View Full Version : नरक के डरावने चित्र
SHASHI
09-12-2010, 01:00 PM
हमारे परम प्रिय सदस्य श्री अभयजी की असीम इच्छा अनुसार कुछ डरावने चित्र पेश करने की कोशिश कर रहा हू, दाद चाहुगा. आप लोगो के पास भी हो तो कृपया सहयोग करेगे, इसी कामना के साथ. धन्यवाद !!
SHASHI
09-12-2010, 01:02 PM
http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=5466&stc=1&d=1291885296
SHASHI
09-12-2010, 01:03 PM
http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=5468&stc=1&d=1291885377
SHASHI
09-12-2010, 01:05 PM
http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=5469&stc=1&d=1291885436
ABHAY
09-12-2010, 01:06 PM
SHASHI जी फोरम के नियम को ध्यान में रख के ही पोस्ट किजियगा
अभी तक के फोटो ठीक है शुक्रिया आपने दिखा दिया :party:
SHASHI
09-12-2010, 01:22 PM
shashi जी फोरम के नियम को ध्यान में रख के ही पोस्ट किजियगा
अभी तक के फोटो ठीक है शुक्रिया आपने दिखा दिया :party:
अभयजी, धन्यवाद, इस फोरम की सीमा को ध्यान में रख कर ही पोस्ट करुगा.
SHASHI
09-12-2010, 01:24 PM
http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=5470&stc=1&d=1291886626
SHASHI
09-12-2010, 01:25 PM
http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=5471&stc=1&d=1291886710
SHASHI
09-12-2010, 01:30 PM
http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=5472&stc=1&d=1291887005
SHASHI
09-12-2010, 01:31 PM
http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=5473&stc=1&d=1291887082
SHASHI
09-12-2010, 01:40 PM
http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=5474&stc=1&d=1291887591
SHASHI
09-12-2010, 01:41 PM
http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=5475&stc=1&d=1291887670
SHASHI
09-12-2010, 01:42 PM
http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=5476&stc=1&d=1291887739
khalid
09-12-2010, 01:56 PM
अच्छा सुत्र हैँ शशि भाई और डराऐ
मतलब और पोस्ट करेँ
munneraja
09-12-2010, 04:06 PM
शशि जी
विषय के अनुसार ये नरक के तो नहीं
हाँ राक्षसों के चित्र जरूर लग रहे हैं
यदि विषय से समानता को छोड़ दिया जाये तो संकलन अच्छा है
SHASHI
09-12-2010, 04:11 PM
शशि जी
विषय के अनुसार ये नरक के तो नहीं
हाँ राक्षसों के चित्र जरूर लग रहे हैं
यदि विषय से समानता को छोड़ दिया जाये तो संकलन अच्छा है
मुन्नेराजाजी, ये विलायती नाराकिस्स्तान है.
Bond007
10-12-2010, 05:27 AM
तो फिर देशी कहाँ है.......!!! :)
khalid
10-12-2010, 07:14 AM
तो फिर देशी कहाँ है.......!!! :)
अपनलोग हैँ ना
आईना देख लिजिए
मैँ तो देखता हुँ तो खुद डर जाता हुँ
बाकि लोगोँ का पता नहीँ
हा हा
Bond007
10-12-2010, 08:09 AM
अपनलोग हैँ ना
आईना देख लिजिए
मैँ तो देखता हुँ तो खुद डर जाता हुँ
बाकि लोगोँ का पता नहीँ
हा हा
हा...हा...हा...हा...
मुझे भी अपनी शक्ल याद आ गई|
munneraja
10-12-2010, 10:26 AM
लोग अपनी अपनी शकले ही याद करेंगे यदि सूत्रधार ने और कोई प्रविष्टि नहीं की तो .....
सूत्रधार जी जल्दी ही अपने सूत्र को आगे बढ़ाइए ......
Kumar Anil
12-12-2010, 07:57 AM
http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=5475&stc=1&d=1291887670
शायद सूत्रधार इस चित्र के माध्यम से कहना चाह रहे हैँ कि प्रेम के निश्छल सौँदर्य मेँ यदि वासना का विकार प्रवेश कर जाये तो इस प्रेमी युगल की भाँति हमारे चेहरे भयानक और विद्रूप दिखेँगे ।
SHASHI
13-12-2010, 12:58 PM
शायद सूत्रधार इस चित्र के माध्यम से कहना चाह रहे हैँ कि प्रेम के निश्छल सौँदर्य मेँ यदि वासना का विकार प्रवेश कर जाये तो इस प्रेमी युगल की भाँति हमारे चेहरे भयानक और विद्रूप दिखेँगे ।
अनिलजी आपकी व्याख्या एकदम सटीक है. प्रेम पवित्र है, उसमे वासना नहीं होनी चाहिए.
Kumar Anil
14-12-2010, 06:29 AM
अनिलजी आपकी व्याख्या एकदम सटीक है. प्रेम पवित्र है, उसमे वासना नहीं होनी चाहिए.
शुक्रिया जनाब ! सही फरमाया आपने । वासना तन का अभिसार है , प्रेम शुद्ध सात्विक निराकार है । वासना क्षणभंगुर है प्रेम अजर अमर है । प्रेम आत्मा की गहराईयोँ मेँ डूब कर होता है जबकि तन वासना का आधार है । प्रेम मेँ समर्पण , कुछ देने की चाहत है और वासना की आँखोँ मेँ लूट लेने का खौफनाक मँजर है । प्रेम का संगीत उसकी मीठी तान दो दिलोँ को जोड़ती है उसकी सरगम की स्वरलहरी फिजां मेँ मिठास घोलती है ।
RAJ007
21-12-2010, 03:51 PM
नरक डरावने चित्र देखकर मजा आगया. और है दिखाओ
rafik
04-07-2014, 10:15 AM
नरक डरावने चित्र देखकर मजा आगया.
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