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View Full Version : Asia Cup 2014


dipu
11-02-2014, 05:51 PM
Suresh Raina has been left out of India's squad for the Asia Cup, which starts on February 25. The batsman, however, is a part of the team for the World Twenty20, scheduled for March.

Cheteshwar Pujara has been included in the Asia Cup squad, while Ishant Sharma has been left out of both teams.

Ishant and Raina's exclusions are the only two changes to the India ODI squad from the one that played in New Zealand.

Since the series against England in January 2013, when he scored 277 runs with four half-centuries, Raina has had just one fifty-plus score - against Zimbabwe - in 24 innings. He was dropped from the last two ODIs against New Zealand, after scores of 18, 35 and 31 in the first three games.

For Pujara, this is his first ODI call-up since the tour to Zimbabwe when the batsman made his one-day debut. Pujara scored 13 and 0 in the two matches, but since been in good form, scoring Test hundreds against West Indies and South Africa.

In Ishant's case, his exclusion due to recent poor form has continued from the New Zealand series, where the bowler was dropped after the first two ODIs in favour of Varun Aaron. Ishant had a poor series against Australia at home, conceding 189 runs in three matches at an average of 94.50 with two wickets. Against South Africa, Ishant picked up four wickets in two ODIs at an average of 19.50, while he picked up two wickets against New Zealand, giving away 118 runs at 59 and an economy rate of 7.86.

The pace attack in both squads is led by Bhuvneshwar Kumar and Mohammed Shami. Ishwar Pandey, who was a part of the tour to New Zealand, has been picked for the Asia Cup, while Mohit Sharma has been named in the Twenty20 squad.

Stuart Binny, who made a debut against New Zealand recently, finds a place in the ODI and T20 squads.

India squad for Asia Cup: MS Dhoni (capt), Shikhar Dhawan, Rohit Sharma, Virat Kohli, Cheteshwar Pujara, Ambati Rayudu, Ajinkya Rahane, Ravindra Jadeja, R Ashwin, Bhuvneshwar Kumar, Mohammed Shami, Varun Aaron, Stuart Binny, Amit Mishra, Ishwar Pandey

India squad for World Twenty20 MS Dhoni (capt), Shikhar Dhawan, Rohit Sharma, Virat Kohli, Suresh Raina, Yuvraj Singh, Ajinkya Rahane, Ravindra Jadeja, R Ashwin, Bhuvneshwar Kumar, Mohammed Shami, Stuart Binny, Amit Mishra, Mohit Sharma, Varun Aaron

dipu
25-02-2014, 04:52 PM
बांग्लादेश: एशिया कप में भारत अपना पहला मैच बांग्लादेश के खिलाफ 26 फरवरी को खेलेगा। चोट की वजह से नियमित कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की गैरमौजूदगी में विराट कोहली इंडियन टीम के लीडर होंगे। उन्*होंने कहा है कि इस समय टीम का नेतृत्व करना काफी मुश्किल काम है, लेकिन मैं चुनौती के लिए तैयार हूं।

उन्हें मंगलवार से शुरू हुई एशिया कप क्रिकेट प्रतियोगिता में टीम इंडिया के बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है। विराट ने मीडिया से कहा, ‘मुझे इस समय टीम की कप्तानी करने का मौका मिला है जब हम कई सीरीज हार चुके हैं। उन्होंने कहा कि मैं पहले भी ऐसी कठिन स्थिति देख चुका हूं। हालांकि यह एक बहुत ही कठिनाइयों भरी पोजिशन होती है जहां आपको तारीफों के साथ हर तरह की आलोचनाओं का भी सामना करने के लिए तैयार रहना पड़ता है।’


कार्यवाहक कप्तानी ज्यादा चुनौतीपूर्ण
विराट ने कहा,‘मैं सिर्फ एक ही टूर्नामेंट के लिए कप्तानी कर रहा हूं। यह टीम के लिए निरंतर कप्तानी करने की तुलना में काफी अलग अनुभव होता है क्योंकि जब आप जीतते हैं तो आपकी तारीफ होती है लेकिन जब आप हार जाते हैं तो सभी आपकी निंदा करने लगते हैं।’

भारत एशिया कप में अपने अभियान की शुरूआत बुधवार को फातुल्लाह में मेजबान बांग्लादेश के खिलाफ करेगा। विराट ने एशिया कप जैसे बड़े टूर्नामेंट में कप्तानी करने के बारे में पूछे जाने पर कहा,मैंने अभी तक कुल आठ मैचों में ही कप्तानी की है। लेकिन इस तरह के बड़े टूर्नामेंट में कप्तानी करना अपने आप में खास अनुभव होता है, इसलिए मैं टीम का नेतृत्व करने को तैयार हूं।

युवाओं से है अच्छा तालमेल
विराट ने अपनी टीम की प्रशंसा करते हुए कहा, ‘हमारी टीम में कई बेहतरीन युवा खिलाड़ी हैं। इसी को लेकर मैं काफी आश्वस्त हूं और उत्साहित भी। मैं उनके साथ बात कर सकता हूं और मेरा उनके साथ अच्छा तालमेल भी है। हमारा रिकॉर्ड टूर्नामेंट में अच्छा रहा है और मैं इसे और बेहतर करने का प्रयास करूंगा। मैं एशिया कप को लेकर काफी उत्साहित हूं।’

पाक को हराना ही नहीं है लक्ष्य
एशिया कप में चिर प्रतिद्वंद्वी पाक के साथ दो मार्च को भारत के बहु प्रतीक्षित मुकाबले के बारे में पूछे जाने पर विराट ने एक कप्तान के लहजे में कहा, ‘हमारा मकसद टूर्नामेंट को जीतना है और किसी एक मैच को लेकर ही हमने अपना पूरा ध्यान केंद्रित नहीं किया है।’

भारतीय टीम : विराट कोहली (कप्तान), शिखर धवन, रोहित शर्मा, चेतेश्वर पुजारा, अंबति रायुडू, अंजिक्य रहाणो, दिनेश कार्तिक, रवींद्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन, भुवनेश्वर कुमार, मोहम्मद शमी, वरुण एरोन, स्टुअर्ट बिन्नी, अमित मिश्रा और ईश्वर पांडे।

dipu
25-02-2014, 04:53 PM
1. नंबर दो स्थान बरकरार रखने की चुनौती:

एशिया कप टूर्नामेंट में आईसीसी वन-डे रैंकिंग में अपना नंबर दो का स्थान बरकरार रखना भारत के लिए सबसे बड़ी चुनौती होगी। हाल ही में न्यूजीलैंड से वन-डे सीरीज हारने के साथ अपनी बादशाहत खोने के बाद अब दूसरे पायदान पर बने रहने के लिए एशिया कप में शानदार प्रदर्शन करना ही होगा। उल्लेखनीय है कि आईसीसी वन-डे रैंकिंग के लिए कटऑफ तारीख एक अप्रैल है और इस टूर्नामेंट में हिस्सा ले रही पांच टीमों में से भारत शीर्ष रैंकिंग वाली टीम है। वह इस समय 115 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर है। भारत के अलावा इस टूर्नामेंट में श्रीलंका चौथे क्रम, पाकिस्तान छठे क्रम, बांग्लादेश नौंवां क्रम और अफगानिस्तान की टीमें हिस्सा ले रही हैं। शीर्ष पर रहने वाली टीम को 175 हजार डॉलर की पुरस्कार राशि के साथ शील्ड प्रदान की जाएगी। दूसरे स्थान पर रहने वाली टीम को 75 हजार डॉलर की पुरस्कार राशि मिलेगी।

dipu
25-02-2014, 04:56 PM
भारत अब तक पांच बार एशिया कप जीत चुका है, लेकिन पिछली बार 2012 में पाकिस्तान विजेता रहा था। भारत के नाम पहला एशिया कप जीतने का श्रेय है जो उसने सुनील गावस्कर की कप्तानी में 1984 में जीता था। 2010 के बाद भारत एशिया कप नहीं जीता है। ऐसे में कोहली के लिए यह चुनौती होगी कि वह एशिया कप में फतह हासिल करें और पिछले तीने महीने से वन-डे सीरीज में मिल रही हार के क्रम को तोड़े।

dipu
25-02-2014, 04:57 PM
फातुल्लाह (बांग्लादेश). 12वें एशिया कप टूर्नामेंट का आगाज शानदार अंदाज में हुआ। गत विजेता पाकिस्तान ने अपना दमखम साबित करते हुए श्रीलंका की पारी को महज 296/6 के स्कोर पर रोक दिया। वैसे तो यह स्कोर छोटा नहीं, लेकिन जिस रिकॉर्डतोड़ अंदाज में श्रीलंकाई बल्लेबाजों ने पहले 32 ओवर खेले थे, उससे लगा था कि स्कोर जरूर 350 पार जाएगा, परंतु ऐसा हो नहीं पाया। अगले 4 विकेट कुल 62 रन के योग पर गिर गए। कप्तान एंजलो मैथ्यूज ने दिनेश चंडीमल के साथ मिलकर टीम का स्कोर 296 रन पहुंचाया। दोनों बल्लेबाजों के बीच 7वें विकेट के लिए 45 रन की नॉटआउट पार्टनरशिप हुई।

श्रीलंका ने ओपनर थिसारा परेरा का विकेट महज 8वें ओवर में 28 रन के योग पर गंवा दिया था। मुश्किल वक्त में कुमार संगकारा ने दूसरे ओपनर लाहिरु थिरिमने के साथ मिलकर पारी को न सिर्फ संभाला, बल्कि संवारा भी। दोनों बल्लेबाज क्रीज पर ऐसे जमे कि 12 साल पुराना रिकॉर्ड खाक हो गया।

थिरिमने ने संगकारा के साथ दूसरे विकेट के लिए 161 रन जोड़े। श्रीलंकाई जोड़ी द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ वनडे में दूसरे विकेट के लिए यह अबतक की बेस्ट पार्टनरशिप रही। इससे पहले गुरुसिन्हा और समरसेकरा ने 17 जनवरी 1992 को मुल्तान में हुए वनडे में 157 रन जोड़े थे। संगकारा और थिरिमने ने 12 साल पुराने रिकॉर्ड को तोड़ दोनों टीमों के बीच वनडे मैचों के इतिहास में नया अध्याय जोड़ दिया।

दूसरे विकेट के लिए पाकिस्तान के खिलाफ बेस्ट श्रीलंकाई साझेदारियां ये रहीं-

संगकारा और थिरिमने - 161 रन - 25 फरवरी 2014

गुरुसिन्हा और समरसेकरा - 157 रन - 17 जनवरी 1992

गुरुसिन्हा और सनथ जयसूर्या - 156 रन - 2 अप्रैल 1996

dipu
25-02-2014, 04:58 PM
संगकारा बने 12 हजारी

श्रीलंका के भरोसेमंद बल्लेबाज कुमार संगकारा ने बेहतरीन बैटिंग करते हुए कुल 65 गेंदों में 8 चौकों की मदद से 67 रन बनाए। इस हाफ सेंचुरी के दौरान उन्होंने श्रीलंका के लिए खेलते हुए 12,000 रन भी पूरे किए। यह उपलब्धि हासिल करने वाले वे श्रीलंका के दूसरे बल्लेबाज हैं।

संगकारा ने अपने करियर में कुल 12319 रन बनाए हैं। इसमें से 259 रन उन्होंने एशिया इलेवन (121) और आईसीसी वर्ल्ड इलेवन (138) के लिए बनाए। श्रीलंका के लिए पहली बार उन्होंने 12,000 का आंकड़ा पार किया है।

13वें ओवर में मोहम्मद हफीज की गेंद पर मिड ऑन की तरफ चौका जड़कर उन्होंने इस उपलब्धि को हासिल किया।

इस रिकॉर्ड बुक में दूसरे श्रीलंकाई हैं सनथ जयसूर्या। उन्होंने अपने करियर में श्रीलंका के लिए खेले 441 मैचों में 32.51 के औसत से 13364 रन बनाए। शेष 66 रन उन्होंने एशिया इलेवन की ओर से खेले 4 मैचों में बनाए।

dipu
25-02-2014, 04:58 PM
जयवर्धने का रिकॉर्ड

श्रीलंकाई दिग्गज महेला जयवर्धने का यह 600वां इंटरनेशनल मैच है। यह उपलब्धि हासिल करने वाले वे वर्ल्ड के महज दूसरे क्रिकेटर हैं। उनसे ज्यादा मैच सिर्फ मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर (664) ने खेले हैं।

जयवर्धने ने 25 फरवरी 2014 तक अपने करियर में 143 टेस्ट, 408 वनडे और 49 टी-20 मैच खेले हैं।

इस रिकॉर्ड में उन्हें सिर्फ कोई अन्य इंटरनेशनल खिलाड़ी चुनौती नहीं दे सकता। वे यदि 65 मैच और खेलने में सफल होते हैं तो वे सचिन तेंडुलकर को पीछे छोड़ देंगे।

सबसे ज्यादा इंटरनेशनल मैच खेलने वाले धुरंधर ये रहे-

सचिन तेंडुलकर - 664
महेला जयवर्धने - 600
सनथ जयसूर्या - 586
रिकी पोंटिंग - 560
कुमार संगकारा - 536

dipu
25-02-2014, 05:00 PM
मोहम्मद हफीज का अनचाहा रिकॉर्ड

पाकिस्तानी ऑलराउंडर मोहम्मद हफीज ने 9 ओवर की बॉलिंग में 54 रन खर्च किए और एक भी विकेट नहीं ले सके।

हफीज के वनडे करियर में यह महज 9वां मौका है जब उन्होंने 50 या उससे ज्यादा रन दिए हैं।

इस परफॉर्मेंस के साथ ही उन्होंने पूर्व पाकिस्तानी दिग्गज अब्दुल कादिर की बराबरी कर ली। वर्ल्ड क्लास स्पिनर रहे कादिर ने अपने करियर में 132 विकेट चटकाए। 100 वनडे पारियों में बॉलिंग करने वाले कादिर ने कुल 9 पारियों में 50 या उससे ज्यादा रन लुटाए।

पाकिस्तान के लिए वनडे करियर में 9 या उससे कम पारियों में 50 प्लस रन लुटाने वाले बॉलर ये रहे (मिनिमम 50 करियर विकेट) -

मोहम्मद हफीज - 9
अब्दुल कादिर - 9
अरशद खान - 6
तौसिफ अहमद - 5
सलीम मलिक - 5

Dr.Shree Vijay
25-02-2014, 09:39 PM
Nice Info.........

rajnish manga
25-02-2014, 10:44 PM
एशिया कप की सुन्दर रिपोर्टिंग हेतु धन्यवाद.

dipu
26-02-2014, 08:06 PM
फातुल्लाह. नियमित कप्तान की गैरमौजूदगी में युवा विराट कोहली की शानदार शतकीय पारी की बदौलत भारत ने बांग्लादेश को 6 विकेट से करारी शिकस्त दी। 12वें एशिया कप के दूसरे मुकाबले में भारत को जीत के लिए 280 रन का लक्ष्य मिला था, जिसे उसने शुरुआती झटकों से उबरते हुए आसानी से पा लिया।

लगे शुरुआती झटके...

भारत के 2 विकेट महज 54 रन पर गिर गए थे। शुरुआत में बांग्लादेश के गेंदबाजों ने कसी हुई बालिंग करते हुए पहले तो भारतीय पारी का दूसरा और तीसरा ओवर मेडेन डाला। इसके बाद रज्जाक ने 12 वें ओवर की दूसरी गेंद पर धवन (28) को एलबीडब्ल्यू आउट कर पहला, फिर अगले ही ओवर में जियाउर ने रोहित (21) को बोल्ड कर भारत को दूसरा झटका दिया था।

कोहली- रहाणे की विजय साझेदारी...

ऐसे में कप्तान कोहली ने पहले तो रहाणे के साथ मिलकर पारी को संभाला फिर शतकीय पारी की बदौलत भारत का स्कोर 250 रन के पार पहुंचाया। इन दोनों के बीच 213 रन की साझेदारी हुई। भारत जीत के बेहद करीब पहुंच चुका था, इसी बीच विराट (136) रन बनाकर रुबेल हुसैन की गेंद पर बोल्ड हो गए। अजिंक्या रहाणे ने (73) रन की पारी खेली। विराट का बांग्लादेश के खिलाफ ये तीसरा शतक है।

बांग्लादेश ने बनाए 7 विकेट पर 280 रन

इससे पहले कप्तान विराट कोहली ने टॉस जीतकर बांग्लादेश को पहले बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया था। कप्तान मुश्फिकर रहीम (117) और ओपनर एनामुल हक (77) की बेहतरीन पारियों के दम पर बांग्लादेश ने इंडिया के सामने 280 रन की चुनौती रखी। ओपनर शमसूर रहमान (7) और मोमिनुल हक (23) के सस्ते में आउट होने के बाद कप्तान रहीम ने विकेटकीपर ओपनर एनामुल के साथ मोर्चा संभाला। दोनों बल्लेबाजों ने तीसरे विकेट के लिए रिकॉर्ड 133 रन जोड़े।

रहीम ने 113 गेंदों में 7 चौके व 2 छक्के लगाते हुए 117 रन बनाए। वे मोहम्मद शमी की गेंद पर आखिरी ओवर में आउट हुए। एनामुल हक ने 106 गेंदों का सामना करते हुए 5 चौकों व 3 छक्कों से सजी 77 रन की पारी खेली।

जिया उर रहमान ने भी 12 गेंदों में 2 चौकों व 1 छक्के की मदद से 18 रन बनाए।

इंडिया के लिए मोहम्मद शमी ने 50 रन देकर 4 विकेट चटकाए। मुनाफ पटेल के बाद वे पहले भारतीय बॉलर हैं जिसने बांग्लादेश के खिलाफ वनडे में 4 विकेट लिए हैं। मुनाफ ने 19 फरवरी 2011 को हुए वर्ल्ड कप ग्रुप मुकाबले में 48 रन देकर 4 विकेट लिए थे। बांग्लादेश के खिलाफ बेस्ट बॉलिंग का इंडियन रिकॉर्ड अब भी जवागल श्रीनाथ के नाम है, जिन्होंने 10 जनवरी 1998 को ढाका में हुए मैच में 23 रन देते हुए 5 विकेट लिए थे।

शमी के अलावा भुवनेश्वर कुमार, वरुण आरोन और आर अश्विन ने 1-1 विकेट लिया।
stat attack: इंडिया के खिलाफ वनडे सेंचुरी लगाने वाले रहीम महज दूसरे बांग्लादेशी हैं। उनसे पहले आलोक कपाली ने 2008 में कराची में हुए वनडे में 108 रन की पारी खेली थी। बांग्लादेश के लिए वनडे में बतौर कप्तान सेंचुरी लगाने वाले वे तीसरे खिलाड़ी हैं। उनसे पहले सिर्फ शाकिब अल हसन (3) और मोहम्मद अशरफुल (1) ने यह कारनामा किया है। मुश्फिकर से पहले शाकिब ने 11 अगस्त 2009 को जिम्बाब्वे के विरुद्ध बुलावायो में सेंचुरी लगाई थी।

dipu
26-02-2014, 08:07 PM
रिकॉर्ड के बाद एनामुल आउट

एनामुल हक 77 रन की पारी खेलकर वरुण आरोन की गेंद पर क्लीन बोल्ड हुए।

7 ओवर की बॉलिंग में 56 रन लुटाने वाले वरुण आरोन ने पिटाई का हिसाब चुकता करते हुए एनामुल हक को क्लीन बोल्ड किया। 37वें ओवर की आखिरी गेंद को आरोन ने फुल लेंथ पर डाला था। एनामुल कट शॉट खेलने के प्रयास में चूक गए। गेंद उनके बल्ले का अंदरूनी किनारा लेते हुए स्टंप्स में घुस गई।

एनामुल ने आउट होने से पहले कप्तान मुश्फिकर रहीम के साथ तीसरे विकेट के लिए 133 रन जोड़े। उन्होंने अपनी 77 रन की पारी में 5 चौके व 3 छक्के जड़े।
रोचक फैक्ट - कप्तान मुश्फिकर और एनामुल हक ने तीसरे विकेट के लिए 133 रन जोड़े। इंडिया के खिलाफ वनडे में यह अबतक की बेस्ट बांग्लादेशी साझेदारी है। दोनों ने तमीम इकबाल और जहरुल इस्लाम के बीच हुई 113 रन की साझेदारी के रिकॉर्ड को तोड़ दिया। इकबाल और इस्लाम ने 16 मार्च 2012 को हुए वनडे में यह कीर्तिमान बनाया था।

इंडिया के खिलाफ वनडे में टॉप 5 बांग्लादेशी पार्टनरशिप ये रहीं-


133 रन - एनामुल हक और मुश्फिकर रहीम - 26 फरवरी 2014

113 रन - तमीम इकबाल और जहरुल इस्लाम - 16 मार्च 2012

112 रन - आलोक कपाली और महमूदुल्लाह - 28 जून 2008

109 रन - एमिनुल इस्लाम और खालिद महमूद - 10 जून 1998

108 रन - फारुख अहमद और अथर अली खान - 25 दिसंबर 1990

dipu
26-02-2014, 08:07 PM
फातुल्लाह. श्रीलंका ने 12वें एशिया कप का आगाज जीत के साथ किया। पाकिस्तान के खिलाफ हुए रोमांचक मुकाबले में श्रीलंका ने 12 रन की सनसनीखेज जीत दर्ज की। इस जीत के हीरो दो खिलाड़ी रहे। पहले शतक लगाने वाले लाहिरु थिरिमने और दूसरे तेज गेंदबाज लासिथ मलिंगा।

मलिंगा ने अपनी घातक गेंदबाजी से पाकिस्तानी लोअर ऑर्डर को सस्ते में समेट दिया। उन्होंने 52 रन देते हुए 5 विकेट चटकाए।

48.5वें ओवर में बिलावल भट्टी को क्लीन बोल्ड कर ना सिर्फ मलिंगा ने अपनी टीम को 12 रन की जीत दिलाई, बल्कि साथ ही करियर के 250 विकेट भी पूरे किए। यह उनके करियर का महज 163वां वनडे था। इतने कम मैच खेलकर 250 विकेट लेने वाले वे श्रीलंका के पहले और वर्ल्ड के 9वें गेंदबाज हैं।

मलिंगा ने 163वें मैच में 250 वनडे विकेट पूरे कर सबसे तेज श्रीलंकाई होने का रिकॉर्ड बनाया। उन्होंने पूर्व दिग्गज मुथैया मुरलीधरन द्वारा 2001 में बनाए रिकॉर्ड को तोड़ नया कीर्तिमान स्थापित किया। मुरलीधरन ने करियर के 174वें वनडे में 250वां विकेट चटकाया था। उन्होंने भारत के खिलाफ 5 अगस्त 2001 को कोलंबो में हुए मैच में 250 विकेट का आंकड़ा छुआ था।

वनडे में सबसे कम पारियों में 250 विकेट लेने वाले टॉप 10 गेंदबाज ये रहे-

सकलैन मुश्ताक (पाकिस्तान) - 138 मैच

ब्रेट ली (ऑस्ट्रेलिया) - 139 मैच

वकार यूनिस (पाकिस्तान) - 148 मैच

एलन डॉनाल्ड (साउथ अफ्रीका) - 148

शेन वार्न (ऑस्ट्रेलिया) - 161

ग्लेन मैक्ग्राथ (ऑस्ट्रेलिया) - 161

मखाया नतिनी (साउथ अफ्रीका) - 162

अजित आगरकर (इंडिया) - 163

लासिथ मलिंगा (श्रीलंका) - 163

वसीम अकरम (पाकिस्तान) - 173

मैच में पाकिस्तान जीत की राह पर था, लेकिन मलिंगा का दूसरा स्पैल टर्निंग प्वाइंट साबित हुआ।

dipu
27-02-2014, 03:49 PM
http://www.espncricinfo.com/db/PICTURES/CMS/174500/174577.jpg


Kohli ton leads India's battling effort

dipu
01-03-2014, 12:07 PM
खेल डेस्क. जिसका डर था वही हुआ। कप्तान विराट कोहली के टॉस हारते ही टीम इंडिया मैच भी हार गई। एशिया कप के चौथे मुकाबले में रविंद्र जडेजा जब तक बॉलिंग कर रहे थे, तब तक श्रीलंका को 265 रन बनाने से रोकना आसान लग रहा था, लेकिन उनका कोटा खत्म होते ही मैच हाथों से फिसल गया।

खतरनाक फॉर्म में चल रहे कुमार संगकारा ने करियर का 18वां वनडे शतक लगाते हुए अपनी टीम को 2 विकेट की रोमांचक जीत दिला दी।

टीम इंडिया ने शिखर धवन की 94 रन की पारी के दम पर जैसे-तैसे 264 रन बनाए थे। जवाब में कुमार संगकारा ने भारतीय गेंदबाजों की हवा टाइट करते हुए अपनी टीम को आसान जीत दिला दी। चार गेंदें शेष रहते ही श्रीलंका ने 265 का आंकड़ा छू लिया।

टीम इंडिया की इस हार के विलेन वैसे तो कई सारे हैं, लेकिन जिसका नाम सबसे पहले आता है वह हैं दिनेश कार्तिक। यदि उन्होंन संगकारा की स्टंपिंग कर दी होती तो निश्चित ही जीत का जश्न भारतीय फैन्स मना रहे होते, लेकिन उनके जरूरत से ज्यादा जोश ने सबकुछ बिगाड़ दिया।

संगकारा ने तब तक महज 30 रन बनाए थे, लेकिन कार्तिक की गलती के कारण वे सेंचुरी तक पहुंच गए।

dipu
01-03-2014, 12:09 PM
रोहित शर्मा

टीम इंडिया के स्टार ओपनर का दर्जा पाने वाले रोहित शर्मा अपनी इमेज से बिल्कुल अलग दिखे। वे 28 गेंदों का सामना करने के बाद महज 13 रन ही बना सके। ऐसा लग रहा था जैसे उनके दिमाग से अबतक न्यूजीलैंड और साउथ अफ्रीका टूर की यादें गई नहीं हैं। वे उसी तरह संभल-संभलकर खेल रहे थे। ऐसा नहीं कि पिच में कोई खराबी थी या श्रीलंका के गेंदबाज 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उन पर बाउंसर बरसा रहे थे। बांग्लादेश के खिलाफ भी वे कुल 21 रन बनाकर आउट हुए थे।

भारतीय गेंदबाजों की स्थिति से वे पूरी तरह वाकिफ थे। दूसरी पारी में होने वाली ओस की परेशानी भी टीम मैनेजमेंट ने उन्हें समझाई होगी, लेकिन इसके बावजूद वे गैरजिम्मेदाराना ढंग से आउट हुए। टीम को हर हाल में 300 प्लस रनों के स्कोर तक पहुंचना था। ऐसे में दोनों ओपनर्स को टिककर खेलने की जरूरत थी, लेकिन रोहित शिखर धवन का साथ नहीं दे पाए।

dipu
01-03-2014, 12:14 PM
दिनेश कार्तिक

अकसर यह कहा जाता है कि महेंद्र सिंह धोनी के आने के बाद से अन्य विकेटकीपरों के लिए टीम का रास्ता कठिन हो गया है। ऐसे में जब मौका मिले तब भी यदि कोई फेल हो जाए तो? दिनेश कार्तिक ऐसा ही एक उदाहरण बन गए हैं।

उन्हें कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के चोटिल होने के कारण टीम में शामिल किया गया है। ना तो वे विकेटकीपिंग में कमाल कर रहे हैं, ना उनका बल्ला बोल रहा है।

कुमार संगकारा की स्टंपिंग छोड़ने से पहले वे बैटिंग में भी फेल हुए। आईपीएल में चौकों-छक्कों की बरसात करने में माहिर कार्तिक कुल एक चौका लगाकर अजंथा मेंडिस का शिकार बने। हाल ही में उन्हें दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम ने 12.5 करोड़ रुपए की ऊंची कीमत पर खरीदा है, लेकिन उनका प्रदर्शन किसी 10 लाख की कीमत वाले खिलाड़ी जैसा रहा, जिसे खरीदने में किसी की रुचि ना हो।

कार्तिक ने बल्ले और फील्डिंग दोनों मोर्चों पर अपनी टीम को निराश किया। स्टंपिंग के दौरान वे इतने जोश में थे कि गेंद को स्टंप्स से टकराना ही भूल गए, लेकिन कैमरे ने उनकी गलती को पकड़कर बल्लेबाज संगकारा के साथ इंसाफ किया।

dipu
01-03-2014, 12:15 PM
मोहम्मद शमी

पिछले मैच के हीरो रहे मोहम्मद शमी दूसरे मैच में विलेन बन गए। ऐसा नहीं कि उनकी लाइन और लेंथ खराब थी, बस वे रन नहीं रोक पाए। शमी ने तीन बल्लेबाजों को आउट भी किया, लेकिन इस दौरान उन्होंने 81 रन भी लुटाए। मैच में चार या उससे ज्यादा ओवर करने वाले गेंदबाजों में वे सबसे महंगे रहे। जब टीम को 264 रन के स्कोर डिफेंड करना हो तो प्रमुख गेंदबाज इतने रन नहीं लुटा सकता। शमी वही गलती कर बैठे।

dipu
01-03-2014, 12:15 PM
पहले बैटिंग मतलब इंडिया की हार

पिछले तीन सालों से टीम इंडिया एक अलग ट्रेंड को फॉलो कर रही है। कप्तान धोनी हों या विराट कोहली, सभी ने यह मान लिया है कि गेंदबाज उन्हें मैच नहीं जिता सकते। 1 मार्च 2011 से 1 मार्च 2014 के बीच के यदि आंकड़ें देखें तो दूसरी पारी में गेंदबाजी करने के मामले में टीम इंडिया काफी कमजोर हो चुकी है।

इस पीरियड में टीम इंडिया ने दूसरी पारी में कुल 33 मैचों में गेंदबाजी की, जिनमें से 17 में टीम को जीत मिली और 14 मैचों में पराजय। 1 मैच टाई रहा और 1 का नतीजा नहीं निकल सका।

वहीं, इंडिया ने मार्च 2011 से मार्च 2014 के बीच 52 मैचों में पहली पारी में गेंदबाजी की है, जिसमें से उसे 33 में जीत और 15 में हार मिली है।

जब भारतीय टीम पहले गेंदबाजी करती है तो उसके मैच जीतने के चांस 64 फीसदी होते हैं, वहीं जब टीम पहले बैटिंग करती है तो उसके जीतने की उम्मीद कुल 50 फीसदी रह जाती है।