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View Full Version : कम्पूटर क्या है ???


Hamsafar+
16-12-2010, 03:03 PM
आइये इसी विषय पे चर्चा करते हैं , शिक्षा पर आधारित सूत्र का आगाज कर रहा हूँ ! मैं Aptech का छात्र रहा हूँ, उसी इंस्टीट्युसन के द्वारा जो मैंने सीखा है उसी पर आधारित है ये सूत्र ! सर्वप्रथम कम्पूटर के फंडामेंटल पे गौर करते हैं. !........ धन्यवाद !!

ABHAY
16-12-2010, 03:19 PM
जल्दी सुरु करो भाई :party:

munneraja
20-12-2010, 05:07 PM
हमसफर को चाहिए कि अपने सूत्र पर ध्यान देकर इसे बढायें
एक अच्छा सूत्र बेवजह रुका हुआ है

laddi
21-12-2010, 12:31 AM
इन्तेज़ार का अलग ही मज़ा है

munneraja
21-12-2010, 03:44 PM
जैसे ही आप व्यक्तिगत रूप से सामान्य हो जाएँ तो इस सूत्र को गति प्रदान कीजिये
इसलिए इसे बंद नहीं किया जा रहा है
यदि कोई अन्य सदस्य इसे सुचारू रूप से संचालित कर सकते हैं तो उनका स्वागत है

jitendragarg
21-12-2010, 05:45 PM
कृपया जब आप इस सूत्र में पोस्ट करना चाहे तो किसी मोडरेटर को मेसेज भेज कर, या चौपाल में बोल कर, इस सूत्र को खुलवा सकते है. तब तक, इस सूत्र को बंद करना उचित रहेगा.

:cheers:

Hamsafar+
22-12-2010, 05:14 PM
Pic 1
http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=6388&stc=1&d=1293023660

Hamsafar+
22-12-2010, 05:31 PM
उपरोक्त प्रदर्शित चित्र आज के युग के कंप्यूटर का है! सीधी भाषा में कहें तो ये टेलीविज़न , केलकुलेटर , टाइप राइटर आदि को जोड़ दें तो ये रूप बनता है, खैर इसके बारे में बाद में चर्चा करते हैं , कंप्यूटर की शुरुवात हुए काफी समय बीत गया है आप लोग नीचे प्रदर्शित चित्र पर नज़र डालें ! क्या है यह ???

Hamsafar+
22-12-2010, 05:32 PM
Pict 2

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=6389&d=1293024667

Hamsafar+
22-12-2010, 05:32 PM
Pict 3

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=6390&d=1293024667

Hamsafar+
22-12-2010, 05:32 PM
Pict 4
http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=6391&d=1293024667

YUVRAJ
22-12-2010, 05:38 PM
गिनतारा या अबैकस...
उपरोक्त प्रदर्शित चित्र आज के योग के कंप्यूटर का है! सीधी भाषा में कहें तो ये टेलीविज़न , केलकुलेटर , टाइप राइटर आदि को जोड़ दें तो ये रूप बनता है, खैर इसके बारे में बाद में चर्चा करते हैं , कंप्यूटर की शुरुवात हुए काफी समय बीत गया है आप लोग नीचे प्रदर्शित चित्र पर नज़र डालें ! क्या है यह ???

Hamsafar+
22-12-2010, 05:42 PM
गिनतारा या अबैकस...

Yes Brother.....:bravo::bravo:

ये चित्र उस डिवाइस मतलब भूतपूर्व कंप्यूटर जिसको Abacus कहते थे, सर्वप्रथम गणना के लिए इसी का उपयोग किया जाता था.

सर्वप्रथम इसे चाइना में उपयोग में लाया गया ! आइये कुछ और चित्र देखते हैं , इसी से सम्बंधित !

YUVRAJ
22-12-2010, 05:44 PM
:clap:...:clap:...:clap:...:clap:...:bravo:
:cheers:
Yes Brother.....:bravo::bravo:

ये चित्र उस डिवाइस मतलब भूतपूर्व कंप्यूटर जिसको Abacus कहते थे, सर्वप्रथम गणना के लिए इसी का उपयोग किया जाता था.

सर्वप्रथम इसे चाइना में उपयोग में लाया गया ! आइये कुछ और चित्र देखते हैं , इसी से सम्बंधित !

munneraja
22-12-2010, 05:57 PM
:bang-head::bang-head::bang-head:
Is tarah ke gyanvardhk sutr ko band karane se pahale sadasy ki salah jaruri hai ...atah man maani na kare.
Dhanyavaad
इस सूत्र को सूत्रधार की सलाह पर ही बंद किया गया था और सूत्रधार के आग्रह पर वापस खोला गया है

Hamsafar+
22-12-2010, 06:00 PM
सभी से निवेदन है की आगे के चित्र देखें....:cheers:

Hamsafar+
22-12-2010, 06:05 PM
Pict 5
http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=6392&stc=1&d=1293026714

Hamsafar+
22-12-2010, 06:07 PM
Pict 6

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=6393&d=1293026707

Hamsafar+
22-12-2010, 06:08 PM
क्या इस बात को सार्वजनिक करने में कोई शर्म की बात थी ? यदि नहीं तो क्यू नहीं किया गया ?

भाई चित्र देखो...

Pict 7

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=6394&stc=1&d=1293026707

Hamsafar+
22-12-2010, 06:09 PM
Pict 8

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=6395&d=1293026707

Hamsafar+
22-12-2010, 06:09 PM
Pict 9

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=6396&d=1293026707

Hamsafar+
22-12-2010, 06:11 PM
Pict 10

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=6397&stc=1&d=1293027072

Hamsafar+
22-12-2010, 06:12 PM
Pict 11

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=6398&stc=1&d=1293027067

Hamsafar+
22-12-2010, 06:12 PM
Pict 12
http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=6399&d=1293027067

Hamsafar+
22-12-2010, 06:13 PM
PICT 13

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=6400&d=1293027067

Hamsafar+
22-12-2010, 06:15 PM
Pict 14

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=6401&stc=1&d=1293027067

Hamsafar+
22-12-2010, 06:22 PM
Pict 15

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=6402&d=1293027295

Hamsafar+
22-12-2010, 06:23 PM
Pict 16

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=6403&d=1293027295

Hamsafar+
22-12-2010, 06:25 PM
Pict 17

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=6404&d=1293027295

pankaj bedrdi
22-12-2010, 06:49 PM
कुछ मेरे तरफ से ये है

pankaj bedrdi
22-12-2010, 06:50 PM
http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=6405&stc=1&d=1293029298

YUVRAJ
22-12-2010, 09:17 PM
it's ur place ....!!!!!!!!!!!!!!
:cheers:
Pic 1
http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=6388&stc=1&d=1293023660

amit_tiwari
23-12-2010, 01:13 AM
Few pics are really nice to see.
Nice sharing Hamsafar bro.

YUVRAJ
23-12-2010, 04:51 AM
:iagree:.........
Few pics are really nice to see.
Nice sharing Hamsafar bro.

YUVRAJ
23-12-2010, 08:45 AM
अन्दाजा लगाए कि यह क्या है ?

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=6419&stc=1&d=1293079375

Hamsafar+
23-12-2010, 11:08 AM
Abacus के बाद अब कुछ और जानकारी .... कुछ समय बाद , अरे युवराज भाई... ऊपर के चित्र के बारे में सभी को अवगत कराये...:cheers:

amit_tiwari
23-12-2010, 11:10 AM
अन्दाजा लगाए कि यह क्या है ?

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=6419&stc=1&d=1293079375

32 mb की हार्ड डिस्क ???

YUVRAJ
23-12-2010, 01:13 PM
अमित भाई जी ...:cheers:
१९५६ की एक हार्ड डिस्क हैं, जिसे ....१९५६ सितंबर में आईबीएम ने ३०५ RAMAC का शुभारंभ किया/ यह हार्ड डिस्क ड्राइव के साथ पहला कंप्यूटर है और एक टन से अधिक वजन, ५ यम्बी डाटा संग्रहीत करने की क्षमता रखता है/
32 mb की हार्ड डिस्क ???

SR broo ... jaanakari pradan kare.:cheers:
Abacus के बाद अब कुछ और जानकारी .... कुछ समय बाद , अरे युवराज भाई... ऊपर के चित्र के बारे में सभी को अवगत कराये...:cheers:

arvind
23-12-2010, 01:27 PM
कम्प्युटर का विकास

zuse-z3 एवं eniac को कम्प्युटर के विकास का आधार मानें तो तब से लेकर अब तक कम्प्युटर विकासक्रम में कई पड़ाव आए, सर्वाधिक महत्वपूर्णता के आधार पर अबतक कंप्यूटर की कुल पाँच पीढियाँ हुई हैं|

विज्ञान के क्षेत्र में हो रहे अविष्कार कम्प्युटर के प्रगति पथ में बहुत सहयोगी रहे हैं| हर पीढ़ी में कम्प्युटर की तकनीकी एवं कार्यप्रणाली में कई आश्चर्यजनक एवं महत्त्वपूर्ण आविष्कार हुए, जिन्होंने कम्प्युटर तकनीकी की काया पलट कर दी| हर पीढ़ी के बाद कम्प्युटर की आकार-प्रकार, कार्यप्रणाली एवं कार्यक्षमता में सुधार होते गए| कम्प्युटर का विकास दो महत्वपूर्ण भागों में साथ-साथ विकास हुआ, एक तो आतंरिक संरचना एवं हार्डवेयर, और दूसरा सॉफ्टवेर, दोनों एक दुसरे पर निर्भर होने के साथ ही साथ एक दुसरे के पूरक भी हैं| जैसे-जैसे पीढ़ी दर पीढ़ी कम्प्यूटर क्षेत्र में तरक्की हुई उनकी मांग भी बढ़ने लगी और वे पहले की अपेक्षा सस्ते भी होते गए, आज कम्प्युटर घर-घर में पहुंचनें की वजह उनका किफायती होना ही है|

कम्प्युटर के पीढियों की कुछ आधारभूत जानकारी इस प्रकार है

arvind
23-12-2010, 01:36 PM
१) पहली पीढ़ी (१९४१ से १९५४) [आधार - वैक्युम ट्यूब]:

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=6445&stc=1&d=1293096842http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=6446&stc=1&d=1293096842


अपने समय के ये सर्वाधिक तेज कम्प्यूटर थे| कम्प्युटर की संरचना में कई हजार वक्क्यूम ट्यूब का मुख्य रूपसे इस्तेमाल किया गया|
जिस वजह से इनके द्वारा बिजली की खपत बहुत अधिक होती थी|
कई हजार वक्क्यूम ट्यूब का इस्तेमाल होने के कारण अत्याद्धिक उर्जा उत्पन्न होती थी|
वैक्यूम ट्यूब में उपयोग में लिए जाने वाले नाज़ुक शीशे के तार अधिक उर्जा से शीघ्र ही जल जाते थे| इनकेबाकि कलपुर्जे जल्दी ही ख़राब हो जाते जिससे उन्हें तुंरत बदलना पड़ता था, इनके रख रखाव पर विशेष धयान देना पड़ता था|
जिस वजह से इन्हे जहाँ कहीं स्थापित किया जाता था वहाँ सुचारू रूप से वताकुलन की व्यवस्था करनी पड़ती थी|
RAM के मैमरी लिए विद्युतचुम्बकीय प्रसार (Relay) का उपयोग किया गया|
ये मशीनी भाषा पर निर्भर होते थे, जो निम्नतम स्तर के प्रोग्रामिंग भाषा के निर्देशों के आधार पर कार्य करते थे|
इनके उपयोग के लिए उपयुक्त निर्देश (PROGRAM) लिखना बेहद ही जटील होता था जिस वजह से इनकाव्यावसायिक उपयोग कम होता था|
इनपुट के लिए इनमें पंचकार्ड एवं पेपरटेप का उपयोग किया जाता था, और आउटपुट प्रिंटर के द्वारा प्रिंट कियाजाता था|
इनका आकार बहुत बड़ा होता था, जिस कारण इन्हें बड़े-बड़े कमरों में रखा जाता था, जिस वजह से इनका उत्पादन लागत बहुत ही अधिक था|
ZUSE-Z3, ENIAC, EDVAC, EDSAC, UNIVAK, IBM 701 आदि मशीन प्रमुख रहे|

arvind
23-12-2010, 01:42 PM
२) दूसरी पीढ़ी (१९५५ से १९६४) [आधार - ट्रांजिस्टर]:

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=6455&stc=1&d=1293097337


सन् १९४७ में Bell Laboratories नें 'ट्रांजिस्टर' नामक एक नई switching device का आविष्कार किया जोइस पीढी के लिए वरदान से कम नहीं था|
ट्रांजिस्टर Germanium Semiconductor पदार्थ से बनते थे जिससे इनका आकार काफी छोटा होता था, परिणाम स्वरूप वैक्युम ट्यूब की जगह Switching device का उपयोग होने लगा|
ट्रांजिस्टर की स्विचिंग प्रणाली बेहद तीव्र थी, जिससे उनकी कार्यक्षमता वैक्युम ट्यूब के मुकाबले बेहद तीव्रहोती थी|
हालांकि प्रथम पीढी के मुकाबले इनसे कम उर्जा निकलती थी फिर भी ठंडक बनाये रखने के लिए वातानुकूलनकी व्यवस्था अब भी जरुरी था|
इनकी मैमरी में विद्युतचुम्बकीय प्रसार की जगह चुम्बकीय अभ्यंतर का उपयोग हुआ, जिससे निर्देशों कोमैमरी में ही स्थापित करना हुआ| प्रथम पीढी के मुकाबले इनकी संचयन क्षमता कहीं ज्यादा थी|
गूढ़ मशीनी भाषा की जगह इनमें उपयोग के लिए सांकेतिक\असेम्बली भाषा का उपयोग हुआ, जिससे निर्देशोंको शब्दों में दर्ज करना सम्भव हुआ|
COBOL, ALGOL, SNOBOL, FORTRAN जैसे उच्चस्तरीय प्रोगामिंग भाषा तथा क्रमागत प्रचालन तंत्र (Batch Operating System) इसी दौरान अस्तित्व में आए|
इनका उत्पादन लागत कम हुआ, फलस्वरूप इनका व्यावासिक उपयोग औसत दर्जे का होने लगा|

arvind
23-12-2010, 01:48 PM
३) तीसरी पीढ़ी (१९६५ से १९७४) [आधार - इंटीग्रेटेड सर्किट-IC]:

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=6465&stc=1&d=1293097718


यह चरण कम्प्युटर के विकास में बेहद ही रोमांचकारी रहा, अब तक के विकास पथ पर इतनि क्रांति पहले कभी नहीं आयी थी| इंटिग्रेटेड सर्किट IC, जो की कई सारे ट्रांसिस्टर्स, रेसिस्टर्स तथा कैपसीटर्स इन सबको एक ही सिलिकोन चिप पर इकठ्ठे स्थापित कर बनाये गए थे, जिससे की तारों का इस्तेमाल बिलकुल ही ख़त्म हो गया|
परिणामस्वरूप अधिक उर्जा का उत्पन्न होना बहुत ही घट गया, परन्तु वताकुलन की व्यवस्था अब भी जरुरी बना रहा|
लगभग १० इंटिग्रेटेड सर्किटों को सिलिकोन की लगभग ५ मिमी सतह पर इकठ्ठे ही स्थापित करना संभव हुआ, इसलिए IC को "माइक्रोइलेक्ट्रोनिक्स" तकनीकी के नाम से भी जाना जाता है|
इसे "स्माल स्केल इंटीग्रेशन" (SSI) जाना जाता है| आगे जाकर लगभग १०० इंटिग्रेटेड सर्किटों को सिलिकोन चिप की एक ही सतह पर इकठ्ठेही स्थापित करपाना संभव हुआ, इसे मीडियम स्केल इंटीग्रेशन (MSI) जाना जाता है|
तकनीकी सुधारे के चलते इनकी मैमरी की क्षमता पहेले से काफी बढ़ गयी, अब लगभग ४ मेगाबाईट तक पहुँचगयी| वहीँ मग्नेटिक डिस्क की क्षमता भी बढ़कर १०० मेगाबाईट प्रति डिस्क तक हो गयी|
इनपुट के लिए कुंजीपटल का एवं आउटपुट के लिए मॉनिटर का प्रयोग होने लगा|
उच्चस्तरीय प्रोगामिंग भाषा में सुधार एवं उनका मानकीकरण होने से एक कम्प्युटर के लिए लिखे गए प्रोग्राम को दुसरे कम्प्युटर पर स्थापित कर चलाना सम्भव हुआ| FORTRAN IV, COBOL, 68 PL/1 जैसे उच्चस्तरीय प्रोगामिंग भाषा प्रचलन में आये|
इनका आकर प्रथम एवं द्वितीय पीढी के कम्प्युटर की अपेक्षा काफी छोटा हो गया|
जिससे मेनफ्रेम कम्प्युटर का व्यावासिक उत्पादन बेहद आसान हो गया और इनका प्रचलन भी बढ़ने लगा| इनके लागत में भी काफी कमी हुयी| जिसके परिणाम स्वरूप ये पहले के मुकाबले बेहद सस्ते हुए|

arvind
23-12-2010, 01:54 PM
४) चौथी पीढ़ी (१९७५ से १९८९) [आधार: मैक्रोप्रोसेसर चिप - VLSI]:

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=6466&stc=1&d=1293098073


माइक्रोप्रोसेसर के निर्माण से कम्प्युटर युग का कायापलट इसी दौर में शुरू हुआ, MSI सर्किट का रूपांतर LSI एवं VLSI सर्किट में हुआ जिसमे लगभग ५०००० ट्रांसिस्टर एक चिप पर इकठ्ठे स्थापित हुए|
तृतीय पीढ़ी के कम्प्युटर के मुकाबले इनकी विद्युत खपत बेहद घट गयी| एवं इनसे उत्पन्न होने वाली उर्जा भी कम हुयी| इस दौर में वताकुलन का इस्तेमाल अनिवार्य नहीं रहा|
इनके मैमरी में चुम्बकीय अभ्यंतर की जगह सेमीकंडक्टर मैमरी कण प्रयोग होने लगा, जिससे इनकी क्षमता में बहुत वृद्धि हुयी| हार्ड डिस्क की क्षमता लगभग १ GB से लेकर १०० GB तक बढ़ गयी|
माइक्रोप्रोसेसर तथा मैमरी के अपार क्षमता के चलते, इस दौर के कम्प्युटर की कार्य क्षमता बेहद ही तीव्र हो गयी|
इस दौर में C भाषा चलन में आयी जो आगे चलकर C ++ हुयी, इनका उपयोग मुख्यरूप से होने लगा| प्रचालन तंत्र (Operating System) में भी काफी सुधार हुए, UNIX, MS DOS, apple's OS, Windows तथा Linux इसी दौर से में चलन में आये|
कम्प्युटर नेटवर्क ने कम्प्युटर के सभी संसाधनों को एक दुसरे से साझा करने की सुविधा प्रदान की जिससे एक कम्प्युटर से दुसरे कम्प्युटर के बिच जानकारियों का आदान-प्रदान संभव हुआ|
पर्सनल कम्प्युटर तथा पोर्टेबल कम्प्युटर इसी दौर से चलन में आया, जो की आकार में पिछली पीढी के कम्प्युटर से कहीं अधिक छोटा, परन्तु कार्यशक्ति में उनसे कहीं ज्यादा आगे था|
इनका उत्पादन लागत बेहद ही कम हो गया जिससे इनकी पहुँच आम लोगों तक संभव हुयी|

arvind
23-12-2010, 02:02 PM
५) पांचवीं पीढ़ी (१९९० से अब तक [आधार: ULSI]):

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=6468&stc=1&d=1293098504
http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=6470&stc=1&d=1293098505


माइक्रोप्रोसेसर की संरचना में VLSI की जगह UVLSI चिप का प्रयोग होने लगा| माइक्रोप्रोसेसर की क्षमता में आश्चर्यजनक रूप से ईजाफा हुआ, यहाँ तक की ४ से ८ माइक्रोप्रोसेसर एक साथ एक ही चिप में स्थापित होने लगे, जीससे ये अपार शक्तिशाली हो गए हैं|
इनकी मेमरी की क्षमता में भी खूब ईजाफा हुआ, जो अब तक बढ़कर ४ GB से भी ज्यादा तक हो गयी है| हार्ड डिस्क की क्षमता २ टेरा बाईट से भी कहीं ज्यादा तक पहुच गयी है|
इस दौर में मेनफ्रेम कम्प्युटर पहले के दौर के मेनफ्रेम कम्प्युटर से कई गुना ज्यादा तेज एवं क्षमतावान हो गए|
पोर्टेबल कम्प्युटर का आकर पहलेसे भी छोटा हो गया जिससे उन्हें आसानी से कहीं भी लाया लेजाया जाने लागा| इनकी कार्य क्षमता पहले से भी बढ़ गयी|
इन्टरनेट ने कम्प्युटर की दुनिया में क्रांति ला दिया| आज सारा विश्व मानों जैसे एक छोटे से कम्प्युटर में समा सा गया है| विश्वजाल (World Wide Web) के जरिये संदेशों एवं जानकारी का आदान-प्रदान बेहद ही आसान हो गया, चंद सेकंड्स में ही दुनिया के किसी भी छोर से संपर्क साधना सम्भव हो सका|
कम्प्युटर की उत्पादन लागत में भारी कमी आने के फलस्वरूप कम्प्युटर की पहुँच घर-घर तक होने लगी है| इनका उपोग हर क्षेत्र में होंने लगा|
इस पीढ़ी का विकासक्रम अभी भी चल रहा है और कम्प्युटर जगत नए-नए आयाम को छूने की ओर अब भी अग्रसर है|
इस पीढ़ी के कम्प्युटर ने अपना आकर बेहद ही कम कर लिया है, पाल्म् टॉप, मोबाइल तथा हैण्डहेल्ड जैसे उपकरण तो अब हमारे हथेली पर समाने लगे है|

arvind
23-12-2010, 02:31 PM
अब सबसे प्रमुख बात कि आखिर

कम्प्युटर क्या है???

कंप्यूटर में आख़िर ऐसा क्या है जो वो हर तरह के कार्य कर सकने में सक्षम है? कंप्यूटर की कार्यप्रणाली क्या है?

"कंप्यूटर एक विद्युतचलित (Electronic) यंन्त्र/उपकरण (Device) है, जो उपयोगकर्ता (User) द्वारा दिए गए जानकारी (डाटा\इन्फोर्मेशन)\आदेश\कार्य को दिए गए निर्देशानुसार (Instructions) पुरा करता है|"

कंप्यूटर शब्द अंग्रेजी के "Compute" शब्द से बना है, जिसका अर्थ है "गणना" , इसीलिए इसे गणकयंत्र कहा जाता है, यह गणितीय सवालों को हल करने में सक्षम होता है| परन्तु आज कंप्यूटर का उपयोग गणितीय कार्यों से भी कहीं अधिक कार्य करने में किया जा रहा है| जैसे हवाई जहाज चलाना, मोटरकार चलाना, तिकिट जारी करना, ATM मशीन से रूपए निकालना, पुस्तकों का मुद्रण करना, दस्तावेज तैयार करना, छायाचित्र/चलचित्र संपादित करना, संगीत बजाने जैसे कई कार्य किए जा सकते हैं|

कंप्यूटर, कई हार्डवेयर (पुर्जे) और सोफ्टवेयर इन दोनों के परस्पर समन्वयन से बनता है| ऐसा कहना बिल्कुल भी ग़लत न होगा की हार्डवेयर कंप्यूटर का शरीर होता है तो वहीँ सोफ्टवेयर कंप्यूटर के मस्तिष्क की तरह कार्य करती है और विद्युत/बिजली कंप्यूटर में आत्मा का संचार करती है|
चूँकि कंप्यूटर का उपयोग, इंसानों द्वारा ईच्छित कार्य को सरलता से, सटीकता से एवं जल्दी से करने के लिए किया जाता है इसीलिए उपयोगकर्ता (User) को भी कंप्यूटर का एक अभिन्न अंग माना जा सकता है|

कंप्यूटर एक तेज, सटीक और कभी न थकने वाला यन्त्र है|

amit_tiwari
23-12-2010, 02:37 PM
कंप्यूटर एक तेज, सटीक और कभी न थकने वाला यन्त्र है|



हम तो इसके थकने से बेहद दुखी हैं :cry::cry:
३६ घंटे भी नहीं चलता बंद करना पड़ता है |:cry:

Hamsafar+
23-12-2010, 02:52 PM
अरविन्द जी काफी अच्छी जानकारी दी , तहे दिल से आभार !!!

+ve Rep...(+20)