PDA

View Full Version : वाह क्या बात हे ..........?


Gaurav Soni
21-09-2011, 12:58 PM
ह -वाह क्या ? है देखो सत्ता पक्ष का फंडा ,
कसाब, अफजल खाएं बिरयानी ''बाबा'' खाएं डंडा

Gaurav Soni
21-09-2011, 12:58 PM
सत्ता के अहंकार से टकराना खेल नहीं होता ,
अहंकार के आगे जज्बातों से मेल नही होता ॥

Gaurav Soni
21-09-2011, 12:58 PM
जो कुछ देखा देश ने ,हो सकता ये बस नमूना हो ,
सत्ता पर आया जो खतरा ,दमन इससे दूना हो ॥

Gaurav Soni
21-09-2011, 12:59 PM
सवा करोड़ की दुनिया में सिर्फ तुम दोनों का 'एका 'है ,
सत्ता की पूंछ जलाने का क्या ले रखा तुम्ही ने ठेका है ॥

जिस जनसक्ती के बल पर 'गर'चल सकते गोली डंडे ,
तो जन-शक्ति ही बदल के रख देगी ,सत्ता पक्ष के फंडे॥

''अन्ना''बाबा का ये मिशन ,इतिहास बदल देगा ,
ये सत्ता धीसों का हास-परिहास बदल देगा ॥

'कमलेश' सोचा भी नही था किसी ने ऐसी ''आंधी'' की ,
इतनी गहरी मार करेगी ,सोच 'माहत्मा गाँधी 'की ॥

Gaurav Soni
21-09-2011, 01:01 PM
वाह क्या बात है



http://2.bp.blogspot.com/_fRBGvA7RqAQ/TOdmtSZfkrI/AAAAAAAAAYQ/S5x1AuqfJRA/s320/english-shepherd-dog-0003.jpg (http://2.bp.blogspot.com/_fRBGvA7RqAQ/TOdmtSZfkrI/AAAAAAAAAYQ/S5x1AuqfJRA/s1600/english-shepherd-dog-0003.jpg) (फोटो साभार:गूगल इमेज सर्च) है मुझमें वो हिम्मत किसी पर भी गुर्रा सकता हूँ
इंसानी शिशुओं को
क्षण भर में थर्रा सकता हूँ


मंत्री, संतरी हो या नेता,कोई फ़कीर
चिथड़ों में कोई लिपटा हो या हो साहब कोई अमीर
सब पर चला सकता हूँ मैं
अबूझ जुबानी तीर

मत कहना मुझे 'कुत्ता'-
ये मेरा अपमान है
मेरा भी है अपना बिस्तर और बैड रूम
क्योंकि मालिक मेहरबान है
वो मुझ पर कुर्बान है

आवारा गलियों में भटकूँ
पागल बन काटूँ,तो भी मैं ख़ास हूँ
मैं संगमरमरी महलों की
संपन्नता का एहसास हूँ

तुम इन्सान हो !
अरे बता दो ! तुम्हारी क्या बिसात है ?
मैं टॉमी,हैरी,टफी,जैकी या शेरू किसी का
मेरी भी एक हैसियत
मेरी भी औकात है

वाह क्या बात है

Gaurav Soni
21-09-2011, 01:03 PM
कुछ लिखना है
किसी के लिये
एक वादे के लिये
जो अभी अभी किया है
किसी से।
वो कहीं दूर
कर रहा है इंतज़ार
मेरे गुमनाम शब्दों का
न जाने क्यों?
न कोई चाह;
न कोई इच्छा ;
न कोई स्वार्थ;
फिर भी अक्सर
मन के दरवाजे पर
एक दस्तक देकर
वो
पकड़ा देता है
एक विषय
और कहता है
कुछ लिखो
असमर्थ सा हूँ
कल्पनाशक्ति के
उस पार जाने मे
फिर भी सोच रहा हूँ
कुछ लिखने को
उस वादे के लिए
जो अभी अभी किया है
किसी से।

ndhebar
21-09-2011, 01:11 PM
ह -वाह क्या ? है देखो सत्ता पक्ष का फंडा ,
कसाब, अफजल खाएं बिरयानी ''बाबा'' खाएं डंडा
भाषा पर थोडा ध्यान दें (हड़बड़ी में कोई पोस्ट ना करें)
भाषा की सुन्दरता ही हमें आकर्षित करती है
धन्यवाद

ravi sharma
21-09-2011, 01:50 PM
xeI2LBqUOzM

Bholu
25-09-2011, 12:36 PM
गौरव जी आपमेँ कितनी क्वालिटीया है ये तो बताओ

ravi sharma
27-09-2011, 05:21 PM
एक चीता सिगरेट का सुट्टा लगाने ही वाला था कि अचानक वहां एक चूहा आ गया।
चूहा बोला : भाई छोड़ दो नशा और आओ मेरे साथ देखो ये जंगल कितना खूबसूरत है।
चीता चूहे के साथ चल दिया।
आगे एक हाथी कोकीन पी रहा था।
चूहा फिर बोला : भाई छोड़ दो नशा, आओ मेरे साथ देखो ये जंगल कितना खूबसूरत है।
हाथी भी साथ चल दिया।
आगे शेर शराब पीने की तैयारी कर रहा था, चूहे ने उसे भी वही कहा।
शेर ने ग्लास साइड में रखकर चूहे को 5-6 थप्पड़ मारे।
हाथी बोला : अरे क्यों मार रहे हो इस बेचारे को?
शेर बोला : इस कमीने ने पिछ्ली बार भी अफीम खाकर मुझे 3 घंटे जंगल में ऐसे ही घुमाया था।

Bholu
27-09-2011, 05:25 PM
एक चीता सिगरेट का सुट्टा लगाने ही वाला था कि अचानक वहां एक चूहा आ गया।
चूहा बोला : भाई छोड़ दो नशा और आओ मेरे साथ देखो ये जंगल कितना खूबसूरत है।
चीता चूहे के साथ चल दिया।
आगे एक हाथी कोकीन पी रहा था।
चूहा फिर बोला : भाई छोड़ दो नशा, आओ मेरे साथ देखो ये जंगल कितना खूबसूरत है।
हाथी भी साथ चल दिया।
आगे शेर शराब पीने की तैयारी कर रहा था, चूहे ने उसे भी वही कहा।
शेर ने ग्लास साइड में रखकर चूहे को 5-6 थप्पड़ मारे।
हाथी बोला : अरे क्यों मार रहे हो इस बेचारे को?
शेर बोला : इस कमीने ने पिछ्ली बार भी अफीम खाकर मुझे 3 घंटे जंगल में ऐसे ही घुमाया था।http://images.bhaskar.com/web2images/www.bhaskar.com/2011/09/27/images/chuha1_f.jpg

बहुत बढिया पड के नाक मेँ से आसू आ गये

Bholu
18-02-2013, 02:27 AM
यारा आप कहाँ गयेँ आपके बिन सब बेकार । ;-(

rajnish manga
20-02-2013, 11:50 AM
यारा आप कहाँ गयेँ आपके बिन सब बेकार । ;-(

ढूँढते हैं आप जिनको वो नहीं अब आयेंगे.
दोस्तों के दिल में देके ग़म सदा तड़पायेंगे.
वो जो रहते थे कभी चौपाल में यारों के साथ,
छोड़ कर चौपाल यादों में ही बस मुस्कायेंगे.

jai_bhardwaj
24-02-2013, 06:22 PM
ढूँढते हैं आप जिनको वो नहीं अब आयेंगे.
दोस्तों के दिल में देके ग़म सदा तड़पायेंगे.
वो जो रहते थे कभी चौपाल में यारों के साथ,
छोड़ कर चौपाल यादों में ही बस मुस्कायेंगे.

यह धरती खा जायेगी, या आसमां में समा जायेंगे हम
किसी को कुछ नहीं पता, कहाँ - कहाँ तक जायेंगे हम
कुछ यादों, निशानियों, कुछ अच्छी - बुरी बातों के लिए
कुछ दिनों तक 'जय' जहां में जरूर याद किये जायेंगे हम

rajnish manga
26-02-2013, 04:45 PM
यह धरती खा जायेगी, या आसमां में समा जायेंगे हम
किसी को कुछ नहीं पता, कहाँ - कहाँ तक जायेंगे हम
कुछ यादों, निशानियों, कुछ अच्छी - बुरी बातों के लिए
कुछ दिनों तक 'जय' जहां में जरूर याद किये जायेंगे हम

:bravo:

आपने जो बात की सौ फ़ीसदी अच्छी कही.
गो कॉमेडी और ट्रेजेडी है आदमी की ज़िंदगी.
आजन्म जो करते रहे अपने तईं अच्छा बुरा,
सत्य है परछाइयां रह जायेंगी उनकी यहीं.

jai_bhardwaj
26-02-2013, 07:50 PM
:bravo:

आपने जो बात की सौ फ़ीसदी अच्छी कही.
गो कॉमेडी और ट्रेजेडी है आदमी की ज़िंदगी.
आजन्म जो करते रहे अपने तईं अच्छा बुरा,
सत्य है परछाइयां रह जायेंगी उनकी यहीं.


हम लाख छुपायें, बुराई छिपती नहीं हैं
हम लाख दबाएँ, अच्छाई दबती नहीं है
फिर भी'जय'अपनों का गला काटते रहते
हम कब जानेंगे, आदत ये अच्छी नहीं है

rajnish manga
27-02-2013, 08:56 PM
हम लाख छुपायें, बुराई छिपती नहीं हैं
हम लाख दबाएँ, अच्छाई दबती नहीं है
फिर भी'जय'अपनों का गला काटते रहते
हम कब जानेंगे, आदत ये अच्छी नहीं है

:bravo:

न कहो गर बुरा करे कोई.
न सुनो गर बुरा कहे कोई.
रोक लो गर गलत चले कोई
बख्श दो गर खता करे कोई.
(मेरी आटोग्राफ बुक से)