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View Full Version : इस दशक की सुपर फ्लॉप फ़िल्में


fullmoon
29-11-2010, 12:21 AM
दोस्तों,

एक माह बाद ये दशक समाप्त होने वाला है.
तो समय है इस दशक में प्रदर्शित फिल्मों का लेखा-जोखा करने का.
भाई,सब तो hit फिल्मों की ही गिनती करते हैं,पर मैं अपने इस सूत्र में लिखूंगा इस दशक की सुपर flops के बारे में,जी फिल्मों ने निर्माता,निर्देशक,कलाकारों की लुटिया ही डुबा दी....


तो शुरू करते हैं,,२००० में प्रदर्शित आमिर खान अभिनीत "मेला" से....

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=4093&stc=1&d=1290975561

आमिर खान जैसे perfectionist एक्टर की ये फिल्म उसके करियर में सबसे बड़ा धब्बा थी.
बिना स्टोरी लाइन के ८० के दशक की फिल्मों की कहानी पर बनी ये फिल्म डाकुओं से बदला लेने पर आधारित थी.


फिल्म के सारे कलाकारों ने लचर अभिनय किया,जिससे फिल्म बुरी तरह से फ्लॉप हुयी.
फिल्म का मुख्य उद्देश्य था आमिर के भाई फैसल को हीरो और टीनू वर्मा को खलनायक के रूप में स्थापित करना,इसमें भी ये फिल्म असफल रही.

amit_tiwari
29-11-2010, 05:34 PM
मूवी एक्सपर्ट शक्तिमान भाई से ऐसे ही सूत्र की आशा थी |

वैसे एक बात ध्यान दी कभी भाई की ट्विंकल खन्ना की अधिकतर फिल्मों में भाई का बदला रहता था चाहे मेला हो या इंटरनेश्नल खिलाडी या बादशाह

rocky9
30-11-2010, 09:25 AM
fullmoon जी आपको यहाँ देखकर काफी खुशी हुई और आपका सुत्र हमेशा की तरह शानदार हे

ABHAY
30-11-2010, 05:03 PM
भाई कुछ भी कह लो मझे इस फिल्म का टाइटल सोंग बहुत ही अच्छा है !

fullmoon
30-11-2010, 05:05 PM
इसके बाद पेश है २००१ की हृतिक रोशन करीना कपूर अभिनीत सुभाष घई की dream फिल्म

"यादें'

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=4158&stc=1&d=1291122177

ये उस समय प्रदर्शित हुयी जब ऋतिक "कहो ना प्यार है" से सुपर स्टार बन चुके थे.
ये फिल्म अगर अपनी मूल कहानी पर बनती तो बहुत ही उम्दा बनती जो की थी बाप बेटी के आपसी संबंधों पर.

मगर इधर ऋतिक हिट हुआ और उसकी सफलता को भुनाने के लिए फिल्म की कहानी ही बदल दी गयी ,और पूरी फिल्म ऋतिक के इर्द गिर्द घूमने लगी.

यही सबसे बड़ी गलती हुयी और सुभाष घई की इस फिल्म का वो हश्र हुआ की वो अब "यादें" को कभी याद नहीं रखना चाहेंगे.

fullmoon
30-11-2010, 05:13 PM
अमित जी,rocky जी और अभय जी आप सब पुराने मित्रों से इस नयी साईट पर फिर से मिलकर बहुत अच्छा लग रहा है....

jai_bhardwaj
30-11-2010, 11:46 PM
राकेश जी, आपका स्वागत है फोरम में / कृपया सूत्र को गति और निरंतरता दें / धन्यवाद /

fullmoon
01-12-2010, 05:59 PM
इसके बाद के पायदान पर एक बार फिर से विराजमान हैं "ऋतिक रोशन" अपनी फिल्म

"मुझसे दोस्ती करोगे"

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=4299&stc=1&d=1291211746


के साथ.इस बार एक बार करीना ने उनका साथ निभाया रानी के साथ.
फिल्म के साथ यशराज banner का नाम जुड़ा होने का भी कोई फायदा नहीं हुआ.
फिल्म समीक्षक कुनाल कोहली ने एक निर्देशक के रूप में इसी फिल्म से शुरुआत की.
मगर इतने सारे बड़े नामों के होने के बाद भी फिल्म बॉक्स ऑफिस पर औंधे मुह गिर गयी.
फिल्म में सभी का अभिनय लचर था,
कहानी में भी कोई दम नहीं था.
यशराज banner के पतन की कहानी इसी फिल्म से शुरू हुयी इसके बाद ही एक से एक उल जलूल फ़िल्में यशराज banner ने आदित्य चोपड़ा की कमान में पेश की.
जैसे :टशन,झूम बराबर झूम लेकिन इन सब का जिक्र बाद में.

laddi
01-12-2010, 07:08 PM
एक और बढिया सूत्र के लिए बधाई
राकेश जी आपको याद होगा मैंने आपको avf पर एक बार कहा था आप अपनी आई डी बदल कर मिस्टर विवाद रख ले
क्या आप यहाँ भी अपनी फिल्मों के लिंक देंगे ???????????????

fullmoon
01-12-2010, 07:13 PM
एक और बढिया सूत्र के लिए बधाई
राकेश जी आपको याद होगा मैंने आपको avf पर एक बार कहा था आप अपनी आई डी बदल कर मिस्टर विवाद रख ले
क्या आप यहाँ भी अपनी फिल्मों के लिंक देंगे ???????????????



LADDI जी,

मैं अभी इस फोरम के बारे में ज्यादा नहीं जानता की यहाँ फिल्मों के rapidshare या torrent लिंक दिए जा सकते हैं या नहीं?
यदि आपको पता हो तो अवश्य बताएं,मैं ऐसी कई बॉलीवुड और hollywood फिल्मों के लिंक यहाँ देना चाहता हूँ,पर ये मान्य है या नहीं ये नहीं पता.

laddi
01-12-2010, 07:20 PM
नहीं मुझे भी नहीं पता यह तो नियामकों से पूछना पड़ेगा
अगर ऐसा हो सकता है मज़ा आ जायेगा नहीं तो इस के बिना यह कुछ बोर सी लग रही फोरम

ndhebar
01-12-2010, 08:31 PM
शक्तिमान भैया
स्वागतम

अब जब आपने सूत्र बना ही दिया तो हम भी कुछ टिप देते हैं
सन २००३ में आई थी ये सुपर फ्लॉप फिल्म
इसे आप फ्लॉप फिल्मो का बाप भी कह सकते हैं
मुझे आज तक ये समझ ना आया की क्या सोचकर ये फिल्म बनाई थी और सदी के महानायक ने कैसे इस फिल्म में काम करना स्वीकारा था
फिल्म थी

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=4311&stc=1&d=1291220438

फिल्म में काम किया था अमिताभ बच्चन, जैकी श्रोफ, गुलशन ग्रोवर, कैटरिना कैफ, पद्मालक्ष्मी, मधु सप्रे और जीनत अमान ने
निर्मात्री थी जैकी श्रोफ की पत्नी आयशा श्रोफ और निर्देशक थे कैजाद गुस्ताद ने
ये कैटरिना की पहली फिल्म थी
फिल्म में अच्छा क्या था:thinking::thinking:
अच्छा ये सोचता हूँ की फिल्म में क्या था :thinking::thinking:
पता लगते ही बताऊंगा

fullmoon
02-12-2010, 03:27 PM
[QUOTE=ndhebar;21454]शक्तिमान भैया
स्वागतम

अब जब आपने सूत्र बना ही दिया तो हम भी कुछ टिप देते हैं

निशांत जी,

हमेशा की तरह मेरे हर सूत्र में योगदान देने के लिए धन्यवाद.
मैं इस फिल्म के बारे में लिखने ही वाला था.
लेकिन आप ने इसका बहुत अच्छा वर्णन कर दिया.

fullmoon
02-12-2010, 03:34 PM
सुपर flops फिल्मों की अगली पायदान पर एक बार फिर से विराजमान हैं "ऋतिक रोशन" .

ना तुम जानो ना हम

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=4328&stc=1&d=1291289559

इस बार फिल्म को फ्लॉप कराने में उनका साथ दे रही थी धरम भाजी की कुड़ी महा फ्लॉप एक्ट्रेस "ईशा देओल".
जिस के नाम के साथ ही फ्लॉप फिल्मों का ठप्पा लगा हुआ है.
साथ में थे सैफ अली खान.
एक घिसी पिटी स्टोरी और उस पर इस फिल्म को दिया उबाऊ treatment .....बस यही काफी था फिल्म को चारों खाने चित करने के लिए.

अर्जुन सबलोक द्वारा निर्देशित इस फिल्म को देख कर जब दर्शक सिनेमाघरों से बहार निकले तो वो एक दूसरे से यही पूछ रहे थे....हम सब ने ये फिल्म क्यूँ देखी "न तुम जानो न हम"

Hamsafar+
02-12-2010, 04:02 PM
बंधू फुलमून जी
कृपया सूत्र को गति देते रहें ! आगे की पोस्ट का इंतज़ार रहेगा !
:bravo::bravo::bravo:

jalwa
02-12-2010, 09:07 PM
मित्र फुल्ल्मून जी, आपका फोरम आगमन पर हार्दिक स्वागत है. और सबसे बड़ी ख़ुशी की बात यह है की आते ही आप अपने उसी चिरपरिचित अंदाज में जबरदस्त सूत्र भी बना रहे हैं.
आपका फोरम आगमन पर हार्दिक अभिनन्दन है.

jitendragarg
02-12-2010, 09:23 PM
LADDI जी,

मैं अभी इस फोरम के बारे में ज्यादा नहीं जानता की यहाँ फिल्मों के rapidshare या torrent लिंक दिए जा सकते हैं या नहीं?
यदि आपको पता हो तो अवश्य बताएं,मैं ऐसी कई बॉलीवुड और hollywood फिल्मों के लिंक यहाँ देना चाहता हूँ,पर ये मान्य है या नहीं ये नहीं पता.


Its already mentioned in rules, that link to download copyrighted stuff is not acceptable, and repeated offence will result in ban. So, I will suggest you not to share the links to copyrighted material.

:cheers:

fullmoon
03-12-2010, 06:26 PM
आज की सुपर फ्लॉप फिल्म है देओल परिवार की...
२३ मार्च १९३१:शहीद

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=4385&stc=1&d=1291386251

बॉलीवुड में एक ही विषय पर कई फ़िल्में एक साथ बनना आम बात है पर इस बार इस देओल और देवगन के बीच छिड़ी इस जंग में अमर शहीद "भगत सिंह" को बेवजह घसीट लिया गया.

राजकुमार संतोषी की "the legend ऑफ़ भगत सिंह" और गुड्डू धनोआ की "२३ मार्च १९३१ : शहीद" दोनों ही भगत सिंह के जीवन पर आधारित थी.

राजकुमार संतोषी से अपने झगडे के चलते sunny ने जान बूझ कर same subject पर फिल्म बना कर उसी फिल्म के साथ रिलीज़ की.

मगर deols को कौन समझाए की सिर्फ जोर जोर से चीखना चिलाना ही अभिनय नहीं होता.और जरूरी नहीं की पंजाब के पुत्तर होने के नाते वो भगत सिंह को ज्यादा अच्छी तरह से जानते हों.

ये फिल्म अजय देवगन की फिल्म के आगे कहीं टिक नहीं पायी और इसे बॉक्स ऑफिस पर धराशाही होने से कोई नहीं बचा पाया.

laddi
03-12-2010, 10:16 PM
लेकिन शहीद के गाने अच्छे थे

fullmoon
03-12-2010, 10:30 PM
लेकिन शहीद के गाने अच्छे थे

बिलकुल सही कहा आपने.

शहीद फिल्म में आनंद राज आनंद का संगीत legend में a.r.रहमान के संगीत से काफी उम्दा था दोनों फिल्मों की तुलना में,मेरा ऐसा मानना है.

ndhebar
04-12-2010, 10:08 AM
आज मैं एक ऐसी फिल्म की बात करूँगा जो फ्लॉप फिल्मों के इतिहास में मिल का पत्थर बन गया
ये फिल्म फ्लॉप फिल्मों के लिए मुहावरा बन गयी
२००७ में रिलीज हुई ये फिल्म थी

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=4389&stc=1&d=1291440353

लेखक, निर्माता, निर्देशक राम गोपाल वर्मा की ये फिल्म १९७५ में प्रदर्शित और इस देश की सबसे बड़ी हिट फिल्म मानी जाने वाली "शोले" की रीमेक थी/ ये फिल्म इस दशक की सर्वाधिक चर्चित फिल्मों में से एक थी/ शायद ही किसी फिल्म को प्रदर्शन से पहले इतना प्रचार मिला हो/

फिल्म में एक से एक धांसू अभिनेता थे :-

सदी के महानायक अमिताभ बच्चन "बब्बन सिंह" के रूप में (बैड मैन)
"फिल्म समीक्षक तरण आदर्श के अनुसार ये अमिताभ के सर्वश्रेष्ठ अभिनय में से एक था"

दक्षिण के प्रषिद्ध राष्ट्रीय पुरस्कार विजयी अभिनेता "मोहन लाल"

तीन बार के राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता "अजय देवगन"

रामू की खोज "प्रशांत राज" और "निशा कोठारी"

ब्रह्माण्ड सुंदरी "सुष्मिता सेन"

अभिषेक और उर्मिला का आइटम नंबर

इतने मसालेदार व्यंजन से बढ़िया जायके की उम्मीद भला किसे नहीं होगा
पर नतीजा एकदम उल्टा हुआ, आप खुद अंदाजा लगाइए की
अब कोई फिल्म फ्लॉप होती है तो कहा जाता है की ये तो रामू की आग हो गयी

SHASHI
04-12-2010, 12:08 PM
देभार्जी, आपने आग फिल्म की सही समीक्षा की है.

fullmoon
04-12-2010, 09:16 PM
इस बार एक multistarer फ्लॉप फिल्म....

ॐ जय जगदीश

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=4415&stc=1&d=1291482866

अच्छे एक्टर अच्छे निर्देशक भी हों ये ज़रूरी नहीं,इसी बात का साक्षात प्रमाण है ये फिल्म.

एक्टर अनुपम खेर की एक निर्देशक के रूप में शुरुआत थी ये फिल्म .

जिसके लिए उन्होंने चुना अनिल कपूर,अभिषेक बच्चन, फरदीन खान को.

इस फिल्म में ११ वर्षों के बाद वहीदा रहमान ने फिर से फिल्म industry में पुनरागमन किया था.

लेकिन दर्शक तो सिर्फ अच्छी कहानी देखना चाहते हैं मात्र.

इस फिल्म में तीन भाइयों के बीच मतभेद और फिर उनके समाधान की वोही घिसी पिटी कहानी थी, जिसे पहले भी कई बार देखकर दर्शक उकता चुके थे.

अनुपम खेर के लिए ये फिल्म एक दुस्वपन बन कर रह गयी.
फिल्म बुरी तरह से फ्लॉप हुयी और उनके निर्देशक बनाने का सपना चकनाचूर हो गया .

यही नहीं उन्हें फिर से फिल्म industry में एक अभिनेता के रूप में अपने पाँव ज़माने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी.

amit_tiwari
05-12-2010, 12:34 AM
आज मैं एक ऐसी फिल्म की बात करूँगा जो फ्लॉप फिल्मों के इतिहास में मिल का पत्थर बन गया
ये फिल्म फ्लॉप फिल्मों के लिए मुहावरा बन गयी
२००७ में रिलीज हुई ये फिल्म थी

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=4389&stc=1&d=1291440353

लेखक, निर्माता, निर्देशक राम गोपाल वर्मा की ये फिल्म १९७५ में प्रदर्शित और इस देश की सबसे बड़ी हिट फिल्म मानी जाने वाली "शोले" की रीमेक थी/ ये फिल्म इस दशक की सर्वाधिक चर्चित फिल्मों में से एक थी/ शायद ही किसी फिल्म को प्रदर्शन से पहले इतना प्रचार मिला हो/

फिल्म में एक से एक धांसू अभिनेता थे :-

सदी के महानायक अमिताभ बच्चन "बब्बन सिंह" के रूप में (बैड मैन)
"फिल्म समीक्षक तरण आदर्श के अनुसार ये अमिताभ के सर्वश्रेष्ठ अभिनय में से एक था"

दक्षिण के प्रषिद्ध राष्ट्रीय पुरस्कार विजयी अभिनेता "मोहन लाल"

तीन बार के राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता "अजय देवगन"

रामू की खोज "प्रशांत राज" और "निशा कोठारी"

ब्रह्माण्ड सुंदरी "सुष्मिता सेन"

अभिषेक और उर्मिला का आइटम नंबर

इतने मसालेदार व्यंजन से बढ़िया जायके की उम्मीद भला किसे नहीं होगा
पर नतीजा एकदम उल्टा हुआ, आप खुद अंदाजा लगाइए की
अब कोई फिल्म फ्लॉप होती है तो कहा जाता है की ये तो रामू की आग हो गयी

भाई रामगोपाल वर्मा असल में बसावन लाल विद्यापीठ से फ्लॉप फ़िल्में बनाने में पीएचडी कर रहा था तब तो ये आग उसी की थीसिस थी और देखिये साहब उसके बाद से इस चन्दा बाबू ने कोई भी पिक्चर बनाई हो बिना किसी हिचक के सीधे फ्लॉप हुई है, मजाल है कि किसी फिल्म ने पानी भी मांगा हो | एक अभी रक्त्चारित्र फिल्म के दो पार्ट बना डाले, ससुर उसके पहले पार्ट का इतना बुरा हाल हुआ कि विवेक ओबेराय खुद इसके ऊपर बची खुची मान कि हानि का मुकद्दमा करने कि सोच रहा था और इसने पब्लिक के ऊपर उसका दूसरा पार्ट उड़ेल दिया | ससुर इसके ऊपर तो लोगो को मानसिक प्रताड़ना का केस कर देना चाहिए |:bang-head::bang-head:

ndhebar
05-12-2010, 08:32 AM
भाई रामगोपाल वर्मा असल में बसावन लाल विद्यापीठ से फ्लॉप फ़िल्में बनाने में पीएचडी कर रहा था तब तो ये आग उसी की थीसिस थी और देखिये साहब उसके बाद से इस चन्दा बाबू ने कोई भी पिक्चर बनाई हो बिना किसी हिचक के सीधे फ्लॉप हुई है, मजाल है कि किसी फिल्म ने पानी भी मांगा हो | एक अभी रक्त्चारित्र फिल्म के दो पार्ट बना डाले, ससुर उसके पहले पार्ट का इतना बुरा हाल हुआ कि विवेक ओबेराय खुद इसके ऊपर बची खुची मान कि हानि का मुकद्दमा करने कि सोच रहा था और इसने पब्लिक के ऊपर उसका दूसरा पार्ट उड़ेल दिया | ससुर इसके ऊपर तो लोगो को मानसिक प्रताड़ना का केस कर देना चाहिए |:bang-head::bang-head:
लेकिन फिर भी मैं रामू का बहुत बड़ा फैन हूँ

fullmoon
05-12-2010, 04:16 PM
जी हाँ एक बार फ्लॉप फिल्मों की इस श्रंखला में एक बार फिर से विराजमान हैं अपने ऋतिक रोशन,करीना और अभिषेक के साथ,फिल्म....

मैं प्रेम की दीवानी हूँ.....

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=4448&stc=1&d=1291551354

इतने सारे इतने बड़े सितारे,सूरज बडजात्या का निर्देशन और राजश्री PRODUCTION का नाम,फिर भी गलती कहाँ हुयी?
ये शायद कोई नहीं समझ पाया.

सूरज ने तो अपनी फिल्मों की पारिवारिक छवि तोड़ते हुए करीना को बिकनी तक पहना दी ,

मगर फिल्म को नहीं चलना था और नहीं चली.

ऋतिक ने इस फिल्म में जम कर ओवर ACTING की उसकी तुलना में अभिषेक का अभिनय काफी संयत था.

सूरज या तो समझ नहीं पाए या समझना चाह ही नहीं की दर्शक प्रेम त्रिकोण देख-देख कर ऊब चुके हैं और वो फिल्म में नयापन चाहते हैं,

जो इस फिल्म में नदारद था.

फिल्म का संगीत बहुत अच्छा था और इसके सारे गाने हिट हुए,द्रश्यांकन भी बहुत सुन्दर था.

मगर फिर भी फिल्म को मिला तो सिर्फ "फ्लॉप का ठप्पा"

Bond007
06-12-2010, 08:32 AM
अभिषेक बच्चन के कैरियर की शुरूआती दर्जन भर से ज्यादा फिल्मे फ्लॉप हुई थी; ये सब उन्ही में से हैं|

ndhebar
07-12-2010, 02:52 PM
२००८ में एक फिल्म आई थी

बड़ा बैनर, बड़े बड़े सितारे, खूब धूम धड़ाके वाला संगीत
दर्शकों में भारी उत्सुकता

फिल्म थी
http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=5024&stc=1&d=1291718658

कलाकार : अनिल कपूर, अक्षय कुमार, सैफ अली खान, करीना कपूर
बैनर : देश का सबसे प्रतिष्ठित बैनर यशराज फिल्म्स
फिल्म को देश में लगभग सभी जगह जबरदस्त ओपनिंग मिली
पर ये सभी चीजें मिलकर भी फिल्म की लुटिया डूबने से नहीं बचा पाई
चुक कहाँ हुई
दर्शको को हल्के में लिया और सोचा कुछ भी दिखा देगें "कि फरक पैंदा है"
अनिल कपूर की अंग्रेजी ने भी फिल्म को डुबाने में भारी सहायता की
ऊपर से अक्षय का सुपरमैन वाला अवतार

fullmoon
07-12-2010, 10:22 PM
]फ्लॉप फिल्मों की श्रंखला की अगली कड़ी एक ऐसी फिल्म जिस का नाम ही दुविधा में डालने वाला है....

टार्ज़न

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=5226&stc=1&d=1291745992

नाम से तो ये कोई jungle की बी ग्रेड फिल्म होने का एहसास कराती है,पर यहाँ ऐसा मामला नहीं था.

ये फिल्म एक hollywood फिल्म से नक़ल मार कर बनायीं गयी थी.

अब्बास मस्तान जैसे directors का नाम जिस फिल्म से जुड़ा हो, उसे हम हलके में नहीं ले सकते.
उनके बनांये गए थ्रिलर कितने बड़े हिट साबित होते हैं,ये तो सभी जानते हैं.

मगर ये फिल्म क्या थी शायद ये वो दोनों ही बखूबी समझ सखे थे,क्यूंकि वो इसे थ्रिलर बनाना चाहते थे या कॉमेडी या बच्चों के लिए,इसमें वो खुद ही दुविधा में थे.
फिल्म सभी का mixture बन गयी.

फिल्म के प्रचार में पैसा पानी की तरह बहाया गया.
मशहूर कार designer दिलीप चौरसिया (dc ) से taarzan नाम की ये कार स्पेशल डिजाईन कराई गयी ,

फिर इसे पूरे देश के सभी बड़े शहरों में भी प्रदर्शित किया गया.
मगर ऐसा करने से क्या फ़िल्में हिट हो जाती हैं,बेचारे यही नहीं समझ सके.

फिल्म से अगर किसी का भला हुआ तो आयशा टाकिया का जिसे बेस्ट debut अभिनेत्री का अवार्ड मिल गया.

amit_tiwari
08-12-2010, 01:59 AM
लेकिन फिर भी मैं रामू का बहुत बड़ा फैन हूँ

:doh::please-help::iamconfused::what::help:

अभिषेक बच्चन के कैरियर की शुरूआती दर्जन भर से ज्यादा फिल्मे फ्लॉप हुई थी; ये सब उन्ही में से हैं|


भाई हमें तो नहीं लगता अभी तक उसका शुरूआती दौर ख़त्म हुआ है | आखिरी फिलिम रावण देखने एक कन्या जबरन लिवा गयी थी और आखिर के १ घंटा खुद ही सोती रह गयी | :doh::doh:

amit_tiwari
08-12-2010, 02:03 AM
[color="darkgreen"]]

फिर इसे पूरे देश के सभी बड़े शहरों में भी प्रदर्शित किया गया.
मगर ऐसा करने से क्या फ़िल्में हिट हो जाती हैं,बेचारे यही नहीं समझ सके.

फिल्म से अगर किसी का भला हुआ तो आयशा टाकिया का जिसे बेस्ट debut अभिनेत्री का अवार्ड मिल गया.


नाम से ज्यादा ससुर ये हीरो दुविधा में डालने वाला था ! पूरी पिक्चर पब्लिक सोचती रही कि ये हीरो के बचपन वाला किरदार है और अभी हीरो बड़ा होगा पर नहीं !!!

Bond007
08-12-2010, 04:43 AM
:doh::please-help::iamconfused::what::help:



भाई हमें तो नहीं लगता अभी तक उसका शुरूआती दौर ख़त्म हुआ है | आखिरी फिलिम रावण देखने एक कन्या जबरन लिवा गयी थी और आखिर के १ घंटा खुद ही सोती रह गयी | :doh::doh:

बात तो सही है| लेकिन मियाँ जूनियर को इस बीच एक-दो हिट फिल्मे भी मिल गई| अब चाहे वो किसी भी वजह से चली हों, मगर खाते में तो आ ही गई|

Bond007
08-12-2010, 04:47 AM
फिल्म से अगर किसी का भला हुआ तो आयशा टाकिया का जिसे बेस्ट debut अभिनेत्री का अवार्ड मिल गया.


किसी को कुछ तो फायदा हुआ ही|

fullmoon
08-12-2010, 07:17 PM
अभिषेक बच्चन के कैरियर की शुरूआती दर्जन भर से ज्यादा फिल्मे फ्लॉप हुई थी; ये सब उन्ही में से हैं|


:doh::please-help::iamconfused::what::help:



भाई हमें तो नहीं लगता अभी तक उसका शुरूआती दौर ख़त्म हुआ है | आखिरी फिलिम रावण देखने एक कन्या जबरन लिवा गयी थी और आखिर के १ घंटा खुद ही सोती रह गयी | :doh::doh:

बात तो सही है| लेकिन मियाँ जूनियर को इस बीच एक-दो हिट फिल्मे भी मिल गई| अब चाहे वो किसी भी वजह से चली हों, मगर खाते में तो आ ही गई|


अरे दोस्तों
आप सब लोग तो सर जी उर्फ़ junior बी के पीछे हाथ धो कर ही पड़ गए हो.
वैसे अभिषेक ने "गुरु" जैसी हिट फिल्म भी तो दी है,जिसमे उसने शानदार अभिनय किया था.

fullmoon
08-12-2010, 07:31 PM
आज की फ्लॉप फिल्म जिसमे देशभक्ति ज़बरदस्ती ठूस-ठूस कर भरने की कोशिश की गयी.....

अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=5427&stc=1&d=1291822132

ग़दर और थे हीरो जैसी हिट फिल्मों के निर्देशक अनिल शर्मा ने सोचा की मनोज कुमार की तरह देशभक्ति की फिल्मों का फार्मूला हिट है,

बस बिना सोचे उसी विषय पर फ़िल्में बनाते जाओ, दर्शक तो बेचारे भोले-भले हैं ही जयहिंद का नारा लगते हुए सिनेमाघरों से बाहर निकलेंगे औरअपनी फिल्म सुपर डुपर हिट.

साथ में अमिताभ बच्चन ,अक्षय कुमार और BOBBY देओल जैसे सितारे होंगे तो फिल्म को BUMPER ओपनिंग अलग मिलेगी.

मगर माफ़ कीजिये अनिल जी,
पब्लिक अब उतनी बेवकूफ नहीं रही,अब वो भी दिमाग खुला रख कर फिल्म देखने जाती है.
इस फिल्म को जोर का झटका ज़ोरों से लगा और फिल्म सुपर फ्लॉप साबित हुयी.

वैसे फिल्म से फिल्म की नवोदित अभिनेत्री को बहुत फायदा हुआ,ये उसकी पहली फिल्म थी और उसे इस फिल्म में देख्त्ते ही कैसेट किंग गुलशन कुमार के सुपुत्र भूषण कुमार उस पर मोहित हो गए और तुरंत उससे शादी कर के उसे टी SERIES कंपनी की मालकिन बना दिया..

ABHAY
08-12-2010, 10:20 PM
अच्छी जानकारी है भाई

fullmoon
09-12-2010, 10:54 AM
आज की फ्लॉप फिल्म के नाम से आप एक बार फिर से धोखा खा सकते हैं.....

दीवार

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=5454&stc=1&d=1291877589



मिलन लूथरिया जैसे प्रतिभाशाली निर्देशक की इस फिल्म दीवार अमित जी की पुरानी फिल्म की दीवार का remake नहीं है,
क्यूंकि इसमें भी प्रमुख भूमिका में अमिताभ ही हैं .

इस फिल्म का विषय काफी संवेदनशील था....."१९७१ की जंग में पकिस्तान की कैद में भारतीय सैनिकों को छुडाने की मुहिम."

अक्षय खन्ना को जब पता चलता है की उसका बाप कई सालों से पाक जेल में है तो वो अकेले ही पाकिस्तान निकल पड़ता है और अकेले अपने दम पर ही उन सभी कैदियों को छुड़ा कर भारत ले आता है.

इतनी बड़ी कोरी कल्पना जिसे कोई आम इंसान भी हजम नहीं कर सकता, हाँ अपने sunny भाजी होते तो दर्शक एक बार मान भी लेते.

सभी के बेहतरीन अभिनय के बाद भी फिल्म काफी बोझिल बन गयी और उसका बॉक्स ऑफिस पर बड़ा बुरा हश्र हुआ.

laddi
09-12-2010, 02:41 PM
लगे रहो राकेश भाई
मज़ा आ रहा है आपके सूत्र पड़ कर

Bond007
10-12-2010, 04:38 AM
इतनी बड़ी कोरी कल्पना जिसे कोई आम इंसान भी हजम नहीं कर सकता, हाँ अपने sunny भाजी होते तो दर्शक एक बार मान भी लेते.



हा....हा....हा....हा....!!!!!!!:iagree:

fullmoon
10-12-2010, 10:08 PM
आज की फ्लॉप फिल्म एक बार फिर से HOLLYWOOD फिल्म की कॉपी.....

रक्त

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=5595&stc=1&d=1292004467

अपने अन्ना भाई यानि सुनील शेट्टी पर जब निर्माता बनाने का भूत चढ़ा तो उनके परम मित्र अक्षय कुमार ने बहुत समझाया की ये तेरे बस का रोग नहीं है और तू ये रोग पाल कर रोगी हो जाएगा, पर अन्ना कहाँ सुनाने वाले थे.

तुरंत उठाई hollywood की फिल्म "THE GIFT" की DVD और पूरी कॉपी मार डाली .

हीरो के लिए चुना अपने सबसे चहेते दोस्त संजय दत्त को और बाकी के कलाकार थे खुद सुनील,डीनो,बिपाशा और अमृता अरोरा.

ये फिल्म आधारित थी एक टैरो कार्ड READER विधवा स्त्री के जिंदगी पर जिसे की आने वाली घटनाओं का पूर्वाभास हो जाता है.

फिल्म MURDER MYSTERY थी पर इस फिल्म के साथ सबसे बड़ी ट्रेजडी ये हो गयी की फिल्म RELEASE होने से पहले ही पता चल गया था की फिल्म में कातिल संजय दत्त हैं,तो भला कौन ये फिल्म देखने जाता?

फिल्म की स्टोरी तो HOLLYWOOD से उड़ाई ही,साथ ही मशहूर अंग्रेजी गाने "ONE लव" को भी हिंदी में पूरा का पूरा कॉपी कर दिया गया ITEM सोंग के रूप में जिसे अपने JUNIOR बी पर फिल्माया गया था.

पर जिस फिल्म की किस्मत में ही फ्लॉप होना हो,उसे भला कौन बचा सकता है/

सुनील की पोपकोर्न INTERTAINMENT कंपनी के पोपकोर्न लोगों ने खाने से साफ़ मना कर दिया उअर फिल्म ने सुनील को काफी ज़ोरदार झटका दिया.

ndhebar
11-12-2010, 09:33 AM
सुनील की पोपकोर्न intertainment कंपनी के पोपकोर्न लोगों ने खाने से साफ़ मना कर दिया उअर फिल्म ने सुनील को काफी ज़ोरदार झटका दिया.

सुनील शेट्ठी ने एक और फिल्म का निर्माण किया था पर दुर्भाग्यवश वह भी फ्लॉप रही थी
फिल्म थी "खेल" और इस फिल्म में सुनील ने अपने क्रिकेटर दोस्त अजय जडेजा को कास्ट किया था
फिल्म में सन्नी देओल की भी दमदार भूमिका थी पर अफ़सोस फिल्म बच नहीं पाई

munneraja
11-12-2010, 05:18 PM
कुछ ऐसी फिल्मे भी हैं जो शायद एक ही दिन चली हैं
कोई ऐसी फिल्मो के नाम बता सकता है ??

fullmoon
11-12-2010, 05:51 PM
कुछ ऐसी फिल्मे भी हैं जो शायद एक ही दिन चली हैं
कोई ऐसी फिल्मो के नाम बता सकता है ??

जी हाँ,मुन्ना भैया ,

ऐसी एक फिल्म तो मैंने भी देखी हुयी है ,dvd पर
फिल्म थी राखी और अनुपम खेर की "मेरे बाद"
फिल्म में राखी और अनुपम दोनों को जानलेवा रोग होता है इसलिए वो मरने से पहले अपने चार बच्चों के लिए नए माता पिता स्वयं ढूँढते हैं.
ये फिल्म सिर्फ मुंबई में प्रदर्शित हुयी और पहले दिन के तीसरे शो के बाद ही फिल्म को सिनेमाघरों से हटा लिया गया क्यूंकि इसे देखने सिर्फ २ दर्शक आये थे.

ऐसी कई फ़िल्में हैं, लेकिन इस सूत्र में मैंने सिर्फ उन्ही फिल्मों का जिक्र किया है जिनमे बड़े सितारे होने के कारन इनका जोरदार प्रचार किया गया मगर फिल्म निकली सीला पटाखा.

वैसे ऐसी भी फ़िल्में हैं जो एक दिन भी रिलीज़ नहीं हो पायी क्यूंकि ये ban कर दी गयी जैसे "हवा आने दे" और नाथूराम गोडसे पर आधारित "९ hours to rama "
जिनका जिक्र मैं पहले ही कर चुका हूँ.

fullmoon
11-12-2010, 06:44 PM
बच के रहना रे बाबा

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=5626&stc=1&d=1292078052

मल्लिका शेरावत के नाम को भुनाने की कोशिश करती ये फिल्म परले दर्जे की बकवास फिल्म थी,

इस फिल्म में मल्लिका के सामने बॉलीवुड की चिर युवा अभिनेत्री रेखा को कास्ट किया गया की पब्लिक उन दोनों के नाम से ही सिनेमा घरों में खिंची चली आएगी और इन दोनों की टक्कर कराकर अपनी जेबें भर ली जाय.

मगर हुआ उल्टा ही फिल्म की शूटिंग के दौरान दोनों ने अपनी फरमाइशों से निर्माता की जेब खली ज़रूर कर दी.

बेचारा निर्माता ये नहीं जनता था की अगर सितारों के नाम से ही फिल्म चल जाती तो रामू की आग न हिट हो गयी होती जिसमे इस सदी के महानायक अमिताभ थे.
अब लोग अच्छी कहानी देखते हैं,ना की सितारों को .

फिल्म में सारे कलाकारों ने फूहड़ अभिनय किया था.

फिल्म की समीक्षा सिर्फ एक शब्द में...
"वाहियात "

munneraja
12-12-2010, 11:35 AM
बच के रहना रे बाबा

मल्लिका शेरावत के नाम को भुनाने की कोशिश करती ये फिल्म परले दर्जे की बकवास फिल्म थी,

इस फिल्म में मल्लिका के सामने बॉलीवुड की चिर युवा अभिनेत्री रेखा को कास्ट किया गया की पब्लिक उन दोनों के नाम से ही सिनेमा घरों में खिंची चली आएगी और इन दोनों की टक्कर कराकर अपनी जेबें भर ली जाय.

मगर हुआ उल्टा ही फिल्म की शूटिंग के दौरान दोनों ने अपनी फरमाइशों से निर्माता की जेब खली ज़रूर कर दी.

बेचारा निर्माता ये नहीं जनता था की अगर सितारों के नाम से ही फिल्म चल जाती तो रामू की आग न हिट हो गयी होती जिसमे इस सदी के महानायक अमिताभ थे.
अब लोग अच्छी कहानी देखते हैं,ना की सितारों को .

फिल्म में सारे कलाकारों ने फूहड़ अभिनय किया था.

फिल्म की समीक्षा सिर्फ एक शब्द में...
"वाहियात "


खाली नाम से कुछ नहीं होता
कुछ ऐसी फिल्मे हैं जिनमे स्टार कास्ट नामालूम थे और फिल्म हिट हो गई
क्योंकि कहानी में दम था

gulluu
12-12-2010, 12:32 PM
]फ्लॉप फिल्मों की श्रंखला की अगली कड़ी एक ऐसी फिल्म जिस का नाम ही दुविधा में डालने वाला है....

टार्ज़न

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=5226&stc=1&d=1291745992

नाम से तो ये कोई jungle की बी ग्रेड फिल्म होने का एहसास कराती है,पर यहाँ ऐसा मामला नहीं था.

ये फिल्म एक hollywood फिल्म से नक़ल मार कर बनायीं गयी थी.

अब्बास मस्तान जैसे directors का नाम जिस फिल्म से जुड़ा हो, उसे हम हलके में नहीं ले सकते.
उनके बनांये गए थ्रिलर कितने बड़े हिट साबित होते हैं,ये तो सभी जानते हैं.

मगर ये फिल्म क्या थी शायद ये वो दोनों ही बखूबी समझ सखे थे,क्यूंकि वो इसे थ्रिलर बनाना चाहते थे या कॉमेडी या बच्चों के लिए,इसमें वो खुद ही दुविधा में थे.
फिल्म सभी का mixture बन गयी.

फिल्म के प्रचार में पैसा पानी की तरह बहाया गया.
मशहूर कार designer दिलीप चौरसिया (dc ) से taarzan नाम की ये कार स्पेशल डिजाईन कराई गयी ,

फिर इसे पूरे देश के सभी बड़े शहरों में भी प्रदर्शित किया गया.
मगर ऐसा करने से क्या फ़िल्में हिट हो जाती हैं,बेचारे यही नहीं समझ सके.

फिल्म से अगर किसी का भला हुआ तो आयशा टाकिया का जिसे बेस्ट debut अभिनेत्री का अवार्ड मिल गया.


मेरे हिसाब से ये शख्स दिलीप चोरसिया नहीं दिलीप छाबडिया जी हैं जो dc के नाम से भी जाने जाते हैं और गाड़ियों में मनचाहा परिवर्तन करने के लिए प्रसिद्ध हैं .
शायद में गलत भी हो सकता हूं लेकिन कुछ ग़लतफहमी भी हो सकती है .राकेश भाई कही से चेक करके बताएं .
धन्यवाद

fullmoon
12-12-2010, 01:58 PM
मेरे हिसाब से ये शख्स दिलीप चोरसिया नहीं दिलीप छाबडिया जी हैं जो dc के नाम से भी जाने जाते हैं और गाड़ियों में मनचाहा परिवर्तन करने के लिए प्रसिद्ध हैं .
शायद में गलत भी हो सकता हूं लेकिन कुछ ग़लतफहमी भी हो सकती है .राकेश भाई कही से चेक करके बताएं .
धन्यवाद

जी हाँ,

गुल्लू जी. आप बिलकुल सही हैं.

मुझ से ही नाम लिखने में गलती हो गयी थी.

fullmoon
12-12-2010, 03:18 PM
ताज महल : AN ETERNAL LOVE स्टोरी

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=5628&stc=1&d=1292152627

इस बार फ़िरोज़ खान और संजय खान के छोटे भाई अकबर खान का वो सुपर डुपर फ्लॉप कारनामा जिसने फिल्म के निर्माताओं को दिवालिया बना दिया.

मुग़ल सम्राट शाहजहाँ और मुमताज महल की लव स्टोरी को वो अपने तरीके से भव्य रूप से बनाने का ख्वाब सदैव देखा करते थे, बस तलाश थी एक मालदार बकरे की माफ़ कीजिये निर्माता की .

जैसे ही उन्हें ऐसा शख्स मिला , उन्होंने उसे तुरंत शीशे में उतारा और सभी नए कलाकारों को लेकर इतनी महंगी फिल्म बना डाली. की

फिल्म का ज़बरदस्त प्रचार किया गया,मगर अकबर शायद भूल गए की इसी विषय पर पहले भी अनेकों फ़िल्में बन चुकी हैं,आखिर उनकी फिल्म में ऐसा नया क्या है जो की दर्शक इसके लिए अपना समय और धन दोनों व्यर्थ करें.

MODELLING जगत से आये जुल्फी सैय्यद इस किरदार को बिलकुल भी नहीं निभा पाए, पर हाँ उन्हें इस फिल्म से ये फायदा ज़रूर हुआ की उन्हें "बिग बॉस २" में ज़रूर प्रवेश मिल गया.

अकबर ने फिल्म को प्रचार देने के लिए इसा PREMIUR पाकिस्तान में किया.काफी समय के बाद किसी हिंदी फिल्म को पाकिस्तान में प्रदर्शन की और PREMIUR की अनुमति मिली थी.

मगर इस प्रचार के बावजूद फिल्म सुपर फ्लॉप ही साबित हुयी.

इसका ठीकरा भी अकबर ने मीडिया के सर फोड़ते हुए कहा की उनकी फिल्म को मीडिया ने सही तरह से प्रचारित नहीं किया इसीलिए फिल्म नहीं चली.

उनके लिए तो बस यही कह सकते है की ....."नाच ना आये आंगन टेढ़ा .'

fullmoon
13-12-2010, 02:18 PM
एक बार फिर से हाज़िर हूँ दोस्तों, एक और बॉलीवुड का बाजा बजने के लिए....
तो आज की फिल्म है, यश राज banner की.....

नील और निक्की

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=5666&stc=1&d=1292235394


इस सुपर फ्लॉप फिल्म में विराजमान हैं चोपड़ा परिवार के सुपर फ्लॉप च्श्मोचिराग "उदय चोपड़ा"
और मुखर्जी खानदान की floppest एक्ट्रेस "तनीषा मुखर्जी"

उदय चोपड़ा ने पापा और भैया को एक बार फिर हीरो बनने जिद की और उधर काजोल की छोटी बहन तनीषा का भी यही हाल था.

तो दोनों लाडलों की जिद का अंजाम भुगतना पड़ा हम मासूम दर्शकों को.

फिल्म को हिट कराने के लिए तनीषा ने जम कर अंग प्रदर्शन किया.

लगभग पूरी फिल्म में उसने अपने अधोवस्त्र की जगह अन्तः वस्त्र पहने रखा,जो देखने में बड़ा ही cheap लग रहा था.

उस पर से वो सारे संवाद इतने जोर- जोर से बोल रही थी जैसे सारे दर्शक बहरे हो गए हों.

यही काफी नहीं था तो लीजिये उदय की बंदरों की तरह उछल-कूद को भी सहिये.

इस फिल्म की कोई कहानी नहीं थी.
हाँ इसके गाने हिट हो गए थे जो की बड़े ही कानफोडू टाइप के थे.

फिल्म इतनी पकाऊ थी की दर्शक आधी फिल्म देखकर ही सिनेमाघरों से भागते नज़र आये.

यशराज banner की सबसे घटिया फिल्म में इसका शुमार आज भी किया जाता है.

pankaj bedrdi
13-12-2010, 04:16 PM
ताज महल : An eternal love स्टोरी

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=5628&stc=1&d=1292152627

इस बार फ़िरोज़ खान और संजय खान के छोटे भाई अकबर खान का वो सुपर डुपर फ्लॉप कारनामा जिसने फिल्म के निर्माताओं को दिवालिया बना दिया.

मुग़ल सम्राट शाहजहाँ और मुमताज महल की लव स्टोरी को वो अपने तरीके से भव्य रूप से बनाने का ख्वाब सदैव देखा करते थे, बस तलाश थी एक मालदार बकरे की माफ़ कीजिये निर्माता की .

जैसे ही उन्हें ऐसा शख्स मिला , उन्होंने उसे तुरंत शीशे में उतारा और सभी नए कलाकारों को लेकर इतनी महंगी फिल्म बना डाली. की

फिल्म का ज़बरदस्त प्रचार किया गया,मगर अकबर शायद भूल गए की इसी विषय पर पहले भी अनेकों फ़िल्में बन चुकी हैं,आखिर उनकी फिल्म में ऐसा नया क्या है जो की दर्शक इसके लिए अपना समय और धन दोनों व्यर्थ करें.

Modelling जगत से आये जुल्फी सैय्यद इस किरदार को बिलकुल भी नहीं निभा पाए, पर हाँ उन्हें इस फिल्म से ये फायदा ज़रूर हुआ की उन्हें "बिग बॉस २" में ज़रूर प्रवेश मिल गया.

अकबर ने फिल्म को प्रचार देने के लिए इसा premiur पाकिस्तान में किया.काफी समय के बाद किसी हिंदी फिल्म को पाकिस्तान में प्रदर्शन की और premiur की अनुमति मिली थी.

मगर इस प्रचार के बावजूद फिल्म सुपर फ्लॉप ही साबित हुयी.

इसका ठीकरा भी अकबर ने मीडिया के सर फोड़ते हुए कहा की उनकी फिल्म को मीडिया ने सही तरह से प्रचारित नहीं किया इसीलिए फिल्म नहीं चली.

उनके लिए तो बस यही कह सकते है की ....."नाच ना आये आंगन टेढ़ा .'

सच मे यह फिल्म बहुत खराब लगी थी

Video Master
13-12-2010, 10:12 PM
एक बार फिर से हाज़िर हूँ दोस्तों, एक और बॉलीवुड का बाजा बजने के लिए....
तो आज की फिल्म है, यश राज banner की.....

नील और निक्की

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=5666&stc=1&d=1292235394


इस सुपर फ्लॉप फिल्म में विराजमान हैं चोपड़ा परिवार के सुपर फ्लॉप च्श्मोचिराग "उदय चोपड़ा"
और मुखर्जी खानदान की floppest एक्ट्रेस "तनीषा मुखर्जी"

उदय चोपड़ा ने पापा और भैया को एक बार फिर हीरो बनने जिद की और उधर काजोल की छोटी बहन तनीषा का भी यही हाल था.

तो दोनों लाडलों की जिद का अंजाम भुगतना पड़ा हम मासूम दर्शकों को.

फिल्म को हिट कराने के लिए तनीषा ने जम कर अंग प्रदर्शन किया.

लगभग पूरी फिल्म में उसने अपने अधोवस्त्र की जगह अन्तः वस्त्र पहने रखा,जो देखने में बड़ा ही cheap लग रहा था.

उस पर से वो सारे संवाद इतने जोर- जोर से बोल रही थी जैसे सारे दर्शक बहरे हो गए हों.

यही काफी नहीं था तो लीजिये उदय की बंदरों की तरह उछल-कूद को भी सहिये.

इस फिल्म की कोई कहानी नहीं थी.
हाँ इसके गाने हिट हो गए थे जो की बड़े ही कानफोडू टाइप के थे.

फिल्म इतनी पकाऊ थी की दर्शक आधी फिल्म देखकर ही सिनेमाघरों से भागते नज़र आये.

यशराज banner की सबसे घटिया फिल्म में इसका शुमार आज भी किया जाता है.
ये मूवी झेल कौन पाया होगा
बहुत ही घटिया मूवी है

fullmoon
15-12-2010, 07:46 AM
अझेल फिल्मों की कड़ी में आज की फिल्म के शीर्षक पर ना जाएंयें क्यूंकि ये फिल्म इनकी जीवनी नहीं है.....

पदमश्री लालू प्रसाद यादव

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=5953&stc=1&d=1292384682

जी हाँ, इस फिल्म का अपने लालू जी से कोई सम्बन्ध नहीं था.

इस फिल्म की नायिका का फिल्म में नाम था "पदमश्री" और बाकी तीन नायक थे..."लालू" , "प्रसाद" "यादव".

महेश मांजरेकर , सुनील शेट्टी और जोनी लीवर ने इस फिल्म में अभिनय(???????) किया था.

इस फिल्म को कॉमेडी फिल्म कह कर प्रचारित की गयी थी,जिसे की दर्शक अंत तक ढूंढते रहे और उन्हें नहीं मिली.

कई दर्शकों को सिनेमाघरों से इंटरवल से पहले ही भागते देखा गया.

फिल्म से सिर्फ फायदा हुआ सिनेमा हॉल के बाहर स्थित मेडिकल store को जहाँ सरदर्द की गोलियों की रिकॉर्ड तोड़ बिक्री हुयी.

वैसे इस फिल्म के अंत में लालू जी ने भी अपने दर्शन दे दिए थे,लेकिन इससे क्या फिल्म हिट हो जाती?

कई लोगों ने तो लालू जी का नाम इस सुपर फ्लॉप फिल्म से जोड़ने के कारण उन्हें इस फिल्म पर मुकदमा करने की भी सलाह दे डाली.

मगर उन्होंने निर्माता पर रहम खाया क्यूंकि वो बेचारा तो पहले ही दिवालिया हो चुका था.

khalid
15-12-2010, 08:53 AM
गजब की जानकारी शक्तिमान भाई द्वारा
हार्दिक धन्यवाद

laddi
15-12-2010, 02:28 PM
गज़ब की जानकारी है
आप को तो सरदर्द की काफी गोलियां खानी पड़ती होंगी इतनी सारी मूवीज देखने के लिए
i m joking

fullmoon
16-12-2010, 02:25 PM
गज़ब की जानकारी है
आप को तो सरदर्द की काफी गोलियां खानी पड़ती होंगी इतनी सारी मूवीज देखने के लिए
i m joking



laddi जी,

इतना तो आप सब मित्रों के लिए करना ही पड़ता है.

fullmoon
16-12-2010, 02:29 PM
आज की फिल्म है सुभाष घई का dream प्रोजेक्ट.....

किसना


http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=6058&stc=1&d=1292495194

ये फिल्म INDUSTRY के SHOWMAN सुभाष घई की महत्वकांशी फिल्म थी ,

यादें के फ्लॉप होने के बाद काफी समय बाद वो फिर से निर्देशन के मैदान में कूदे थे.

फिल्म के प्रमुख कलाकार थे .....विवेक ओबेरॉय और ईशा शरवानी.

फिल्म में भारत की आजादी के लिए लड़ते क्रांतिकारियों की कहानी थी.

फिल्म बुरी तरह असफल रही.

फिल्म का सबसे बड़ा DRAWBACK थे विवेक ओबेरॉय , जो इस रोले में बिलकुल नहीं जमे.

फिल्म को A.R.रहमान और इस्माइल दरबार का म्यूजिक भी नहीं बचा पाया.

हाँ, फिल्म की नवोदित नायिका ईशा शरवानी जो की एक कुशल नर्त्यांगना हैं, के नृत्य द्रश्य लाजवाब थे.

इस फिल्म के असफलता से सुभाष बुरी तरह से टूट गए और फिर कभी कोई महंगी फिल्म न बनाने का निर्णय कर

लिया ,साथ ही "WHISPERING WOODS "नाम से एक्टिंग स्कूल भी खोल लिया.

इस फिल्म की असफलता का सारा दोष इन्होने फिल्म की कहानी पर मढ़ दिया और ऐलान किया की जो कोई उन्हें एक श्रेष्ठ कहानी ला कर देगा,उन्हें वो १ CRORE का इनाम देंगे,ये CHALLANGE आज भी कायम है.

यदि आप में से कोई इस CHALLANGE को लेना चाहे तो सुभाष जी से संपर्क कर सकते हैं.

ndhebar
16-12-2010, 02:42 PM
गज़ब की जानकारी है
आप को तो सरदर्द की काफी गोलियां खानी पड़ती होंगी इतनी सारी मूवीज देखने के लिए
i m joking



i m joking से याद आया

एक फिल्म आई थी "नो स्मोकिंग"

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=6059&stc=1&d=1292496098

इस फिल्म को बनाने का मुख्य उद्देश्य था दर्शको से बदला लेना
फिल्म के डायरेक्टर थे "अनुराग कश्यप" जिनकी पहली फिल्म "पाँच" को सेंसर ने बैन कर दिया, कारन था फिल्म में अत्यधिक हिंसा का होना
दूसरी फिल्म "ब्लैक फ्रायडे" भी काफी मशक्कत के बाद रिलीज हुई, इस फिल्म को सराहना तो खूब मिली पर दर्शक नहीं मिले (फिल्म वाकई बहुत अच्छी थी)
फिर इन्होने बनाई ये महान फिल्म "नो स्मोकिंग", ये फिल्म दर्शको पर किया गया ऐसा अत्याचार था जिसे सोचकर भी रूएँ खड़े हो जाते हैं
इस फिल्म को देखने के बाद कई प्रबुद्ध लोगों ने दुबारा थियेटर का रास्ता ही छोड़ दिया
फिल्म उतनी ही खतरनाक थी जितना वो परमानुबम जो अमेरिका ने जापान पर गिराया था
दोस्तों अगर आपको किसी से बदला लेना हो तो उसे बस इस फिल्म की सी डी या डी वी डी गिफ्ट कर दो, बेचारा फिल्म देखकर ऐसे ही परास्त हो जायेगा

वैधानिक चेतावनी : हाँ पर इतना अवश्य ध्यान देना की उसने फिल्म पहले ना देखी हो वर्ना दुश्मनी की आग में घी पड़ जायेगा

कुछ और बताऊँ

नाआआआआआआ, काफी हो गया मेंटल टॉर्चर

ndhebar
16-12-2010, 02:47 PM
इस फिल्म के असफलता से सुभाष बुरी तरह से टूट गए और फिर कभी कोई महंगी फिल्म न बनाने का निर्णय कर लिया

सिर्फ निर्णय लिया अमल ना किया
अगर अमल किया होता तो हम "युवराज" नामक घातक अस्त्र से बच गए होते
:gm::gm:

Hamsafar+
16-12-2010, 02:53 PM
शक्तिमान भैया
स्वागतम

अब जब आपने सूत्र बना ही दिया तो हम भी कुछ टिप देते हैं
सन २००३ में आई थी ये सुपर फ्लॉप फिल्म
इसे आप फ्लॉप फिल्मो का बाप भी कह सकते हैं
मुझे आज तक ये समझ ना आया की क्या सोचकर ये फिल्म बनाई थी और सदी के महानायक ने कैसे इस फिल्म में काम करना स्वीकारा था
फिल्म थी



फिल्म में काम किया था अमिताभ बच्चन, जैकी श्रोफ, गुलशन ग्रोवर, कैटरिना कैफ, पद्मालक्ष्मी, मधु सप्रे और जीनत अमान ने
निर्मात्री थी जैकी श्रोफ की पत्नी आयशा श्रोफ और निर्देशक थे कैजाद गुस्ताद ने
ये कैटरिना की पहली फिल्म थी
फिल्म में अच्छा क्या था:thinking::thinking:
अच्छा ये सोचता हूँ की फिल्म में क्या था :thinking::thinking:
पता लगते ही बताऊंगा


पता लगा निशांत भाई ??????

arvind
16-12-2010, 03:18 PM
i m joking से याद आया

एक फिल्म आई थी "नो स्मोकिंग"

...............
दोस्तों अगर आपको किसी से बदला लेना हो तो उसे बस इस फिल्म की सी डी या डी वी डी गिफ्ट कर दो, बेचारा फिल्म देखकर ऐसे ही परास्त हो जायेगा

वैधानिक चेतावनी : हाँ पर इतना अवश्य ध्यान देना की उसने फिल्म पहले ना देखी हो वर्ना दुश्मनी की आग में घी पड़ जायेगा

कुछ और बताऊँ

नाआआआआआआ, काफी हो गया मेंटल टॉर्चर
किसी को सजा देने का या बदला लेने का मेरा सबसे पसंदीदा तरीका है। :cheers:

fullmoon
17-12-2010, 05:06 PM
आज एक ऐसी FILM की चर्चा ,जिसमे न तो उसके कलाकार ही अपने किरदार में फिट हो पाए न ही उसकी कहानी ही किसी दर्शक को समझ आ पायी ....तो पेश है,इस फिल्म के बारे में कुछ .....



शब्द

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=6157&stc=1&d=1292591008

इस फिल्म के मुख्य कलाकार थे....संजय दत्त,ऐश्वर्या राय और जायेद खान.

संजय दत्त एक लेखक बने थे,ऐश उन की बीवी.

संजय का हर नोवेल फ्लॉप होता है तो वो रियल लाइफ पर नोवेल लिखने का निर्णय करता है, जब उसे पता चलता है की उसकी बीवी जो की एक प्रोफेसर है के कॉलेज में एक नया प्रोफेसर जायेद खान आया है और वो उसकी बीवी की तरफ आकर्षित है तो वो इसे ही अपने नोवेल का आधार बना कर अपनी पत्नी से कहता है की वो भी जायेद को न बताये की वो शादीशुदा है और उसके साथ प्यार का नाटक करे.और जो जो घटनाएं हो उसे बताये और उसे ही वो अपने नोवेल में लिखेगा.

क्या कहानी आपको समझ में आई?

बताइये कौन सा पति ऐसा करेगा अपनी पत्नी के साथ.

क्या आपको किसी ANGLE से जायेद प्रोफेसर लगता है या ऐश लगती है?

ये फिल्म एक महिला निर्देशिका द्वारा निर्देशित की गयी थी.

फिर भी इस फिल्म में ऐश और संजय पर एक बहुत ही उत्तेजक गाने का फिल्मांकन किया गया था.
जिसकी मीडिया द्वारा कड़ी आलोचना भी की गयी.

फिल्म के गीत बहुत ही मधुर थे, लेकिन फिल्म की दुर्गति होने से कोई नहीं बचा पाया.

Nitikesh
17-12-2010, 09:50 PM
शक्तिमान भैया
स्वागतम

अब जब आपने सूत्र बना ही दिया तो हम भी कुछ टिप देते हैं
सन २००३ में आई थी ये सुपर फ्लॉप फिल्म
इसे आप फ्लॉप फिल्मो का बाप भी कह सकते हैं
मुझे आज तक ये समझ ना आया की क्या सोचकर ये फिल्म बनाई थी और सदी के महानायक ने कैसे इस फिल्म में काम करना स्वीकारा था
फिल्म थी

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=4311&stc=1&d=1291220438

फिल्म में काम किया था अमिताभ बच्चन, जैकी श्रोफ, गुलशन ग्रोवर, कैटरिना कैफ, पद्मालक्ष्मी, मधु सप्रे और जीनत अमान ने
निर्मात्री थी जैकी श्रोफ की पत्नी आयशा श्रोफ और निर्देशक थे कैजाद गुस्ताद ने
ये कैटरिना की पहली फिल्म थी
फिल्म में अच्छा क्या था:thinking::thinking:
अच्छा ये सोचता हूँ की फिल्म में क्या था :thinking::thinking:
पता लगते ही बताऊंगा



निशांत जी इस फिल्म के फ्लॉप होने का एक कारन यह भी था की
इस फिल्म की vcd फिल्मे रिलीज होने से एक महीने पहले बाज़ार
में उपलब्द हो गयी थी.फील्म तो आज तक मैंने भी नहीं देखी है.

Nitikesh
17-12-2010, 09:57 PM
सुपर flops फिल्मों की अगली पायदान पर एक बार फिर से विराजमान हैं "ऋतिक रोशन" .

ना तुम जानो ना हम

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=4328&stc=1&d=1291289559

इस बार फिल्म को फ्लॉप कराने में उनका साथ दे रही थी धरम भाजी की कुड़ी महा फ्लॉप एक्ट्रेस "ईशा देओल".
जिस के नाम के साथ ही फ्लॉप फिल्मों का ठप्पा लगा हुआ है.
साथ में थे सैफ अली खान.
एक घिसी पिटी स्टोरी और उस पर इस फिल्म को दिया उबाऊ treatment .....बस यही काफी था फिल्म को चारों खाने चित करने के लिए.

अर्जुन सबलोक द्वारा निर्देशित इस फिल्म को देख कर जब दर्शक सिनेमाघरों से बहार निकले तो वो एक दूसरे से यही पूछ रहे थे....हम सब ने ये फिल्म क्यूँ देखी "न तुम जानो न हम"



आप का कहना बिलकुल सही है.यह फिल्म मुझे इतनी भी बुरी नहीं लगी थी.

Nitikesh
17-12-2010, 09:59 PM
[b][center][size="5"][color="navy"]आज एक


[color="darkgreen"][size="7"]शब्द



इस फिल्म का थीम तो मुझे भी समझ में नहीं आया था!

Nitikesh
17-12-2010, 10:07 PM
कुछ ऐसी फिल्मे भी हैं जो शायद एक ही दिन चली हैं
कोई ऐसी फिल्मो के नाम बता सकता है ??

मेरे नजर में एक ऐसी फिल्म है जो एक शो के बाद ही उतर दी गयी थी.
वो फिल्म थी...मेघना गुलजार द्वारा निर्मित

"फ़िलहाल"
कलाकार :- सुष्मिता सेन,तब्बू,संजय सूरी.....

fullmoon
21-12-2010, 04:01 PM
उमराव जान

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=6348&stc=1&d=1292932838

J.P. DUTTA की इस सुपर फ्लॉप फिल्म में थे अपने फ्लॉप बच्चन यानिअपने अभिषेक .साथ में उनकी धमर्पत्नी विश्व सुन्दरी ऐश.

"उमराव जान अदा" नामक नोवेल पर पहले भी मुज्जफर अली फिल्म बना चुके हैं रेखा और फारुख शेख को लेकर,
जो एक क्लास्सिक फिल्म थी और एक सुपर हिट भी.

लेकिन DUTTA जी ने ना जाने इसका REMAKE क्यूँ बना डाला.

किसी की ये समझ नहीं आया की उन्होंने ऐसा क्या ख़ास दिखा दिया जो रेखा वाली फिल्म में नहीं था,

उस फिल्म के तो गाने भी सुपरहिट थे,
मगर इस फिल्म में ना तो ऐश ही अपने फॉर्म में दिखी और अभिषेक के बारे में तो आप सब जानते ही हैं.

फिल्म बहुत ही बोझिल बन गयी और सुपर फ्लॉप का तमगा लेकर गुमनामी में खो गयी.

fullmoon
23-12-2010, 09:25 AM
जानेमन

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=6420&stc=1&d=1293081913

फराह खान जैसी सुपरहिट निर्देशिका के पति शिरीष कुंदर का पहला प्रयास एक निर्देशक,लेखक और एडिटर के रूप में.

हालांकि वो एक अच्छे एडिटर के रूप में जाने जाते हैं, पर जिसे निर्देशन का कीड़ा लग जाए ,उसका तो भगवान् ही मालिक है.

सलमान,अक्षय और प्रीति जैसे सितारों के साथ बनी इस फिल्म में अनुपम खेर को एक बौने जोकर के रूप में दिखाया गया,जिसके लिए मीडिया ने उन्हें नहीं बख्शा.

फिल्म का स्टोरी telling स्टाइल जो ज़रा हट के था, भी दर्शकों को समझ नहीं आ पाया.

फिल्म का गीत संगीत बहुत ही मधुर था.

फिल्म में अक्षय का कॉलेज वाला लुक भी अजीब था,जिसका समीक्षकों ने जम कर मजाक उड़ाया.

ये फिल्म फ्लॉप तो हुयी,पर फ्लॉप होने में भी इसने एक रिकॉर्ड बनाया.

इस फिल्म को १२०० सिनेमहाल्स में एक साथ रिलीज़ किया गया और इतने बड़े पैमाने पर रिलीज़ होकर ये बुरी तरह से फ्लॉप होने वाली पहली फिल्म बनी.

Bond007
23-12-2010, 09:41 AM
फिल्म को बुरी तरह से कम्पटीशन मिला शाहरुख़ खान अभिनीत और फरहान अख्तर निर्देशित डान - द चेस बिगिन्स से| जो १९७८ की अमिताभ बच्चन अभिनीत और Chandra Barot निर्देशित डान का रीमेक थी| जिसके सामने ये फिल्म बुरी तरह फ्लॉप रही|

fullmoon
27-12-2010, 04:50 PM
आजा नाच ले

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=7033&stc=1&d=1293454110

माधुरी दीक्षित ने जब अमेरिका से बॉलीवुड का रुख किया ,एक बार फिर से अपनी मोहक अदाओं से दर्शकों पर छा जाने के लिए , तो उनके सामने कई निर्माताओं की भीड़ लग गयी.

लेकिन माधुरी ने सब को नकारते हुए चुना "यशराज banner " को.

आदित्य चोपड़ा ने भी माधुरी की image को ध्यान में रखते हुए एक musical डांस oriented फिल्म की रचना कर डाली, आखिर डांस ही तो माधुरी की USP है.

लेकिन फिल्म में ऐसा कुछ भी नहीं था,जिससे की दर्शक सिनेमाघरों में खिंचे चले आंये.

माधुरी के चेहरे पर थकान और बढती उम्र साफ़ नजर आ रही थी.

फिल्म के TITLE सोंग में "मोची " शब्द का प्रयोग कर यह पहले ही विवादों में घिर गयी,पर इन विवादों और माधुरी की उपस्थिति भी फिल्म को फ्लॉप होने से नहीं बचा पाई.

Hamsafar+
27-12-2010, 06:50 PM
आज की फिल्म है सुभाष घई का dream प्रोजेक्ट.....

किसना


http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=6058&stc=1&d=1292495194

ये फिल्म industry के showman सुभाष घई की महत्वकांशी फिल्म थी ,

यादें के फ्लॉप होने के बाद काफी समय बाद वो फिर से निर्देशन के मैदान में कूदे थे.

फिल्म के प्रमुख कलाकार थे .....विवेक ओबेरॉय और ईशा शरवानी.

फिल्म में भारत की आजादी के लिए लड़ते क्रांतिकारियों की कहानी थी.

फिल्म बुरी तरह असफल रही.

फिल्म का सबसे बड़ा drawback थे विवेक ओबेरॉय , जो इस रोले में बिलकुल नहीं जमे.

फिल्म को a.r.रहमान और इस्माइल दरबार का म्यूजिक भी नहीं बचा पाया.

हाँ, फिल्म की नवोदित नायिका ईशा शरवानी जो की एक कुशल नर्त्यांगना हैं, के नृत्य द्रश्य लाजवाब थे.

इस फिल्म के असफलता से सुभाष बुरी तरह से टूट गए और फिर कभी कोई महंगी फिल्म न बनाने का निर्णय कर

लिया ,साथ ही "whispering woods "नाम से एक्टिंग स्कूल भी खोल लिया.

इस फिल्म की असफलता का सारा दोष इन्होने फिल्म की कहानी पर मढ़ दिया और ऐलान किया की जो कोई उन्हें एक श्रेष्ठ कहानी ला कर देगा,उन्हें वो १ crore का इनाम देंगे,ये challange आज भी कायम है.

यदि आप में से कोई इस challange को लेना चाहे तो सुभाष जी से संपर्क कर सकते हैं.

दोस्त कुछ भी कहो. पर फिल्म देखने लायक थी

pankaj bedrdi
27-12-2010, 09:14 PM
बहुत हि मस्त और झकाश

fullmoon
15-01-2011, 07:32 PM
झूम बराबर झूम

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=8249&stc=1&d=1295105481

यश राज banner की एक और बेसरपैर की फिल्म ,

फिल्म के निर्देशक थे सुपरहिट फिल्म "साथिया" और "बंटी और बबली" के निर्देशक हमारे कानपुर के "शाद अली"

फिल्म में थे अभिषेक बच्चन,लारा dutta ,bobby देओल ,प्रीति जिंटा और अमिताभ बच्चन (विशेष भूमिका में)

इतने बड़े सितारों और banner के भी होते हुए भी ऐसा क्या हुआ जो फिल्म बॉक्स ऑफिस पर पानी भी ना मांग सकी.

कारण साफ़ था, फिल्म की कोई कहानी नहीं थी ,सारे कलाकार ऐसे काम कर रहे थे, जैसे वो सिर्फ टाइम पास करने आये हों.निर्देशन नाम की तो कोई चीज़ थी ही नहीं थी.

फिल्म के सारे गीत बहुत ही मधुर थे,लेकिन सिर्फ एक अच्छाई से फिल्म की सारी कमियां नहीं छुप पाती.

आदित्य चोपड़ा को भी समझ आ गया की सिर्फ बड़े नामों और banner से फिल्म नहीं चल सकती,फिल्म में कुछ तो ऐसा हो की दर्शक उसे देखने खिचे चले आंये.

guddukr90
28-02-2011, 06:33 PM
झूम बराबर झूम

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=8249&stc=1&d=1295105481

यश राज banner की एक और बेसरपैर की फिल्म ,

फिल्म के निर्देशक थे सुपरहिट फिल्म "साथिया" और "बंटी और बबली" के निर्देशक हमारे कानपुर के "शाद अली"

फिल्म में थे अभिषेक बच्चन,लारा dutta ,bobby देओल ,प्रीति जिंटा और अमिताभ बच्चन (विशेष भूमिका में)

इतने बड़े सितारों और banner के भी होते हुए भी ऐसा क्या हुआ जो फिल्म बॉक्स ऑफिस पर पानी भी ना मांग सकी.

कारण साफ़ था, फिल्म की कोई कहानी नहीं थी ,सारे कलाकार ऐसे काम कर रहे थे, जैसे वो सिर्फ टाइम पास करने आये हों.निर्देशन नाम की तो कोई चीज़ थी ही नहीं थी.

फिल्म के सारे गीत बहुत ही मधुर थे,लेकिन सिर्फ एक अच्छाई से फिल्म की सारी कमियां नहीं छुप पाती.

आदित्य चोपड़ा को भी समझ आ गया की सिर्फ बड़े नामों और banner से फिल्म नहीं चल सकती,फिल्म में कुछ तो ऐसा हो की दर्शक उसे देखने खिचे चले आंये.


>> मैने कैसे ये मूवी पूरी देखी बता नही सकता
हद बकवास थी ये………………

Bholu
03-03-2011, 04:52 PM
सबसे बडी फ्लाप फिल्म बताये

Bholu
30-03-2011, 04:41 PM
रावण
एक्शन रिप्ले
गुजारिश
प्रिन्स
और भी है

sahiba
30-03-2011, 06:54 PM
आज की फिल्म है सुभाष घई का dream प्रोजेक्ट.....

किसना


http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=6058&stc=1&d=1292495194

ये फिल्म industry के showman सुभाष घई की महत्वकांशी फिल्म थी ,

यादें के फ्लॉप होने के बाद काफी समय बाद वो फिर से निर्देशन के मैदान में कूदे थे.

फिल्म के प्रमुख कलाकार थे .....विवेक ओबेरॉय और ईशा शरवानी.

फिल्म में भारत की आजादी के लिए लड़ते क्रांतिकारियों की कहानी थी.

फिल्म बुरी तरह असफल रही.

फिल्म का सबसे बड़ा drawback थे विवेक ओबेरॉय , जो इस रोले में बिलकुल नहीं जमे.

फिल्म को a.r.रहमान और इस्माइल दरबार का म्यूजिक भी नहीं बचा पाया.

हाँ, फिल्म की नवोदित नायिका ईशा शरवानी जो की एक कुशल नर्त्यांगना हैं, के नृत्य द्रश्य लाजवाब थे.

इस फिल्म के असफलता से सुभाष बुरी तरह से टूट गए और फिर कभी कोई महंगी फिल्म न बनाने का निर्णय कर

लिया ,साथ ही "whispering woods "नाम से एक्टिंग स्कूल भी खोल लिया.

इस फिल्म की असफलता का सारा दोष इन्होने फिल्म की कहानी पर मढ़ दिया और ऐलान किया की जो कोई उन्हें एक श्रेष्ठ कहानी ला कर देगा,उन्हें वो १ crore का इनाम देंगे,ये challange आज भी कायम है.

यदि आप में से कोई इस challange को लेना चाहे तो सुभाष जी से संपर्क कर सकते हैं.




वेसे सुभास घाई तो बड़े निर्माता हे !!!!!!
२००९ मैं ही उनकी युवराज फिल्म ई थी वो भी सुपर फ्लॉप थी http://farm4.static.flickr.com/3011/2907733109_de64352998.jpg

Bholu
30-03-2011, 07:39 PM
वेसे सुभास घाई तो बड़े निर्माता हे !!!!!!
२००९ मैं ही उनकी युवराज फिल्म ई थी वो भी सुपर फ्लॉप थी http://farm4.static.flickr.com/3011/2907733109_de64352998.jpg

इस फिल्म की नाकामी से सुभाष जी बहुत बुरी तरह से टूट गये थे

bharat
22-06-2011, 07:14 AM
आज मैं एक ऐसी फिल्म की बात करूँगा जो फ्लॉप फिल्मों के इतिहास में मिल का पत्थर बन गया
ये फिल्म थी खक, निर्माता, निर्देशक राम गोपाल वर्मा की ये फिल्म १९७५ में प्रदर्शित और इस देश की सबसे बड़ी हिट फिल्म मानी जाने वाली "शोले" की रीमेक थी/ ये फिल्म इस दशक की सर्वाधिक चर्चित फिल्मों में से एक थी/ शायद ही किसी फिल्म को प्रदर्शन से पहले इतना प्रचार मिला हो/

तो रामू की आग हो गयी

नाच के बाद ये दूसरी फिल्म थी जिसमे मैं फिल्म ख़त्म होने का इंतज़ार न कर सका और हॉल से बाहर आ गया था! वास्तव में आज तक की सबसे बोरिंग और घटिया फिल्म थी ये!

dipu
06-07-2011, 09:36 PM
nice.............................................. ................

kareenagosip
13-09-2011, 11:33 AM
good news for bollywood hero and heroines