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View Full Version : फ्लर्टिंग तय करती है रिश्ते की दिशा


raj2011
05-01-2011, 10:00 AM
प्यार में एक दूसरे को आकर्षित करने के लिए फ्लर्टिंग करना सिर्फ चुहल नहीं है बल्कि
शोधकर्ताओं का कहना है कि फ्लर्टिंग रोमांटिक जिंदगी की दिशा तय करता है। शोधकर्ताओं का कहना है कि किसी अजनबी को अपना बनाने

का तरकीब कोई जान ले तो रिश्तों की इस पहेली को सुलझाना आसान हो जाएगा।

कंसास यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर जेफरी हॉल ने 5,100 लोगों पर शोध किया। उन्होंने इन लोगों से प्यार के दौरान की बातचीत और फ्लर्टिंग के बारे में पूछा। उन्होंने पाया कि किसी को अपना बनाने के लिए अपनाएं गए आकर्षण का तरीका यह जाहिर कर देता है कि प्रेम संबंध लंबे समय तक टिकेगा, क्योंकि इस दौरान आने वाली चुनौतियों से भी लोगों को कई सीख मिलती है और यह उन्हें प्रेम संबंधों में सफलता दिलाने में मददगार साबित होती है।

शोधकर्ताओं ने फ्लर्टिंग के पांच तरीके बताएं हैं जो इस प्रकार है।

पारंपरिक फ्लर्टिंग

फ्लर्टिंग का यह पुराना अंदाज माना जाता है इसमें रोमांश की पहल लड़के करते हैं। लड़कियां कुछ सक्रिय रहती हैं। इसमें लड़का लड़की को खुश करने के लिए अलग अलग तरीका अपनाता है। लड़की को अगर उसका फ्लर्टिंग का अंदाज पंसद आता है तो यह रिश्ता गहरा होता है।

पोलाइट फ्लर्टिंग

फ्लर्टिंग के इस तरीके में दोनों बहुत ही सौम्य और एक दूसरे के प्रति काफी संजीदा होते हैं। वे अपनी इच्छाओं को जल्दी जाहिर नहीं करते हैं। वे पार्टनर का चुनाव भी बहुत सोच समझकर करते हैं। पार्टनर में दिलचस्पी जाहिर करने में काफी समय लगा देते हैं।

फीजिकल फ्लर्टिंग

इसमें लोग अपने प्रेमी को अपने शारीरिक हाव भाव से यौन इच्छाओं का अहसास दिलाते हैं और जल्दी ही रिश्ता बनाने में कामयाब हो जाते हैं। इन लोगों के बीच बेहतर यौन संबंध होते हैं। इस संबंध के कारण ये भावनात्मक रूप से भी ज्यादा जुड़ जाते हैं।

ऑनेस्ट फ्लर्टिंग

इस तरह के लोगों को खुद पर भरोसा होता है। अपने पार्टनर के प्रति बहुत इमानदार होते हैं। वे भावनाओं को ज्यादा अहमियत देते हैं। करीब आने के लिए फ्लर्टिंग का सहारा जरूर लेते हैं लेकिन उनका मानना होता है कि रोमांटिक बातचीत रोमांस को आगे बढ़ाने का अच्छा तरीका है। ये लोग प्यार पाने में जल्दी कामयाब होते हैं।

प्लेफुल फ्लर्टिंग

आजकल ज्यादातर लोग प्लेफुल फ्लर्टिंग के ही पक्षधर हैं। ये अपने विचार दूसरों पर लागू करते हैं। ये रिश्ते बनाने में बहुत कम कामयाब होते हैं। क्योंकि ये जल्दी जल्दी पार्टनर बदलते हैं। रिश्ता बनाना इनका मकसद नहीं बल्कि एंजोय करना इनका ध्येय होता है।

YUVRAJ
05-01-2011, 10:09 PM
:clap:...:clap:...:clap:...:bravo:

Ranveer
05-03-2011, 09:32 PM
बहुत अच्छी जानकारी दी है आपने....:clappinghands: