Rajat Vynar
24-10-2014, 12:48 PM
प्रायः आपने देखा होगा कि जब किसी वेबपेज को ब्राउसर में डाउनलोड होने में समय लगता है तो वेबपेज में उपस्थित चित्र दो प्रकार से आपकी आँखों के सामने प्रकट होते हैं. पहली विधि यह है कि चित्र ब्राउसर में लोड होते समय धीरे-धीरे करके ऊपर से नीचे की ओर आता है. दूसरी विधि यह है कि सम्पूर्ण चित्र एकबारगी आपकी आँखों के सामने पहले धुँधले रूप में प्रकट होता है और फिर डाउनलोड होने के साथ-साथ धीरे-धीरे करके चित्र स्पष्ट होता जाता है. पहली विधि में सम्पूर्ण चित्र देखने के लिए आपको पूरे चित्र के डाउनलोड होने का इंतज़ार करना पड़ता था. दूसरी विधि में सम्पूर्ण चित्र अपने धुँधले स्वरुप में प्रकट हो जाता है. दूसरी विधि द्वारा चित्र के डाउनलोड होने की प्रक्रिया को ही इन्टर्लेस प्रभाव कहते हैं. आजकल वेबपेजों में इन्टर्लेस प्रभाव का ही उपयोग किया जाता है.