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View Full Version : बात एक रात की


Bholu
23-09-2011, 12:37 PM
दोस्तो बात एक रात की एक बहुत ही अच्छी कहानी है
ये कहानी मेरी नही है
तो शुरू करता हूँ
आप सभी से आग्रह है कि आप सभी कहानी पर अपने बिचार रखे
और और कहानी का आनन्द ले
धन्यवाद

Gaurav Soni
23-09-2011, 12:46 PM
एक रात की कहानी टोपिक तो अच्छा हे अब सुरू करो तब तो बता पाएगे की अच्छी हे या नहीं

Bholu
23-09-2011, 01:00 PM
ये कहानी की मुख्य पात्र है भूमि
भूमि एक सीधी साधी और नेक लडकी है
और एक कम्पनी मेँ काम करती है
एक शाम भूमि को कुछ ऑफिस का काम निपटाना था
तो उसने ऑफिस मे ऑवर टाइम काम किया
रात के 8 बज चुके थे
भूमि को लगा अब चलना चाहिये
कोई की उसके दफ्तर से ले कर घर की दूरी थोडी ज्यादा थी और रास्ते मे एक जगंल भी पडता था
तो उसने घर निकलना उचित समझा उसने ऑफिस मे अपना काम अगले दिन के लिये रखकर चल दी
और बो अपनी कार मे बैठ गई
इतने मै भूमि के पिता का फोन आ गया
भूमि ने उन्हे कह दिया की बो जल्द से घर पहुँच जायेगी और बो ऑफिस से चल दी

Bholu
23-09-2011, 01:25 PM
बो ऑफिस से घर की ओर चल दी
चलते चलते जब बो जगंल का रास्ता आया तो भूमि थोडा डर लगना शुरू हो गया
जो की स्वाभिक था
लेकिन बो इन बातो को इगनॉर करते हुये आगे बडी
अचानक उसे दूर से कुछ दिखा लेकिन बो उस ठीक से देख नही पा रही थी
भूमि मे जब थोडा ध्यान दिया तो देखा एक आदमी रोड के किनारे से उस आबाज दे रहा है
और बो आदमी बहुत ही बुरी तरह से घायल है भूमि गाडी रोकना तो नही चाहती थी पर उसके पैर अपने आप ब्रेक पर दब गये
उसने गाडी रूकी तो बो आदमी लडखाडता हुआ कार के पास आया और कार की खिडकी पर पकड कर खुद को सम्भालने लगा
भूमि ने पूछा क्या बात है तो आदमी बोला की मुझे बचा लिजिये मुझे बो मार देगा
तो भूमि कुछ सोच पाती उससे पहले एक नकाबपोश आदमी ने उस आदमी को गोली मार दी
और बो आदमी बडी डेर हो गया
अब भूमि की डर के मारे आबाज भी नही निकल रही थी और उस नकाबपोश की नजर भूमि पर पडी
भूमि ने आपनी गाडी को स्टार्ट करने की कोशिश की तो बो आदमी ने भूमि की तरफ रिवाल्वर तान दी
और गाडी से बाहर आने के लिये कहा तो जैसे ही भूमि गाडी से उतर कर आगे बडी तो उस आदमी ने भूमि के सिर पर रिवाल्वर तान दी भूमि डर के मारे रोने लगी
तो उस आदमी ने ...

Bholu
23-09-2011, 01:42 PM
भूमि का हाथ पकड लिये और जगंल मै ले जाने लगा
भूमि डर और घबराहट की बजह से कुछ भी नही बोल पा रही थी
लकिन फिर भी हिम्मत कर के उस आदमी से पूछ के बो उस कहाँ ले जा रहा है तो उस आदमी ने बडे क्रूर नजरो से भूमि की तरफ देखा और
दोस्तो अगल पार्ट थोडी मे देता हूँ

Sikandar_Khan
23-09-2011, 04:56 PM
भोलू भैय्या
तनिक ये सूत्र मे गति प्रदान करो |

abhisays
23-09-2011, 05:12 PM
acchi kahani hai.. bholu bhai.. keep it up..

Bholu
23-09-2011, 05:31 PM
acchi kahani hai.. Bholu bhai.. Keep it up..

आज सब मेरी उत्साह ऐसे ही बडाते चलिये
मेरा बादा रहा आपके मनोरजंन को दूगना कर दूँगा

Bholu
23-09-2011, 05:33 PM
भोलू भैय्या
तनिक ये सूत्र मे गति प्रदान करो |

जी बिलकुल.....

bhavna singh
23-09-2011, 05:52 PM
भोलू जी आप कहानी किस्तों में क्यों भेज रहे हो ?

naman.a
23-09-2011, 06:05 PM
भाई भोलू, कहानी मे तो शुरुवात से ही इतना सस्पेंस है आगे क्या होगा यह जानने की सबकी प्रबल इच्छा और जिज्ञासा हो रही है तो कहानी का अगला भाग शिघ्र डालने का आपसे अनुरोध है । धन्यवाद

Bholu
23-09-2011, 08:55 PM
उस आदमी ने भूमि की तरफ क्रूर नजरो से देखा
और एक डराबना कम्पन भूमि के शरीर मेँ होने लगा और
भूमि चुपचाप खडी रही इतने मै बो नकाबपोश भूमि का हाथ पकड कर उस जबरजस्ती जगंल की तरफ ले गया
और भूमि न चाहते हुये भी एक कटपुतली की तरह उसके साथ चल दी
बो आदमी बडीक्रूरता से भूमि का हाथ पकड कर खसीटते हुये जगंल मै ले गया इतने मै भूमि एक जगह थम गई
और जोर जोर से रोने लगी
तब नकाब पोश थोडा रूका उसने भूमि की तरफ देखा और बडे ही बेचिदा हसी हसने लगा
भूमि रोते हुये कहने लगी की मुझे छोड दो मुझे जाने दो मैने तुम्हारा क्या बिगाडा है तो बो आदमी बोला
की मुझे क्या मिलेगा
तुमे छोडने पर
तो भूमि ने थोडा बात के असर से समझा की उसके बचने के कुछ चाँस ले
तो भूमि बोली की तुम मेरी गाडी लेलो
मेरी पूरे पैसे ले लो पर मुझे छोड दो
ये बात सुन के नकाबपोश हसने लगा
और कहा की तुझे मारना ही ठीक रहेगा
और उसने अपनी बन्दूक को उल्टे हाथ मै लिया और सीधे हाथ मे अपने कोट की जेब मे से एक छोरा निकाला और बहसी पने की हसी हसने लगा और भूमि के करीब आके खडा हो गया
तभी भूमि उसके पैरो पर गिर गई और अपनी जान की भीख मागने लगी
फिर से जिन्दगी का भूमि का साथ छोडने की कगार पर आ खडी हुई.....Cont

Bholu
23-09-2011, 09:59 PM
भूमि ने फिर उस आदमी से कहा की आपको मुझे मार के क्या मिल जायेगा
तो आदमी बोला तेरी मौत से मुझे खुशी मिलेगी तो भूमि जोर जोर से रोने लगी और उस आदमी की और देखने लगी
नकाब पोश ने कहा की तुम क्या कर सकती हो खुद को बचाने के लिये
तो भूमि ने उस आदमी की और देखा और गुस्से मै घूरने लगी तभी एक गोली चलने की आबाज आई और एक चीख सुनाई दी
दोनो का ध्यान खुद से हट गया इतने मै भूमि ने उस आदमी को ढक्का दिया और बो आदमी गिर गया और भूमि सडक की तरफ भागने लगी और सडक पर आते ही उसने देखा की एक आदमी नकाब पोश द्धारा मारे गये आदमी को गोली मार दी और बो घायल आदमी ने दम तोड दिया
अन्धेरा होने के कारण उस गोली मारने बाले का चेहरा साफ नही दिख रहा था पर भूमि ने उस आदमी को ठीक से देख लिया
तो बो आदमी भूमि की तरफ भागा लेकिन भूमि को समझ नही आ रहा था की क्या करे
और जैसे ही उस आदमी ने भूमि पर हमला करना चाहा तो भूमि ने दिमाग का उपयोग करते हुये जमीन डली हुई मीठी उस इन्सान के मुह पर फेकी
और बो आदमी अपनी आखे साफ करने लगा
भूमि ने भागने की कोशिश की तो बो आदमी ने भूमि को माऊजर का निशाने पर रखा और रूकने को कहा
भूमि एकदम से घबरागई
और जैसे ही उस आदमी ने बन्दूक का टिगर दबाने को बडा तो बही नकाबपोश आदमी ने उस आदमी के ऊपर हमला कर दिया लेकिन नकाब पोश भी उस आदमी के समने ज्यादा दे नही चल पाया क्यो कि भूमि के नकाब पोश को ढक्का देते बक्त नकाब पोश का सिर एक पत्थर से टकरा गया और सिर से खून बहने लगा
लेकिन नकाब पोश फिर भी उस आदमी से लडने लगा भूमि ये देख की नकाबपोश बाला आदमी उसकी मदद कर रहा है तो बह अचमभे मै पड गई और भूमि बहाँ से भाग जाना चाहती थी पर उस नकाबपोश की बजह से थम गई पर उसका रूकने का इरादा कुछ नही था इतने मै भूमि की नजर पास मै पडे एक लकडी के लम्बे टुकडे पर गई उसने हिम्मत करके नकाबपोश को बचाने के लिये उस आदमी के सिर पर बार किया बह आदमी बेहोश हो गया और नकाश पोश तुरन्त खडा हो गया
और भूमि का हाथ पकड कर थोडी दूर एक बडे से पेड के नीचे खडा हो गया
तभी भूमि ने एक झटके मे नकाब पोस का नकाब उतार फेका....

naman.a
23-09-2011, 10:08 PM
भोलू जी एक confusion है actually मैं कितने नकाबपोश आदमी है एक या दो ।

MissK
23-09-2011, 11:20 PM
आगे की कहानी कहाँ है भोलू जी?????????????

bhavna singh
23-09-2011, 11:35 PM
आगे की कहानी कहाँ है भोलू जी?????????????

आएगी किस्तों में थोडा इन्तेज़ार करें /

MissK
23-09-2011, 11:38 PM
आएगी किस्तों में थोडा इन्तेज़ार करें /


ओके भावना जी.. ये सस्पेंस के मामले में इन्तेज़ार करना मुश्किल होता है..:giggle:

khalid
23-09-2011, 11:41 PM
आएगी किस्तों में थोडा इन्तेज़ार करें /

डेली शाँप हैँ या हफ्ते मेँ एक या दो दिन

bhavna singh
23-09-2011, 11:47 PM
डेली शाँप हैँ या हफ्ते मेँ एक या दो दिन

ये तो कल पता चलेगा /

khalid
23-09-2011, 11:55 PM
ये तो कल पता चलेगा /

कल या आज क्लियर तो भोलु भाई करेँगे

Bholu
24-09-2011, 04:30 AM
रोज दूँगा
और नकाबपोश एक अलग आदमी और रोज कहानी मिलेगी भाई आज तो कुछ केरेक्टर और भी जुड जायेगेँ
और भावना जी आप घबराये नही आपकी किस्ते मै जल्द ही जमा कर दूंगा

abhisays
24-09-2011, 07:30 AM
मतलब डेली शॉप है..

sagar -
24-09-2011, 08:09 AM
भोलू आप तो लेखक बन गए हो लगता आपकी कहानी छपवानी पडेगी अब तो ..
कहानी आगे बढाओ मजा आ रहा हे !

Bholu
24-09-2011, 08:10 AM
मतलब डेली शॉप है..

जी बिलकुल...

Bholu
24-09-2011, 08:14 AM
भोलू आप तो लेखक बन गए हो लगता आपकी कहानी छपवानी पडेगी अब तो ..
कहानी आगे बढाओ मजा आ रहा हे !

मोटा भाई आपका नाम भी एक महत्व पूर्ण कैरेक्टर को दिया है
और आज आप सभी के मनोरंजन को डबल कर दूंगा

Gaurav Soni
24-09-2011, 08:15 AM
अच्छी कहानी हे
लगे रहे हो

Bholu
24-09-2011, 08:18 AM
आप भी साथ रहे
मित्र

Gaurav Soni
24-09-2011, 08:22 AM
आप भी साथ रहे
मित्र
हम तो आपके साथ ही हे

bhavna singh
24-09-2011, 08:23 AM
रोज दूँगा
और नकाबपोश एक अलग आदमी और रोज कहानी मिलेगी भाई आज तो कुछ केरेक्टर और भी जुड जायेगेँ
और भावना जी आप घबराये नही आपकी किस्ते मै जल्द ही जमा कर दूंगा

जी बिलकुल...

मोटा भाई आपका नाम भी एक महत्व पूर्ण कैरेक्टर को दिया है
और आज आप सभी के मनोरंजन को डबल कर दूंगा

आप भी साथ रहे
मित्र

भोलू जी बातें कम करके कहानी की तरफ ध्यान दो /

Bholu
24-09-2011, 08:50 AM
भोलू जी बातें कम करके कहानी की तरफ ध्यान दो /

जी बिलकुल
और आप मुझ पर अपना ध्यान बनाये
रखे
बरना मै आपसे रूठ जाऊँगा

sagar -
24-09-2011, 08:50 AM
मोटा भाई आपका नाम भी एक महत्व पूर्ण कैरेक्टर को दिया है
और आज आप सभी के मनोरंजन को डबल कर दूंगा
मेरे को भी कहानी में डाल दिया क्या बात हे
अब कहानी आगे बढाओ :horse:

bhavna singh
24-09-2011, 09:08 AM
जी बिलकुल
और आप मुझ पर अपना ध्यान बनाये
रखे
बरना मै आपसे रूठ जाऊँगा

बिलकुल मै तो सभी की एक्टिविटी पर नजर रखती हूँ /

Bholu
24-09-2011, 09:13 AM
बिलकुल मै तो सभी की एक्टिविटी पर नजर रखती हूँ /

आपमे तो पूरे नियामक बाले गुण है देवी जी

Bholu
24-09-2011, 10:16 AM
नकाब हटाते हुये भूमि ने जैसे उस आदमी के तरफ देखा तो उसके आखे फट्टी रह गई
भूमि- तुम
आदमी कुछ नही बोला
भूमि ने एक जोर का चाटा उस आदमी के गाल पर लगाना चाहा लेकिन उस आदमी ने भूमि का हाथ पकड लिया
छोडो मेरा हाथ सागर
तो उस आदमी ने भूमि का हाथ छोड दिया
सागर भूमि के ऑफिस मे काम करता था
और भूमि की शिकायत पर उसको नौकरी से निकाल दिया था
भूमि - ये क्या बदतमीजी है
सागर -मेरा बदला
भूमि - एक बेकसूर आदमी को मार कर बदला लिया
सागर यार मैने नही मार ये मेरा दोस्त था
और हम तुम सिर्फ सबक सिखाना चाहते थे
भूमि " आ ये कौन सा नया झूठ है तुम्हारा
सागर मै सच बोल रहा हूँ
बहाँ मार गया आदमी मेरा दोस्त अमित है
भूमि " तुम जैसे गन्दे आदमी से मैँ बोलना भी नही चाहती
इतने मे उन्हे उस आदमी की आबाज सुनाई दी
जिसको भूमि ने सिर पर बार किया था
सागर " लगता है ये बही किलर है जो इस जगंल मै लोगो को बेहरेमी से मारता है
भूमि सागर को घूरे जा रही थी
इतने मै किलर ने झाडियो की हिलते हुये देखा
और उस ने झाडियो मेँ फायर कर दिया
भूमि और सागर उस किलर से कुछ दूरी पर थे
उनके पास भागने का एक स्पष्ट मौका था
सागर ने भूमि का हाथ पकड और जगंल की अन्दर की तरफ भागना शुरू कर दिया
सागर को जगंल के कुछ हिस्सो के बारे मै पता था
और उसका घर भी जगंल से पास था
बो दोनो चुपचाप से बहाँ से निकल गये ...

Gaurav Soni
24-09-2011, 10:19 AM
सागर भाई तुम इतने खतरनाक केसे हो सकते हो

Bholu
24-09-2011, 10:30 AM
सागर भाई तुम इतने खतरनाक केसे हो सकते हो

दोस्त शायद एक कैरेक्टर नाम भी गौरव होगा
और हाँ गौरव जी
मेरा भी नाम गौरव है

bhavna singh
24-09-2011, 11:02 AM
आपमे तो पूरे नियामक बाले गुण है देवी जी

उसमे भी कोई शक है क्या ?

Bholu
24-09-2011, 11:07 AM
उसमे भी कोई शक है क्या ?

शक तो आप पर पूरा है

Gaurav Soni
24-09-2011, 11:15 AM
दोस्त शायद एक कैरेक्टर नाम भी गौरव होगा
और हाँ गौरव जी
मेरा भी नाम गौरव है
यार भालू तुमने तो कहानी मे सस्पेंस डाल दिया
पहले बता देना ई तुम हो उस कैरेक्टर मे या मे हु

Bholu
24-09-2011, 12:47 PM
यार भालू तुमने तो कहानी मे सस्पेंस डाल दिया
पहले बता देना ई तुम हो उस कैरेक्टर मे या मे हु

यार अभी शुरूआत हुई है अब देखते जाओ

Bholu
24-09-2011, 01:38 PM
और सागर भूमि को अपने घर ले गया
भूमि की समझ मे कुछ नही आ रहा था
लेकिन दोनो ही घबराये हुये थे
जैसे ही सागर अपने घर पहुचा तो उसने अपने घर का ताला खोला
भूमि उसके घर पर जाना नही चाहती थी पर बो मजबूर थी
जैसे तैसे दोनोँ घर मैँ आये तो सागर ने दरवाजा लगाना चाहा पर भूमि ने सागर को रोक दिया
लेकिन सागर ने स्थिति को समझते हुये दरवाजा बन्द कर दिया
भूमि- ये सब क्या किया तुमने
मालूम भी है क्या किया तुमने
और अपने ही दोस्त की मौत के जिम्मेदार तुम हो
सागर चुपचाप सुनता रहा
भूमि - तुम्हारे चुप रहने से कुछ बदल नही जायेगा
तभी दरवाजे पर किसी दस्तक दी
दो चुप हो गये
सागर ने कहा कौन है गेट पर तो
दूसरी तरफ से आबाज आई गुरू मै हूँ राजू
सागर बोलू हाँ क्या बात है
राजू - गुरू ऐसे क्यो बोल रहे है
पहले दरवाजा खोलू
सागर के मकान मै एक कमरा और एक बाथरूम था
सागर ने भूमि को छुपने के लिये कहा पर भूमि छुपने को राजि नही और उल्टा सागर को चिल्लाने लगी सागर ने रिक्वेस्ट की तो भूमि को लगा कि शायद उस सागर की बात मान लेना चाहिये और वो बाथरूम मे चली गई राजू की फिर आबाज आई गुरू मुझे कुछ गडबड लगती है मै दरवाजा तोड के अन्दर आ रहा हूँ
सागर ने जल्दी से जाकर दरवाजा खोला
और राजू एक दम से अन्दर आ गया और यहाँ बहाँ देखने लगा
गुरू इतनी देर कैसे हो गई
सागर - अरे कुछ नही तो बोल क्या काम था
राजू - क्या घर से भगा रहे हो गुरू
सागर - अरे नही नही तो भी कैसी बात करता है
तो गुरू तुम मुझसे ऐसे क्यो कह रहे थे
चलो छोडो
और गुरू तुमको इतनी देर कैसे हो गई
सागर - अबे तू सकी बीबी की तरह क्यो पूछ रहा है
बताओ ना गुरू
अरे यार मै सो रहा था
और थकावट इतनी थी की पूछो मत
और हा तुझे क्या काम था अब बोल
राजू- बो गुरू ऐसा है कि नेहा मान गई रात के शो के लिये
9-12 का शो है और बहुत बढिया फिल्म लगी है अक्सर चलो चलते है मैने तीन टिकट भी लेली है
और ज्यादा टाइम भी नही बचा
सागर - राजू आ मै थका हूँ और थो अपसेट भी हूँ
ये बाते भूमि सुन रही थी
राजू- हा गुरू बो तो तुम हो गे तुमहारे दोस्त अमित को किसी ने जान से मार दिये
भूमि - ये ही तो बो कातिल है भूमि के मुँह से निकल गया
राजू- गुरू तुमको कोई आबाज सुनाई दी
सागर - शायद कोई बिल्ली होगी
गुरू नही ये किसी लडकी की आबाज है
सागर - नही मै कह रहा हूँ ना की ये किसी जानवर की आवाज है है
अच्छा अच्छा गुरू नाराज क्यो होते है और है एक बात तो बताना भूल गया अमित को बही जगंल बाले किलर ने मारा है
और पुलिस ने तफतीश मै पता लगाया है कि बो किलर एक औरत है और उसका नाम भूमि है
ये सुनते ही भूमि के पैरो के नीचे से जमीन निकल गई
और बो कुछ देर के लिये स्तम्भ हो गई
राज - गुरू लडकी का फोटो टी॰बी॰ मै दिखा रहे है पर लडकी को देख कर ऐसा नही लगता
सागर ये सब सुनकर परेशान सा होगया लेकिन बो राजू के सामने कुछ जाहिर करना नही चाहता था गुरू तुम क्यो शान्त हो गये चलो फिल्म दिखने चलते हो और नेहा भी तुम्हे याद कर रही थी

sagar -
24-09-2011, 04:11 PM
सागर भाई तुम इतने खतरनाक केसे हो सकते हो
मुझे भी आज ही पता चला की में इतना खतरनाक हू :giggle:

sagar -
24-09-2011, 04:15 PM
कहानी जबरदस्त हे जल्दी -२ लिखो आगे क्या हुआ ...???

khalid
24-09-2011, 04:16 PM
मुझे भी आज ही पता चला की में इतना खतरनाक हू :giggle:

मुझे तो पहले से शक था
:lol::lol:

Bholu
24-09-2011, 04:17 PM
मुझे भी आज ही पता चला की में इतना खतरनाक हू :giggle:

नही मोटा भाई
ये तो सिर्फ कैरेक्टर है
और आगे जाके ये कैरेक्टर भी नाम की तरह सुन्दर है

Bholu
24-09-2011, 04:20 PM
कहानी जबरदस्त हे जल्दी -२ लिखो आगे क्या हुआ ...???

बिलकुल अभी शुरूआत मैँ थोडा लेट हूँ लेकिन आगे जल्द ही कबर कर लूँगा
अगले दो महत्व पूर्ण कैरेक्टर सिकन्दर जी और खालिद जी के नाम से एनटिरी करने बाले है

Bholu
24-09-2011, 04:21 PM
मुझे तो पहले से शक था
:lol::lol:

नही भाईया ऐसा नही है

Gaurav Soni
24-09-2011, 04:22 PM
कहानी जबरदस्त हे जल्दी -२ लिखो आगे क्या हुआ ...???

abhisays
24-09-2011, 04:24 PM
कहानी पढ़कर सुरेन्द्र मोहन पाठक के रहस्यमयी उपन्यासों की याद आ रही है..

भोलू जी जल्दी जल्दी कहानी बढाइये.. काफी मज़ा आ रहा है.

Gaurav Soni
24-09-2011, 04:28 PM
अरे भोलु सो गए क्या .......?
आगे भी तो लिखो

Bholu
24-09-2011, 04:45 PM
थोडा समय दे ........

khalid
24-09-2011, 04:50 PM
थोडा समय दे ........

जितना मर्जी लो
लेकिन
जल्दी करो

Gaurav Soni
24-09-2011, 04:52 PM
थोडा समय दे ........
चलो दिये मीने आपको सिर्फ 5 मिनिट:lol::lol::lol:

Bholu
24-09-2011, 04:58 PM
जितना मर्जी लो
लेकिन
जल्दी करो

बिलकुल जी ...

Bholu
24-09-2011, 05:00 PM
चलो दिये मीने आपको सिर्फ 5 मिनिट:lol::lol::lol:

धन्यवाद माई बाप
हा हा हा

Gaurav Soni
24-09-2011, 05:02 PM
धन्यवाद माई बाप
हा हा हा
:cheers::lol::cheers:

Bholu
24-09-2011, 05:09 PM
:cheers::lol::cheers:

ha ha ha ha

anoop
24-09-2011, 06:24 PM
जी बिलकुल...

बस इसको एकता कपूर वाला डेली-सोप मत बना लेना मित्र....(मुझे तो इसी बात का डर है अब)

Bholu
24-09-2011, 06:42 PM
बस इसको एकता कपूर वाला डेली-सोप मत बना लेना मित्र....(मुझे तो इसी बात का डर है अब)

आप जैसा कहे

Bholu
24-09-2011, 08:35 PM
राजू की जिद करने पर भी सागर चलने के लिये तैयार नही हुआ
फिर राजू लौट गया
इतने मै सागर घर के अन्दर भागते हुये आया पहले उसने गेट बन्द किये फिर टी वी का स्विच ऑन किया
और न्यूज चैनल लगा दिया
न्यूज मे बता रहे थे के जगंल मेँ बेखौक तरीके से बडी ही बेदर्दी से लोगो का खून करने बाली किलर जी हाँ करने बाली बो एक लडकी है
एक मासूम सी दिखने वाली लडकी है
जिसका नाम भूमि शर्मा बताया जा रहा है
भूमि का ये देख कर आखे भर आई और बो सिर पकड कर रोने लगी
सागर उसके पास आया और उसके कन्धे पर हाथ रखा
तो भूमि तो सागर का हाथ एक झटके मेँ उठा के फैक दिया
भूमि - कम&%*
तूने मैरी जिन्दगी खराब कर दी
मैने तेरा क्या बिगाडा
था
सागर ये खडे खडे सुनता रहा और बो भी अपनी गलती महसूस कर रहा था

MissK
24-09-2011, 11:40 PM
वाह भोलू जी क्या रोमांचक कहानी है. मान गए आपको!! :bravo::bravo:

abhisays
25-09-2011, 12:17 AM
वाह भोलू जी क्या रोमांचक कहानी है. मान गए आपको!! :bravo::bravo:


अगर एकता कपूर ने भोलू जी की कहानी पढ़ ली तो भोलू जी को बालाजी टेलेफिल्म्स में
writer की नौकरी तो जरुर लग ही जायेगी. :lol::lol::lol:

MissK
25-09-2011, 12:26 AM
अगर एकता कपूर ने भोलू जी की कहानी पढ़ ली तो भोलू जी को बालाजी टेलेफिल्म्स में
writer की नौकरी तो जरुर लग ही जायेगी. :lol::lol::lol:
हाहाहा जी हाँ :giggle: और भोलू जी को अपनी और से भी कोशिश करनी चाहिए.. ;)

sagar -
25-09-2011, 07:23 AM
आगे क्या हुआ .................भोलू ........

Gaurav Soni
25-09-2011, 09:38 AM
वाह भोलू जी क्या रोमांचक कहानी है. मान गए आपको!!

Bholu
25-09-2011, 09:39 AM
सागर ने फिर से टीवी की तरफ ध्यान दिया तो टीवी मेँ बता रहे थे की शहर मे पुलिस की निगरानी तेज हो गई है और भूमि अगर जल्द ही सिलेन्डर नही कर ती है तो उसके एनकाऊन्टर कर दिया जाये
भूमि ने इन बातोँ पर ध्यान नही दिया
और उठ कर दरवाजे की तरफ चल दी
तब सागर ने भाग कर भूमि का रास्ता रोका और उसके सामने अपने घुटनो के बल बैठ गया भूमि ने देखा सागर की आखेँ नम थी और उसके होठ कुछ कहना चाहते थे

Bholu
25-09-2011, 09:40 AM
वाह भोलू जी क्या रोमांचक कहानी है. मान गए आपको!!

thanks bro...

Gaurav Soni
25-09-2011, 09:40 AM
आगे क्या हुआ .................भोलू ........

Bholu
25-09-2011, 09:48 AM
यार खाना बना रहा हूँ
2 घन्टे मेँ अपडेट कर पाऊँगा

Gaurav Soni
25-09-2011, 09:49 AM
यार खाना बना रहा हूँ
2 घन्टे मेँ अपडेट कर पाऊँगा
यार क्या बना रहे हो हमे भी तो बुआओ खाने पे

Bholu
25-09-2011, 09:56 AM
यार क्या बना रहे हो हमे भी तो बुआओ खाने पे

अभी तो दम आलू बना रहा हूँ
गौरव जी आपका स्वागत है

Bholu
25-09-2011, 10:42 PM
भूमि रूक गई
और सागर सिर झुका कर खडा हो गया
क्या जरूरत थी तुम्हे ऐसा करने की भूमि ने गुस्से मै कहा
सागर कुछ बोलने की हिम्मत नही कर पा रहा था
और उसका मन बार बार भूमि का चेहरा दे ख कर मायूस हो रहा था
भूमि- मैने तुम्हार क्या बिगाडा था
जो तुमने मैरी जिन्दगी को नरख बना दिया
अब मै क्या करो बताओ मुझे
अरे तूने ने तो अपने दोस्त को भी नही छोडा उसको भी मार दिया
सागर - भूमि जी मैने अपने दोस्त को नही मारा
भूमि - शॉट अप यू इडि%¥¤%
सागर ये सब सुनाता रहा
भूमि बोल पडी
अरे तुम तो कलंक हो
तुम तो अपनी जिन्दगी के भी दुश्मन हो
तुम तो अपनी पत्नी को भी सुख नही दे पाये
बिचारी का नसीब
इतना सुनते ही सागर एक दम से एक अलग स्वर मै बोलने लगा
उसके स्वांद कठोर थे
क्या करना आपको भूमि जी मेरी जिन्दगी मैँ क्या हो रहा है और अपना चाय का कप नीचे रख के अपने आप को एक चाकू उठा के तकलीफ पहुचने के लिये उठा
भूमि ने तुरन्त सागर को पकड लिया
दोनो एक दोसरे को देखे जा रहे थे
और चुपचाप एक मुस्कान दोनो के चेहरे पर आ गई
फिर सागर ने भूमि को चाय का कफ उठा के दिया
और एक हल्की सी मुस्कान भूमि ने सागर को दी
सागर उठ के दरवाजे की तरफ आया
तो उसने देखा की पुलिस उसके घर के चौरह पर खडी है
ये बात सागर ने भूमि को बताई
भूमि फिलहार थक चुकी थी
और उस नीद आ रही थी
सागर ने कहाँ
की क्या आपको नही आ रही है तो भूमि ने हा का इशारा किया
सागर ने जमीन पर एक चटाई और पलंग पर से एक तकीया और चदरा उठा दिया
भूमि ने सोचा शायद सागर जमीन पर सो रहा है पर हुआ उल्टा
और सागर चटाई बिछा के पलँग पर आ गया
भूमि मन ही मन सागर को गालिया दे रही थी
तो सागर उठा और चटाई पर बैठ गया भूमि एक दम से कन्पयूज हो गई
भूमि पूछने लगी तुम चटाई पर क्यो आ गये सागर - आप को पलंग पर सोने की आदत है
मै तो एक दिन नही भी सोऊँगा तो चलेगा
भूमि सागर की तरफ बडे प्यार से देखती है
दोनो अपनी अपनी जगह लेट जाते है
सागर कहता है भूमि जी क्या लाइट बुझा दू
भूमि - ऐसा सोचना भी मत
सागर - क्यो
भूमि - मुझे तुम पर यकीन नही है
सागर हसने लगता है
सागर - एक बात पूछँ भूमि जी
भूमि - मुह बन्द कर के लेटे रहो
थोडी देर बाद जब सागर चुप ही रहता है तो भूमि धीमेँ से कहती है
बोलो क्या कहना चाहते हो

Bholu
26-09-2011, 05:56 AM
यारो कहानी कैसी है
जरा बताते चलो

sagar -
26-09-2011, 07:12 AM
यारो कहानी कैसी है
जरा बताते चलो
कहानी पूरी लिखोगे तभी तो बतायेगे केसी हे ....:giggle:

Bholu
26-09-2011, 07:57 AM
कहानी पूरी लिखोगे तभी तो बतायेगे केसी हे ....:giggle:

मोटा भाई कन्टरोल करो

abhisays
26-09-2011, 09:10 AM
ab tak ki kahani kafi acchi hai ... Aage likhiye

Sikandar_Khan
26-09-2011, 09:41 AM
भोलू जी अच्छी अधूरी कहानी है दिशा और रफ्तार बनाए रखेँ |

Bholu
26-09-2011, 09:44 AM
भोलू जी अच्छी अधूरी कहानी है दिशा और रफ्तार बनाए रखेँ |

आपने अधूरी शब्द का इस्तमाल क्यो किया

naman.a
26-09-2011, 10:40 AM
आपने अधूरी शब्द का इस्तमाल क्यो किया

क्योकि कहानी अभी तक पुरी नही हुई है इसलिये :bang-head:

Bholu
26-09-2011, 10:46 AM
क्योकि कहानी अभी तक पुरी नही हुई है इसलिये :bang-head:

कहानी बडी है
और ये बात उन्हे मालूम है
खैर मुझे कोई फर्क पडता

bhavna singh
26-09-2011, 11:10 AM
काफी रोचक ,रोमांचक कहानी है भोलू जी आपकी लेकिन इसे आप एकता कपूर का डेली सोप मत बनाईये फटाफट पोस्ट कर डालिये /

Bholu
26-09-2011, 11:23 AM
काफी रोचक ,रोमांचक कहानी है भोलू जी आपकी लेकिन इसे आप एकता कपूर का डेली सोप मत बनाईये फटाफट पोस्ट कर डालिये /

देवी जी मै कहानी के एक एक मोड को अच्छे तरीके आप सब के सामने रखना चाहता हूँ
देरी के लिये खेद है

khalid
26-09-2011, 12:13 PM
मोटा भाई कन्टरोल करो

नहीँ होन्दा हैँ कन्ट्रोल थोडा जल्दी जल्दी करो पोस्ट

Bholu
26-09-2011, 01:19 PM
सागर बोलना चाहता था पर हिम्मत जबाब दे रही थी
भूमि - क्या हुआ सागर
कुछ बोलो ना क्या कहना था तुम्हे
दोनो की निगाहे आपसे मे मिल रही थी
सागर - भूमि मुझे तुम्हारी बात का बुरा लगा था
भूमि - कौन सी बात
बही के मेरी बाइफ मुझे छोड कर चली गई
भूमि - ओहो
सागर आई एम सॉरी
मै ये कहना नही चाहती थी लेकिन तुमने मुझे मन्जूर किया
सागर - खैर छोडो
भूमि मेँ एक बात तुमसे एक बात पूछना चाहती हूँ
बोलिये.......
तुम ने मुझसे ये क्यो कहा था
की पैसे , गाडी नही चाहिये
और क्या दे सकती हो
सागर हडबडा गया
मै मै मै
भूमि - ये मै मै क्ये कर साफ बोलो
सागर - ऐसे से ही
भूमि - वाट डू यू मीन
ऐसे ही
सागर - अब तो नही कह रहा हूँ
भूमि -सागर को घूरने लगी
यार मै सॉरी करता हूँ
भूमि - लेकिन तुम क्या चाहते थे
सागर - भूमि रात ज्यादा हो गई सो जाओ
दोनो ने आपमे गुड नाइट वोला
और सो गये
भूमि तो दूसरे ही पल सो गई
लेकिन सागर सो न पाया
बो सोच रहा था आगे क्या होगा
और न्यूज मेँ ये भी पता चला की भूमि के खिलाफ गवाही देने बाला एक गवाह भी है
सागर ये सोच कर चिन्तित था

अगले दिन सुबह के 8 बजे सब सो के उठे
सागर भूमि को चाय दी

bhoomi ji
26-09-2011, 03:20 PM
काफी रोचक कहानी है......
लगे रहें...

Bholu
26-09-2011, 04:12 PM
काफी रोचक कहानी है......
लगे रहें...

thanks ....

sagar -
26-09-2011, 04:42 PM
में तो पीछे की कहानी भूल जाता हू कब तक याद रखु जब तक आप इस कहानी का दी एंड लिखोगे .........तब तक पहले की कहानी याद नही रहेगे ! .....इसलिए जल्दी -२ लिखो !
कंट्रोल नही होता अब .....................

Bholu
26-09-2011, 04:53 PM
में तो पीछे की कहानी भूल जाता हू कब तक याद रखु जब तक आप इस कहानी का दी एंड लिखोगे .........तब तक पहले की कहानी याद नही रहेगे ! .....इसलिए जल्दी -२ लिखो !
कंट्रोल नही होता अब .....................

कंन्ट्रोल उदय
कंन्द्रोल

khalid
26-09-2011, 05:06 PM
कंन्ट्रोल उदय
कंन्द्रोल

नहीँ होन्दा कन्ट्रोल ...

Bholu
26-09-2011, 05:30 PM
और भूमि के मासूम चेहरे को निहारने लगा
भूमि का चेहरा एक नटखट बच्चे की तरह लग रहा था
और
बो सागर को देखकर एक प्यार भरी मुस्कान देती है
भूमि - सागर तुम सारी रात नीचे सोते रहे
तुमे नीद कैसे आ गई

सागर - सोया कहाँ हूँ
सारी रात कल के हादसे के बाद जागता रहा
भूमि को कल की सारी बाते याद आ गई और बो फिर से मायूस हो गई
इतने दरबाजा पर किसी ने दस्तक दी
भूमि तुरन्त उठ कर बाथरूम मे चली गई
और सागर ने आबाज दी कौन है
तो राजू की आबाज थी
गुरू मे हूँ
राजू
सागर - राजू तो कल आना अभी मै सो रहा हुँ
राजू - ये क्या कह रहे हो गुरू तुम तो जल्दी उठ जाते हो
और जल्दी गेट खोलो
सागर ने गेट खोल दिये
हा बोल राजू क्या बात है
गुरू ये तो मुझे पुछने है क्या बात है
तो कल से अन्टसन्ट हरकते कर रहे हो
सागर - नही तो
राजू- कुछ छुपा रहे हो ना मुझसे
भूमि बही खडी खडी सब सुन रही थी
और सोच रही थी ये देखो ये आ गया जासूस बिजय
इतने मै राजू ने पलंग के नीचे कपडे बिछे देखे
अरे गुरू तुम जमीन पर क्यो सोये थे
क्या बात है
सागर - अबे ऐसी कोई बात नही

राजू - फिर क्या बात है गुरू
सागर - अरे मारे पीठ मे दर्द था
भूमि बोली - इसको तकलीफ होती है तो सबको तकलीफ देता है
राजू - गुरू तुम्हे कुछ सुनाई दिया आपको
सागर - नही
खैर अब तो जा
राजू- बार बार आप मुझे भगा क्यो रहे है
अच्छे छोडो
मेरी सुनो
गुरू कल नेहा के साथ क्या मजा आया फिल्म देखने मै
पूरी फिल्म मै उसे देखता रहा
और उसके गले पे हाथ भी रखा
भूमि - छी कमी%¤%
राजू - गुरू मैने फिर से कोई की आबाज सुनी शायद किसी लडकी की
सागर हडबडाते हुये
अरे तो पागल है क्या
राजू - मै तो मजाक कर रहा था
सागर - यार मै कल से बो न्यूज मैँ दिखाई लडकी फिकर कर रहा हूँ बिचार पर क्या बीत रही होगी
राजी - आपको क्यो चिन्ता हो रही है उसकी
लेकिन गुरू क्या मा%€ थी
सही कह रहा हूँ गुरू अगर कभी मिल गई तो अपने पास से जाने नही दूँगा और बस मिल जाये एक बार
ये सुन के भूमि का गुस्सा सातबे आसमान पर चड गया
और उसने बाथरूम मे से ही आबाज दी रोक सा@%*
अभी देखती हूँ तुझे
रूक
ये सुनते ही राजू चौक गया और घर के अन्दर देखने लगा
भूमि एक दम से राजू के सामने आ गई
और कहने लगी क्या कह रहा था तो
एक बार...
भूमि को देख कर राजू की पेन्ट गीली हो गई

Bholu
26-09-2011, 05:31 PM
नहीँ होन्दा कन्ट्रोल ...

तो देख लो जाके
हा हा हा

Bholu
26-09-2011, 11:23 PM
लगता है आज का अपडेट पसन्द नही आया

abhisays
26-09-2011, 11:48 PM
लगता है आज का अपडेट पसन्द नही आया


क्या बात कर रहे हो गुरु, मस्त है.. आप तो लिखते रहिये, तारीफ़ करने वालो का ताँता लग जाएगा..

Bholu
27-09-2011, 06:31 AM
क्या बात कर रहे हो गुरु, मस्त है.. आप तो लिखते रहिये, तारीफ़ करने वालो का ताँता लग जाएगा..

Thanks bro......

sagar -
27-09-2011, 08:20 AM
लगता है आज का अपडेट पसन्द नही आया
सही कहा भोलू ब्रो कहानी कुछ जायदा लेट होने के वजह से निरासा मिल रही हे सभी को ..जितना जायदा खिचोगे उतनी बोरियत होगी कहानी से !:bang-head:

Bholu
27-09-2011, 08:23 AM
सही कहा भोलू ब्रो कहानी कुछ जायदा लेट होने के वजह से निरासा मिल रही हे सभी को ..जितना जायदा खिचोगे उतनी बोरियत होगी कहानी से !:bang-head:

आपको ज्यादा है
ही ही ही .....

Bholu
27-09-2011, 08:25 AM
ये है सागर
इस नाटक के पात्र

sagar -
27-09-2011, 08:27 AM
ये है सागर
इस नाटक के पात्र
भोलू मेरी फोटो क्यू डाल दी यहा पर :lol::lol:

Bholu
27-09-2011, 08:38 AM
भोलू मेरी फोटो क्यू डाल दी यहा पर :lol::lol:

शाम तक 3 फोटो और डालूँगा अभी
कास्टिँग कर रहा
हूँ
सोचता हूँ अभि जी की फोटो डाल दू पर बो पात्र के हिसाब से थोडे मोटे है

sagar -
27-09-2011, 08:41 AM
शाम तक 3 फोटो और डालूँगा अभी
कास्टिँग कर रहा
हूँ
सोचता हूँ अभि जी की फोटो डाल दू पर बो पात्र के हिसाब से थोडे मोटे है
जल्दी डालो :cheers:

abhisays
27-09-2011, 08:53 AM
शाम तक 3 फोटो और डालूँगा अभी
कास्टिँग कर रहा
हूँ
सोचता हूँ अभि जी की फोटो डाल दू पर बो पात्र के हिसाब से थोडे मोटे है


जब वो फोटो लिया था तब
weight ८७ किलो था, अभी ७६ है.. ही ही ही :crazyeyes::crazyeyes:

abhisays
27-09-2011, 08:53 AM
क्या बात है भोलू जी, आपका सूत्र हिट हो गया, इसी के साथ १० पन्ने भर गए.

Bholu
27-09-2011, 08:59 AM
जब वो फोटो लिया था तब
weight ८७ किलो था, अभी ७६ है.. ही ही ही :crazyeyes::crazyeyes:

चलो डाल देता हूँ
आपकी इच्छा है तो
बैसे आपके आगे को दो दात थोडे बडे
है
और आप लाइट ग्रीन कलर की लाइनिँग बाली ऑफिस शेट मे जच रहे हो

abhisays
27-09-2011, 09:01 AM
चलो डाल देता हूँ
आपकी इच्छा है तो
बैसे आपके आगे को दो दात थोडे बडे
है
और आप लाइट ग्रीन कलर की लाइनिँग बाली ऑफिस शेट मे जच रहे हो

यार मेरी फोटो मत डालो..... नहीं तो लोग बोलेंगे की मेरी ही कहानी है.. आप नेट से दूंद कर कोई अच्छा सा फोटो लगा ले..

Bholu
27-09-2011, 09:09 AM
यार मेरी फोटो मत डालो..... नहीं तो लोग बोलेंगे की मेरी ही कहानी है.. आप नेट से दूंद कर कोई अच्छा सा फोटो लगा ले..

इस कहानी 22 के लगभग किरदार है
आपका किरदार कोई अच्छा सा ही दूँगा

abhisays
27-09-2011, 09:10 AM
इस कहानी 22 के लगभग किरदार है
आपका किरदार कोई अच्छा सा ही दूँगा


:banalema::banalema::banalema::banalema::banalema: thanks..

Bholu
27-09-2011, 11:38 AM
यार मेरी फोटो मत डालो..... नहीं तो लोग बोलेंगे की मेरी ही कहानी है.. आप नेट से दूंद कर कोई अच्छा सा फोटो लगा ले..

हा हा हा......

Bholu
27-09-2011, 04:21 PM
She is Neha........

Bholu
27-09-2011, 04:27 PM
so sweet beuty.......

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=12037&stc=1&d=1317124162http://myhindiforum.com/images/editor/smilie.gif

khalid
27-09-2011, 04:36 PM
मस्त हैँ भोलु जी आगे बढ़ाओ

sagar -
27-09-2011, 04:37 PM
यार मेरी फोटो मत डालो..... नहीं तो लोग बोलेंगे की मेरी ही कहानी है.. आप नेट से दूंद कर कोई अच्छा सा फोटो लगा ले..
भोलू अपनी फोटो लगा दो :lol::lol:

sagar -
27-09-2011, 04:39 PM
मस्त हैँ भोलु जी आगे बढ़ाओ
भोलू इस कहानी को एक साल में पूरी करने वाला हे ............हा हा गोल्डन जुबली करेगा :lol:

Bholu
27-09-2011, 04:52 PM
मस्त हैँ भोलु जी आगे बढ़ाओ

यार मुझे फोरम के कोतवाल धर लिया और पेल के डन्डो की पूजा दे रहे है
कोतवाल श्री मोटा भाई
हा हा हा

Bholu
27-09-2011, 05:11 PM
आज का अपडेट अभी करता हूँ

Bholu
27-09-2011, 05:30 PM
भूमि को अपने सामने देख कर राजू की पेन्ट गीली हो गई
ये इस कहानी के मुख्य कैरेक्टर भूमि की फोटो

Sikandar_Khan
27-09-2011, 05:40 PM
भूमि को अपने सामने देख कर राजू की पेन्ट गीली हो गई
ये इस कहानी के मुख्य कैरेक्टर भूमि की फोटो

खोदा पहाड़ निकली चुहिया |

Sikandar_Khan
27-09-2011, 05:46 PM
so sweet beuty.......

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=12037&stc=1&d=1317124162http://myhindiforum.com/images/editor/smilie.gif

ये आयटम बढ़ियां हैँ |

Bholu
27-09-2011, 05:47 PM
राजू के मुँह से आबाज भी नही निकल पा रही थी
और बो थरथर काँपने लगा
राजू सोच रहा था ये कैसे हो सकता है
सागर और भूमि ने जब राजू की गीली पेन्ट देखी तो बो अपनी हसी नही रूक पाये
और जोर जोर से दोनो हँसने लगे
राजू को बहुत बुरा लगा लेकिन शर्म भी आ रही थी
राजू - गुरू क्या मेरी खिल्ली उडा रहे हो
ये अच्छी बात नही
सागर - अरे सोरी यार बुरा क्यो मानता है
हा हा हा
राजू का ध्यान भूमि पर गया
लेकिन ये यहाँ कैसे
आ गई गुरू
भूमि राजू को घूरने लगी
राजू ने आखे नीचे झुकाली
और भूमि उसकी पेन्ट को देख कर फिर हसने लगी
गुरू हटो मै बाथरूम मै जाने दो
सागर- अरे रूको अब खडे खडे तो निपट गया अब क्या करना है बाथरूम मेँ
ही ही ही
और दोनो हँसने लगेँ
लेकिन राजू सागर को धक्का देते हुये जल्दी से बाथरूम मे घुस गया
और थोडी बाद एक तौलिया लपेट कर बाहर आया

Bholu
27-09-2011, 05:50 PM
ये आयटम बढ़ियां हैँ |

गुरू ये ही तो है नेहा
जो इस कहानी की आइटम है

Sikandar_Khan
27-09-2011, 05:52 PM
गुरू ये ही तो है नेहा
जो इस कहानी की आइटम है

मै भी तो यही कह रहा हूँ |

Bholu
27-09-2011, 05:58 PM
खोदा पहाड़ निकली चुहिया |

गुरू आप ने शायद कहानी नही पडी
हर कैरेक्टर चेहरा उसके रोल पर चुना गया है

Bholu
27-09-2011, 06:01 PM
मै भी तो यही कह रहा हूँ |

बिलकुल जनाब.......

Sikandar_Khan
27-09-2011, 06:09 PM
गुरू आप ने शायद कहानी नही पडी
हर कैरेक्टर चेहरा उसके रोल पर चुना गया है

पढ़ी है और पढ़ भी रहा हूँ
लेकिन ये भूमि और कहां हमारी भूमि जी |

Bholu
27-09-2011, 07:53 PM
पढ़ी है और पढ़ भी रहा हूँ
लेकिन ये भूमि और कहां हमारी भूमि जी |

तो क्या आप पात्र भूमि को आपकी भूमि जी समझ रहे थे

YUVRAJ
27-09-2011, 07:58 PM
वाह भोलू भाई ... बहुत ही अच्छे ...:bravo::bravo::bravo:

Bholu
27-09-2011, 08:06 PM
वाह भोलू भाई ... बहुत ही अच्छे ...:bravo::bravo::bravo:

Thanks
par kaha thy aap

YUVRAJ
27-09-2011, 08:11 PM
यही हूँ और आपकी रचना का लुफ्त ले रहा हूँ ...:cheers:Thanks
par kaha thy aap

sagar -
27-09-2011, 08:14 PM
खोदा पहाड़ निकली चुहिया |
चुहिया कब आई इस कहानी में ......:bang-head:........:lol:

Bholu
27-09-2011, 08:33 PM
चुहिया कब आई इस कहानी में ......:bang-head:........:lol:

लगता है सिकन्दर भाई सठिया गये है
ही ही ही
क्या करेँ 55 पार चुके है

Bholu
27-09-2011, 09:58 PM
यारो कहानी प्रति अपनी राय दो

naman.a
27-09-2011, 11:05 PM
कहानी एकदम दमदार है भोलू साहेब ।

Sikandar_Khan
27-09-2011, 11:14 PM
चुहिया कब आई इस कहानी में ......:bang-head:........:lol:

सागर भाई
मै तो इस कहानी की पात्र भूमि का अवलोकन अपनी भूमि जी से कर रहा था |

Sikandar_Khan
27-09-2011, 11:16 PM
लगता है सिकन्दर भाई सठिया गये है
ही ही ही
क्या करेँ 55 पार चुके है

भोलू लगता है अभी तुम हमारी उम्र का सही अंदाजा नही लगा पाए .........
जबकि हम तो 75 बसंत पार कर चुके हैँ |

Bholu
27-09-2011, 11:20 PM
भोलू लगता है अभी तुम हमारी उम्र का सही अंदाजा नही लगा पाए .........
जबकि हम तो 75 बसंत पार कर चुके हैँ |

बसंत
हमममम......

Bholu
27-09-2011, 11:21 PM
सागर भाई
मै तो इस कहानी की पात्र भूमि का अवलोकन अपनी भूमि जी से कर रहा था |

आपकी भूमि की बात अलग है

Bholu
27-09-2011, 11:23 PM
कहानी एकदम दमदार है भोलू साहेब ।

शुक्रिया नमन जी...

MissK
27-09-2011, 11:45 PM
अरे वाह इस कहानी में तो फोटो भी है!!!:crazyeyes::giggle:

Gaurav Soni
28-09-2011, 12:47 AM
वाह भोलू भाई ... बहुत ही अच्छे ...

Sikandar_Khan
28-09-2011, 01:02 AM
आपकी भूमि की बात अलग है

वो तो होगी ही |

khalid
28-09-2011, 06:57 AM
भोलू लगता है अभी तुम हमारी उम्र का सही अंदाजा नही लगा पाए .........
जबकि हम तो 75 बसंत पार कर चुके हैँ |

बसंत ही तो पार किए हैँ उम्र तो खेलने खाने के हैँ अभी आप के

Bholu
28-09-2011, 09:01 AM
वो तो होगी ही |

हाय...........

Sikandar_Khan
28-09-2011, 10:04 AM
हाय...........

ये कौन सा हाय है
अंग्रेजी वाला या हिँदी वाली ?

Sikandar_Khan
28-09-2011, 10:06 AM
बसंत ही तो पार किए हैँ उम्र तो खेलने खाने के हैँ अभी आप के

उमर पचपन की दिल बचपन का |

Bholu
28-09-2011, 10:14 AM
ये कौन सा हाय है
अंग्रेजी वाला या हिँदी वाली ?

भूमि जी बाली मतलबबब...
हिन्दी बाली
ही ही ही

Bholu
28-09-2011, 10:15 AM
उमर पचपन की दिल बचपन का |

अब बतौले भी सीख गये है भाईजान
लगता है नागपुर जाके बिगड गये
ही ही ही

Sikandar_Khan
28-09-2011, 10:19 AM
भूमि जी बाली मतलबबब...
हिन्दी बाली
ही ही ही

मतलब आप हाय लगा रहे हो |

Bholu
28-09-2011, 10:21 AM
मतलब आप हाय लगा रहे हो |

काश मै भी सिकन्दर जी होता

Sikandar_Khan
28-09-2011, 10:21 AM
अब बतौले भी सीख गये है भाईजान
लगता है नागपुर जाके बिगड गये
ही ही ही

लो कर लो बात हम सुधरे ही कब थे |

Bholu
28-09-2011, 10:24 AM
लो कर लो बात हम सुधरे ही कब थे |

जब भूमि जी फोरम पर आईँ थी

Bholu
29-09-2011, 11:21 AM
राजू तौलिया लपेट के आ गया
दोनो लोग मुस्कुरा रहे थे
सागर बोला राजू हो आये ठीक से
राजू सागर को आखे दिखाने लगा

तभी भूमि बोली
क्या कह रहे थे तुम
मेरे बारेँ मेँ
राजू - मे मे मे
भूमि - चुप रहो इडियट
राजू फिर से धबरा गया
राजू सागर से पूछता है
गुरू ये यहाँ कैसे आये भूमि बोल उटती है
इन्ही की करामत से
सागर नीचे नजर कर लेता है
भूमि - इस आदमी ने मेरी जिन्दगी खराब कर दी
राजू - क्या बात है गुरू और ये भूमी जी क्या कह रही है

MissK
29-09-2011, 05:49 PM
भोलू जी आपकी कहानी तो अब भूलने लग गयी!! कुछ स्पीड बढाइये अपनी!!:crazyeyes:

sagar -
30-09-2011, 06:43 AM
भोलू जी आपकी कहानी तो अब भूलने लग गयी!! कुछ स्पीड बढाइये अपनी!!:crazyeyes:
कोलेस्ट्राल डलवाओ स्पीड बढाओ ............:horse::horse::horse::lol::lol:

Gaurav Soni
30-09-2011, 09:41 AM
कोलेस्ट्राल डलवाओ स्पीड बढाओ ............:horse::horse::horse::lol::lol:
:lol::lol::lol:

MANISH KUMAR
07-10-2011, 06:23 PM
:bravo::bravo:भोलू भाई बहुत मस्त कहानी लिखी इसे आगे भी बढाओ. :cheers:
और मेरे लिए एक रोल मिल सके तो कहीं को फिट कर लो भाई.:giggle: वैसे जब से अमित भाई की चौडगरा बंद हुई है, मैं बेरोजगार हूँ. :lol: :tomato:

bhavna singh
07-10-2011, 08:34 PM
लगता है भोलू जी कहानी लिखना भूल गए हैं ........!

MANISH KUMAR
09-10-2011, 03:14 PM
लगता है भोलू जी कहानी लिखना भूल गए हैं ........!

ऐसी बात है क्या? लगता है अब लम्बे टाइम तक भूखों मरना पड़ेगा.

abhisays
09-10-2011, 03:44 PM
पूरी उम्मीद है जल्द ही भोलू जी आयेंगे और कहानी पूरी करेंगे..

सभी सदस्यों से अपील है की वो सब्र रखे.. याद रखिये सब्र का फल मीठा होता है.

Sikandar_Khan
09-10-2011, 05:08 PM
पूरी उम्मीद है जल्द ही भोलू जी आयेंगे और कहानी पूरी करेंगे..

सभी सदस्यों से अपील है की वो सब्र रखे.. याद रखिये सब्र का फल मीठा होता है.

आपने सही फरमाया शायद फल अभी पक रहा है |

Bholu
09-10-2011, 05:51 PM
आपने सही फरमाया शायद फल अभी पक रहा है |

आज अपडेट करूँगा

sagar -
10-10-2011, 04:59 PM
आज अपडेट करूँगा
क्या हुआ भोलू अपडेट नहीं किया ....???

Bholu
10-10-2011, 05:13 PM
15 minat .....

sagar -
10-10-2011, 07:02 PM
15 minat .....
दो घंटे हो गये भोलू .../??

MANISH KUMAR
12-10-2011, 06:17 PM
दो घंटे हो गये भोलू .../??

२ दिन हो गए. :beating:

sagar -
12-10-2011, 08:01 PM
२ दिन हो गए. :beating:
लगता हे अभी दो महीने लगेगे ....:giggle::giggle:

Bholu
04-12-2011, 12:29 PM
लगता हे अभी दो महीने लगेगे ....:giggle::giggle:

sayad.......