PDA

View Full Version : बेहतर कौन ...???


YUVRAJ
28-08-2011, 05:36 PM
फेसबुक और फोरम में बेहतर कौन और क्यूँ ???

Ranveer
29-08-2011, 12:16 AM
फेसबुक और फोरम में बेहतर कौन और क्यूँ ???
किस मायने से ?

अगर फोटो -वीडियो के हिसाब से लें तो फोरम ...और यदि ज्ञान के हिसाब से लें तो फेसबुक !
यदि लड़ाई झगड़े के हिसाब से लें तो फोरम ..और यदि दोस्ती , मेल मिलाप के हिसाब से लें तो फेसबुक !

पहले पैमाना तो बताएं युवराज जी :lol:

abhisays
29-08-2011, 10:47 PM
दोनों अपनी अपनी जगह उपयोगी हैं..

इनके फायदे भी हैं और नुक्सान भी.

Nitikesh
30-08-2011, 04:16 AM
ज्यादा अलग अलग तरह के लोगों से मिलाने के लिए फोरम अच्छा है.
सोशल नेटवर्किंग साईट अपने पुराने मित्रों को ढूढने में मदद करता है.

YUVRAJ
01-09-2011, 09:09 PM
यदि हो सके तो अधिक जानकारीयाँ प्रदान करें ...:help:



:bravo:दोनों अपनी अपनी जगह उपयोगी हैं..

इनके फायदे भी हैं और नुक्सान भी.

YUVRAJ
01-09-2011, 09:11 PM
सूत्र भ्रमण के लिये हार्दिक आभार ...:cheers:किस मायने से ?

अगर फोटो -वीडियो के हिसाब से लें तो फोरम ...और यदि ज्ञान के हिसाब से लें तो फेसबुक !
यदि लड़ाई झगड़े के हिसाब से लें तो फोरम ..और यदि दोस्ती , मेल मिलाप के हिसाब से लें तो फेसबुक !

पहले पैमाना तो बताएं युवराज जी :lol:

ज्यादा अलग अलग तरह के लोगों से मिलाने के लिए फोरम अच्छा है.
सोशल नेटवर्किंग साईट अपने पुराने मित्रों को ढूढने में मदद करता है.

YUVRAJ
09-09-2011, 07:57 AM
पैमाना की जरूरत नहीं है दोस्त ... दोनों के बारे में जानकारी मिले तो खुशी होगी ...:)किस मायने से ?

अगर फोटो -वीडियो के हिसाब से लें तो फोरम ...और यदि ज्ञान के हिसाब से लें तो फेसबुक !
यदि लड़ाई झगड़े के हिसाब से लें तो फोरम ..और यदि दोस्ती , मेल मिलाप के हिसाब से लें तो फेसबुक !

पहले पैमाना तो बताएं युवराज जी :lol:

~VIKRAM~
09-09-2011, 09:29 AM
सभी को अपने से बहतर समझो और अपने को किसी से kam na समझो !
is बेहतर कौन की chakkar में व्यक्ति ahankari हो जाता है ! सभी बेहतर है और nirantar hame अपने trutiyon और glatiyon को sudhar कर और बेहतर होते रहना चाहिए !

YUVRAJ
09-09-2011, 09:50 AM
बहुत सही बात कही पर यहाँ बात हमारे या आपके {व्यक्तियों की नहीं} विषय की न हो कर "सोसल नेटवर्किंग साईट" और "फोरम" की खूबियों और कमजोरियों के बारे में जानकारियों की है ...:)सभी को अपने से बहतर समझो और अपने को किसी से kam na समझो !
Is बेहतर कौन की chakkar में व्यक्ति ahankari हो जाता है ! सभी बेहतर है और nirantar hame अपने trutiyon और glatiyon को sudhar कर और बेहतर होते रहना चाहिए !

ravi sharma
16-09-2011, 07:06 PM
फेसबुक और फोरम में बेहतर कौन और क्यूँ ???

अब हमें फेसबुक फोरम से बेहतर लगता है और फोरम पर लड़ाई झगड़े होते है इसलिए सभी फोरम छोड़ने का मन करता है :beating:

YUVRAJ
16-09-2011, 07:21 PM
यदि यहाँ भी फेसबुक जैसे आप्शन्स भी उपलब्ध हो तो आप क्या राय रखते हैं ?अब हमें फेसबुक फोरम से बेहतर लगता है और फोरम पर लड़ाई झगड़े होते है इसलिए सभी फोरम छोड़ने का मन करता है :beating:

abhisays
16-09-2011, 07:24 PM
यदि यहाँ भी फेसबुक जैसे आप्शन्स भी उपलब्ध हो तो आप क्या राय रखते हैं ?

किस तरह के option.. जरा विस्तार में बतावे युवराज जी.

YUVRAJ
25-09-2011, 08:43 AM
http://myhindiforum.com/showpost.php?p=96973&postcount=5

खुद के एकाउंट को खुद ही बंद या खोलने की सुविधा...नियामकों के डर और दबाव के बिना पोस्ट करने और खुद ही मिटाने की सुविधा ... किस तरह के option.. जरा विस्तार में बतावे युवराज जी.

sagar -
25-09-2011, 09:01 AM
अब हमें फेसबुक फोरम से बेहतर लगता है और फोरम पर लड़ाई झगड़े होते है इसलिए सभी फोरम छोड़ने का मन करता है :beating:
मुझे भी फेसबुक जायदा अच्छा लगता हे सुविधाओ के हिसाब से
अपने किसी भी जानकर को ढूडने में आसानी
दोस्तों के साथ सभी विषयों पर बाते करने पर स्वतंत्र
अपनी मर्जी से किसी को भी अपनी फ्रेंड लिस्ट में जोड़ और हटा सकते हे
वहा पर वाद विवाद होने के चांस कम होते हे
अपनी निजी चित्र और बातों को चाहे तो सभी से शेयर करे या अपने दोस्तों तक रखे आप पर खुद निर्भर करता हे
अपनी लिखी बातों और चित्रों को अपनी मर्जी से हटा या बदल सकते हे

इस तरह की कोई सुविधाए फोरम पर नही मिलती .......:bang-head:

YUVRAJ
25-09-2011, 01:45 PM
और भी बहुत कुछ है जो हम सभी को जानना जरूरी है और आशा करता हूँ कि अभिषेक जी अन्य जानकारियाँ जल्द ही प्रदान करेंगे ...:cheers:मुझे भी फेसबुक जायदा अच्छा लगता हे सुविधाओ के हिसाब से
अपने किसी भी जानकर को ढूडने में आसानी
दोस्तों के साथ सभी विषयों पर बाते करने पर स्वतंत्र
अपनी मर्जी से किसी को भी अपनी फ्रेंड लिस्ट में जोड़ और हटा सकते हे
वहा पर वाद विवाद होने के चांस कम होते हे
अपनी निजी चित्र और बातों को चाहे तो सभी से शेयर करे या अपने दोस्तों तक रखे आप पर खुद निर्भर करता हे
अपनी लिखी बातों और चित्रों को अपनी मर्जी से हटा या बदल सकते हे

इस तरह की कोई सुविधाए फोरम पर नही मिलती .......:bang-head:

YUVRAJ
25-09-2011, 02:51 PM
सागर भाई ...:)
ये सुविधा तो फोरम में भी मिलती है ...:)
अपनी मर्जी से किसी को भी अपनी फ्रेंड लिस्ट में जोड़ और हटा सकते हे
....:bang-head:

abhisays
25-09-2011, 03:00 PM
पहली बात तो मैं यह कहना चाहूँगा की
facebook और फोरम को compare करना ऐसे ही जैसे कोई टमाटर और सेब को compare कर रहा है. दोनों ही चीजें अपनी जगह महत्वपूर्ण है.

abhisays
25-09-2011, 03:08 PM
फोरम किसी भी व्यक्ति के बारे में जानने के लिए अच्छा स्थान है, यहाँ आप लम्बी और गंभीर चर्चाये कर सकते हैं. फसबूक तो बस हाई हेल्लो तक ही अच्छा है.

abhisays
25-09-2011, 03:10 PM
मुझे भी फेसबुक जायदा अच्छा लगता हे सुविधाओ के हिसाब से
अपने किसी भी जानकर को ढूडने में आसानी
दोस्तों के साथ सभी विषयों पर बाते करने पर स्वतंत्र
अपनी मर्जी से किसी को भी अपनी फ्रेंड लिस्ट में जोड़ और हटा सकते हे
वहा पर वाद विवाद होने के चांस कम होते हे
अपनी निजी चित्र और बातों को चाहे तो सभी से शेयर करे या अपने दोस्तों तक रखे आप पर खुद निर्भर करता हे
अपनी लिखी बातों और चित्रों को अपनी मर्जी से हटा या बदल सकते हे

इस तरह की कोई सुविधाए फोरम पर नही मिलती .......:bang-head:


यह सुविधा फोरम पर भी है. आप अपने दोस्त सेलेक्ट करने के लिए स्वतंत्र हैं.

abhisays
25-09-2011, 03:11 PM
मुझे भी फेसबुक जायदा अच्छा लगता हे सुविधाओ के हिसाब से
अपने किसी भी जानकर को ढूडने में आसानी
दोस्तों के साथ सभी विषयों पर बाते करने पर स्वतंत्र
अपनी मर्जी से किसी को भी अपनी फ्रेंड लिस्ट में जोड़ और हटा सकते हे
वहा पर वाद विवाद होने के चांस कम होते हे
अपनी निजी चित्र और बातों को चाहे तो सभी से शेयर करे या अपने दोस्तों तक रखे आप पर खुद निर्भर करता हे
अपनी लिखी बातों और चित्रों को अपनी मर्जी से हटा या बदल सकते हे

इस तरह की कोई सुविधाए फोरम पर नही मिलती .......:bang-head:

यहाँ भी आप अपना प्राइवेट एल्बम बना सकते हैं जो केवल आप और आपके दोस्त देख सकते हैं.

YUVRAJ
25-09-2011, 04:08 PM
अहा हा हा हा ...:lol:
बहुत सही बात अभिषेक भाई ...:cheers:
पहली बात तो मैं यह कहना चाहूँगा की
facebook और फोरम को compare करना ऐसे ही जैसे कोई टमाटर और सेब को compare कर रहा है. दोनों ही चीजें अपनी जगह महत्वपूर्ण है.
यह बात सही नहीं है और चर्चाये वही की जा सकती हैं जो प्रबंधन के सदस्यों के मुताबिक़ हों...
प्रबंधन के किसी एक सदस्य को यदि किसी सदस्य ने जवाब दिया तो वो अपनी दबंगई पर उतारू हो सकता है ...:beating:
फेसबुक के माध्यम से कई देशों में क्रान्ती हुई... इसे हाई हेल्लो तो नहीं माना जा सकता ...
फोरम किसी भी व्यक्ति के बारे में जानने के लिए अच्छा स्थान है, यहाँ आप लम्बी और गंभीर चर्चाये कर सकते हैं. फसबूक तो बस हाई हेल्लो तक ही अच्छा है.
ये बात भी सही है ...:)
यह सुविधा फोरम पर भी है. आप अपने दोस्त सेलेक्ट करने के लिए स्वतंत्र हैं.
विषयों की स्वतंत्रता न के बराबर है ...
मुझे भी फेसबुक जायदा अच्छा लगता हे सुविधाओ के हिसाब से
अपने किसी भी जानकर को ढूडने में आसानी
दोस्तों के साथ सभी विषयों पर बाते करने पर स्वतंत्र
अपनी मर्जी से किसी को भी अपनी फ्रेंड लिस्ट में जोड़ और हटा सकते हे
वहा पर वाद विवाद होने के चांस कम होते हे
अपनी निजी चित्र और बातों को चाहे तो सभी से शेयर करे या अपने दोस्तों तक रखे आप पर खुद निर्भर करता हे
अपनी लिखी बातों और चित्रों को अपनी मर्जी से हटा या बदल सकते हे

इस तरह की कोई सुविधाए फोरम पर नही मिलती .......:bang-head:
यह बात भी सही है ...:)
यहाँ भी आप अपना प्राइवेट एल्बम बना सकते हैं जो केवल आप और आपके दोस्त देख सकते हैं.

abhisays
25-09-2011, 04:11 PM
फसबूक पर ही ग्रुप या पेज होता है उसके मोदेराटर भी होते है, वह भी अगर वोह चाहे तो अपनी मनमानी चला सकते हैं.



अहा हा हा हा ...:lol:
बहुत सही बात अभिषेक भाई ...:cheers:

यह बात सही नहीं है और चर्चाये वही की जा सकती हैं जो प्रबंधन के सदस्यों के मुताबिक़ हों...
प्रबंधन के किसी एक सदस्य को यदि किसी सदस्य ने जवाब दिया तो वो अपनी दबंगई पर उतारू हो सकता है ...:beating:
फेसबुक के माध्यम से कई देशों में क्रान्ती हुई... इसे हाई हेल्लो तो नहीं माना जा सकता ...

ये बात भी सही है ...:)

विषयों की स्वतंत्रता न के बराबर है ...

यह बात भी सही है ...:)

abhisays
25-09-2011, 04:14 PM
http://articles.cnn.com/2011-02-11/opinion/sifry.egypt.technology_1_egypt-internet-access-revolution?_s=PM:OPINION


अहा हा हा हा ...:lol:
बहुत सही बात अभिषेक भाई ...:cheers:

यह बात सही नहीं है और चर्चाये वही की जा सकती हैं जो प्रबंधन के सदस्यों के मुताबिक़ हों...
प्रबंधन के किसी एक सदस्य को यदि किसी सदस्य ने जवाब दिया तो वो अपनी दबंगई पर उतारू हो सकता है ...:beating:
फेसबुक के माध्यम से कई देशों में क्रान्ती हुई... इसे हाई हेल्लो तो नहीं माना जा सकता ...

ये बात भी सही है ...:)

विषयों की स्वतंत्रता न के बराबर है ...

यह बात भी सही है ...:)

abhisays
25-09-2011, 04:15 PM
Movements for social change don't just "happen." Too often, the media reports on them the way we talk about the weather or chemistry: Protest is said to "flare up," "gather steam" and "boil." Other times movements are said to take a country "by storm" or "peter out."

Having grown up on such empty descriptions, it's not surprising that we're hearing so much today about Egypt's "Facebook revolution" or its "Twitter revolution."

Lacking any real knowledge of the forces on the ground, too many media outlets have offered us a view from afar, where some shiny new tools of communication are made out to be more important than the people doing the communicating and the messages and tactics they have chosen to use.

The role of the internet in Egypt's revolution has definitely been overstated. If you look at the available data on the degree of internet penetration in the country as well as the number of mobile cellular subscriptions per 100 people, the percentage of population under age 15 and the degree of urbanization, some intriguing facts jump out.

Internet access in Egypt is barely 20%, much less than Tunisia or Iran, according to InternetWorldStats.com. Mobile phone usage is much higher, at about 40%. And that number has skyrocketed in recent years, from barely 6% in 2003, according to http://www.mobileactive.org/, a nonprofit that tracks mobile usage worldwide.

abhisays
25-09-2011, 04:18 PM
फसबूक सस्ती खबर छापने वाले पत्रकारों का पसंदीदा विषय हैं. .

कुछ हुआ नहीं बस यह नौशिकिये पत्रकार राय का पहाड़ बना देते हैं.

abhisays
25-09-2011, 04:44 PM
मुझे फसबूक कुछ खास पसंद है... कई कारण है इसके ..

१. किसी ने मुझे poke किया, मैंने पूछा क्यों किया जवाब मिला ऐसे ही.. क्या है यह.
२. जन्मदिन आया तो wall में ५०० मेसेज आ गए, हैप्पी बर्थडे... और मेल में १०००
notification ..
३. फसबूक के app :: आज अपना भविष्य देखे, यह quiz खेले, गेम request ...
४. मेल आया; आपके एक मित्र ने गिफ्ट भेजा है, गिफ्ट में केक है.. मैं क्या करू उस केक का..
५. लोगिन करते ही मेसेज और पिंग आर यू there wats up
६. event invites ग्रुप invite अरे भाई नहीं चाहिए invite
७. मेरे किसी फ्रेंड ने मुझे किसी ग्रुप में दाल दिया अब आने लगे दे दनादन मेल..
८. किसी फ्रेंड ने फोटो tag कर दिया जिसमे में दारू पी रहा था.. बस यह फोटो मेरे ७०० फ्रेंड लिस्ट के पास भी पहुच गया.. क्या मजाक है यह.
९. wall पर मेसेज आया आपके दोस्त ने आपके बारे में कुछ बताया है. जानने के लिए आप भी ५ दोस्तों के बारे में कुछ लिखे.
१०.irritating people यू may (NOT) know
११. आलतू फालतू विज्ञपन.
१२. आपने कही किसी ग्रुप में या पेज में कुछ पोस्ट किया तो आपकी तो लग गयी अब आपको ज़िन्दगी भर mails आते रहेंगे. कितना
unsuscribe करोगे...

YUVRAJ
25-09-2011, 04:53 PM
और इस तरह के ग्रुप या पेज को लाईक करने वालों को हम आप अगुंलियों पर गिन सकते हैं ...फसबूक पर ही ग्रुप या पेज होता है उसके मोदेराटर भी होते है, वह भी अगर वोह चाहे तो अपनी मनमानी चला सकते हैं.

अच्छा आर्टिकल है ...
http://articles.cnn.com/2011-02-11/opinion/sifry.egypt.technology_1_egypt-internet-access-revolution?_s=pm:opinion

ये तो समझ में ही नहीं आया ...;)
movements for social change don't just "happen." too often, the media reports on them the way we talk about the weather or chemistry: Protest is said to "flare up," "gather steam" and "boil." other times movements are said to take a country "by storm" or "peter out."

having grown up on such empty descriptions, it's not surprising that we're hearing so much today about egypt's "facebook revolution" or its "twitter revolution."

lacking any real knowledge of the forces on the ground, too many media outlets have offered us a view from afar, where some shiny new tools of communication are made out to be more important than the people doing the communicating and the messages and tactics they have chosen to use.

the role of the internet in egypt's revolution has definitely been overstated. If you look at the available data on the degree of internet penetration in the country as well as the number of mobile cellular subscriptions per 100 people, the percentage of population under age 15 and the degree of urbanization, some intriguing facts jump out.

internet access in egypt is barely 20%, much less than tunisia or iran, according to internetworldstats.com. Mobile phone usage is much higher, at about 40%. And that number has skyrocketed in recent years, from barely 6% in 2003, according to http://www.mobileactive.org/, a nonprofit that tracks mobile usage worldwide.

abhisays
25-09-2011, 05:01 PM
और इस तरह के ग्रुप या पेज को लाईक करने वालों को हम आप अगुंलियों पर गिन सकते हैं ...

अच्छा आर्टिकल है ...


ये तो समझ में ही नहीं आया ...;)


http://www.facebook.com/annahazare

यह देकिये अन्ना हजारे का फसबूक पेज इसपर ३ लाख से जायदा सदस्य है.. वही यहाँ पर अन्ना से जुडी बातो पर
discuss करते हैं.

और इस पेज के मोदेराटर होते हैं.

मान लीजिये किसी ने इस पेज को
like किया तो यहाँ जो भी नया होगा user के प्रोफाइल फीड पेज में जाएगा. और user वहां कमेन्ट करेगा तो कमेन्ट इस पेज पर दिखेगा और अगर कमेन्ट में कुछ गड़बड़ है तो यहाँ के मोदेराटर उसको हटा सकते हैं.

फसबूक में जो कोई भी
discussion होता है उसके केंद्र बिंदु यही पेज या ग्रुप होते हैं.

इन सभी पेज पर सदस्य लाखो में है, यहाँ जो भी अपडेट होता है उनके फीड पेज में जाता है, और वो जो भी कमेन्ट करते हैं वो यहाँ के मोदेराटर
change कर सकते है या हटा सकते हैं.
http://www.facebook.com/IndiACor
http://www.facebook.com/IamSRK
http://www.facebook.com/aamirkhan.com

YUVRAJ
25-09-2011, 05:18 PM
इन सारी चीजों को आप अपनी पसंद के मुताबिक़ बना सकते हैं कोई आपको टैग करे या न करे आदि-आदि हमारी इच्छा पर निर्भर करता है ... मुझे फसबूक कुछ खास पसंद है... कई कारण है इसके ..

१. किसी ने मुझे poke किया, मैंने पूछा क्यों किया जवाब मिला ऐसे ही.. क्या है यह.
२. जन्मदिन आया तो wall में ५०० मेसेज आ गए, हैप्पी बर्थडे... और मेल में १०००
notification ..
३. फसबूक के app :: आज अपना भविष्य देखे, यह quiz खेले, गेम request ...
४. मेल आया; आपके एक मित्र ने गिफ्ट भेजा है, गिफ्ट में केक है.. मैं क्या करू उस केक का..
५. लोगिन करते ही मेसेज और पिंग आर यू there wats up
६. Event invites ग्रुप invite अरे भाई नहीं चाहिए invite
७. मेरे किसी फ्रेंड ने मुझे किसी ग्रुप में दाल दिया अब आने लगे दे दनादन मेल..
८. किसी फ्रेंड ने फोटो tag कर दिया जिसमे में दारू पी रहा था.. बस यह फोटो मेरे ७०० फ्रेंड लिस्ट के पास भी पहुच गया.. क्या मजाक है यह.
९. Wall पर मेसेज आया आपके दोस्त ने आपके बारे में कुछ बताया है. जानने के लिए आप भी ५ दोस्तों के बारे में कुछ लिखे.
१०.irritating people यू may (not) know
११. आलतू फालतू विज्ञपन.
१२. आपने कही किसी ग्रुप में या पेज में कुछ पोस्ट किया तो आपकी तो लग गयी अब आपको ज़िन्दगी भर mails आते रहेंगे. कितना
unsuscribe करोगे...

सही जानकारी है पर यदि आप किसी पेज या ग्रुप को सामूहिक तौर पर रिपोर्ट करते हैं तो उसे हटाया या बंद किया जा सकता है ...उस पेज का एडमिन चाहे जो भी करले..http://www.facebook.com/annahazare

यह देकिये अन्ना हजारे का फसबूक पेज इसपर ३ लाख से जायदा सदस्य है.. वही यहाँ पर अन्ना से जुडी बातो पर
discuss करते हैं.

और इस पेज के मोदेराटर होते हैं.

मान लीजिये किसी ने इस पेज को
like किया तो यहाँ जो भी नया होगा user के प्रोफाइल फीड पेज में जाएगा. और user वहां कमेन्ट करेगा तो कमेन्ट इस पेज पर दिखेगा और अगर कमेन्ट में कुछ गड़बड़ है तो यहाँ के मोदेराटर उसको हटा सकते हैं.

फसबूक में जो कोई भी
discussion होता है उसके केंद्र बिंदु यही पेज या ग्रुप होते हैं.

इन सभी पेज पर सदस्य लाखो में है, यहाँ जो भी अपडेट होता है उनके फीड पेज में जाता है, और वो जो भी कमेन्ट करते हैं वो यहाँ के मोदेराटर
change कर सकते है या हटा सकते हैं.
http://www.facebook.com/indiacor
http://www.facebook.com/iamsrk
http://www.facebook.com/aamirkhan.com

abhisays
25-09-2011, 05:25 PM
agar kisi facebook page ke 5 lakh fan hai to kitne log report karenge to page band kar diya jaayega

abhisays
25-09-2011, 05:28 PM
yuvraaj ji aapki baat juch had tak sahi hai ki setting mein change karke ham yeh sab rok sakte hain.. Lekin facebook mein jo default settings hai wo itni bakwaas hai ki bechara user pareshaan ho jaaye......

YUVRAJ
26-09-2011, 06:38 PM
जिस भी चीज को ५ लाख लोग पसंद करते हैं उस की रिपोर्ट किस बात के लिए की जाये अभिषेक भाई ???
agar kisi facebook page ke 5 lakh fan hai to kitne log report karenge to page band kar diya jaayega

इस बात में दम है और फोरम हो या फेसबुक प्राईवेसी कितनी और क्या रखनी है हम पर ही निर्भर करता है ...:cheers:
yuvraaj ji aapki baat juch had tak sahi hai ki setting mein change karke ham yeh sab rok sakte hain.. Lekin facebook mein jo default settings hai wo itni bakwaas hai ki bechara user pareshaan ho jaaye......