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View Full Version : ~ चार्टर्ड एकाउंटेंट या एमबीए ~


YUVRAJ
13-11-2010, 03:08 PM
प्यारे दोस्तों …:cheers:
कॉमर्स इंडस्ट्री में उच्च शिक्षा के दो पाठ्यक्रमों को लेकर छात्रों के बीच हमेशा कसमकश रहती है। ये दो कोर्सेस हैं- एमबीए और सीए।

सीए एक जीरो खर्च वाला पाठ्यक्रम है जबकि एमबीए कोर्स की फीस आज आसमान छूती नजर आ रही है। ऐसे भी कॉलेज और यूनिवर्सिटी हैं जहाँ एमबीए की फीस ८ लाख से २० लाख रुपए तक है। इसकी तुलना में सीए की पढ़ाई पर कुछ खास खर्चा नहीं है।'

प्रशिक्षु सीए को लगभग ४००० रुपए प्रति माह वजीफा (ट्रेनी स्टायपेंड) मिलता है जो तीन वर्ष में लगभग १.४ लाख रुपए होता। इतनी ही फीस सीए की बैठती है।

एक सीए का वेतन भी एमबीए की तुलना में कहीं अधिक होता है। कैंपस प्लेसमेंट में ७ लाख रुपए सालाना का वेतन बहुत आराम से मिलता है।

यदि सामाजिक प्रतिष्ठा देखी जाए तो नाम मे सीए लिखा जा सकता है, एमबीए नहीं।

कोई कंपनी एमबीए के बिना तो चलाई जा सकती है परंतु सीए के बिना नहीं।

कॉमर्स से जुड़े विशेषज्ञों का मानना है कि चार्टर्ड एकाउंटेंसी (सीए) की पढ़ाई को लेकर छात्रों के मन में कहीं न कहीं एक भय बना रहता है कि ये पाठ्यक्रम बहुत मुश्किल है। यह डर उन लोगों द्वारा बनाया हुआ होता है जो काफी समय पहले यह कोर्स कर चुके होते हैं या फिर उन लोगों द्वारा जिन्होंने सीए बनने की कोशिश तो की परंतु बन नहीं पाए।

कुछ वर्ष पूर्व हमारे समाज के एक बड़े वर्ग में माता-पिता अपने बच्चे की उच्च शिक्षा में ४ वर्ष नहीं लगाना चाहते थे। आम धारणा यह बनी रही के छात्र स्नातक हो गया, बस अब कमाने लग जाए। ऐसे में उच्च शिक्षा के नाम पर एमबीए नई दिशा निकलकर आई जिसने छात्रों को बेहद प्रभावित किया।

तुलनात्मक रूप से देखा जाए तो आधी से भी कम अवधि की पढ़ाई! बस फिर क्या, गली-गली बी इंस्टिट्यूट तथा यूनिवर्सिटी खुलने लगीं। आज हर ४ में से ३ छात्र आपको एमबीए करते नजर आ जाएँगे। जबकि सीए की बात की जाए तो भारत में चार्टर्ड एकाउंटेट का मात्र एक संस्थान है जो कि जरूरत पड़ने पर ट्रेनिंग आयोजित करता है और परिणाम घोषित करता है।

भारतीय सनदी लेखाकार संस्थान ही एक ऐसा संस्थान है जहाँ आपको शून्य प्रतिशत बेरोजगारी देखने को मिलेगी।

Hamsafar+
13-11-2010, 03:29 PM
आपके द्वारा निर्मित सूत्र बहुत ही उत्तम और सोचनीय भी है.. इस हेतु "धन्यवाद "

abhisays
13-11-2010, 03:35 PM
बहुत ही अच्छा सूत्र शुरू किया है आपने.. मेरे पास एक सवाल है..

इंजीनियरिंग डिग्री के बाद MBA कैसा option होता है.. इसके क्या क्या फायदे और नुक्सान है

YUVRAJ
13-11-2010, 03:42 PM
महँगा और हमे तो पसन्द नहीं। यदि स्वयं का व्यवसाय हो या नौकरी के लिए पौवा लगवा सकते है तो ठीक है नहीं तो सीए ही मस्त है अभिषेक भाई जी।
आहा हा हा हा … :lol:
घाटे की बात करता ही नहीं हूँ अतः फायदे की बात करें तो....:)
भारत में चार्टर्ड एकाउंटेंट की माँग तेजी से बढ़ रही है। यह कोर्स करने के बाद हम किसी भी प्रख्यात कंपनी में बतौर फाइनेंस मैनेजर, फाइनेंशियल कंट्रोलर, फाइनेंसियल एडवाइजर या फाइनेंस डायरेक्टर की हैसियत से काम कर सकते हैं। एकाउंटेंसी, ऑडिटिंग, कॉस्ट एकाउंटेंसी, टैक्ससेशन, इन्वेस्टीगेशन तथा कंसलटेंसी में भी आगे अवसर हैं।
आजकल भारत में किसी अन्य पाठ्यक्रम के योग्य पेशवरों की अपेक्षा सीए का महत्व बहुत ऊँचा हो गया है। वित्त और लेखा आउटसोर्सिंग की यदि बात की जाए तो बढ़ते बाजार में चार्टर्ड एकाउंट के वारे-न्यारे होने हैं। विकासशील अर्थव्यवस्था को देखते हुये पाठ्यक्रम की काफी आवश्यकता है।
धन्यवाद

aksh
13-11-2010, 03:45 PM
आपने बहुत ही अच्छा सूत्र बनाया है. जैसे कि अपने स्वयं ही कहा है कि जगह जगह बिजनेस स्कूल खुल जाने के कारण इनकी गुणवत्ता पर नियंत्रण नहीं रखा जा सका और ये केवल पैसा कमाने और बेरोजगार लोगों की मजबूरी का फायदा उठाने के साधन मात्र बन गए. जबकि भारतीय सनदी लेखाकार संस्थान एक मात्र ऐसी संस्था है जिसको सी. ए. की डिग्री देने का अधिकार है. और कोई भी संस्थान ऐसा भारत में नहीं है जो ऐसा कर सके. इसके ऊपर एक सेन्ट्रल कौंसिल के द्वारा नियंत्रण रखा जाता है जो कि इस संस्थान के सदस्यों द्वारा चुने हुए सदस्य ही होते हैं. अब उतना सस्ता तो नहीं रहा जितना कि पहले होता था. पर फिर भी आज भी काफी सस्ते कैरियर विकल्प के रूप में इसे देखा जाता है. धन्यबाद.

khalid
13-11-2010, 03:49 PM
बहुत बढिया सुत्र का निर्माण किया है आपने युवी भाई

Video Master
13-11-2010, 04:05 PM
आपने बहुत ही अच्छा सूत्र बनाया है. जैसे कि अपने स्वयं ही कहा है कि जगह जगह बिजनेस स्कूल खुल जाने के कारण इनकी गुणवत्ता पर नियंत्रण नहीं रखा जा सका और ये केवल पैसा कमाने और बेरोजगार लोगों की मजबूरी का फायदा उठाने के साधन मात्र बन गए. जबकि भारतीय सनदी लेखाकार संस्थान एक मात्र ऐसी संस्था है जिसको सी. ए. की डिग्री देने का अधिकार है. और कोई भी संस्थान ऐसा भारत में नहीं है जो ऐसा कर सके. इसके ऊपर एक सेन्ट्रल कौंसिल के द्वारा नियंत्रण रखा जाता है जो कि इस संस्थान के सदस्यों द्वारा चुने हुए सदस्य ही होते हैं. अब उतना सस्ता तो नहीं रहा जितना कि पहले होता था. पर फिर भी आज भी काफी सस्ते कैरियर विकल्प के रूप में इसे देखा जाता है. धन्यबाद.
आज करने में इसे भी १.५ से २ लाख रूपये की आवश्यकता होती है
अब इसकी लागत अगले कुछ साल तो नहीं बढ़ने वाली ऐसा आई.सी.ए.आई के चेयर man

ये स्टायपेंड बहुत कम जगह मिलता है , सिर्फ बड़ी फर्म ही अधिक स्टायपेंड देती है
आई.सी.ए.आई द्वारा स्टार्ट में सिर्फ १००० स्टायपेंड निर्धारित है
जो सी.ए स्टायपेंड देते है वो चेक तो दिखने के लिए देते है वापिस केश के रूप में वापिस ले लेते है
में खुद अनुभवी हू
अगर कोई चाहे तो सी.ए. केसे किया जा सकता है उसे अच्छे से समझा सकता हू ..
युवराज भाई युवाओ के लिए अच्छा सूत्र बनाया पर आपकी जानकारी में कुछ कमिय थी जो मेने सुधरने की कोशिश की है

YUVRAJ
13-11-2010, 04:15 PM
आपने अच्छा किया जो अन्दरूनी बातों को सामने रखा। आप धन्यवाद के पात्र हैं।
अनुभव को बाटने के लिये ही सूत्रों का निर्माण होता है अतः स्वयं के अनुभवों को फोरम परिवार में खुल कर रखें ताकि कोई प्रश्न ही बाकी न रहे और सभी सदस्य अच्छे से समझ सकें।
धन्यवाद।
आज करने में इसे भी १.५ से २ लाख रूपये की आवश्यकता होती है
अब इसकी लागत अगले कुछ साल तो नहीं बढ़ने वाली ऐसा आई.सी.ए.आई के चेयर man

ये स्टायपेंड बहुत कम जगह मिलता है , सिर्फ बड़ी फर्म ही अधिक स्टायपेंड देती है
आई.सी.ए.आई द्वारा स्टार्ट में सिर्फ १००० स्टायपेंड निर्धारित है
जो सी.ए स्टायपेंड देते है वो चेक तो दिखने के लिए देते है वापिस केश के रूप में वापिस ले लेते है
में खुद अनुभवी हू
अगर कोई चाहे तो सी.ए. केसे किया जा सकता है उसे अच्छे से समझा सकता हू ..
युवराज भाई युवाओ के लिए अच्छा सूत्र बनाया पर आपकी जानकारी में कुछ कमिय थी जो मेने सुधरने की कोशिश की है

Video Master
13-11-2010, 04:19 PM
आपने अच्छा किया जो अन्दरूनी बातों को सामने रखा। आप धन्यवाद के पात्र हैं।
अनुभव को बाटने के लिये ही सूत्रों का निर्माण होता है अतः स्वयं के अनुभवों को फोरम परिवार में खुल कर रखें ताकि कोई प्रश्न ही बाकी न रहे और सभी सदस्य अच्छे से समझ सकें।
धन्यवाद।
मित्र में अभी तो इस अवस्था में नही हू ...पर जेसे ही स्वास्थ्य अच्छा होगा में जल्दी सी.ए केसे करना है और क्या बाते ध्यान रखनी है
इस कार्य में मुझे सी.ए अनिल भैया (Aksh) की मदद की जरुरत पड़ेगी
में थोड़ी बहुत जानकारी तो आज ही देने का प्रयास करुगा

Video Master
13-11-2010, 04:50 PM
हम जब सी.ए. करने के बारे में सोचेगे तो कुछ प्रश्न दिमाग में आयेगे

हम सी.ए. करने की शुरुआत केसे करे ??

इसके के लिए आपको सर्वप्रथम सी.ए. इंस्टिट्यूट में रजिस्ट्रेशन करना होगा, जो सभी राज्य (state) के कुछ शहरो में स्थित है (किसी को लिस्ट चाहिए हो तो बता देना)

सी.ए के कोर्से में रजिस्ट्रेशन करने के लिए कम से कम १०+ पास होना जरुरी है
आप को पहले सी.पी.टी. में रजिस्ट्रेशन करना पड़ता है , ये रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन भी किया जा सकता है इसके लिए इस साईट पर जाए www.icai.org

रजिस्ट्रेशन करने के बाद जब तक आप १०+२ पास नही कर लेते तब तक सी.पी.टी. का प्रथम एक्साम देने के योग्य नहीं होते
जब आप १०+२ पास कर लेते है या उसका एक्साम दे चुके होते है तो आप एक्साम फॉर्म भर सकते है जिसकी फीस ४०० या ६०० है अगर आपने १०+२ एक्साम पास करने से पूर्व सी.पी.टी. एक्साम फॉर्म भर दिया है तो आपको फॉर्म भरने के ३ माह के भीतर अपनी सत्यापित (attested) १०+२ की मार्कशीट कॉपी भेजनी अनिवार्य है

सी.पी.टी. का एक्साम हर साल दो बार आयोजित किया जाता है
जून और दिसम्बर

इसमें कोर्से १२ लेवल का ही होता है

basic accounts
law
QT
Economics

जारी ..........
( नोट : इस जानकारी के लिए फोरम या कोई भी सदस्य जिमेदारी नहीं लेता है सी.ए इंस्टिट्यूट समय समय पर परिवर्तन करता रहता है जिसकी जानकारी यहाँ से प्राप्त करे www.icai.org )

rajesh
13-11-2010, 05:37 PM
क्या आप उन लोगो के examples दे सकते है..जिन्होंने का किया हो और वो काफी बड़े पद पर हो..

Video Master
13-11-2010, 10:11 PM
क्या आप उन लोगो के examples दे सकते है..जिन्होंने का किया हो और वो काफी बड़े पद पर हो..
मित्र सी.ए. करने के बाद हमारे पास दो आप्शन होते है
१. स्वयम का ऑफिस या किसी अन्य के साथ पार्टनरशिप में प्रेक्टिस करे , जिसमे पद कुछ नहीं होता
२. आप किसी भी कंपनी जॉब कर सकते है , इसमें पदोन्नति किस प्रकार होती है इसकी जानकारी मुझे नहीं है
अनिल भैया इस और आप थोडा प्रकाश डालेगे

jai_bhardwaj
13-11-2010, 10:26 PM
अच्छे विषय पर बने सूत्र पर अभी भी कुछ मूलभूत जानकारियाँ शेष हैं / सम्बंधित जानकार सदस्य कृपया जानकारी प्रेषित करें / सूत्रधार का हार्दिक अभिनन्दन /

YUVRAJ
13-11-2010, 10:42 PM
इस बात से किसी भी तरह से सहमत नहीं हूँ क्यू की हमारे ही सीए की पगार कम से कम तीन फोरम का खर्च सभाल सकती है हाँ एमबीए की बात करें तो कुछ तो मेरे साथ ही काम करते हैं स्टाफ़ की तरह और आँखें मिला कर बात करने की इजाज़त भी नहीं है उन्हें, जब की सीए का महत्व काफ़ी है। यदि आप मे प्रतिभा है तो कोई आपको रोक नहीं सकता। यदि आपने जुगाड़ से नौकरी पायी है तो हमारे पास आपके लिए शब्द ही नहीं हैं।
धन्यवाद।
मित्र सी.ए. करने के बाद हमारे पास दो आप्शन होते है
१. स्वयम का ऑफिस या किसी अन्य के साथ पार्टनरशिप में प्रेक्टिस करे , जिसमे पद कुछ नहीं होता
२. आप किसी भी कंपनी जॉब कर सकते है , इसमें पदोन्नति किस प्रकार होती है इसकी जानकारी मुझे नहीं है
अनिल भैया इस और आप थोडा प्रकाश डालेगे

YUVRAJ
13-11-2010, 10:51 PM
आप सभी प्यारे दोस्तों का हार्दिक आभार।
आपके द्वारा निर्मित सूत्र बहुत ही उत्तम और सोचनीय भी है.. इस हेतु "धन्यवाद "

आपने बहुत ही अच्छा सूत्र बनाया है. जैसे कि अपने स्वयं ही कहा है कि जगह जगह बिजनेस स्कूल खुल जाने के कारण इनकी गुणवत्ता पर नियंत्रण नहीं रखा जा सका और ये केवल पैसा कमाने और बेरोजगार लोगों की मजबूरी का फायदा उठाने के साधन मात्र बन गए. जबकि भारतीय सनदी लेखाकार संस्थान एक मात्र ऐसी संस्था है जिसको सी. ए. की डिग्री देने का अधिकार है. और कोई भी संस्थान ऐसा भारत में नहीं है जो ऐसा कर सके. इसके ऊपर एक सेन्ट्रल कौंसिल के द्वारा नियंत्रण रखा जाता है जो कि इस संस्थान के सदस्यों द्वारा चुने हुए सदस्य ही होते हैं. अब उतना सस्ता तो नहीं रहा जितना कि पहले होता था. पर फिर भी आज भी काफी सस्ते कैरियर विकल्प के रूप में इसे देखा जाता है. धन्यबाद.

बहुत बढिया सुत्र का निर्माण किया है आपने युवी भाई
यह तभी सम्भव है जब उन्हें यह कबूल हो की उनकी पहचान आपको इस संजाल पर दी जाये।
क्या आप उन लोगो के examples दे सकते है..जिन्होंने का किया हो और वो काफी बड़े पद पर हो..

महाप्रभु … हार्दिक आभार। जो भी जानकारियाँ चाहिए आप प्रश्न रख सकते हैं।
इक प्रश्न है मन में… क्या सूत्रधार से आप अपरिचित है ?
अच्छे विषय पर बने सूत्र पर अभी भी कुछ मूलभूत जानकारियाँ शेष हैं / सम्बंधित जानकार सदस्य कृपया जानकारी प्रेषित करें / सूत्रधार का हार्दिक अभिनन्दन /

यादवजी
14-11-2010, 03:05 PM
अच्छी जानकारी है मित्र जारी रखिये
धन्यवाद

aksh
14-11-2010, 08:09 PM
अच्छी जानकारी है मित्र जारी रखिये
धन्यवाद
यादव जी फोरम पर आपका स्वागत है. अगर आपको भी इस विषय पर कोई जानकारी है, तो कृपया कर के इस सूत्र में रखें

YUVRAJ
14-11-2010, 09:22 PM
आभार व्यक्त करता हूँ यादव जी।
अच्छी जानकारी है मित्र जारी रखिये
धन्यवाद
अनिल जी …
अधिक से अधिक जानकारी आपसे मिलेगी की उम्मीद है।
यादव जी फोरम पर आपका स्वागत है. अगर आपको भी इस विषय पर कोई जानकारी है, तो कृपया कर के इस सूत्र में रखें

यादवजी
16-11-2010, 09:08 PM
यादव जी फोरम पर आपका स्वागत है. अगर आपको भी इस विषय पर कोई जानकारी है, तो कृपया कर के इस सूत्र में रखें

धन्यावाद मित्र
हमे इस बारे मे कोई जानकारी नही है लेकिन पुरी जानकारी चाहते है
धन्यावाद

aksh
17-11-2010, 06:22 PM
मित्र सी.ए. करने के बाद हमारे पास दो आप्शन होते है
१. स्वयम का ऑफिस या किसी अन्य के साथ पार्टनरशिप में प्रेक्टिस करे , जिसमे पद कुछ नहीं होता
२. आप किसी भी कंपनी जॉब कर सकते है , इसमें पदोन्नति किस प्रकार होती है इसकी जानकारी मुझे नहीं है
अनिल भैया इस और आप थोडा प्रकाश डालेगे

अनुज रोहित ! अवश्य ही आपकी इस बात को माना जाएगा.

१. पदोन्नति के नियम तो उसी तरह होते हैं जैसे किसी अन्य नौकरी में होते हैं. क्योंकि सी.ए. कोई पद नहीं हैं यह एक
क्वालिफिकेशन है. अगर आप नौकरी कर रहे हैं तो आपकी पदोन्नति आपकी अपनी योग्यता और प्रदर्शन पर ही निर्भर
करती है और थोड़ी बहुत राजनीति भी आनी चाहिए क्योंकि आजकल नौकरी बिना राजनीति के बचा कर रखना तो कुछ
संभव है पर पदोन्नति के अवसर बहुत ही कम हैं.
२. अगर आप अपना स्वयं की प्रैक्टिस का ऑप्शन चुनते हैं तो आपको सी.ए. की डिग्री के बाद icai की सदस्यता एवं
सरटीफिकैट ऑफ़ प्रैक्टिस लेना होता है. मेम्बरशिप लेने के बाद भी जो लोग सरटीफिकैट ऑफ़ प्रैक्टिस नहीं लेते उनको
प्रैक्टिस करने का अधिकार नहीं मिलता.
३. दूसरे शब्दों में इसका मतलब ये हुआ कि जो सी.ए. केवल icai की मेम्बरशिप लेते हैं और सरटीफिकैट ऑफ़ प्रैक्टिस
नहीं लेते वो सिर्फ नौकरी ही कर सकते हैं या फिर ऐसा कोई भी कार्य कर सकते हैं जिसके लिए सी.ए. होना ही
आवश्यक ना हो.
४. वैसे कई जगह नौकरी के लिए icai की मेम्बरशिप भी जरूरी नहीं होती और आपका सी.ए. का फाइनल एग्जाम पास
किया होना ही पर्याप्त हो सकता है पर ऐसा बहुत ही कम होता है. नौकरी के लिए न्योक्ता मेम्बरशिप की शर्त इसलिए
रखता है कि icai के सदस्यों पर कोड ऑफ़ कंडक्ट लागू होता है.
५. बहुत से ऐसे क़ानून हैं जिनके वजह से सी.ए. की प्रैक्टिस वजूद में आयी है. कंपनी एक्ट के अनुसार किसी भी कंपनी
के लिए ये अनिवार्य होता है कि उनके खातों की जांच के लिए एक अंकेक्षक के नियुक्ति की जाए, जो सिर्फ icai का
वही सदस्य हो सकता है जिस पर एक वैध सरटीफिकैट ऑफ़ प्रैक्टिस भी हो. इनकम टैक्स एक्ट में भी एक निर्धारित
सीमा से अधिक टर्नओवर वाले व्यवसाय ( चाहे कम्पनी हो या न हो ) का भी अंकेक्षण होना जरूरी होता है अतः ये
भी एक सी.ए. के लिए प्रैक्टिस का क्षेत्र है. इसके अलावा भी बहुत से विभाग जैसे कि लोन देते समय बैंक, पेमेंट
को रिलीज करने से पहले कोई भी सरकारी विभाग, और आपका असेसमेंट करने से पहले सेल्स टैक्स ( वैट) विभाग
भी आपके द्वारा एक सी.ए. द्वारा अंकेक्षित वित्तीय प्रपत्रों को प्रस्तुत करने की शर्त लगा देते हैं, स्टॉक मार्केट एवं इसकी
नियामक संस्थाएं भी सी.ए. के द्वारा प्रमाणित प्रपत्रों को ही मांगती हैं जो कि एक अन्य प्रैक्टिस का क्षेत्र है.
६. इसके अलावा एक सी. ए. के लिए प्रैक्टिस के और भी ऐसे क्षेत्र खुले हैं जो एक सी.ए. के द्वारा किये जाने अनिवार्य
नहीं हैं पर उनकी एक विशेष योग्यता की वजह से ज्यादातर लोग सी. ए. के द्वारा ही ये काम करवाना पसंद करते हैं.
ऐसे कुछ फील्ड हैं इनकम टैक्स की रिटर्न, सेल्स टैक्स की रिटर्न भरना, वित्तीय संस्थानों और बैंकों से लोन वगैरह का
इन्तेजाम करवाना.

अभी मुझे इतना ही लिखना उचित लग रहा है क्योकि ज्यादा लिखने से प्रविष्टि की लम्बाई बढ़ सकती है और लोगों
को पढने में दिक्कत महसूस हो सकती है.

डिस्क्लेमर

ये बातें मैंने अपने २० साल के तजुर्बे के आधार पर लिखी हैं. इनके ऊपर भरोसा करने से पहले सच्चाई की जांच खुद
कर लें. मैं किसी भी रूप में इस अपने कथन के पूर्ण सत्य होने की गारंटी नहीं लेता. ये मेरे इस फोरम के सदस्य
होने के नाते दिए गए विचार हैं, icai का सदस्य होने के नाते से नहीं. हालांकि मैंने ज्यादातर साधारण बातें ही लिखी
हैं फिर भी अगर कुछ गलत लगे तो कृपया संज्ञान में लाने का कष्ट करें. धन्यवाद.

यादवजी
17-11-2010, 08:41 PM
जानकारी देने के धन्यवाद अक्ष जी

aksh
17-11-2010, 10:31 PM
जानकारी देने के धन्यवाद अक्ष जी

जब भी आप और जानकारी चाहें, में हमेशा प्रस्तुत रहूँगा मित्र.

YUVRAJ
18-11-2010, 05:21 PM
सीए से मुलाकाता कैसे करते हैं ?
जब भी आप और जानकारी चाहें, में हमेशा प्रस्तुत रहूँगा मित्र.

pankaj bedrdi
30-11-2010, 05:01 PM
यार क्या आप लोग पता है कि ca के कोस का तैयारी कहा अच्छा होता है

aksh
30-11-2010, 06:53 PM
यार क्या आप लोग पता है कि ca के कोस का तैयारी कहा अच्छा होता है

मित्र पंकज. इस कोर्स के लिए तयारी करने के लिए कोई भी जगह निश्चित नहीं है. आप जब इस कोर्स को ज्वाइन कर लेते हैं तो आपको सी. ए. इंस्टिट्यूट की तरफ से एक स्टडी मेटिरिअल का एक सेट दिया जाता है और उसके साथ कुछ सी डी वगैरह भी होती हैं जो आपको पढाई में मदद करती हैं. इंस्टिट्यूट साधारण रूप से कोई भी कोचिंग नहीं देता और साधारण तौर पर आपको सेल्फ स्टडी के आधार पर ही ये परीक्षा देनी होती है. पर कुछ रीजनल कौंसिल्स और शाखाओं ने अपने स्तर पर कुछ जरुरत मंद छात्रो के लिए मामूली सी फीस पर कोचिंग की व्यवस्था की हुयी है. रीजनल ऑफिस दिल्ली, मुंबई, कानपुर, चेन्नई और कोलकाता में स्थिति हैं. शाखाएं लगभग हर बड़े शहर में एक है. इसके अलावा और भी बहुत सी प्राइवेट कोचिंग हैं जो दिल्ली, मुंबई, कानपुर, आगरा, जयपुर, लखनऊ, रांची, जमशेदपुर, कोलकाता, चेन्नई, बंगलौर, हैदराबाद, विशाखापत्तनम, जोधपुर, अहमदाबाद, बरोदा, नागपुर, पुणे, नासिक, भुवनेश्वर, जबलपुर, रायपुर, देहरादून, गुवाहाटी, कोचीन, मदुरै, त्रिवेंद्रम जैसे बड़े बड़े शहरों में व्यक्तिगत ख्याति की वजह से मौजूद हैं. आप इनमें से किसी भी शहर में संपर्क कर सकते हैं. वैसे तो आजकल अलीगढ, मथुरा, बुलंदशहर, और अन्य छोटे शहरों में भी इसकी कोचिंग मौजूद है.

कोचीन संस्थान चुनते समय पढ़ाने वाले अध्यापकों की ख्याति और शिक्षा को देखकर ही फैसला करें. वैसे तो मेरी राय में आप खुद पढ़कर ही इसको पास कर सकते हो. और केवल बहुत ही अधिक आवश्यकता होने पर ही इनका रुख करना चाहिए. स्वयं विवेक से निर्णय लेना ज्यादा जरुरी है.

YUVRAJ
30-11-2010, 06:56 PM
............:clap::clap::clap: ...................:good:
मित्र पंकज. इस कोर्स के लिए तयारी करने के लिए कोई भी जगह निश्चित नहीं है. आप जब इस कोर्स को ज्वाइन कर लेते हैं तो आपको सी. ए. इंस्टिट्यूट की तरफ से एक स्टडी मेटिरिअल का एक सेट दिया जाता है और उसके साथ कुछ सी डी वगैरह भी होती हैं जो आपको पढाई में मदद करती हैं. इंस्टिट्यूट साधारण रूप से कोई भी कोचिंग नहीं देता और साधारण तौर पर आपको सेल्फ स्टडी के आधार पर ही ये परीक्षा देनी होती है. पर कुछ रीजनल कौंसिल्स और शाखाओं ने अपने स्तर पर कुछ जरुरत मंद छात्रो के लिए मामूली सी फीस पर कोचिंग की व्यवस्था की हुयी है. रीजनल ऑफिस दिल्ली, मुंबई, कानपुर, चेन्नई और कोलकाता में स्थिति हैं. शाखाएं लगभग हर बड़े शहर में एक है. इसके अलावा और भी बहुत सी प्राइवेट कोचिंग हैं जो दिल्ली, मुंबई, कानपुर, आगरा, जयपुर, लखनऊ, रांची, जमशेदपुर, कोलकाता, चेन्नई, बंगलौर, हैदराबाद, विशाखापत्तनम, जोधपुर, अहमदाबाद, बरोदा, नागपुर, पुणे, नासिक, भुवनेश्वर, जबलपुर, रायपुर, देहरादून, गुवाहाटी, कोचीन, मदुरै, त्रिवेंद्रम जैसे बड़े बड़े शहरों में व्यक्तिगत ख्याति की वजह से मौजूद हैं. आप इनमें से किसी भी शहर में संपर्क कर सकते हैं. वैसे तो आजकल अलीगढ, मथुरा, बुलंदशहर, और अन्य छोटे शहरों में भी इसकी कोचिंग मौजूद है.

कोचीन संस्थान चुनते समय पढ़ाने वाले अध्यापकों की ख्याति और शिक्षा को देखकर ही फैसला करें. वैसे तो मेरी राय में आप खुद पढ़कर ही इसको पास कर सकते हो. और केवल बहुत ही अधिक आवश्यकता होने पर ही इनका रुख करना चाहिए. स्वयं विवेक से निर्णय लेना ज्यादा जरुरी है.

pankaj bedrdi
30-11-2010, 08:29 PM
सी. ए. और सी .एस मे क्या अन्तर है बतए

ABHAY
01-12-2010, 06:53 AM
क्या जानकरी दी है भाई सभी लोगो को सुक्रिया !

aksh
02-12-2010, 07:48 PM
सी. ए. और सी .एस मे क्या अन्तर है बतए

कोई भी कंपनी एक कृत्रिम वैधानिक व्यक्ति मानी जाती है. कंपनी का कागजों के अतिरिक्त कोई अस्तित्व नहीं होता. उसको देखा और छुआ नहीं जा सकता. इसलिए ये आवश्यकता महसूस की गए कि कम्पनी के द्वारा विभिन्न कानूनों के पालन को सुनिश्चित करने के लिए एक व्यक्ति ऐसा होना चाहिए जो उसके सेक्रेटरी की तरह कार्य करे और इन सभी कानूनी औपचारिकताओं के पालन का भी ध्यान रखे. कब और किस तरह से बोर्ड मीटिंग बुलाई जानी चाहिए, कौन से फॉर्म कितने दिन के अन्दर कहाँ पर फ़ाइल करने हैं ये सभी निर्णय कंपनी के लिए कंपनी सेक्रेटरी ही करता है. इसके लिए उसे देश के संविधान से लेकर प्रत्येक छोटे से छोटे व्यापारिक और अन्य कानूनों की जानकारी होनी चाहिए जो सी. एस. का कोर्स करने से उसे मिलती है. साथ में कंपनी रजिस्ट्रार के यहाँ पर ट्रेनिंग भी लेनी होती है. जबकि सी. ए. का कार्य है कंपनी के खतों की जांच करके अपनी रिपोर्ट शेयर होल्डर्स को देना. यही बुनियादी फरक है.

Kalyan Das
05-01-2011, 03:59 PM
सर, मेरे एक आसान सा सवाल का आसान सा जवाब दीजिये !
कोई १० से ६ नौकरी करने वाला बन्दा क्या सी ए कोर्स कर सकता है ??
क्या कोई सी ए फ़ार्म में आर्टिकलशिप करना जरुरी है ???

aksh
05-01-2011, 05:14 PM
सर, मेरे एक आसान सा सवाल का आसान सा जवाब दीजिये !
कोई १० से ६ नौकरी करने वाला बन्दा क्या सी ए कोर्स कर सकता है ??
क्या कोई सी ए फ़ार्म में आर्टिकलशिप करना जरुरी है ???

अनुज कल्याण ! आपने बड़ी ही अच्छी बात पूछी है. सी.ए. करने के लिए इस समय केवल तीन साल की ट्रेनिंग करना आवश्यक है. ( नए रजिस्ट्रेशन के लिए). और ये ट्रेनिंग शुरू होने से पहले आप ipcc की परीक्षा पास कर सकते हो. यानि कि आपको ट्रेनिंग करने की जरूरत ipcc की परीक्षा पास करने के बाद ही पड़ती है. इसका मतलब दुसरे शब्दों में ये हुआ कि इस तरह की नौकरी करने वाला व्यक्ति केवल आधी सी. ए. की पढाई पूरी कर सकता है उसके बाद ट्रेनिंग और फाइनल की परीक्षा का नम्बर आता है. और उस समय नौकरी नहीं कर सकते. ट्रेनिंग करना जरूरी है. धन्यवाद.

Disclaimer:-
ये मेरी निजी राय है और इस राय को मानकर अगर किसी का किसी प्रकार का कोई नुक्सान होता है उसकी जिम्मेदारी मेरी नहीं है. धन्यवाद.

Kalyan Das
05-01-2011, 05:29 PM
सर,
IPCC की परीक्षा क्या होती है ?? CA Inter या कुछ और ??

aksh
05-01-2011, 09:01 PM
सर,
ipcc की परीक्षा क्या होती है ?? Ca inter या कुछ और ??

अनुज आप इसको लगभग सी.ए. इंटर कह सकते हैं. पर इस ipcc में और भी विशेषताएं हैं जैसे की अगर आप पूरी सी. ए. ना कर सकें तो भी आपको एक डिग्री मिल जायेगी जिसे अकाउंटिंग टेक्निशियन का नाम दिया गया है. वशर्ते की आपने पहले ऑप्ट किया हो. पूरी जानकारी के लिए एक बार icai की किसी भी ब्रांच में जाकर संपर्क अवश्य कर लें तभी कोई ठोस फैसला लीजिये. धन्यवाद.

YUVRAJ
05-01-2011, 09:28 PM
अनिल जी,
सूत्र पर आपका योगदान अविस्मरणीय है। आप प्रशंसा और धन्यवाद के पात्र हैं।
हार्दिक धन्यवाद।

aksh
05-01-2011, 10:15 PM
अनिल जी,
सूत्र पर आपका योगदान अविस्मरणीय है। आप प्रशंसा और धन्यवाद के पात्र हैं।
हार्दिक धन्यवाद।

युवराज जी.
अगर मैं कुछ योगदान कर पाया ये मेरे लिए गर्व की बात है. धन्यवाद.

ABHAY
06-01-2011, 11:21 AM
बहुत ही शानदार बिसय पे सूत्र है धन्यबाद मित्र !:bravo::bravo::bravo::bravo:

devB
16-01-2011, 04:35 PM
मेरी समझ के अनुसार तो आजकल mba वालो का ज़माना है. Mba डिग्री वाले बड़े बड़े कंपनियों में काफी ऊँचे ऊँचे पद पर कार्य कर रहे है.