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View Full Version : आंखों देखी कानों सुनी सब झूठी-एक मार्मिक क


Sikandar_Khan
25-09-2011, 12:22 AM
एक ट्रेन में एक महिला, पुरुष और उनका लगभग 24 -25 साल का लड़का बैठे थे…. वो लड़का खिड़की की और बैठा था…. हर किसी चीज़ को देखने का उस लड़के का नजरिया कुछ और ही था वो हर चीज़ को ऐसे घूर रहा था जैसे कभी उसने उन्हें या उस तरह की कोई चीज़ देखी ही ना हो…..

Sikandar_Khan
25-09-2011, 12:23 AM
थोड़ी देर बाद उस परिवार के सामने वाली सीट पर एक नवयुवक व एक नवयुवती आकर बैठ गए . दोनों आपस में कुछ बात कर रहे थे ……. तभी उनकी नज़र उस लड़के पर पड़ी ……. उस लड़के की हरकतें उनको बड़ी अजीब सी लगी ……… पर वो कुछ बोले नहीं……..

Sikandar_Khan
25-09-2011, 12:24 AM
फिर थोड़ी देर में ही ट्रेन चल पड़ी…. अब वो लड़का चिल्लाने लगा माँ वो देखो खम्भा चलने लगा है…… वो फिर चिल्लाया माँ वो पेड़ चल रहे हैं………. ये सुनकर उसकी माँ कहती हां बेटा तुने ठीक कहा………… सामने बैठे नवयुवक को बड़ा गुस्सा आया की ये लड़का किस तरह की मुर्खता भरी बातें कर रहा है. और उसकी माँ उसको समझाने के स्थान पर उसको और बढ़ावा दे रही हैं…….. पर नवयुवती द्वारा रोके जाने पर वो नवयुवक शांत बैठा रहा……..

Sikandar_Khan
25-09-2011, 12:24 AM
तभी लड़का फिर जोर जोर से चिल्लाया वो देखो बादल वो भी अब चलने लगा…….. है न माँ…….. और उसकी माँ बोली हां बेटा तुने ठीक कहा……… और वो लड़का जोर जोर से हसने लगा………
अब उस नवयुवक से चुप न रहा गया……….. वो उस महिला से बोले आपका बेटा उतनी देर से मुर्खता पूर्ण हरकतें कर रहा है और आप उसको समझाने के स्थान पर उसकी इन मूर्खतापूर्ण हरकतों पर उसका साथ दे रही है. मुझे लगता है की आपका बेटा मानसिक रूप से बीमार है और आपको किसी अच्छे डॉक्टर से उसका इलाज करना चाहिए.

Sikandar_Khan
25-09-2011, 12:25 AM
अब तक चुपचाप बैठे ये सब देख रहा उस लड़के का पिता बोला………… तुमने बिलकुल ठीक कहा …….. ये सब डॉक्टर के कारन ही हुआ है………… हम डॉक्टर के पास से ही आ रहे हैं ……….. मेरा ये बेटा जन्म से देखने में असमर्थ था. आज इसका ऑपरेशन हुआ और हम अब इसको घर ले जा रहे है….. ये सब जिनको देखकर ये इस प्रकार की प्रतिक्रिया दे रहा है.. वो इसलिए क्योकि वास्तव में ये उनको पहली बार देख रहा है….. आज पहली बार इसने देखा की पेड़ होता कैसा है…… बादल क्या हैं ……. और फिर जैसे ही ट्रेन चली तो इसको वो हर चीज़ भागती लगी तो इसमें इसके मानसिक रूप से कमजोर होने का कोई प्रश्न ही नहीं है……………

Sikandar_Khan
25-09-2011, 12:26 AM
अब उस नवयुवक की आँखों में पानी था….उसका सर झुक गया था …………. उसके होंठ कंपकपा रहे थे.. जैसे वो कुछ कहना चाहता हो पर उसको शब्द नहीं मिल पा रहे हों………..
ग्लानी से भरा वो युवक जब अपने गंतव्य पर उतरने लगा तो उसने पैर छूकर उस महिला और पुरुष से माफ़ी मांगी और बोला की आज मेरी समझ में एक बात आ गयी………

Sikandar_Khan
25-09-2011, 12:28 AM
कि कई बार आँखों देखी और कानो सुनी बात भी गलत हो सकती है………….
और किसी भी घटना को देखकर उसपर अपनी राय बनाना गलत है……………

Dark Saint Alaick
16-04-2012, 05:47 PM
बहुत अच्छा सबक है सिकंदरजी ! धन्यवाद !

neelam
21-04-2012, 06:31 PM
:bravo::bravo::bravo::bravo::bravo:

sombirnaamdev
21-04-2012, 07:46 PM
कि कई बार आँखों देखी और कानो सुनी बात भी गलत हो सकती है………….
और किसी भी घटना को देखकर उसपर अपनी राय बनाना गलत है……………
hamari to chodiye ye itna acha sutra madrators ki najar se bhi kaise bach gaya jo unhone bhi dene me late kar diya

kkhai acche sutra ke liye badhayi or sath me repo