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View Full Version : स्वास्थ्य विभाग : इसे जरूर पढ़ें


munneraja
07-12-2010, 05:35 PM
इस दुनिया में जाने कितने रहस्य आज भी अनजाने हैं
उसी प्रकार से किसी लाइलाज रोग का कोई अत्यंत आसन इलाज भी हो सकता है
कोई एक पैथी जब लाचार हो जाती है तो कोई दूसरी पैथी या नामालूम सा टोटका ही सफल सिद्ध हो जाता है.
यहाँ इस विभाग में सामान्य से लेकर अद्भुत हो सकने वाले इलाज की चर्चाएँ की जा सकती हैं
लेकिन जब तक आजमाया हुआ नुस्खा ना हो तो आप उसे उसी प्रकार से उद्घृत करें ताकि किसी के स्वस्थ्य से खिलवाड़ ना हो जाये.
यदि आप के द्वारा लिखा जा रहा इलाज कहीं से पढ़ा हुआ है तो आप बताने का श्रम करें कि ये किसी किताब से पढ़ा हुआ है

जो कोई सदस्य/व्यक्ति यहाँ लिखे गए इलाज आजमाना चाहते हैं वो एक बार अपने चिकित्सक एवं सूत्रधार से चर्चा अवश्य कर लें, ताकि किसी अनचाही मुसीबत से दो-चार ना होना पड़े.

munneraja
07-12-2010, 05:37 PM
बवासीर (पाइल्स) के रोगी हरड या दस्तावर वस्तुओं का इस्तेमाल ना करें या सिर्फ चिकित्सक की देखरेख में ही करें

munneraja
07-12-2010, 05:38 PM
मुरब्बा या मीठी वस्तुओं का सेवन मधुमेह के रोगी ना करें

munneraja
07-12-2010, 05:40 PM
यदि आपको किसी चीज से अलर्जी है तो प्रयोग में लिया जा रहा इलाज उस अलर्जी से दूर है, इसका ज्ञान कर लें

madhavi
07-12-2010, 07:07 PM
निम्न पर विचार आमंत्रित हैं !
मधुमेह के रोग में शहद

munneraja
08-12-2010, 10:58 AM
आयुर्वेद में दही के साथ करेले का प्रयोग वर्जित बताया गया है

इसी प्रकार दही और प्याज को भी वर्जित बताया गया है

munneraja
08-12-2010, 10:59 AM
भोजन में मछली के साथ दूध का प्रयोग नहीं करना चाहिए

pankaj bedrdi
11-12-2010, 09:29 AM
सर गुप्त रोगी क्या करना चाहीए क्या नही करना चाहीए

munneraja
11-12-2010, 12:19 PM
सर गुप्त रोगी क्या करना चाहीए क्या नही करना चाहीए
डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाये एकदम समय से लेते रहे
डॉक्टर जब तक निरापद नहीं बताये तब तक दवाएं चालू रखे
अपने आन्तरिक वस्त्रों को उबलते गरम पानी से धोये
अपनी साथी से सम्बन्ध बनाते समय बिना रबर लेटेक्स (फ्रेंच लेदर) के सम्बन्ध ना बनाए
साथी का मेडिकल भी समय पर करवाते रहे
दवाएं दोनों की एकसाथ ही चलेंगी
एक साथी के अतिरिक्त किसी और से सम्बन्ध ना बनाएं
रक्त दान ना करें

Hamsafar+
11-12-2010, 01:54 PM
भोजन में मछली के साथ दूध का प्रयोग नहीं करना चाहिए

इसके बारे में और जाnकारी दें !

munneraja
11-12-2010, 02:13 PM
इसके बारे में और जाnकारी दें !
मछली और दूध के प्रोटीन का आपस में मेल नहीं है
दोनों का सेवन एक साथ करने से ये अलर्जी कर सकता है
सुना जाता है कि इस से शरीर पर सफ़ेद (दाग) चकत्ते हो सकते हैं

YUVRAJ
07-01-2011, 02:12 PM
आपरेटेड़ प्रसव के बाद बैक-बोन में होने वाले दर्द का कोई इलाज है ?
जो प्रायः प्रसव के वक्त बैक-बोन में दिए इन्गरेक्सन के कारण तकलीफ देता है/

इस दुनिया में जाने कितने रहस्य आज भी अनजाने हैं
उसी प्रकार से किसी लाइलाज रोग का कोई अत्यंत आसन इलाज भी हो सकता है
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जो कोई सदस्य/व्यक्ति यहाँ लिखे गए इलाज आजमाना चाहते हैं वो एक बार अपने चिकित्सक एवं सूत्रधार से चर्चा अवश्य कर लें, ताकि किसी अनचाही मुसीबत से दो-चार ना होना पड़े.

ABHAY
26-03-2011, 01:45 PM
# अगर आपके होठों का रंग काला है :

# आप रोजाना होंठों पर चुकंदर का रस लगायें और आधे घंटे बाद होंठ ठंडे पानी से साफ कर लें।
नाखून बहुत कमजोर हैं :

आप प्रतिदिन अपने नाखूनों पर आलिव आयल लगाकर हल्की मसाज करें। नेलपेंट का कम से कम इस्तेमाल करने से नाखूनों को आक्सीजन नही मिल पाता और इस कारण नाखूनों पर पीलापन आ जाता है जिससे नाखून जल्दी टूट जाते हैं।

ABHAY
26-03-2011, 01:45 PM
# धूप से त्वचा को बचाने का उपाय :

आप एक गिलास पानी में दो चम्मच चाय डालकर अच्छी तरह उबाल लें और छानकर ठंडा करें। इस पानी को किसी बोतल में भरकर फ्रिज में रख लें और जब भी आप धूप में बाहर निकलें तो अपने चेहरे और हाथों-पैरों में पहले चाय का पानी लगायें। इससे तेज डूप से आपकी त्वचा झुलसेगी नहीं।

ABHAY
26-03-2011, 01:46 PM
# चेहरे पर दाने निकल आये हैं :

दो चम्मच मुलतानी मिट्टी में दो बूंद लौंग का तेल, दो टुकड़ा पिसा हुआ कपूर और पर्याप्त गुलाबजल मिलाकर पेस्ट बना लें। इसे प्रभावित क्षेत्र पर 10-15 मिनट तक लगायें। फिर साफ पानी से चेहरा धो लें।

ABHAY
26-03-2011, 01:47 PM
# हाथ की त्वचा रूखी है :

आप ग्लिसरीन, गुलाबजल और नींबू का रस बराबर-बराबर मात्रा में लें और उसमें 1 टी स्पून चीनी मिलाकर पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को अपने हाथों से मलते हुए लगायें। हफ्ते में दो बार बाडीस्पंज से साफ करें।

ABHAY
26-03-2011, 01:47 PM
# बाल पतले व रूखे है :

आपको रुखे बालों के लिये कोई मृदु और एक्सट्रा प्राटीनयुक्त शैंपू इस्तेमाल करना चाहिये। बालों को झडने से रोकने और घना बनाने के लिये नीम के तेल का इस्तेमाल करें। गीलें बालों में कंघीं भूलकर भी न करें और बालों को सुलझाने के लिये मोटे दांतों वाली कंघी का इस्तेमाल करें।

ABHAY
26-03-2011, 01:48 PM
# सर्दी में त्वचा रूखी होती हैं :

आप हफ्ते में एक बार इस पैक का इस्तेमाल कर सकती हैं - एक चम्मच चंदन पाउडर, 1/2 चम्मच ग्लिसरीन, 5-6 बूंद शहद और एक चम्मच मसूर की दाल और एक चम्मच दूध को एक साथ मिलाकर गाढ़ा पेस्ट तैयार करें, फिर उसे अपनी त्वचा पर लगायें। हल्के सूखने पर हाथों को गीला करके हल्के हाथों से मलते हुये छुड़ायें। ठंडे पानी से साफ करें। गर्म पानी का प्रयोग न करें, उनसे त्वचा और रूखी हो जाती है। खूब पानी पियें। एसपीएफ युक्त।

ABHAY
26-03-2011, 01:49 PM
# चेहरा बेरौनक लगता हैं :

आप हफ्ते में तीन बार अरोमा मैजिक का ग्लॉसी पैक गुलाबजल में मिलाकर चेहरे पर लगायें। बीस मिनट बाद चेहरा साफ पानी से धो लें। बाहर निकलने से पहले सनब्लॉक लगायें।

# बाल में रूसी हो गई हैं :

मेथीदाना को पानी में 2-3 घंटे के लिये भिगों दें और सुबह उसे पीसकर सिर की त्वचा पर 15-20 मिनट तक लगायें। उसके बाद सादेपानी से धो लें। हफ्ते में एक बार खट्टे दही से भी बालों को धोने से आपकी यह समस्या दूर हो जायेगी।

ABHAY
26-03-2011, 01:50 PM
# चेहरे पर खुजली होती है :

बाहर जाने से पहले सनस्क्रीन क्रीम लगायें। रोज वॉटर के साथ नीम पैक बनायें और हर दिन अपने चेहरे पर लगायें। सूख जाने पर धो लें।

# हाथ खुरदुरे है :

मॉइश्चराइजर युक्त साबुन का प्रयोग करें। हाथ धोने के बाद मॉइश्चराइजर क्रीम का प्रयोग करना न भूले। इसके अलावा किसी अच्छे पार्लर में जाकर हफ्ते में एक बार मैनीक्योर करवायें। इससे हाथों की मसाज अच्छी तरह से हो जाती है और हाथ मुलायम बने रहते है।

ABHAY
26-03-2011, 01:51 PM
# चिकन पॉक्स के निशान हैं :

क्रीम लगाने से चिकन पॉक्स के निशान ठीक नहीं हो पाते है। इसके लिये आपको लेजर व यंग स्किन मास्क की सिटिंग्स लेनी होंगी। किसी अच्छे कॉस्मेटिक क्लीनिक में संपर्क करें।

# चेहरे कपर ब्लैक हेड्स हैं :

वैसे तो ब्लैक हेड्स हर तरह की त्वचा के लिये समस्या है, पर तैलीय और कॉम्बिनेशन स्किन में इस तरह की समस्या सब से ज्यादा होती है। ब्लैक हेड्स तब होते है जब सीबम (त्वचा का

ABHAY
27-03-2011, 09:41 AM
स्*वाइन फलू क्*या है
स्वाइन फ्लू का खौफ दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है. सरकार सतर्क हो गई है और इससे बचने के उपायों से आम लोगों को अवगत करा रही है. आप भी सतर्क हो जाएं.

स्*वाइन फ्लू के लक्षण
स्वाइन फ्लू का खौफ दिन-ब दिन बढ़ता जा रहा है. यहां ये जानना जरूरी है कि इस बीमारी के क्या लक्षण हैं? आखिर कब ऐसा लगे कि आपको जांच के लिए अस्पताल जाना चाहिए?
-सिर में दर्द, बुखार, गले में खराश, खांसी, बदन में कहीं भी दर्द, सांस लेने में दिक्कत.
ऐसे लक्षण जब भी हों, सावधान हो जाइये. ये स्वाइन फ्लू हो सकता है. तुरंत जांच करवाइये.

ABHAY
27-03-2011, 09:43 AM
कैसे बचें स्वाइन फ्लू से
आखिर कैसे बचें स्वाइन फ्लू से जिसका खौफ दिन-ब दिन बढ़ता जा रहा है. आइये हम आपको बताते हैं कुछ ऐसे उपाय जिसे आजमा कर आप स्वाइन फ्लू से दूर रह सकते हैं. कहते हैं इलाज से बढ़िया है बचाव इसलिए स्वाइन फ्लू से बचने के लिए आपको हर पल सजग रहने और कुछ खास चीजों का ध्यान रखने की जरुरत है.
- हमेशा हाथों को साबुन और डेटॉल वाले पानी से धोएं.
- खांसते वक्त मुंह और नाक को रुमाल या कपड़े से ढंकें.
- खांसने, छींकने या नाक साफ करने के बाद आंख, नाक और मुंह पर हाथ कतई न लगाएं. शरीर के ये हिस्से सबसे ज़ल्दी फ़्लू की चपेट में आते हैं.
- फ्लू प्रभावित व्यक्ति से एक हाथ की दूरी बनाकर रखें.
- भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से परहेज करें. इन जगहों से लौटने के बाद पहले हाथ और फिर मुंह धोएं.
- घर में उन जगहों की खास सफाई रखें, जिसका इस्तेमाल सब लोग करते हैं. मसलन, दरवाजे का हैंडल, स्विच. कंप्यूटर की बोर्ड, रसोई गैस.
- मेज़, रसोई, बाथरूम और घर के कोनों को साफ़ रखें. इन जगहों पर बैक्टरिया आसानी से पनपते हैं. सफ़ाई के लिए पानी के साथ कीटनाशकों का इस्तेमाल करें.
- रुमाल और इनहेलर जैसी चीजे़ बेहद साफ सुथरी रखें.
- पर्याप्त पानी, पौष्टिक आहार और नींद लें.
- अनजान लोगों से हाथ मिलाने और गले मिलने से बचें.
- खुली जगहों पर ना थूकें.
- उन देशों का सफर ना करें, जहां स्वाइन फ्लू के मामले पाए गए हैं.
- स्वाइन फ्लू प्रभावित देशों से लौटने के बाद तुरंत जांच कराएं

ABHAY
27-03-2011, 09:45 AM
एलर्जी में करें घरेलू उपचार
एलर्जी आजकल आम बिमारी हो गई है। यह किसी भी चीज से हो सकती है। इससे बचने के लिए घरेलू नुस्खे को आजमाया जा सकता हैः
कैस्टर ऑयल

फल या सब्जी के जूस में 5 बूंद कैस्टर ऑयल डालकर सुबह खाली पेट पिएं। चाहें, तो फल व सब्जी के जूस के अलावा पानी भी ले सकते हैं। इससे आप आंतों, स्किन और नाक की एलर्जी से छुटकारा पा सकते हैं।
नींबू

आधे नींबू का रस और एक चम्मच शहद को एक गिलास गर्म पानी में मिला दें। इसे आप रोजाना सुबह कई महीनों तक पिएं। इससे एलर्जी से राहत मिलती है।
केला
एक या दो केले रोज खाएं। अकसर लोगों को विशेष खाना खाने से स्किन रैशेज और अस्थमा हो जाता है। इससे बचने का तरीका है कि आप रोजाना दो केले जरूर खाएं।
वेजिटेबल जूस

500 मिलीलीटर गाजर का जूस लें। मिक्स जूस भी ले सकते हैं, जिसमें खीरे का 100 मिलीलीटर जूस, चुकंदर का 100 मिलीलीटर जूस और 300 मिलीलीटर गाजर का जूस लें। इन्हें मिक्स करके रोजाना एक बार लें।

Bholu
01-04-2011, 11:37 AM
आखो के लिये फायदा हो कुछ उपाये दे

dipu
09-05-2011, 10:45 AM
जानकारी क लिए शुक्रिया

dipu
31-05-2011, 08:56 PM
आजकल आए दिन ऐसा देखने, सुनने और खुद भुगतने में आता है कि मिलावटी चीज खाने से व्यक्ति की तबियत बिगड़ गई और गंभीर हालत में उसे अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा। चंद रुपयों के लालच में खाने की चीजों में जहर मिलाने से लोग गुरेज नहीं करते हैं। लोगों को इस घ्रणित कार्य को करने से पूरी तरह से रोका तो नहीं जा सकता लेकिन थोड़ी सी सावधानी और प्रयास करने पर खुद को मिलावटी चीजों के जहरीले घातक प्रभावों से महफूज अवश्य रखा जा सकता है। आइये जानते हैं कुछ ऐसे आयुर्वेदिक घरेलू उपायों के बारे में जो हमारे लिये बेहद फायदेमंद शाबित हो सकते हैं। प्रतिदिन अपने दैनिक जीवन में नीचे दी जा रही विष निवारक वस्तुओं का प्रयोग थोड़ी मात्रा में करते रहें जिससे बचाव होता रहे...

गिलोय, घीक्वार, पीपल, तुलासिल बिलपत्री, नीम, कढीपत्ता, पुनर्नवा, श्योनाक आदि सब या जो-जो भी उपलब्ध हो सके उन का प्रयोग भिगो कर या पका कर किया जा सकता है। इन विष निवारक वनस्पतियों का प्रयोग यथासंभव थोड़ी-थोड़ी मात्रा में रोज करें। यदि ये सब या इनमें से कोई सामग्री न मिले तो बाजार में उपलब्ध किसी विश्वसनीय कम्पनी द्वारा निर्मित 'सर्व कल्प क्वाथ' का भी प्रतिदिन उपयोग किया जा सकता है।

The ROYAL "JAAT''
02-06-2011, 02:51 PM
सर गुप्त रोगी क्या करना चाहीए क्या नही करना चाहीए
पंकज भाई आप जानते हो की गुप्त रोग कई प्रकार के हो सकते हैं इसलिए रोग का पता चले बिना ना तो कोई परहेज और न हीं कोई दवा लेनी चाहिए .रोगी को अच्छे डॉक्टर से चेकप करवाने के बाद डॉक्टर की सलाह पर ही इलाज और दवाए लेनी चाहिए.कोई गुप्त रोग भयंकर और लाइलाज नही होता.जरूरत है सही डॉक्टर और इलाज की .जेसे मामूली खांसी इलाज बिना टीबी का रूप ले लेती है बस कुछ लोंग शर्म या बदनामी की डर से ठीक से इलाज नही करवाते या कोई निम् हकीम के चक्कर में आकर तन और धन की बेवजह बर्बादी करते है

pankaj bedrdi
10-06-2011, 09:18 PM
आयुर्वेद के अनुसार सत्तू का सेवन गले के रोग, उल्टी, आंखों के रोग, भूख, प्यास और कई अन्य रोगों में फायदेमंद होता है। इसमें प्रचुर मात्रा में फाइबर, कार्बोहाइड्रेट्स, प्रोटीन, कैल्शियम, मैग्नीशियम आदि पाया जाता है। यह शरीर को ठंडक पहुंचाता है।

जौ का सत्तू : यह जलन को शांत करता है। इसे पानी में घोलकर पीने से शरीर में पानी की कमी दूर होती है। साथ ही बहुत ज्यादा प्यास नहीं लगती। यह थकान मिटाने और भूख बढाने का भी काम करता है। यह डायबिटीज के रोगियों के लिए काफी फायदेमंद होता है। यह वजन को नियंत्रित करने में भी मददगार होता है।

चने का सत्तू : चने के सत्तू में चौथाई भाग जौ का सत्तू जरूर मिलाना चाहिए। चने के सत्तू का सेवन चीनी और घी के साथ करना फायदेमंद होता है। इसे खाने से लू नहीं लगती।

कैसे करें सेवन

सत्तू को ताजे पानी में घोलना चाहिए, गर्म पानी में नहीं।

सत्तू सेवन के बीच में पानी न पिएं।

इसे रात्रि में नहीं खाना चाहिए।

सत्तू का सेवन अधिक मात्रा में नहीं करना चाहिए। इसका सेवन सुबह या दोपहर एक बार ही करना सत्तू का सेवन दूध के साथ नहीं करना चाहिए।

कभी भी गाढे सत्तू का सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि गाढा सत्तू पचाने में भारी होता है। पतला सत्तू आसानी से पच जाता है।

इसे ठोस और तरल, दोनों रूपों में लिया जा सकता है।

यदि आप चने के सत्तू को पानी, काला नमक और नींबू के साथ घोलकर पीते हैं, तो यह आपके पाचनतंत्र के लिए फायदेमंद होता है

khalid
10-06-2011, 10:29 PM
क्या बात हैँ पंकज भाई आपने तो सत्तु की परिभाषा ही बदल दिया
:bravo:

Nitikesh
11-06-2011, 06:40 AM
क्या बात हैँ पंकज भाई आपने तो सत्तु की परिभाषा ही बदल दिया
:bravo:


बिहार में मेरे कुछ मित्र इसे देशी होर्लिक्स भी बोलते हैं/

khalid
11-06-2011, 08:37 AM
बिहार में मेरे कुछ मित्र इसे देशी होर्लिक्स भी बोलते हैं/

:giggle: सत्य हैँ भैया ठिक बोलते हैँ

pankaj bedrdi
11-06-2011, 07:16 PM
सत्तु तो पुरे बिहार मै मिलता है

arvind
17-06-2011, 05:45 PM
सत्तू पर बहुत ही बढ़िया जानकारी दी है।

ndhebar
17-06-2011, 06:21 PM
क्या बात हैँ पंकज भाई आपने तो सत्तु की परिभाषा ही बदल दिया
:bravo:
इसकी परिभाषा तो हमेशा यही थी खालिद भाई
फर्क बस उपलब्धता में आया है

anoop
24-09-2011, 09:15 PM
बिहार में मेरे कुछ मित्र इसे देशी होर्लिक्स भी बोलते हैं/

उसमें कुछ दाने मुँगफ़ली के डाल लीजिए, पौष्टिकता में यह हौर्लिक्स को पीछे छोड़ देगा....

anoop
24-09-2011, 09:16 PM
सत्तु तो पुरे बिहार मै मिलता है

मुझे तो दिल्ली और कलकत्ता में भी सब जगह सत्तू मिल जाता है।

Dark Saint Alaick
01-08-2012, 12:29 PM
आयुर्वेद में दही के साथ करेले का प्रयोग वर्जित बताया गया है

इसी प्रकार दही और प्याज को भी वर्जित बताया गया है

यह आपने एक ज्ञानवर्द्धक जानकारी दी है, उस समय में जब फाइव स्टार होटल तक दही में प्याज डाल कर बना रायता परोस रहे हों, तब ऎसी जानकारी बहुत उपयोगी हो जाती है ! किन्तु अगर साथ ही इस मेल के सेवन से होने वाली हानियां भी होतीं, तो अधिक सार्थक और उपयोगी होता !