sach_mishra
24-07-2011, 04:10 AM
घरवें में फैलल आतंकवाद के लड़ाई |
कोई लादेन क बाबु कोई लादेन के माई|
सास बहु के झगड़ा में लईका खूब पिसाला |
इनकर झगड़ा फरियावय पतिदारी वाला जाला |
मान गईलन ससुरु मान गईली सासू ,
बहू के पारा नाही गिरल बहुते भाव खाला |
मईके में फोन पर बबुनी लसनी खुबे लसाई|
कोई लादेन क बाबु..............................
बइठी समाज में राजनीति के बिगुल खूब बजावे|
रात के लउटय घर जब ट बाबू के आँख देखावे|
उहै राजउ पत्नी के आगे हीं-हीं मुह बनावे |
एक कोने में बईठ खाली पत्नी क गाथा गावे|
तनिके में कुछ बिगड गयल ट पत्नी बेलन देहेस चलाई |
कोई लादेन क बाबु..............................
रेमंड ग्वालियर के शूट खाली लईका तन पर धारय |
फटल लुगरिया सीके माई आपन दिन गुजारय |
बहू के सोहै लाल चुनरिया अउर बनारसी सारी |
बिन पनही बाबू के देखली खिचत बैलगाड़ी |
कहै ‘मिश्रा’ यहि आतंक से सबके राखे साई |
कोई लादेन क बाबु..............................
कोई लादेन क बाबु कोई लादेन के माई|
सास बहु के झगड़ा में लईका खूब पिसाला |
इनकर झगड़ा फरियावय पतिदारी वाला जाला |
मान गईलन ससुरु मान गईली सासू ,
बहू के पारा नाही गिरल बहुते भाव खाला |
मईके में फोन पर बबुनी लसनी खुबे लसाई|
कोई लादेन क बाबु..............................
बइठी समाज में राजनीति के बिगुल खूब बजावे|
रात के लउटय घर जब ट बाबू के आँख देखावे|
उहै राजउ पत्नी के आगे हीं-हीं मुह बनावे |
एक कोने में बईठ खाली पत्नी क गाथा गावे|
तनिके में कुछ बिगड गयल ट पत्नी बेलन देहेस चलाई |
कोई लादेन क बाबु..............................
रेमंड ग्वालियर के शूट खाली लईका तन पर धारय |
फटल लुगरिया सीके माई आपन दिन गुजारय |
बहू के सोहै लाल चुनरिया अउर बनारसी सारी |
बिन पनही बाबू के देखली खिचत बैलगाड़ी |
कहै ‘मिश्रा’ यहि आतंक से सबके राखे साई |
कोई लादेन क बाबु..............................