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12-05-2011, 02:09 PM
एक ब्रिटिश स्कूबा डाइवर ने खुलासा किया है कि उत्तर अमेरिका और यूरेशिया की टेक्टोनिक प्लेट्स के बीच गैप बढ़ता जा रहा है। 36 वर्षीय एलेक्स मस्टर्ड ने आइसलैंड के पास समुद्र में 80 फीट गहराई में उतरकर इस अंतर की तस्वीरें खींची हैं। ये इलाका घाटियों, ज्वालामुखियों और गरम पानी के कुंडों वाला है।
यही कारण है जो इन दोनों प्लेट्स को हर साल एक इंच दूर कर रहा है। दुनिया में करीब आठ प्रमुख टेक्टोनिक प्लेट्स हैं और करीब इतनी ही छोटी प्लेट्स हैं। ज्यादातर प्लेट्स एक-दूसरे पर चढ़ रही हैं। इन प्लेट्स के खिसकने से ही सुनामी जैसी घटनाएं घटती हैं। ये मामला उलटा है, यहां इनके बीच दूरी बढ़ रही है।
http://images.bhaskar.com/web2images/www.bhaskar.com/2011/05/12/images/Plates11_f.jpg एलेक्स और उनके एक पार्टनर ने सिल्फ्रा, नेस और निकुलासर्गजा में ये फोटो लिए हैं। यहां पर ये प्लेट्स करीब 200 फीट गहरी हैं। उन्होंने एर्नारनेस स्ट्रटर की चिमनी से निकलने वाले 80 डिग्री सेंटीग्रेड का पानी जहां 4 डिग्री के समुद्री से पानी से मिलता है, उस जगह की तस्वीरें भी ली हैं।
यहां पानी बादलों या फिर पंखों जैसा लगता है। एलेक्स बताते हैं कि लोग आइसलैंड जमीन के ऊपर नजर आने वाली ऐसी प्रक्रियाओं को देखने आते हैं लेकिन ऐसा पानी के अंदर भी होता है। स्कूबा डाइविंग के लिए भी ये बेहतरीन जगह है। एलेक्स के अनुसार वे लगभग दुनिया के हर हिस्से में डाइविंग कर चुके हैं लेकिन इतना साफ पानी कहीं और नहीं है
यही कारण है जो इन दोनों प्लेट्स को हर साल एक इंच दूर कर रहा है। दुनिया में करीब आठ प्रमुख टेक्टोनिक प्लेट्स हैं और करीब इतनी ही छोटी प्लेट्स हैं। ज्यादातर प्लेट्स एक-दूसरे पर चढ़ रही हैं। इन प्लेट्स के खिसकने से ही सुनामी जैसी घटनाएं घटती हैं। ये मामला उलटा है, यहां इनके बीच दूरी बढ़ रही है।
http://images.bhaskar.com/web2images/www.bhaskar.com/2011/05/12/images/Plates11_f.jpg एलेक्स और उनके एक पार्टनर ने सिल्फ्रा, नेस और निकुलासर्गजा में ये फोटो लिए हैं। यहां पर ये प्लेट्स करीब 200 फीट गहरी हैं। उन्होंने एर्नारनेस स्ट्रटर की चिमनी से निकलने वाले 80 डिग्री सेंटीग्रेड का पानी जहां 4 डिग्री के समुद्री से पानी से मिलता है, उस जगह की तस्वीरें भी ली हैं।
यहां पानी बादलों या फिर पंखों जैसा लगता है। एलेक्स बताते हैं कि लोग आइसलैंड जमीन के ऊपर नजर आने वाली ऐसी प्रक्रियाओं को देखने आते हैं लेकिन ऐसा पानी के अंदर भी होता है। स्कूबा डाइविंग के लिए भी ये बेहतरीन जगह है। एलेक्स के अनुसार वे लगभग दुनिया के हर हिस्से में डाइविंग कर चुके हैं लेकिन इतना साफ पानी कहीं और नहीं है