madhavi
20-02-2011, 07:05 PM
कोका कोला और पेप्सी में मिलाए जाने वाले एक तत्व की वजह से कैंसर हो सकता है। इन पेय पदार्र्थों को रंग देने के लिए इस तत्व का इस्तेमाल किया जाता है। स्वास्थ्य से जुड़े एक अमेरिकी समूह ने यह चेतावनी दी है।
सेंटर फॉर साइंस इन द पब्लिक इंट्रेस्ट ने कहा, ‘कोका कोला, पेप्सी और अन्य खाद्य पदार्र्थों में इस्तेमाल होने वाले कारमेल रंग में दो कैंसरकारक कैमिकल होते हैं। इसे प्रतिबंधित किया जाना चाहिए।’ कोला का कृत्रिम ब्राउन रंग बनाने के लिए उच्च दबाव व तापमान पर अमोनिया और सल्फाइट्स के साथ शुगर की प्रतिक्रिया कराई जाती है।
रासायनिक प्रतिक्रिया के बाद 2-एमआई और 4-एमआई नामक दो तत्व बनते हैं। समूह ने कहा सरकार द्वारा चूहों पर किए गए अध्ययनों से पता चला है कि इन तत्वों की वजह से फेफड़ों, लिवर या थायराइड कैंसर होने का खतरा होता है।
अमेरिका के नेशनल टॉक्सीकोलॉजी प्रोग्राम के मुताबिक, इस बात के ‘स्पष्ट सबूत’ मिले हैं कि 2-एमआई व 4-एमआई से जानवरों को कैंसर होता है और इससे मनुष्य को भी कैंसर होने का खतरा है। कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता डेविस को कोला के पांच ब्रांड्स में 4-एमआई की काफी मात्रा मिली है।
सेंटर फॉर साइंस इन द पब्लिक इंट्रेस्ट ने कहा, ‘कोका कोला, पेप्सी और अन्य खाद्य पदार्र्थों में इस्तेमाल होने वाले कारमेल रंग में दो कैंसरकारक कैमिकल होते हैं। इसे प्रतिबंधित किया जाना चाहिए।’ कोला का कृत्रिम ब्राउन रंग बनाने के लिए उच्च दबाव व तापमान पर अमोनिया और सल्फाइट्स के साथ शुगर की प्रतिक्रिया कराई जाती है।
रासायनिक प्रतिक्रिया के बाद 2-एमआई और 4-एमआई नामक दो तत्व बनते हैं। समूह ने कहा सरकार द्वारा चूहों पर किए गए अध्ययनों से पता चला है कि इन तत्वों की वजह से फेफड़ों, लिवर या थायराइड कैंसर होने का खतरा होता है।
अमेरिका के नेशनल टॉक्सीकोलॉजी प्रोग्राम के मुताबिक, इस बात के ‘स्पष्ट सबूत’ मिले हैं कि 2-एमआई व 4-एमआई से जानवरों को कैंसर होता है और इससे मनुष्य को भी कैंसर होने का खतरा है। कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता डेविस को कोला के पांच ब्रांड्स में 4-एमआई की काफी मात्रा मिली है।