dipu
25-07-2014, 07:38 PM
ग्लास्गो. 20वें कॉमनवेल्*थ गेम्*स में भारत ने 9 पदकों पर कब्*जा जमा लिया है। इनमें तीन स्*वर्ण, चार रजत और दो कांस्*य पदक शामिल हैं। टूर्नामेंट के दूसरे दिन ओलिंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वाले अभिनव बिंद्रा ने स्वर्णिम निशाना लगाया। उन्होंने यह पदक 10 मीटर एयर राइफल शूटिंग में 205.3 प्वॉइंट के साथ जीता। इस इवेंट में उनके साथी रवि कुमार चौथे स्थान पर रहे। इससे पहले भारोत्तोलन में संजीता सेखोम और मीराबाई चानू ने महिला 48 किग्रा स्पर्धा में क्रमश: गोल्ड और सिल्वर पदक जीते थे। दूसरा स्*वर्ण पदक 56 किलो भारवर्ग के भारोत्*तोलन मुकाबले में सुखन डे ने अपने नाक किया था। जूडो में भारत ने दो सिल्वर व एक कांस्य पदक जीता।
10 मीटर एयर पिस्टल में मलायका गोयल का पदक पर निशाना
भारत की मलायका गोयल ने 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में शानदार प्रदर्शन करते हुए सिल्वर मेडल अपने नाम किया, जबकि विश्व की सर्वोच्च वरीय खिलाड़ी हिना सिद्धू ने निराश किया। मलायका ने 378 अंकों के साथ क्वालीफिकेशन में चौथा स्थान हासिल किया था और अब वह देश के लिए निशानेबाजी में पहला पदक जीतने में सफल रही हैं।
इंग्लैंड ने सबसे ज्यादा 17 पदक (6 स्वर्ण, 7 रजत, 4 कांस्य) जीते। ऑस्ट्रेलिया 5 स्वर्ण, 3 रजत और 7 कांस्य के साथ दूसरे स्थान पर रहा। भारत चौथे नंबर पर है। इसके पहले चार स्*वर्ण, तीन रजत और तीन कांस्*य पदकों के साथ स्*कॉटलैंड है।
गोल्ड मेडलिस्ट संजीता ने कई मजबूत प्रतिस्पर्धियों की गैरमौजूदगी में कुल 173 किग्रा (77 और 96 किग्रा) वजन उठाया, जबकि मीराबाई 170 किग्रा (75 और 95 किग्रा) वजन उठाने में सफल रही। नाइजीरिया की नकेची ओपारा ने कुल 162 किग्रा (70 और 92 किग्रा) वजन उठाकर तीसरा स्थान हासिल किया। जुडोका नवजोत चाना और सुशीला लिकमाबम को अपने वर्गों के फाइनल में शिकस्त के साथ सिल्वर पदक से संतोष करना पड़ा।
रेपेजेज में कल्पना थोडम ने जीता ब्रॉन्ज मेडल
रेपेचेज के जरिए कांस्य पदक के मुकाबले में पहुंची कल्पना थोडम ने महिला वर्ग के 52 किग्रा में मॉरिशस की क्रिस्टियन लेगेनटिल को हराकर ब्रॉन्ज मेडल जीता। उन्होंने कम पेनल्टी अंक हासिल करते हुए जीत दर्ज की। कल्पना को दो, जबकि क्रिस्टियन को तीन पेनल्टी अंक मिले।
मनजीत नंदल चूके
मनजीत नंदल (पुरुष 66 किग्रा) को ब्रॉन्ज मेडल के मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका के सियाबुलेला माबुलू के हाथों शिकस्त का सामना करना पड़ा। मनजीत को तीन, जबकि माबुलू को दो पेनल्टी अंक मिले। मनजीत और कल्पना दोनों क्वार्टर फाइनल में हार गए थे, लेकिन दोनों ने रेपेचेज में जीत दर्ज करके सिल्वर मेडल के मुकाबले के लिए क्वालिफाई किया।
वर्ल्ड रिकॉर्ड से चूकीं संजीता
संजीता 175 किग्रा के अगस्तीना नकेम नावाओकोलो के राष्ट्रमंडल खेलों के रिकॉर्ड से दो किग्रा से पीछे रह गई। संजीता ने स्नैच में 77 किग्रा वजन उठाकर अगस्तीना के राष्ट्रमंडल खेलों के रिकॉर्ड की बराबरी की। उन्होंने क्लीन एवं जर्क में 96 किग्रा वजन उठाया। स्नैच स्पर्धा के बीच में ही भारत का दबदबा स्थापित हो गया था, जब 20 साल की संजीता और 19 साल की मीराबाई ने क्रमश: 77 और 75 किग्रा वजन उठाया। नाइजीरिया की ओपारा स्नैच में 70 किग्रा वजन ही उठा पाईं। उनका 75 किग्रा का तीसरा प्रयास विफल रहा।
संजीता ने की धमाकेदार शुरुआत
संजीता ने स्नैच में 72 किग्रा वजन उठाकर शुरुआत की और फिर 77 किग्रा वजन उठाया। मीराबाई 75 किग्रा के अपने पहले प्रयास में विफल रहीं, लेकिन उन्होंने तीसरे प्रयास में यह वजन उठा लिया। यह मुकाबला इसके बाद मुख्य रूप से मणिपुर की इन दो खिलाड़ियों के बीच ही रह गया था, जिसमें अंतत: संजीता ने बाजी मार ली।
एश्ले से हारे मैकेंजी
जूडो में राष्ट्रमंडल खेल 2010 के स्वर्ण पदक विजेता नवजोत चाना पुरुषों के 60 किग्रा भार वर्ग के फाइनल में इंग्लैंड के एश्ले मैकेंजी से हार गए। भारतीय खिलाड़ी को पेनल्टी अंक के आधार पर शिकस्त का सामना करना पड़ा। चाना को तीन पेनल्टी अंक दिए गए, जबकि इंग्लैंड के खिलाड़ी को सिर्फ एक पेनल्टी अंक मिला।
मणिपुर की सुशीला भी चमकी
महिला वर्ग में मणिपुरी जुडोका सुशीला ने 48 किग्रा में फाइनल के सफर के दौरान शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने अपनी प्रतिद्वंद्वियों को इप्पोन से हराकर नाकआउट किया। हालांकि, वह फाइनल में स्कॉटलैंड की किंबर्ली रेनिक्स को टक्कर नहीं दे पाई। स्थानीय जुडोका ने भारतीय खिलाड़ी को तीसरे मिनट में ही इप्पोन से नॉकआउट कर दिया। इससे पहले सुशीला ने ऑस्ट्रेलिया की चोल रेनर को दो मिनट 23 सेकंड में हराकर फाइनल में जगह बनाई। सुशीला ने दो वजारी हासिल किए जो एक इप्पोन के बराबर होते हैं।
बैडमिंटन, हॉकी आैर टेटे में भी जीते
* महिला हॉकी : भारत विवि कनाडा 4-2
* बैडमिंटन (मिक्स) : भारत विवि घाना 5-0
* टेबल-टेनिस: भारत विवि वनातु 3-0 (पुरुष)
* टेबल-टेनिस : भारत विवि बारबडोस 3-0 (महिला)
10 मीटर एयर पिस्टल में मलायका गोयल का पदक पर निशाना
भारत की मलायका गोयल ने 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में शानदार प्रदर्शन करते हुए सिल्वर मेडल अपने नाम किया, जबकि विश्व की सर्वोच्च वरीय खिलाड़ी हिना सिद्धू ने निराश किया। मलायका ने 378 अंकों के साथ क्वालीफिकेशन में चौथा स्थान हासिल किया था और अब वह देश के लिए निशानेबाजी में पहला पदक जीतने में सफल रही हैं।
इंग्लैंड ने सबसे ज्यादा 17 पदक (6 स्वर्ण, 7 रजत, 4 कांस्य) जीते। ऑस्ट्रेलिया 5 स्वर्ण, 3 रजत और 7 कांस्य के साथ दूसरे स्थान पर रहा। भारत चौथे नंबर पर है। इसके पहले चार स्*वर्ण, तीन रजत और तीन कांस्*य पदकों के साथ स्*कॉटलैंड है।
गोल्ड मेडलिस्ट संजीता ने कई मजबूत प्रतिस्पर्धियों की गैरमौजूदगी में कुल 173 किग्रा (77 और 96 किग्रा) वजन उठाया, जबकि मीराबाई 170 किग्रा (75 और 95 किग्रा) वजन उठाने में सफल रही। नाइजीरिया की नकेची ओपारा ने कुल 162 किग्रा (70 और 92 किग्रा) वजन उठाकर तीसरा स्थान हासिल किया। जुडोका नवजोत चाना और सुशीला लिकमाबम को अपने वर्गों के फाइनल में शिकस्त के साथ सिल्वर पदक से संतोष करना पड़ा।
रेपेजेज में कल्पना थोडम ने जीता ब्रॉन्ज मेडल
रेपेचेज के जरिए कांस्य पदक के मुकाबले में पहुंची कल्पना थोडम ने महिला वर्ग के 52 किग्रा में मॉरिशस की क्रिस्टियन लेगेनटिल को हराकर ब्रॉन्ज मेडल जीता। उन्होंने कम पेनल्टी अंक हासिल करते हुए जीत दर्ज की। कल्पना को दो, जबकि क्रिस्टियन को तीन पेनल्टी अंक मिले।
मनजीत नंदल चूके
मनजीत नंदल (पुरुष 66 किग्रा) को ब्रॉन्ज मेडल के मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका के सियाबुलेला माबुलू के हाथों शिकस्त का सामना करना पड़ा। मनजीत को तीन, जबकि माबुलू को दो पेनल्टी अंक मिले। मनजीत और कल्पना दोनों क्वार्टर फाइनल में हार गए थे, लेकिन दोनों ने रेपेचेज में जीत दर्ज करके सिल्वर मेडल के मुकाबले के लिए क्वालिफाई किया।
वर्ल्ड रिकॉर्ड से चूकीं संजीता
संजीता 175 किग्रा के अगस्तीना नकेम नावाओकोलो के राष्ट्रमंडल खेलों के रिकॉर्ड से दो किग्रा से पीछे रह गई। संजीता ने स्नैच में 77 किग्रा वजन उठाकर अगस्तीना के राष्ट्रमंडल खेलों के रिकॉर्ड की बराबरी की। उन्होंने क्लीन एवं जर्क में 96 किग्रा वजन उठाया। स्नैच स्पर्धा के बीच में ही भारत का दबदबा स्थापित हो गया था, जब 20 साल की संजीता और 19 साल की मीराबाई ने क्रमश: 77 और 75 किग्रा वजन उठाया। नाइजीरिया की ओपारा स्नैच में 70 किग्रा वजन ही उठा पाईं। उनका 75 किग्रा का तीसरा प्रयास विफल रहा।
संजीता ने की धमाकेदार शुरुआत
संजीता ने स्नैच में 72 किग्रा वजन उठाकर शुरुआत की और फिर 77 किग्रा वजन उठाया। मीराबाई 75 किग्रा के अपने पहले प्रयास में विफल रहीं, लेकिन उन्होंने तीसरे प्रयास में यह वजन उठा लिया। यह मुकाबला इसके बाद मुख्य रूप से मणिपुर की इन दो खिलाड़ियों के बीच ही रह गया था, जिसमें अंतत: संजीता ने बाजी मार ली।
एश्ले से हारे मैकेंजी
जूडो में राष्ट्रमंडल खेल 2010 के स्वर्ण पदक विजेता नवजोत चाना पुरुषों के 60 किग्रा भार वर्ग के फाइनल में इंग्लैंड के एश्ले मैकेंजी से हार गए। भारतीय खिलाड़ी को पेनल्टी अंक के आधार पर शिकस्त का सामना करना पड़ा। चाना को तीन पेनल्टी अंक दिए गए, जबकि इंग्लैंड के खिलाड़ी को सिर्फ एक पेनल्टी अंक मिला।
मणिपुर की सुशीला भी चमकी
महिला वर्ग में मणिपुरी जुडोका सुशीला ने 48 किग्रा में फाइनल के सफर के दौरान शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने अपनी प्रतिद्वंद्वियों को इप्पोन से हराकर नाकआउट किया। हालांकि, वह फाइनल में स्कॉटलैंड की किंबर्ली रेनिक्स को टक्कर नहीं दे पाई। स्थानीय जुडोका ने भारतीय खिलाड़ी को तीसरे मिनट में ही इप्पोन से नॉकआउट कर दिया। इससे पहले सुशीला ने ऑस्ट्रेलिया की चोल रेनर को दो मिनट 23 सेकंड में हराकर फाइनल में जगह बनाई। सुशीला ने दो वजारी हासिल किए जो एक इप्पोन के बराबर होते हैं।
बैडमिंटन, हॉकी आैर टेटे में भी जीते
* महिला हॉकी : भारत विवि कनाडा 4-2
* बैडमिंटन (मिक्स) : भारत विवि घाना 5-0
* टेबल-टेनिस: भारत विवि वनातु 3-0 (पुरुष)
* टेबल-टेनिस : भारत विवि बारबडोस 3-0 (महिला)