ravi sharma
18-09-2011, 01:25 PM
वैसे जिस विषय पर अन्ना हजारे अनशन पर बैठे हैं वह मामला तो गर्म है पर इस मामलों को थोड़ा हल्का लिखने वालों की भी कोई कमी नहीं. अब खुद रामलीला मैदान पर ही इतने अच्छे-अच्छे नारे सुनने को मिले की पूछिए मत. जब से सुनकर आया हूं तब से ही सोच रहा हूं कि आप लोगों को सुनाऊ.
पहले बार करते हैं अन्ना की फिल्म दबंग को. वैसे यह फिल्म बन नहीं रही पर अगर इस समय के हालातों को देखें तो देश के असली दबंग अन्ना हजारे ही नजर आते हैं.
अन्ना हजारे – दबंग
एक बार अन्ना हजारे ने कमिटमेंट कर दी तो वह सरकार की भी नहीं सुनते.
कमीने से याद आया, सोनिया जी आपकी सरकार कैसी है.
भ्रष्टाचार: कानून से डर नहीं लगता साहब, डर अन्ना से लगता है.
अन्ना: भ्रष्टाचारियों में इतने छेद करेंगे कि कंफ्यूज हो जाओगे खाए कहां से और निकाले कहां से.
कुछ मज़ेदार नारे, रामलीला मैदान से…
- मनमोहन सिंह, एक काम करो… चूड़ी पहनकर डांस करो…
- वो सरकार निकम्मी है… जिसमें राहुल की मम्मी है…
- मनमोहन जिसका ताऊ है… वो सरकार बिकाऊ है…
- युवा हिन्द का जाग गया… देखो, राहुल भाग गया.
- ये अन्दर की बात है… पुलिस हमारे साथ है…
- ये सरकार पैसा-पैसा करती है, लोकपाल से डरती है।
- वाह रे काग्रेस तेरा खेल, कसाब को बिरयानी, अन्ना को जेल।
- एक बात तो साफ है, अन्ना सबका बाप है.
और इन सब में से जो दो नारें मुझे सबसे रोचक लगे वह थे “यह अंदर की बात है पुलिस हमारे साथ है”. भाग भाग डी के बोस..।’ इसका विस्तार से मजमून है ‘डी’ से दिग्विजय सिंह, ‘के’ से कपिल सिब्बल और बोस [बॉस] यानी सोनिया गाधी।
http://jack.jagranjunction.com/files/2011/08/313963_275471539133411_100000117004697_1280584_721 321_n.jpg
पहले बार करते हैं अन्ना की फिल्म दबंग को. वैसे यह फिल्म बन नहीं रही पर अगर इस समय के हालातों को देखें तो देश के असली दबंग अन्ना हजारे ही नजर आते हैं.
अन्ना हजारे – दबंग
एक बार अन्ना हजारे ने कमिटमेंट कर दी तो वह सरकार की भी नहीं सुनते.
कमीने से याद आया, सोनिया जी आपकी सरकार कैसी है.
भ्रष्टाचार: कानून से डर नहीं लगता साहब, डर अन्ना से लगता है.
अन्ना: भ्रष्टाचारियों में इतने छेद करेंगे कि कंफ्यूज हो जाओगे खाए कहां से और निकाले कहां से.
कुछ मज़ेदार नारे, रामलीला मैदान से…
- मनमोहन सिंह, एक काम करो… चूड़ी पहनकर डांस करो…
- वो सरकार निकम्मी है… जिसमें राहुल की मम्मी है…
- मनमोहन जिसका ताऊ है… वो सरकार बिकाऊ है…
- युवा हिन्द का जाग गया… देखो, राहुल भाग गया.
- ये अन्दर की बात है… पुलिस हमारे साथ है…
- ये सरकार पैसा-पैसा करती है, लोकपाल से डरती है।
- वाह रे काग्रेस तेरा खेल, कसाब को बिरयानी, अन्ना को जेल।
- एक बात तो साफ है, अन्ना सबका बाप है.
और इन सब में से जो दो नारें मुझे सबसे रोचक लगे वह थे “यह अंदर की बात है पुलिस हमारे साथ है”. भाग भाग डी के बोस..।’ इसका विस्तार से मजमून है ‘डी’ से दिग्विजय सिंह, ‘के’ से कपिल सिब्बल और बोस [बॉस] यानी सोनिया गाधी।
http://jack.jagranjunction.com/files/2011/08/313963_275471539133411_100000117004697_1280584_721 321_n.jpg