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View Full Version : जेल में सुरंग


sagar -
26-04-2011, 08:55 AM
काबुल। अफगानिस्तान में चरमपंथी विद्रोहियों ने कंधार की एक जेल तक करीब एक हजार फीट लंबी सुरंग खोदी और रविवार रात 470 से अधिक तालिबान साथियों को छु़डाकर निकल भागे। तालिबान का दावा है कि उनके सौ से êयादा कमांडर मुक्त करवा लिए गए हैं और शेष विद्रोह में साथ दे रहे ल़डाके हैं।
जेल के अधिकारियों ने स्वीकार किया है कि जो कैदी भाग निकले हैं उनमें से कई तालिबान चरमपंथी थे। जेल के महानिदेशक गुलाम दस्तगीर मयार ने बताया, जेल के बाहर दक्षिणी हिस्से से जेल तक कई सौ मीटर लंबी एक सुरंग बनाई गई और रविवार रात इससे 476 राजनीतिक कैदी भाग निकले,हालांकि ये दावा भी किया जा रहा है कि कुछ बंदियों को पक़ड लिया गया है। तालिबान के एक प्रवक्ता ने कहा है कि उन्होंने 320 मीटर लंबी (1050 फीट) लंबी सुरंग खोदी जिसमें उन्हें पांच महीने लगे। जेल से निकल भागे एक तालिबान ल़डाके का कहना है कि उसे सुरंग से निकलने के लिए कोई आधे घंटे घुटनों के बल रेंगना प़डा। पिछले तीन साल में जेल तो़डकर तालिबान के निकल भागने की यह दूसरी ब़डी घटना है। इससे पहले जून, 2008 में एक आत्मघाती हमलावर ने कंधार जेल के दरवाज़े पर ख़ुद को उड़ा लिया था जिसके बाद 900 कैदी भाग निकलने में सफल हो गए थे। इस जेल में करीब 1200 कैदी रखने की क्षमता है। नैटो के नेतृत्व वाली अंतरराष्ट्र्रीय सेना ने कहा है कि यदि अफगान अधिकारी चाहेंगे तो वे इस मामले में सहयोग देने के लिए तैयार हैं।

sagar -
26-04-2011, 08:58 AM
http://www.josh18.com/media/images/2011/Apr/25apr_afgan.jpg
25 अप्रैल 2011

काबुल। अफगानिस्तान के कंधार शहर की एक जेल से 476 कैदी सोमवार तड़के सुरंग के रास्ते फरार हो गए। यह जानकारी एक अधिकारी ने दी।

कंधार के मेयर गुलाम दस्तगीर ने समाचार एजेंसी सिन्हुआ को बताया, "करीब 476 कैदी आज सुबह कंधार जेल से फरार हो गए।"

उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि कैदियों ने सुरंग खोदकर बाहर जाने का रास्ता बनाया था।

कंधार के पुलिस उपप्रमुख शेर शाह यूसुफजई ने बताया कि अब तक आठ कैदियों को दोबारा पकड़ने में कामयाबी मिली है।

उधर, खुद को तालिबानी आतंकवादियों का प्रवक्ता बताने वाले कारी यूसुफ अहमदी ने दावा किया है कि 500 से ज्यादा तालिबानी बंधक जेल से फरार हो गए। उन्होंने फरार होने के लिए जेल में 360 मीटर लम्बी सुरंग खोदी थी।

अहमदी ने एक अज्ञात स्थान से मीडिया को बताया कि 106 कमांडरों सहित 541 आतंकवादी फरार हो गए।

abhisays
26-04-2011, 09:41 AM
इस घटना के बारे में पढ़ पर मुझे sawshank redemption फिल्म की याद आ गयी.

sagar -
26-04-2011, 10:53 AM
सत्तर के दशक में आई फिल्म शोले का एक डॉयलॉग आज तक याद है। जेलर को जब उसके खबरची बताते हैं कि कुछ कैदी जेल में सुरंग बनाकर भागने की फिराक में हैं तो वह इसका मजाक उड़ाते हुए कहता है, जेल में सुरंग ? वहां तो सुरंग नहीं बन पाई थी लेकिन असल जिंदगी में ऐसे कई किस्से हे जो जेल में सुरंग बना कर भाग गये तो ऐसे ही किस्से कुछ और यहा पर पेस करुगा दोस्तों !

sagar -
26-04-2011, 10:57 AM
बरेली। सूबे की संवेदनशील सेंट्रल जेल में एक रात को सेंध लग गई। हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे एक कैदी ने बैरक की दीवार खोद डाली। बैरक से निकलकर वह तन्हाई वाली बैरक के रास्ते चारदीवारी तक गया। वहां पानी के पाइप के सहारे दीवार पर चढ़ा, फिर दूसरी ओर उसी पाइप से कूद गया। घटना के बाद जेल प्रशासन में अफरा-तफरी मच गई। मामले की जानकारी होने पर पुलिस और प्रशासन के तमाम अधिकारी मौके पर पहुंच गए। डीएम ने घटना की मजिस्ट्रेटी जांच शुरू करा दी है। डीआईजी जेल ने सात सिपाहियों को निलंबित कर दिया, जबकि दो डिप्टी जेलरों के खिलाफ आईजी जेल को पत्र भेजा है।

sagar -
26-04-2011, 11:14 AM
नैनी, इलाहाबाद : नैनी जेल में सुरंग मिलने से यहां अफरा-तफरी रही। सुरक्षा की दृष्टि से इसे काफी संवेदनशील माना जा रहा है। वजह, नैनी जेल में खूंखार अपराधियों के साथ कई आतंकवादी भी बंद हैं। सुरंग की सूचना मिलते ही खुफिया विभाग के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। इस दौरान जेल प्रशासन की ओर से काफी गोपनीयता बरती गई। सुरंग कितनी पुरानी है, यह किसने खोदी, कहीं यह किसी कैदी के जेल से फरार होने की साजिश का हिस्सा तो नहीं था, यह तमाम सवाल हर किसी के जेहन में उठते रहे। वहीं जेल प्रशासन ने सुरंग को पानी की निकासी के लिए खोदी गई नाली बताकर मामले से ध्यान हटाने की कोशिश की जबकि खुफिया पुलिस इसे किसी बंदी के फरार होने की योजना से जोड़कर देख रहा है।
जेल के मुख्य द्वार के निकट एक सुरंग देख सुरक्षाकर्मियों में इसकी जानकारी उच्चाधिकारियों को दी। देखते ही देखते यह खबर समूचे क्षेत्र में फैल गई। खुफिया पुलिस से जुड़े लोग भी जांच करने पहुंचे और आशंका जताई कि किसी बंदी ने भागने की फिराक में सुरंग खोदी लेकिन सफल नहीं हो पाया। सुरंग के स्थान पर कुछ उपकरण मिलने की बात भी है लेकिन इसकी पुष्टि करने को अधिकारी तैयार नहीं थे। सुरंग खोदने वाला बाहरी दीवार तक कैसे पहुंचा, इसका उत्तर भी किसी के पास नहीं है। इस संबंध में वरिष्ठ जेल अधीक्षक अंबरीश गौड़ का कहना है कि कंबल फैक्ट्री के समीप होने वाले जल-जमाव के कारण नाली की खुदाई कराई गई है जिससे वहां का पानी परिसर से बाहर निकल सके। इसके लिए लोहे के जंगले भी तैयार करवाए गए है। सुरंग जैसी कोई बात नहीं है।

Nitikesh
26-04-2011, 12:44 PM
क्या बात है!
भगौड़े पर पूरा एक सूत्र समर्पित!
बंधू जानकारी देते रहे ताकि यह पता चल सके की कौन कहाँ भाग रहा है/
हा हा हा हा हा

khalid
26-04-2011, 12:54 PM
bhayanak khabar hai bhai

sagar -
26-04-2011, 03:29 PM
अम्बाला. सेंट्रल जेल में मुजरिमों ने सुरंग खोदकर भागने का प्रयास किया था। मुजरिमों ने एक खुरपी व धारदार बर्तनों से जेल में कई फुट गहरी सुरंग खोदी थी। मगर जेल प्रशासन को भनक लगने के बाद उनके मंसूबों पर पानी फिर गया। यह बात ट्रायल कोर्ट के सामने जेल के डिप्टी सुपरिटेंडेंट संजय बांगड़ ने मानी है।
ट्रायल कोर्ट के सामने डिप्टी सुपरिटेंडेंट संजय बांगड़ ने माना कि 18 अक्टूबर 2008 को सेंट्रल जेल के भीतर सुरंग खोदने में फांसी के पांच मुजरिम शामिल थे। इन मुजरिमों में रेलूराम पुनिया कांड में फांसी की सजायाफ्ता मुजरिम सोनिया उसका पति संजीव कुमार, बंगाली राजन गौड़, पाकिस्तानी जासूस मसूद अख्तर तथा आनंद किंडोह शामिल हैं।

फांसी की सजा पाने वाले धर्मपाल पर भी साजिश में शामिल होने के आरोप थे, लेकिन जांच के दौरान उसके खिलाफ पर्याप्त सबूत नहीं मिले। उपरोक्त मुजरिमों के साथ जांच के दौरान पुलिस ने राजीव, ऋषिराज तथा पूनम को भी आरोपी बनाया था। बंगाली राजन गौड़, मसूद अख्तर तथा आनंद को अब फांसी की सजा से माफी मिल चुकी है। ये तीनों अब आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं। जेल अधिकारी ने यह भी माना कि मुजरिमों के कब्जे से एक खुरपी व कुछ नुकीले बर्तन भी जब्त किए गए थे। बांगड़ ने मामले से जुड़े अहम पहलुओं का जिक्र ट्रायल कोर्ट के सामने किया।

sagar -
26-04-2011, 03:33 PM
आगरा जिला जेल में सुरंग बनाने का प्रयास किया गया है। जेल की चहारदीवारी के समीप डेढ़ फुट गहरा गड्ढा मिला है, जो घास-फूस से ढका था। लेकिन कैदी अपने मंसूबे में कामयाब हो पाते इससे पहले ही जेल प्रशासन को इसकी भनक लग गयी। गड्ढे को भर दिया गया है। उधर, जेल प्रशासन ने सुरंग बनाने की जानकारी से इनकार किया है। वर्तमान समय में जिला जेल में करीब 1850 बंदी/कैदी हैं। जबकि बैरकों की कुल क्षमता करीब आठ से नौ सौ के बीच है। जेल में 80 महिलाएँ भी हैं। 18 से 23 साल की उम्र के कैदियों की संख्या 65 के करीब है। जिला जेल में बदमाश भूरा सहित अन्य कुख्यात कैदी बंद हैं। जेल सूत्रों के अनुसार जेल के पिछले हिस्से की ओर (चहारदीवारी के समीप) गड्ढा देखा गया। यह गड्ढा डेढ़ फुट गहरा था। गड्ढा मिलने की सूचना कई आला अधिकारियों को भी दी गई। जेल सूत्रों के अनुसार कई सिपाही मौके पर पहुँचे और उन्होंने गड्ढे को देखा, जबकि आला अधिकारी जानकारी मिलने के बाद भी नहीं पहुँचे। जेल में सुरंग बनने की बात को कोरी अफवाह साबित करार दिया और गड्ढे को तुरंत भरने के लिए कहा गया। सूत्र बताते हैं कि गड्ढे को कई कैदियों ने खोदा है। आमतौर पर कैदियों को खाना खाने के लिए छोड़ा जाता है। इसी दौरान तीन से चार कैदी सिपाहियों की नजर से बचते हुए पिछले हिस्से में पहुँचे हैं। यह खुदाई अलग-अलग की गयी है ताकि किसी भी अफसर या फिर सिपाही को शक न हो सके। हर दिन थोड़ी बहुत खुदाई के बाद गड्ढे को घास-फूस से ढक दिया जाता था ताकि किसी की नजर उस पर न पड़ सके। जेल सूत्रों के अनुसार कैदियों के मंसूबे साफ थे। अगर कैदी आठ से नौ फुट की खुदाई और कर लेते तो आसानी से जेल से फरार होने में सफल हो जाते।

sagar -
26-04-2011, 03:42 PM
http://www.merikhabar.com//dailyimage/news/Siddarthanagar-Jail-Surang_400.jpg (http://www.merikhabar.com/image_gallery.php?cat=&iid=) सिद्धार्थनगर जिला जेल और उसमें बनी सुरंग (इनसैट में)
सिद्धार्थनगर, उत्तर प्रदेश: भारत-नेपाल की खुली सीमा पर स्थित उत्*तर प्रदेश के जिले सिद्धार्थनगर के जिला कारागार से सुरंग बनाकर फरार हुए तीन बंदियों में से दो को पुलिस ने गिरफतार कर लिया है, जबकि एक अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर है। जेल महानिरीक्षक (आईजी-जेल) ने इस घटना के दोषी सात बंदी रक्षकों को निलंबित कर दिया है। निलंबित किये गये बंदीरक्षकों में दो प्रधान बंदी रक्षक शामिल हैं।

पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने बताया कि जिले के त्रिलोकपुर थाना क्षेत्र के एक गांव में छिपे जेल से फरार दो बंदियों को पुलिस टीम ने पकड़ लिया है, जबकि एक अन्य फरार है। पकड़े गये दो बंदियों में से एक नेपाल राष्ट्र का तेगबहादुर और दूसरा रमजान है। तीसरे की तलाश पुलिस टीम कर रही है।

जेल अधीक्षक ने बताया कि आईजी (जेल) सुलखान सिंह ने घटनास्थल का निरीक्षण कर घटना में दोषी पाये गये 7 बन्दी रक्षकों को निलंबित कर दिया है। इनमें से दो प्रधान बंदी रक्षक हैं, जबकि अन्य स्टाफ के सम्बन्ध में जेल के उप महानिरीक्षक (डीआईजी) और एसडीएम सदर गहन जांच पड़ताल कर रहे है। जांच में दोषी पाये जाने वाले जेल अधिकारियों-कर्मचारियों के विरूद्ध दंडात्*मक कार्रवाई की जाएगी।
जेल में बंद तीन कैदी कारागार पुलिस और अधिकारियों की आंख में धूल झोंक कर जेल के अन्दर से बाहर तक सुरंग खोद डाली और जेल प्रशासन और ड्यूटी पर तैनात कर्मियों को पता तक न चला। हद तब हो गयी, जब तीन बंदी उस सुरंग के रास्ते फरार होने में कामयाब हो गये। तब जाकर जेल प्रशासन को होश आया, तब तक बहुत देर हो चुकी थी। जेल से कैदियों के फरार होने की खबर से जेल प्रशासन के हाथ-पांव फूल गये। जेल प्रशासन और जिला प्रशासन ने बहुत देर तक इस मामले को छिपाये रखा। लेकिन, कब तक छुपाते। घटना तो जेल प्रशासन की लापरवाही के चलते हो ही चुकी थी।
भारत-नेपाल सीमा पर स्थित यह जनपद काफी संवेदनशील है। खुफिया विभाग की नजरें हर वक्त इस जनपद में हो रही हर एक गतिविधि पर लगी रहती है और यहां का स्थानीय प्रशासन इतना लापरवाह कि जेल में बंद कैदी सुरंग खोद कर फरार होने में कामयाब हो जाते हैं। इससे साफ जाहिर है कि ड्यूटी पर तैनात किये जाने वाले कर्मचारी अपनी ड्यूटी के प्रति लापरवाह थे।

kamesh
26-04-2011, 05:39 PM
http://www.merikhabar.com//dailyimage/news/siddarthanagar-jail-surang_400.jpg (http://www.merikhabar.com/image_gallery.php?cat=&iid=) सिद्धार्थनगर जिला जेल और उसमें बनी सुरंग (इनसैट में)
सिद्धार्थनगर, उत्तर प्रदेश: भारत-नेपाल की खुली सीमा पर स्थित उत्*तर प्रदेश के जिले सिद्धार्थनगर के जिला कारागार से सुरंग बनाकर फरार हुए तीन बंदियों में से दो को पुलिस ने गिरफतार कर लिया है, जबकि एक अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर है। जेल महानिरीक्षक (आईजी-जेल) ने इस घटना के दोषी सात बंदी रक्षकों को निलंबित कर दिया है। निलंबित किये गये बंदीरक्षकों में दो प्रधान बंदी रक्षक शामिल हैं।

पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने बताया कि जिले के त्रिलोकपुर थाना क्षेत्र के एक गांव में छिपे जेल से फरार दो बंदियों को पुलिस टीम ने पकड़ लिया है, जबकि एक अन्य फरार है। पकड़े गये दो बंदियों में से एक नेपाल राष्ट्र का तेगबहादुर और दूसरा रमजान है। तीसरे की तलाश पुलिस टीम कर रही है।

जेल अधीक्षक ने बताया कि आईजी (जेल) सुलखान सिंह ने घटनास्थल का निरीक्षण कर घटना में दोषी पाये गये 7 बन्दी रक्षकों को निलंबित कर दिया है। इनमें से दो प्रधान बंदी रक्षक हैं, जबकि अन्य स्टाफ के सम्बन्ध में जेल के उप महानिरीक्षक (डीआईजी) और एसडीएम सदर गहन जांच पड़ताल कर रहे है। जांच में दोषी पाये जाने वाले जेल अधिकारियों-कर्मचारियों के विरूद्ध दंडात्*मक कार्रवाई की जाएगी।
जेल में बंद तीन कैदी कारागार पुलिस और अधिकारियों की आंख में धूल झोंक कर जेल के अन्दर से बाहर तक सुरंग खोद डाली और जेल प्रशासन और ड्यूटी पर तैनात कर्मियों को पता तक न चला। हद तब हो गयी, जब तीन बंदी उस सुरंग के रास्ते फरार होने में कामयाब हो गये। तब जाकर जेल प्रशासन को होश आया, तब तक बहुत देर हो चुकी थी। जेल से कैदियों के फरार होने की खबर से जेल प्रशासन के हाथ-पांव फूल गये। जेल प्रशासन और जिला प्रशासन ने बहुत देर तक इस मामले को छिपाये रखा। लेकिन, कब तक छुपाते। घटना तो जेल प्रशासन की लापरवाही के चलते हो ही चुकी थी।
भारत-नेपाल सीमा पर स्थित यह जनपद काफी संवेदनशील है। खुफिया विभाग की नजरें हर वक्त इस जनपद में हो रही हर एक गतिविधि पर लगी रहती है और यहां का स्थानीय प्रशासन इतना लापरवाह कि जेल में बंद कैदी सुरंग खोद कर फरार होने में कामयाब हो जाते हैं। इससे साफ जाहिर है कि ड्यूटी पर तैनात किये जाने वाले कर्मचारी अपनी ड्यूटी के प्रति लापरवाह थे।

सागर भइया
सब कुछ सुस्त है,हम सभी सच में भगवन भरोशे चलतें है
नहीं तो आप देखो कहा क्या क्या नहीं होता फिर भी हमारा प्रशाशन सोता रहता है, नेता मोटा होता रहता है और जनता गन्ने के तरह से चुसी जाती रहती है फिर भी हम सब खुस हैं
क्यों की सब काम भगवान भरोसे है
कैदी भी भागे भगवान भरोसे और सिपाही भी सोये कैदियों को भगवान भरोसे छोड़ के

वाकई मामला कितना संगीन है मगर क्या करें जब तक इन्कलाब नहीं आएगा कुछ नहीं होगा यहाँ तो बस कुछ सनकी नोजवानो की जरुरत है जो बस इस भगवन भरोशे देश को सुधर के सही राह पे ला सकें
तभी कुछ होगा नहीं तो इसी तरह अपराधी इन की साथ गांठ से भागते रहेंगे और अपराध बढ़ता रहेगा
जागो जनता जागो नहीं तो बहोत देर हो जाएगी

ABHAY
27-04-2011, 09:30 AM
1000 fit surang wo bhi jail me ha ha h aapko pata hai itna lamba surang khodne me go bhi samaye laga ho magar isme se jo mati nikla wo kaha gaya socho ................bina kisi ke sahare ke kuch nahi hota isme jarur rajniti hai

Bholu
01-05-2011, 03:01 PM
1000 fit surang wo bhi jail me ha ha h aapko pata hai itna lamba surang khodne me go bhi samaye laga ho magar isme se jo mati nikla wo kaha gaya socho ................bina kisi ke sahare ke kuch nahi hota isme jarur rajniti hai

अभय जी सुरंग मे गिर पडे इन जल्दी निकालो और ना निकले तो और मीठी दाल दो