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malethia
02-09-2011, 09:35 PM
मिटो मैं यहाँ पर देश व विदेश के मुख्य समाचार देश के प्रसिद्ध अखबारों से पेश करूंगा,और मैं इसे रोजाना ताज़े समाचारों के साथ अपडेट करता रहूँगा,आप लोग भी इसमें अपना योगदान दें,

malethia
02-09-2011, 09:38 PM
तुर्की ने इसराइली राजदूत को निकाला


पिछले वर्ष गज़ा जा रहे एक जहाज़ी बेड़े पर हमले के लिए माफ़ी मांगने से इनकार करने पर तुर्की ने इसराइली राजदूत को निष्कासित कर दिया है और उसके साथ अपने सभी सैन्य समझौते रद्द कर दिए हैं.

तुर्की का ये फ़ैसला संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के लीक होने के बाद आया है.

इस रिपोर्ट में बताया गया था कि गत वर्ष मई में सहायता सामग्री लेकर जा रहे जहाज़ी बेड़े पर हमले के लिए इसराइल ने बडी़ संख्या में सैनिकों का उपयोग किया था.

इस हमले में नौ तुर्की कार्यकर्ता मारे गए थे.

तुर्की के विदेश मंत्री अहमत दाउतआवलू ने कहा है, "अब समय आ गया है जब इसराइल को अपने ग़ैरक़ानूनी कार्रवाइयों की क़ीमत चुकानी होगी."

इसराइल ने माफ़ी मांगने से इनकार करते हुए कहा है कि उसके सैनिकों ने जो कुछ किया वह आत्मरक्षा में किया.

malethia
02-09-2011, 09:43 PM
'अंतरिक्ष में कचरा ख़तरनाक स्तर पर'

अमरीका में वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि अंतरिक्ष में 'कचरा' ख़तरनाक़ स्तर पर पहुँच गया है. अमरीका की नेशनल रिसर्च काउंसिल ने एक रिपोर्ट में कहा है कि बेकार हुए बूसटर और पुराने उपग्रह पृथ्वी के कक्ष में पृथ्वी के आसपास चक्कर लगा रहे हैं.

इस रिपोर्ट में ये भी कहा है कि इनसे अंतरिक्ष यान और उपयोगी उपग्रह नष्ट हो सकते है और इससे पहले कि कोई भीषण दुर्घटना हो जाए, अमरीकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा को इन्हें हटाने का काम करना चाहिए.

नेशनल रिसर्च काउंसिल यानी राष्ट्रीय अनुसंधान परिषद ने अपनी रिपोर्ट में आहवान किया है कि अंतरिक्ष में जमा हुए 'कचरे' को सीमित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय नियम बनाए जाने चाहिए.

हाल के वर्षों में हुई इन दो घटनाओं (चीन के टेस्ट और उपग्रहों की टक्कर) से पृथ्वी के कक्ष में कचरे के हिस्सों की तादाद दो गुना हो गई और कचरा हटाने के हमारे पिछले 25 साल के प्रयासों पर पानी फिर गया. हमने (अंतरिक्ष में) पर्यावरण का नियंत्रण खो दिया है

शोध का नेतृत्व करने वाले डोनल्ड कैसलर

इसमें ये भी कहा गया है कि चुम्बकीय नेट या विशालकाय छतरियों के संभावित इस्तेमाल पर और शोध होना चाहिए ताकि इस संकट का समाधान किया जा सके.
हाल में दो झटके लगे

अंतरिक्ष में कचरे को सीमित करने के प्रयास को हाल के वर्षों में दो झटके लगे हैं.

वर्ष 2007 में चीन में उपग्रह निरोधक हथियार का टेस्ट किया था. इससे मौसम की जानकारी एकत्र करने वाला एक पुराना उपग्रह नष्ट हो गया और वह एक सेंटीमीटर से कुछ बड़े डेढ़ लाख हिस्सों में बिखर गया.

दो साल बाद पृथ्वी के कक्ष में एक सक्रिय उपग्रह और एक पुराने उपग्रह की टक्कर हुई जिससे और कचरा फैल गया.

नेशनल रिसर्च काउंसिल के शोध का नेतृत्व करने वाले डोनल्ड कैसलर ने कहा, "हाल के वर्षों में हुई इन दो घटनाओं (चीन के टेस्ट और उपग्रहों की टक्कर) से पृथ्वी के कक्ष में कचरे के हिस्सों की तादाद दो गुना हो गई और कचरा हटाने के हमारे पिछले 25 साल के प्रयासों पर पानी फिर गया. हमने (अंतरिक्ष में) पर्यावरण का नियंत्रण खो दिया है."

अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन को भी इन कचरे के ढेरों से बच कर निकलना पड़ता है क्योंकि ये पृथ्वी के कक्ष में 17,500 मील प्रति घंटे की गति से चलते हैं.

YUVRAJ
02-09-2011, 09:57 PM
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abhisays
02-09-2011, 10:02 PM
बहुत बढ़िया मलेठिया जी.

malethia
02-09-2011, 10:30 PM
देश के आधे सांसद धोखेबाज : अन्ना


गांधीवादी अन्ना हजारे ने शुक्रवार को महाराष्ट्र के अपने गांव रालेगण सिद्धि में कहा कि आजादी की दूसरी लड़ाई की मशाल जल चुकी है और यह मशाल जलती रहनी चाहिए, क्योंकि अभी लम्बी लड़ाई लड़नी है। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद भी देश से सामाजिक और आर्थिक विषमता मौजूद है जिसे दूर करने की जरूरत है। इस मौके पर अन्ना ने कहा कि संसद में बैठे आधे लोग धोखा देने वाले हैं। सांसद ही धोखा देंगे तो देश कैसे चलेगा, लेकिन मुझे संसद पर विश्वास है।

गुड़गांव के एक अस्पताल से बुधवार शाम छुट्टी मिलने पर अपने गांव पहुंचे अन्ना हजारे ने हजारों लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि अन्याय के खिलाफ हम सभी को मिलकर लड़ना होगा। भ्रष्टाचार से मुक्ति के लिए लड़ाई आसान नहीं है।

उन्होंने कहा कि संविधान में बाबा साहब अम्बेडकर ने जो सपना देखा वह पूरा नहीं हुआ है। अमीर और गरीब के बीच अंतर खत्म होनी चाहिए। आजादी के बाद भी सामाजिक और आर्थिक विषमता बनी हुई है। बाबा साहब का सपना पूरा होना चाहिए। समाज में किसी के पास कुछ भी नहीं है और किसी को सबकुछ मिल गया।

अन्ना हजारे ने कहा कि जन लोकपाल विधेयक पर सरकार ने हमेशा धोखा दिया। संसद में बैठे आधे लोग धोखा देने वाले हैं। सांसद ही धोखा देंगे तो देश कैसे चलेगा, लेकिन मुझे संसद पर विश्वास है।

उन्होंने कहा कि सरकार में बैठे कुछ लोग नहीं चाहते थे कि वह अनशन करें। इससे रोकने के लिए उन्हें गिरफ्तार किया गया और फिर छोड़ दिया गया। अन्ना हजारे ने कहा कि मैंने पुलिस अधिकारियों से पूछा कि जब छोड़ना ही था तो मुझे गिरफ्तार क्यों किया। पुलिस ने कहा कि ऊपर से आदेश है। मैंने भी जेल से बाहर जाने से इनकार कर दिया और जेल में ही 3 दिन तक अनशन पर बैठा रहा।

भ्रष्टाचार के खिलाफ अपने आंदोलन को देश भर से मिले समर्थन के बारे में गांधीवादी अन्ना ने कहा कि इस आंदोलन में सबसे अहम बात जो मुझे लगी वह यह कि इस आंदोलन ने पूरे देशवासियों को एकजुट किया। देश भर में लोग जाति-पाति, अमीरी-गरीबी से ऊपर उठकर एकजुट हुए।

उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार, अन्याय के खिलाफ जब-जब आह्वान किया जाए तो पूरे देश को इसी शक्ति का परिचय देना होगा। अन्याय के खिलाफ लड़ाई में जेल जाने से डरने की जरूरत नहीं है। जो पढ़े-लिखे लोग हैं उन्हें भी जेल में जाना होगा। जेल जाना दोष नहीं, वह भूषण है।

शिक्षा के व्यवसायीकरण पर अन्ना हजारे ने कहा कि शिक्षा का व्यवसायीकरण हो गया है जिसकी वजह से देश का सही विकास नहीं हो पा रहा है। स्कूलों में बच्चों को दाखिला दिलाने के लिए रिश्वत देनी पड़ती है।

अन्ना हजारे ने कहा, ''आज सत्ता केंद्रित हो गई है। सत्ता कुछ चुनिंदा हाथों में है। लोकतंत्र और जनतंत्र का मतलब है, जो जनता चाहे लेकिन यह तो नौकरशाही है। इसे हमें जनतंत्र बनाना होगा। सत्ता का विकेंद्रीकरण करना होगा। मंत्रालयों के अधिकार ग्राम सभाओं की ओर ले जाने होंगे। सरपंच यदि बिना पूछे काम करता है तो ग्रामसभा को उसे बर्खास्त करने का अधिकार देना होगा।

उन्होंने कहा कि किसानों के खून-पसीने की कोई कीमत नहीं है। किसानों को न्याय मिले इसकी लड़ाई लड़नी होगी। माल खाए मदारी नाच करे बंदर, नहीं चलेगा। मजबूरों और गरीबों के लिए लड़ाई लड़नी होगी। भ्रष्टाचार से मुक्ति के लिए लड़ाई आसान नहीं है। इसके लिए जनता को जागना होगा और सरकार को हिलाना होगा।

गांधीवादी ने कहा कि यह सबको पता चल गया है कि संसद से बड़ी जनसंसद है। सरकार को जनता की ताकत समझ में आ गई है।

गौरतलब है कि प्रभावी लोकपाल विधेयक के लिए अपनी 3 प्रमुख मांगों को संसद द्वारा सैद्धांतिक रूप से स्वीकार कर लिए जाने के बाद अन्ना हजारे ने अपना 12 दिनों का अनशन गत रविवार को समाप्त किया। इसके बाद उन्हें गुड़गांव मेदांता मेडिसिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया।

malethia
02-09-2011, 10:36 PM
:bravo::bravo::bravo:

बहुत बढ़िया मलेठिया जी.

सूत्र भ्रमण व होसला अफजाई के लिए धन्यवाद ................

malethia
02-09-2011, 11:27 PM
संसद में सोए लालू ने कहा स्*पीकर का काम है नींद से जगाना


संसद की कार्रवाई की दौरान नींद का मजा लेने वाले लालू प्रसाद का सभी पार्टियों ने मजाक बनाया है। संसद में नींद प्रकरण पर अपनी प्रतिक्रिया व्*यक्*त करते हुए लालू प्रसाद यादव ने कहा कि 'हम संसद में सो ही रहे थे कोई अपराध नहीं किया है, स्*पीकर का तो काम ही उठाना'। उनके बयान से ऐसा मालूम हो रहा है जैसे संसद में स्*पीकर का काम सांसदों को नींद से जगाना है।

संसद में सोने वाले लालू प्रसाद यादव पर चुटकी लेते हुए शरद यादव ने कहा कि पिछले 15 सालों से वे बिहार में सो रहे थे। अब वे संसद में सो रहे हैं। उन्*होंने यह भी कहा कि सोने के लिए उनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्*ड रिकॉर्ड में लिखा जाना चाहिए। लालू की नींद की झपकी पर टिप्*पणी करते हुए भाजपा के प्रवक्*ता शहनवाज हुसैन ने कहा कि बिहार की जनता तो लालू प्रसाद को पहले ही सोने की इजाजत दे चुकी है। अब वे सो रहे हैं इसका कोई फर्क नहीं पड़ता है।

गौरतलब है कि आज संसद की कार्रवाई के दौरान लालू प्रसाद की आंख लग गई। लालू इतनी गहरी नींद में आ गए कि स्*पीकर उन्*हें उठाने के लिए कई बार आवाज लगाई। लालू इसके बाद भी नहीं जागे। इतना ही नहीं स्*पीकर ने लालू को कई बार आवाज लगाते हुए कहा कि उठ जाइए उठ जाइए। लालू नींद में इतना मदहोश थे कि उनकी आंख नहीं खुल पाई। इसके बाद उनसे पिछली सीट पर बैठे सांसद ने उन्*हें उठाया।

abhisays
03-09-2011, 07:47 AM
बहुत दिनों के बाद लालू जी न्यूज़ में आ ही गए.. :lol::lol::lol:

malethia
03-09-2011, 08:22 AM
टीम अन्ना ने मेरे खिलाफ 'साजिश' की :अग्निवेश


सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश ने टीम अन्ना के कुछ सदस्यों पर अपने खिलाफ 'साजिश' रचने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इसके कारण उन्होंने अपना रास्ता अलग करने का फैसला किया।

अग्निवेश ने कहा, ' उन्होंने क्यों सीडी को रविवार को बांटा, जबकि उनके पास यह तीन दिन पहले से थी। इस सीडी में कथित तौर पर मुझे एक केंद्रीय मंत्री को यह कहते हुए दिखाया गया कि सरकार को हजारे से सख्ती से पेश आना चाहिए। इसे जारी किए जाने का समय भी बड़ा रोचक था। उन्होंने इसे अनशन खत्म होने के तुरंत बाद जारी किया। '

यह पूछे जाने पर कि इसके पीछे कौन था, तो अग्निवेश ने पलटकर कहा, ' मेरे साथियों ने मेरे खिलाफ साजिश की। मैंने उनका समर्थन किया, लेकिन उन्होंने मेरे साथ विश्वासघात किया। इस आंदोलन से जुड़े लोग और कौन। '

' जानबूझकर' विवादास्पद विडियो बांटने का आरोप लगाते हुए अग्निवेश ने कहा कि यह 'विद्वेषपूर्ण' अभियान मेरी विश्वसनीयता को खत्म करने के लिए चलाया गया। उन्होंने कहा कि टीम अन्ना ने उनसे बात करना और उस विवादास्पद सीडी के बारे में पता लगाना भी जरूरी नहीं समझा।

अग्निवेश ने इससे पहले दावा किया था कि वह विडियो फुटेज 'गढ़ा' हुआ था और उन्हें बदनाम करने के लिए चलाए गए अभियान का हिस्सा था।

उन्होंने केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल से बातचीत की बातों का खंडन किया। अग्निवेश के बयानों पर टिप्पणी करने को कहे जाने पर टीम अन्ना के महत्वपूर्ण सदस्य अरविंद केजरीवाल ने कुछ भी नहीं कहा।

अग्निवेश ने कहा कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है और अगर कोई मुझे दिखाए कि मैं कहां गलत हूं तो मैं अन्ना से माफी मांगूंगा। उन्होंने कहा कि मेरे मन में उनके लिए काफी सम्मान है।

malethia
03-09-2011, 08:26 AM
अन्*ना ने चेताया- ऐसे करती रही सरकार, तो हमें भी कुछ सोचना पड़ेगा


नई दिल्*ली. अरविंद केजरीवाल को आयकर विभाग की ओर से नोटिस जारी होने पर अन्*ना हजारे ने सरकार पर निशाना साधा है। उन्*होंने रालेगण सिद्धि में साफ तौर पर कहा कि अरविंद केजरीवाल से सरकार जिस तरह खिलवाड़ कर रही है, वह सही नहीं है। उन्*होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अगर ऐसे ही चला तो हमें कुछ सोचना पड़ेगा।
अन्*ना ने कहा कि आज चार साल बाद सरकार पूछताछ कर रही है। वह भी उस आदमी से जिसने अपनी सारी उम्र देश-समाज की सेवा में लगा दिया। ये नहीं होना चाहिए।
अन्*ना ने कहा कि अरविंद जी के साथ 8-10 महीने के संपर्क के दौरान मैंने पाया है कि वह नि:स्*वार्थ देश सेवा करने में यकीन रखते हैं। मेरी ही तरह उन्*होंने भी कोई बैंक बैलेंस नहीं रखा है। ऐसे आदमी के साथ सरकार को खिलवाड़ नहीं करना चाहिए।
इससे पहले टीम अन्*ना के सदस्*य अरविंद केजरीवाल ने आयकर विभाग की ओर से बकाया भुगतान के लिए जारी नोटिस पर यहां मीडिया के सामने सफाई दी। उन्*होंने कहा, ‘सरकार के दबाव में आयकर का नोटिस दिया गया है। स्*टडी लीव के बाद एक नवंबर 2002 को मैंने नौकरी ज्*वाइन की थी इसके बाद फरवरी 2006 को रिजाइन किया।’ उन्*होंने बताया कि उनकी छुट्टी विभाग की ओर से बाकायदा मंजूर हुई थी।



सरकार पर बॉन्*ड को गलत तरीके से इस्*तेमाल करने का आरोप लगाते हुए केजरीवाल ने कहा कि स्*टडी लीव लेकर कोई गलती नहीं की थी। इस नोटिस के पीछे राजनीतिक दबाव है।’ केजरीवाल ने आरोप लगाया कि उनके परिवार और रिश्*तेदारों को भी परेशान किया जा रहा है।

केजरीवाल को आयकर विभाग की ओर से नोटिस भेजा गया है (केजरीवाल के एक और सहयोगी को भी नोटिस भेजा गया है, पूरी खबर पहले रिलेटेड आर्टिकल में पढ़ें)। इसमें नौ लाख रुपये बकाया चुकाने के लिए कहा गया है। बकाया चुकाए बिना उनका इस्*तीफा मंजूर नहीं किए जाने की बात भी कही गई है। केजरीवाल ने यहां प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘मेरा मानना है कि इसमें आयकर विभाग की कोई गलती है। इसमें सीधे-सीधे उनके राजनीतिक आकाओं का हाथ लगता है।’ केजरीवाल ने चुटकी लेते हुए कहा, ‘अगले साल तक मेरा इस्*तीफा स्*वीकार नहीं किया जाता तो सरकार को पूरी उम्र मुझे पेंशन देनी पड़ जाएगी।’

उन्*होंने कहा कि 2006 मे उन्*होंने नौकरी से इस्*तीफा दे दिया था लेकिन 2007 के बाद से कोई पत्र नहीं आया। उन्*होंने कहा, ‘मेरे मामा के यहां कुछ दिन पहले कुछ लोग पूछताछ करने गए थे। मेरे करीबियों को परेशान किया जा रहा है। हाल में एक अखबार में खबर छपी कि मेरे चाचा बचपन में आरएसएस में जाना चाहते थे। मुझे समझ नहीं आता कि इससे मेरा-क्*या लेना देना। जबकि मेरे चाचा की ट्रक दुर्घटना में पांच साल पहले मौत हो गई थी।’

केजरीवाल ने कहा, 'मैंने तीन साल के बॉन्*ड की शर्तों का पालन भी किया। नियम यह है कि स्*टडी लीव के बाद कोई कर्मचारी अगले तीन साल में रिटायर हो जाता है, नौकरी छोड़ देता है या नौकरी ज्*वाइन नहीं करता है तो उसे किसी तरह का बकाया नहीं देना होता है। यदि उन्*हें लगता है कि मैंने बॉन्*ड की शर्तों का उल्*लंघन किया है तो उन्*हें मेरा बकाया माफ करने का अधिकार किया है क्*योंकि मैंने जनहित में कार्य किया है। मैंने विभाग को बता दिया था कि पुरस्*कारों में मिली राशि मैंने दान कर दी है।'

भ्रष्*टाचार के खिलाफ मुहिम के लिए जुटने वाली रकम को लेकर उठ रहे सवालों के भी जवाब टीम अन्*ना ने दिए। केजरीवाल ने कहा कि अन्*ना जी के निर्देशों पर हम एक अप्रैल से 31 अगस्*त के बीच हुए खर्जों का लेखाजोखा प्रकाशित करेंगे। हमारी मांग है कि कांग्रेस भी अपना लेखा-जोखा जगजाहिर करे। उन्*होंने कहा, ‘यदि हम पार*दर्शिता की मांग करते हैं तो हमें भी पारदर्शी होना चाहिए। हमें अपने बारे में किसी तरह की जांच को लेकर कोई आपत्ति नहीं है चाहे आप मेरे सात जन्*मों तक मेरे रिकार्ड की जांच कर लें।’
टीम अन्*ना की एक और अहम सदस्*य किरण बेदी ने कहा कि उन्*हें नोटिस की परवाह नहीं है। उन्*होंने कुछ गलत नहीं किया है। बेदी ने रामलीला मैदान के मंच से अभिनय कर बताया था कि नेता मुखौटा ओढ़े रहते हैं और कभी इस तरफ तो कभी उस तरफ की बातें करते रहते हैं। उनके इस 'अभिनय' और बयान के लिए कई सांसदों ने सदन में विशेषाधिकार हनन का नोटिस पेश किया है। किरण बेदी ने अपनी बेटियों को गलत तरीके से एडमिशन दिलाए जाने के आरोपों का भी जवाब दिया।
गंदी राजनीति नहीं करे सरकार
उधर, अमर सिंह से कथित बातचीत की सीडी मामले में फंसे प्रशांत भूषण ने भी सफाई दी और कहा कि फोरेंसिंक जांच में सीडी पहले ही फर्जी साबित हो चुकी है। उन्*होंने सरकार पर गड़े मुर्दे उखाड़ने का आरोप लगाया। उन्*होंने कहा कि सरकार की ओर से लागू किए गए सूचना का अधिकार कानून का ड्राफ्टिंग कर अरविंद केजरीवाल ने अहम काम किया था। ऐसे में सरकार की ओर से इन्*हें परेशान किए जाने की बात समझ नहीं आती।

पहले अन्*ना हजारे पर कांग्रेस प्रवक्*ता मनीष तिवारी ने हमला बोला, फिर शांति भूषण की सीडी पर क्*लोजर रिपोर्ट सामने आई। इस तरह सरकार फिर से गंदी हरकतें करने लगी है। सरकार ने अभी कोई सबक नहीं सीखा है। वो हमारे खिलाफ अभियान चला रहे हैं। उन्*होंने कहा, ‘सरकार को जनलोकपाल बिल से लड़ना है तो मुद्दे पर बहस करें, गंदी राजनीति क्*यों कर रहे हैं।’ भूषण ने कहा कि ‘इंडिया अगेंस्*ट करप्*शन’ को वर्ल्*ड बैंक से फंडिंग के आरोप गलत हैं।

malethia
03-09-2011, 08:32 AM
हक के लिए भी देना पड़ा घूस

नई दिल्ली। इसे गरीबों का दुर्भाग्य ही कहेंगे कि सरकार द्वारा उनके लिए चलाई गई योजनाओं का लाभ लेने के लिए भी उन्हें रिश्वत देनी पड़ रही है।

सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) सेवाओं के लिए बीते साल गांव में रहने वाले गरीबों को डेढ़ अरब रूपए से ज्यादा की रिश्वत देनी पड़ी। सेंटर फॉर मीडिया स्टडीज की ओर से कराए गए वृहद स्तरीय सर्वेक्षण में यह बात सामने आई है। सर्वेक्षण के मुताबिक, 12 राज्यों के नौ करोड़ 40 लाख 60 हजार परिवारों में से एक करोड़ 80 लाख एक हजार परिवारों को पिछले वर्ष एक अरब 56 करोड़ 80 लाख रूपए की रिश्वत देनी पड़ी।

छग में रिश्वत ज्यादा
सर्वेक्षण में बताया गया कि पीडीएस सेवाओं के लिए रिश्वत सबसे ज्यादा 60 प्रतिशत लोगों ने भाजपा शासित राज्य छत्तीसगढ़ में दी। इसके बाद जनता दल (यू) शासित बिहार और तत्कालीन वाम मोर्चा शासित पश्चिम बंगाल में 43-43 प्रतिशत ग्रामीणों को इन सेवाओं के लिए सरकारी बाबुओं की जेबें गर्म करनी पड़ीं। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, पीडीएस के तहत आवंटित राशन का 90 प्रतिशत वितरित कर दिया गया, लेकिन सर्वेक्षण से पता लगा है कि 50 प्रतिशत से भी कम परिवारों ने इन दुकानों से राशन लिया।

वृहदस्तरीय सर्वेक्षण
12 राज्यों में सर्वेक्षण
9.41 करोड़ लोगों की राय
1.80 करोड ने दी रिश्वत
1.56 अरब रूपए की घूस दी
42 फीसदी ने माना एक साल में बहुत बड़ा भ्रष्टाचार

कहां-कितनों ने दी घूस
महाराष्ट्र 25.2
राजस्थान 23.3
उप्र 18.8
हिमाचल 17.6
(संख्या प्रतिशत में ग्रामीणों की)

किस मद में कितनी घूस
राशन कार्ड बनवाने से लेकर कार्ड में नए नाम शामिल करने जैसे कामों के लिए ग्रामीणों को पांच रूपए से लेकर 800 रूपए तक की रिश्वत देनी पड़ी।
सबसे ज्यादा 37 प्रतिशत लोगों को नया राशन कार्ड बनवाने के लिए रिश्वत देनी पड़ी।

सरकारी नीति फेल : सरकार ने अनाज की हेराफेरी को रोकने के लिए प्रशिक्षण, अनुसंधान, निगरानी और अभिनव योजना शुरू की थी, लेकिन वर्ष 2007 -08 के मुकाबले 2008-09 में न सिर्फ इस योजना में बजट व्यय कम हुआ, बल्कि आवंटित राशि को पूरा खर्च भी नहींं किया गया।

malethia
03-09-2011, 08:36 AM
मनमोहन ने मुशर्रफ से किया था वादा- पाक की एक इंच जमीन पर नहीं करेंगे दावा

नई दिल्*ली. भारत और पाकिस्*तान पिछले दरवाजे से कश्*मीर समस्*या के हल की कोशिश में थे और कामयाबी के करीब तक पहुंच भी गए थे। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और तत्*कालीन पाकिस्*तानी राष्*ट्रपति परवेज मुशर्रफ के बीच अंतिम सहमति बनते-बनते रह गई थी। गोपनीय जानकारी सार्वजनिक करने वाली वेबसाइट विकीलीक्*स के ताजा खुलासा में यह बात सामने आई है।

विकीलीक्*स के जरिए सार्वजनिक हुए केबल (गोपनीय राजनयिक संदेश) के मुताबिक मनमोहन सिंह ने एक अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल को इस बारे में जानकारी दी थी। यह केबल 21 अप्रैल, 2009 का लिखा है। तब अमेरिका की विदेश मामलों की संसदीय समिति के प्रमुख हॉवर्ड बर्मन के नेतृत्*व में एक प्रतिनिधिमंडल दिल्*ली आया हुआ था। बर्मन से मुलाकात में मनमोहन सिंह ने बताया था कि मुशर्रफ से हुए समझौते में नियंत्रण रेखा के दोनों ओर मुक्*त व्*यापार व आवाजाही का भी प्रावधान होगा।

मनमोहन ने बताया था कि भारत और पाकिस्*तान ने फरवरी 2007 की तुलना में समझौते की दिशा में काफी आगे तक कदम बढ़ा लिए हैं। उन्*होंने कहा था कि हम पर्दे के पीछे से आपसी सहमति पर पहुंचे हैं। केबल के मुताबिक मुशर्रफ कश्*मीर मसले के गैर क्षेत्रीय समाधान पर राजी थे। मनमोहन ने अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल को यह भी बताया था कि भारत चाहता है कि पाकिस्*तान मजबूत, टिकाऊ, शांतिपूर्ण प्रजातांत्रिक देश के रूप में उभरे। उन्*होंने यह भी कहा था कि भारत पाकिस्*तान की एक इंच जमीन पर भी अपना दावा नहीं जताएगा।
पिछले साल मुशर्रफ ने भी कहा था कि भारत और पाकिस्*तान कश्*मीर मामले के समझौते के काफी करीब पहुंच गए थे।

abhisays
03-09-2011, 09:17 AM
फुटबॉल: मेसी की टीम ने मारी बाजी

कोलकाता. लियोनेल मेसी की अगुवाई वाली अर्जेंटीना ने फीफा अंतरराष्ट्रीय दोस्ताना मुकाबले में वेनेजुएला को 1-0 से हरा दिया है।

कोलकाता के साल्ट लेक स्टेडियम में हुए मैच का पहला हाफ बोझिल और गोल रहित रहा।

लेकिन दूसरे हाफ में निकोलस ओटामेंजडी ने मैच के 67वें मिनट में गोल दागकर अर्जेंटीना को 1-0 की बढ़त दिलाई। मैच के अंत तक मैसी की टीम ने वेनेजुएला को कोई मौका नहीं दिया और मैच 1-0 से जीत लिया।

कोलकाता में ये पहला अंतरराष्ट्रीय मुकाबला है। साल्ट लेक स्टेडियम में 55 हजार से भी अधिक दर्शकों ने इस फुटबॉल मैच का लुत्फ उठाया। हालांकि उन्हें अपने स्टार मेसी का गोल देखने को नहीं मिला। लेकिन मेसी ने बेहतरीन खेल का प्रदर्शन कर दर्शकों का अच्छा मनोरंजन किया।

malethia
03-09-2011, 10:04 PM
सरकार, मीडिया पर बरसे बाबा रामदेव


नई दिल्ली ।। बाबा रामदेव ने कहा है कि उन्हें या उनके संस्थान को फेमा मामले में कोई सरकारी नोटिस नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि अन्ना की तरह उन्हें भी बदनाम करने का अभियान इसलिए चलाया जा रहा है क्योंकि उन्होंने काला धन के खिलाफ मुहिम शुरू की।

बाबा रामदेव ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि उनका या उनके संस्थान का किसी कंपनी से सीधे तौर पर कोई लेना-देना नहीं है। इसलिए मीडिया में जब ' बाबा रामदेव की कंपनियां... ' कहकर खबर दी जाती है तो मुझे दुख होता है। उन्होंने कहा मेरे संस्थान और ट्रस्ट ने किसी कानून का उल्लंघन नहीं किया है।

बाबा रामदेव ने कहा कि जो कोई लोकतंत्र के पक्ष में और कालाधन तथा भ्रष्टाचार के खिलाफ बोलने की हिम्मत करता है, उसके खिलाफ अभियान शुरू कर दिया जाता है। अन्ना हजारे जैसे लोगों को भी ' ऊपर से नीचे तक भ्रष्टाचार से डूबा ' बताया जाता है। उनकी टीम के सदस्यों पर हत्या, फिरौती जैसे आरोप भी लगाए जाने लगते हैं। मुझे ' मोस्ट वॉन्टेड बाबा ' बताने की कोशिश होती है।

malethia
03-09-2011, 10:07 PM
टीम अन्ना पर लटकी विशेषाधिकार हनन की तलवार


टीम अन्ना के मेंबरों पर सरकार का वार जारी है। किरन बेदी और प्रशांत भूषण के बाद अब अरविंद केजरीवाल को भी विशेषाधिकार हनन का नोटिस मिला है। अब टीम अन्ना के तीनों अहम सदस्य विशेषाधिकार हनन के आरोपी बन चुके हैं। आशंका यह जताई जा रही है कि कहीं इन तीनों को जेल न भेज दिया जाए।

हमारे सहयोगी चैनल ' टाइम्स नाउ ' ने सूत्रों के हवाले से यह खबर दी है। चैनल के मुताबिक केजरीवाल को शनिवार को यह नोटिस मिला है। इससे पहले चैनल से बात करते हुए प्रशांत भूषण ने इस बात की पुष्टि की थी कि उन्हें ' सांसदों के खिलाफ अपमानजनक बातें कहने का आरोपी बनाते हुए नोटिस भेजा गया है। '

भूषण ने इसे अतार्किक करार देते हुए कहा, 'मैंने टीवी कैमरों के सामने जो कुछ भी कहा था उस पर डटा हुआ हूं और नोटिस का जवाब भी दूंगा।' भूषण ने कहा कि अगर जनहित में बोलने से विशेषाधिकार का हनन होता है तो समय आ गया है कि देश संसदीय विशेषाधिकार की समीक्षा करे।

गौरतलब है कि किरन बेदी को सबसे पहले विशेषाधिकार हनन का नोटिस भेजा जा चुका है। अरविंद केजरीवाल इन तीनों में आखिरी हैं जिन्हें यह नोटिस मिला। यानी अब टीम अन्ना के सबसे महत्वपूर्ण इन तीनों सदस्यों पर विशेषाधिकार हनन का आरोपी बनाया जा चुका है। ऐसे मामलों में संसद को लगभग सर्वाधिकार प्राप्त होता है। पूछा जा रहा है कि कहीं ऐसा तो नहीं कि अन्ना के आंदोलन की मुख्य ताकत बने इन तीनों सदस्यों को इसी मामले की आड़ में जेल में डाल दिया जाए।


अन्ना ने अपने गांव की ग्राम सभा में कहा कि यह सरकार लबाड (धूर्त) लोगों का झुंड है। उन्होंने गृह मंत्री पी. चिदंबरम को खोडसाल (बुरा) कहा। हाल में आंदोलन के दौरान अपनी गिरफ्तारी के बाद पुलिस के बार-बार बदलते रुख का हवाला देते हुए उन्होंने यूपीए सरकार की तुलना ग्रोसरी स्टोर से की। उन्होंने चिंता जताते हुए कहा कि अफसर झूठे हैं, इस देश का क्या होगा?

अन्ना ने कहा, 'हाल में मेरे आंदोलन की सफलता ने साबित किया है कि लोगों की इच्छा के आगे सरकार को झुकना पड़ता है। हमें ऐसे 'शॉक' बार-बार देने होंगे, तभी भारत को भ्रष्टाचार से मुक्त किया जा सकता है। इसमें 10 से 15 साल लगेंगे। इसके लिए जेल जाने को भी तैयार रहना होगा।'

इससे पहले केजरीवाल ने कहा, 'अपने राजनीतिक आकाओं के दबाव में आईटी डिपार्टमेंट ने मुझे नोटिस जारी किया है। खुफिया ब्यूरो हरियाणा में मेरे रिश्तेदारों की जांच कर उन्हें प्रताडि़त कर रहा है। मेरी भी कोई गड़बड़ी ढूंढी जा रही है।' हालांकि, केंद सरकार ने इस बात से इनकार किया है कि केजरीवाल को तंग करने के इरादे से नोटिस दिया गया है।

इस मौके पर प्रशांत भूषण ने कहा कि सरकार ने कोई सबक नहीं सीखा। उन्होंने किरन बेदी को विशेषाधिकार हनन का नोटिस मिलने और सीडी मामले का जिक्र किया। गौरतलब है कि पुलिस ने पूर्व कानून मंत्री शांति भूषण की अमर सिंह और मुलायम सिंह से कथित बातचीत वाली जजों की कथित फिक्सिंग से जुड़ी सीडी मामले में क्लोजर रिपोर्ट दाखिल कर दी है।

रिपोर्ट में पुलिस ने कहा है कि सीडी की तीन एजेंसियों से जांच कराई गई, इनमें से दो का कहना है कि सीडी से छेड़छाड़ नहीं हुई। प्रशांत भूषण ने दावा किया कि पुलिस ने इस मामले में सही तरीके से छानबीन नहीं की है और अवमानना केस के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाया जाएगा। किरन बेदी ने कहा, 'मुझे जो नोटिस जारी किया है, उसका जवाब दूंगी।'

इस बीच, दिल्ली पुलिस भी रामलीला मैदान में अनशन के दौरान शर्तों के उल्लंघन को लेकर टीम अन्ना को घेरने में जुटी है। अनशन के दौरान भले ही दिल्ली पुलिस ने बहुत शांत रवैया अपनाए रखा हो, लेकिन अब पुलिस एक डिटेल रिपोर्ट तैयार कर रही है। पुलिस ने जिन शर्तों पर रामलीला मैदान में अनशन की परमिशन दी थी, उनमें से कई शर्तों का जमकर उल्लंघन हुआ था। पुलिस इसी संदर्भ में यह रिपोर्ट तैयार कर रही है। यह रिपोर्ट हाई कोर्ट व सुप्रीम कोर्ट को सौंपी जाएगी।

malethia
03-09-2011, 10:19 PM
गद्दाफी ने भरी हुंकार

त्रिपोली। विद्रोहियों से मात खा चुके लीबियाई नेता मुअम्मर गद्दाफी ने एक अरब टेलीविजन पर ऑडियो संदेश के जरिए विद्रोही बलों के खिलाफ गुरिल्ला लड़ाई छेड़ने का आ±वान किया है। गद्दाफी ने गुरूवार को अपने दूसरे संदेश में कहा, आप खुद को गुरिल्ला युद्घ के लिए तैयार करें, नगरीय युद्घ और प्रत्एक शहर में प्रतिरोध के लिए तैयार हों, दुश्मन को हर जगह परास्त करने के लिए। गद्दाफी ने 1969 में विद्रोह के जरिए लीबिया की सत्ता पर कब्जा कर लिया था जिसे गुरूवार को 42 साल पूरे हो गए।

उन्होंने अपने संदेश में कहा, हम कभी भी अपने तेल कुओं और बंदरगाहों को पश्चिम के नियंत्रण में नहीं जाने देंगे। गद्दाफी ने कहा था कि वह समर्पण नहीं करेंगे और वह लीबिया के जल जाने की स्थिति में भी लंबी लड़ाई के लिए तैयार हैं।

बाहर भी तैयारी जोरों पर
उधर, गद्दाफी विरोधी राष्ट्रीय अंतरिम परिषद ने सियर्ट में मौजूद गद्दाफी समर्थकों को आत्मसमर्पण करने के लिए एक और सप्ताह का समय दिया है। इस बीच, पेरिस में लीबिया की राष्ट्रीय अंतरिम परिषद (एनसीटी) और साठ देशों के प्रतिनिधियों ने लीबिया के भविष्य पर विचार विमर्श किया। इस अहम सम्मलेन के बाद फ्रांस और ब्रिटेन के नेताओं का कहना था कि लीबिया में जारी नेटो कार्रवाई को लेकर सभी देशों में सहमति बनी हुई है।

फ्रांस के राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी और ब्रिटेन के प्रधान मंत्री डेविड कैमरॉन ने करीब 63 देशों के प्रतिनिधियों को इस सम्मलेन में आमंत्रित किया था। सरकोजी ने कहा कि लगभग सभी में इस बात पर सहमति बन गई है कि गद्दाफी के शासन के दौरान रोकी गई लीबिया की संपत्ति पर से रोक हटा ली जाए।

सरकोजी ने कहा, लीबिया की करीब पंद्रह अरब डॉलर की राशि जारी की जाएगी। एनसीटी के एक वरिष्ठ सदस्य ने जानकारी दी है कि उनकी परिषद ने गद्दाफी समर्थकों को सिर्ते शहर सौंप देने की मियाद बढ़ा कर 10 सितंबर तक कर दी है। हालांकि जानकार मानकर चले रहे हैं कि लीबिया में संघर्ष का एक दौर ज्लद ही आएगी क्योंकि कर्नल गद्दाफी के समर्थक सैनिक बहुत जल्द पलटवार करने की तैयारी कर रहे हैं।

कैमरॉन ने किया कमाल
्रगद्दाफी को परास्त करने के लिए ब्रिटेन के पीएम ने एक अनूठी चाल चली। कैमरॉन ने गद्दाफी के खिलाफ एक गोपनीय कार्रवाई के तहत त्रिपोली में गद्दाफी को तो तेल की आपूर्ति रोक दी गई लेकिन विद्रोहियों को ये जारी रही। साफ तौर पर गद्दाफी की तानाशाही के ताबूत में यह आखिरी कील साबित हुई। इसके लिए बाकायदा एक अलग विभाग बनाया गया और इसकी कमान एक सीनियर अधिकारी एलन डंकन को सौंपी गई। विदेश मंत्रालय में इस गोपनीय इकाई के दो ऑपरेशन रूम स्थापित किए गए। यहां से इस बात पर नजर रखी गई कि तेल कहां से कहां जा रहा है और इसकी सूचना सरकार और नैटो सेनाओं को दी गई।

नैटो सेनाओं को आदेश दिया गया कि जाविया बंदरगाह की घेरेबंदी कर ली जाए जिससे उन तस्करों को रोका जा सके जो गद्दाफी के लिए तेल की आपूर्ति कर रहे थे। एक सूत्र का कहना था कि गद्दाफी के पास कच्चा तेल तो था लेकिन उसके शोधन की सुविधा नहीं थी। ऎसे में उनके पास एक ही विकल्प था कि वे बाहर से तेल का आयात करें लेकिन हमने वो रास्ता भी रोक दिया।

malethia
04-09-2011, 07:17 PM
भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्ना हजारे का आंदोलन गैर-राजनीतिक था, लेकिन इसका जबर्दस्त राजनीतिक असर दिख रहा है। टीम अन्ना के सदस्यों के खिलाफ जुबानी जंग छेड़ने और बार-बार चुनाव के मैदान में किस्मत आजमाने की चुनौती देने वाले मंत्रियों और नेताओं के लिए ताजा सर्वे के नतीजे चौंकाने वाले हैं।

स्टार न्यूज और मार्केट रिसर्च कंपनी नीलसन के सर्वे में यह बात सामने आई है कि आंदोलन की लहर का फायदा सीधे तौर पर बीजेपी को मिलता दिख रहा है। अगर अभी लोकसभा के चुनाव हुए तो मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल अपनी सीट भी नहीं बचा पाएंगे। यही नहीं, इसकी वजह से कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी का क्रेज भी घटा है। युवाओं की पसंद भी राहुल नहीं, अन्ना हैं।

आंदोलन से बीजेपी को फायदा
देश के 28 शहरों में कराए गए इस सर्वे में अभी चुनाव होने पर 32 फीसदी लोगों ने बीजेपी को वोट देने की बात कही। सिर्फ 20 % ने कांग्रेस पर भरोसा जताया। सर्वे में चौंकाने वाली बात यह है कि महज तीन महीने में तस्वीर पूरी तरह बदल गई। आंदोलन से पहले मई, 2011 में कराए गए ऐसे ही सर्वे में 30 % लोग कांग्रेस के पक्ष में थे, जबकि सिर्फ 23% ने ही बीजेपी को वोट देने की बात कही थी। 2009 के लोकसभा चुनाव में जिन लोगों ने कांग्रेस पार्टी को वोट दिया था, उनमें से अब 11 % बीजेपी को वोट देने के हक में हैं। वहीं, जिन लोगों ने बीजेपी को वोट दिया था उनमें से महज़ 5% ही उनसे खिसक रहे हैं।

युवाओं का हीरो राहुल नहीं, अन्ना
अन्ना के आंदोलन से कांग्रेस के साथ-साथ राहुल गांधी की भी किरकिरी हुई है। आंदोलन के दौरान चुप्पी साधने वाले राहुल जब संसद में बोले भी तो उनके बयान को जनलोकपाल के खिलाफ माना गया। सर्वे में शामिल 54% लोगों का कहना है कि राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाने का यह सही समय नहीं है। अन्ना 78 % लोगों की पसंद हैं, जबकि सिर्फ 17 % लोग ने ही राहुल को तरजीह दी है।यहां तक कि 18-25 वर्ष आयु वर्ग के युवाओं में भी राहुल की लोकप्रियता अन्ना से कम है।

किरन बेदी के आगे नहीं टिकेंगे सिब्बल
अगर अभी लोकसभा के चुनाव हुए तो मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल अपनी चांदनी चौक सीट नहीं बचा पाएंगे। अगर उनका सामना पूर्व आइपीएस किरन बेदी से हो गया, तब तो उन्हें बड़ी फजीहत का सामना करना पड़ सकता है। सर्वे में लोगों से यह भी पूछा गया कि किरन बेदी बनाम सिब्बल के मुकाबले में वह किसे चुनेंगे? आश्चर्यजनक रूप से 74 फीसदी ने बेदी को चुना। सिब्बल सिर्फ 14 फीसदी वोट हासिल कर सके।

चिदंबरम पर भारी केजरीवाल
अन्ना के आंदोलन के बाद अरविंद केजरीवाल भी हीरो के तौर पर उभरे हैं। केजरीवाल बनाम गृह मंत्री पी. चिदंबरम के मुकाबले में भी ज्यादातर लोगों ने केजरीवाल का पक्ष लिया। 58 % लोग केजरीवाल के हक में वोट डालने की बात कबूल कर रहे हैं, जबकि 24 % लोग ही चिदंबरम को चुनना पसंद करेंगे। सर्वे में शामिल करीब 62 % लोगों का मानना है कि अरविंद केजरीवाल युवा भारत के नए रोल मॉडल हैं। उत्तर भारत में तो 75% लोग उन्हें रोल मॉडल समझते हैं।

अन्ना के साथ देश की जनता
आलोचक भले ही अन्ना के 'जिद्दी रवैये' की निंदा करते हों, लेकिन जनता पूरी तरह से उनके साथ है। सर्वे में शामिल 82% लोगों का कहना था कि सरकार से अपनी मांग मनवाने के लिए अन्ना के आमरण अनशन का तरीका वाजिब था। सिर्फ 12% लोगों ने अन्ना के तरीके से असहमति जताई और उसे सरकार के साथ ब्लैकमेलिंग करार दिया। यह मानने वालों की संख्या बड़ी है कि जन लोकपाल विधेयक भारत में भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में मील का पत्थर साबित हो सकता है। 54 % लोग मानते हैं कि सरकार का अन्ना के आंदोलन से निपटने का तरीका गलत था। 64 % लोगों का कहना था कि मनमोहन कैबिनेट के बड़े नामों की वजह से ही अन्ना को 12 दिन तक अनशन करना पड़ा। सर्वे में 8,926 लोगों ने अपनी राय दी।

malethia
05-09-2011, 12:12 PM
अन्ना ने कहा, दिल का दौरा पडने पर जेड सुरक्षा क्या करेगी!

सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने भगत सिंह और राजगुरू का हवाला देते हुए कहा कि उन्होंने भी अपने किसी काम के लिए किसी तरह की सुरक्षा नहीं ली थी और मुझे भी जेड सुरक्षा नहीं चाहिए। यादव बाबा मंदिर में पूजा करने के बाद अन्ना ने कहा कि मुझे जनता के बीच में रहकर काम करने में अच्छा लगता है।
उन्होंने कहा कि एक आदमी दिन का दौरा पडने से भी मर सकता है, वहां जेड सुरक्षा क्या करेंगी! गौरतलब है कि शनिवार को सरकार द्वारा अन्ना को जेड सुरक्षा देने की बात कही गई थी। इस पर उन्होंने शर्त रखते हुए कहा था कि कमांडोज बिना हथियार के रहेंगे और लगातार उनके पीछे नहीं रहेंगे। रविवार को एसपीजी, अहमदनगर पुलिस के जवान उन्हें सुरक्षा घेरे में लिया तो अन्ना ने जेड सुरक्षा लेने से मना कर दिया। चार सशस्त्र गार्ड और दो निजी सुरक्षा अधिकारी बारी-बारी उनकी सुरक्षा में तैनात है। एक पुलिस वाहन भी मुहैया कराया गया। इससे पहले दो सुरक्षाकमी सादे कपडों मे सुरक्षा में तैनात थे। इस बात को लेकर वे महाराष्ट्र के गृहमंत्री आरआर पाटिल को पत्र भी लिखेंगे।

malethia
05-09-2011, 04:37 PM
जापान में शक्तिशाली तूफान से 27 मरे, 50 लापता

जापान के पश्चिमोत्तर और मध्य क्षेत्र में शनिवार को आए शक्तिशाली तूफान ने काफी तबाही मचायी है। तूफान में कम से कम 27 लोगों की मौत हो गई और 50 लोग लापता हो गए हैं।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक पुलिस ने बताया कि 'तलस' तूफान आने के बाद लापता लोगों को खोजने के लिए अभियान चलाया गया है। बचावकर्मियोने सोमवार को नारा के तोतसुकावा गांव में एक व्यक्ति का शव बरामद किया।
तूफान में मरने वालों की संख्या में इजाफा हो सकता है। तूफान की वजह से बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है और जगह जगह भूस्खलन होने की वजह से राहत एवं बचाव कार्य प्रभावित हो रहा है।
तूफान की वजह से शिकोकू द्वीप में शनिवार को भूस्खलन हुआ है। वर्ष 2004 के बाद से ही जापान में यह सबसे शक्तिशाल तूफान है। वर्ष 2004 में आए तूफान में भी कई लोगों की मौतें हुईं थीं।
सोमवार को यह तूफान जापान के समुद्री इलाके की तरफ बढ़ गया, जिसकी वजह से तोकाई इलाके में मूसलाधार बारिश हुई।

malethia
05-09-2011, 08:51 PM
'चप्पल मंगाने के लिए माया ने भेजा था प्लेन'


विकिलीक्स ने खुलासा किया है कि यूपी की सीएम और बीएसपी नेता मायावती ने चप्पल (सैंडल) मंगाने के लिए अपने निजी जेट प्लेन को मुंबई भेजा था।

हाल के दिनों में विकिलीक्स ने अमेरिकी दूतावास के जो केबल जारी किए हैं उसके मुताबिक, मायावती को जब भी नए सैंडल की दरकार होती है, तो वह अपना खाली निजी जेट विमान मुंबई भेजती हैं और उससे उनके मनपसंद ब्रैंड की चप्पल लाई जाती है। मायावती ने खाना चखने के लिए एक कर्मचारी भी रख हुआ है, जो उनके खाने से पहले भोजन को टेस्ट करता है कि कहीं उसमें किसी ने जहर तो नहीं मिला दिया।

विकिलीक्स के खुलासे के मुताबिक, केबल में मायावती की सनक, झक्कीपन और असुरक्षा का विश्लेषण कुछ इस तरह किया गया है, कि मायावती ने अपने घर से ऑफिस तक एक निजी रोड बनवा रखी है। उनका काफिला जब गुजरने वाला होता है, तब रोड की सफाई की जाती है।

विकिलीक्स के मुताबिक, मायावती हर साल अपना जन्मदिन मनाती हैं और इस मौके पर उनको अपनी पार्टी के चापलूस नेताओं, नौकरशाहों और व्यापारियों की तरफ से करोड़ो के तोहफे मिलते हैं। यहां तक कि कर्मचारियों और नेताओं में उनको केक खिलाने की होड़ लगी रहती है। इसमें मायावती के बारे में और कई खुलासे किए गए हैं।

malethia
05-09-2011, 08:54 PM
दिग्विजय सिंह को पागलखाने भेजोः अन्ना


समाजसेवी अन्ना हजारे ने कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह पर पलटवार किया है। अपनी टीम के मेंबर अरविंद केजरीवाल पर दिग्विजय के आरोपों से आहत अन्ना हजारे ने उनको एक बार फिर पागलखाने भेजने की सलाह दी है। अन्ना ने अरविंद केजरीवाल की तारीफ की और कहा कि वह अच्छे इंसान हैं। अन्ना पहले भी कह चुके हैं कि दिग्विजय सिंह को इलाज के लिए यरवदा के मेंटल हॉस्पिटल भेज देना चाहिए।

इससे पहले कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने रविवार को आजमगढ़ में कहा था कि टीम अन्ना के सदस्य अरविंद केजरीवाल ने सरकारी नौकरी के नियमों का उल्लंघन किया था। उन्होंने कहा था कि केजरीवाल ने एनजीओ के जरिए करोड़ों रुपये बनाए। यही नहीं दिग्विजय सिंह ने कहा था इनकम टैक्स की तरफ से केजरीवाल को जो नोटिस भेजा गया है, उसमें कुछ भी गलत नहीं है।

दिग्विजय सिंह ने केजरीवाल पर राजनीति करने का भी आरोप लगाया था। दिग्विजय ने कहा था, ' सरकारी नियम किसी शख्स के लिए इसलिए नहीं बदले जा सकते कि उसने किसी भ्रष्टाचार के खिलाफ किसी आंदोलन में हिस्सा लिया था। '

अपने ऊपर लगे आरोपों का अरविंद केजरीवाल ने भी तीखा जवाब दिया है। उन्होंने कहा है कि सरकार उनपर अनाप-शनाप आरोप लगाना बंद करे। उन्होंने कहा है कि अगर दिग्विजय सिंह सही बोल रहे हैं तो उनपर एफआईआर दर्ज क्यों नहीं करवाते।

malethia
05-09-2011, 09:00 PM
मैक्सिको सिटी।। मध्य मैक्सिको में हिडालगो प्रांत में मानसिक तौर पर बीमार एक 80 वर्षीय वृद्ध को अपनी बहन के आठ महीने पुराने शव के साथ रहते हुए पाया गया।

समाचार एजेंसी ईएफई के मुताबिक आधिकारियों का कहना है कि मैक्सिको सिटी से 120 किलोमीटर उत्तर पूर्व में स्थित टुलानसिंगो शहर में गुरुवार को तलाशी के दौरान उस व्यक्ति को पकड़ा गया।

पुलिस को सूचना मिली थी कि एक बुजुर्ग शहर के आस-पास भटक रहा है। जब पुलिस अधिकारी मानसिक रोग से पीड़ित 80 वर्षीय बुजुर्ग जोआक्वीन सोटो मारोक्विन को उसके घर ले गए तो बिस्तर पर उसकी बहन के सड़ चुके शव को देखा।

शव को पोस्टमॉर्टम के लिए टुलानसिंगो शहर भेज दिया गया। समाचार पत्र 'एल सोल डी हिडालगो' में शनिवार को प्रकाशित खबर के मुताबिक बुजुर्ग ने पुलिस को बताया कि उसकी बहन क्लेमेनटिना मरी नहीं है बल्कि बीमार है।

समाचार पत्र ने कहा कि अपराध जांचकर्ताओं द्वारा परीक्षण करने पर पता चला कि उसकी बहन की आठ महीने पहले स्वाभाविक मृत्यु हुई थी।

malethia
12-09-2011, 10:02 PM
कर्ज से केबीसी तक


विदर्भ की रहने वाली अपर्णा मालिकर को दो साल पहले अपनी जिंदगी पूरी तरह तबाह लग रही थी। विवाह के महज छह साल बाद ही उनके पति ने आत्महत्या कर ली थी। मात्र 25 साल में विधवा हुई अपर्णा पर अपने दो बच्चों के पालन-पोषण का भार तो था ही उन्हें अपने पति द्वारा खेती के लिए लिया गया कर्ज भी चुकाना था। जब वह हर तरफ से हताश हो गई थीं, तभी उन्हें एक टीवी शो में उम्मीद की किरण दिखाई दी।

रिएलिटी शो ' कौन बनेगा करोड़पति ' (केबीसी) ने अपर्णा के मन में आस जगा दी। ऑस्कर विजेता फिल्म ' स्लमडॉग मिलिनेअर ' के जमाल की तरह अपर्णा ने भी खुद को शो के मेजबान (अमिताभ बच्चन) के सामने हॉट सीट पर पाया। शो के इस विशेष हिस्से का प्रसारण सितम्बर के अंतिम सप्ताह में होगा।

यवतमाल जिले के वरा-क्वाथा की 27 वर्षीया अपर्णा ने इस शो के जरिए 640,000 रुपए की राशि जीती और खुद अमिताभ ने भी अपनी ओर से उन्हें 50,000 रुपए दिए। अपर्णा ने बताया, 'मैं यह भी नहीं कह सकती कि यह एक सपने के सच होने जैसा था। मैंने अपनी जिंदगी में ऐसी घटना का सपना कभी नहीं देखा था।'

अपने गांव से शायद ही कभी बाहर निकलने वाली अपर्णा के लिए मुम्बई में तीन दिन बहुत प्रेरणादायक रहे। वह कहती हैं, 'मैं अपने 27 साल के जीवन में कभी मुम्बई नहीं गई थी, न विमान की यात्रा की थी और न ही किसी होटल में ठहरी थी।' उन्होंने कहा, 'जब मैं विमान में थी तो बहुत घबराई हुई थी और उससे भी ज्यादा घबराहट तब हुई जब मैं एक फाइव स्टार होटल में ठहरी।' वैसे जब वह अमिताभ के सामने पहुंची तो उन्हें जरा भी घबराहट नहीं हुई।

स्कूल की पढ़ाई बीच में ही छोड़ चुकीं अपर्णा कहती हैं, 'मुझसे पूछे गए सवाल बहुत कठिन नहीं थे। वास्तव में मैंने जिन सवालों के लिए लाइफलाइंस का इस्तेमाल किया उनके जवाब मुझे पता थे।' उन्होंने कहा कि वह पूरी तरह से अलग वातावरण में थीं, उनके सामने अमिताभ और आसपास एकदम अनजान दर्शक थे। इसलिए वह अपने जवाब भूल गई थीं।

अब लगभग सात लाख रुपए जीतने के बाद वह सबसे पहले अपना 60,000 रुपए का कर्ज चुकाएंगी। सात वर्षीया रोहिणी और तीन वर्षीया समृद्धि की मां अपर्णा अपनी बच्चियों की शिक्षा व परवरिश के लिए कुछ पैसा रखना चाहती हैं। वह कहती हैं, 'मैं खुद के लिए पक्का मकान भी बनाना चाहती हूं क्योंकि अभी मैं जिस घर में रहती हूं वह बहुत कमजोर है और कभी भी ढह सकता है।'


शो में अपर्णा के साथ 18 वर्षीया मंजूषा अम्बरवार भी उन्हें नैतिक सहयोग देने के लिए विशेष अतिथि के रूप में मौजूद थीं। यवतमाल जिले के तालांग-ताल्की गांव की रहने वाली मंजूषा, रामदास अम्बरवर की बेटी हैं। रामदास विदर्भ कृषि संकट का शिकार बने शुरुआती किसानों में से एक थे। उन्होंने 1999 में आत्महत्या कर ली थी। अब मंजूषा नागपुर विश्वविद्यालय से पत्रकारिता की पढ़ाई कर रही हैं।

malethia
12-09-2011, 10:12 PM
अनंत चतुर्दशी पर रविवार रात यहां भ्रष्टाचार के समसामयिक मसले को लेकर निकाली गई झांकी विवादों में घिर गई है। झांकी में योग गुरुबाबा रामदेव को दिल्ली पुलिस के हाथों डंडों से पिटते दिखाया गया था। कांग्रेस का कहना है कि राजनीतिक दबाव में निकाली गई इस झांकी में झूठे तथ्य को पेश किया गया, जिससे एक गलत परंपरा की शुरूआत हो गई है।

शहर कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने कहा, 'बंद पड़ी राजकुमार कपड़ा मिल के श्रमिकों द्वारा निकाली गई इस झांकी में दिखाया गया कि दिल्ली पुलिस के दो जवान बाबा रामदेव को डंडों से पीट रहे हैं और गांधीवादी कार्यकर्ता अन्ना हजारे सलाखों के पीछे बंद हैं।'

सलूजा ने दिल्ली के रामलीला मैदान में रामदेव के अनशन स्थल पर चार जून की आधी रात के बाद हुए घटनाक्रम की पृष्ठभूमि में कहा कि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि राजधानी पुलिस ने योग गुरु की डंडों से पिटाई की थी। लेकिन झांकी में गलत तथ्य के आधार पर काल्पनिक दृश्य को जीवंत किया गया।

abhisays
12-09-2011, 10:54 PM
दिग्विजय सिंह को पागलखाने भेजोः अन्ना


समाजसेवी अन्ना हजारे ने कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह पर पलटवार किया है। अपनी टीम के मेंबर अरविंद केजरीवाल पर दिग्विजय के आरोपों से आहत अन्ना हजारे ने उनको एक बार फिर पागलखाने भेजने की सलाह दी है। अन्ना ने अरविंद केजरीवाल की तारीफ की और कहा कि वह अच्छे इंसान हैं। अन्ना पहले भी कह चुके हैं कि दिग्विजय सिंह को इलाज के लिए यरवदा के मेंटल हॉस्पिटल भेज देना चाहिए।

इससे पहले कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने रविवार को आजमगढ़ में कहा था कि टीम अन्ना के सदस्य अरविंद केजरीवाल ने सरकारी नौकरी के नियमों का उल्लंघन किया था। उन्होंने कहा था कि केजरीवाल ने एनजीओ के जरिए करोड़ों रुपये बनाए। यही नहीं दिग्विजय सिंह ने कहा था इनकम टैक्स की तरफ से केजरीवाल को जो नोटिस भेजा गया है, उसमें कुछ भी गलत नहीं है।

दिग्विजय सिंह ने केजरीवाल पर राजनीति करने का भी आरोप लगाया था। दिग्विजय ने कहा था, ' सरकारी नियम किसी शख्स के लिए इसलिए नहीं बदले जा सकते कि उसने किसी भ्रष्टाचार के खिलाफ किसी आंदोलन में हिस्सा लिया था। '

अपने ऊपर लगे आरोपों का अरविंद केजरीवाल ने भी तीखा जवाब दिया है। उन्होंने कहा है कि सरकार उनपर अनाप-शनाप आरोप लगाना बंद करे। उन्होंने कहा है कि अगर दिग्विजय सिंह सही बोल रहे हैं तो उनपर एफआईआर दर्ज क्यों नहीं करवाते।


अन्ना के करोडो भारतवासियों के दिल की बात कह दी है..

malethia
13-09-2011, 01:00 PM
रथयात्रा पर भाजपा को समर्थन नहीं -अन्ना हजारे


भ्रष्टाचार के खिलाफ बने माहौल को लालकृष्ण आडवाणी की रथयात्रा के जरिए भुनाने में जुटी बीजेपी के मंसूबों पर खुद अन्ना हजारे पानी फेरते दिख रहे हैं। गांधीवादी समाजसेवी अन्ना हजारे ने लालकृष्ण आडवाणी की रथयात्रा को समर्थन देने से इनकार कर दिया है। अन्ना ने कहा कि बीजेपी अगर भ्रष्टाचार मिटाने के लिए गंभीर है, तो पहले वह जन लोकपाल बिल को पास करवाने में मदद करे। साथ ही अन्ना ने सोनिया पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी को इंदिरा जी से राजनीति सीखने की जरूरत है।

बीजेपी भले ही अन्ना हजारे के आंदोलन का समर्थन करती रही हो, लेकिन अन्ना आडवाणी की रथयात्रा को समर्थन देने को तैयार नहीं हैं। करप्शन के मुद्दे पर लोगों में राजनीतिक जागरूकता लाने के मकसद से बीजेपी के नेता लालकृष्ण आडवाणी अगले महीने रथयात्रा पर निकलने वाले हैं। बीजेपी यह उम्मीद लगाए बैठी थी कि अन्ना हजारे समर्थन देंगे, लेकिन मंगलवार को उसे निराशा हाथ लगी।

मंगलवार को रालेगण सिद्धि में एक न्यूज चैनल से बातचीत के दौरान अन्ना ने कहा कि वह बीजेपी की रथयात्रा का समर्थन नहीं करेंगे। उनका कहना था कि अगर बीजेपी वास्तव में करप्शन खत्म करना चाहती है तो पहले अपने शासित राज्यों में लोकायुक्त कानून पास करवाए और संसद में जन लोकपाल बिल को पास करवाने में मदद करे। साथ ही अन्ना ने रथयात्रा के औचित्य पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि जब देश में इतनी बेरोजगारी और गरीबी है तो इस रथयात्रा का मतलब क्या है?

बातचीत के दौरान अन्ना ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी नसीहत दे डाली। उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी को स्वर्गीय इंदिरा गांधी से राजनीति सीखने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जनता के समर्थन के बिना आप सत्ता हासिल नहीं कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि नेताओं के भीतर जब तक सत्ता का अहंकार रहेगा वह देश और गरीबों के हित में काम नहीं कर सकते हैं। उन्होंने नेताओं से राजनीतिक अहंकार त्यागने का आह्वान किया है।

कांग्रेस प्रवक्ता राशिद अल्वी ने सोनिया गांधी के खिलाफ अन्ना हजारे के बयान की कड़ी आलोचना की। अल्वी ने कहा कि सोनिया गांधी गरीबों की सबसे बड़ी हितैषी हैं।

arvind
13-09-2011, 01:02 PM
रथयात्रा पर भाजपा को समर्थन नहीं -अन्ना हजारे


भ्रष्टाचार के खिलाफ बने माहौल को लालकृष्ण आडवाणी की रथयात्रा के जरिए भुनाने में जुटी बीजेपी के मंसूबों पर खुद अन्ना हजारे पानी फेरते दिख रहे हैं। गांधीवादी समाजसेवी अन्ना हजारे ने लालकृष्ण आडवाणी की रथयात्रा को समर्थन देने से इनकार कर दिया है। अन्ना ने कहा कि बीजेपी अगर भ्रष्टाचार मिटाने के लिए गंभीर है, तो पहले वह जन लोकपाल बिल को पास करवाने में मदद करे। साथ ही अन्ना ने सोनिया पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी को इंदिरा जी से राजनीति सीखने की जरूरत है।

बीजेपी भले ही अन्ना हजारे के आंदोलन का समर्थन करती रही हो, लेकिन अन्ना आडवाणी की रथयात्रा को समर्थन देने को तैयार नहीं हैं। करप्शन के मुद्दे पर लोगों में राजनीतिक जागरूकता लाने के मकसद से बीजेपी के नेता लालकृष्ण आडवाणी अगले महीने रथयात्रा पर निकलने वाले हैं। बीजेपी यह उम्मीद लगाए बैठी थी कि अन्ना हजारे समर्थन देंगे, लेकिन मंगलवार को उसे निराशा हाथ लगी।

मंगलवार को रालेगण सिद्धि में एक न्यूज चैनल से बातचीत के दौरान अन्ना ने कहा कि वह बीजेपी की रथयात्रा का समर्थन नहीं करेंगे। उनका कहना था कि अगर बीजेपी वास्तव में करप्शन खत्म करना चाहती है तो पहले अपने शासित राज्यों में लोकायुक्त कानून पास करवाए और संसद में जन लोकपाल बिल को पास करवाने में मदद करे। साथ ही अन्ना ने रथयात्रा के औचित्य पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि जब देश में इतनी बेरोजगारी और गरीबी है तो इस रथयात्रा का मतलब क्या है?

बातचीत के दौरान अन्ना ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी नसीहत दे डाली। उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी को स्वर्गीय इंदिरा गांधी से राजनीति सीखने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जनता के समर्थन के बिना आप सत्ता हासिल नहीं कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि नेताओं के भीतर जब तक सत्ता का अहंकार रहेगा वह देश और गरीबों के हित में काम नहीं कर सकते हैं। उन्होंने नेताओं से राजनीतिक अहंकार त्यागने का आह्वान किया है।

कांग्रेस प्रवक्ता राशिद अल्वी ने सोनिया गांधी के खिलाफ अन्ना हजारे के बयान की कड़ी आलोचना की। अल्वी ने कहा कि सोनिया गांधी गरीबों की सबसे बड़ी हितैषी हैं।
बहती गंगा में हाथ धोना - ये तो शातिर नेताओ की फितरत है।

malethia
13-09-2011, 01:05 PM
20 साल का एक लड़का महीने में दो बार कोलकाता से ट्रेन के जनरल कंपार्टमेंट में मुंबई आता-जाता था। ट्रेन के डिब्बे में अपनी जगह तलाशने के बाद वह अपने 4,000 पान के पत्तों को ताजा रखने का इंतजाम करता था। 30 घंटे के इस सफर के लिए वह कंपार्टमेंट के गंदे टॉयलेट के पास पान के पत्तों का गट्ठर रखता था, ताकि बार-बार पानी डालकर उसे ताजा रखा जा सके। मुंबई से लौटते हुए वह कोलकाता के थोक बाजार में बेचने के लिए खिलौने लाता था। दो बार मुंबई आने-जाने के बाद महीने के अंत में उस लड़के को 200 रुपये का मुनाफा होता था।

इस घटना को तीन दशक बीत चुके हैं। कोलकाता का वह लड़का बड़ा हो चुका है और उसके सपने और भी बड़े। 51 साल के निखिल गांधी आज मर्सिडीज ई सीरीज से घूमते हैं, जो शॉफर ड्रिवेन है। वह मुंबई के पॉश नेपियन सी रोड की एक ऊंची बिल्डिंग में रहते हैं। शहर के रईस लोगों के साथ उनका उठना-बैठना है। दो लिस्टेड कंपनियों में हिस्सेदारी के मुताबिक गांधी की नेटवर्थ कम से कम 2,500 करोड़ रुपये है। इन कंपनियों में पिपावाव डिफेंस एंड ऑफशोर इंजीनियरिंग (पहले पिपावाव शिपयार्ड) और एवरॉन एजुकेशन शामिल हैं।

अगर जेपी मॉर्गन की पीई इकाई को उनकी होल्डिंग कंपनी एसकेआईएल इंफ्रास्ट्रक्चर की हिस्सेदारी बेचने के प्रस्ताव को शामिल किया जाए तो उनकी नेटवर्थ 4 गुना हो जाएगी। गांधी की योजना अगले छह साल में 5 अरब डॉलर निवेश करने की है। इनमें से 1 अरब डॉलर शिपयार्ड एवं डिफेंस कारोबार पर खर्च होंगे। वहीं इंफ्रास्ट्रक्चर एवं शिक्षा कारोबार में 2-2 अरब डॉलर का निवेश किया जाएगा। भारतीय और वैश्विक निवेशक गांधी की इस महत्वाकांक्षा के कायल हैं। एसकेआईएल ने जेपी मार्गन की पीई इकाई के साथ 40 करोड़ डॉलर में 18 फीसदी हिस्सेदारी बेचने का समझौता किया है। यह गैर-बाध्यकारी समझौता है। इस हिसाब से एसकेआईएल का वैल्यूएशन 2.2 अरब डॉलर होता है। इसमें एआईजी की हिस्सेदारी 7 फीसदी, हार्वर्ड बिजनेस स्कूल (एचबीएस) के डीन नितिन नोहरिया और एचबीएस के एक सीनियर फेलो मार्क मेलेट्ज की सामूहिक हिस्सेदारी 3 फीसदी है।

दिग्गज निवेशक राकेश झुनझुनवाला ने पिपावाव डिफेंस में अल्पमत हिस्सेदारी ली है। मेलेट्ज कहते हैं, 'मैं आंत्रप्रेन्योरियल लीडरशिप की पहचान करने में काफी अच्छा हूं। मैं गांधी की क्षमता से काफी प्रभावित हुआ हूं और इसीलिए मैंने उनकी होल्डिंग कंपनी में निवेश किया है।' मेलेट्ज पिछले छह साल से गांधी को जानते हैं। हालांकि, दौलत और खुशी के बीच संकट की काली छाया भी छिपी है। पिछले पखवाड़े ही गांधी को एक झटका लगा। दरअसल, 15 दिन पहले एवरॉन के संस्थापक को आयकर अधिकारी को घूस देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। 21 फीसदी हिस्सेदारी के साथ गांधी एवरॉन में के दूसरे सबसे बड़े हिस्सेदार हैं। हालांकि, इस घोटाले में गांधी की कोई भूमिका नहीं थी, लेकिन इस घटना से एवरॉन और उसके निवेशकों को नुकसान जरूर उठाना पड़ा है।

गांधी ने कहा कि वह इस एजुकेशन फर्म में निवेश करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। गांधी को पहले शेयर बाजार रेग्युलेटर सेबी और स्टॉक एक्सचेंजों के गुस्से का भी शिकार होना पड़ा है। गांधी की कंपनी होराइजन इंफ्रास्ट्रक्चर में ट्रेडिंग पर नैशनल स्टॉक एक्सचेंज ने करीब आठ साल तक रोक लगा दी थी। लिस्टिंग एग्रीमेंट का पालन नहीं करने के चलते 2000 से यह पाबंदी लगाई गई थी। सितंबर 2008 में सेबी ने केएलजी कैपिटल सर्विसेज के महत्वपूर्ण अधिकारियों पर इनसाइडर ट्रेडिंग का आरोप लगाया था। रेगुलेटर ने उन पर शेयरों की खरीद-फरोख्त की पाबंदी लगाई थी। इस कंपनी के मालिक भी गांधी ही थे। लिस्टिंग एग्रीमेंट का पालन नहीं होने के लिए गांधी होराइजन के पूर्व प्रमोटर को जिम्मेदार ठहराते हैं, जिनसे उन्होंने यह कंपनी खरीदी थी। हालांकि वह मानते हैं कि इसमें उनकी भी गलती थी। इनसाइडर ट्रेडिंग के आरोपों को वह खारिज करते हैं। इसके खिलाफ उन्होंने इस मामले में सिक्योरिटीज एपेलेट ट्राइब्लूनल में सेबी को चुनौती दी थी, जहां उन्हें जीत मिली।

malethia
13-09-2011, 01:10 PM
राखी का प्रपोजल खारिज किया

योग गुरु बाबा रामदेव ने आइटम गर्ल राखी सावंत के शादी के प्रपोजल को खारिज करते हुए उन्हें नसीहत दे डाली। एक टीवी रिऐलिटी शो में पहुंचे बाबा ने कहा कि अगर आप किसी से प्यार करते हैं तो उसका नाम अपनी जुबां पर नहीं लाते।

आपको याद होगा कि जब राखी अपने शो के सिलसिले में पिछले दिनों दिल्ली में आई थीं, तब उन्होंने कहा था कि वह रामदेव को पसंद करती हैं और उनसे शादी करना चाहती हैं।

बहुत दिनों से रामदेव इस मामले में कुछ कह नहीं रहे थे। लेकिन रामदेव जब एक शो में पहुंचे तो वह इस सवाल से बच नहीं सके। स्वामी रामदेव ने यह भी कहा कि मुझे लगता है कि किसी भी शो को प्रमोट करने के लिए किसी संत को टारगेट नहीं करना चाहिए। मुझे कई लोग प्यार करते हैं और मुझे सबसे ज्यादा प्यार करने वाली जनता है।

अब देखना होगा कि स्वामी जी की इस प्रतिक्रिया का जवाब राखी कैसे देती हैं। क्या एक और प्रेस कॉंफ्रेंस के जरिए या फिर सीधे हरिद्वार जाकर।

malethia
13-09-2011, 05:48 PM
कभी खत्म नहीं होगा, मासूम आकाश का इंतजार




आज भी अनीता को सपने में रह-रह कर कहीं से अजय के आने का आभास होता है। बकौल अनीता,' जब रात को सोने जाती हूं तो आंखों से नींद कोसो दूर चली जाती है। रह-रह कर अजय की यादें नींद को भगा ले जाती हैं। ऐसे में कभी ये नहीं लगता की अजय हमसे दूर चला गया।

मुंबई ब्लास्ट की भेंट चढ़ चुके अजय वर्मा की पत्नी हैं अनीता वर्मा। 13 जुलाई के मनहूस दिन को याद करते हुए वो कहती हैं, इसी साल फरवरी में बस्ती, यूपी से मुंबई आए थे और 21 जुलाई को वापस घर जाने वाले थे। इसी बीच 13 जुलाई को ईश्वर ने मुझसे मेरा सुहाग छिन लिया।

अब तो बस दो साल के मासूम बेटे आकाश जो उनकी इकौलती संतान है, में अजय की छवि देखती हूं। बीए तक पढ़ी-लिखी अनीता एनबीटी से इतना कहते ही फफक-फफक कर रो पड़ी। उनको सांत्वना दे रही अजय की मां शांति देवी, अजय के बड़े भाई विजय वर्मा, छोटे भाई भोलाराम वर्मा और अन्य पड़ोसियों की आंखों से निकले आंसू भी माहौल को गमगीन कर दिया। घर के बड़े तो इस सच्चाई को स्वीकार कर चुके हैं कि जो एक बार जाता है वह वापस लौटकर नहीं आता पर आकाश को अभी भी अपने पापा के आने का इंतजार है।

arvind
13-09-2011, 06:23 PM
राखी का प्रपोजल खारिज किया

योग गुरु बाबा रामदेव ने आइटम गर्ल राखी सावंत के शादी के प्रपोजल को खारिज करते हुए उन्हें नसीहत दे डाली। एक टीवी रिऐलिटी शो में पहुंचे बाबा ने कहा कि अगर आप किसी से प्यार करते हैं तो उसका नाम अपनी जुबां पर नहीं लाते।

आपको याद होगा कि जब राखी अपने शो के सिलसिले में पिछले दिनों दिल्ली में आई थीं, तब उन्होंने कहा था कि वह रामदेव को पसंद करती हैं और उनसे शादी करना चाहती हैं।

बहुत दिनों से रामदेव इस मामले में कुछ कह नहीं रहे थे। लेकिन रामदेव जब एक शो में पहुंचे तो वह इस सवाल से बच नहीं सके। स्वामी रामदेव ने यह भी कहा कि मुझे लगता है कि किसी भी शो को प्रमोट करने के लिए किसी संत को टारगेट नहीं करना चाहिए। मुझे कई लोग प्यार करते हैं और मुझे सबसे ज्यादा प्यार करने वाली जनता है।

अब देखना होगा कि स्वामी जी की इस प्रतिक्रिया का जवाब राखी कैसे देती हैं। क्या एक और प्रेस कॉंफ्रेंस के जरिए या फिर सीधे हरिद्वार जाकर।
फोरम के कूवारों के लिए सुनहरा अवसर है, जल्दी कीजिये - कही मौका हाथ से निकाल न जाये।

malethia
13-09-2011, 06:44 PM
शांति , सौहार्द और एकता के लिए तीन दिन का उपवास करेंगे नरेंद्र मोदी

2002 के गुजरात दंगों पर सुप्रीम कोर्ट के अहम फैसले के बाद गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहली बार अपनी खुली प्रतिक्रिया जाहिर की है।

उन्होंने गुजरात की जनता के नाम तीन पेज का एक खुला पत्र लिखा है। इसमें मोदी ने 2002 के दंगों के लिए उनकी आलोचना करने वालों पर बरसते हुए ऐलान किया कि वह अपने राज्य में शांति , सौहार्द और एकता के लिए तीन दिन का उपवास करेंगे।

मोदी ने नागरिकों के नाम मंगवार को जारी पत्र में कहा , ' सुप्रीम कोर्ट के फैसले से एक बात साफ है। 2002 के दंगों के बाद से आधारहीन और असत्य आरोपों के आधार पर मेरे और मेरी सरकार के खिलाफ जो अस्वस्थ वातावरण बनाया गया , उसका अंत हो गया है। पिछले दस सालों से , मुझे और गुजरात राज्य को बदनाम करना फैशन बन गया था। '

उन्होंने कहा कि उन्हें बदनाम करने वाले लोग गुजरात में किसी भी विकास को बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं और ऐसे लोगों ने राज्य को बदनाम करने में कोई भी कोर कसर बाकी नहीं छोड़ी। मोदी ने कहा कि राज्य में सामाजिक सौहार्द और भाईचारा बढ़ाने की अपनी जिम्मेदारी के तहत वह ' सद्भावना मिशन ' शुरू करने जा रहे हैं।

उन्होंने कहा , ' इस सद्भावना मिशन के तहत , मैंने फैसला किया है कि मैं शनिवार 17 सितंबर से तीन दिवसीय उपवास करूंगा। मेरा उपवास 19 सितंबर को खत्म होगा। मैं मन से महसूस करता हूं कि इस उपवास से गुजरात में शांति , एकता और सौहार्द का वातावरण और मजबूत होगा।

malethia
13-09-2011, 06:47 PM
आओ देखें क्या है मोदी ने गुजरात की जनता को


भाइयों एवं बहनों, सादर प्रणाम !
कल, देश के सर्वोच्च न्यायालय ने, 2002 के गुजरात के सांप्रदायिक दंगो के संदर्भ में एक महत्त्वपूर्ण फैसला दिया है। देश में सभी लोग अपने-अपने अनुसार, इस फैसले का अर्थघटन कर रहे हैं। राजनैतिक विश्लेषकों के लिए इस फैसले का अलग अर्थ है, तो कानून विशेषज्ञों के लिए अलग।

सबका अपना-अपना दृष्टिकोण है। सर्वोच्च न्यायालय के फैसले से एक बात स्पष्ट हुई है। सन 2002 के बाद व्यक्तिगत रुप से मेरे ऊपर और गुजरात सरकार के ऊपर तरह-तरह के, मनगढंत झूठे आरोप लगते रहे है।

उन सभी झूठे आरोपों के कारण जो कलुषित वातावरण था, उसका अंत आया है। लगभग 10 वर्षों से गुजरात को एवं मुझे बदनाम करने का फैशन सा हो गया था। गुजरात के विकास की बात अथवा प्रगतिशीलता को सहन ना कर पाने वाले लोग गुजरात को बदनाम करने का एक भी अवसर जाने नहीं देते थे।

ऐसे तत्त्व सर्वोच्च न्यायालय के इस फैसले के बाद भी गुजरात को बदनाम करना बंद करेंगे, यह अभी भी कह पाना कठिन है। परंतु इस फैसले से एक बात तो तय हो गयी है - कि झूठ फैलाने वाले और गुजरात को बदनाम करने वाले तत्त्वों पर अब देश की जनता विश्वास नहीं करेगी। सन् 2002 के बाद भी गलत प्रचार, झूठे आरोपों एवं झूठे षडयंत्रो के बावजूद गुजरात ने पूर्ण शांति एवं सद्भावना के साथ विकास के पथ पर पूरी गति के साथ आगे बढऩे में कोई कसर नहीं छोड़ी है। ‘ ६ करोड़ गुजराती ’ - यह मात्र शब्द नहीं परंतु एकता एवं पुरुषार्थ का मंत्र बन गया है। गुजरात के प्रत्येक नागरिक ने शांति-सद्भाव एवं विकास को अपनाया है। भूतकाल में पहले कभी इतना सौहार्द पूर्ण वातावरण गुजरात ने अनुभव नहीं किया, जितना पिछले 10 वर्षो में अनुभव कर रहा है। और गुजरात विकास के इसी पथ पर आगे बढऩा चाहता है। गुजराती में एक बहुत प्रचलित कहावत है ‘‘ वैर से वैर नहीं जीता जाता ’’ यानि वैमनुष्यता से वैमनुष्यता का अंत नहीं होता। एकता एवं सद्भावना ही अपने देश की सच्ची शक्ति है। विविधता में एकता यही भारत की विशेषता रही है। सामाजिक जीवन में विविधता में एकता को और मजबूत बनाना पड़ेगा । शांति एवं सद्भावना के पथ पर गुजरात के विकास की गाड़ी गति पूर्वक आगे बढ़ रही है। गुजरात और मजबूती के साथ आगे बढ़े, यह हम सबकी जिम्मेदारी है। नकारात्मकता को पीछे छोडक़र, सकारात्मकता के मार्ग पर आगे बढऩे का यह उत्तम अवसर हमें मिला है। आइये हम सब साथ मिलकर गुजरात की गरिमा के लिये कुछ न कुछ योगदान दें। । इस जिम्मेदारी के साथ समाज की एकता और भी मजबूत बने, भाई-चारा बढ़े इस शुभआशय से ‘‘ सद्भावना - मिशन ’’ का एक कार्यक्रम प्रारंभ करने की मेरी अभिलाषा है। इसकी विनम्र अभिव्यक्ति मैं आपके समक्ष इस पत्र के माध्यम से कर रहा हूँ। 17 सितम्बर, शनिवार से ‘ सद्भावना मिशन ’ कार्यक्रम के अंतर्गत 3 दिन का उपवास करने का निर्णय मैंने किया है। 19 सितम्बर को ‘ सद्भावना मिशन ’ अन्तर्गत 3 दिन के मेरे उपवास पूर्ण होंगे । मुझे अन्त: करण से श्रद्धा है, कि ‘ सद्भावना मिशन ’ के स्वरूप में मेरे इस अनशन से गुजरात की शांति, एकता एवं सौहार्द पूर्ण वातावरण को एक नयी शक्ति मिलेगी। ‘ सद्भावना मिशन ’ का मेरा कार्यक्रम सम्पूर्ण रूप से देश-भक्ति एवं समाज-भक्ति को समर्पित रहेगा। शांति, एकता एवं सद्भावना की शक्ति से गुजरात और भी अधिक विकास की नई ऊंचाइयों को प्राप्त करेगा, ऐसा हमारा प्रयास है। और इसके साथ भारत की प्रगति एवं उन्नति के लिये गुजरात अपना महत्त्वपूर्ण योगदान दे... यही मेरी अन्र्तअभिलाषा है।
आपकी सेवा में समर्पित, - नरेन्द्र मोदी

abhisays
13-09-2011, 07:36 PM
नरेन्द्र मोदी जी भारत के कुछ गिने चुने इमानदार नेताओ में से एक हैं. भले ही इनका नाम गोधरा काण्ड में आया, लेकिन इन्होने गुजरात के लिए काफी अच्छा काम kiya है.

khabrilal
13-09-2011, 11:16 PM
आडवाणी की रथयात्रा को समर्थन नहीं देंगे अन्ना


रालेगण सिद्धि। सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने भ्रष्टाचार के खिलाफ भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की यात्रा को 'दिखावा' करार देते हुए मंगलवार को कहा कि वह तब तक भाजपा का समर्थन नहीं करेंगे जब तक कि वह संसद में जन लोकपाल विधेयक का समर्थन नहीं करती और उसकी सरकारें राज्यों में लोकायुक्तों की नियुक्ति के लिए कानून नहीं बनातीं। मजबूत लोकपाल विधेयक की मांग को लेकर पिछले महीने 12 दिनों तक नई दिल्ली में अनशन पर बैठे हजारे ने कांग्रेस और संप्रग सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस के भीतर अनेक लोग मानते हैं कि वह प्रधानमंत्री हैं। उन्होंने यहां टेलीविजन चैनलों से कहा, 'अगर भ्रष्टाचार के मुद्दे पर आडवाणी गंभीर हैं तो यात्रा करने की बजाय उन्हें भाजपा शासित सभी राज्यों से लोकायुक्त की नियुक्ति के लिए कानून बनाने को कहना चाहिए। यह दिखावा है।' हजारे ने कहा, 'बिल्कुल नहीं। अगर भाजपा कहती है कि वह अन्ना का समर्थन करती है तो उसे अपने राज्यों में लोकायुक्त विधेयक लाना चाहिए। पहले लोकायुक्त विधेयक लाएं और तब समर्थन मांगें।'
हजारे से पूछा गया था कि क्या वह किसी राजनैतिक यात्रा और खासतौर पर आडवाणी द्वारा जल्द निकाली जाने वाली यात्रा में शामिल होंगे। हजारे ने कहा कि वह और उनकी टीम भाजपा का तभी समर्थन करेगी जब पार्टी शासित राज्य लोकायुक्त की नियुक्ति के लिए कानून बनाएंगे और संसद में पूरी तरह जन लोकपाल विधेयक का समर्थन करेंगे। वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी, गृह मंत्री पी चिदंबरम और मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल की आलोचना करते हुए हजारे ने कहा कि 'वे प्रधानमंत्री की तरह बर्ताव कर रहे थे।' ये तीनों मंत्री लोकपाल विधेयक का मसौदा तैयार करने के लिए गठित की गई संयुक्त समिति के सदस्य थे। तीनों मंत्रियों के बारे में पूछे गए विशेष सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, 'हर कोई जानता है कि वे प्रधानमंत्री की तरह व्यवहार कर रहे थे। आप क्यों चाहते हैं कि इसे मैं बोलूं।' हजारे ने कहा कि वह ईमानदार लोगों वाले गैर भाजपाई और गैर कांग्रेसी दलों के मोर्चे का समर्थन करेंगे लेकिन उनका नेतृत्व नहीं करेंगे। गांधीवादी ने कहा, 'मैं उनका समर्थन करूंगा लेकिन उनका नेतृत्व नहीं करूंगा। क्योंकि देश को मजबूत बनाने का वही एकमात्र समाधान है। सभी पार्टियों के अच्छे लोग एकसाथ आ सकते हैं और मैं देश की जनता से उनका समर्थन करने को कहूंगा।' हांलाकि हजारे गुजरात में पिछले सात वर्षों से लोकायुक्त के नहीं होने के बारे में पूछे गए सवाल को टाल गए। उनसे पूछा गया था कि गुजरात में लोकायुक्त की नियुक्ति नहीं होने के खिलाफ उन्होंने क्यों आवाज नहीं उठाई। उन्होंने कहा, 'सिर्फ नरेंद्र मोदी ही क्यों। हमें पूरे देश के बारे में सोचना चाहिए। हर राज्य में लोकायुक्त होना चाहिए।' अपने रुख में थोड़ी नरमी लाते हुए हजारे ने कहा कि वह भ्रष्ट लोगों को मौत की सजा देने पर जोर नहीं देंगे क्योंकि यह गांधीवादी सिद्धांतों के खिलाफ है। उन्हें आजीवन जेल में डाल दिया जाना चाहिए। उन्होंने माना कि उन्होंने अपने विचार लोगों के यह कहने के बाद बदल दिए कि उनकी मांग गांधीवादी प्रकृति के अनुसार नहीं होगी। गत 16 अगस्त को अपनी गिरफ्तारी के पीछे चिदंबरम का दिमाग होने का आरोप लगाते हुए हजारे ने कहा, 'सरकार मेरे साथ रामदेव जैसा सलूक करना चाहती थी। उसने मुझे तिहाड़ जेल से महाराष्ट्र में मूला बांध पर भेजने के लिए एक विमान तैयार रखा था। लेकिन चिदंबरम की रणनीति सरकार पर उल्टी पड़ गई।' उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह अच्छे व्यक्ति हैं लेकिन प्रभावहीन हैं क्योंकि वरिष्ठ मंत्री उन्हें रिमोट कंट्रोल से चला रहे हैं।

khabrilal
13-09-2011, 11:18 PM
भारत के साथ परमाणु करार अधूरा

वाशिंगटन। पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज बुश के शासनकाल में भारत के साथ हुए परमाणु करार को अमेरिका उतनी अच्छी तरह नहीं निपटा पाया, जितनी अच्छी तरह निपटाना चाहिए था। रिपब्लिकन पार्टी के एक प्रमुख सांसद ने 2008 में हुए विवादास्पद परमाणु करार के करीब तीन साल बाद यह बयान देकर फिर से विवाद पैदा कर दिया है।
उल्लेखनीय है कि परमाणु करार को लेकर भारत की विपक्षी पार्टियों में काफी असंतोष था। करार के बाद जॉर्ज बुश ने बयान दिया था कि अमेरिका भारत को परमाणु ईधन की निर्बाध आपूर्ति के लिए बाध्य नहीं है। बुश का यह बयान उनके भारत को दिए गए भरोसे के ठीक उलट था। उस वक्त भारत में विपक्षी पार्टियों ने इस मसले पर सरकार से स्पष्टीकरण मांगते हुए करार के सभी बिंदुओं को स्पष्ट करने की मांग की थी।
अमेरिकी कांग्रेस की हाउस आ*र्म्ड सर्विसेज कमेटी के सदस्य एडम स्मिथ ने कहा, 'हम जिस परमाणु समझौते तक पहुंचे थे, उसकी कई प्रकार से आलोचना हुई थी। इससे हमने कई महत्वपूर्ण चीजों को खोया था, इसमें भारत के साथ संबंध भी शामिल हैं।'
उनका कहना है, मुझे नहीं लगता कि हम भारत के साथ परमाणु करार का ठीक से संचालन कर पाए। भारत के साथ संबंधों को कायम रखने और इसे मजबूत बनाने के लिए हमें बढि़या तरीके से काम करना होगा।
एक प्रश्न के जवाब में स्मिथ ने कहा कि आने वाले समय में भारत दक्षिण एशिया के साथ ही वैश्विक समुदाय में बड़ी शक्ति बनने जा रहा है। मुझे लगता है कि हम भारत के साथ संबंधों को लेकर उतने प्रयास नहीं कर पा रहे हैं जितने हमें करने चाहिए।

khabrilal
13-09-2011, 11:19 PM
टीम इंडिया की गैरमौजूदगी पर विवाद

लंदन। इंग्लैंड के निराशाजनक दौरे के बीच भारतीय क्रिकेट टीम के आईसीसी के वार्षिक पुरस्कारों से नदारद रहने से विवाद खड़ा हो गया है। कई शीर्ष खिलाड़ियों के नामित होने के बावजूद भारतीय खिलाड़ियों ने इस पुरस्कार समारोह में शिरकत नहीं की।
भारतीय टीम ने दावा किया कि समारोह का निमंत्रण देर से आया लेकिन आईसीसी ने जोर देकर कहा कि बीसीसीआई और मेहमान टीम को काफी पहले ही सूचना दे दी गई थी। भारत को इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में 0-4 से शिकस्त झेलनी पड़ी जबकि वनडे सीरीज में भी वह 0-2 से पीछे चल रही है। टीम हालांकि कल रात समारोह की मेजबानी करने वाले स्थल के समीप ही ठहरी है। भारतीय टीम मैनेजर शिवलाल यादव ने असमर्थता जताते हुए कहा कि आईसीसी कम्यूनिकेशन मैनेजर ने उन्हें दोपहर 12 बजे सूचित किया और तब तक खिलाड़ी लंदन में अपना आखिरी दिन होने के कारण खरीददारी और घूमने के लिए जा चुके थे।
आईसीसी ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि इस संबंध में ई-मेल बीसीसीआई को 26 अगस्त को ही भेज दिया गया था। आईसीसी के संचार प्रभारी कोलिन गिब्सन ने कहा, 'भारतीय टीम प्रबंधन को रात को हुए समारोह के लिए आमंत्रित किया गया था और कुछ हफ्ते पहले उन्हें निमंत्रण भेजा गया था।' उन्होंने कहा, 'जिन्हें पुरस्कारों के लिए नामित किया गया उन्हें 26 अगस्त से ही जानकारी थी जब कैंटरबरी में नामांकित खिलाड़ियों की घोषणा की गई।' आईसीसी के सूत्रों ने कहा कि बीसीसीआई को समारोह की जानकारी थी और वह भारतीय टीम के इसमें हिस्सा लेने को लेकर भी राजी था।
आईसीसी के प्रवक्ता ने कहा, 'अगर ऐसा नहीं होता तो भारतीय टीम आज ही कार्डिफ [अंतिम वनडे का मेजबान] रवाना हो चुकी होती और सोमवार को लंदन में नहीं रुकती।' उन्होंने कहा, 'उनके कार्यक्रम में सोमवार को लंदन में रुकना शामिल था जो यह पुष्टि करता है कि उन्हें इसकी जानकारी थी। मुझे नहीं पता कि टीम को इसमें हिस्सा लेने की सलाह दी गई या नहीं। उन्हें कुछ हफ्ते पहले अगस्त के अंत में निमंत्रण भेजा गया। पूरी टीम को 26 अगस्त को आमंत्रित किया गया।'
समारोह में हिस्सा लेने वाले बीसीसीआई के सीनियर अधिकारी राजीव शुक्ला ने कहा कि उन्हें नहीं पता था कि भारतीय टीम समारोह के लिए नहीं आ रही। शुक्ला ने कहा, 'मुझे लगा कि जिन्हें नामांकित किया गया है वे समारोह में हिस्सा लेंगे।' उन्होंने कहा, 'यह खिलाड़ियों का विशेषाधिकार है कि वह समारोह में हिस्सा लें या नहीं।'

khalid
13-09-2011, 11:28 PM
बहुत उपयोगी सुत्र हैँ ........

malethia
14-09-2011, 05:38 PM
अमेरिका ने बांधे नरेंद्र मोदी की तारीफों के पुल



कभी अमेरिका ने गुजरात के सीएम नरेंद्र मोदी को अपने यहां आने के लिए वीजा नहीं दिया था (2002 के गुजरात दंगों के बाद) , पर आज वही अमेरिका मोदी के गुण गा रहा है। अमेरिकी कांग्रेस ने 94 पन्नों की एक रिपोर्ट में मोदी की तारीफों के पुल बांध दिए हैं। अमेरिकी कांग्रेस ने अपनी ताजा रिपोर्ट में कहा है कि नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री पद के मजबूत दावेदार हैं। उनके समय में गुजरात ने विकास का एक नया उदाहरण पेश किया बिहार सीएम नीतीश कुमार की भी तारीफ की गई है।

पीएम पद के मोदी और राहुल में सीधी टक्कर
अमेरिकी कांग्रेस की इस रिपोर्ट में कहा गया है कि 2014 के आम चुनाव से पहले भारत में प्रधानमंत्री पद के संभावित उम्मीदवारों को लेकर बहस जोर पकड़ रही है। लोकसभा चुनाव में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बीच सीधा मुकाबला हो सकता है

इस नई रिपोर्ट में मोदी को 2014 में बीजेपी का मजबूत उम्मीदवार बताया है। साथ ही इस पद के लिए कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी की संभावनाओं पर चर्चा की गई है। एक सितंबर की तारीख वाली इस रिपोर्ट में कहा गया है , '2009 चुनाव में युवा गांधी को उभरते हुए नेता के रूप में देखा गया और कई उन्हें 2014 में होने वाले चुनावों के लिए कांग्रेस की ओर से प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार मानते हैं। '

मोदी के प्रशासन की तारीफ
रिपोर्ट में इस बात का खास तौर पर उल्लेख किया गया है कि पूरे देश की 5 प्रतिशत जनसंख्या के साथ गुजरात पूरे देश के निर्यात में 5वें हिस्से का योगदान करता है। इसी के साथ गुजरात ने जनरल मोटर्स और मितशुबिशी जैसे बड़े अंतरराष्ट्रीय निवेशकों को आकर्षित किया है और इसकी वजह मोदी के नेतृत्व में लालफीताशाही पर अच्छे नियंत्रण को माना गया है।

अमेरिकन कांग्रेस ने गुजरात को भारत में विकास की दिशा में तेजी से बढ़ता हुआ राज्य बताया है और इसके लिए मोदी नेतृत्व वाले प्रभावी शासन को जिम्मेदार बताया है। रिपोर्ट का यह भी कहना है कि गुजरात दंगों के बाद विवादित मुख्यमंत्री मोदी ने अपने शासन काल में सड़क और ऊर्जा जैसे इन्फ्रास्ट्रक्चर सेक्टरों में भारी निवेश को आकर्षित करके राज्य की विकास दर को हाल के सालों में 11 प्रतिशत तक पहुंचा दिया है।

रिपोर्ट में नीतीश की भी तारीफ
मोदी ही नहीं , इस रिपोर्ट में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की भी तारीफ की गई है। नीतीश कुमार के बारे में कहा गया है कि उन्होंने जातिगत राजनीति से ऊपर उठ कर राज्य में कानून व्यवस्था व शिक्षा के क्षेत्र में प्रभावी सुधार किए। उनके शासन को भी गुड गवर्नेंस का उदाहरण बताया गया है। रिपोर्ट में यूपी की मुख्यमंत्री मायावती और पं. बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का भी उल्लेख है।

malethia
14-09-2011, 08:12 PM
टीवी शो में बाबा रामदेव ने राखी सावंत को उनके बारे में ' ओछी बातें ' न कहने की नसीहत क्या दी , कि राखी उन पर और फिदा हो गई हैं। राखी के मुताबिक बाबा रामदेव ने ' ओछी बात ' कह कर एक तरह से प्यार का इजहार कर दिया है।

स्वामी रामदेव की वर्जिनिटी भंग कर दूंगी
उन्होंने कहा , ' मैं स्वामी रामदेव को अपने साथ बिग बॉस के घर में आने का चैलेंज देती हूं। मेनका बनकर मैं उनकी तपस्या भंग कर दूंगी। मुझे पूरा विश्वास है कि बाबा मेरी अदाओं से अपनी वर्जिनिटी खो देंगे। ' राखी ने कहा कि मेरी ख्वाहिश है कि कलर्स चैनल बिग बॉस -5 में बाबा रामदेव के साथ वाइल्ड कार्ड ऐंट्री दे। फिर मैं उन्हें अपनी क्षमताएं दिखा दूंगी।

दिल गधी पर आया तो परी क्या चीज
राखी ने कहा कि मुझसे कई लोगों ने कहा कि उन्हें रामदेव बदसूरत लगते हैं। लेकिन दिल लगा गधी से तो परी क्या चीज है। मैं इसके बावजूद उनसे प्यार करती हूं। आखिर वह करप्शन से लड़ रहे हैं और मैंने अपना वेट उनके योग की बदौलत ही कम किया है। स्वामी रामदेव को गर्व होना चाहिए कि एक हॉट आइटम गर्ल उनके इश्क में दीवानी है।

रामदेव की दाढ़ी मुंडवा दूंगी
स्वामी रामदेव के लिए राखी के पास कई तरह के प्लान हैं। राखी ने कहा कि उन्हें बाबा रामदेव की दाढ़ी पसंद नहीं है। मैं देखना चाहती हूं कि वह दाढ़ी के बगैर कैसे दिखते हैं। एक दिन मैं उनकी दाढ़ी मुड़वा दूंगी।

abhisays
14-09-2011, 10:15 PM
यह राखी सावंत सस्ती publicity के लिए कुछ भी कर सकती है..

टीवी शो में बाबा रामदेव ने राखी सावंत को उनके बारे में ' ओछी बातें ' न कहने की नसीहत क्या दी , कि राखी उन पर और फिदा हो गई हैं। राखी के मुताबिक बाबा रामदेव ने ' ओछी बात ' कह कर एक तरह से प्यार का इजहार कर दिया है।

स्वामी रामदेव की वर्जिनिटी भंग कर दूंगी
उन्होंने कहा , ' मैं स्वामी रामदेव को अपने साथ बिग बॉस के घर में आने का चैलेंज देती हूं। मेनका बनकर मैं उनकी तपस्या भंग कर दूंगी। मुझे पूरा विश्वास है कि बाबा मेरी अदाओं से अपनी वर्जिनिटी खो देंगे। ' राखी ने कहा कि मेरी ख्वाहिश है कि कलर्स चैनल बिग बॉस -5 में बाबा रामदेव के साथ वाइल्ड कार्ड ऐंट्री दे। फिर मैं उन्हें अपनी क्षमताएं दिखा दूंगी।

दिल गधी पर आया तो परी क्या चीज
राखी ने कहा कि मुझसे कई लोगों ने कहा कि उन्हें रामदेव बदसूरत लगते हैं। लेकिन दिल लगा गधी से तो परी क्या चीज है। मैं इसके बावजूद उनसे प्यार करती हूं। आखिर वह करप्शन से लड़ रहे हैं और मैंने अपना वेट उनके योग की बदौलत ही कम किया है। स्वामी रामदेव को गर्व होना चाहिए कि एक हॉट आइटम गर्ल उनके इश्क में दीवानी है।

रामदेव की दाढ़ी मुंडवा दूंगी
स्वामी रामदेव के लिए राखी के पास कई तरह के प्लान हैं। राखी ने कहा कि उन्हें बाबा रामदेव की दाढ़ी पसंद नहीं है। मैं देखना चाहती हूं कि वह दाढ़ी के बगैर कैसे दिखते हैं। एक दिन मैं उनकी दाढ़ी मुड़वा दूंगी।

malethia
14-09-2011, 11:00 PM
यह राखी सावंत सस्ती publicity के लिए कुछ भी कर सकती है..
इसीलिए तो हिंदुस्तान की सबसे बड़ी नौटंकी बाज़ का अवार्ड इसके नाम है ....:giggle::giggle:

malethia
15-09-2011, 11:50 PM
मूर्ख और भयावह थीं इंदिरा गांधीः जैकलिन कैनेडी



एक नई पुस्तक में दावा किया गया है कि अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी और उनकी पत्नी जैकलिन को पंडित जवाहरलाल नेहरू और उनकी बेटी इंदिरा गांधी से मिलकर खास खुशी नहीं हुई थी। इंदिरा तो जैकलिन को बिल्कुल नापसंद थीं। उन्होंने इंदिरा को मूर्ख और भयावह तक कहा है।

नेहरू नवंबर, 1961 में जब अमेरिका गए थे तब कैनेडी ने उसे किसी 'राष्ट्राध्यक्ष की सबसे बुरी यात्रा' कहा था। बाद में बतौर प्रधानमंत्री पंडित नेहरू के अंतिम दिनों के संदर्भ में उन्होंने टिप्पणी की थी यह ऐसा ही है 'जैसे कोई नगर उपदेशक वेश्यालय में पकड़ा गया हो।'

कैनेडी को नेहरू की संगति नहीं सुहाती थी और उनकी पत्नी प्रधानमंत्री की बेटी इंदिरा गांधी से नफरत करती थीं। हालांकि इस प्रथम दंपती को भारत में तत्कालीन राजदूत जॉन कीनेथ गालब्रीयथ द्वारा भेजे गए राजनयिक संदेशों में विशेष दिलचस्पी थी, क्योंकि वे उसे साहित्य का बढि़या नमूना मानते थे।

हाल की नई पुस्तक 'जैकलिन कैनेडीः हिस्टॉरिक कनवरसेशन ऑन लाइफ विद जॉन एफ कैनेडी' में अमेरिकी राष्ट्रपति के हवाले से कहा गया है कि वह सत्ता में नेहरू के अंतिम दिनों के बारे में कहा करते थे कि यह ऐसा ही है 'जैसे कोई नगर उपदेशक वेश्यालय में पकड़ा गया हो।' सन 1964 में जैकलिन कैनेडी से लिए गए साक्षात्कार पर आधारित यह पुस्तक आमेजन, बारनेस और नोबेल्स में बेस्ट सेलर है।

1961 में नेहरू की अमेरिका यात्रा पर इस पुस्तक में दावा किया गया है कि तब यह फैसला किया गया कि भोजन कक्ष में पुरुष भोजन करेंगे और जैकी, इंदिरा और अन्य महिलाएं बैठक वाले कक्ष में खाना खाएंगी। इस यात्रा के दौरान नेहरू के साथ इंदिरा भी गई थीं।

पुस्तक के अनुसार जैकी ने कहा, 'वाकई, उसे (इंदिरा को) यह पसंद नहीं आया। वह पुरुषों के साथ रहना चाहती थी। और वह वास्तव में अवांछित, भयानक और महत्वकांक्षी महिला थी। वह हमेशा ऐसे लगती थी मानो नीबू चूस रही हो।'

कैनेडी की पत्नी आगे कहती हैं, 'सत्ता के आखिरी दिनों में नेहरू की छवि काफी बदल गई थी।' जैकी ने कहा कि वह दोपहर के खाने से पहले ड्रिंक के लिए गए और नेहरू ने एक भी शब्द नहीं बोला। उनके मुताबिक कैनेडी नेहरू के इस दौरे से निराश थे। वह कहती हैं, 'मेरा मानना है कि कैनेडी और नेहरू की मुलाकातों का कोई नतीजा नहीं निकला। मुलाकात के वक्त कई लोग छत की ओर देख रहे थे।'

malethia
16-09-2011, 12:05 AM
पेट्रोल ३ रूपये महंगा


पेट्रोल कीमतों में एक बार फिर भारी बढ़ोतरी हो गई है। तेल कंपनियों ने पूरे देश में पेट्रोल के दाम तीन रुपए प्रति लीटर बढ़ा दिए हैं। पेट्रोल कीमतों में बढ़ोतरी का फैसला गुरुवार को किया गया। नई कीमतें आधी रात से ही लागू हो जाएंगी।

पेट्रोल कीमतों में ताजा बढ़ोतरी के पीछे पेट्रोल कंपनियों के लगातार बढ़ते घाटे को बताया जा रहा है। गौरतलब है कि सरकार ने पिछले साल जून में ही पेट्रोल के दाम को सरकारी नियंत्रण से मुक्त कर दिया था। कभी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम बढ़ने तो कभी डॉलर के मुकाबले रुपए
की एक्सचेंज रेट गिरने से तेल कंपनियों की लागत बढ़ती चली गई। इंडियन ऑइल, भारत पेट्रोलियम और हिन्दुस्तान पेट्रोलियम को इस साल अब तक केवल पेट्रोल की बिक्री पर 2,450 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है।

malethia
16-09-2011, 12:12 AM
खत्म होगी रोमिंग,




देश के भीतर ट्रैवल करते वक्त मोबाइल सेवाओं के इस्तेमाल पर लगने वाली रोमिंग फीस जल्द ही छूमंतर हो जाएगी। इससे ज्यादा यात्रा करने वाले मोबाइल उपभोक्ताओं का मासिक बिल घट जाएगा। लेकिन, दूरसंचार कंपनियों की आमदनी पर इसका असर पड़ेगा।

टेलिकॉम पॉलिसी 2011 के ड्राफ्ट में मोबाइल फोन कंपनियों के लिए 'एक देश-एक लाइसेंस' की व्यवस्था और रोमिंग चार्ज खत्म करने का प्रस्ताव किया गया है। यह पॉलिसी एक दशक पुरानी मौजूदा टेलिकॉम पॉलिसी की जगह लेगी। इन प्रस्तावों को कितने वक्त में अमली जामा पहनाया जाएगा, इस बारे में ड्राफ्ट पॉलिसी में कुछ भी नहीं कहा गया है।

ज्यादातर मुल्कों में घरेलू रोमिंग चार्ज की व्यवस्था नहीं है। इसमें अमेरिका जैसे बड़े देश शामिल हैं, जहां मोबाइल ऑपरेटरों के लिए सिंगल टेलिकॉम परमिट का नियम है। भारत को 22 टेलिकॉम सर्कल में बांटा गया है और जब कभी ग्राहक अपने सर्कल से बाहर जाते हैं, तो उन्हें अपना फोन इस्तेमाल करने के लिए फीस चुकानी होती है। साल के अंत तक नई पॉलिसी से परदा हटाया जा सकता है। इस पॉलिसी में मोबाइल नम्बर पोर्टैबिलिटी (एमएनपी) का दायरा बढ़ाकर ग्राहकों को बिना रोमिंग शुल्क चुकाए नए शहर या देश की किसी नई लोकेशन पर जाने पर पुराना मोबाइल नम्बर बनाए रखने की सहूलियत देने का प्रस्ताव भी किया गया है।

फिलहाल ऑपरेटर बदलने पर ग्राहकों को पुराना मोबाइल नम्बर बरकरार रखने की सुविधा देने वाले एमएनपी को सर्किल तक सीमित रखा गया है। मसलन, दिल्ली का कोई ग्राहक महानगर के भीतर दूसरे ऑपरेटर की सेवाएं ले सकता है, क्योंकि उसके नम्बर के लिए इसे ही बेस सर्कल के रूप में देखा जाता है। लेकिन अगर यही मोबाइल नम्बर मुंबई में इस्तेमाल होता है, तो उसे रोमिंग शुल्क अदा करना होगा। नई पॉलिसी मोबाइल यूजर को अपने नम्बर के लिए होम बेस बदलने की सुविधा देगा और यह अगले साल से प्रभावी होगी।

इन प्रस्तावों, खास तौर से रोमिंग शुल्क खत्म करने से जुड़े प्रस्ताव को दूरसंचार कंपनियों का विरोध झेलना पड़ सकता है। इसका कारण है कि रोमिंग से इन ऑपरेटरों को 13,000-14,000 करोड़ रुपए या कुल आमदनी का 10 फीसदी हिस्सा हासिल होता है। मौजूदा नियमों के मुताबिक मोबाइल फोन कंपनी अपने होम नेटवर्क से बाहर ट्रैवल करने वाले मोबाइल यूजर से लोकल कॉल के लिए अधिकतम 1.40 रुपए प्रति मिनट चार्ज वसूल सकती है। रोमिंग पर आउटगोइंग एसटीडी कॉल के लिए यह लिमिट 2.40 रुपए प्रति मिनट और सभी इनकमिंग एसटीडी कॉल के लिए 1.75 रुपए प्रति मिनट रखी गई है, भले ही दूरी कितनी भी क्यों न हो।

लेकिन मौजूदा दरें साल 2007 में ट्राई की ओर से लगाई गई इन सीमाओं से काफी नीचे हैं, क्योंकि दो साल पहले सेक्टर में छिड़ी टैरिफ की जंग ने ऑपरेटरों को रोमिंग दरें घटाने पर भी मजबूर कर दिया था। टेलिकॉम विभाग के अधिकारी के मुताबिक नए लाइसेंसिंग फ्रेमवर्क और सभी मोबाइल फोन कंपनियों के सिंगल परमिट की ओर से माइग्रेशन में काफी वक्त लग सकता है। माइग्रेशन प्रक्रिया की जटिलता इस बात से भी बढ़ सकती है कि मोबाइल फोन कंपनियों के परमिट अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग वक्त पर एक्सपायर होते हैं।

ग्राहक केंद्रित उपायों के अलावा ड्राफ्ट पॉलिसी में टेलिकॉम सेक्टर के लिए कई लक्ष्य भी तय किए गए हैं। मसलन, 2017 तक देश में 17.5 करोड़ और 2020 तक 60 करोड़ ब्रॉडबैंड यूजर होने चाहिए। साथ ही इस अवधि में ग्रामीण टेलिडेंसिटी बढ़कर 60 फीसदी तक पहुंचनी चाहिए। यह भी कहा गया है कि 2017 तक उद्योग के लिए 300 मेगाहर्ट्ज अतिरिक्त एयरवेव का इंतजाम होना चाहिए, जो 2020 तक 200 मेगाहर्ट्ज तक पहुंचे।

ravi sharma
16-09-2011, 05:41 PM
फिलीपींस में 'सेक्स हड़ताल' की धमकी के बाद सुधरे पुरुष, हिंसा से तौबा की


फिलीपींस में महिलाओं ने अपने गांव में शांति बहाल करने के लिए अनोखा तरीका अपनाया है। दक्षिणी फिलीपींस के हिंसाग्रस्त एक गांव में महिलाओं ने पुरुषों को धमकी दी है कि अगर वे मारपीट करते रहेंगे तो वे सेक्स के लिए राजी नहीं होंगी।

संयुक्त राष्ट्र के अधिकारी रिको साल्सेडो के मुताबिक, 'बेहद अशांत रहने वाले देश के दक्षिणी द्वीप मिंडानाओ के डाडो गांव में महिलाओं ने सेक्स हड़ताल ने असर दिखाना शुरू कर दिया है। गांव में अब तनाव कम हो गया और 102 परिवारों की खुशियां लौटती दिख रही हैं।'

साल्सेडो ने कहा, 'यह इलाके उस कस्बे के तहत आता है जहां पारिवारिक झगड़े, भूमि विवाद बहुत ज़्यादा होते हैं। हड़ताल का यह आइडिया महिलाओं की तरफ से आया था। यह आइडिया महिलाओं के एक समूह का है, जिन्होंने सिलाई का कारोबार शुरू किया था, लेकिन हिंसा के चलते गांव का रास्ता बंद था, जिसके चलते वे अपना काम नहीं कर पा रही थीं। गांव के गुटों के बीच इस रास्ते के आसपास जमकर गोलियां चल चुकी हैं।'

यूएनएचसीआर के कर्मचारी टॉम टेंप्रोसा ने बताया, इस इलाके में परिवारों के बीच लंबे समय से विवाद रहा है। यहां एक परिवार के पुरुष दूसरे परिवार के खिलाफ हिंसा पर उतारू रहते हैं। वे एक-दूसरे पर गोलियां चलाते हैं। सिलाई-कढ़ाई करने वाली महिलाओं की अगुवा हस्ना कंडातु ने कहा, 'हम लोगों ने अपने-अपने पति को चेतावनी दी कि अगर वे गांव की शांति भंग करेंगे तो उन्हें सेक्स से वंचित रखा जाएगा।' यूएनएचसीआर के एक वीडियो में कंडातु ने अपनी पति से कही गई बात को कुछ यूं दोहराया, 'अगर आप वहां गए (लड़ने के लिए), आप लौटेंगे नहीं और मैं आपको स्वीकार नहीं करूंगी।' कंडातु का पति भी अपनी पत्नी की धमकी को याद करते हुए बताता है, 'अगर आप गलत चीजें करेंगे तो कटौती के लिए तैयार रहिए।'

गौरतलब है कि दक्षिण फिलीपींस के मुस्लिम परिवारों में जमीन, धन और राजनीतिक वर्चस्व के लिए जबर्दस्त हिंसा होती रही है। इस वजह से मुस्लिम अलगाववादियों की घुसपैठ और क्रूरतम अपराधों की तादाद इस इलाके में बढ़ती जा रही है। ऐसे ही एक विवाद में एक प्रभुत्वशाली मुस्लिम परिवार के खिलाफ स्थानीय चुनाव में दक्षिण के एक परिवार को रोकने के लिए उस परिवार के 57 लोगों को मारने के आरोप में मुकदमा चल रहा है।

ravi sharma
16-09-2011, 05:41 PM
हिंसा रोकने के इस नायाब तरीके पर आपकी क्या प्रतिक्रिया है? क्या दुनिया के दूसरे हिंसाग्रस्त इलाकों में भी इस तरह के प्रयोग किए जा सकते हैं? यह किस तरह के सामाजिक बदलाव का प्रतीक है?

ravi sharma
16-09-2011, 05:45 PM
सिनेमा हॉल जा रहें तो अपना परिचय पत्र लेकर जायें!

जयपुर.
अगर आप फिल्म देखने जा रहे हैं तो खुद की पहचान संबंधी दस्तावेज साथ लेकर जाएं। ऐसा नहीं करने पर आपको सिनेमाहॉल परिसर में गाड़ी पार्क करने में परेशानी हो सकती है।

अब सिनेमा हाल परिसर में उन्हीं दर्शकों की गाड़ी पार्क की जाएगी जिनके पास खुद की पहचान संबंधी दस्तावेज हैं तथा जिन्होंने इस संबंध में खुद का नाम, पता, फोन नंबर तथा पहचान संबंधी दस्तावेज के बारे में पार्किग ठेकेदार के पास रखे रजिस्टर में एंट्री करवा दी है।

इस संबंध में पुलिस कमिश्नर ने बुधवार को सिनेमा हॉल मालिकों तथा मैनेजरों की मीटिंग ली और सुरक्षा संबंध में दिशा निर्देश जारी किए।

सिनेमा हॉल मालिकों तथा मैनेजरों को स्पष्ट रूप से निर्देशित किया गया है कि वे किसी भी हालत में ऐसे वाहनों की पार्किग न करवाएं, जो फिल्म देखने नहीं आए हैं या फिर जिनके पास खुद की पहचान संबंधी दस्तावेज नहीं हैं।

यादगार में बुधवार को पुलिस कमिश्नर बीएल सोनी, एडीशनल पुलिस कमिश्नर बीजू जार्ज जोसफ ने शहर के सारे सिनेमा हॉल के मालिक तथा मैनेजर के साथ मीटिंग की।

हर शो के बाद खाली होगा पार्किग परिसर:

मीटिंग में पुलिस कमिश्नर ने बताया कि सिनेमा हॉल में वाहनों की पार्किग केवल तीन घंटे के लिए ही हो। इसके बाद पूरा पार्किग परिसर खाली कर नए सिरे से वाहनों की पार्किग हो। वाहन चालक की तस्दीक के बाद ही पार्किग स्टैंड में वाहन पार्क किए जाए।

तो दर्शक जहां बैठा है उस सीट की पूरी जांच हो:

मीटिंग में सिनेमा हॉल मैनेजरों को स्पष्ट कहा कि अगर कोई दर्शक फिल्म के बीच में शो छोड़कर जा रहा है तो उसके टिकट के आधार पर उस जगह की पूरी तलाशी ले ले जहां वह बैठा है।

पूरी तरह से सुनिश्चित होने तथा नाम पता मोबाइल नंबर लिखने के बाद ही दर्शक को सिनेमा हॉल से बाहर जाने दे। सिक्योरिटी के लिए लगे गार्ड अधिकृत एजेंसी की लें और केंटीन में काम करने वाले कर्मचारियों का पूरा चरित्र सत्यापन हो। इसके बाद ही उन्हें काम पर रखे।

ravi sharma
17-09-2011, 12:05 AM
http://www.youtube.com/watch?feature=player_embedded&v=Y1FVBfZAgR0


बाघा बॉर्डर पर हर शाम आयोजित होने वाला समारोह यूं तो औपचारिकताओं और परंपराओं को निभाने के लिए जाना जाता है, परंतु रोज के इस कार्यक्रम में कभी कभी कुछ ऐसी घटनाएं हो जाती हैं जो बरबस ही हमारा ध्यान खींच लेती है।


ऐसी ही एक घटना ने भारतीय सैनिक को शर्मिंदा कर दिया। दरअसल हुआ कुछ यूं कि परेड करते समय एक भारतीय सैनिक की पगड़ी गिरते-गिरते रह गई। पाकिस्तान ने इस वीडियो के माध्यम से भारतीय सेना का माखौल उड़ाने की कोशिश की। पाकिस्तान के हिस्से से शूट किए गए इस वीडियो को इंटरनेट पर धड़ल्ले से दिखाया जा रहा है।

ravi sharma
17-09-2011, 12:11 AM
सिर्फ 30 दिन...और ब्लॉक हो जाएगा आपका 'सिम'


टेलीफोन रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (ट्राई) ने सभी मोबाइल कंपनियों को नया आदेश जारी किया है। इस आदेश के मुताबिक यदि किसी मोबाइल नंबर (सिम) से 30 दिनों तक आउटगोइंग या इनकमिंग कॉल नहीं आता है तो वह सिम ब्लॉक हो जाएगा। इतना ही नहीं, वह नंबर दूसरे को आवंटित भी किया जा सकता है। ट्राई के इस नियम को जानने वाले आम लोगों की संख्या काफी कम है।
क्यों पड़ी नियम की जरूरत
अधिकतर मोबाइल कंपनियां अब डबल सिम की सुविधा वाले मोबाइल हैंडसेट बनाने लगे हैं। ऐसे में लोग दो सिम को लगाते हैं, लेकिन प्रयोग सिर्फ एक ही सिम करते हैं। ऐसे में एक सिम यूं ही पड़ा रहता है। इसे देखते हुए ट्राई ने नया नियम लागू किया है।
पहले 90 दिनों की थी वैधता
एक साल पहले ट्राई ने सिम के दुरुपयोग को रोकने के लिए लाइफ टाइम सिम की वैधता 90 दिन कर दी थी। इसके तहत जिस सिम का 90 दिन तक कोई उपयोग नहीं हुआ, उसे ब्लॉक कर दिया गया। इसके बाद संबंधित मोबाइल कंपनी को वह नंबर किसी दूसरे ग्राहक को आवंटित कर सकती थी।
अनेक उपभोक्ता परेशानी में
शहर के हजारों मोबाइल उपभोक्ता ट्राई के इस आदेश से परेशानी में पड़ गए हैं। इनमें अधिकतर वैसे लोग हैं, जो अपने व्यापार के सिलसिले में शहर से बाहर आना-जाना लगा रहता है। कई लोग विदेश की यात्रा भी करते हैं। विदेश यात्रा पर जाने वाले लोग यहां के सिम का उपयोग नहीं करते हैं। इसके अलावा दो सिम लगाने वाले लोगों की भी परेशानी बढ़ी हुई है। ऐसे में लोगों को तीस दिनों में कम से कम एक कॉल करना जरूरी हो गया है।
आदेश का पालन अनिवार्य
ट्राई की ओर से यदि आदेश जारी किया गया है, तो उसका पालन मोबाइल कंपनियों द्वारा करना अनिवार्य है। बीएसएनएल का मोबाइल सिस्टम कोलकाता से संचालित होता है। ट्राई का आदेश आने के बाद उसे कोलकाता में ही कंप्यूटर द्वारा फीड कर दिया जाता है।
एके पाही, जीएम, बीएसएनएल
30 दिन की अवधि की जानकारी आम लोगों को नहीं होने से ग्राहकों के साथ-साथ हमें भी परेशानी झेलनी पड़ रही है। हाल ही ऐसे कई मामले सामने आए हैं। कुछ मोबाइल कंपनियां अब भी 90 दिन तक समय दे रही हैं। इस नियम से वैसे लोग अधिक प्रभावित हो रहे हैं, जो हमेशा बाहर आते-जाते रहते हैं। आदर्श मेंहदी, संचालक, मोबाइल दुकान

ravi sharma
17-09-2011, 12:20 AM
जी हां, चीन भारत को केवल सरहदों पर ही चुनौती नहीं दे रहा है बल्कि भारतीय अर्थव्यस्था के भीतर तक चीन की पैठ बन चुकी है यह खुलासा हुआ है राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार की एक गोपनीय रिपोर्ट में। इस रिपोर्ट के मुताबिक भारत के लगभग 26 फीसदी औद्योगिक उत्पादन चीन से आयात किए गए कच्चे माल पर निर्भर करता है और चीन जब चाहे इन पर रोक लगाकार भारतीय उद्योग जगत को परेशानी में डाल सकता है।





राष्ट्रीय सुरझा सचिवालय ने सरकारी विभागों को चीन के बारें में एक रिपोर्ट तैयार करके दी है इस रिपोर्ट के मुताबिक बिजली, दवा, दूरसंचार और सूचना तकनीक में चीन काफी अंदर तक पैठ बना चुका है। आपको बता दें कई जरुरी ड्रग के लिए भारत अब पूरी तरह से चीन पर निर्भर है इससे घरेलू दवा उद्योग को हर साल 25 करोड़ रुपए की चपत लगती है। वहीं दूरसंचार उपकरण का 62 प्रतिशत हिस्सा चीन से आयात किया जाता है जिससे साइबर सुरक्षा और देश की सुरक्षा को लेकर गंभीर खतरा पैदा हो सकता है। आपको बता दें कि चीन दुनिया का सबसे बड़ा तकनीक उत्पादक देश है और 2020 तक भारत का तकनीक आयात बिल तेल आयात बिल से ज्यादा होने की उम्मीद है जिससे चीन पर भारत की निर्भरता और भी बढ़ जाएगी।





सीफएल के कच्चे माल के लिए भारत पूरी तरह से अब चीन पर निर्भर है और अभी हांलहि में चीन ने फास्फोर की कीमत बढ़ाकर उद्योग जगत को तगड़ा झटका दिया है। यहीं नहीं इस रिपोर्ट के मुताबिक अगले पांच सालों में चीन हमारे 75 फीसदी मैन्यूफैक्चरिंग को उत्पादन को नियंत्रित कर लेगा। देश की जितनी निर्भरता चीन पर बढ़ती जा रही है उतना ही खतरा भारतीय अर्थव्यवस्था को चीन से बढ़ता जा रहा है।

ravi sharma
17-09-2011, 09:05 AM
पाकिस्तान में प्यार करने पर दरिंदगी, काट डाला गुप्तांग



पाकिस्तान में प्रेम सम्बंध के एक मामले में कुछ लोगों ने एक व्यक्ति का गुप्तांग काट दिया। एक मीडिया रिपोर्ट में शुक्रवार को यह जानकारी दी गई।


समाचार पत्र 'डेली टाइम्स' के मुताबिक इस्लामाबाद स्थित प्रांतीय सिंध सरकार के अतिथि गृह में सिंध हाउस के एक अधिकारी ने कथित रूप से अपनी भतीजी से प्रेम सम्बंध रखने पर एक 20 वर्षीय युवक का गुप्तांग काट दिया।


अधिकारी ने यह करतूत अंजाम देने से पहले तीन अन्य लोगों के साथ मिलकर कथित रूप से युवक का अपहरण किया और नशा देकर उसके साथ मारपीट भी की।


ज्ञात हो कि सिंध हाउस इस्लामाद स्थित पाकिस्तान सचिवालय के समीप स्थित है।


सूत्रों ने बताया कि घटना के बाद युवक किसी तरह सिंध हाउस की पुलिस चौकी के पास पहुंचा। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने उसे गम्भीर हालत में पाकिस्तान इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेज में पहुंचाया जहां डॉक्टरों की एक टीम ने उसका ऑपरेशन किया।

ravi sharma
17-09-2011, 09:08 AM
करंट वाली टोपी पहनी तो 10 गुना तेज चलेगा दिमाग


अब एक टोपी पहन कर आप कोई भी कला 10 गुना जल्दी सीख सकते हैं। ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने एक इलेक्ट्रॉनिक टोपी बनाई है, जो आपके दिमाग की मांसपेशियों को करंट से नियंत्रित कर सकती है। इसे पहनने पर दिमाग के उन हिस्सों में करंट भेजा जाता है जो कुछ सीखने में मदद करते हैं। हालांकि यह करंट 1 एम्पियर (करंट का यूनिट) के एक हजारवें हिस्से से भी कम होता है।


शोधकर्ताओं ने 15 लोगों को टोपी पहनाई। उन्हें बटन का एक सेट दिया। जैसे पियानो बजाते समय बटन दबाते हैं, वैसे ही उन बटन को तीन अलग-अलग तरीकों से दबाने को कहा गया। इस दौरान टोपी से दिमाग में हल्का करंट भेजा गया। यह प्रक्रिया दस मिनट तक चली, जब तक सभी लोग सही तरीके से बटन दबाना सीख गए।


एक दिशा में करंट भेजने में पाया गया कि लोग 10 गुना जल्दी सीख गए। उसकी उल्टी दिशा में करंट भेजने से लोगों को सीखने में देर लगी। वैज्ञानिक प्रो. जोहानसन बर्ग ने बताया कि यह टोपी दिमाग की मांसपेशियों को नियंत्रित करती है। इसलिए इसका प्रयोग केवल ऐसे काम सीखने के लिए किया जा सकता है जिनमें दिमाग की मांसपेशियों का प्रयोग हो। जैसे नाव चलाना या पियानो बजाना।


बर्ग ने कहा कि एजुकेशनल और स्पोर्ट्स ट्रेनिंग के अलावा यह चिकित्सा क्षेत्र में भी काम आएगी। स्ट्रोक के बाद आने वाली परेशानियों, जैसे अंधेपन और भाषा समझने में दिक्कत का हल भी मिल सकता है। टोपी का असर उसे उतारने के आधे घंटे बाद तक रहता है। लेकिन बर्ग ने कहा कि रोजाना इस्तेमाल से इसका प्रभाव बढ़ाया जा सकता है।