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View Full Version : आस्था


Bholu
28-09-2011, 09:26 AM
दोस्तो इस सूत्र के द्धारा हम आस्था की कहानीयोँ की शुरूआत करते है

Bholu
28-09-2011, 09:40 AM
एक गाव मे कुछ समय से बर्षा नही हो रही थी
उस गाव मे एक साधु महात्मा रहते थे
लोग उन्हे बहुत मानते थे
लोगो ने अपनी तकलीफ उन्हे बताई
तो उन्होने कहा कल आप सभी इसी समय पर इसी स्थान पर आ जाना
कल यहाँ बर्षा होगी
सब चले गये
और दूसरे दिन आ गये
और सब उस बारिस मे भीँग गये
लेकिन एक व्यक्ति नही भीगा
क्यो की बो छाता ले कर आया था
तो उस आदमी से दूसरे आदमी पूछा भाई तुम छाता लेकर क्या आये थे
तो बो आदमी बो आप सब को साधु जी की बात पर आस्था थी
लेकिन मुझे उन पर .....

rakesh
02-10-2011, 10:38 PM
bahut khub maza aa gaya .....astha yahi he....i like it,.......realy.............:crazyeyes::bye:

sagar -
03-10-2011, 09:24 AM
भोलू कहानी आगे बढाओ ........

Bholu
04-10-2011, 05:40 AM
भोलू कहानी आगे बढाओ ........

मोटा भाई ये सूत्र आप सभी के सहयोग से चलेगा

arvind
04-10-2011, 11:28 AM
मोटा भाई ये सूत्र आप सभी के सहयोग से चलेगा
पूरा सहयोग है भोलु जी, आप लिखते जाईए, हमलोग पढ़ते जाएँगे।

SIMRAN
04-10-2011, 01:12 PM
पूरा सहयोग है भोलु जी, आप लिखते जाईए, हमलोग पढ़ते जाएँगे।

यह कैसा भयानक सहयोग हैँ सर जी

arvind
04-10-2011, 01:17 PM
यह कैसा भयानक सहयोग हैँ सर जी
लिखने वाले को सिर्फ पढ़नेवाले ही सहयोग कर सकते है मोहतरमा। अगर पढ़नेवाले ना रहे तो लिखने का क्या फायदा, क्यो भोलु जी - सही बोला ना।

sagar -
04-10-2011, 03:10 PM
लिखने वाले को सिर्फ पढ़नेवाले ही सहयोग कर सकते है मोहतरमा। अगर पढ़नेवाले ना रहे तो लिखने का क्या फायदा, क्यो भोलु जी - सही बोला ना।
बिलकुल सही कहा अरविन्द जी ने हम तो पढ़ कर ही सहयोग दे सकते हे ! हम उसकी कहानी को को केसे आगे बढा सकते हे !