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View Full Version : दूध का दूध और पानी का पानी


Hamsafar+
10-04-2011, 01:55 PM
आप लोग सोच रहे होंगे की इस सूत्र के द्वारा मैं क्या आमंत्रित कर रहा हूँ. तो फोरम के सदस्यों यहाँ मैं कुछ बातें स्पष्ट कर देना चाहता हूँ, की मैं यहाँ फोरम के सदस्यों को एक एक करके आमंत्रित करूँगा , उनसे मैं वार्तालाप करूँगा. की उनको मुझसे क्या-क्या समस्याएं है. और समस्याएं हैं भी की नहीं ..... यदि बातें सत्य हुयी तो मैं उनमे सुधार करूँगा .
यही सूत्र तय करेगा की हमसफ़र को फोरम में रहना चाहिए या नहीं . साथ में एक वादा भी करता हूँ की सच में यदि में गलत हूँ तो माह ५ मई २०११ के बाद में फोरम को आजीवन छोड़ दूंगा . आप यूँ भी समझ सकते हैं की मैं भविष्य में कही किसी भी फोरम से नहीं जुडुगा!
कृपया ध्यान दें की में मोबाइल के द्वारा नेट ओपरेट कर रहा हूँ. इसलिए जवाब देने में कुछ देरी हो सकती है ...
धन्यवाद
(सभी सदस्यों से अनुरोध है की वोट जरूर करें )

(http://myhindiforum.com/showthread.php?p=73754#post73754)

Hamsafar+
10-04-2011, 02:00 PM
इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए सर्व प्रथम में निशांत जी को आमंत्रित करता हूँ. निशांत जी सूत्र पर आयें और उनको मुझसे जो भी समस्याएं हो उनको लिखें.

Hamsafar+
10-04-2011, 02:07 PM
निशांत जी इस समय आन लाइन नहीं हैं , इसलिए सिकंदर जी को सूत्र पर आने का सन्देश देता हूँ...
सिकंदर जी सूत्र पर आयें और उनको मुझसे जो भी समस्याएं हो उनको लिखें.

pooja 1990 QUEEN
10-04-2011, 02:22 PM
Go for it humsafar ji

Hamsafar+
10-04-2011, 02:22 PM
सिकंदर जी आप इस सूत्र पर १० ऐशी (व्यक्तिगत ) समस्याओं को लिखें जिनसे आपको मुझसे परेशानी है !

Sikandar_Khan
10-04-2011, 02:40 PM
सिकंदर जी आप इस सूत्र पर १० ऐशी (व्यक्तिगत ) समस्याओं को लिखें जिनसे आपको मुझसे परेशानी है !

प्रिय हमसफर भाई
मुझे आपसे कोई भी व्यक्तिगत समस्या नही है
जब तक आप नियम मे रहकर कार्य करते हो मुझे क्या किसी को भी आपसे कोई समस्या नही हो सकती है |लेकिन जब या फोरम का कोई भी सदस्य नियमोँ का उलंघन करता है तो उससे पूरे फोरम की शांति भंग हो जाती है |

jitendragarg
10-04-2011, 02:46 PM
इस सूत्र से हो सकता है, की कुछ सदस्य आपके बारे में ऐसी बाते बताये, जो आप सुनना नहीं चाहते, और उससे फोरम की शांति भंग हो! इसलिए, इस सूत्र को बंद कर रहा हूँ. अगर आपको लगता है, की आप लोगो द्वारा बताये गयी बातों को दिल पर नहीं लेंगे, और यहाँ कोई झगडा नहीं होगा, तो सूत्र को रिपोर्ट करके किसी भी नियामक को खुलवाने को बोल सकते है.

:cheers:

abhisays
10-04-2011, 02:48 PM
हमसफ़र जी आपसे किसी को कोई समस्या नहीं है.

लगे रहिये.. :crazyeyes:

Sikandar_Khan
10-04-2011, 02:48 PM
इस सूत्र को खोल दिया
गया है |

Hamsafar+
10-04-2011, 02:50 PM
लगत हैं सिकंदर जी आप सोच रहे हैं की क्या लिखा जाये . वैसे इस सूत्र के द्वारा सभी को सबकुछ लिखने का अधिकार है मैं बुरा नहीं मानूंगा .
चलिए मैं ही लिखता हूँ...
१) क्या आप मुझसे मिले हैं...
यदि हाँ तो कितनी बार
२) क्या मुझसे फोन पे वार्तालाप हुयी हैं , यदि हाँ तो आपको कितनी गुस्सा आई ...
३) जितना आप मुझे जानते हैं,, उससे आपको क्या लगा .
४) क्या मेरे सूत्रों से समस्या हे ?
५) सूत्रों के विषय से समस्या ?
आपका जो भी नज़रिया हो मेरे बारे में वह बताये. खुद को प्रदंधन सदस्य से दूर रख कर जवाब दीजिये ...
धन्यवाद आपके जवाब का इंतज़ार हैं

Hamsafar+
10-04-2011, 02:58 PM
इस सूत्र से हो सकता है, की कुछ सदस्य आपके बारे में ऐसी बाते बताये, जो आप सुनना नहीं चाहते, और उससे फोरम की शांति भंग हो! इसलिए, इस सूत्र को बंद कर रहा हूँ. अगर आपको लगता है, की आप लोगो द्वारा बताये गयी बातों को दिल पर नहीं लेंगे, और यहाँ कोई झगडा नहीं होगा, तो सूत्र को रिपोर्ट करके किसी भी नियामक को खुलवाने को बोल सकते है.

:cheers:
आपसे निवेदन है की आप अपनी ये पोस्ट हटा लें. में यहाँ विवाद के लिए नहीं हूँ. और हाँ किसी की बात का बुरा मानना होता तो इस सूत्र को बना कर आ बैल मुझे मार वाली कहावत को सार्थक नहीं करता ...मैं तो सिर्फ सदस्यों का नज़रिया जानना चाहता हूँ. की किसी को समस्या हो तो अवस्य लिखे , मुझे कोई आपत्ति नहीं है की वह क्या लिख रहा है .
यदि आप इस पोस्ट को देख रहे है तो मेरी पोस्ट को भी हटा लें...
धन्यवाद
आप नाराज़ न हों, आपसे भी वार्ता जरूर की जाएगी

Sikandar_Khan
10-04-2011, 03:09 PM
लगत हैं सिकंदर जी आप सोच रहे हैं की क्या लिखा जाये . वैसे इस सूत्र के द्वारा सभी को सबकुछ लिखने का अधिकार है मैं बुरा नहीं मानूंगा .
चलिए मैं ही लिखता हूँ...
१) क्या आप मुझसे मिले हैं...
यदि हाँ तो कितनी बार
२) क्या मुझसे फोन पे वार्तालाप हुयी हैं , यदि हाँ तो आपको कितनी गुस्सा आई ...
३) जितना आप मुझे जानते हैं,, उससे आपको क्या लगा .
४) क्या मेरे सूत्रों से समस्या हे ?
५) सूत्रों के विषय से समस्या ?
आपका जो भी नज़रिया हो मेरे बारे में वह बताये. खुद को प्रदंधन सदस्य से दूर रख कर जवाब दीजिये ...
धन्यवाद आपके जवाब का इंतज़ार हैं

हमसफर जी
1. मै आपसे व्यक्तिगत तौर पर नही मिला हूँ |
2. आपसे मेरी फोन पर कई बार बात हुई है
जब मैने आपको झांसी स्टेशन पर मिलने के लिए बुलाया था लेकिन आप नही आए और फोन भी नही उठा रहे थे तब मुझे कुछ अजीब लगा की जो फोन पर इतनी बात कर सकता है
आज उन्होने मुझे धोखा दिया (ये मेरे विचार हैँ )
3. जितना मै आपको जान पाया हूँ आप बहुत जल्द उत्तेजित हो जाते हो |
अपनी मनपसंद बात मनवाने के लिए हट करना| आप किसी भी काम को सिर्फ नाम के लिए करना चाहते हो |
वादा खिलाफी जो शायद सिर्फ मेरे साथ हुई हो |
4. आपके सूत्रोँ या उनके विषय से मुझे कोई आपत्ति नही है आपके द्वारा बनाए गए सूत्र , प्रविष्टियां फोरम के हित मे हैँ |

Hamsafar+
10-04-2011, 03:27 PM
हमसफर जी
1. मै आपसे व्यक्तिगत तौर पर नही मिला हूँ |
2. आपसे मेरी फोन पर कई बार बात हुई है
जब मैने आपको झांसी स्टेशन पर मिलने के लिए बुलाया था लेकिन आप नही आए और फोन भी नही उठा रहे थे तब मुझे कुछ अजीब लगा की जो फोन पर इतनी बात कर सकता है
आज उन्होने मुझे धोखा दिया (ये मेरे विचार हैँ )
3. जितना मै आपको जान पाया हूँ आप बहुत जल्द उत्तेजित हो जाते हो |
अपनी मनपसंद बात मनवाने के लिए हट करना| आप किसी भी काम को सिर्फ नाम के लिए करना चाहते हो |
वादा खिलाफी जो शायद सिर्फ मेरे साथ हुई हो |
4. आपके सूत्रोँ या उनके विषय से मुझे कोई आपत्ति नही है आपके द्वारा बनाए गए सूत्र , प्रविष्टियां फोरम के हित मे हैँ |
हाँ अब आप खुल कर आये हैं धन्यवाद इसके लिए..
१) आपने जो कहा हे की आप मेरे शहर आये थे और आपने स्टेसन से मुझे फोन किया था और में नहीं आया. इसका कारन भी हो सकता है. इसी बात पर गौरव से भी मेरी बात हुयी थी की मैं क्यों नहीं आया . देखिये सिकंदर जी अगले पल क्या होने वाला है ये यदि इंसान जान जाये तो वह ही भगवान् न बन जाये. मित्र सिकंदर इस बात को आप इस तरह देखें की एषा वाक्य आपके साथ भी घटित हुआ होगा. कई बार आदमी कहकर पूरा नहीं कर पता , इसके लिए वह कुछ नहीं कह सकता. पर वह ये जरूर सोचता होगा की इस बात से दूसरा मेरे बारे में क्या सोचता होगा.
२) आपने ये कहा की में उत्तेजित हो जाता हूँ. ...
इस बारे में ..
सबसे पहले तो ये कहना चाहता हूँ. की में फोरम पे जादा से जादा पोस्टिंग करने की कोशिश करता हूँ और अधिकतर समय में पोस्टिंग पर ही ध्यान देता हूँ. तो में ऐसे में किसी से क्या वार्तालाप करूँगा , समय ही नहीं मिलेगा ..
पर इसी बीच कोई आकर कुछ अर्गल वार्तालाप करदे तो तनिक नाराज़गी होती हे !
आप या कोई भी कोई कार्य करें और बिना सोचे समझे कोई अर्गल बात कर दे ...
हां ये बात सही है की मैं तेज़ चलता हूँ. इस बात को आप इस तरह ले की आप हाई वे पर गाड़ी चला रहे हो और एक आदमी गलत तरीके से ओवरटेक कर दे...
३) रही वात नाम की तो, भाई कोण एषा हे जो बेनाम काम करता हे.. भाई कोई नाम के लिए तो कोई दाम के लिए . भाई आदमी दान भी करता हे तो ये सोच कर करता हे की भगवान् इस बात से खुश हो कर मुझे कुछ और दे दे...
क्या आप मेरे स्पस्तीकरण के बाद कुछ और कहना चाहते हें तो लिखे.. और हाँ वोट जरूर करे...
धन्यवाद
सिकंदर भाई !

(हमसफ़र)

Hamsafar+
10-04-2011, 03:53 PM
.सिकंदर जी क्या सोच रहे हैं, अपनी पोस्ट क्लोज़ करे ताकि अगले सदस्य को बुलाया जा सके .

Sikandar_Khan
10-04-2011, 03:58 PM
.सिकंदर जी क्या सोच रहे हैं, अपनी पोस्ट क्लोज़ करे ताकि अगले सदस्य को बुलाया जा सके .

आप दूसरे सदस्य को आमंत्रित करेँ

Hamsafar+
10-04-2011, 04:03 PM
आप दूसरे सदस्य को आमंत्रित करेँ
धन्यवाद सिकंदर जी

Hamsafar+
10-04-2011, 04:15 PM
इसी क्रम में आगे बड़ते हैं...
और ड्रैकुला जी को आमंत्रित करता हूँ... सन्देश दिया गया हैं
आपको मुझसे जो भी शिकायते हों वो कृपया लिखें. आप लिखने के लिए स्वतंत्र हैं !

Hamsafar+
10-04-2011, 04:33 PM
क्या हुआ भाई , देरी का कारन जान सकता हूँ...

Hamsafar+
10-04-2011, 04:44 PM
अभी तक नहीं आये शायद किसी काम में व्यस्त होंगे, मुझे ड्रैकुला जी और निशांत जी का इंतज़ार रहेगा ....

Nitikesh
10-04-2011, 04:54 PM
lijiye main fir se aa gaya.
Yah sutra main dekh chuka hun.
Lekin aap ne sirf nishant ji aur mitra sikandar ke vichar mange the isiliye maine apani ray rakhana uchit nahi laga.
Aapka yah sutra nice hai.
Abhi main mobile se login hun isiliye der se dhyan gaya.

Nitikesh
10-04-2011, 05:22 PM
mujhe aapse koi shikayat nahi hai. Baki main aap se kuch nivedan karana chahunga jo main computer se login hone ke baad karuga.
Thanks

Hamsafar+
10-04-2011, 05:29 PM
ठीक है भाई
पर वोट जरूर कीजियेगा

Hamsafar+
10-04-2011, 05:37 PM
lijiye main fir se aa gaya.
Yah sutra main dekh chuka hun.
Lekin aap ne sirf nishant ji aur mitra sikandar ke vichar mange the isiliye maine apani ray rakhana uchit nahi laga.
Aapka yah sutra nice hai.
Abhi main mobile se login hun isiliye der se dhyan gaya.
भाई मैं यहाँ एक एक करके सभी को बुला रहा हूँ, पहले निशांत जी को बुलाया पर तब तक वो आफ लाइन हो चुके थे, इसलिए मेने आन लाइन सदस्यों को बुलाया , उस समय आप और सिकंदर जी वहां थे , अब जो मुझे पुरानी जगह से जानते हें उनको ही बुलाया जायेगा. हां ये हो सकता हे पुराने सदस्य किसी और नाम से यहाँ हो ...

Nitikesh
10-04-2011, 08:06 PM
भाई मैं यहाँ एक एक करके सभी को बुला रहा हूँ, पहले निशांत जी को बुलाया पर तब तक वो आफ लाइन हो चुके थे, इसलिए मेने आन लाइन सदस्यों को बुलाया , उस समय आप और सिकंदर जी वहां थे , अब जो मुझे पुरानी जगह से जानते हें उनको ही बुलाया जायेगा. हां ये हो सकता हे पुराने सदस्य किसी और नाम से यहाँ हो ...

मित्र आप यह सोचकर दिल छोटा ना करे की कोई आपको क्या बोलता है/
यदि आप सच में मनोरंजन कारण चाहते हैं तो मैं आपसे कहना चाहूँगा की कुछ बातों पर ध्यान नहीं देने और भूल जाने में ही भलाई है/

मैं आपसे हमेशा से आग्रह करना चाहता था और आज भी आग्रह कर रहा हूँ की किसी की दिल दुखाने वाली बातों पर ध्यान ना दें/
आपके सूत्र हमेशा ही बढियाँ होने हैं और ज्ञानवर्धक भी आप जिस भी फोरम पर होते हैं उसकी शान में चार चाँद लग जाते है/
लेकिन आपके पोस्ट करने की गति हद से ज्यादा तेज है/जिसके कारण मैंने पाया है की सदस्य आपकी गति के अपनी गति नहीं मिला पते हैं और आपका सूत्र आपके ही बनाये सूत्र के नीचे दब जाता है/
अत: मेरा आपसे निवेदन है की हर दिन २०० से ३०० पोस्ट करने की जगह ज्यदा से ज्यादा १०० पोस्ट हर दिन करें और हर विभाग में अपनी उपस्तिथि भी दें/जिससे सदस्य को आपको ज्यदा से ज्यादा समझने का मौका मिले और आपके कम पोस्ट के कारण आपके सूत्र को भी पढ़ पायेगें/शायद आपको मेरी बात बुरी लग सकतई है/लेकिन मेरे मन में जो था मैंने कह दिया/
आपसे निवेदन है की आप सीधे सदस्य से ना उलझे और हमेशा नियामक या प्रशासक की मदद लें/वे आप जैसे सदस्य की अवश्य सहायता कर सकते हैं और मुझे उम्मीद है की वे करेंगें भी/
धन्यवाद

Hamsafar+
10-04-2011, 09:01 PM
धन्यवाद ड्रैकुला जी , आपके विचार जानकार बहुत ख़ुशी हुई .

Hamsafar+
10-04-2011, 09:05 PM
अब में लोगो डिज़ाइनर श्रीमान अभय जी को आमंत्रित करता हूँ, की वो आये और उनके दिल में मेरे लिए जो भी हो लिखे. यदि कुछ गलतफहमियां में दूर कर पाया तो मुझे ख़ुशी होगी.

ABHAY
10-04-2011, 09:11 PM
अब में लोगो डिज़ाइनर श्रीमान अभय जी को आमंत्रित करता हूँ, की वो आये और उनके दिल में मेरे लिए जो भी हो लिखे. यदि कुछ गलतफहमियां में दूर कर पाया तो मुझे ख़ुशी होगी.

bhai maine aapse kitni bar baat ki hai magar mujhe aajtak aapme koi burai nahi laga or n hi kabhi aapke sutro me koi burai ha aap ek baat ka dhyan de ki agar koi bibad ki baat karta hai to use karne de aap usme n pade bas yahi ek kami hai

Hamsafar+
10-04-2011, 09:17 PM
bhai maine aapse kitni bar baat ki hai magar mujhe aajtak aapme koi burai nahi laga or n hi kabhi aapke sutro me koi burai ha aap ek baat ka dhyan de ki agar koi bibad ki baat karta hai to use karne de aap usme n pade bas yahi ek kami hai
धन्यवाद मित्र , आपकी बात पे अमल करूँगा,
वोट जरूर करे...

ABHAY
10-04-2011, 09:23 PM
धन्यवाद मित्र , आपकी बात पे अमल करूँगा,
वोट जरूर करे...

wo to kabka kar diya maine

ndhebar
11-04-2011, 02:32 PM
मैं आपके सारे सवालों का जवाब दूंगा
पर उससे पहले मेरा एक सवाल
इस सूत्र की आवश्यकता क्योंकर पड़ी

Hamsafar+
11-04-2011, 02:58 PM
Good Noon Nishant Ji
इस सूत्र को बनाने का सिर्फ इतना ही उद्देश हे की मैं यहाँ उपस्थित सदस्यों को गलतफहमियां दूर करना चाहता हूँ . यदि वे सही में हे तो यहाँ सामने आ जाये. और मुझे जो भी समझा जाता हे .... क्या वो सही हे या नहीं. एक दुसरे के कहने से कोई भी छवि बना लेते हे. पर क्या वो सही हे. पहली बात यदि आप किसी शख्स को नहीं जानते हे तो उसके बारे में विचार कैसे रख सकते हे. हां काफी कभी विवाद होता हे . पर ताली एक हाथ से तो नहीं बजती. उस समय सदस्य को बैन कर दिया जाता हे. पर बैन कर देने से समस्या का समाधान नहीं हे. में वही कारन यहाँ स्पस्ट करना चाहता हु.

Hamsafar+
11-04-2011, 02:59 PM
कहने का मतलब इतना ही की गलतियाँ यदि वास्तव में हे तो माफ़ी मागना उचित होता हे. यदि गलतियाँ करवाई जाये...
.
.
मेने ये भी कहा हे यदि में अपने आप को सही सविय नहीं कर पाया तो वोटिंग भी सदस्यों को दे रखी हे. जो मेने प्रथम पोस्ट में लिखा हे वो अटल हे ...

Hamsafar+
11-04-2011, 03:07 PM
निशाँ जो यहाँ आपको मुझ पर इल्जाम लगाने हे (वह जिनमे आपका दिल गवारा करे ) सफाई में दूंगा..
मतलब मेने खुदको कटघरे में खड़ा किया हुआ हे

Hamsafar+
11-04-2011, 05:55 PM
निशांत जी तो फिर कही काम में फस गए , कुमार अनिल जी इस समय आन लाइन हें , उनको सन्देश देता हूँ...

Hamsafar+
11-04-2011, 06:03 PM
वैसे कुमार अनिल जी से मेरी जादा कुछ पहचान नहीं हे , न ही कभी बात चीत हुयी है, फिर भी उनका नज़रिया janana chahta हूँ...

sagar -
11-04-2011, 06:43 PM
हमसफर भाई अभी कुछ विवाद हुआ क्या आपके साथ ...??

ndhebar
11-04-2011, 07:08 PM
Main Nishant जी को आमंत्रित करता हूँ...
आपको मुझसे जो भी शिकायते हों वो कृपया लिखें. आप लिखने के लिए स्वतंत्र हैं !
१) क्या आप मुझसे मिले हैं...
यदि हाँ तो कितनी बार

कभी नहीं
आपसे क्या मैं फोरम के किसी भी सदस्य से नहीं मिला हूँ

२) क्या मुझसे फोन पे वार्तालाप हुयी हैं , यदि हाँ तो आपको कितनी गुस्सा आई ...

फोन पर बात हुई है, गुस्सा नहीं आया थोड़ी खीज आई बस

३) जितना आप मुझे जानते हैं,, उससे आपको क्या लगा .

सबसे बड़ी बात तो यही है की आपको जान ही नहीं पाया

Kumar Anil
11-04-2011, 08:26 PM
वैसे कुमार अनिल जी से मेरी जादा कुछ पहचान नहीं हे , न ही कभी बात चीत हुयी है, फिर भी उनका नज़रिया janana chahta हूँ...

यह मेरा सौभाग्य है कि एक परम विशिष्ट सदस्य मेरे दृष्टिकोण से अवगत होना चाहते हैँ । आपके द्वारा उठाया ये कदम हमारे मध्य एक सेतु बनकर हमेँ जोड़ेगा । इस अनोखी सोच के लिये धन्यवाद ।

Kumar Anil
11-04-2011, 10:01 PM
लगत हैं सिकंदर जी आप सोच रहे हैं की क्या लिखा जाये . वैसे इस सूत्र के द्वारा सभी को सबकुछ लिखने का अधिकार है मैं बुरा नहीं मानूंगा .
चलिए मैं ही लिखता हूँ...
१) क्या आप मुझसे मिले हैं...
यदि हाँ तो कितनी बार
२) क्या मुझसे फोन पे वार्तालाप हुयी हैं , यदि हाँ तो आपको कितनी गुस्सा आई ...
३) जितना आप मुझे जानते हैं,, उससे आपको क्या लगा .
४) क्या मेरे सूत्रों से समस्या हे ?
५) सूत्रों के विषय से समस्या ?
आपका जो भी नज़रिया हो मेरे बारे में वह बताये. खुद को प्रदंधन सदस्य से दूर रख कर जवाब दीजिये ...
धन्यवाद आपके जवाब का इंतज़ार हैं

हमसफ़र जी मेरे और आपके मध्य यह प्रथम संवाद है । अस्तु क्रोधित होने का तो प्रश्न ही नहीँ । मेरी नज़र मेँ तो अभी तक ऐसी कोई आपत्तिजनक टिप्पणी आयी नहीँ जो आपके लिये नकारात्मक सोच पैदा करे । आपके और युवराज जी के आयाराम व गयाराम के सम्बन्ध मेँ एक नवागत के रूप मेँ कौतुहल अवश्य रहा कि ऐसा क्यूँ है ? जहाँ तक सूत्रोँ का सम्बन्ध है , प्रत्येक व्यक्ति के विचार भिन्न होते हैँ और वह वैसे ही विषयोँ का चयन करता है परन्तु नियामक और परम विशिष्ट सदस्योँ का यह दायित्व अवश्य बनता है कि फोरम के समस्त सूत्रोँ का मार्गदर्शन करे क्योँकि इनका दायरा सामान्य सदस्योँ से बड़ा है । इस एक कमी के अतिरिक्त आपमेँ मुझे कोई और दोष नहीँ दिखता ।

Hamsafar+
13-04-2011, 07:50 PM
धन्यवाद आप सभी का...

प्रवंधन समिति चाहे तो सूत्र बंद कर दे

Nitikesh
13-04-2011, 07:59 PM
हमसफ़र जी के निवेदन पर यह सूत्र बंद किया जा रहा है/

arvind
15-04-2011, 01:21 PM
सूत्रधार के निवेदन पर सूत्र को पुन: खोला जा रहा है।

Hamsafar+
15-04-2011, 01:26 PM
अब लगा की इस फोरम पर भी जल्द सुनुवाई होती है... धन्यवाद फोरम के इंचार्ज का जिसने अब कुछ ऐसे लोगों को पदवी दी जो सच में इस लायक थे...

Hamsafar+
15-04-2011, 01:28 PM
ड्रैकुला जैसे acche व्यक्ति को सह नियामक बनाया ....

He is the supper....

Hamsafar+
15-04-2011, 01:32 PM
अब आप सभी आमंत्रित है...
सभी मुझ पर आरोप लगा सकते हें...
तो आप लोग तैयार रहें...

Hamsafar+
15-04-2011, 01:53 PM
यहाँ अभी तक जिन लोगों को मेने बुलाया उनको मुझसे कोई समस्या नहीं हे, सिर्फ, सिकंदर और निशांत जी को, उनसे निवेदन हे की वो खुल कर सामने आये. और बाकि जो भी हें खुल कर आयें...

khalid
15-04-2011, 01:59 PM
पर अफ़सोस की ड्रैकुला जैसे आई डी वाले व्यक्ति को सह नियामक बनाया ....

He is the supper....

सिर्फ आईडी से आपको परेशानी हैँ
या और कुछ बात हैँ
बगैर बुलाए चला आया

Hamsafar+
15-04-2011, 02:26 PM
सिर्फ आईडी से आपको परेशानी हैँ
या और कुछ बात हैँ
बगैर बुलाए चला आया
खालिद भाई यहं आई डी की बात नहीं हे, वो आदमी इस काम के लायक हे और उसे सह शब्द क्यों... उसे तो पुरा नियामक बनाना चाहिए