिलनसार और जिंदादिल आदमी है ,सभी छोटे बड़ों को इज्जत देने वाले और इन्टरनेट के शोकीन और बहुत कामयाब सूत्रधार और प्रविश्तिकर्ता हैं.

khalid
19-11-2010, 07:49 PM
प्रणाम शाम भाई
शाम भाई अपने छोटो को बहुत प्यार करते हैँ
और हमेशा अपने दिल मेँ हिन्दुस्तान के लिए तडपते रहते हैँ
बाकी कभी भी किसी को कोई जरुत हैँ तो अपने राय देते हैँ
बहुत अच्छे अच्छे सुत्र का निर्माण करतेँ हैँ
अपने लिए पद के बजाऐ मेहनत मेँ विश्वास करतेँ हैँ
बाकी ग्रेट इंसान हैँ

जहाँ उनको अपने लिए इज्जत कम दिखाई देते हैँ उस जगह त्यागना पसंद करते हैँ
बाकी कमी तो दिखाई मुझे नहीँ देता हैँ

jalwa
19-11-2010, 09:27 PM
शाम भाई, एक बुद्धिजीवी विचारक.
विदेश में रहकर भी अपने देश की मिटटी की खुशबु इनके विचारों से आती है.
चित्रों के बारे में अद्भुत जानकारियों का भंडार लिए हैं.
कभी इनकी किसी भी बात से अभिमान नहीं नजर आता.
कला प्रेमी व्यक्तित्व के स्वामी.
कभी किसी से मतभेद हुआ हो... मुझे नहीं लगता.
कुल मिला कर कहा जाए तो.... एक अच्छे मार्गदर्शक और मित्र.

ndhebar
19-11-2010, 09:46 PM
शाम भाई

मस्त, दिलदार बोले तो फुल ऑफ़ लाइफ, ऐसे व्यक्ति भावुक होते हैं
इसलिए किसी भी बात को सीधे दिल पर ले लेते हैं
एथिलीट रह चुके हैं, ये बात इनके कार्य करने के तरीके से भी साफ़ पता चलती है
हिंदी और हिंदुस्तान इनके दिल में रचा बसा है
जल्दी दोस्ती नहीं करते पर अगर कर लिया तो समझो निकल पड़ी

jai_bhardwaj
19-11-2010, 11:01 PM
अति मित्रवत, कोमल हृदयवाले, मतवाले चरित्रवाले, आकर्षक व्यक्तित्ववाले, कर्तव्यनिष्ठ पिता, कुशल व्यापारी छोटे भाई के विषय में मैं कुछ नहीं कह सकता / क्षमा करें शाम भाई /

sam_shp
20-11-2010, 03:18 AM
आप सब मित्रो ने मेरी इतनी तारीफ कर दी है.... कुछ ही घंटो मे २ किलो वजन बढ़ गया है....
कोई अपनी तारीफ़ करता है तो अच्छा तो बहुत लगता है जैसे की आसमान के सैर कर रहे हो लेकिन डर भी लगता है की कहीं कोई गलती हो गयी तो कितने ऊपर से गिरूंगा....इससे तो अपनी बैलगाड़ी ही अच्छी है......
आप सब का धन्यवाद.


शाम जी मेरी नजर में
१.सुलझा हुआ व्यक्तित्व
२.अपने देश के प्रति समर्पण भाव
३.फोरम के लिए महत्त्वपूर्ण योगदान
४.सदैव सच्चाई के साथ

ताराबाबु मेरे फोरम पर आने का एक फल मुझे मीला है की आप जैसे दोस्त मिले जो मुझे समज सके.... लेकिन मै सुलझा हुआ नहीं उलझा हुआ व्यक्ति हूँ....जैसे की मकड़े की जाल मे मच्छर.

श्याम भाई, अपने देश, देशवासियों और हिन्दी से बहुत प्यार करते है, मगर रोजी-रोटी इन्हे परदेश मे रखे हुये है। बहुत ही आत्मीय स्वभाव। जबर्दस्त आत्मविश्वास। साहित्य मे गहरी रुचि। मेरे अच्छे मित्रो मे से एक।

आपने हमारा नाम अपने अच्छे मित्रो की सूचि मे रखकर हमें जो मान दिया है इसके लिये आपका आभारी हूँ.

शाम भाई

मजबूत पक्ष

१. फोरम पर कार्य करने के एक लम्बा अनुभव.

२. खेल कूद और अन्य गतिविधियों में भी उच्च कोटि की महारथ.

३. सुलझे हुए व्यक्तित्व के स्वामी.

४. हार और जीत को एक सामान लेकर चलने वाले.

५. हर हाल में काम करने की अनोखी क्षमता के स्वामी.

६. इतने दिनों तक बाहर रहकर भी देश और देश की भाषा के प्रति अगाध प्रेम की भावना.

७. मुझे एक छोटे भाई की तरह दुलार दिया जबकि में उनसे बड़ा हूँ. अन्य सभी छोटों को भरपूर प्यार और बड़ों को सम्मान.

कमजोर पक्ष

१. कभी कभी सामने वाले के बात को पूरी तरह समझ नहीं पाते और अपनी प्रतिक्रिया दे देते हैं.

२. भाभी जी से बहुत ही डरे डरे से नजर आते ............

बडके भैया क्या हो गये ...बहुरिया का साथ देने लगे ?????....



शाम भाई
एक मस्त स्वभाव के व्यक्ति हैं
जो अपने अन्दर तूफ़ान छिपाए हैं
हर पल को जीने की जिजीविषा अपने में समाये हैं
हर उस आस को जो ये पूरी नहीं कर पाए उसे संजोये पूरी करने की ललक लगाये हैं
कठिन समय को हँसते हुए झेलना इनसे सीखने वाली बात है
अपने परिवार को बहुत प्यार करते हैं
समय कितना भी कठिन क्यूँ ना हो आप जैसे मित्रो का साथ है तो कठिनता कैसे दूर हो जाती है उसका पता भी नहीं चलता.

शाम भाई
1 एक जिँदा दिल इंसान
2 विदेश मे रहकर भी
देश प्रेम की भावना
3 सभी को सहयोग करना
4 अपने परिवार के प्रति वफादार
5 नाराज जल्दी हो जाते हैँ
6 गुस्से मे चौपाल पर आना छोड़ दिया है

नहीं मित्र मै नाराज जल्दी नहीं होता क्युंकी जब मै नाराज होता हूँ तब मुझे गुस्सा आता है और जब गुस्सा आता है तो....शिव का भक्त हूँ तो तांडव ही करूँगा....तो ऐसी परिस्थिति से दूर रहने का प्रयत्न करता हूँ.

:gm:शाम जी यारो के यार है.. बहुत ही खुशमिजाज़ और मिलनसार हैं .. और बहुत ही अच्छे कलाकार हैं.. विदेश में रहते हुए भी इनके देश प्रेम में कोई कमी नहीं आई..
और बड़ी बात है की कभी भविष्य में uk जाना हुआ तो इनके साथ :drunk: इसका आनंद भी लिया जा सकता है.. :cheers:

मित्र हमारे दिल के और घर के दरवाजे आप सभी मित्रो के लिये हमेशा खुले ही है जब दिल करे आजाओ !!!!

श्याम जी ,जहाँ तक में समझा हूं , एक अनुभवी ,मिलनसार और जिंदादिल आदमी है ,सभी छोटे बड़ों को इज्जत देने वाले और इन्टरनेट के शोकीन और बहुत कामयाब सूत्रधार और प्रविश्तिकर्ता हैं.


प्रणाम शाम भाई
शाम भाई अपने छोटो को बहुत प्यार करते हैँ
और हमेशा अपने दिल मेँ हिन्दुस्तान के लिए तडपते रहते हैँ
बाकी कभी भी किसी को कोई जरुत हैँ तो अपने राय देते हैँ
बहुत अच्छे अच्छे सुत्र का निर्माण करतेँ हैँ
अपने लिए पद के बजाऐ मेहनत मेँ विश्वास करतेँ हैँ
बाकी ग्रेट इंसान हैँ

जहाँ उनको अपने लिए इज्जत कम दिखाई देते हैँ उस जगह त्यागना पसंद करते हैँ
बाकी कमी तो दिखाई मुझे नहीँ देता हैँ

माफ करना मित्र लेकिन आप मुझे ठीक से पहेचान नहीं पाये हो....मुझे इज्जत मिले या ना मिले उसकी मुझे कोई परवाह नहीं है....लेकिन जहाँ मेरा आत्मसन्मान को ठेस पहुंचती है या मेरा अपमान होता है उस को छोड देना पसंद करता हूँ.

शाम भाई, एक बुद्धिजीवी विचारक.
विदेश में रहकर भी अपने देश की मिटटी की खुशबु इनके विचारों से आती है.
चित्रों के बारे में अद्भुत जानकारियों का भंडार लिए हैं.
कभी इनकी किसी भी बात से अभिमान नहीं नजर आता.
कला प्रेमी व्यक्तित्व के स्वामी.
कभी किसी से मतभेद हुआ हो... मुझे नहीं लगता.
कुल मिला कर कहा जाए तो.... एक अच्छे मार्गदर्शक और मित्र.

मित्र मतभेद तो मेरे बहुत सारे लोगो से हुये है और होते ही रहेंगे लेकिन किसी के साथ मनभेद ना हो इसका ख्याल रखने की कोशिश जरुर करता हूँ.

शाम भाई

मस्त, दिलदार बोले तो फुल ऑफ़ लाइफ, ऐसे व्यक्ति भावुक होते हैं
इसलिए किसी भी बात को सीधे दिल पर ले लेते हैं
एथिलीट रह चुके हैं, ये बात इनके कार्य करने के तरीके से भी साफ़ पता चलती है
हिंदी और हिंदुस्तान इनके दिल में रचा बसा है
जल्दी दोस्ती नहीं करते पर अगर कर लिया तो समझो निकल पड़ी
भावुक तो हूँ लेकिन क्या करू .......भगवान जब दिमाग बाँट रहे थे तो मै बार मे बैठा था...तो आखिर मे दिल हाथ आया तो वही रख लिया....अब दिमाग की जगह दिल आया तो दिमाग का काम भी तो दिल को ही करना पड़ेगा ना ????

अति मित्रवत, कोमल हृदयवाले, मतवाले चरित्रवाले, आकर्षक व्यक्तित्ववाले, कर्तव्यनिष्ठ पिता, कुशल व्यापारी छोटे भाई के विषय में मैं कुछ नहीं कह सकता / क्षमा करें शाम भाई /

बड़े भैया मैंने तो यह सुना है की जो बड़े होते है और जो अपने होते है वही प्रशंसा के साथ साथ कमियों को भी बताते है ताकि छोटो को कभी शर्मिंदा ना होना पड़े.

Kumar Anil
20-11-2010, 07:12 AM
शाम जी मेरी नजर में
१.सुलझा हुआ व्यक्तित्व
२.अपने देश के प्रति समर्पण भाव
३.फोरम के लिए महत्त्वपूर्ण योगदान
४.सदैव सच्चाई के साथ


प्रायः बहुत कम ही देखने को मिलता है कि nri होने के उपरान्त भी कोई अपने देश को इतनी शिद्दत के साथ जिये । इस भौतिकवादी युग मेँ सिक्कोँ की खनक के बीच लोग अपने परिवार को विस्मृत कर देते हैँ , इतिहास ऐसे अनेक दृष्टान्तोँ से भरा हुआ है मगर सैम साहब जैसी विभूतियाँ अपने राष्ट्र के लिए कटिबद्ध और समर्पित हैँ और मैँ उनके इस जज्बे को सलाम करता हूँ ।

arvind
20-11-2010, 11:35 AM
आपने हमारा नाम अपने अच्छे मित्रो की सूचि मे रखकर हमें जो मान दिया है इसके लिये आपका आभारी हूँ.

आप मुझे "सुदामा" कहकर पहले ही मेरा मान बढ़ा चुके है। फिर दोस्तो की दोस्ती पर आभार प्रकट करना, ये तो बहुत भारी अत्याचार है।

aksh
20-11-2010, 04:03 PM
अपने दोस्तों के विचार जानकर शाम भाई का वजन बढ़ कर इतना हो गया है कि एरलाईन्स वाले अब शाम जी से दुगना किराया वसूलने की सोच रहे हैं. फोरम के सभी सदस्य शाम जी के विचार जानकार अपनी तरफ से शाम जी को धन्यबाद देते हैं.

aksh
20-11-2010, 04:03 PM
आज आप सभी सदस्यों को अपनी राय व्यक्त करनी है कहानीकार जी के बारे में. उनके मजबूत और कमजोर पक्ष को उजागर कीजिये और अपनी राय व्यक्त कीजिये. धन्यबाद.

ndhebar
20-11-2010, 04:32 PM
जेट से भी तेज हैं हमारे कहानीकार भाई
इनको जल्दी बहुत है सब कुछ करने की, सब कुछ में अव्वल रहना चाहते हैं
इनको लगता है सचमुच 2012 में दुनिया समाप्त होनेवाली है अतः जो करना है उससे पहले कर लिया जाय (मजाक मात्र)
रास्ते की रुकावटें पसंद नहीं(मुझे भी पसंद नहीं), पर उनसे पार पाने का इनका तरीका मुझे सही नहीं लगता
धैर्य बिलकुल नहीं है, बड़ी जल्दी अधीर हो जाते हैं
सोचते बाद में हैं, कर उससे पहले देते हैं
थोडा सोच समझ के कार्य करेंगे तो काफी आगे बढ़ सकते हैं

khalid
20-11-2010, 06:06 PM
Sr bhai
बहुत हीँ कर्मठ इंसान हैँ
फोरम मेँ मैँने उनको नाम दिया हैँ शदाब्दी एक्शप्रेस
दिल से मेहनत करतेँ हैँ
चित्र विभाग के अलावा भी अगर चाहेँ तो रंगीन कर सकतेँ हैँ
कोई भी सुत्र हो उनके रंग मेँ रंग जातेँ हैँ
कोई भी अगर फोरम मेँ मेहनत करता हैँ रेपुटेशन देने मेँ हमेशा आगे रहतेँ हैँ
और हमेशा मुझे लगता हैँ उनके दिल मेँ एक दर्द हैँ पता नहीँ क्या दर्द हैँ
बहुत अच्छेँ हैँ
+
गुस्सा बहुत करतेँ हैँ
बडोँ से बहँस करतेँ हैँ
-

munneraja
20-11-2010, 06:31 PM
कहानीकार
किसी भी फोरम के लिए विशेष हो सकते हैं
बहुत से अच्छे सूत्र बना सकते हैं
समाज के लिए प्रेरक का काम कर सकते हैं
फिर भी
एक ऐसा व्यक्ति जो अपनी प्रविष्टियों से हलचल मचा सकता है
लेकिन ये ध्यान नहीं होता कि मैं जो कर रहा हूँ उसकी वास्तविक आवश्यकता क्या है ?
एक ऐसा तेज गति का हवाई जहाज जो खुद के काबू से भी बाहर हो जाता है
एक ऐसा व्यक्तित्व जो सिर्फ कहने को संबोधन देता है लेकिन उसका मान करना नहीं जानता.
वो व्यक्ति जो खुद की गलती को स्वीकार करना नहीं जानता.

यदि सही मायनो में खुद को व्यवस्थित कर लें तो आगे की आने वाली जिन्दगी में एक सफलतम व्यक्ति की उपाधि पा लेंगे क्योंकि इनमे क्षमता है ..

aksh
20-11-2010, 06:38 PM
कहानी कार जी के बारे में विचार

मजबूत पक्ष
१. मिजाज बदलने में एक दम निपुण हैं.

२. बिना गेअर बदले ही गाडी चलने में निपुण.

३. प्रविष्टि करे बिना इनको चैन नहीं पड़ता है इसलिए फोरम पर हर समय ही उपलब्ध होंते हैं.

४. हर विभाग के बारे में जानकारी रखने की पूरी पूरी कोशिस करते हैं.

५. काफी लोकप्रिय प्रविष्टिकर्ता.
कमजोर पक्ष

१. अपने बारे में कुछ भी आलोचनात्मक बर्दाश्त नहीं कर पाते हैं.

२. स्पीड को ही सब कुछ समझ कर कभी कभी जल्दबाजी में कुछ कह जाते हैं जो बाद में ......

३. अपनी प्रतिभा के साथ अन्याय करते नजर आते हैं

sam_shp
20-11-2010, 09:04 PM
आपके लिए शाम भाई और मेरे सैम साहब यदि अन्यथा न लेँ क्योँकि मैँ अपने वरिष्ठ की भावनाएँ आहत नहीँ करना चाहता हूँ तो उनके सम्बन्ध मेँ कहना चाहूँगा कि उनके स्वभाव मेँ हठधर्मिता का स्थान कुछ ज्यादा ही है । अपनी कही हुई गलत बात को भी सही सिद्ध करना कहीँ न कहीँ उनकी कमजोरी का परिचायक है । किसी भी व्यक्ति को निशांत जी जैसा होना चाहिए जो अपनी गल्तियोँ को सार्वजनिक रूप से स्वीकार करने मेँ लेशमात्र भी संकोच नहीँ करते ।

अनिलभाई...यहाँ सबको अपनी अपनी राय देने की छुट दी गयी है....यह सिर्फ राय ही है आरोप नहीं तो मेरा आपकी राय को अन्यथा लेने का कोई कारण ही नहीं है.....
रही बात हठ की तो मै जरुर हठी हूँ लेकिन मेरी हठ....जिसका सन्दर्भ सिर्फ और सिर्फ ठान लेने से है....एक बार मै कोई कार्य करने की ठान लेता हूँ तो करके ही छोड़ता हूँ...
आपकी इस बात पर मै कतई संमत नहीं हूँ की मै अपनी गलतियों को सही साबित करने की कोशिश करता हूँ....या वो मेरी कमजोरी है....क्युंकी मैंने कभी किसी गलत बात का साथ दिया है और नाही कभी आपने किसी भी तरह के फायदे के लिये गलत या झूठ का सहारा लिया है......मैंने इसका मौजूदा उदहार आपको देता हूँ.....avf पर मै नियामक था और खास तौर पर मुझे कार्टून विभाग की जिम्मेदारी दी गयी थी....वहाँ जाने अनजाने मे मुझसे या मेरे साथी नियामक से एक मामूली सी गलती हुयी थी ...जिसका किसी को भी पता नहीं था....लेकिन जब मुझे उस गलती का अहेसास हुआ तब मैंने नैतिक जिम्मेदारी लेते हुये इस्तीफा दे दिया था.
फिर भी मै जानना जरुर चाहूँगा की मैंने कब और कैसे किसी गलत बात को सही सिद्ध करने की कोशिश की थी...अगर मैंने गलती की है तो उसको सुधारने की कोशिश तो कर ही सकता हूँ....

sam_shp
20-11-2010, 09:09 PM
आप मुझे "सुदामा" कहकर पहले ही मेरा मान बढ़ा चुके है। फिर दोस्तो की दोस्ती पर आभार प्रकट करना, ये तो बहुत भारी अत्याचार है।

माफ़ी चाहता हूँ मेरे प्यारे सुदामा ....गलती से मिस्टेक कर दी.......

sam_shp
20-11-2010, 09:21 PM
प्रायः बहुत कम ही देखने को मिलता है कि nri होने के उपरान्त भी कोई अपने देश को इतनी शिद्दत के साथ जिये । इस भौतिकवादी युग मेँ सिक्कोँ की खनक के बीच लोग अपने परिवार को विस्मृत कर देते हैँ , इतिहास ऐसे अनेक दृष्टान्तोँ से भरा हुआ है मगर सैम साहब जैसी विभूतियाँ अपने राष्ट्र के लिए कटिबद्ध और समर्पित हैँ और मैँ उनके इस जज्बे को सलाम करता हूँ ।

मित्र मुझे भारत से भारत की संस्कृति के लिये प्रेम है यह बात सही है लेकिन आपने मुझे राष्ट्र की विभूतियों के साथ जो स्थान दिया वो बिलकुल गलत है.....क्युंकी मैंने देश के लिये ऐसा कोई भी कार्य नहीं किया है जिसे किसी को मुझ पर फक्र हो या देश को अंश मात्र भी फायदा हुआ हो...
मित्र मै समजता हूँ की यह आपका हमारे लिये प्यार है.....इस लिये आप हमें यह सन्मान दे रहे हो ....लेकिन मित्र एक इंसान या बुजुर्ग का सन्मान करना एक अलग बात है और इस तरह का सन्मान एक अलग बात है....इस तरह का सन्मान व्यक्ति की उपलब्धिया या लायकात के हिसाब से दीया जाता है....जो मेरे पास नहीं है.

jai_bhardwaj
21-11-2010, 12:46 AM
कहानीकार ..
अतिउत्साही एवं अतिमहत्वाकांक्षी चरित्र /
अतिशीघ्र मित्रता करने वाले /
अतिचंचल एवं अतिगतिशील स्वभाव /
अपने मित्रों को अपने अनुसार आचरण करने के लिए विवश करने वाला व्यक्तित्व /
अपने नाम के अनुरूप यदि इनके स्वभाव में 'संतुष्टि' आ जाए तो अतिशीघ्र बनाए गए अपने मित्रों के अति अति अति शीघ्र शत्रु ना बने /

sam_shp
21-11-2010, 03:43 AM
कहानीकार !!!!! ........
अति उत्साही,महेनतू लेकिन दिशाहीन महत्वकांक्षी है .........
रिश्ते तो झटसे बना लेते है लेकिन अपनी महत्वकांक्षा की वजह से रिश्तों को कमजोर कर देते है.... अपने अंदर छुपे हुये अच्छे इंसान को अपने ही कर्मो के बोज तले दबा देते है....
अपने गुस्से और अपनी महत्वकांक्षा को सही दिशा देते है तो कीर्ति और सफलता उनके कदमो मे होगी.

Kumar Anil
21-11-2010, 06:39 AM
मित्र मुझे भारत से भारत की संस्कृति के लिये प्रेम है यह बात सही है लेकिन आपने मुझे राष्ट्र की विभूतियों के साथ जो स्थान दिया वो बिलकुल गलत है.....क्युंकी मैंने देश के लिये ऐसा कोई भी कार्य नहीं किया है जिसे किसी को मुझ पर फक्र हो या देश को अंश मात्र भी फायदा हुआ हो...
मित्र मै समजता हूँ की यह आपका हमारे लिये प्यार है.....इस लिये आप हमें यह सन्मान दे रहे हो ....लेकिन मित्र एक इंसान या बुजुर्ग का सन्मान करना एक अलग बात है और इस तरह का सन्मान एक अलग बात है....इस तरह का सन्मान व्यक्ति की उपलब्धिया या लायकात के हिसाब से दीया जाता है....जो मेरे पास नहीं है.

सैम साहब
आचार्य रामचन्द्र शुक्ल के हिन्दी शब्दकोष के अनुसार विभूति , सँस्कृत स्त्रीलिँग शब्द है जिसका अर्थ ऐश्वर्य धनवान होता है और वो आप हैँ ही । मैँने आपके लिए विभूति , जो राष्ट्र के लिए कटिबद्ध और समर्पित है , प्रयुक्त किया था जबकि आपने राष्ट्र की विभूतियाँ उद्धृत किया जो प्रायः देश के महान लोगोँ के विशेषणार्थ अलँकृत किया जाता है । मैँ अब भी यही कँहूगा कि आप ऐसी अजीम शख्शियत हैँ जो अपनी माटी नहीँ भूले और अपने मुल्क के लिए अच्छी व सच्ची भावनाओँ के साथ समर्पित हैँ ।

sam_shp
21-11-2010, 08:49 PM
सैम साहब
आचार्य रामचन्द्र शुक्ल के हिन्दी शब्दकोष के अनुसार विभूति , सँस्कृत स्त्रीलिँग शब्द है जिसका अर्थ ऐश्वर्य धनवान होता है और वो आप हैँ ही । मैँने आपके लिए विभूति , जो राष्ट्र के लिए कटिबद्ध और समर्पित है , प्रयुक्त किया था जबकि आपने राष्ट्र की विभूतियाँ उद्धृत किया जो प्रायः देश के महान लोगोँ के विशेषणार्थ अलँकृत किया जाता है । मैँ अब भी यही कँहूगा कि आप ऐसी अजीम शख्शियत हैँ जो अपनी माटी नहीँ भूले और अपने मुल्क के लिए अच्छी व सच्ची भावनाओँ के साथ समर्पित हैँ ।
मित्र हमें हिंदी शब्दकोषका योग्य या गहन ज्ञान नहीं है.....और एशवर्य और धन के बारे भी कड़का ही हूँ (मजाक नहीं है)....आपकी इस बात के लिये सहमत हूँ की आज भी मै उस मिट्टी को नहीं भुला हूँ और नाही भूल पाउँगा जहाँ मैंने चलाना सिखा है और वो सबक शिखे है जिसकी वजह से आज मै यहाँ तक पहुंचा हूँ....और आज भी मेरी मातृभूमि के लिये वही भावना है जो बचपन मे हिन्दुस्तान के शुरवीरो की शौर्यगाथा पढके पैदा हुयी थी.

aksh
22-11-2010, 07:53 PM
मित्रो कहानी कार जी ने अपने बारे में दोस्तों द्वारा रखी गयी कोई प्रतिक्रिया या तो देखि नहीं है या फिर उनको कोई प्रतिक्रिया देनी ही नहीं है. अब हम सभी को उनके इस निर्णय का सम्मान करते हुए आगे तो बढ़ना ही होगा. तो में आप सभी को आमंत्रित करता हूँ अपने विचार रखने के लिए मित्र मलेठिया जी के बारे में. ( मलेठिया जी कल शाम तक इस सूत्र पर प्रस्तुत विचारों पर अपनी प्रतिक्रिया दे देंगे ). धन्यवाद.

khalid
23-11-2010, 11:29 AM
तारा बाबु
जितना मैँ अभीतक जान पाया
थोडे रिजर्व किस्म के बंदे हैँ
उतने ज्यादा खुलकर किसी को लिफ्ट नहीँ देते हैँ
लघु कथाऐँ के बहुत शौकिन हैँ
सभी को साथ लेकर चलने वाले इंसान हैँ
फिल्मोँ के शौकिन हैँ
अपने जिम्मेदारी को बखुबी निभातेँ हैँ
मोबाईल के बहुत अच्छे जानकार हैँ
कमी तो कोई मुझे नहीँ दिखाई देता हैँ

abhisays
23-11-2010, 03:57 PM
मलेथिया जी काफी सुलझे हुए, मेहनती और अनुभवी सदस्य है.. हमेशा मदद और अच्छे सुझाव देने के लिए रेडी रहते है. शुरू शुरू में मैंने इनसे फोरम को बेहतर बनाने के लिए काफी सलाह मशविरा किया था..

समय समय पर काफी अच्छी प्रविस्तिया करते है.. साहित्य, सिनेमा, मोबाइल एवं अन्य gadgets की बड़ी अच्छी जानकारी रखते है.. फोरम के किसी भी हिस्से में अपने योगदान से निखार ला सकते है..

aksh
23-11-2010, 05:21 PM
मलेठिया जी

मजबूत पक्ष

१. तकनीकी बातों में निपुण.

२. ज्यादातर किसी से उलझते नहीं हैं.

३. गलती हो जाए तो छोटों से भी माफ़ी मांगने को तैयार रहते हैं.

४. सहनशीलता एवं संयम इनके दो खास गुण हैं.

५. जमीन से जुड़े व्यक्ति.

६. सभी को एक नजर से देखते हैं और छोटे सदस्यों को भी बड़े ही प्यार से डील करते हैं.

७. काफी वैरायटी वाले सूत्र बनाते हैं.


कमजोर पक्ष

१. कभी कभी किसी के बारे में कोई धारणा बना लेते हैं तो उसको बदलते नहीं हैं.

२. कुछ कुछ थकान सी महसूस होंती है इनकी बातों से आजकल.

arvind
23-11-2010, 06:11 PM
तारा बाबू एक अच्छे इंसान होने के साथ-साथ अच्छे प्रबन्धक भी है। व्यवहार कुशल और मृदुभाषी भी है। अपने काम के प्रति बेहद जिम्मेदार। कुल मिलाकर एक कंप्लीट मैन।

aksh
25-11-2010, 07:52 PM
मित्रों अपने सभी के मित्र तारा बाबू उर्फ़ मलेठिया जी ने अपने बारे में कही गयी बातों का जवाब या उन पर अपनी प्रतिक्रिया नहीं दी है. पूरा एक दिन बीत चुका है. अब परंपरा का निर्वाह और मलेठिया जी की इच्छा का सम्मान करते हुए आप सभी को आपके विचारों के लिए धन्यवाद.

aksh
25-11-2010, 07:55 PM
अब आपके बीच में प्रस्तुत हैं हमारे युवा मंच प्रभारी और इस सूत्र के जनक ( हालांकि सूत्रधार उन्होंने मुझे बना दिया है ), अनुज खालिद. खालिद जी के बारे में दोस्तों के विचार आमंत्रित हैं और आप सभी को उनके बारे में अपने विचार रखने के लिए कल शाम तक का समय हैं और उसके बात ही खालिद उन विचारों पर अपनी प्रतिक्रिया से अवगत करवाएंगे.

aksh
26-11-2010, 11:33 AM
खालिद जी

मजबूत पक्ष

१. सीधा सादा व्यक्तित्व.

२. विवादों से सदैव ही दूर.

३. हलके फुल्के और अच्छे सूत्रों का निर्माण.

४. फोरम के सभी नियमों का पालन करने के लिए हमेशा ही तत्पर.

५. दूसरों से सहयोग करके काम को आगे बढ़ने की भावना.

६. सभी तरह के सूत्रों में प्रविष्टियाँ करने की अनोखी क्षमता.

कमजोर पक्ष

१. काफी हद तक शर्मीलापन अभी भी बरक़रार.

malethia
26-11-2010, 01:26 PM
मित्रो ,समयाभाव व व्यस्तता के कारण देरी से जवाब देने के लिए क्षमा चाहूँगा ,
मेरे बारे में अपने सुविचार रखने के लिए सभी मित्रों का तहेदिल से आभार व्यक्त करता हूँ !

मलेथिया जी काफी सुलझे हुए, मेहनती और अनुभवी सदस्य है.. हमेशा मदद और अच्छे सुझाव देने के लिए रेडी रहते है. शुरू शुरू में मैंने इनसे फोरम को बेहतर बनाने के लिए काफी सलाह मशविरा किया था..

समय समय पर काफी अच्छी प्रविस्तिया करते है.. साहित्य, सिनेमा, मोबाइल एवं अन्य gadgets की बड़ी अच्छी जानकारी रखते है.. फोरम के किसी भी हिस्से में अपने योगदान से निखार ला सकते है..
धन्यवाद अभिषेक जी, मेरा मान बढ़ाने व मेरे बारे में इतने अच्छे विचार रखने के लिए
मलेठिया जी

मजबूत पक्ष

१. तकनीकी बातों में निपुण.

२. ज्यादातर किसी से उलझते नहीं हैं.

३. गलती हो जाए तो छोटों से भी माफ़ी मांगने को तैयार रहते हैं.

४. सहनशीलता एवं संयम इनके दो खास गुण हैं.

५. जमीन से जुड़े व्यक्ति.

६. सभी को एक नजर से देखते हैं और छोटे सदस्यों को भी बड़े ही प्यार से डील करते हैं.

७. काफी वैरायटी वाले सूत्र बनाते हैं.


कमजोर पक्ष

१. कभी कभी किसी के बारे में कोई धारणा बना लेते हैं तो उसको बदलते नहीं हैं.

२. कुछ कुछ थकान सी महसूस होंती है इनकी बातों से आजकल.
धन्यवाद अनिल जी,जो आप मुझे अच्छी तरह से पहचान पाए ,
आपकी नजरें काफी पारखी है ,
मैं अपने कमजोर पक्ष के बारे में अवश्य बताना चाहुंग की मैं यदि किसी के बारे में कोई धारणा बनाता हूँ तो बहुत ही सोच समझकर ,और आजतक मेरे द्वारा बनाई गयी कोई भी धारणा गलत साबित नहीं हुई ,
मेरी बातो से थकान जैसी कोई बात नहीं है ,समयाभाव के कारण आपको ऐसा महसूस हो रहा है !
तारा बाबू एक अच्छे इंसान होने के साथ-साथ अच्छे प्रबन्धक भी है। व्यवहार कुशल और मृदुभाषी भी है। अपने काम के प्रति बेहद जिम्मेदार। कुल मिलाकर एक कंप्लीट मैन।
मेरे प्रबन्धन कार्य की सराहना व आपके उच्च विचारों के लिए आपका बहुत बहुत आभार
तारा बाबु
जितना मैँ अभीतक जान पाया
थोडे रिजर्व किस्म के बंदे हैँ
उतने ज्यादा खुलकर किसी को लिफ्ट नहीँ देते हैँ
लघु कथाऐँ के बहुत शौकिन हैँ
सभी को साथ लेकर चलने वाले इंसान हैँ
फिल्मोँ के शौकिन हैँ
अपने जिम्मेदारी को बखुबी निभातेँ हैँ
मोबाईल के बहुत अच्छे जानकार हैँ
कमी तो कोई मुझे नहीँ दिखाई देता हैँ

धन्यवाद खालिद जी,
वैसे मैं आपको बताना चाहूँगा की हर व्यक्ति में कुछ ना कुछ ना कुछ कमियाँ तो अवश्य होती है ,ऐसी ही बहुत साड़ी कमियाँ मुझमें भी है !

munneraja
26-11-2010, 01:59 PM
अनुज खालिद
भगवान से डरने वाले
इसलिए भगवान के बताये रास्ते पर चलने वाले
अपने कर्तव्य के लिए मेहनत करने वाले
और दायित्व निभाने वाले व्यक्ति हैं

Sikandar_Khan
26-11-2010, 02:10 PM
खालिद भाई
अपने काम को पूरी इमानदारी और मेहनत से पूरा करना ।
कुछ करने की लालसा
बड़ोँ को आदर सम्मान
छोटोँ को प्यार
सहयोगात्मक रवैय्या
फोरम के प्रति गम्भीर
नियम मे रहकर कार्य करना

ABHAY
26-11-2010, 02:14 PM
खालिद भाई
अपने काम को पूरी इमानदारी और मेहनत से पूरा करना ।
कुछ करने की लालसा
बड़ोँ को आदर सम्मान
छोटोँ को प्यार
सहयोगात्मक रवैय्या
फोरम के प्रति गम्भीर
नियम मे रहकर कार्य करना

:iagree::bravo:

ndhebar
28-11-2010, 10:15 AM
खालिद भाई

फोरम के प्रति समर्पित

महत्वाकांक्षी

मनोरंजक सूत्रों के निर्माता

कमी

सोच में परिपक्वता और मौलिकता की कमी

gulluu
28-11-2010, 11:49 AM
खालिद भाई एक बहुत अच्छे सूत्र धार , प्रविश्तिकर्ता और फोरम को बहुत ज्यादा समय देने वाले
सदस्य हैं,किसी भी फोरम की जान हो सकते हैं ये जैसे हमारे इस फोरम की हैं .
लेकिन अपनी मान्यता जल्दी से नहीं बदलते .

kamesh
28-11-2010, 02:10 PM
खालिद भेइया

क्या कहूँ और कहा से सुरु करूँ

उ उ उ

अछा खालिद भेइया नेक दिल इन्शान,बड़ो का सम्मान,छोटो को प्यार,आचे मार्गदर्शक,रिश्तों को सहेज के रखना जानते है आज कल फोरम को चमकाने में लगें है, ,मुझे नहीं लगता की कभी किसी का दिल दुखाया हो

एक वाक्या याद आ रहा है फोरम पर इन का किसी से विवाद हो गया और उस व्यक्ति ने गन्दी गन्दी बातें कही मगर खालिद भेया उसे समझा रहे थे जब यो नहीं मन तो इन्होने लिखा ''हाथ उठाते नहीँ नजरोँ से गिरा देते हैँ ''जो आज कल इन के सिग्नेचर में चल रहा है,

जयादा नहीं लिखूंगा नहीं तो आप लोग कहो गे की भाई है तो लगे हो तारीफ के पूल बाधने,क्यों की वो कम आप लोग करेंगे

कमी
कमीं मुझे दिखेगी ही नहीं क्यों की बड़े भाई की कमी ,मीनमेख,निकलना हमारी सभ्यता में नहीं आता

jalwa
28-11-2010, 10:06 PM
खालिद भाई ,
१. मानव मात्र से प्यार करने वाले इन्सान हैं.
२. कभी भी विवाद को विवाद से हल नहीं करते बल्कि प्यार से हल कर देते हैं.
३.सदा बड़ों का सम्मान करते हैं तथा छोटों से प्यार करते हैं.
४.कभी भी सलाह लेने में हिचकिचाते नहीं हैं.
५.फोरम के एक सम्मानित सदस्य और प्यारे दोस्त हैं.
कमजोर पक्ष:
अभी भी शर्माते हैं. (कभी मुझ से फोन पर बात नहीं की है.)

jai_bhardwaj
28-11-2010, 10:31 PM
अपरिपक्व होते हुए भी जिस विश्वास से किसी विषय पर जानकारी देते हैं, मैं खालिद भाई के इस दृष्टिकोण और मंतव्य को सलाम और सिजदा करता हूँ /
इनके कुशल और दक्ष मंच संचालन से प्रतीत होता है कि यह भविष्य के अभिनेता या फिर राजनेता हैं .... हा हा हा .. / धन्यवाद /

khalid
30-11-2010, 07:22 AM
आदरणिय सभी बडे भाईयोँ और मित्रोँ आपलोगोँ का हार्दिक आभार आप सभी ने इतना प्यार दिया मेरे पास शब्द नहीँ हैँ कुछ कहने के लिए
मुन्ना दादा
अनिल भैया
जय भाई जी
निशांत भाई
गुल्लु भाई
जलवा भाई
सिकन्दर भाई
अभय भाई
छोटे भाई कामेश
आप सभीलोगोँ का
धन्यवाद

khalid
30-11-2010, 07:38 AM
निशांत भाई
सोच मेँ परिपक्वता
की जहाँ तक बात हैँ
शायद उम्र कम होने या गाँव के रहने या कम पढा लिखा होना हो सकता हैँ
मैँ कोशिश करुगाँ आपलोगोँ को शिकायत का मौका ना दुँ
गुल्लु भाई
मैँ सिर्फ एक सुत्र को छोड कर बाकी कहीँ भी शायद हट नहीँ दिखाया हैँ अगर गलत था तो साँरी
जलवा भाई शर्मीला तो हुँ शायद माहौल का असर हो
भाई जी अनपढ आदमी को आगे बढने के लिए शायद नेता बन्ना आखिरी विकल्प हैँ
वो मैँ बन्ना चाहता हुँ
और देखना चाहता हुँ पावर मिलने के बाद इंसान अपने आत्मा को कैसे बेच देते हैँ
मैँ आपलोगोँ से बहुत सी चिजे सिखा हैँ
और सिखना चाहता हुँ
धन्यवाद

aksh
30-11-2010, 02:21 PM
अनुज खालिद का जवाब सुनने के बाद बहुत ही अच्छा लगा कि वो आज भी कुछ सीखना चाहते हैं. मैं उनके इस जज्बे को सलाम करता हूँ. और मुझे उनकी ये भावना भी अच्छी लगी कि वो राजनीति में जाकर ये देखना चाहते है कि सत्ता पाने के बाद लोग कैसे अपनी आत्मा को बेच देते हैं ??? खालिद आपका बहुत बहुत धन्यवाद !.

aksh
30-11-2010, 02:24 PM
दोस्तों की नजर सूत्र में हमारे अगले मित्र है अरविन्द जी. आप सभी मित्रों से अनुरोध है कि कृपया अरविन्द जी के बारे में अपनी राय व्यक्त करें. आप सभी की राय जान्ने के बाद अरविन्द जी उन सभी पर अपनी प्रतिक्रिया एक साथ देंगे. अरविन्द जी के बारे में प्रतिक्रिया कल शाम तक व्यक्त करें और उसके बाद कल रात तक अरविन्द जी इसका जवाब देंगे.

jai_bhardwaj
30-11-2010, 11:21 PM
अरविन्द भाई सोच समझ कर, नाप तौल कर और कम शब्दों में अपनी अभिव्यक्ति देते हैं / शब्दों के अच्छे शिल्पी हैं / विषयों की जानकारी रखते हैं / व्यंग्य की विधा के सशक्त हस्ताक्षर हैं / किन्तु कभी कभी अपनी किसी बात अथवा विचार को लेकर तर्क-कुतर्क करते हैं और फिर रुष्ट हो जाते हैं / जीवन में बहुत बार समझौता करना पड़ता है किन्तु अरविन्द भाई ऐसे अवसरों पर निष्ठुर हो जाते हैं / धन्यवाद /

Sikandar_Khan
01-12-2010, 12:36 AM
अरविँद भाई
बहुत ही गजब लिखते हैँ
इसकी हर प्रविष्टि की अपनी पहचान होती है ।
अधिक लोगोँ से मित्रता
नही करते हैँ ।
हमेशा कुछ नया करने की सोच रखते हैँ ।
बात को नाप तौल कर
करते है ।
हमेशा फोरम के हित मे सोचते है ।

munneraja
01-12-2010, 09:29 AM
अनुज अरविन्द
ऐसी दवा है जो उदास को मुस्कान देती है
ख़राब पेट में इसबगोल की तरह काम करती है
कटु है लेकिन अतिरिक्त चीनी को पचा देती है
उचाट मन को कार्य पर लगाने के लिए आवश्यक उर्जा प्रदान करती है
पैनी है लेकिन व्रण को साफ़ करती है
रामबाण है

malethia
01-12-2010, 11:20 AM
अरविन्द जी,
एक ऐसी जड़ी बूटी तो मृत प्राय शरीर में जान डाल दे.............
एक ऐसा लेखक जिसका प्रत्येक शब्द नपा तुला और सोचने पर मजबूर कर दे.................
एक नीम के पेड़ की भांति जो होता तो कडवा है लेकिन गुणकारी बहुत है....................
एक ऐसे सदस्य जो हमेशा फोरम को ऊँचाइयों की तरफ बढना देखना चाहते है..................

khalid
01-12-2010, 12:51 PM
हिरो भाई तो सचमुच हिरो हैँ फोरम के लिए
अच्छे काम करने पर विश्वास करतेँ हैँ
कम लेकिन अच्छे करते हैँ
हास्य का पुट के साथ चुटीले और मजाक वाले सुत्र का निर्माण करते हैँ जिसे कोई भी पढे बगैर नहीँ रह सकते हैँ
यादो को सहेजने के साथ दोस्ती को भी सहेज कर रखते हैँ
ज्यादा खुलकर हर किसी से नहीँ मिलतेँ
एक सर्कल के तहत रहते हैँ

abhisays
01-12-2010, 01:01 PM
अरविन्द जी अपने ही बिरादरी के है. आईटी industry में काफी बड़ा तजुर्बा है इनका. माना जाता है आईटी industry वाले काफी नीरस होते है लेकिन अरविन्द जी इसके बात के बहुत बड़े exception है. अपने शानदार विचारोतेजक लेखो और हास्य रचनाओ से फोरम के सारे सदस्यों का मन मोह लेते है. अरविन्द जी फोरम के रत्नों में से एक है इनकी रचनाओ में एक जादू है जो कही भी बड़ी भीड़ एकक्रित कर सकता है. और यह हमारे लिए बड़ी ही गर्व की बात है की इनके जैसे लेखक यहाँ नियमित अपनी रचनाये पोस्ट कर रहे है.

amit_tiwari
01-12-2010, 05:11 PM
अच्छाई बुराई तो सब बता ही रहे हैं पर हिंदी/हिन्दुस्तानी फोरम में तीन दोस्त ही कमाए हैं ; निशांत जी, अरविन्द भाई और कुरम बन्धु | शायद इसलिए क्यूंकि खग ही जाने खग की भाषा |

aksh
01-12-2010, 07:00 PM
अरविन्द जी

मजबूत पक्ष

कुशल लेखन.

समाज को जोड़ने का कार्य करने वाला लेखन.

अप्रिय बातों को भी शानदार ढंग से कहने की अपनी ही एक मजेदार शैली.

किसी का भी मन मिनटों में पिघला कर अपना बना लेने की अद्भुत शक्ति के मालिक.

अपनी क्षमता का भरपूर उपयोग करते हैं फोरम के फैलाव के लिए.

फोरम पर बहुत ही लोकप्रिय व्यक्तित्व.

कमजोर पक्ष

इनके व्यक्तित्व को सही तरह से दर्शाने के लिए शब्द ढूंढना मुश्किल कार्य.

अपने आप को बिगडैल कहते हैं जो शायद उचित नहीं है.

gulluu
01-12-2010, 07:36 PM
अरविन्द जी ,
हिंदी के बहुत शानदार लेखक और शब्दों के खिलाडी हैं. केवल कुछ शब्दों में ही ये व्यक्ति को हंसाने,रुलाने की क्षमता रखते हैं .बहुत उर्वर मस्तिष्क के स्वामी है ,नित नए रचना करने में सक्षम हैं .इनके तकनीकी पक्ष से अधिक जानकारी नहीं है लेकिन जितनी भी बात होती है उससे ये एक मस्त तबियत के मालिक लगते हैं .
इनका मित्र होना सोभाग्य की बात है .

ndhebar
01-12-2010, 08:36 PM
क्या कहूँ
अरविन्द भाई के बारे में

अच्छाई
गिनती जारी है

बुराई :thinking::thinking::thinking::thinking:
अगर पता लगा तो उन्ही को सीधे बता दूंगा

ठीक है

YUVRAJ
01-12-2010, 08:45 PM
:clap:
:clap:
:clap:
:clap:
:clap:
................क्यूंकि खग ही जाने खग की भाषा |

aksh
02-12-2010, 11:30 AM
मित्र अरविन्द जी को अपनी प्रतिक्रिया देने के लिए आज शाम तक का समय और दिया गया है. कृपया आप अपने विचार उनके बारे में रखते रहें. धन्यवाद.

ABHAY
02-12-2010, 12:08 PM
क्या कहूँ
अरविन्द भाई के बारे में अच्छा लिखू तो भी बुरा लिखू तो भी उनका क्या बिगरने वाला है वो है ही कुछ इस तरह के इंसान की पता नहीं क्या वो उन्ही को जानते पहचानते है जो उनके उम्र के लोग है ! और क्या कहू ये दोस्त तुम्हरे बारे में एक दिन बारी में बैठ के तारी पि रहा था तो ख्याल आया की ये बंदा तो किसी भी सूत्र पे जा के शायराना अंदाज पेस कर देता है लेकिन सूत्र का बिसय कुछ और रहता है अब खुसी में गम फ़ैलाने का काम कोई इनसे सीखे जनाब मेरा क्या है कभी इस डाल पे कभी उस डाल पे जब डाल न मिले तो घर के डाल में मुह लगा देता हू ! अब इनको कोई क्या समझाये की ये बरी लंबी हाकते है इनसे अनुरोध है जो ये रियल जीबन में है बिलकुल उसी तरह का नेचर रखे और क्या कहू मैं अभी २० साल का ही हू :thinking::thinking::first::fantastic:

arvind
02-12-2010, 04:01 PM
अरविन्द भाई सोच समझ कर, नाप तौल कर और कम शब्दों में अपनी अभिव्यक्ति देते हैं / शब्दों के अच्छे शिल्पी हैं / विषयों की जानकारी रखते हैं / व्यंग्य की विधा के सशक्त हस्ताक्षर हैं / किन्तु कभी कभी अपनी किसी बात अथवा विचार को लेकर तर्क-कुतर्क करते हैं और फिर रुष्ट हो जाते हैं / जीवन में बहुत बार समझौता करना पड़ता है किन्तु अरविन्द भाई ऐसे अवसरों पर निष्ठुर हो जाते हैं / धन्यवाद /
जय भाई, आपने बिल्कुल सही कहा। जब मै किसी को अपनी बात कहने की कोशिश करता हूँ, और देखता हूँ की मेरी बात नक्कारखाने मे तूती की आवाज बनकर रह गई है तो मै वहा पर चुप रहना ही पसंद करता हूँ, मै इस बात का इंतज़ार करता हूँ की समय ही सही बात बताएगा, यानि की मै गलत हूँ या सामने वाला, इसका फैसला समय पर छोड़ देता हूँ
अरविँद भाई
बहुत ही गजब लिखते हैँ
इसकी हर प्रविष्टि की अपनी पहचान होती है ।
अधिक लोगोँ से मित्रता
नही करते हैँ ।
हमेशा कुछ नया करने की सोच रखते हैँ ।
बात को नाप तौल कर
करते है ।
हमेशा फोरम के हित मे सोचते है ।
सिकंदर बाबू, मै जहा भी रहता हूँ, उस माहौल को साफ-सुथरा रखने की कोशिश करता हूँ, आखिर वहा रहना तो मुझे ही है ना।
अनुज अरविन्द
ऐसी दवा है जो उदास को मुस्कान देती है
ख़राब पेट में इसबगोल की तरह काम करती है
कटु है लेकिन अतिरिक्त चीनी को पचा देती है
उचाट मन को कार्य पर लगाने के लिए आवश्यक उर्जा प्रदान करती है
पैनी है लेकिन व्रण को साफ़ करती है
रामबाण है
आलमपनाह, तुसी ग्रेट हो।
अरविन्द जी,
एक ऐसी जड़ी बूटी तो मृत प्राय शरीर में जान डाल दे.............
एक ऐसा लेखक जिसका प्रत्येक शब्द नपा तुला और सोचने पर मजबूर कर दे.................
एक नीम के पेड़ की भांति जो होता तो कडवा है लेकिन गुणकारी बहुत है....................
एक ऐसे सदस्य जो हमेशा फोरम को ऊँचाइयों की तरफ बढना देखना चाहते है..................
धन्यवाद तारा बाबू।
हिरो भाई तो सचमुच हिरो हैँ फोरम के लिए
अच्छे काम करने पर विश्वास करतेँ हैँ
कम लेकिन अच्छे करते हैँ
हास्य का पुट के साथ चुटीले और मजाक वाले सुत्र का निर्माण करते हैँ जिसे कोई भी पढे बगैर नहीँ रह सकते हैँ
यादो को सहेजने के साथ दोस्ती को भी सहेज कर रखते हैँ
ज्यादा खुलकर हर किसी से नहीँ मिलतेँ
एक सर्कल के तहत रहते हैँ
खालिद भाई, दोस्ती करने से ज्यादा निभाने की चीज है।
अरविन्द जी अपने ही बिरादरी के है. आईटी industry में काफी बड़ा तजुर्बा है इनका. माना जाता है आईटी industry वाले काफी नीरस होते है लेकिन अरविन्द जी इसके बात के बहुत बड़े exception है. अपने शानदार विचारोतेजक लेखो और हास्य रचनाओ से फोरम के सारे सदस्यों का मन मोह लेते है. अरविन्द जी फोरम के रत्नों में से एक है इनकी रचनाओ में एक जादू है जो कही भी बड़ी भीड़ एकक्रित कर सकता है. और यह हमारे लिए बड़ी ही गर्व की बात है की इनके जैसे लेखक यहाँ नियमित अपनी रचनाये पोस्ट कर रहे है.
सच पूछिए तो ये सब मै अपनी बोरियत दूर करने के लिए करता हूँ, हाँ एक बात तो जरूर है कि जिस जतन से मेरी नीरसता दूर हो सकती है, तो उससे दूसरे की क्यों नहीं हो सकता ?
अच्छाई बुराई तो सब बता ही रहे हैं पर हिंदी/हिन्दुस्तानी फोरम में तीन दोस्त ही कमाए हैं ; निशांत जी, अरविन्द भाई और कुरम बन्धु | शायद इसलिए क्यूंकि खग ही जाने खग की भाषा |
ये हुई ना यारों वाली बात....
अरविन्द जी

मजबूत पक्ष

कुशल लेखन.

समाज को जोड़ने का कार्य करने वाला लेखन.

अप्रिय बातों को भी शानदार ढंग से कहने की अपनी ही एक मजेदार शैली.

किसी का भी मन मिनटों में पिघला कर अपना बना लेने की अद्भुत शक्ति के मालिक.

अपनी क्षमता का भरपूर उपयोग करते हैं फोरम के फैलाव के लिए.

फोरम पर बहुत ही लोकप्रिय व्यक्तित्व.

कमजोर पक्ष

इनके व्यक्तित्व को सही तरह से दर्शाने के लिए शब्द ढूंढना मुश्किल कार्य.

अपने आप को बिगडैल कहते हैं जो शायद उचित नहीं है.



ये तो दोस्तो का प्यार है जो हमे ये नाम अपनाने पर मजबूर किया है ... वैसे अगर सचमुच बिगड़ैल का मतलब जानेंगे, तो आप भी बिगड़ैल बनने के लिए व्यग्र हो जाएँगे।
अरविन्द जी ,
हिंदी के बहुत शानदार लेखक और शब्दों के खिलाडी हैं. केवल कुछ शब्दों में ही ये व्यक्ति को हंसाने,रुलाने की क्षमता रखते हैं .बहुत उर्वर मस्तिष्क के स्वामी है ,नित नए रचना करने में सक्षम हैं .इनके तकनीकी पक्ष से अधिक जानकारी नहीं है लेकिन जितनी भी बात होती है उससे ये एक मस्त तबियत के मालिक लगते हैं .
इनका मित्र होना सोभाग्य की बात है .
गुल्लू बाबू, मेरी सबसे बड़ी पूंजी है - हर हाल मे खुश रहना।
क्या कहूँ
अरविन्द भाई के बारे में

अच्छाई
गिनती जारी है

बुराई :thinking::thinking::thinking::thinking:
अगर पता लगा तो उन्ही को सीधे बता दूंगा

ठीक है
क्या डिप्लोमटिक सिक्स मारा है...
क्या कहूँ
अरविन्द भाई के बारे में अच्छा लिखू तो भी बुरा लिखू तो भी उनका क्या बिगरने वाला है वो है ही कुछ इस तरह के इंसान की पता नहीं क्या वो उन्ही को जानते पहचानते है जो उनके उम्र के लोग है ! और क्या कहू ये दोस्त तुम्हरे बारे में एक दिन बारी में बैठ के तारी पि रहा था तो ख्याल आया की ये बंदा तो किसी भी सूत्र पे जा के शायराना अंदाज पेस कर देता है लेकिन सूत्र का बिसय कुछ और रहता है अब खुसी में गम फ़ैलाने का काम कोई इनसे सीखे जनाब मेरा क्या है कभी इस डाल पे कभी उस डाल पे जब डाल न मिले तो घर के डाल में मुह लगा देता हू ! अब इनको कोई क्या समझाये की ये बरी लंबी हाकते है इनसे अनुरोध है जो ये रियल जीबन में है बिलकुल उसी तरह का नेचर रखे और क्या कहू मैं अभी २० साल का ही हू :thinking::thinking::first::fantastic:
खूब पहचाना बंधु, ज्यादा ताड़ी पियेगों तो यही होगा, आज से अँग्रेजी शुरू कर दो, फिर देखो कमाल।

aksh
02-12-2010, 04:38 PM
मित्र अरविन्द जी ने अपना सारगर्भित जवाब सभी प्रतिक्रिया व्यक्त करने वालों को दे दिया है. पता नहीं मुझे सिर्फ मेरे द्वारा सबसे आखिर में लिखे गए
एक वाक्य का ही जवाब मिला. पर जो भी हो ये कोई शिकायत नहीं है मित्र. मजा आ गया मित्र आपने अपने अपने दिल के उदगार बहुत ही प्रभावी ढंग से रखे इसके लिए आपको बधाई ! इसी तरीके पर हम सभी को आपके ऊपर नाज है.

aksh
03-12-2010, 10:28 AM
मित्रो दोस्तों की नजर में हमारे अगले मित्र का नाम है वीडिओ मास्टर. रोहित जी के बारे में अपनी राय व्यक्त करें और उनके मजबूत और कमजोर पक्षों को उजागर करें. धन्यवाद.

jai_bhardwaj
04-12-2010, 12:06 AM
रोहित भाई !
बचपने और नादानियों से भरे हुए एक अत्यंत ऊर्जावान व्यक्तित्व के लिए मुझे एक ही उपमा सूझती है 'मिटटी के कच्चे घड़े में पिघला हुआ लोहा' / संरक्षित पदार्थ बदले में मिटटी को अपनी आंच से परिपक्व भी कर रहा है / धन्यवाद /
(वीडिओ देखोगे तो होगे खराब ! पढोगे लिखोगे तो मिलेगा शबाब !!)

munneraja
04-12-2010, 12:29 PM
विडिओ मास्टर
अपने नाम के अनुरूप अपने कार्य में सिद्धहस्त हैं
अपने कार्य में रूचि रखकर मेहनत करने वाले
इज्जत अदब देने वाले शख्शियत हैं
इनको अपनी सेहत का ध्यान रखना चाहिए
इश्वर इनकी प्रगति में सहायक हो

Kalyan Das
04-12-2010, 12:37 PM
अनुज रोहित के बारे एक ही वाक्य कहना चाहूँगा !!
मेरा अपना कोई छोटा भाई नहीं है !! फोरम में अनुज रोहित ने वो जगह पूरा कर दिया !!
बड़े भैया तो बहुत मिले फोरम में !! लेकिन किसी को दिल से अनुज कह सकूं तो वो सिर्फ रोहित है !!

arvind
04-12-2010, 01:23 PM
रोहित जी उर्फ वीडियो मास्टर, अपने क्षेत्र मे सचमुच मास्टर है। काफी बढ़िया संकलन है इनके पास, और विडियो तकनीक मे भी पूर्ण पारंगत है। यदा कदा चौपाल पर भी पधारते है। फोरम के प्रति समर्पित प्राणी है।

aksh
04-12-2010, 01:33 PM
अनुज रोहित.

मजबूत पक्ष

कुशल और कर्मठ कार्यकर्ता

बड़ों का सम्मान करने वाले

वीडिओ का चलता फिरता भण्डार.

तकनीकी रूप से सक्षम

आने वाले समय में सी. ए. बनने के प्रबल दावेदार.

कमजोर पक्ष

फोरम पर नियमित रूप से ना आ पाना.

khalid
05-12-2010, 12:11 PM
व्यहार उत्तम काम अति उत्तम खासतौर पर विडीयो के क्षेत्र मेँ बडोँ की इज्जत करने मेँ आगे अपने को हमेशा छोटे के तरह रखकर ज्ञान लेना कोई इनसे सिखे हमने तो भाई इनको हमेशा अच्छा हीँ देखा हैँ
..
पता नहीँ आजकल फोरम मेँ कम क्योँ आते हैँ

Sikandar_Khan
05-12-2010, 01:29 PM
छोटे रोहित भाई
अपने काम के प्रति वफादार वीडियो के जानकार ।
फोरम के नियमोँ मे रहकर कार्य करना।
अपने बड़ोँ का सम्मान करना ।
सी.ए के कोर्स मे ईश्वर इनका सफलता दे नित नई ऊंचाईयोँ को छुवेँ

ABHAY
06-12-2010, 10:27 AM
रोहित जी उर्फ विडियो मास्टर सोचा न था ऐसा कोई दिन आयगा जब रोहित भाई हर किसी के दिल में जगह लेगा ,अपने कामो में तीसमारखा है रोहित भाई ये बात कुछ और है अभी फोरम पे उतना टाइम नहीं पा रहे है लेकिन जब भी आते है मजा दे जाते है कभी ये एहसास नहीं होने देते की हम कोई गैर है बिलकुल एक परिबार की तरह रहते है हमारे रोहित भाई !

Video Master
06-12-2010, 05:23 PM
रोहित भाई !
बचपने और नादानियों से भरे हुए एक अत्यंत ऊर्जावान व्यक्तित्व के लिए मुझे एक ही उपमा सूझती है 'मिटटी के कच्चे घड़े में पिघला हुआ लोहा' / संरक्षित पदार्थ बदले में मिटटी को अपनी आंच से परिपक्व भी कर रहा है / धन्यवाद /
(वीडिओ देखोगे तो होगे खराब ! पढोगे लिखोगे तो मिलेगा शबाब !!)

धन्यवाद भैया

आपकी बातो में हमेशा कुछ सीख होती है ..आज भी आपकी बातों में कुछ सीख देने वाली बात है जिसके बारे में मैं विचार करुगा
धन्यवाद

विडिओ मास्टर
अपने नाम के अनुरूप अपने कार्य में सिद्धहस्त हैं
अपने कार्य में रूचि रखकर मेहनत करने वाले
इज्जत अदब देने वाले शख्शियत हैं
इनको अपनी सेहत का ध्यान रखना चाहिए
इश्वर इनकी प्रगति में सहायक हो

भैया आपका शुक्रिया
सेहत का ध्यान तो रखते है पर कभी कभी मौसम अपनी चपेट में ले ही लेता है

अनुज रोहित के बारे एक ही वाक्य कहना चाहूँगा !!
मेरा अपना कोई छोटा भाई नहीं है !! फोरम में अनुज रोहित ने वो जगह पूरा कर दिया !!
बड़े भैया तो बहुत मिले फोरम में !! लेकिन किसी को दिल से अनुज कह सकूं तो वो सिर्फ रोहित है !!
आपने मुझे छोटे भाई के लायक समझा इसके लिए शुक्रिया

रोहित जी उर्फ वीडियो मास्टर, अपने क्षेत्र मे सचमुच मास्टर है। काफी बढ़िया संकलन है इनके पास, और विडियो तकनीक मे भी पूर्ण पारंगत है। यदा कदा चौपाल पर भी पधारते है। फोरम के प्रति समर्पित प्राणी है।

धन्यवाद अरविन्द भाई ...
अगर चौपाल सजी होतो में कोशिश करता हू वहा अवश्य जाऊ ..

अनुज रोहित.

मजबूत पक्ष

कुशल और कर्मठ कार्यकर्ता

बड़ों का सम्मान करने वाले

वीडिओ का चलता फिरता भण्डार.

तकनीकी रूप से सक्षम

आने वाले समय में सी. ए. बनने के प्रबल दावेदार.

कमजोर पक्ष

फोरम पर नियमित रूप से ना आ पाना.


अभी कुछ समय से कही व्यस्त था अब नियमित रूप से आ पाउगा

व्यहार उत्तम काम अति उत्तम खासतौर पर विडीयो के क्षेत्र मेँ बडोँ की इज्जत करने मेँ आगे अपने को हमेशा छोटे के तरह रखकर ज्ञान लेना कोई इनसे सिखे हमने तो भाई इनको हमेशा अच्छा हीँ देखा हैँ
..
पता नहीँ आजकल फोरम मेँ कम क्योँ आते हैँ

खालिद भाई आपका बहुत बहुत शुक्रिया
आप सभी की शिकायत अब दूर हो जायेगी अब में नियमित रूप से फोरम पर आउगा


छोटे रोहित भाई
अपने काम के प्रति वफादार वीडियो के जानकार ।
फोरम के नियमोँ मे रहकर कार्य करना।
अपने बड़ोँ का सम्मान करना ।
सी.ए के कोर्स मे ईश्वर इनका सफलता दे नित नई ऊंचाईयोँ को छुवेँ

सिकंदर भाई आपका तहे दिल से शुक्रिया

रोहित जी उर्फ विडियो मास्टर सोचा न था ऐसा कोई दिन आयगा जब रोहित भाई हर किसी के दिल में जगह लेगा ,अपने कामो में तीसमारखा है रोहित भाई ये बात कुछ और है अभी फोरम पे उतना टाइम नहीं पा रहे है लेकिन जब भी आते है मजा दे जाते है कभी ये एहसास नहीं होने देते की हम कोई गैर है बिलकुल एक परिबार की तरह रहते है हमारे रोहित भाई !

अभय भाई ..आपका शुक्रिया
वेसे हम सभी एक परिवार की तरह ही फोरम पर मिलते है
बहुत कम लोग एक दूसरे से मिले है
फिर भी हम सब दिल से एक दूसरे से जुड़े हुए है

आप सभी मित्रों का बहुत बहुत धन्यवाद जो आपने मेरे बारे में लिखा पर सच कहू जितने गुण आप सभी ने बताये उतने है नहीं मेरे अंदर ...

aksh
06-12-2010, 05:42 PM
अनुज रोहित के गुणों के बारे में जितना अन्य सदस्यों को पता है शायद उतना उनको खुद नहीं पता है. चलो कोई बात नहीं. उनकी प्रतिक्रिया बहुत ही अच्छी लगी. अनुज रोहित को इसके लिए बहुत बहुत धयवाद.

khalid
06-12-2010, 07:43 PM
अनुज रोहित के गुणों के बारे में जितना अन्य सदस्यों को पता है शायद उतना उनको खुद नहीं पता है. चलो कोई बात नहीं. उनकी प्रतिक्रिया बहुत ही अच्छी लगी. अनुज रोहित को इसके लिए बहुत बहुत धयवाद.

अगले दोस्त का नाम भी लिखे आप
और भी कई दोस्त हैँ
अनिल भैया

ndhebar
07-12-2010, 11:24 AM
रोहित मास्टर

जो वो करता है बस दिल से करता है
थोडा शरारती है
मस्त रहता है

पढ़ाई पे थोडा ज्यादा ध्यान दो, बाकि कार्यों के लिए तो पूरी जिंदगी पड़ी है

aksh
07-12-2010, 11:34 AM
दोस्तों की नजर पर आने वाले अगले सदस्य का नाम है "कुमार अनिल". कुमार अनिल जी के बारे में अपने विचार प्रकट करें और कुमार जी की प्रतिक्रिया का इन्तेजार करें. तो दोस्तों आयें और अपने विचार रखने शुरू करें.

munneraja
07-12-2010, 04:51 PM
कुमार अनिल अनेक प्रविष्टियों में अपनी धाक छोड़ जाते हैं लेकिन कुछ उद्दंड प्रकार के स्वाभाव के मालिक हैं.
मेरे अनुसार ये अपने कार्य के प्रति लगाव रखने वाले
अपनी गंभीरता को कम करने के लिए चुहलबाजी करने वाले
अनेक कार्यो में पहल करने वाले व्यक्ति होने चाहियें

यदि ये शब्दों की परिभाषा थोडा बदलना भी सीख लें तो सोने पर सुहागा होगा.

Kumar Anil
07-12-2010, 06:42 PM
कुमार अनिल अनेक प्रविष्टियों में अपनी धाक छोड़ जाते हैं लेकिन कुछ उद्दंड प्रकार के स्वाभाव के मालिक हैं.
मेरे अनुसार ये अपने कार्य के प्रति लगाव रखने वाले
अपनी गंभीरता को कम करने के लिए चुहलबाजी करने वाले
अनेक कार्यो में पहल करने वाले व्यक्ति होने चाहियें

यदि ये शब्दों की परिभाषा थोडा बदलना भी सीख लें तो सोने पर सुहागा होगा.

आदरणीय दादा , प्रणाम ! इस मँच पर आपसे , निशाँत जी , अनिल जी , जय जी , कामेश जी , तेजी जी , तिवारी जी , सिकन्दर जी , जलवा जी और मौलिकता एवं रचनात्मकता के धनी भाई अरविन्द जी से बहुत कुछ सीखा है । मेरे विचार मेँ हमेँ सदैव विद्यार्थी बने रहकर और बेहतर की कोशिश करना चाहिए ।
केवल मेरे लेखकीय के माध्यम से मेरा व्यक्तित्व चित्रण अद्भुत लगा । विभिन्न स्तरोँ पर प्रकट किये गये विचार ही आपका वास्तविक मूल्यांकन कराते हैँ । मैँ स्वयं को उदण्ड की श्रेणी मेँ तो नहीँ पाता । हाँ कुछ igoist अवश्य हूँ । सामाजिक कार्योँ मेँ मेरी विशेष रुचि है । माहौल के अनुरूप गाम्भीर्य और चुहल करता हूँ क्योँकि मेरे स्वभाव मेँ दोनोँ ही विद्यमान हैँ । दादा , शब्दोँ की परिभाषा मेँ कैसा परिवर्तन अपेक्षित है , समझ नहीँ पाया । अगर आप बतायेँगे तो सुधार करने की कोशिश अवश्य करुँगा ।

aksh
07-12-2010, 07:53 PM
कुमार अनिल जी,

बहुत ही अच्छे भाषा शैली के मालिक हैं. ऐसे भाषा शैली काफी कम देखने में आती है आजकल.

सभी के साथ मित्रवत और दोस्ताना व्यवहार इनकी खास पहचान हैं. किसी भी विवाद में पड़ते नजर नहीं आते और कोशिश करते हैं कि इनकी कही हुयी बात कोई भी विवाद पैदा ना करे. किसी भी सुझाव को मानने के हमेशा तैयार.

फोरम पर बहुत ज्यादा समय ना दे पाना कुछ एक कमजोरियों में एक प्रमुख कमी लगती है और इस पर काबू पाने की पूरी कोशिश करते नजर आते हैं मित्र अनिल.

jai_bhardwaj
07-12-2010, 11:08 PM
अनिल भाई, फोरम के क्षितिज पर चमकते हुए सितारे हैं जो दिन प्रतिदिन अपनी छटा बिखेरने को अग्रसर हैं /
प्रारम्भिक प्रविष्टियों में मुझे विशिष्ट से लगे थे किन्तु बाद में इन्होने अपनी प्रविष्टियों का वैशिष्ट्य ना जाने क्यों समाप्त कर दिया / धन्यवाद /

munneraja
08-12-2010, 10:27 AM
आदरणीय दादा , प्रणाम ! इस मँच पर आपसे , निशाँत जी , अनिल जी , जय जी , कामेश जी , तेजी जी , तिवारी जी , सिकन्दर जी , जलवा जी और मौलिकता एवं रचनात्मकता के धनी भाई अरविन्द जी से बहुत कुछ सीखा है । मेरे विचार मेँ हमेँ सदैव विद्यार्थी बने रहकर और बेहतर की कोशिश करना चाहिए ।
केवल मेरे लेखकीय के माध्यम से मेरा व्यक्तित्व चित्रण अद्भुत लगा । विभिन्न स्तरोँ पर प्रकट किये गये विचार ही आपका वास्तविक मूल्यांकन कराते हैँ । मैँ स्वयं को उदण्ड की श्रेणी मेँ तो नहीँ पाता । हाँ कुछ igoist अवश्य हूँ । सामाजिक कार्योँ मेँ मेरी विशेष रुचि है । माहौल के अनुरूप गाम्भीर्य और चुहल करता हूँ क्योँकि मेरे स्वभाव मेँ दोनोँ ही विद्यमान हैँ । दादा , शब्दोँ की परिभाषा मेँ कैसा परिवर्तन अपेक्षित है , समझ नहीँ पाया । अगर आप बतायेँगे तो सुधार करने की कोशिश अवश्य करुँगा ।
ज्यों ज्यों हम ऊपर चढ़ते हैं
हमारे विचार और उनको व्यक्त करने के लिए लेखनी सशक्त हो जानी चाहिए
चाहे हम किसी से प्रणय निवेदन ही करें लेकिन शब्द सुन्दर होने चाहियें

शब्दों में उच्चता हमें सामान्य से ऊपर की ओर अग्रसित करती है और हमें लोकप्रिय बनाती है
जय भाई ने सही कहा है
आप इतनी अच्छी भाषा और विचारों का प्रयोग करते हैं कि ऊंचाई स्पष्ट दिखाई देती है
लेकिन कभी कभी ....... जैसे ( दबंग "मुन्नी और .....")
कुछ जमा नहीं, यही उद्दंडता दिखाई देती है ...

Sikandar_Khan
08-12-2010, 10:38 AM
कुमार अनिल जी
हमेशा कुछ नया करने की सोच ।
फोरम के प्रति गम्भीर ।
अच्छी प्रविष्टियोँ से मनोरंजन करना ।
व्यक्तित्व के थोड़ा गम्भीर लगते हैँ ।
कभी कभी हंसी मजाक भी कर लेते हैँ ।
इनकी मुझे एक बात से
दुःख है सूत्र दिल की बात मे इन्होने जो खर पतवार वाली बात लिखी थी ।

munneraja
08-12-2010, 10:41 AM
केवल मेरे लेखकीय के माध्यम से मेरा व्यक्तित्व चित्रण अद्भुत लगा । ।
इसका रहस्य
(मैं विज्ञान पर आधारित जन्म कुंडली का विवरण भी प्रदान करता हूँ)
शब्दों की शैली आपके व्यक्तित्व को बयान करती है
जब हम गंभीरता से किसी की शैली को देखें तो उनका व्यक्तित्व सामने निखर आता है

लेकिन इसके लिए ध्यान केन्द्रित करना आवश्यक होता है

Kumar Anil
09-12-2010, 02:26 PM
कुमार अनिल जी
हमेशा कुछ नया करने की सोच ।
फोरम के प्रति गम्भीर ।
अच्छी प्रविष्टियोँ से मनोरंजन करना ।
व्यक्तित्व के थोड़ा गम्भीर लगते हैँ ।
कभी कभी हंसी मजाक भी कर लेते हैँ ।
इनकी मुझे एक बात से
दुःख है सूत्र दिल की बात मे इन्होने जो खर पतवार वाली बात लिखी थी ।

बड़े भाई आप द्वारा व्यक्त किये गये विचार निश्चय ही मेरा उत्साहवर्धन करेँगे और जिसके लिए मैँ आपका अनुगृहीत हूँ । खरपतवार के सम्बन्ध मेँ स्पष्ट करना चाहूँगा कि मेरे ऊपर लगाया गया यह आरोप सत्य से परे है क्योँकि इस शब्द का उल्लेख मूल रूप से आदरणीय जय जी द्वारा एक दृष्टान्त मेँ किया गया था । मेरे द्वारा तो मात्र प्रतिक्रिया ही व्यक्त की गयी ।

Kumar Anil
09-12-2010, 02:34 PM
इसका रहस्य
(मैं विज्ञान पर आधारित जन्म कुंडली का विवरण भी प्रदान करता हूँ)
शब्दों की शैली आपके व्यक्तित्व को बयान करती है
जब हम गंभीरता से किसी की शैली को देखें तो उनका व्यक्तित्व सामने निखर आता है

लेकिन इसके लिए ध्यान केन्द्रित करना आवश्यक होता है

दादा मैँ चाहूँगा कि आप अपने इस अनुज पर अवश्य ध्यान केन्द्रित करेँ ।

ndhebar
09-12-2010, 03:17 PM
कुमार अनिल जी को मैं ज्यादा तो नहीं जान पाया हूँ शायद ना मैंने कभी कोशिश की ना उनकी तरफ से ही कभी पहल हुई
हाँ इतना जरूर कहूँगा की इनकी भाषा शैली बेहतरीन है और ऐसे इंसानों में आकर्षण क्षमता गजब की होती है
उदंडता तो इनके व्यव्हार में मुझे कहीं भी नहीं दिखी अभी तक

amit_tiwari
09-12-2010, 03:43 PM
अनिल भाई : खिलंदड, व्यावहारिक, कवि ह्रदय, वास्तविकता समझने वाले हैं |
ऐसा व्यक्तित्व जिससे मिलने का मन करे !!!

Kumar Anil
09-12-2010, 09:06 PM
कुमार अनिल जी,

बहुत ही अच्छे भाषा शैली के मालिक हैं. ऐसे भाषा शैली काफी कम देखने में आती है आजकल.

सभी के साथ मित्रवत और दोस्ताना व्यवहार इनकी खास पहचान हैं. किसी भी विवाद में पड़ते नजर नहीं आते और कोशिश करते हैं कि इनकी कही हुयी बात कोई भी विवाद पैदा ना करे. किसी भी सुझाव को मानने के हमेशा तैयार.

फोरम पर बहुत ज्यादा समय ना दे पाना कुछ एक कमजोरियों में एक प्रमुख कमी लगती है और इस पर काबू पाने की पूरी कोशिश करते नजर आते हैं मित्र अनिल.

आपके द्वारा की गयी इतनी प्रशंसा का पात्र स्वयं को नहीँ मानता क्योँकि मैँ तो अदना सा इन्सान हूँ जो आप जैसे गुरुजनोँ से एकलव्य की भाँति शिक्षा ले अपने आचरण मेँ सकारात्मक परिवर्तन ले आया है । इसके लिए मेरी ओर से अपनी पीठ थपथपा लीजिए । आपके बड़प्पन और अतिशय स्नेह की छत्रछाया मेँ फोरम को यथेष्ट समय देने का यथासम्भव प्रयास करुँगा । सुझाव और शिक्षा के लिए मैँ सदैव तत्पर रहता हूँ । आपके व्यक्तित्व की छाप ऐसी पड़ी कि अब विवादोँ से दूर ही रहता हूँ ।

Kumar Anil
10-12-2010, 01:11 AM
अनिल भाई : खिलंदड, व्यावहारिक, कवि ह्रदय, वास्तविकता समझने वाले हैं |
ऐसा व्यक्तित्व जिससे मिलने का मन करे !!!

सर्वोत्तम आकलन । दूरस्थ होकर भी सटीक चित्रण के लिए निःसन्देह आप बधाई के पात्र हैँ ।
आपके व्यक्तित्व का मैँ स्वयं कायल हूँ और जिसके फलस्वरूप आपसे अधिकाधिक संवाद की प्रबल इच्छा कभी - कभी व्यग्र हो उठती है ।

Kumar Anil
10-12-2010, 01:30 AM
अनिल भाई, फोरम के क्षितिज पर चमकते हुए सितारे हैं जो दिन प्रतिदिन अपनी छटा बिखेरने को अग्रसर हैं /
प्रारम्भिक प्रविष्टियों में मुझे विशिष्ट से लगे थे किन्तु बाद में इन्होने अपनी प्रविष्टियों का वैशिष्ट्य ना जाने क्यों समाप्त कर दिया / धन्यवाद /

सर्वप्रथम आपको नमन ! आपकी संक्षिप्त सारगर्भित टिप्पणी , दादा द्वारा दबंग के सन्दर्भ मेँ की गई विश्लेष्णात्मक व्याख्या की ओर इशारा करती हुई प्रतीत होती है । मेरे द्वारा इसकी पुनरावृत्ति न हो , ऐसा प्रयास करुँगा ।

Kumar Anil
10-12-2010, 02:26 AM
कुमार अनिल जी को मैं ज्यादा तो नहीं जान पाया हूँ शायद ना मैंने कभी कोशिश की ना उनकी तरफ से ही कभी पहल हुई
हाँ इतना जरूर कहूँगा की इनकी भाषा शैली बेहतरीन है और ऐसे इंसानों में आकर्षण क्षमता गजब की होती है
उदंडता तो इनके व्यव्हार में मुझे कहीं भी नहीं दिखी अभी तक

शुक्रिया जनाब , मैँ तो स्वयं आप का बहुत बड़ा प्रशंसक हूँ । सार्वजनिक तौर पर आपकी प्रस्तुति ( ? ) चरित्रहीन की प्रशंसा का तो कोई भी अवसर नहीँ छोड़ा । माफ कीजियेगा यह प्रश्नचिन्ह इसलिए लगाना पड़ गया कि किसी सूत्र पर राष्ट्रकवि दिनकर की रचना के साथ आपकी चरित्रहीन को भी उद्धृत करते हुए एक प्रतिक्रिया व्यक्त की गयी थी जिसमेँ मेरी अज्ञानता का उपहास सा किया जा रहा था । मेरी मान्यता है कि जब हम किसी अन्य की रचना को पोस्ट करेँ तो उसका नाम अवश्य देना चाहिए । यदि नहीँ तो प्रविष्टिकर्ता को ही रचनाकार / संकलनकर्ता के रूप मेँ प्रश्नोँ का उत्तर देने के लिए आगे आना पड़ेगा । यह असम्भव है कि सम्पूर्ण साहित्य हमारे द्वारा पढ़ा जा चुका हो या फिर दिनकर अथवा प्रसाद ने जो लिख दिया हो , वो अकाट्य है और उसकी मीमाँसा नहीँ की जा सकती । किसी प्रगतिशील समाज मेँ तर्क को तो सर्वोपरि स्थान मिलना चाहिए । यदि तर्क न होते तो प्रेमचन्द का होरी आज भी प्रासंगिक होता । गतिशीलता के लिए तर्क आवश्यक है और तर्क कद नहीँ देखता । निशांत जी बहुत कचोटा था जब उत्तर के स्थान पर कुछ और प्राप्त हुआ । मित्र आपसे शेयर कर अपना समझने की पहल हो चुकी है , उम्मीद है कि आप भी निराश नहीँ करेँगे ।

ndhebar
10-12-2010, 10:14 AM
शुक्रिया जनाब , मैँ तो स्वयं आप का बहुत बड़ा प्रशंसक हूँ । सार्वजनिक तौर पर आपकी प्रस्तुति ( ? ) चरित्रहीन की प्रशंसा का तो कोई भी अवसर नहीँ छोड़ा । माफ कीजियेगा यह प्रश्नचिन्ह इसलिए लगाना पड़ गया कि किसी सूत्र पर राष्ट्रकवि दिनकर की रचना के साथ आपकी चरित्रहीन को भी उद्धृत करते हुए एक प्रतिक्रिया व्यक्त की गयी थी जिसमेँ मेरी अज्ञानता का उपहास सा किया जा रहा था । मेरी मान्यता है कि जब हम किसी अन्य की रचना को पोस्ट करेँ तो उसका नाम अवश्य देना चाहिए । यदि नहीँ तो प्रविष्टिकर्ता को ही रचनाकार / संकलनकर्ता के रूप मेँ प्रश्नोँ का उत्तर देने के लिए आगे आना पड़ेगा । यह असम्भव है कि सम्पूर्ण साहित्य हमारे द्वारा पढ़ा जा चुका हो या फिर दिनकर अथवा प्रसाद ने जो लिख दिया हो , वो अकाट्य है और उसकी मीमाँसा नहीँ की जा सकती । किसी प्रगतिशील समाज मेँ तर्क को तो सर्वोपरि स्थान मिलना चाहिए । यदि तर्क न होते तो प्रेमचन्द का होरी आज भी प्रासंगिक होता । गतिशीलता के लिए तर्क आवश्यक है और तर्क कद नहीँ देखता । निशांत जी बहुत कचोटा था जब उत्तर के स्थान पर कुछ और प्राप्त हुआ । मित्र आपसे शेयर कर अपना समझने की पहल हो चुकी है , उम्मीद है कि आप भी निराश नहीँ करेँगे ।
नि:संदेह वो सिर्फ मेरी प्रस्तुति थी
मैं कवी नहीं हूँ ये बात मैं कई स्थानों पर स्वीकार भी चूका हूँ
हाँ पर कवितायेँ मुझे बेहद पसंद है
कुछ जो ज्यादा पसंद आती है उन्हें आप लोगों के साथ बाँट लेता हूँ
अभी जल्दी में हूँ पर आपके उत्तर को देखकर जवाब ना देना मुझे उचित प्रतीत नहीं हुआ
शेष बाद में .........................

arvind
10-12-2010, 10:48 AM
अनिल भाई,
बहुत बढ़िया लिखते है, लेखन मे परिपक्वता नजर आती है.....
बढ़िया इंसान भी नजर आते है....

amit_tiwari
10-12-2010, 04:24 PM
सर्वोत्तम आकलन । दूरस्थ होकर भी सटीक चित्रण के लिए निःसन्देह आप बधाई के पात्र हैँ ।
आपके व्यक्तित्व का मैँ स्वयं कायल हूँ और जिसके फलस्वरूप आपसे अधिकाधिक संवाद की प्रबल इच्छा कभी - कभी व्यग्र हो उठती है ।

खग ही जाने खग की भाषा !

नंबर आपको सन्देश में भेजे देते हैं बंधू, संवाद भी हो जायेगा |
हम एक ही क्षेत्र से हैं सो एक जुड़ाव तो पहले से ही है |

Kumar Anil
10-12-2010, 06:05 PM
अनिल भाई,
बहुत बढ़िया लिखते है, लेखन मे परिपक्वता नजर आती है.....
बढ़िया इंसान भी नजर आते है....


शुक्रिया अरविन्द भाई , आप रचनात्मकता और मौलिकता के स्वयं धनी हैँ । आपसे ही सीखने की कोशिश कर रहा हूँ ।

aksh
10-12-2010, 08:39 PM
आपके द्वारा की गयी इतनी प्रशंसा का पात्र स्वयं को नहीँ मानता क्योँकि मैँ तो अदना सा इन्सान हूँ जो आप जैसे गुरुजनोँ से एकलव्य की भाँति शिक्षा ले अपने आचरण मेँ सकारात्मक परिवर्तन ले आया है । इसके लिए मेरी ओर से अपनी पीठ थपथपा लीजिए । आपके बड़प्पन और अतिशय स्नेह की छत्रछाया मेँ फोरम को यथेष्ट समय देने का यथासम्भव प्रयास करुँगा । सुझाव और शिक्षा के लिए मैँ सदैव तत्पर रहता हूँ । आपके व्यक्तित्व की छाप ऐसी पड़ी कि अब विवादोँ से दूर ही रहता हूँ ।

धन्यवाद मित्र अनिल जी.
आपने पता नहीं किस कोण से मुझे इस लायक समझ लिया कि मेरे व्यक्तित्व की छाप किसी के भी ऊपर पड़ सके ?? फिर भी अगर मेरे व्यक्तित्व से किसी भी एक व्यक्ति को विवादों से दूर रहने की प्रेरणा मिला जाए तो मैं अपने आपको धन्य समझूंगा. एक बार पुनः आपके प्रति धन्यवाद व्यक्त करते हुए. :hi: :hi:

आपका मित्र अनिल

khalid
11-12-2010, 07:29 AM
अब मैँ अनिल भैया से आग्रह करुगाँ
अगले दोस्त का नाम का घोसना करे
धन्यवाद

khalid
19-12-2010, 11:30 AM
अब जो दोस्त के बारे आपलोगोँ को अपना अमुल्य राय देना हैँ
उनका नाम हैँ अभय
दोस्तोँ के नजर मेँ आपलोग इनके बारे मेँ लिखिए

ABHAY
19-12-2010, 04:44 PM
अब जो दोस्त के बारे आपलोगोँ को अपना अमुल्य राय देना हैँ
उनका नाम हैँ अभय
दोस्तोँ के नजर मेँ आपलोग इनके बारे मेँ लिखिए

भाई यहाँ कोई नहीं आने वाला है आप बेकार परेसान होते है ! आपका शुक्रिया

prashant
19-12-2010, 08:36 PM
अभय जी को मेरी सलाह रजाई में दुबक कर सो जाये.......
यदि फिर भी ठंड नहीं जाये मेरे द्वारा दी गयी रम का एक
दो पेक मर ले.......:)

khalid
20-12-2010, 10:29 AM
भाई यहाँ कोई नहीं आने वाला है आप बेकार परेसान होते है ! आपका शुक्रिया

परेशानी वाली कोई बात नहीँ हैँ
सभी नहीँ तो कुछ लोग जो आपको प्यार करतेँ हैँ जरुर लिखेगेँ

munneraja
20-12-2010, 11:04 AM
अभय
एक व्यक्तित्व जो चाहता है लोग उसे उनके कार्य से जाने
लेकिन खुद के लिए अपने विचार पोजिटिव नहीं रखते हैं
उनकी प्रविष्टियाँ उनके व्यक्तित्त्व को स्पष्ट करती हैं कि वे भारतीय परमपरा में विश्वास रखने वाले व्यक्ति हैं.
उनमे बस एक कमी है कि वे हिंदी भाषा में अपने विचार शुद्ध रूप में प्रकट करने में मात खा जाते हैं, यदि वे अपनी इस कमी को सुधार लेंगे तो फोरम पर एक चमकते सितारे के रूप में खुद ही स्थापित हो जायेंगे जो किसी अन्य के द्वारा प्रशस्ति के मोहताज नहीं होंगे

khalid
20-12-2010, 11:15 AM
अभय एक मजाकिया स्वभाव का लडका हैँ
जो मजाक करना मजाक बरदार्श्त करना दोनो जानतेँ हैँ
फोरम पर अपने काम से हमेशा लोगोँ का दिल जितना जानतेँ हैँ
अपने उम्र से ज्यादा गंभीर हो कर काम करतेँ हैँ
टाईम कम हैँ और लिखता हिन्दी थोडा और सुधार ले तो और अच्छा होगा

ndhebar
20-12-2010, 02:30 PM
अभय :

मेरे लिए छोटे भाई के समान है
बहुत कम समय में बहुत कुछ पाने की ख्वाहिश (आज कल अधिकांशतः युवा में देखि जाती है)
महत्वाकांक्षा बुरी बात नहीं है पर कुछ पाने के लिए आपको उस लायक बनना होता है और उसके लिए कठोर श्रम करना पड़ता है
अभय मेहनती है इसमें कोई शक नहीं पर मुझे धीरज की कमी दिखती है
भाषा की त्रुटी भी शायद जल्दबाजी में पोस्ट करने के कारन ही ज्यादा प्रकट दीखता है
मुझे लगता है इनको संख्या से ज्यादा ध्यान गुणवत्ता पर देना चाहिए

arvind
20-12-2010, 02:35 PM
अभय: एक अच्छा, मेहनती और मिलनसार लड़का। बस थोड़ा धीरज की कमी है।

aksh
20-12-2010, 04:51 PM
अभय

मजबूत पक्ष

अपनी बात कहने से नहीं झिझकते

बड़ो को पूरा यथायोग्य सम्मान देने वाले

छोटो को भी प्रोत्साहन देने में पीछे नहीं.

हलके फुल्के पलों को हमेशा ही पैदा करते रहते हैं.

कमजोर पक्ष

हिंदी लिखने में थोडा हाथ तंग.

Kumar Anil
20-12-2010, 08:37 PM
अभय मस्त , बिँदास अपनी धारा मेँ बहने वाला व्यक्तित्व । प्रत्येक स्थान पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराने को आतुर । कार्योत्तर अथवा पूर्व मेँ समीक्षा या मीमांसा किये जाने के लिए कोई उत्सुकता नहीँ बस बिना गुण - दोष परीक्षण के अपनी धुन मेँ रहने की लगन । भाषा और वर्तनी के सम्बन्ध मेँ कहना चाहूँगा कि अभय जी नियामकोँ द्वारा साहित्य प्रभारी के तमगे से नवाजे जाने के अच्छे परिणाम सम्मुख लाने मेँ कोई कोर - कसर नहीँ छोड़ेँगे क्योँकि करत - करत अभ्यास के जड़मति होत सुजान , रसरी आवत जात तेँ सिल पर परत निसान और जब अभ्यास करने मेँ उनका कोई सानी नहीँ तब भला उनके निशान बनने मेँ कितना समय लगेगा ।

Sikandar_Khan
20-12-2010, 08:56 PM
अभय जी
साहित्य मे रुचि लेने वाले।
फोरम के प्रति वफादार। फोरम पर अधिक से अधिक समय देना ।
अच्छे सूत्रोँ का निर्माण
करते हैँ।
सभी के सूत्रोँ पर योगदान देते हैँ ।
हिँदी लिखने मे थोड़ा सा ध्यान देने की जरूरत है

naman.a
21-12-2010, 09:35 AM
बहुत देरी से पंहुचा हूँ इस सूत्र पर देर आये दुरुस्त आये .

अभय जी के बारे में मैं जितना जनता हूँ उनकी आध्यात्म और अपनी संस्कृति प्रति बहुत ही आदर हैं. फोरम पर हमेशा कुछ नया करने का प्रयतन करते रहते हैं. अपनी कमजोरियों को स्वीकार करने की बहुत ही अद्भुत क्षमता हैं उनमे.

lalit1234
21-12-2010, 10:41 AM
इस सूत्र पर पहली बार आगमन है हमारा , अभय जी के बारे में कम ही जानते हैं स्वयंबर वाले सूत्र पर रूबरू हुए हाँ उनसे .... एक वाक्य में कहे देते हैं उनकी तारीफ़ में '' पुरानी शराब का सा सुरूर प्रतीत होता है उनके विचारों में ''

ABHAY
21-12-2010, 10:59 AM
अभय
उनमे बस एक कमी है कि वे हिंदी भाषा में अपने विचार शुद्ध रूप में प्रकट करने में मात खा जाते हैं, यदि वे अपनी इस कमी को सुधार लेंगे तो फोरम पर एक चमकते सितारे के रूप में खुद ही स्थापित हो जायेंगे जो किसी अन्य के द्वारा प्रशस्ति के मोहताज नहीं होंगे

हा ये सच है मै अपने लिए अपना बिचार पोजिटिव नहीं रखता ! मैं पुरने सोच का आदमी हू इसलिए भारतीय परमपरा में विश्वास रखता हू मगर मैं नास्तिक हू मैं आजतक किसी भी मंदिर में पूजा नहीं की और न कही और ! और हा आपके कहे अनुसार मै अपने विचार सही से प्रकट नहीं कर पता हू सायद कम उम्र और साडी दुनिया से अलग रहने के कारन !
अभय एक मजाकिया स्वभाव का लडका हैँ
जो मजाक करना मजाक बरदार्श्त करना दोनो जानतेँ हैँ
फोरम पर अपने काम से हमेशा लोगोँ का दिल जितना जानतेँ हैँ
अपने उम्र से ज्यादा गंभीर हो कर काम करतेँ हैँ
टाईम कम हैँ और लिखता हिन्दी थोडा और सुधार ले तो और अच्छा होगा
कोसिस में हू भाई हिंदी लिखने के लिए
अभय :

मेरे लिए छोटे भाई के समान है
बहुत कम समय में बहुत कुछ पाने की ख्वाहिश (आज कल अधिकांशतः युवा में देखि जाती है)


शुक्रिया जो आपने मुझे छोटे भाई की तरह माना कम समय में बहुत कुछ पाने की ख्वाहिश मेरी नहीं है ये परिबार की जरुरत है
अभय: एक अच्छा, मेहनती और मिलनसार लड़का। बस थोड़ा धीरज की कमी है।
शुक्रिया भाई फले तो आपलोग है फिर मै
अभय

मजबूत पक्ष

अपनी बात कहने से नहीं झिझकते

.

कमजोर पक्ष

हिंदी लिखने में थोडा हाथ तंग.
कोसिस में हू की हिंदी सुधार लू
अभय मस्त , किये जाने के लिए कोई उत्सुकता नहीँ बस बिना गुण - दोष परीक्षण के अपनी धुन मेँ रहने की लगन । उनके निशान बनने मेँ कितना समय लगेगा ।
भाई आपने बिलकुल सही कहा मुझे इस सब में कोई दिलचसपि नहीं
अभय जी
साहित्य मे रुचि लेने वाले।
फोरम के प्रति वफादार। फोरम पर अधिक से अधिक समय देना ।
अच्छे सूत्रोँ का निर्माण
करते हैँ।
सभी के सूत्रोँ पर योगदान देते हैँ ।
हिँदी लिखने मे थोड़ा सा ध्यान देने की जरूरत है

अभी तक की दलील सुनने के बाद मुझे सबने एक ही कमी दिखाई की मै जो हिंदी लिखता हू वो सही नहीं है कुछ हद तक हा ये सही है मेरी इंग्लिश अच्छी नहीं है इसलिए हिंदी लिखने में त्रुटी होती है !

chhotu
21-12-2010, 11:18 AM
मैं नास्तिक हू मैं आजतक किसी भी मंदिर में पूजा नहीं की और न कही और !


भाई मेरे, ये दुनिया किसी शक्ति से चल रही है और वो शक्ति है भगवान्, आप मंदिर में जाओ या मत जाओ लेकिन उस भगवान् को मानो तो आप से बड़ा आस्तिक कोई नहीं है

prashant
21-12-2010, 07:09 PM
मैं कुछ दिन से देख रहा हूँ.जिसके कारण मैं इस निष्कर्ष पर पहुंचा हूँ.
अभय जी एक दम भक्त आदमी है....भगवन का नारा लगाते है.
अच्छी अच्छी बातें करते है...हर विषय में रूचि लेते हैं.....और अभी इन्हें
ठंड लग रही है........:) :hi: :gm:

Prince
21-12-2010, 09:53 PM
अभय जी एक बहुत ही उर्जावान व्यक्ति हैं तो हर समय कुछ ना कुछ नवीन करते रहने की धुन में रहा करते हैं.

ABHAY
28-12-2010, 06:08 AM
बहुत देरी से पंहुचा हूँ इस सूत्र पर देर आये दुरुस्त आये .

अभय जी के बारे में मैं जितना जनता हूँ उनकी आध्यात्म और अपनी संस्कृति प्रति बहुत ही आदर हैं. फोरम पर हमेशा कुछ नया करने का प्रयतन करते रहते हैं. अपनी कमजोरियों को स्वीकार करने की बहुत ही अद्भुत क्षमता हैं उनमे.
शुक्रिया भाई आपलोगों की दुआ है बस नहीं तो कुछ भी नहीं कर पाता

इस सूत्र पर पहली बार आगमन है हमारा , अभय जी के बारे में कम ही जानते हैं स्वयंबर वाले सूत्र पर रूबरू हुए हाँ उनसे .... एक वाक्य में कहे देते हैं उनकी तारीफ़ में '' पुरानी शराब का सा सुरूर प्रतीत होता है उनके विचारों में ''
भाई पुरानी शराब का जो नसा है वो नए शराब में कहा

भाई मेरे, ये दुनिया किसी शक्ति से चल रही है और वो शक्ति है भगवान्, आप मंदिर में जाओ या मत जाओ लेकिन उस भगवान् को मानो तो आप से बड़ा आस्तिक कोई नहीं है
हा सही कहा भाई

मैं कुछ दिन से देख रहा हूँ.जिसके कारण मैं इस निष्कर्ष पर पहुंचा हूँ.
अभय जी एक दम भक्त आदमी है....भगवन का नारा लगाते है.
अच्छी अच्छी बातें करते है...हर विषय में रूचि लेते हैं.....और अभी इन्हें
ठंड लग रही है........:) :hi: :gm:
मुझे नहीं लगता है की मै भक्त आदमी हू

अभय जी एक बहुत ही उर्जावान व्यक्ति हैं तो हर समय कुछ ना कुछ नवीन करते रहने की धुन में रहा करते हैं.
शुक्रिया भाई आपका और सभी का जिसने लिखा उसे शुक्रिया जिसमे नहीं लिखा उसके लिए :bravo:
लिखवाने के लिए लिखना परता है ! चलो कोई बात नहीं !

ABHAY
28-12-2010, 01:09 PM
दोस्तोँ की नजर अब खराब हो चुकी है इसे फ्रेम में लगवा दे और रोज सभी सदस्य अगरबती दिखाए !

munneraja
28-12-2010, 02:54 PM
सूत्रधार नया चम्श्मा बनवाने के लिए शीशा तैयार कर रहे हैं
थोडा इंतजार कीजिये

Kumar Anil
07-01-2011, 05:57 AM
सूत्रधार नया चम्श्मा बनवाने के लिए शीशा तैयार कर रहे हैं
थोडा इंतजार कीजिये

खालिद भाई आपका यह सूत्र विगत दस - पन्द्रह दिनोँ से सुसुप्तावस्था मेँ है । इसको गति देँ क्योँकि फोरम से जुड़ाव , सदस्योँ की गतिशीलता , उनकी सक्रियता के लिए यह बेहतरीन सूत्र है परन्तु यह पूर्व परिचय या व्यक्तिगत सम्बन्धोँ की पृष्ठभूमि पर आधारित न होकर हर उस सदस्य पर होना चाहिए जिसने अपनी 50 प्रविष्टियाँ पूर्ण कर ली होँ । हम सभी उसकी प्रविष्टियोँ के माध्यम से अपना अपना नजरिया रखेँगे ।

khalid
07-01-2011, 06:20 AM
धन्यवाद
कुमार भाई कोशिश करता हुँ
दोस्तोँ की नजर फिर देखे

YUVRAJ
07-01-2011, 06:29 AM
अहा हा हा हा …:lol:
नरेंद्र जी …:)
लगता है आजकल आप शीशे के जुगाड़ में लगे हैं …
सूत्रधार नया चम्श्मा बनवाने के लिए शीशा तैयार कर रहे हैं
थोडा इंतजार कीजिये

Kumar Anil
08-01-2011, 12:38 PM
धन्यवाद
कुमार भाई कोशिश करता हुँ
दोस्तोँ की नजर फिर देखे

शुक्रिया !
नये साल मेँ नयी नजर
संगी साथी की रखे खबर
एक सूत्र मेँ बाँधेगी
नया उजाला लायेगी ।
शुभेच्छु

khalid
16-01-2011, 05:12 PM
दोस्तोँ की नजर आज से फिर सुरु करतेँ हैँ
दोस्तो आपलोग कृप्या अपना योगदान जरुर देँ
सभी सदस्य के बारे मेँ
अगले आने वाले सदस्य का नाम हैँ
जेम्स बाँण्ड
जिनके अच्छे या बुरे पहलु लिखेँ
धन्वाद

Sikandar_Khan
16-01-2011, 05:23 PM
Bond007 ji
1. फोरम के प्रति समर्पित
2.फोरम पर रोज
उपस्थिति
3.फोरम पर रोचक तथा ज्ञानवर्धक सूत्र
4.बड़ोँ का सम्मान करने वाले
5.नियम मे रहकर कार्य
करते हैँ
6.विवादोँ से कोसो दूर
7. इन्होने आज तक अपना नाम नही बताया
शायद ये हम सबको पराया समझते हैँ

Kumar Anil
16-01-2011, 05:29 PM
दोस्तोँ की नजर आज से फिर सुरु करतेँ हैँ
दोस्तो आपलोग कृप्या अपना योगदान जरुर देँ
सभी सदस्य के बारे मेँ
अगले आने वाले सदस्य का नाम हैँ
जेम्स बाँण्ड
जिनके अच्छे या बुरे पहलु लिखेँ
धन्वाद

खालिद भाई मैँ आपका व्यक्तिगत तौर पर आभारी हूँ कि सभी को इस महत्वपूर्ण सूत्र से जोड़ने की आपने पुरजोर कोशिश की है । मैँ इस सूत्र के माध्यम से सभी सदस्योँ से अपील करता हूँ कि दोस्तोँ की नजरेँ यहाँ जरूर इनायत होँ ताकि हम सभी एक सूत्र मेँ दिखायी देँ ।

YUVRAJ
16-01-2011, 05:43 PM
:clapL:...:clapL:...:clapL:...:bravo:
:iagree:

खालिद भाई मैँ आपका व्यक्तिगत तौर पर आभारी हूँ कि सभी को इस महत्वपूर्ण सूत्र से जोड़ने की आपने पुरजोर कोशिश की है । मैँ इस सूत्र के माध्यम से सभी सदस्योँ से अपील करता हूँ कि दोस्तोँ की नजरेँ यहाँ जरूर इनायत होँ ताकि हम सभी एक सूत्र मेँ दिखायी देँ ।

Kumar Anil
16-01-2011, 05:53 PM
फोरम के प्रति समर्पित ,
नियमित
उपस्थिति दर्ज कराते हुये
हमारे प्यारे जेम्स बाँड रोचक तथा ज्ञानवर्धक सूत्र से हमारा ज्ञानवर्द्धन कर फोरम की लोकप्रियता मेँ चार चाँद लगाते हुये दिखते हैँ ।
प्रत्येक सदस्य का यथोचित सम्मान करने वाले जेम्स बाँड
नियमसम्मत कार्य
करते हैँ और
विवादोँ से कोसोँ दूर रहकर मर्यादित आचरण से सभी को अपनी ओर आकृष्ट करने की कला मेँ पारंगत हैँ । इनकी प्रविष्टियाँ इनके सरल , सहज , सुबोध , मृदुभाषी और तनावमुक्त होने की चुगली करती हैँ ।

khalid
16-01-2011, 06:18 PM
बाँण्ड भैया
क्या लिखु एक सुत्र भी कम परेगा
फिर भी लिखना तो परेगा
उनके सम्मान मेँ कुछ शब्द
फोरम मेँ क्या हमसभी के लिए बहुत स्वीट डिस हैँ
जब भी टाईम मिलता हैँ हाजिरी जरुर देते हैँ
और देर रात तक जमेँ रहतेँ हैँ
सलिके से हँसी मजाक करतेँ हुए उनके साथ टाईम कब खत्म हो जाता हैँ पता नहीँ चलता हैँ
हाँ ठिक हैँ अपने बारे मेँ नहीँ बतातेँ हैँ उनका काम ऐसा हैँ और हमे उनका सम्मान करना चाहिए
++
हमेशा गुस्से के मुड मेँ रहना
और साक्षत्कार नहीँ देना
--

khalid
16-01-2011, 06:20 PM
:clapl:...:clapl:...:clapl:...:bravo:
:iagree:

तो कुछ आप भी लिख देँ अपने जासुस के विषय मेँ

abhisays
16-01-2011, 06:25 PM
बोंड जी.

रात के मुसाफिर.
चौपाल प्रेमी.
जासूसी में रूचि रखने वाले.
विवादों से इनका दूर दूर तक कोई रिश्ता नहीं है.
फोरम का हमेशा हित सोचने वाले.
शांत और मिलनसार

फोरम को ऐसे सदस्यों पर गर्व है.

YUVRAJ
16-01-2011, 07:40 PM
जरूर लिखता खालिद भाई जी ...:)
नया नया परिचय है आज सुबह ही कुछ गुफ्तगू हुई थी और वर्तमान में आप सभी के विचारों से सहमत हूँ /
वन आफ दी बेस्ट मेम्बर in आवर फोरम परिवार ....:majesty:

तो कुछ आप भी लिख देँ अपने जासुस के विषय मेँ


एडमिन भाई जी और आप सभी से सहमत हूँ ...:iagree:
बोंड जी.

रात के मुसाफिर.
चौपाल प्रेमी.
जासूसी में रूचि रखने वाले.
विवादों से इनका दूर दूर तक कोई रिश्ता नहीं है.
फोरम का हमेशा हित सोचने वाले.
शांत और मिलनसार

फोरम को ऐसे सदस्यों पर गर्व है.

ABHAY
17-01-2011, 02:50 PM
हमारे बोंड भाई बहुत ही अच्छे है और कभी कभी बच्चे बनके मजाक भी कर लेते है !
बहुत ही सकत सदस्य है हमारे बोंड भाईया !
और जासूस तो है ही !
हमेसा नए दोस्त बनाने में आगे !
हा ये रात को जादा दिखते है फोरम पे !
बहुत ही मस्त इंसान है हा हा !
आपको मेरा सलाम मुझे और फोरम को ऐसे सदस्य पर गर्ब करना चाहिए की आप जैसे जासूस इस फोरम की सोभा बढ़ा रहे है !:hi::hi::hi::hi::hi::hi::hi:

arvind
17-01-2011, 03:39 PM
बॉन्ड भाई:- "एक अच्छे सदस्य"।

MANISH KUMAR
19-01-2011, 06:39 PM
Bond Sir!
इनके liye जितना कहा जाये कम है.
अपने बारे में बहुत कम बात करते है, बहुत कम बताते हैं.(शायद इन्हें किसी का डर है)
बहुत कम लोग इनका असली नाम जानते हैं.
ये ज्यादा किसी से मिलते नहीं.
दोस्ती करने में बहुत ही कंजूस.
अछे-अछे सूत्र बनाते हैं.
वैसे तो आदत ke अछे हैं लेकिन किसी से भी लड़ बैठते हैं. यहाँ तक कि अपने सीनियर्स से भी.(किसी ऐसी बात पर जो इन्हें गलत लगती है)
बहुत जिद्दी हैं.
वैसे फोरम पर इनकी पोस्ट देखकर किसी तरह ke खतरे का आभास नहीं होता लेकिन ज्यादातर हमेशा गुस्से में रहते हैं.

वैसे तो ये विनोदी स्वभाव ke हैं. लेकिन लाइफ में कभी इन्हें ठीक से हँसते हुए नहीं देखा. पूछो तो कहते हैं कि जिस दिन लम्बी छुट्टी लूँगा तब हंसूंगा. (पता नहीं कब) फिलहाल तो इनका ये पहलू फोरम पर ही दीखता है.

khalid
19-01-2011, 07:14 PM
हार्दिक आभार
मनीष जी आपने जासुस भाई के लिए बहुत अच्छा लिखा

Harshita Sharma
27-01-2011, 03:40 PM
Mr. Bond से अभी तक मुलाकात तो हुई नहीं, लेकिन प्रविष्टियों के आधार पर कुछ नजरिया मेरा भी.........
अपने पेशे की वजह से अपने बारे में जितना बता दिया बहुत है.
दोस्ती करने में कंजूस हैं ये मैं भी मानती हूँ.
सहज नज़र आने वाले.
अनुशाषित व नियम प्रिय.
नए व छोटो सदस्यों को ख़याल रखने वाले.
एक इज्ज़तदार वरिष्ठ सदस्य की हसियत से फोरम पर सक्रिय.
ज्ञान वर्धक सूत्र बनाते हैं.
हो सकता है जिद्दी, खतरनाक या झगडालू हों; लेकिन फोरम पर अभी तक झगड़ों से दूर, सहज उपस्थित और आसानी से घुलने मिलने वाले.
वरिष्ठ सदस्यों का सम्मान करने वाले.
कर्तव्यपरायण, फोरम के लिए हितकारी.:iloveyou:

Harshita Sharma
27-01-2011, 03:46 PM
Bond Sir!
इनके liye जितना कहा जाये कम है.
अपने बारे में बहुत कम बात करते है, बहुत कम बताते हैं.(शायद इन्हें किसी का डर है)
बहुत कम लोग इनका असली नाम जानते हैं.
ये ज्यादा किसी से मिलते नहीं.
दोस्ती करने में बहुत ही कंजूस.
अछे-अछे सूत्र बनाते हैं.
वैसे तो आदत ke अछे हैं लेकिन किसी से भी लड़ बैठते हैं. यहाँ तक कि अपने सीनियर्स से भी.(किसी ऐसी बात पर जो इन्हें गलत लगती है)
बहुत जिद्दी हैं.
वैसे फोरम पर इनकी पोस्ट देखकर किसी तरह ke खतरे का आभास नहीं होता लेकिन ज्यादातर हमेशा गुस्से में रहते हैं.

वैसे तो ये विनोदी स्वभाव ke हैं. लेकिन लाइफ में कभी इन्हें ठीक से हँसते हुए नहीं देखा. पूछो तो कहते हैं कि जिस दिन लम्बी छुट्टी लूँगा तब हंसूंगा. (पता नहीं कब) फिलहाल तो इनका ये पहलू फोरम पर ही दीखता है.


लगता है इनकी जिंदगी में अभी किसी ऐसे की एंट्री नहीं हुई जिसके लिए ये हसे या जो इन्हें हंसा सके.
बना लो Bond जी किसी को तो दिल के करीब. वैलेंटाइन डे नज़दीक आ रहा है. ऐसी बोरिंग लाइफ कब तक जियोगे?:boring::boring::boring:

:think:

Bond007
30-01-2011, 04:13 AM
पहले तो मैं देर से जवाब देने के लिए सब लोगों से क्षमा चाहूँगा....!

खालिद जी!, सिकंदर साब!, अनिल जी!, अभि जी!, युवराज जी!, अभय जी!, अरविन्द जी!, मनीष और हर्षिता जी! आप सब लोगों का मेरा मूल्यांकन करने के लिए बहुत धन्यवाद|
अब क्या लिखूं, फोरम पर मोजूद मुझसे बड़े इतने सारे लोगों ने अपनी राय मेरे बारे में दी| लेकिन यहाँ पर ज्यादातर मेरी बड़ाई ही की गई है, कमियां तो बताई ही नहीं गई| क्या सुधार करूँ खुद में.....???

हाजिरी का नियम तो सिकंदर साब का बनाया हुआ है जी|
ज्ञानवर्धक सूत्र न बनाओ तो फोरम पर आना बेकार है| सबको इज्ज़त दूंगा तो सब लोग मेरी इज्ज़त करेंगे| वैसे तो मैं क़ानून बहुत तोड़ता हूँ लेकिन यहां मैं ऐसा बिलकुल भी नहीं करना चाहता|

क्योंकि यहां हम सब कुछ अनजाने फिर भी जाने पहचाने दोस्तों से मिलने आते हैं, उनसे दो पल की बात पूरे दिन की थकान उतार देती है| ख़ास कर मेरे जैसे ऐसे व्यक्ति के लिए जिसका रियल लाइफ में कोई भी दोस्त नहीं है (हालांकि ऐसे लोग न के बराबर होते हैं); तो बेवजह किसी भी विवाद में पड़कर अपना दिमाग और ज्यादा ख़राब करने का कोई फायदा नहीं है, और मैं अन्य सभी अनुज और वरिष्ठ सदस्यों से भी यही विनती करूंगा की विवाद को शुरू होने से पहले ही ख़तम कर दो|यही हमारे और फोरम के स्वस्थ्य के लिए बेहतर होगा|

रात तक जमे रहने की बात, मैं ज्यादातर रात को ही काम करता हूँ तो साथ-साथ फोरम पर भी जमा रहता हूँ|
परिस्थिति के अनुसार बच्चा या बड़ा बनकर मजाक करते हुए मैं अपने बुरे वक़्त को धोखा देने की कोशिश करता हूँ|

इस अभी तक की छोटी-सी जिन्दगी में इतनी दुनिया देख चूका हूँ कि किसी पर भरोसा करना मुश्किल हो जाता है| हालांकि आप सभी मुझसे बड़े हैं और और भले ही मैं काफी घूम चूका हूँ लेकिन मैं नहीं मानता कि मैंने आप लोगों से ज्यादा दुनिया देखि है| दुनिया के बारे में मेरी समझ को बिलकुल नगण्य समझिये| फिर भी यदि मुझसे कोई गलती हुई हो, कुछ कहीं गलत कहा हो तो आप मुझे दंड दे सकते हैं|

और अंत में साक्षात्कार की बात तो खालिद जी! क्योंकि मुझे अपने बारे में ज्यादा बात करना पसंद नहीं है, तो ऐसे में मैं आपके द्वारा पूछे गए सवालों का इमानदारी से जवाब दे पाऊं, ऐसी मुझे उम्मीद नहीं है| और बेवजह का झूठ बोलना मुझे अच्छा नहीं लगता| अगर इमानदारी से अपने बारे में बताने लगा तो मेरा एक बहुत ही घिनोना चेहरा सामने आयेगा जिसे शायद आप लोग और खासकर लडकियां बिलकुल भी पसंद न करें .............
अंत में, धन्यवाद!!!

khalid
30-01-2011, 07:23 AM
वाऊ ग्रेट
बहुत बहुत धन्यवाद आपका जवाब देने के लिए