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View Full Version : ताजातरीन ख़बरें


dipu
11-05-2011, 09:52 PM
ओसामा बिन लादेन का सबसे छोटा बेटा और उसके आतंकी साम्राज्य का वारिस माना जाने वाले हमजा बिन लादेन अमेरिकी कमांडो कार्रवाई के दौरान एबटाबाद के घर से गायब हो गया और वह अमेरिकी कमांडो की पकड़ में नहीं आया। 19 साल के हमजा के बारे में कहा जाता है कि वह लादेन के बेहद करीब था। हमजा को लादेन के उत्तराधिकारी के तौर पर देखा जाता रहा है। हमजा पर बेनजीर भुट्टो की हत्या का आरोप भी लग चुका है।

हमजा के एबटाबाद से भाग जाने की बात ओसामा की तीन पत्नियों से पाकिस्तानी जांच अफसरों की पूछताछ के दौरान सामने आई। ओसामा की बीवियों ने बताया कि 2 मई को अमेरिकी कार्रवाई के बाद ओसामा के एक बेटे का कोई अता पता नहीं है। लेकिन महिलाओं ने नाम की पुष्टि नहीं की। गौरतलब है कि लादेन को मारने के लिए ऑपरेशन जेरोनीमो के बाद अमेरिका ने दावा किया था कि हमजा भी कमांडो कार्रवाई के दौरान मारा गया है।

ओसामा के एक अन्य बेटे 22 साल के खालिद की मौत की पुष्टि अमेरिकी सेना ने कर दी है। खालिद के बारे में कहा जा रहा है कि पिछले हफ्ते समाचार एजेंसी रॉयटर्स की तरफ से जारी की गईं तस्वीरों में एक उसकी हो सकती है। बिन लादेन एबटाबाद के घर की सबसे ऊपर की दो मंजिलों पर अपनी तीन पत्नियों और बच्चों के साथ रहता था। लेकिन यह साफ नहीं है कि उसकी कितनी संतानें हैं।लादेन के बच्चों में उसकी 12 साल की बेटी सफियाह भी शामिल है। पाकिस्तानी अधिकारियों का कहना है कि उनकी हिरासत में करीब आठ या नौ बच्चे हैं, जिनमें कुछ लादेन के कुरियर के भी हो सकते हैं। पाकिस्तानी जांच अधिकारियों का कहना है कि अमेरिकी ऑपरेशन के बाद एबटाबाद के घर से 17 लोगों को हिरासत में लिया गया था।

ओसामा को समंदर में दफनाया जाना अपमानजनक: उमर
ब्रिटेन में रह रहे ओसामा बिन लादेन के सबसे बड़े बेटे उमर बिन लादेन ने ओसामा को समंदर में दफन किए जाने पर तीखी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा है कि यह मानवता और मजहब, दोनों के खिलाफ है। उमर ने कहा कि ओसामा को समंदर में दफनाया जाना लादेन परिवार के लिए अपमानजनक है। उमर ने कहा कि अमेरिका द्वारा एक निहत्थे परिवार पर की गई कमांडो कार्रवाई अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन है और इसके लिए बराक ओबामा कानूनन जिम्मेदार हैं।

dipu
11-05-2011, 09:53 PM
पाकिस्तान अमेरिका की एक अदालत में आईएसआई चीफ लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शुजा पाशा के खिलाफ २००८ में हुए मुंबई हमले को लेकर दायर याचिका में बचाव करेगा। आईएसआई ने इसके लिए अमेरिका में दो वकील नियुक्त किए हैं, जिन्होंने अपना पक्ष अदालत में पेश कर दिया है। पाकिस्तान की तरफ से इन वकीलों ने तर्क दिया है कि यदि यह मामला चलाया जाता है तो इसके नतीजे काफी खराब होंगे और यह भारत और पाकिस्तान के संबंधों पर पेट्रोल छिड़कने का काम करेगा।

मुंबई हमले में मारे गए दो व्यक्तियों के परिवारजनों ने अमेरिका की एक अदालत में दायर अपील में आरोप लगाया है कि पाशा और उनके पहले आईएसआई के तत्कालीन प्रमुख नदीम ताज ने लश्कर-ए-तैय्यबा को मुंबई पर हमला करने में पूरी मदद की, जिसमें १६६ लोगों की मौत हो गई। मारे गए लोगों में ६ अमेरिकी नागरिक भी थे। उन्होंने यह आरोप भी लगाया है आईएसआई ने ही मुंबई हमले को पाकिस्तान में बैठकर संचालित किया।

आईएसआई ने इस याचिका को निरस्त कराने के लिए अमेरिकी वकीलों की मदद ली है। ये वकील अदालत में दलील दे रहे हैं कि यदि इस मामले की विस्तार से सुनवाई हुई तो पाकिस्तान में दंगे भड़क सकते हैं, जिससे पाकिस्तानी सरकार की स्थिरता को खतरा पैदा हो सकता है। इसके अलावा भारत और पाकिस्तान के संबंधों पर भी यह पेट्रोल छिड़कने जैसा काम करेगा। हालांकि इन वकीलों को अदालत में विस्तार से जवाब देना है, लेकिन उन्होंने जवाब का सारांश अदालत को सौंप दिया है।

इन वकीलों केविन वॉल्श और एलेन वासेरमेन ने आईएसआई के लिए जवाब दाखिल करते हुए दलील दी कि पाकिस्तान आतंकवाद के विरोध में लंबे समय से अमेरिका का सहयोगी रहा है।

मुंबई हमलों में मारे गए व्यक्तियों के परिवारजनों के लिए याचिका दाखिल करने वाले वकील जेम्स पी क्रेनडलकर ने कहा कि हाल ही में हुई घटनाओं से उनका पक्ष मजबूत हुआ है। इनसे साफ है कि पाकिस्तान पर विश्वास नहीं किया जा सकता।

हालांकि इसी मामले में लश्कर-ए-तैय्यबा का संस्थापक हफीज मोहम्मद और दूसरे आतंकवादी नेता भी आरोपी है लेकिन यह साफ नहीं है कि पाकिस्तानी सरकार और आईएसआई उनका भी अदालत में बचाव करेंगे या नहीं।

dipu
11-05-2011, 09:54 PM
सुल्तान अजलान शाह टूर्नामेंट के अंतर्गत बुधवार को खेले गए चिर-प्रतिक्षित लीग मुकाबले में भारत को पाकिस्तान के हाथों 1-3 से हार का सामना करना पड़ा। इस जीत के साथ पाकिस्तान सेमीफाइनल में पहुंच गया है जबकि मौजूदा चैम्पियन भारत को अंतिम-4 में जगह बनाने के लिए न्यूजीलैंड को हर हाल में हराना होगा।
मध्यांतर तक भारतीय टीम 1-0 से आगे चल रही थी लेकिन उसके बाद पाकिस्तान ने शानदार खेल दिखाते हुए 49वें से 57वें मिनट के बीच लगातार तीन गोल किए। भारत ने रुपिंदर पाल सिंह द्वारा 20वें किए गए गोल की मदद से बढ़त हासिल की थी। पाकिस्तान के लिए उमर बुट्टा (49वें मिनट), मोहम्मद इमरान (55वें मिनट) और सोलेह अब्बास (57वें मिनट) ने गोल किए। इमरान को मैन ऑफ द मैच चुना गया।



इस प्रतियोगिता में भारत की यह दूसरी हार है। भारत को पहले मुकाबले में भी कोरिया के हाथों 2-3 से हार मिली थी लेकिन इसके बाद उसने इंग्लैंड को 3-1 से हराया और फिर आस्ट्रेलिया को 1-1 से बराबरी पर रोका।


चौथे मुकाबले में उसने मलेशिया को 5-2 से पराजित किया था। पाकिस्तान को हराकर भारत सेमीफाइनल में पहुंच सकता था लेकिन अब उसे इसके लिए अपने अंतिम लीग मुकाबले में न्यूजीलैंड को पराजित करना होगा।


दूसरी ओर, पाकिस्तान ने तीसरी जीत दर्ज की। उसने अपने दो शुरुआती मैच जीतने के बाद लगातार दो मैच गंवाए। उसने अपने पहले मैच में न्यूजीलैंड को 4-2 से हराया था। इसके बाद उसने कोरिया को 4-2 से पराजित किया लेकिन तीसरे मैच में उसे इंग्लैंड के हाथों 2-3 से हार मिली। अपने चौथे मुकाबले में पाकिस्तान को विश्व चैम्पियन आस्ट्रेलिया से 1-5 से करारी शिकस्त झेलनी पड़ी थी।


भारत और पाकिस्तान के बीच मार्च 2010 के बाद से यह छठी भिड़ंत थी। इससे पहले खेले गए पांच मैचों में भारत ने जीत हासिल की थी। सबसे पहले भारत ने 2010 में नई दिल्ली मे आयोजित एफआईएच विश्व कप मुकाबले में पाकिस्तान को 4-1 से पराजित किया था। इसके बाद उसने अजलान शाह टूर्नामेंट के 19वें संस्करण के लीग मुकाबले में उसे 4-2 से मात दी थी।


दोनोंे टीमों की तीसरी भिड़ंत अक्टूबर, 2010 में नई दिल्ली में ही आयोजित राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान हुई थी। मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में 14,000 दर्शकों के बीच खेले गए उस मैच में भारत ने पाकिस्तान को 7-4 से पराजित किया था। इसके बाद एशियाई खेलों में भारत ने पाकिस्तान को 3-2 से हराया था।

भारतीय टीम इस वार्षिक आयोजन में वर्ष 2010 में दक्षिण कोरिया के साथ संयुक्त विजेता रही थी लेकिन पाकिस्तान को पांचवें स्थान से संतोष करना पड़ा था। पाकिस्तान ने 1983 में शुरू हुए इस आयोजन का खिताब 1998, 2000 और 2003 में जीता है जबकि भारत 1985, 1991, 1995, 2009 और 2010 में चैम्पियन रहा है।

dipu
12-05-2011, 02:06 PM
फिल्म अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी प्रेग्नेंट हैं|जी हां लन्दन के बिजनेसमैन राज कुंद्रा से 2009 में शादी रचाने वाली शिल्पा के बारे में यह अफवाहें उड़ रही हैं कि वह प्रेग्नेंट हैं|



सूत्रों के मुताबिक शिल्पा इस कारण से कई क्लिनिक्स के चक्कर काट रही हैं|यदि ऐसा है तो यह शिल्पा का पहला बच्चा होगा जबकि उनके पति राज कुंद्रा की पिछली शादी से एक बेटी है|



राज और शिल्पा अभी इस खबर को लीक नहीं होने देना चाहते हालांकि उनके बेहद करीबी दोस्तों और परिवार को इस बात कि खबर हो चुकी है|राज-शिल्पा चाहते हैं कि यह खबर तब सबको पता चले जब शिल्पा प्रेग्नेंसी के मध्य चरण में पहुंच जाएं|मगर उनकी यह कोशिश नाकाम लग रही है क्योंकि मीडिया को शिल्पा के प्रेग्नेंट होने की खबर लग गई है|



शिल्पा कुछ समय यह इच्छा जाता चुकी थीं कि वह दो बच्चों की माँ बनना चाहती हैं और पहले बेबी के साथ उनकी खुशियों की शुरुआत होती नजर आ रही है|

dipu
12-05-2011, 07:03 PM
नई दिल्ली. देश के चार प्रमुख राज्यों व केंद्र शासित प्रदेश पुड्डचेरी में हुए विधानसभा चुनाव के बाद शुक्रवार को सुबह मतगणना शुरु होगी। सभी प्रदेशों में सुबह आठ बजे से मतगणना होगी और दोपहर तक तस्वीर साफ हो जाएगी।

सुचारू व निष्पक्ष मतगणना के लिए निर्वाचन आयोग ने 43,982 अधिकारियों और 17,700 केंद्रीय सुरक्षा बलों के जवानों की तैनाती की है। मतगणना के लिए असम में 142, केरल में 140, पुड्डुचेरी में 11, तमिलनाडु में 234 और पश्चिम बंगाल में 312 मतगणना कक्ष बनाए गए हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक असम में 48, केरल में 64, पुड्डेचेरी में 4, तमिलनाडु में 91 और पश्चिम बंगाल में 87 जगहों पर मतगणना होगी।

बहरहाल, सबकी निगाहें इस ओर टिकी हैं कि क्या असम में कांग्रेस लगातार तीसरी बार सत्ता में वापस आएगी या फिर असम गण परिषद, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और अन्य क्षेत्रीय दलों के साथ मिलकर सत्ता में एक दशक बाद वापसी करने में सफल होगी। क्या केरल में इस बार फिर सरकार बदलेगी या फिर मौजूदा मुख्यमंत्री वी.एस. अच्युतानंदन अपने करिश्मे से अपवाद स्थापित कर पाएंगे।

क्या पश्चिम बंगाल में रेल मंत्री ममता बनर्जी के दशकों के संघर्ष की परिणति सुखद होगी और वह इतिहास रचेंगी या फिर यहां तीन दशकों की तरह आगे भी लाल झंडा फहरता रहेगा। क्या तमिलनाडु में भ्रष्टाचार के कथित मामलों का असर दिखेगा और सत्ता परिवर्तन होगा या फिर ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) की अध्यक्ष जे. जयललिता को मुस्कुराने का मौका मिलेगा।

केरल की 140, पुडुचेरी की 30 और तमिलनाडु की 234 विधानसभा सीटों के लिए एक चरण में 13 अप्रैल को मतदान सम्पन्न हुआ जबकि 126 सदस्यीय असम विधानसभा के लिए दो चरणों में क्रमश: चार और 11 अप्रैल को मतदान हुआ था। पश्चिम बंगाल में विधानसभा की कुल 294 सीटों के लिए इस बार सबसे ज्यादा छह चरणों में चुनाव कराए गए।

dipu
12-05-2011, 07:04 PM
लखनऊ. उत्*तर प्रदेश में किसानों को मुआवजे को लेकर सियासत तेज हो गई है। ग्रेटर नोएडा के भट्टा परसौल गांव में बीते शनिवार को भड़की किसान आंदोलन की चिंगारी अब आस-पास के कई जिलों में फैल गई है। कांग्रेस, बीजेपी, सपा समेत कई विपक्षी पार्टियों ने इसे मुद्दा बनाकर उत्*तर प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।

उत्*तर प्रदेश की मुख्*यमंत्री मायावती ने राज्*य में किसानों के आंदोलन को हवा दे रहे विपक्षी दलों पर आज जमकर अपनी भड़ास निकाली। मायावती ने इस दौरान कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा और यहां तक कह दिया कि राहुल की कांग्रेस में ही नहीं चलती है।

कांग्रेस नेता और उत्*तर प्रदेश मामलों के प्रभारी दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया कि मायावती सरकार राज्*य में किसानों पर अत्*याचार कर रही है। उन्*होंने भट्टा परसौल गांव में हुई पुलिस फायरिंग की न्*यायिक जांच कराने की भी मांग की जिसमें दो किसानों और दो पुलिसकर्मियों की मौत हो गई थी। कांग्रेस ने धमकी दी है कि उनकी मांगें नहीं मानी गई तो उनका राज्*य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन जारी रहेगा। दिग्विजय सिंह ने किसानों पर पुलिस फायरिंग की घटना को दुर्भाग्*यपूर्ण करार दिया है। उन्*होंने आरोप लगाया कि पुलिस फायरिंग में और भी किसान मारे गए हैं लेकिन सरकार मृतकों की संख्*या छिपाने का प्रयास कर रही है।

किसानों के आंदोलन में हिस्*सा लेने भट्टा परसौल पहुंचे राहुल गांधी की गिरफ्तारी और रिहाई के ‘ड्रामे’ के बाद कांग्रेस ने पूरे राज्*य में चक्*का जाम करने का ऐलान किया तो मायावती ने लखनऊ में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में कांग्रेस सहित सभी विपक्षी दलों को आड़े हाथ लिया। उन्*होंने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘कांग्रेस के युवराज’ को भूमि अधिग्रहण को लेकर जो भी लड़ाई लड़नी है, उसे सबसे पहले केंद्र सरकार से लड़नी होगी।

मायावती ने कहा, ‘ऐसा लगता है कि राहुल की अपने घर में नहीं चलती है इसलिए इसकी खीझ निकालने यूपी में आते हैं।’ उन्*होंने दावा किया भूमि अधिग्रहण को लेकर नई नीति बनाने के लिए केंद्र सरकार को कई बार चिट्ठी लिखी है लेकिन केंद्र सरकार ने कभी इस पर ध्*यान नहीं दिया। मायावती ने कहा कि नई भूमि अधिग्रहण कानून बनाने के लिए राहुल को अपनी पार्टी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार से लड़ाई लड़नी चाहिए।

मायावती ने कहा कि भट्टा परसौल में घटी घटना का किसानों को मुआवजे दिए जाने से कोई लेना-देना नहीं है। विपक्षी पार्टियां इस घटना का गलत प्रचार कर उत्*तर प्रदेश सरकार के खिलाफ साजिश कर रही हैं। उन्*होंने भाजपा के इस आरोप के जवाब में कि कांग्रेस और बसपा की मिलीभगत है, मायावती ने कहा कि यह सरासर गलत है, बल्कि सही यह है कि सपा और बीजेपी, कांग्रेस से मिलकर किसानों को गुमराह करने की कोशिश में हैं। गाजियाबाद में किसानों के आंदोलन के समर्थन में उपवास कर रहे भाजपा नेता राजनाथ सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है।

'किसी को नहीं बख्*शेंगे'

मायावती ने आरोप लगाया कि विपक्षी पार्टियां झूठ और अफवाह का सहारा लेकर राज्*य की कानून-व्*यवस्*था बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। भट्टा परसौल की हिंसक घटना का जिक्र करते हुए मायावती ने कहा* कि किसानों की आड़ में घिनौनी राजनीति करने और कानून व्*यवस्*था बिगाड़ने की कोशिश करने वाले किसी भी नेता को नहीं बख्*शा जाएगा चाहे उसका कद कितना भी बड़ा क्*यों न हो।

उन्*होंने इसे झूठी अफवाह करार दिया कि भट्टा परसौल के किसानों की जमीन यमुना एक्*सप्रेस वे के लिए अधिगृहित की जा रही है। उन्*होंने कहा कि यह जमीन ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी प्*लान के लिए अधिगृहित की जा रही है और किसानों को इसके बदले में उचित मुआवजा भी दे दिया गया है। मुख्*यमंत्री ने आरोप लगाया कि राज्*य में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए विपक्षी पार्टियां सत्*तारुढ बीएसपी और राज्*य सरकार के खिलाफ गलत प्रचार कर रही हैं क्*योंकि उनके पास कोई मुद्दा नहीं है।

भाजपा पर भी निशाना

सीएम ने इस दौरान भाजपा को भी आड़े हाथ लेते हुए कहा कि केंद्र में भाजपा की अगुवाई में एनडीए की सरकार भी कई वर्षों तक रही लेकिन उसने भी भूमि अधिग्रहण को लेकर कोई नई नीति नहीं बनाई। मायावती ने कहा कि विपक्षी दलों को किसानों के हक के लिए नया कानून बनाने के लिए केंद्र सरकार पर दबाव डालना चाहिए। उन्*होंने आरोप लगाया कि विपक्षी दल और दिल्*ली में लड़ाई लड़ने से डरते हैं और यूपी को संसद बना लिया है।

dipu
13-05-2011, 10:21 AM
कोलकाता/चेन्*नई/तिरुवनंतपुरम: पश्चिम बंगाल में 34 साल बाद लेफ्ट का किला ढहता दिख रहा है। विधानसभा चुनावों के परिणाम ममता बनर्जी की अगुवाई वाली तृणमूल-कांग्रेस गठबंधन के पक्ष में जाते देख दक्षिण कोलकाता में हरीश चटर्जी स्*ट्रीट स्थित ममता के घर बाहर समर्थकों की भीड़ जुटने लगी है। वहीं तमिलनाडु में पूर्व मुख्*यमंत्री और एआईडीएमके नेता जयललिता की पार्टी सत्*ता में वापसी करती दिख रही है। चेन्*नई में ‘पोज गार्डन’ स्थित जयललिता के घर के बाहर जुटे समर्थक मिठाइयां बांट रहे हैं।

कोलकाता में ममता के घर के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। ममता समर्थक अपनी नेता के समर्थन में ‘मां, माटी, मानुष’ के नारे लगा रहे हैं। सीएम बुद्धदेव भट्टाचार्य माकपा की अगुवाई वाले गठबंधन की हार की आशंका से पैदा हुई स्थिति पर विचार के लिए पार्टी के वरिष्*ठ नेताओं के साथ माकपा मुख्*यालय में बैठक कर रहे हैं। वो आज राइटर्स बिल्डिंग यानी सीएम दफ्तर नहीं गए। राज्*य के गवर्नर एम के नारायणन ने सभी राजनीतिक दलों से शांतिपूर्वक जनमत स्*वीकार करने की अपील की है।

पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, केरल, असम और केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में नई सरकारों की तस्वीर आज दोपहर तक साफ हो जाएगी। असम में सीएम तरुण गोगोई की वापसी दिख रही है। केरल में यूडीएफ और एलडीएफ के बीच कांटे की टक्*कर है। पुडुचेरी में कांग्रेस और डीएमके का गठबंधन एआईडीएमके के गठबंधन पर भारी पड़ता दिख रहा है। देश की सियासत पर गहरा असर डालने वाले इन चुनावों पर दुनियाभर के राजनीतिक विश्*लेषकों की नजर है।

dipu
13-05-2011, 10:23 AM
इस्लामाबाद. पाकिस्तान में फिदायीन हमलों का सिलसिला नहीं थम रहा है। पेशावर के नजदीक चारसद्दा शहर में एक सैन्य अड्डे पर हुए फिदायीन हमले में 70 लोग मारे गए हैं जबकि 80 ज़ख़्मी हुए हैं। हमले में मारे गए ज़्यादातर लोग सैनिक हैं। गौरतलब है कि 2 मई को अमेरिकी कमांडो हमले में ओसामा बिन लादेन की मौत के बाद यह पहला बड़ा फिदायीन हमला है।

आज सुबह सुबह 6.10 बजे के करीब दो धमाके हुए जब एक मोटरसाइकिल और घोड़ा गाड़ी पर लदे विस्फोटक फ्रंटियर कॉर्प्स ट्रेनिंग सेंटर की दीवार से जा टकराए। उस समय सैनिक सुबह की नमाज के बाद लौट रहे थे। चारसद्दा के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी जेहनजेब खान ने कहा कि ट्रेनिंग ले रहे जवान धमाके से पहले सुबह की नमाज के बाद सप्ताहांत के लिए अपने-अपने घर जाने के लिए बसों में बैठने वाले थे। ओसामा बिन लादेन की मौत के बाद अल कायदा और पाकिस्तान तालिबान ने ओसामा की मौत का बदला लेने का संकल्प लेते हुए दुनिया के कई हिस्सों में विस्फोट करने की बात कही थी। जानकार इस धमाके को दोनों आतंकी संगठनों के संकल्प से जोड़कर देख रहे हैं।

dipu
23-05-2011, 11:14 AM
कुख्यात आतंकवादी ओसामा बिन लादेन की पाकिस्तान के ऐबटाबाद में मौजूदगी की जानकारी क्या ओसामा की सबसे छोटी बीवी ने अमेरिका को दी है? ओसामा बिन लादेन की तीनों बीवियां फिलहाल पाकिस्तान की हिरासत में हैं और जानकारी के अनुसार उनमें जमकर विवाद चल रहा है। दोनों बड़ी बीवियों का आरोप है कि ओसामा के बारे में जानकारी सबसे छोटी यमन मूल की बीवी ने ही दी है। पाकिस्तान के सुरक्षा मंत्री रहमान मलिक का भी मानना है कि अमेरिका का कोई जासूस ठीक ओसामा के घर में ही मौजूद था नहीं तो कमांडो सीधे उसी कमरे में कैसे पहुंचते, जहां लादेन मौजूद था।

लादेन की सबसे छोटी पत्नी यमन मूल की अमल अहमद अल सदह है। 2 मई को अमेरिकी कमांडो द्वारा किए गए ऑपरेशन के दौरान उसे भी पैर में गोली मारी गई थी। अमेरिका ने बाद में कहा कि उसने अपने अमेरिकी कमांडो पर हमला कर दिया था, जिस वजह से उसे गोली मारनी पड़ी।

लेकिन ओसामा की दोनों बड़ी बीवियों को संदेह है कि ओसामा की ऐबटाबाद में मौजूदगी की जानकारी तीसरी बीवी ने ही दी है।
पाकिस्तान को भी संदेह है कि अमेरिका को कोई, लादेन के घर से ही जानकारियां दे रहा था। सुरक्षा मंत्री रहमान मलिक के अनुसार यदि ऐसा नहीं होता तो अमेरिकी सैनिक ठीक उसी कमरे में कैसे घुसते, जहां लादेन मौजूद था।

अल कायदा चीफ ओसामा बिन लादेन अपनी तीनों बीवियों के साथ ऐबटाबाद में रहता था। बड़ी दोनों पत्नियां दूसरी मंजिल पर रहतीं थीं, जबकि सबसे छोटी तीसरी मंजिल पर रहती थी। लादेन अक्सर छोटी बीवी के ही साथ तीसरी मंजिल पर रहता था।

एक पाकिस्तानी अधिकारी ने भी माना कि तीनों महिलाओं के बीच काफी तनाव है। तीसरी पत्नी काफी युवा है और बाकी दोनों से उम्र में लगभग आधी है। इन बीवियों का अलग अलग यह भी दावा है कि लादेन को अंतिम समय में बचाने की कोशिश उसने की। बड़ी बीवियां कह रही हैं कि लादेन को अमेरिकी कमांडो से बचाने के लिए उन्होंने प्रयास किए। दोनों बड़ी पत्नियों द्वारा पति को बचाने के किए गए प्रयासों की पुष्टि अमेरिकी अधिकारियों ने भी की, जिन्होंने पिछले सप्ताह ऑपरेशन के बारे में विस्तार से रिपोर्ट पेश की।

इन अधिकारियों ने बताया कि जब नेवी सील सबसे उपर के फ्लोर पर पहुंचे तो दोनों बीवियां लादेन के सामने खड़ी हो गईं। लेकिन एक कमांडो ने उन्हें धक्का देकर हटा दिया।

dipu
23-05-2011, 11:26 AM
कराची. पाकिस्तान के कराची शहर के नौसेना अड्डे पर आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच पिछले 13 घंटों से चल रही गोलीबारी अब भी जारी है। रविवार रात 10.40 बजे शुरू हुए हमले में चार आतंकवादी मारे गए हैं जबकि चार को पकड़ लिया गया है। इस हमले में पाकिस्तान के नौ सुरक्षा कर्मी भी मारे गए हैं।

नेवी एयरबेस के आसपास अब तक 24 धमाके सुने जा चुके हैं। पाकिस्तानी मीडिया की तरफ से आई खबरों के मुताबिक आतंकवादियों ने एयरबेस के भीतर ही कुछ लोगों को बंधक बनाया, जिसमें दो विदेशी भी शामिल हैं। एयरबेस के ऊपर आसमान में पाकिस्तानी वायुसेना के हेलीकॉप्टर चक्कर लगा रहे हैं। हमले में पाकिस्तान को अमेरिका से मिले दो पी३-सी ओरियन विमान पूरी तरह से तबाह हो चुके हैं। विमानों पर रॉकेट मिसाइलों से हमले किए गए। खबरों के मुताबिक हमले में कुछ विदेशी भी मारे गए हैं। वहीं, मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक एयरफोर्स म्यूजियम के पास ९ धमाकों की आवाज़ें सुनी गईं हैं। आतंकवादियों पर काबू पाने के लिए पाकिस्तान के करीब २०० कमांडो ने नेवी एयरबेस को चारों ओर से घेर लिया था जवाबी कार्रवाई कर रहे हैं।

तालिबान ने कहा, ओसामा की मौत का बदला है यह हमला
अल कायदा के सरगना ओसामा बिन लादेन की मौत के बाद पाकिस्तान में आतंकवादी हमलों का सिलसिला थम नहीं रहा है। ओसामा की मौत का बदला लेने का ऐलान कर चुके तालिबान ने एक बार फिर पाकिस्तान को दहला दिया है। कराची के नेवी एयरबेस पर हुए आतंकवादी हमले की जिम्मेदारी तहरीक-ए-तालिबान (पाकिस्तानी तालिबान) ने ली है। तालिबान के प्रवक्ता ने यह जिम्मेदारी ली है। एक बयान में प्रवक्ता ने कहा है कि यह हमला ओसामा बिन लादेन की मौत का बदला है।

तालिबान के प्रवक्ता एहसान उल्ला ने एक अंतरराष्ट्रीय टीवी चैनल से बातचीत में कहा कि यह हमला बेगुनाह लोगों की हत्या का बदला लेने के लिए किया गया है। तालिबान ने अपने बयान में कहा है कि पाकिस्तानी सुरक्षा बल अमेरिका के निर्देश पर ‘आतंक के खिलाफ जंग’ के नाम पर लोगों को मार रहे हैं।

गौरतलब है कि २ मई को ऐबटाबाद में ओसामा की एक अमेरिकी ऑपरेशन में मौत के बाद तालिबान लगातार पाकिस्तान सुरक्षा एजेंसियों, अमेरिका से जुड़े ठिकानों और लोगों के अलावा विदेशी दूतावासों पर हमले कर रहा है।

रहमान मलिक ने कहा, यह पाकिस्तान पर हमला
पाकिस्तान के गृहमंत्री रहमान मलिक ने अपने एक बयान में कहा है कि कराची नेवी एयरबेस पर हुआ हमला नेवी पर हमला नहीं है बल्कि यह पाकिस्तान के खिलाफ जंग है। उन्होंने पाकिस्तान की अवाम से कहा है कि सभी समझ लें कि यह युद्ध के हालात हैं। मलिक ने हमले के पीछे अल कायदा और तालिबान जिम्मेदार बताया है। पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने गृहमंत्री को पूरे मामले की जांच करने के आदेश भी दिए हैं। वहीं, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री यूसुफ रज़ा गिलानी और राष्ट्रपति जरदारी ने भी हमले की निंदा की है।

dipu
26-05-2011, 12:59 PM
वॉशिंगटन. 2 मई को ऐबटाबाद में एक अमेरिकी ऑपरेशन 'जेरोनिमो' में मारे गए अल कायदा के पूर्व सरगना और दुनिया के सबसे बड़े आतंकवादी की मौत के बाद उसका असर ज़मीन पर दिखना शुरू हो गया है। इस हत्या से पाकिस्तान में अवाम का गुस्सा फूट पड़ा है, जिससे न सिर्फ पाकिस्तान सरकार बैकफुट पर आ गई है बल्कि अब अमेरिका भी पाकिस्तान से अपने कदम खींचने लगा है। अमेरिकी सेना ने पाकिस्तान सरकार के दबाव में ऐलान किया है कि वह अपने कुछ सैनिक पाकिस्तान से वापस बुलाएगा।

अमेरिकी रक्षा मुख्यालय पेंटागन की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि पाकिस्तान सरकार ने पिछले दो हफ्तों में अमेरिका से अपने सैनिक कम करने की गुजारिश की थी। गौरतलब है कि अमेरिका के करीब 200 सैनिक पाकिस्तान में हैं जो वहां की सेना को ट्रेनिंग देते हैं। इसके अलावा वहां अमेरिकी खुफिया एजेंट भी तैनात हैं। पेंटागन के प्रवक्ता ने कहा, 'पाकिस्तान की गुजारिश के बाद हमने अपने सैनिकों की संख्या कम करने का फैसला किया है। हालांकि, हम बहुत कम संख्या में सैनिकों को पाकिस्तान से हटाएंगे।'

गौरतलब है कि ओसामा बिन लादेन की हत्या के बाद पाकिस्तान में अमेरिका विरोध अपने चरम पर पहुंचता जा रहा है। ज़्यादातर पाकिस्तानी ओसामा के मारे जाने को अपनी ज़मीन पर अमेरिकी अतिक्रमण के तौर पर देखते हैं। पाकिस्तान में मौजूद कट्टरपंथी तत्व पहले से ही ओसामा को आदर्श मानते रहे हैं।

कट्टरपंथी तत्व ओसामा की हत्या के बाद पाकिस्तान सरकार, सेना, आईएसआई से बहुत खफा हैं। उनमें अमेरिका के खिलाफ भी गुस्सा है। ऐसे में खुद को संकट में घिरता देख पाकिस्तान सरकार ने अमेरिका से अपने सैनिक कम करने को कहा है। गौरतलब है कि ऐसी खबरें आ रही हैं कि पाकिस्तान के सैन्य अधिकारियों के बीच अमेरिका के खिलाफ नफरत के बीज बोए जा रहे हैं। उन्हें कट्टरपंथी ट्रेनिंग दी जा रही है और अमेरिका के खिलाफ भड़काया जा रहा है।

बिगड़ते रिश्ते
पाकिस्तान की अमेरिका से अपने सैनिक कम करने की गुजारिश को दोनों देशों के बीच बिगड़ते संबंध के तौर पर देखा जा रहा है। ओसामा को मारने के लिए जिस तरह से अमेरिका ने पाकिस्तान को अंधेरे में रखा, उससे वहां की अवाम नाखुश है। इससे पहले अमेरिकी नागरिक रेमंड डेविस के मामले को लेकर भी दोनों देश भिड़ गए थे।

अमेरिका के इरादों पर पानी फिरा!
अफगानिस्तान में पिछले दस सालों से जंग लड़ रही अमेरिकी सेनाओं का इसी साल अफगानिस्तान छोड़ने की योजना है। लेकिन अफगानिस्तान में अमेरिका सेनाओं की दुश्मन तालिबान के कई सरगना पाकिस्तान के उत्तरी वजीरिस्तान इलाके में रहकर अपनी हरकतों को अंजाम देते हैं। अमेरिका चाहता है कि पाकिस्तानी सेनाएं इस इलाके में मौजूद आतंकवादियों पर हमला करें। इसके लिए अरबों-खरबों रुपये की मदद के अलावा अमेरिकी सेना के अधिकारी पाकिस्तानी सैनिकों को प्रशिक्षित भी कर रहे हैं। लेकिन पाकिस्तान सरकार के ताज़ा रुख से अमेरिका की योजनाओं पर बुरा असर पड़ना तय माना जा रहा है।

आपकी राय
क्या पाकिस्तान में सक्रिय कट्टरपंथी तत्व अब इतने ताकतवर हो चुके हैं कि वह पाकिस्तान सरकार पर दबाव बनाकर अमेरिका की नीतियां तक बदलवा रहे हैं? क्या अमेरिका का यह कदम पाकिस्तान के आतंकवादियों का हौसला नहीं बढ़ाएगा? क्या इससे आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई कमजोर नहीं पडे़गी? इन मुद्दों पर अपनी राय जाहिर करने के लिए नीचे बॉक्स में क्लिक करें और आपसे गुजारिश है कि संतुलित भाषा में अपनी बात लिखें। किसी भी टिप्पणी के लिए पाठक खुद जिम्मेदार होंगे।

dipu
26-05-2011, 01:00 PM
इस्*लामाबाद. आतंकवाद, खराब कानून व्*यवस्*था, भ्रष्*टाचार, महंगाई जैसी समस्*याओं पर काबू पाने में नाकाम रही पाकिस्*तान सरकार की माली हालत भी बदतरीन हो गई है। सरकार दीवालियेपन की कगार पर है और पहली बार सरकार की आमदनी और खर्च का अंतर 1,000,000,000,000 रुपये हो गया है।
पिछले 12 महीने में रिकॉर्ड स्*तर पर गया सरकार का राजकोषीय घाटा कैसे पूरा होगा, इसका कोई उपाय भी दिखाई नहीं देता। प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने कुर्सी संभालने के बाद पहले ही भाषण में स्थिति को भांपते हुए किफायत बरतने के कई उपाय घोषित किए थे। उन्*होंने अपने दफ्तर का बजट 40 फीसदी तक कम करने, मंत्रियों को इकोनॉकी क्*लास में यात्रा करने और मंत्रियों को 1600सीसी से ज्*यादा पावर के इंजन वाली कारों में नहीं चलने के लिए कहा था। इन सब का कुछ असर नहीं हुआ।
12 महीने पहले अनुमान लगाया गया था कि सरकार को 1.37 खरब रुपये का राजस्*व मिलेगा और 1.99 खरब रुपये खर्च होंगे। इस तरह 685 अरब रुपये के राजकोषीय घाटा का अनुमान लगाया गया था। पर इस दौरान प्रधानमंत्री दफ्तर और राष्*ट्रपति के भत्*तों पर खर्च आसमान को छू गया। दूसरी ओर, सरकार को मिलने वाले राजस्*व में भी भारी गिरावट हुई। अमेरिकी मदद और आईएमएफ के कर्ज पर आश्रित पाकिस्*तान के लिए मुश्किल और बढ़ गई है। अमेरिका भी अब पहले की तरह आंखें मूंद कर मदद देने की नीति छोड़ने पर विचार कर रहा है। नतीजा यह है कि पाकिस्*तान बर्बादी के कगार पर है। राजकोषीय घाटा बजट का 7 फीसदी तक हो गया है।

dipu
02-06-2011, 09:21 AM
टाटा मोटर्स की लखटकिया कार नैनो, उसके लिए काफी लकी साबित हो रही है। इस कार की हर तरफ प्रशंसा तो की ही जा रही है, साथ ही कंपनी की बिक्री में भी नैनो काफी अहम भूमिका निभा रही है। इस साल मई महीने के लिए टाटा मोटर्स की तरफ से बिक्री के जो आंकड़े पेश किए गए हैं उसके मुताबिक मई में कंपनी की कुल बिक्री में 9.72 फीसदी की तेजी दर्ज की गई है। इस दौरान कंपनी ने कुल 62296 गाड़ियां बेची। पिछले वर्ष की समान अवधि में कंपनी ने कुल 56775 वाहन बेचे थे।

कंपनी की तरफ से दी गई जानकारी में यह भी बताया गया है कि इस दौरान लखटकिया नैनो की बिक्री में 84 फीसदी की जबरदस्त तेजी देखने को मिली है। मई महीने में कंपनी ने कुल 6515 नैनो कारों की बिक्री की है।

हालांकि इस दौरान टाटा इंडिका की बिक्री 35 फीसदी की गिरावट के साथ 5,497 यूनिट रह गई। इसी तरह इंडिगो की बिक्री भी 35 फीसदी की गिरावट के साथ 4,268 यूनिट पर आ गई। लेकिन एसयूवी के मामले में भी टाटा मोटर्स के लिए अच्छे नतीजे सामने आए हैं। मई में कंपनी के सूमो, सफारी और ऑरिया मॉडलों की बिक्री 15 फीसदी बढ़कर 3,121 यूनिट्स रही।


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dipu
05-06-2011, 03:18 PM
बाबा रामदेव को लेकर की गई आलोचनात्मक टिप्पणियों को बाद कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह भाजपा के निशाने पर आ गए हैं। राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली ने दिग्विजय सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस महासचिव ने बेहद भद्दी और अपमानित करने वाली भाषा का प्रयोग किया।

एक ओर तो दिग्विजय सिंह ओसामा बिन लादेन जैसे आतंकी को जी कहकर संबोधित करते हैं और दूसरी ओर वो रामदेव जैसे योगगुरु को ठग कहते हैं। यह दर्शाता है कि किस स्तर की राजनीति कांग्रेस कर रही है।गौरतलब है कि बाबा रामदेव की गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया देते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा था कि बाबा रामदेव महाठग है।

पहले उन्होंने देश के लोगों को योग के नाम पर ठगा और करोड़ों की संपत्ति अर्जित की। अब वो आंदोलन के नाम पर सरकार को ठगने की कोशिश कर रहे हैं। यही नहीं उन्होंने दिल्ली के पांच सितारा होटल में सरकार से डील कर ली और रामलीला मैदान में जाकर भोले-भाले लोगों को ठग लिया।

बिनायक सेन को योजना आयोग की समिति में शामिल करने पर भी अरुण जेटली ने निशाना साथते हुए कहा कि जो लोग देशद्रोह के आरोप में सजा पा चुके हैं उन्हें भी सरकार अपनी समीतियों में भर्ती कर रही है लेकिन रामदेव जैसे लोगों को खिलाफ दमनात्मक रवैया अपनाया जा रहा है। अरुण जेटली ने कहा कि यह देश के लोकतंत्र के इतीहास में शर्मनाक अध्याय है। शांति पूर्ण ढंग से विरोध करने का अधिकार हर एक को है।

जो लोग शांतीपूर्ण तरीके से विरोध कर रहे थे उनकी मांग भ्रष्टाचार और काले धन के खिलाफ थी। न वो हिंसात्मक कुछ कह रहे थे और न ही वो देश की सुरक्षा के लिए कोई खतरा थे।जेटली ने यह भी कहा कि एक ओर तो सरकार इस देश को तोड़ने वाले अलगाववादियों को देश को तोड़ने के अधिकार देती है लेकिन शांतीपूर्ण तरीके से अपनी बात रख रहे आंदोलनकारियों पर सरकार बल प्रयोग करती है।

dipu
09-06-2011, 01:48 PM
एमएफ़ हुसैन वर्ष 2006 से भारत से बाहर रहे थे
भारत के मशहूर पेंटर मक़बूल फ़िदा हुसैन का निधन हो गया है. गुरुवार तड़के लंदन के एक अस्पताल में उनका निधन हो गया.
अपनी कई पेंटिंग्स के कारण विवादों में रहे एमएफ़ हुसैन 95 वर्ष के थे.
मक़बूल फ़िदा हुसैन का जन्म महाराष्ट्र के पंढ़रपुर में 17 सितंबर 1915 को हुआ था.
वर्ष 2006 से ही वे भारत से चले गए थे. हिंदू देवी-देवताओं की विवादित पेंटिग्स के कारण हिंदू संगठनों ने उन्हें धमकी दी थी.