PDA

View Full Version : एजुकेशन जानकारी


pankaj bedrdi
06-02-2011, 11:00 PM
एजुकेशन के बारे मै

pankaj bedrdi
06-02-2011, 11:02 PM
एलसैट-इंडिया 2011 के परीक्षा तिथि की घोषणा
देशभर के 25 से अधिक लॉ कॉलेजों में दाखिलों के लिए एलसैट-इंडिया 2011 के परीक्षा कार्यक्रम की घोषणा कर दी गयी है। यह परीक्षा देशभर के 17 शहरों में आगामी 30 अप्रैल को एक साथ आयोजित होगी

pankaj bedrdi
06-02-2011, 11:03 PM
निगम ने तय कीं दाखिले की तारीखें
नगर निगम से मान्यता प्राप्त 757 पब्लिक स्कूलों में ईडब्लूएस (इकोनॉमिक वीकर सेक्शन) कोटे के तहत प्रवेश के लिए तारीखें तय कर दी गई हैं

pankaj bedrdi
11-02-2011, 02:19 PM
दिल्ली विश्वविद्यालय में अब शारीरिक रूप से अक्षम हर छात्र कंप्यूटर पर परीक्षा दे सकेगा। यह आदेश डीयू के साथ-साथ देश के अन्य विश्वविद्यालयों में भी लागू हो गया है

pankaj bedrdi
11-02-2011, 02:23 PM
फाइनेंशियल मार्केट में शुरू होगी एमबीए व बीबीए
स्टॉक मार्केट की संभावनाओं को देखते हुए गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय (आईपीयू) में फाइनेंशियल मार्केट में एमबीए और बीबीए की पढ़ाई शुरू होने वाली है

pankaj bedrdi
11-02-2011, 02:24 PM
इग्नू में बनेगा तिब्बती अध्ययन केंद्र
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) बौद्ध धर्म के अध्ययन के लिए एक अलग केंद्र स्थापित करने की योजना बना रहा है

pankaj bedrdi
11-02-2011, 02:26 PM
मिशन बोर्ड एग्जाम नो टेंशन हेल्पलाइन है ना
एग्जाम टेंशन से पीड़ित बच्चों की मदद के लिए बोर्ड की ओर से बीते साल शुरू की गई टोल फ्री नम्बर की सुविधा बेहद कारगर साबित हुई थी। इस बार भी यह सुविधा जारी की गई है।

nawinsinghaniya
11-03-2011, 08:52 PM
रेलवे के सारे एक्साम 29may तक कैंसल कर दी गए है .
आगे routine आने पर बताऊंगा .

Bholu
13-03-2011, 04:24 AM
रेलवे के सारे एक्साम 29may तक कैंसल कर दी गए है .
आगे routine आने पर बताऊंगा .

आपको पक्का मालूम है दोस्त

pankaj bedrdi
14-03-2011, 08:36 PM
करें तैयारी, अब आपकी बारी
संघ लोक सेवा आयोग देश में आयोजित होने वाली सभी विशिष्ट सेवा परीक्षाओं का आयोजन करता है। इन परीक्षाओं में सफल उम्मीदवारों के अनुपात में असफल उम्मीदवारों की संख्या कहीं ज्यादा होती है।

pankaj bedrdi
14-03-2011, 08:43 PM
आईपी यूनिवर्सिटी का डय़ूअल डिग्री प्रोग्राम

बात चाहे इंटरनेट की हो या फिर मोबाइल फोन की, आज हर क्षेत्र में इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी का बोलबाला है। आए दिन देशी-विदेशी कंपनियां बाजार में ऐसे उत्पाद उतार रही हैं, जो हमें सूचना क्रांति के नए-नए रूपों से रूबरू कराते है। इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में हो रहे बदलावों का एक अहम कारण इस फील्ड में संभावनाओं का विस्तृत दायरा उपलब्ध होना भी है। शायद यही वह कारण है, जिसके चलते इस क्षेत्र में योग्य प्रशिक्षित युवाओं की मांग भी लगातार बनी हुई है। सूचना क्रांति की इसी मांग का नतीजा है कि आज बारहवीं पास करने के बाद युवाओं का एक बड़ा वर्ग बीटेक इन इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी की ओर कदम बढ़ाता है।

गुरु गोविंद सिंह इन्द्रप्रस्थ विश्वविद्यालय (आईपी यूनिवर्सिटी) अपने यहां बीटेक/एमटेक इन इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी का डय़ूअल डिग्री प्रोग्राम छात्रों को उपलब्ध कराता है। छह साल की अवधि वाले इस पाठय़क्रम के तहत छात्रों को इस फील्ड से जुड़ी तमाम बरीकियों का अध्ययन कराया जाता है।

कोर्स का स्वरूप

यह कोर्स पूरी सूचना तकनीकी की विभिन्न विधाओं को मिलाकर तैयार किया गया है। बीटेक इन आईटी की बात करें तो इसमें छात्रों को कम्प्यूटर ऑर्गनाइजेशन, प्रोग्राम मैथोलॉजी, डाटा स्ट्रक्चर, वेब टेक्नोलॉजी आदि का ज्ञान दिया जाता है। इसके अलावा छात्रों को पाठय़क्रम के तहत इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस, सर्किट्स, कम्प्यूटेशन लैब, कम्प्यूटर ग्राफिक लैब, जावा प्रोग्राम, मल्टीमीडिया एप्लीकेशंस, सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग, कम्प्यूटर आर्किटेक्चर, डिजिटल सिगनल प्रोसेसिंग, ऑपरेटिंग सिस्टम आदि का किताबी व व्यावहारिक ज्ञान दिया जाता है।

इसके बाद जब बच्चे डय़ूअल डिग्री प्रोग्राम के तहत एमटेक इन आईटी की ओर बढ़ते हैं तो यहां भी दो साल में बच्चों को आईटी फील्ड की एडवांस नॉलेज दी जाती है। इसमें मुख्य तौर पर डेटा बेस मैनेजमेंट सिस्टम, एडवांस आर्किटेक्चर, वायरलेस मोबाइल नेटवर्क्स, डिजिटल सिगनल प्रोसेसिंग, नेटवर्क प्रोग्रामिंग, मल्टीमीडिया टेक्नोलॉजी, सॉफ्टवेयर टेस्टिंग आदि का ज्ञान छात्रों को मिलता है।

कोर्स की अवधि

यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के डीन प्रो. बीवीआर रेड्डी ने बताया कि बीटेक/ एमटेक डय़ूअल डिग्री प्रोग्राम की कुल अवधि छह साल है, जिसमें बीटेक प्रोग्राम चार साल और एमटेक दो साल का है। छात्र इसे आठ साल में भी पूरा कर सकते हैं। डॉ. रेड्डी ने बताया कि जरूरी नहीं है कि आप बीटेक के बाद एमटेक के लिए जाएं। यह छात्रों की इच्छा पर निर्भर करता है। बस ऐसा करने की सूरत में एमटेक की पढ़ाई के लिए छात्रों को विश्वविद्यालय की प्रवेश परीक्षा या फिर गेट जैसी प्रतिष्ठित प्रवेश परीक्षा को पास करने की अनिवार्यता से राहत मिल जाती है। हालांकि इस तरह एमटेक करने वाले छात्रों को विश्वविद्यालय से मिलने वाली आठ हजार रुपये की मासिक स्कॉलरशिप नहीं मिलती।

शैक्षणिक योग्यता व सीटें

इस कोर्स में दाखिले के लिए निर्धारित शैक्षणिक योग्यता देखें तो आवेदक का फिजिक्स, कैमिस्ट्री और मैथमेटिक्स विषयों के साथ कम से कम 55 फीसदी अंकों सहित बारहवीं पास होना जरूरी है। इसके अलावा आवेदक का अंग्रेजी विषय में पास होना भी जरूरी है फिर वह चाहे इलेक्टिव हो या फिर कोर। इसके अलावा आवेदकों को प्रवेश परीक्षा के बाद होने वाली काउंसिलिंग के बाद दाखिला दिया जाता है। सीटों की बात करें तो ओबीसी आरक्षण से परे यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी में बीटेक/ एमटेक डय़ूअल डिग्री प्रोग्राम के लिए 60 सीटें उपलब्ध रहती हैं।

आवेदन प्रक्रिया

विश्वविद्यालय में विभिन्न पाठय़क्रमों में दाखिले के लिए आवेदन प्रक्रिया जारी है। विभिन्न पाठय़क्रमों की बात करें तो ज्यादातर के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 25 अप्रैल है, जबकि बीटेक/एमटेक इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी डय़ुअल डिग्री प्रोग्राम के लिए 9 मई तक छात्र ऑनलाइन व ऑफलाइन, दोनों ही तरह से प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं। फॉर्म की कीमत की बात करें तो इस बार आईपी यूनिवर्सिटी की ओर से आवेदन फॉर्म 1 हजार रुपए में देशभर में स्थिति इंडियन बैंक की 44 चुनिंदा शाखाओं पर उपलब्ध हैं।

अधिक जानकारी के लिए सम्पर्क करें

यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, गुरु गोविंद सिंह इन्द्रप्रस्थ विश्वविद्यालय, सेक्टर- 16सी, द्वारका, नई दिल्ली

pankaj bedrdi
14-03-2011, 08:49 PM
# स्पोर्ट्स में वोकेशनल कोर्स लाएगा सीबीएसई
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने छात्रों का खेल के क्षेत्र में रुझान बढ़ाने पर ध्यान दिया है। इसके लिए उसने अपने संबंधित स्कूलों को सर्कुलर जारी किया है।

pankaj bedrdi
14-03-2011, 08:49 PM
# स्पोर्ट्स में वोकेशनल कोर्स लाएगा सीबीएसई
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने छात्रों का खेल के क्षेत्र में रुझान बढ़ाने पर ध्यान दिया है। इसके लिए उसने अपने संबंधित स्कूलों को सर्कुलर जारी किया है।

pankaj bedrdi
15-03-2011, 11:54 AM
मेडिकल के अंडरग्रेजुएट छात्रों को और व्यावहारिक ट्रेनिंग मिलने वाली है। भारतीय चिकित्सा परिषद (एमसीआई) सिद्धांत और व्यवहार (थ्योरी एवं प्रैक्टिल) के बीच की खाई को पाटने के लिए एक नये कोर्स का प्रस्ताव तैयार कर रहा है।

कोर्स को एक विशेष पैनल ने प्रस्तावित किया है जिसका गठन एमसीआई ने किया था। इसमें थ्योरी और प्रैक्टिल के बीच की खाई को पाटने तथा अस्पताल की दवा एवं सामुदायिक दवा के बीच के अंतर को खत्म करने की बात है।

प्रस्तावित कोर्स के मुताबिक बेसिक और लेबोरेटरी विज्ञान पर पहले वर्ष में अधिक ध्यान दिया जाएगा और दूसरे एवं तीसरे वर्ष में इसमें धीरे-धीरे कमी लाई जाएगी।

इसी तरह कुछ विषयों पर पहले वर्ष में अतिरिक्त लेक्चर होंगे। उदाहरण के लिए शरीर रचना विषय में रेडियोलॉजी के करीब आठ लेक्चर शामिल किए जा सकते हैं।

नई दिल्ली स्थित मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज में इस पर काम जारी है। इस प्रारूप को अन्य कॉलेज भी लेक्चर के समय में परिवर्तन किए बगैर अपना सकते हैं।

स्त्री रोग विज्ञान और प्रसूति विज्ञान (बलात्कार, हमला), सर्जरी (जख्म), औषध विज्ञान (विष विज्ञान) के दौरान फॉरेंसिक मेडिसिन की भी पढ़ाई प्रभावी तरीके से की जा सकती है। समिति ने कहा कि चिकित्सकीय कानूनी मुद्दों पर कानूनी विशेषज्ञों को भी बुलाया जा सकता है।

pankaj bedrdi
25-03-2011, 09:56 PM
हर साल 50 युवाओं को मिलेगी यंग इंडिया फैलोशिप
यंग इंडिया फैलोशिप संस्थान ने पेंसिलवेनिया यूनिवर्सिटी (यूपेन) के स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड अप्लायड साइंसेज के साथ गठजोड़ किया है जिसके तहत भारत के 50 प्रतिभावान युवाओं को हर साल छात्रवृत्ति दी जाएगी।

pankaj bedrdi
25-03-2011, 09:58 PM
गणित के कुछ प्रश्नों ने उलझाया
बारहवीं बोर्ड की परीक्षा देने वाले छात्रों ने गणित के पेपर को पिछले साल के मुकाबले बेहतर बताया। गणित के शिक्षकों का मानना है कि सभी प्रश्न एनसीईआरटी और सीबीएसई पैटर्न पर थे।

pankaj bedrdi
25-03-2011, 09:58 PM
छुट्टियों में वोकेशनल कोर्स की होगी पढ़ाई
दसवीं के छात्र अगर परीक्षा के बाद अपने आप को तकनीकी रूप से दक्ष बनना चाहते हैं, तो उनके लिए शिक्षा निदेशालय वोकेशनल कोर्स की शुरुआत करेगा।

pankaj bedrdi
25-03-2011, 09:59 PM
छात्रों के तीखे सवालों ने उड़ाए दिग्गजों के होश
दिल्ली विश्वविद्यालय के साउथ कैंपस में दिल्ली पुलिस के दक्षिणी जिला उपायुक्त एचजीएस धालीवाल और राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष गिरिजा व्यास, छात्र-छात्राओं से रूबरू हुए।

pankaj bedrdi
21-06-2011, 07:21 PM
डीयू की ‘रोडीज’आंचल ने दिखाया दम
दिल्ली की रहने वाली आंचल खुराना पांच साल में पहली ऐसी लड़की हैं जिन्होंने एमटीवी रोडीज का खिताब जीता है। पांच साल पहले यह खिताब पारुल शाही ने जीता था

pankaj bedrdi
21-06-2011, 07:22 PM
कोटे की 2700 सीटों के लिए कस लें कमर
दिल्ली विश्वविद्यालय में आज से स्पोर्ट्स और ईसीए के लिए फॉर्म मिलने शुरू हो जाएंगे। नई दाखिला प्रक्रिया के तहत कॉलेज ईसीए (एक्सट्रा कुरीकलर एक्टिविटीज) और स्पोर्ट्स कोटे के फॉर्म ही निकालेंगे।

pankaj bedrdi
21-06-2011, 07:23 PM
साइंस और आर्ट्स में बाकी हैं मौके
डीयू के अधिकतर कॉलेजों में सबसे ज्यादा सीटें कॉमर्स संकाय में भरी हैं। साउथ कैंपस से लेकर नार्थ कैंपस, यहां तक आउट ऑफ कैंपस के कॉलेजों में भी कामर्स का जलवा है।

pankaj bedrdi
21-06-2011, 07:23 PM
वोकेशनल कोर्स: करियर की उड़ान
अगर आपको किसी नामचीन कॉलेज में दाखिला नहीं मिलता है तो भी परेशान न हों। सामान्य कॉलेज से पढ़ाई के साथ वोकेशनल कोर्स और अच्छे संस्थान से समर ट्रेनिंग आपके करियर को किक दे सकते हैं।

dipu
22-06-2011, 08:07 AM
बढिया सूत्र ............................

pankaj bedrdi
22-06-2011, 05:31 PM
ट्रेंड प्रोफेशनल टीचर्स

B.Ed, BTC, TET, UGC

विशेषज्ञों के अनुसार वर्तमान में शिक्षा से संबंधित क्षेत्र ही विकास को पटरी पर ला सकता है। यही कारण है कि आनेवाले समय में इस सेक्टर में नौकरी की धूम रहने की संभावनाएं जताई जा रही है। जाहिर है कि इसके लिए बहुत अधिक संख्या में ट्रेंड प्रोफेशनलों की जरूरत पडेगी। इस सेक्टर की महत्ता को समझते हुए सरकार अब भारत को एजुकेशन हब बनाने का सपना देख रही है। इसी के तहत आने वाले वर्षो में नए आईआईटी, आईआईएम सरीखे इंस्टीटयूट अस्तित्व में होंगे, जिनके चलते इस सेक्टर में बडे पैमाने पर लोगों को नौकरियां मिल सकती हैं। इस क्षेत्र में इंट्री का सबसे प्रमुख रास्ता बी-एड माना जाता है, सर्वाधिक पॉपुलर कोर्साे में से एक बीएड कोर्स में ग्रेजुएट छात्रों को प्रवेश परीक्षा के आधार पर एडमिशन मिलते हैं। शेष कोर्सो में भी इसी तरह की प्रवेश-प्रक्रिया अपनाई जाती है। यहां बढे अवसरों को इस बात से समझा जा सकता है कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना में 735 नए विश्वविद्यालय खोलने का प्रस्ताव सरकार के समक्ष रखा है। फिलहाल देश में लगभग 390 यूनिवर्सिटीज हैं। इतनी बडी संख्या में यूनिवर्सिटीज के खुलने से देश में लगभग तीन लाख शिक्षकों के नए पद सृजित होने की संभावना है। जिसके चलते इस क्ष्ेात्र में संभावनाओं का दायरा वृहत हो चला है।

क्रेज सिविल सेवा का

pankaj bedrdi
22-06-2011, 05:32 PM
प्रतिष्ठित सेवाओं में अधिकारी

ias/csat, pcs

सिविल सेवा का क्रेज आज भी युवाओं के सिर चढकर बोल रहा है। परीक्षा के क्रेज के चलते इस क्षेत्र में होने वाले छोटे से छोटे परिवर्तन भी चर्चा का विषय बन जाते हैं। इसके क्रेज का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि संघ लोक सेवा आयोग द्वारा हर साल आयोजित की जाने वाली इस परीक्षा में भाग लेने वाले उम्मीदवारों की संख्या लाखों में होती है, जिसमें फाइनल सेलेक्शन कुछ सौ का ही होता है। भारतीय प्रशासनिक सेवा, भारतीय पुलिस सेवा, भारतीय विदेश सेवा और अन्य केंद्रीय सेवाओं में भर्ती के लिए सिविल सेवा परीक्षा का संचालन यूपीएससी द्वारा किया जाता है। इसके तहत उम्मीदवारों को तीन चरणों (प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार) से होकर गुजरना पडता है। इस वर्ष सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा के स्थान पर सी-सैट होगा। इस टेस्ट के तहत उम्मीदवारों को अब पहले कह तरह वैकल्पिक विषयों में से एक का चुनाव नहीं करना होगा। बल्कि इसके स्थान पर सभी छात्रों के लिए सामान्य अध्ययन के अलावा एप्टीट्यूड टेस्ट का एक जैसा ही पेपर होगा। जिसमें पास होने पर ही आप मुख्य परीक्षा में भाग लेने की पात्रता हासिल कर सकेंगे। इसके बाद इंटरव्यू का आखिरी व्यूह पार कर आप देश की सबसे प्रतिष्ठित सेवाओं में अधिकारी बनने का गौरव हासिल कर सकते हैं।

बैंकिंग में बम्पर वैकेंसीज

pankaj bedrdi
22-06-2011, 05:32 PM
फिक्स करें कॅरियर

PO / CLERK / Specialist officer

बैंकिंग सेक्टर में इन दिनों बंपर वैकेंशीज निकल रही है। यदि आपने गवर्नमेंट सेक्टर में ही जाने का लक्ष्य बनाया है तो उसके लिए बिल्कुल उचित समय है। बैंकिंग सेक्टर 2011 में युवाओं के लिए नौकरी के ढेरों अवसर लेकर आ रहा है। देश के नेशनलाइज्ड बैंकों में आनेवाले समय में लगभग 80 हजार नौकरियां प्रोबेशनरी ऑफिसर और क्लर्क पोस्ट के लिए निकलने वाली हैं। यही वजह है कि शहर के युवा एमबीए और इंजीनियरिंग के बाद अब नौकरी की तैयारी करने लगे हैं। इधर कुछ वर्षो से सभी राष्ट्रीयकृत बैंक अपना व्यवसाय छोटे-छोटे गांवों तक पहुंचा रहे हैं। जिसके अलग अलग स्तर पर बैंक एम्पलाईज काम करते हैं। बैंक में सभी पदों के लिए अलग-अलग योग्यता है, लेकिन सामान्यत: क्लर्क ग्रेड के लिए न्यूनतम बारहवीं और पीओ या अधिकारी वर्ग के लिए स्नातक या संबंधित डिग्री या डिप्लोमा की अवश्य मांग की जाती है। कुछ पदों के लिए अनुभव भी जरूरी होते हैं। कंप्यूटर और मार्केटिंग का अच्छा ज्ञान इस फील्ड में आपका बडा प्लस प्वांइट साबित हो सकता है।

परंपरागत पेशा

pankaj bedrdi
22-06-2011, 05:33 PM
कॅरियर का सही जजमेंट

llb, clat, llm

लॉ कोर्स का नाम लेने से सीधे काला कोट पहने वकीलों की छवि आंखों के सामने आ जाती है। आज से कुछ वर्ष पहले तक लॉ करने वाले अधिकांश स्टूडेंट्स के सामने अदालतों में मुकदमों की पैरवी करना ही इकलौता विकल्प होता था। लेकिन आज इस क्षेत्र में कई नए अवसर जन्म ले चुके हैं। इस क्षेत्र में इंट्री का सबसे जाना पहचाना नाम एलएलबी परीक्षा होती है। जिसमें हिस्सा लेने की न्यूनतम योग्यता ग्रेजुएट है। यहां लॉ डिग्री होल्डर्स, पीसीएसजे जैसे परीक्षा पास कर लॉ एडमिनस्ट्रेशन का हिस्सा बन सक ते हैं। यहां से शुारू कर इनके पास हाईकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट तक में उच्च न्यायिक पदों पर पहुंचने का विकल्प होता है। इस फील्ड में अनुभवी एडवोकेट, सरकारी विभागों और निजी, सरकारी कंपनियों के लिए लीगल कंसल्टेंट काम कर रहे हैं। एजुकेशन और रिसर्च से जुडे रहने के इच्छुक युवा एलएलएम और पीएचडी करने के बाद टीचिंग के प्रोफेशन में भी जा सकते हैं। इसके अलावा भी ये लोग बडी बडी देसी, विदेशी और मल्टीनेशनल कंपनियां मे लीगल एक्सपर्ट के तौर पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं। बढते मर्जर, डी-मर्जर, अधिग्रहण, डिस्प्यूट्स जैसी गतिविधियों के चलते देशी विदेशी कंपनियां मोटे पैकेज पर प्रतिभाशाली लॉ ग्रेजुएट्स को नियुक्त करने लगी हैं। इतना ही नहीं सरकारी क्षेत्र में भी बैंक हों या दूसरे सार्वजनिक उपक्रम हों, सभी जगह ऐसे लोगों को कानूनी सलाहकार के तौर पर जगह दी जा रही है।

pankaj bedrdi
22-06-2011, 05:33 PM
कॅरियर की मंजिल

rrb,scra, iti

रेलवे देश में सरकारी नौकरी प्रदान करने वाला सबसे बडा संस्थान है। इसक ी विशालता का अंदाजा इस बात से ही लगा सकते हैं कि कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक फैले इसके विशाल नेटवर्क से होकर प्रति वर्ष करोडों लोग यात्रा करते हैं तो वहीं अरबों का रैवन्यू,माल ढुलाई के तौर पर इसे मिलता है। जाहिर सी बात है इतने बडे संगठन को संचालित करने के लिए हजारों नहीं लाखों की संख्या में योग्य टेक्नीशियनों, इंजीनियरों, विशेषज्ञों की जरूरत होगी। जिनको पूरा करने के लिए रेलवे, टेक्निकल व नॉन टेक्निकल स्ट्रीम में भर्ती के लिए समय-समय पर परीक्षाओं का आयोजन करता है। रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड के तहत आयोजित होने वाले इन परीक्षाओं के प्रति युवाओं में खासा क्रेज रहता है। इसके अलग-अलग स्तर की परीक्षाओं में हिस्सा लेने के लिए रेलवे, न्यूनतम 12 वीं, ग्रेजुएशन, इंजीनियरिंग कोर्स की मंाग करता है। दरअसल यह क्षेत्र इतना बडा है कि यहां हर स्तर पर काम करने के लिए अलग-अलग स्ट्रीम के कर्मचारियों व अधिकारियों की आवश्यकता पडती है। जिनमें इंजीनियरिंग ग्रेजुएट से लेकर फूड ऑफीसर्स, सेक्योरेटी, मैनेजमेंट, कंप्यूटर क्षेत्र के प्रतिभाशाली युवाओं की मांग सबसे ज्यादा है। इंजीनयरिंग में भी मैकेनिकल व इलेक्ट्रानिक्स, कंप्यूटर, कैंडीडेट्स के लिए मौके दूसरों से ज्यादा है।

pankaj bedrdi
22-06-2011, 05:34 PM
जीना तो ऐसे जीना

nda,cds, ncc

सेना में विभिन्न पदों के लिए न्यूनतम शैक्षिक योग्यता भी अलग-अलग मांगी जाती है। फिजिक्स, केमिस्ट्री व मैथमेटिक्स विषयों के साथ अगर आपने 10+2 की परीक्षा कम से कम 70 फीसदी अंकों से पास की है, तो आप टेक्निकल एंट्री के लिए आवेदन कर सकते हैं। परमानेंट या शॉर्ट सर्विस कमीशन्ड ऑफिसर्स के तौर पर भी आपके पास आर्मी ज्वाइन करने का विकल्प होता है। जहां तक महिलाओं की बात है इस क्षेत्र में उनकी इंट्री के नए नए रास्ते तैयार हुए हैं। अब तो नर्सिग व मेडिकल सेवाओं के साथ, महिलाएं सीधे सीमाओं की निगरानी भी कर रही हैं। आर्मी सर्विस कोर, ऑर्डिनेंस कोर, एजुकेशन कोर, जेएजी, सिग्नल्स कोर में भी महिलाओं की हिस्सेदारी बढी है। समुद्री सीमा की सुरक्षा सुनिश्चित करने का काम नेवी का होता है। जहां युवाओं के पास एसएससी या फिर टैक्निकल पदों पर जाने के अवसर होते हैं।

इसमें उन लोगों को नियुक्ति दी जाती है जो बेहतरीन तकनीकी क्षमताओं के साथ बदलती परिस्थितियों से सामंजस्य बिठा सकें। आज यह नौकरी बडी संख्या में युवाओं को अपनी ओर आकर्षित कर रही है। डिफे ंस की एक और मजबूत कडी, भारतीय वायुसेना आज युवाओं के लिए अवसरों का नया ठिकाना साबित हो रही है। यहां टेक्निकल, नॉन टक्निकल पदों के लिए समय-समय पर भर्तियां होती रहती हैं। वहीं फाइटर पायलट बनने के इच्छुक युवाओं को एसएससी के जरिए अपने सपने को पूरा करने का अवसर मिलता है। इस प्रकार कहा जा सकता है कि यदि युवा सरकारी नौकरी करना चाहते हैं और लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कठिन मेहनत करते हैं, तो कोई कारण नहीं कि सफलता न मिल सके।

pankaj bedrdi
22-06-2011, 05:34 PM
जीना तो ऐसे जीना

nda,cds, ncc

सेना में विभिन्न पदों के लिए न्यूनतम शैक्षिक योग्यता भी अलग-अलग मांगी जाती है। फिजिक्स, केमिस्ट्री व मैथमेटिक्स विषयों के साथ अगर आपने 10+2 की परीक्षा कम से कम 70 फीसदी अंकों से पास की है, तो आप टेक्निकल एंट्री के लिए आवेदन कर सकते हैं। परमानेंट या शॉर्ट सर्विस कमीशन्ड ऑफिसर्स के तौर पर भी आपके पास आर्मी ज्वाइन करने का विकल्प होता है। जहां तक महिलाओं की बात है इस क्षेत्र में उनकी इंट्री के नए नए रास्ते तैयार हुए हैं। अब तो नर्सिग व मेडिकल सेवाओं के साथ, महिलाएं सीधे सीमाओं की निगरानी भी कर रही हैं। आर्मी सर्विस कोर, ऑर्डिनेंस कोर, एजुकेशन कोर, जेएजी, सिग्नल्स कोर में भी महिलाओं की हिस्सेदारी बढी है। समुद्री सीमा की सुरक्षा सुनिश्चित करने का काम नेवी का होता है। जहां युवाओं के पास एसएससी या फिर टैक्निकल पदों पर जाने के अवसर होते हैं।

इसमें उन लोगों को नियुक्ति दी जाती है जो बेहतरीन तकनीकी क्षमताओं के साथ बदलती परिस्थितियों से सामंजस्य बिठा सकें। आज यह नौकरी बडी संख्या में युवाओं को अपनी ओर आकर्षित कर रही है। डिफे ंस की एक और मजबूत कडी, भारतीय वायुसेना आज युवाओं के लिए अवसरों का नया ठिकाना साबित हो रही है। यहां टेक्निकल, नॉन टक्निकल पदों के लिए समय-समय पर भर्तियां होती रहती हैं। वहीं फाइटर पायलट बनने के इच्छुक युवाओं को एसएससी के जरिए अपने सपने को पूरा करने का अवसर मिलता है। इस प्रकार कहा जा सकता है कि यदि युवा सरकारी नौकरी करना चाहते हैं और लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कठिन मेहनत करते हैं, तो कोई कारण नहीं कि सफलता न मिल सके।