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View Full Version : सप्ताह के व्रत-त्यौहार


chndrsekhar
16-04-2011, 12:48 PM
मित्रों मैं इस सूत्र मैं आप सबको पुरे चालू सप्ताह मैं आने वाले व्रत-तोय्हार की जानकारी दूँगा. आशा है ये मेरा सूत्र आप सबके लिए लाभदायक होगा.

Sikandar_Khan
16-04-2011, 12:58 PM
चंद्रशेखर जी
आपका ये सूत्र अत्यंत लाभदायक सिद्ध होगा
कृप्या गति प्रदान करेँ |

chndrsekhar
16-04-2011, 01:05 PM
१६ अरिल से २२ अप्रैल तक आने वाले व्रत और त्यौहार
१६ अप्रैल - शिवदमनक चतुर्दसी, मीनाक्षी कल्यानम (साउथ इंडिया) मदंनभ्नजिका (मिथ्लान्च्ल )
१७ अप्रेल - पूर्णिमा व्रत , हाटकेशवर महोत्सव , पाप संडे (ईसाई)
१८ अप्रेल - स्न्नान ध्यान की चेत्री पूर्णिमा ,वेसाख स्नान नियम प्रारम्भ
१९ अप्रेल - कच्छपावतार जयंती,श्री मंगल दर्शन (उज्जेन ), आशा द्वितीया व्रत
२० अप्रेल - सूर्य सायन, सोर गिरिस्म ऋतू आरम्भ
२१ अप्रेल - संक्स्टी श्रीगणेश चतुर्थि, अनुसुईया जयंती
२२ अप्रेल - श्री पचमी (जम्मू कश्मीर ),गुड फराईडये (ईसाई ), वैभव लक्ष्मी व्रत-कथा

chndrsekhar
16-04-2011, 01:06 PM
चंद्रशेखर जी
आपका ये सूत्र अत्यंत लाभदायक सिद्ध होगा
कृप्या गति प्रदान करेँ |
उत्साह बराने के लिए धन्यवाद मित्र

chndrsekhar
16-04-2011, 01:07 PM
मित्रों सूत्र पसंद आया तो अंपनी बहुमूल्य राय जरूर दे

Nitikesh
16-04-2011, 01:17 PM
मित्रों मैं इस सूत्र मैं आप सबको पुरे चालू सप्ताह मैं आने वाले व्रत-तोय्हार की जानकारी दूँगा. आशा है ये मेरा सूत्र आप सबके लिए लाभदायक होगा.

साथ में यदि आप इससे जुड़ी कहानी और कारण भी बता सकेंगें तो हमारी जानकारी में और बढ़ोतरी होगी/आपका सूत्र अच्छा है/इस सूत्र को निरंतर रूप से गति देते रहे/
धन्यवाद

chndrsekhar
16-04-2011, 01:40 PM
[QUOTE=draculla;75570]साथ में यदि आप इससे जुड़ी कहानी और कारण भी बता सकेंगें तो हमारी जानकारी में और बढ़ोतरी होगी/आपका सूत्र अच्छा है/इस सूत्र को निरंतर रूप से गति देते रहे/
धन्यवाद[/QUOTE
ध्य्न्वाद मित्र आपका सुझाव स्वागत योग्य है, मैं कोसिस करूँगा

Nitikesh
16-04-2011, 01:59 PM
[QUOTE=draculla;75570]साथ में यदि आप इससे जुड़ी कहानी और कारण भी बता सकेंगें तो हमारी जानकारी में और बढ़ोतरी होगी/आपका सूत्र अच्छा है/इस सूत्र को निरंतर रूप से गति देते रहे/
धन्यवाद[/QUOTE
ध्य्न्वाद मित्र आपका सुझाव स्वागत योग्य है, मैं कोसिस करूँगा

यदि सुझाव अच्छा है तो इसे आगे भी बढाइयेगा/
धन्यवाद

chndrsekhar
16-04-2011, 02:21 PM
[QUOTE=chndrsekhar;75579]

यदि सुझाव अच्छा है तो इसे आगे भी बढाइयेगा/
धन्यवाद
जरूर मित्र

chndrsekhar
23-04-2011, 09:03 AM
२३ अप्रैल को मनाने वाले वाले व्रत और त्यौहार

बाबु कुवर सिंह जयंती

ईस्टर उत्सव का पवित्र शनिवार

बुध मार्गी रात्रि एक बज क्र ३ मिनुट पे

सूर्य उत्तरायण
वसंत ऋतू

राहू काल- सुबह ९ बजे से १०.३० तक

chndrsekhar
24-04-2011, 08:18 AM
आज २४ अप्रेल के व्रत और त्यौहार
_______________________________

रवि सप्तमी
ईस्टर उत्सव का रविवार
कालासस्टमी
भानु सप्तमी पर्व
अभी सूर्य देव उत्तरायण है
राहू काल ( इस समय मैं किसी शुभ कार्य की सुरुवात नही करनी चाहिए)- साय ४ बजके ४० मिनट से सायं ६ बज्र तक.

chndrsekhar
25-04-2011, 06:54 AM
आज २५अप्रेल के व्रत और त्यौहार
_______________________________

श्री शीतला अस्टमी व्रत

अभी सूर्य देव उत्तरायण है
राहू काल ( इस समय मैं किसी शुभ कार्य की सुरुवात नही करनी चाहिए)- सुबह ७ बजके ४० मिनट से सुबह ९ बजे तक .

chndrsekhar
27-04-2011, 06:43 AM
आज का पंचांग
____________

दिनाक - २७.४.२०११
तिथि - २०६८, वैशाख , कृष्ण पक्ष , दशमी रात १२.५५ तक

ग्रहों की स्थिति
____________

सूर्य - मेष राशि मैं

चंद्रमा - कुम्भ राशि मैं (रात-दिन)

बुध - मीन राशि मैं

शुक्र - मीन राशि मैं

मंगल - मीन राशि मैं

गुरु - मीन राशि मैं

शनि- कन्या राशि मैं , वक्री

राहू - धनु राशि मैं

केतु - मिथुन राशि मैं

chndrsekhar
27-04-2011, 06:44 AM
अभी सूर्य देव उत्तरायण है
राहू काल ( इस समय मैं किसी शुभ कार्य की सुरुवात नही करनी चाहिए)- दोपहर १२ बजे से १.३० मिनट तक.
पंचक चालु है
ऋतू . बसंत

chndrsekhar
28-04-2011, 06:42 AM
आज का पंचांग
____________

दिनाक - २८.४.२०११
तिथि - २०६८, वैशाख , कृष्ण पक्ष , एकादशी रात ३.२० तक

ग्रहों की स्थिति

____________

सूर्य - मेष राशि मैं

चंद्रमा - कुम्भ राशि मैं (रात-दिन)

बुध - मीन राशि मैं

शुक्र - मीन राशि मैं

मंगल - मीन राशि मैं

गुरु - मीन राशि मैं

शनि- कन्या राशि मैं , वक्री

राहू - धनु राशि मैं

केतु - मिथुन राशि मैं

chndrsekhar
28-04-2011, 06:51 AM
आज २८ अप्रेल के व्रत और त्यौहार
_______________________________
वरूथिनी एकादशी व्रत
श्री वल्लभाचार्य जयंती
अभी सूर्य देव उत्तरायण है
राहू काल ( इस समय मैं किसी शुभ कार्य की सुरुवात नही करनी चाहिए)- दोपहर १.३० बजे से ३बजे तक.
पंचक चालू है
[b]ऋतू . बसंत

chndrsekhar
28-04-2011, 07:01 AM
Size=4]


मित्रों आज दिनाक २८ अप्रेल है , हिंदी तिथि वैसाख की कृष्ण एकादशी है.[/size]
आज वरूथिनी एकादशी है , हिन्दुवो मैं ये माना जाता है की इस एकादशी को करने से व्रत रखने से मनुष्य को १० हज्जार बर्षो की तपस्या के समान फल मिलता है , उनका जीवन सुख सोभाग्य से भर जाता है और यहाँ तक कहा जाता है की इस एकादशी को करने वाला मरने के बाद मोक्ष को प्राप्त होता है.
पद्म पुराण के अनुसार भगवान श्री कृष्ण ने इस व्रत से मिलने वाले पुण्यों के बारे मैं बताते हुए युधििषठिर (yudhisthir) से कहा है," धरती पे रहने वाले सभी मनुष्यों के पाप-पुन्य का लेखा रखने वाले भगवान चित्रगुप्त भी इस एकादशी के व्रत से मिलने वाले पुन्य का हिसाब-किताब रखने मैं सक्षम नही है"
इसी से आपको ये अंदाजा लग जाएगा की ये एकादशी मनुष्य के जीवन मैं क्या स्थान रखती है.

chndrsekhar
28-04-2011, 07:04 AM
हिंदू परम्परा मैं एकादशी व्रत का बहुत ज्यादा महत्व है. एक साल मैं कुल २४ एकादशी होती है, लेकिन मलमास वाले साल मैं २६ एकादशी होती है.
हिंदू बर्ष की तीसरी एकादशी को वरूथिनी एकादशी कहा जाता है.

chndrsekhar
28-04-2011, 07:04 AM
"वरूथिनी" संस्कृत शब्द वरूथिन से बना है जिसका अर्थ है- प्रतिरक्षक, कवच या रक्षा करने वाला.
वरूथिनी एकादशी का व्रत भक्तो की हर संकट से रक्षा करता है .

chndrsekhar
28-04-2011, 07:05 AM
Size=4]व्रत की कथा [/size]
____________
प्राचीन काल मैं नर्मदा नदी के किनारे बसे राज्य मैं राजा मान्धाता राज्य करते थे.
वे जंगल मैं तपस्या कर रहे थे , उसी समय एक भालू आया और उनके पैर खाने लगा.
राजा तपस्या करते रहे.
उन्होंने ना तो भालू पे क्रोध किया और ना ही उसके साथ हिंसा की.
दर्द जब असहनीय हो गया तो उन्होंने भगवान बिष्णु से गुहार लगाई.
भगवान बिष्णु ने वहा उपस्थित होके उनकी रक्षा की.
पर भालू द्वारा अपने पैर खा लिए जाने से राजा बहुत दुखी थे.
भगवान ने कहा- हे राजा तुम दुखी मत हो. भालू ने जो किया वो तुम्हारे पिछले जन्म के बुरे कर्मो का फल था.
तुम मथुरा जाओ और वरूथिनी एकादशी का व्रत करो, तुम्हारे पिछले सारे पाप खत्म हो जायेगे.
राजा ने वैसा ही किया.
राजा के पैर ठीक हो गए,

chndrsekhar
28-04-2011, 07:06 AM
व्रत करने की विधि
________________

इस दिन यानी आज, तन-मन से सुद्ध होके सयमपूर्वक उपवास करना चाहिए.
भगवान मधुसूदन यानि की श्री कृष्ण की पूजा करनी चाहिए.
इस दिन भगवान विष्णु की पूजा पूरी विधि से करते हुए बिष्णु सहस्त्रनाम का जाप, और उनकी कथा सुननि कहनी चाहिए.
व्रत के दूसरे दिन कुछ यथा संभव दान देके ही भोजन करना चाहिए.

chndrsekhar
29-04-2011, 07:59 AM
आज का पंचांग
____________
दिनाक - २९.४.२०११
तिथि - २०६८, वैशाख , कृष्ण पक्ष , दुवाद्शी
ग्रहों की स्थिति
____________
सूर्य - मेष राशि मैं
चंद्रमा - कुम्भ राशि मैं सुबह १०.५७ तक फिर मीन राशि मैं
बुध - मीन राशि मैं
शुक्र - मीन राशि मैं
मंगल - मीन राशि मैं
गुरु - मीन राशि मैं
शनि- कन्या राशि मैं , वक्री
राहू - धनु राशि मैं
केतु - मिथुन राशि मैं

chndrsekhar
29-04-2011, 08:00 AM
B]आज २९ अप्रेल के व्रत और त्यौहार
_______________________________
व्ज्जुनी म्हादुवाद्शी

अभी सूर्य देव उत्तरायण है
राहू काल ( इस समय मैं किसी शुभ कार्य की सुरुवात नही करनी चाहिए)- सुबह १०.३० बजे से दोपहर १२ बजे तक.
पंचक चालू है
ऋतू . बसंत

chndrsekhar
30-04-2011, 10:17 AM
आज का पंचांग
____________
दिनाक - 30.४.२०११
तिथि - २०६८, वैशाख , कृष्ण पक्ष , त्रयोदसी
ग्रहों की स्थिति
____________
सूर्य - मेष राशि मैं
चंद्रमा - मीन राशि मैं
बुध - मीन राशि मैं
शुक्र - मीन राशि मैं
मंगल - मीन राशि मैं
गुरु - मीन राशि मैं
शनि- कन्या राशि मैं , वक्री
राहू - धनु राशि मैं
केतु - मिथुन राशि मैं

chndrsekhar
30-04-2011, 10:18 AM
आज ३० अप्रेल के व्रत और त्यौहार
_______________________________
शनि प्रदोष व्रत
अभी सूर्य देव उत्तरायण है
राहू काल ( इस समय मैं किसी शुभ कार्य की सुरुवात नही करनी चाहिए)- सुबह ९ बजे से सुबह १०.३० बजे तक.
पंचक चालू है
[b]ऋतू . बसंत

chndrsekhar
01-05-2011, 09:10 AM
दिनाक - ०१.५.२०११
तिथि - २०६८, वैशाख , कृष्ण पक्ष , चतुर्द्र्शी
ग्रहों की स्थिति
____________
सूर्य - मेष राशि मैं
चंद्रमा - मीन राशि मैं
बुध - मीन राशि मैं
शुक्र - मीन राशि मैं
मंगल - मीन राशि मैं
गुरु - मीन राशि मैं
शनि- कन्या राशि मैं , वक्री
राहू - धनु राशि मैं
केतु - मिथुन राशि मैं[/b][/b]

chndrsekhar
01-05-2011, 09:11 AM
<b><b>
आज०१ मईके व्रत और त्यौहार
</b>
_______________________________
मास शिवरात्रि व्रत
मई दिवस
श्रमिक दिवस
इसटर के बाद का पहला रविवार
</b>
[राहू काल ( इस समय मैं किसी शुभ कार्य की सुरुवात नही करनी चाहिए)- शाम ४.३० से शाम ६ बजे तक
[b]पंचक रात ११.३२ पर समाप्त
[b]ऋतू . बसंत

[b]आज की यात्रा- आज पश्चिम दिशा की यात्रा करना उचित नही माना जाता, आज उत्तर दिशा की यात्रा करना उत्तम माना गया है
यात्रा पे जाने से पहले पान चबा के निकले, कष्ट कम आयेगे

chndrsekhar
02-05-2011, 09:12 AM
B]आज का पंचांग
____________
दिनाक - ०२ .५.२०११
तिथि - २०६८, वैशाख , कृष्ण पक्ष , चतुर्द्र्शी
ग्रहों की स्थिति
____________
सूर्य - मेष राशि मैं
चंद्रमा - मेष राशि मैं
बुध - मीन राशि मैं
शुक्र - मीन राशि मैं
मंगल - मीन राशि मैं
गुरु - मीन राशि मैं
शनि- कन्या राशि मैं , वक्री
राहू - धनु राशि मैं
केतु - मिथुन राशि मैं[/b][/b]

chndrsekhar
02-05-2011, 09:16 AM
B]आज ०२ मईके व्रत और त्यौहार
_______________________________
सोमवती आमवस्या
[राहू काल ( इस समय मैं किसी शुभ कार्य की सुरुवात नही करनी चाहिए)- सुबह ७.३०-सुबह ९ बजे तक
[b]ऋतू . बसंत

chndrsekhar
03-05-2011, 07:00 AM
आज का पंचांग
____________
दिनाक - ३ .५.२०११
तिथि - २०६८, वैशाख , कृष्ण पक्ष , आमवस्या ,दिन के १२.१२ तक उसके बाद प्रतिपर्दा
ग्रहों की स्थिति
____________
सुबह का नक्षत्र- भरणी
सूर्य - मेष राशि मैं
चंद्रमा - मेष राशि मैं
बुध - मीन राशि मैं
शुक्र - मीन राशि मैं
मंगल - मीन राशि मैं
गुरु - मीन राशि मैं
शनि- कन्या राशि मैं , वक्री
राहू - धनु राशि मैं
केतु - मिथुन राशि मैं[/b]

chndrsekhar
03-05-2011, 07:04 AM
आज ०३ मईके व्रत और त्यौहार
_______________________________
भोम्वती आमवस्या
दादा चेलाराम जयंती (सिंधी)
मंगल मेष राशि मैं [/b]

[राहू काल ( इस समय मैं किसी शुभ कार्य की सुरुवात नही करनी चाहिए)- शाम ३ से शाम ४.३० बजे तक
सूर्य उतरायण

ऋतू . बसंत
[/indent]
आज की यात्रा- आज उत्तरपश्चिम दिशा की यात्रा करना उचित नही माना जाता, आज पूर्व दिशा की यात्रा करना उत्तम माना गया है
यात्रा पे जाने से पहले गुङ खा के निकले, कष्ट कम आयेगे.[/quote]
[/b][/b]

chndrsekhar
04-05-2011, 07:20 AM
आज का पंचांग
____________
दिनाक - ४ .५.२०११
तिथि - २०६८, वैशाख , शुक्लपक्ष , परथमा दोपहर १.५८ तक फिर दिव्तिया
ग्रहों की स्थिति
____________
सुबह का नक्षत्र- कृतिका
सूर्य - मेष राशि मैं
चंद्रमा - मेष राशि मैं सुबह १०.५९ तक फिर वृष राशि मैं
बुध - मीन राशि मैं
शुक्र - मीन राशि मैं
मंगल - मेष राशि मैं
गुरु - मीन राशि मैं
शनि- कन्या राशि मैं , वक्री
राहू - धनु राशि मैं
केतु - मिथुन राशि मैं[/b]

chndrsekhar
04-05-2011, 07:23 AM
आज ०४ मई के व्रत और त्यौहार
चन्द्र दर्शन
श्री देवा दामोदर की तिथि (आसाम)
[राहू काल ( इस समय मैं किसी शुभ कार्य की सुरुवात नही करनी चाहिए)- दोपहर १२ से दोपहर १.३० तक
सूर्य उतरायण
ऋतू . बसंत
आज की यात्रा- आज ईशांत कोण दिशा की यात्रा करना उचित नही माना जाता, आज पूर्व दिशा की यात्रा करना उत्तम माना गया है
यात्रा पे जाने से पहले साबुत धनिया खा के निकले, कष्ट कम आयेगे