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View Full Version : हिन्दी कविता और शायरी


askcpy
20-08-2014, 02:53 PM
मै अपना सारा जीवन कागज और लेखनी को समर्पित करता हु i
जो कुछ लिखा है सरस्वती माँ तेरे चरणों मे अर्पित करता हु ii
अलख सागर

http://poem-shayari.blogspot.in/

askcpy
20-08-2014, 02:53 PM
एक रहें a
एक रहें b
एक रहें हम
a कहिन चलो लम्बी लम्बी फेकी
b कहिन चलो चल के देखी
और हम कहिन न फेकी , न देखी दरिया मे बहा करके नेकी

askcpy
20-08-2014, 02:58 PM
जिंदगी से कुछ मांगना है तो ऐसे मागो
जैसे ओ चीज़ तुम्*हारे बाप की है
अगर न मिले तो नो टेंशन कोंन सी तुम्*हारे बाप की थी

askcpy
20-08-2014, 02:59 PM
मै अपनो के आगे सौ बार झुकता हु
फिर कोई हज़ार बार पुकारे
मुड कर नहीं देखता , नहीं रुकता हु
मै अपनो के आगे सौ बार झुकता हु
आँखों मै दुखॊ का शैलाब भरा है
रोता नहीं हु कही छलक कर अपनों के पास न चला जाये
इस लिए अपने आप मै घुटता हु
मै अपनो के आगे सौ बार झुकता हु

askcpy
20-08-2014, 02:59 PM
रोज़ कहता हूँ कल से पीयूँगा नहीं,
ग़ालिब की हर सुबह वही, हर शाम वही...
क्या करते ग़ालिब इस बेरुखी दुनिया मे
पि लेते है सही है वही
ग़ालिब की हर सुबह वही, हर शाम वही...
कम से कम नशे मन से जो देखते है वही दिख जाता है
लॊग भी दूर से निकल जाते है
वर्ना आज तो इंसान होश मे खडे खडे बिक जाता है
रोज़ कहता हूँ कल से पीयूँगा नहीं,
ग़ालिब की हर सुबह वही, हर शाम वही...
पि लेते है सही है वही

askcpy
20-08-2014, 02:59 PM
मुझे खुसी मिलती है किस्तों मे,
लाख कोशिस कर लू दरार पड़ ही जाती है रिश्तों मे
मुझे खुसी मिलती है किस्तों मे,

askcpy
20-08-2014, 02:59 PM
वक्त का बिछड़ जाना जिंदगी का अंदाज है..
जोश मे जियो भाई अब नयी बातो का आगाज है
जो बीत गया बंदा उससे सीखा गया ,
जो सीखा गया,वो जीत गया ,
जो नहीं सीखा उसका वक्त बर्बाद है
वक्त का बिछड़ जाना जिंदगी का अंदाज है..
जोश मे जियो भाई अब नयी बातो का आगाज है

askcpy
20-08-2014, 03:01 PM
I am not agree with राहत इंदौरी below lines :

सच बात कौन है.... जो सरे आम कह सके......
मैं कह रहा हूं.... मुझ को सज़ा देनी चाहिए.......
सौदा यहीं पे होता है हिंदुस्तान का......
संसद भवन में आग लगा देनी चाहिए.....
राहत इंदौरी ........

Please tell me ?

प्रजा तंत्र के गर्भ (संसद भवन ) का क्या कसूर ।
सौदा यहीं पे होता है हिंदुस्तान का ये बात है सच जरूर ।।
इन व्या पारियो के रहनुमा है हम ही ।
गॊर से जरा सोचना मेरे हजूर ।।
......

askcpy
20-08-2014, 03:29 PM
http://2.bp.blogspot.com/-0uyvQt4BtPQ/Uhg7lyPqrnI/AAAAAAAAABg/rC2zp8DkqKw/s1600/cp.jpgJai Hind

Deep_
20-08-2014, 07:36 PM
:bravo:

Dr.Shree Vijay
21-08-2014, 05:38 PM
:fantastic: