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View Full Version : साडा हक एथे रख


Bholu
28-09-2011, 11:27 AM
दोस्तो इस सूत्र के द्धारा हम अपने हक के लिये सरकार से कहेगेँ
किसी और से भी कह सकते है

Bholu
28-09-2011, 12:19 PM
अभि जी यूजर ऑफ मन्थ क्यो बन्द है
साडा हक ऐन्दे रख

bhavna singh
28-09-2011, 02:09 PM
अभि जी यूजर ऑफ मन्थ क्यो बन्द है
साडा हक ऐन्दे रख

अभि जी यूजर ऑफ मन्थ क्यो बन्द है
साडा हक एन्दे रख

जब एक से ही काम हो जाये तो दो दो क्यों....................... ?

Bholu
28-09-2011, 03:08 PM
जब एक से ही काम हो जाये तो दो दो क्यों....................... ?

एक से भले दो....

Sikandar_Khan
28-09-2011, 04:34 PM
अभि जी यूजर ऑफ मन्थ क्यो बन्द है
साडा हक ऐन्दे रख
भोलू जी आपकी फ़रियाद सुन ली गयी है इसे जल्द ही सुरु किया जायेगा |

Bholu
28-09-2011, 05:02 PM
भोलू जी आपकी फ़रियाद सुन ली गयी है इसे जल्द ही सुरु किया जायेगा |

मेरे सूत्र शादी से पहले BY BHOLU मे से by bholu क्यो हटा दिया भाई

Gaurav Soni
28-09-2011, 05:40 PM
अच्छा सूत्र बनाया है इसके सूत्रधार ने

arvind
28-09-2011, 05:46 PM
मेरे सूत्र शादी से पहले by bholu मे से by bholu क्यो हटा दिया भाई
सूत्रधार का नाम तो सूत्र के साथ प्रदर्शित होता ही रहता है, इसके लिए अलग से नाम देने की आवश्क्ता नहीं है।

Gaurav Soni
28-09-2011, 05:49 PM
सूत्रधार का नाम तो सूत्र के साथ प्रदर्शित होता ही रहता है, इसके लिए अलग से नाम देने की आवश्क्ता नहीं है।
:bravo::bravo::bravo:

YUVRAJ
28-09-2011, 05:50 PM
ये कारण उचित नहीं है ...
सूत्रधार को सूत्र का नाम रखने की पूरी स्वतंत्रता है और उसके अनुरोध के बिना नाम बदलना सही नहीं है ...सूत्रधार का नाम तो सूत्र के साथ प्रदर्शित होता ही रहता है, इसके लिए अलग से नाम देने की आवश्क्ता नहीं है।

naman.a
28-09-2011, 06:12 PM
ये कारण उचित नहीं है ...
सूत्रधार को सूत्र का नाम रखने की पूरी स्वतंत्रता है और उसके अनुरोध के बिना नाम बदलना सही नहीं है ...

युवराजी की इस बात से मै पूर्णतय सहमत हूं

Bholu
28-09-2011, 06:12 PM
ये कारण उचित नहीं है ...
सूत्रधार को सूत्र का नाम रखने की पूरी स्वतंत्रता है और उसके अनुरोध के बिना नाम बदलना सही नहीं है ...

यार अब मेरी जरूरत नही

malethia
28-09-2011, 06:16 PM
यार अब मेरी जरूरत नही
नहीं मित्र ऐसी बात नहीं है,
परिवार के प्रत्येक सदस्य का अपना महत्त्व होता है !

bhavna singh
28-09-2011, 06:31 PM
मेरे सूत्र शादी से पहले BY BHOLU मे से by bholu क्यो हटा दिया भाई

अच्छा सूत्र बनाया है इसके सूत्रधार ने

सूत्रधार का नाम तो सूत्र के साथ प्रदर्शित होता ही रहता है, इसके लिए अलग से नाम देने की आवश्क्ता नहीं है।

:bravo::bravo::bravo:

ये कारण उचित नहीं है ...
सूत्रधार को सूत्र का नाम रखने की पूरी स्वतंत्रता है और उसके अनुरोध के बिना नाम बदलना सही नहीं है ...

युवराजी की इस बात से मै पूर्णतय सहमत हूं

यार अब मेरी जरूरत नही

इस विषय पर इतना तूल देने की क्या आवश्यकता है अगर आप अपने नाम का टाइटल चाहते हैं तो फिर से लगाया जा सकता है /
अगर किसी नियामक को ये अनुचित लागा तो हटा दिया इससे सूत्र की रोचकता तो समाप्त नहीं हो गयी /
नियामक भी तो हम आप की तरह मनुष्य है अगर गलती हम कर सकते हैं तो उनसे भी हो सकती है /
इस प्रकार गुटबाजी करके विरोध करना सभ्यता नहीं है /
अगर आपको किसी भी नियामक या सदस्य से शिकायत है तो आप शिकायत बटन दबाकर शिकायत दर्ज करें या फिर इस सूत्र के माध्यम से अपनी शिकायत करें .....
धन्यवाद

bhavna
http://myhindiforum.com/showthread.php?t=3285

YUVRAJ
28-09-2011, 06:32 PM
आपकी बात सही है पर हर सदस्य को समान महत्त्व देना भी जरूरी होता है ...नहीं मित्र ऐसी बात नहीं है,
परिवार के प्रत्येक सदस्य का अपना महत्त्व होता है !

YUVRAJ
28-09-2011, 06:34 PM
कोरी बकवास .... इस विषय पर इतना तूल देने की क्या आवश्यकता है अगर आप अपने नाम का टाइटल चाहते हैं तो फिर से लगाया जा सकता है /
अगर किसी नियामक को ये अनुचित लागा तो हटा दिया इससे सूत्र की रोचकता तो समाप्त नहीं हो गयी /
नियामक भी तो हम आप की तरह मनुष्य है अगर गलती हम कर सकते हैं तो उनसे भी हो सकती है /
इस प्रकार गुटबाजी करके विरोध करना सभ्यता नहीं है /
अगर आपको किसी भी नियामक या सदस्य से शिकायत है तो आप शिकायत बटन दबाकर शिकायत दर्ज करें या फिर इस सूत्र के माध्यम से अपनी शिकायत करें .....
धन्यवाद

bhavna
http://myhindiforum.com/showthread.php?t=3285

bhavna singh
28-09-2011, 06:38 PM
कोरी बकवास ....

आपको सच बात हमेशा बकवास ही लगती हैं /

malethia
28-09-2011, 06:44 PM
आपकी बात सही है पर हर सदस्य को समान महत्त्व देना भी जरूरी होता है ...
मित्र,युवराज़ हमारी पूरी कोशिश रहती है की हर सदस्य को उचित सम्मान मिले !
फिर भी गलती इंसानों से ही होती है ,और यदि किसी सदस्य को गलत लगता है वो उसकी शिकायत किसी भी नियामक या शिकायत का बटन दबाकर कर सकता है !

naman.a
28-09-2011, 06:50 PM
इस विषय पर इतना तूल देने की क्या आवश्यकता है अगर आप अपने नाम का टाइटल चाहते हैं तो फिर से लगाया जा सकता है /
अगर किसी नियामक को ये अनुचित लागा तो हटा दिया इससे सूत्र की रोचकता तो समाप्त नहीं हो गयी /
धन्यवाद

bhavna


भावना जी,

आपने शायद हमारी पोस्ट का आशय गलत ले लिया । यहां पर ना कोई गुटबाजी हो रही है ना किसी बात को तूल दिया जा रहा है । क्योकि फ़ोरम से हम भी अलग नही है । ये तो एक सुझाव कि तरह है कि अगर किसी नियामाक को कोई चीज गलत लगी और वो नियम के विरुद्ध नही है तो उन्हे सुत्रधार या सदस्य को इस के बारे बताना चाहिये कि यहा पर गलत लग रहा है तो इसे संपादित किया जा रहा है या सदस्य स्वयं उसे संपादित कर दे । क्योकि वो प्रविष्टि फ़ोरम के नियमो के विरुद्ध नही है तो नियामाक उसे संपादित नही करे क्या मालूम सदस्य ने किस प्रयोजन से वो प्रविष्टि की है तो उसका प्रयोजन भी नष्ट ना हो । इसे आप या नियामाक गण अन्यथा ना ले ।

YUVRAJ
28-09-2011, 06:52 PM
१:- यह तूल नहीं एक तर्क है कुतर्क नहीं ...
२:- प्रबंधन किसी एक का कार्य नहीं है सभी मिल कर और नियमों में रह कर कार्य करें और सूत्र की रोचकता से अधिक सूत्रधार के मनोबल का ध्यान रखें ... रोचकता खुद-ब-खुद बनी रहेगी ...
३:- किसी एक बात के लिए एक मत होना गुटबाजी नहीं होता ऐसा सोचने वाला निम्न बुद्धी का इंशान होता है ...
४:- शिकायत का कार्य आपने क्यूँ नहीं किया सलाह देने से पहले ???
१:-इस विषय पर इतना तूल देने की क्या आवश्यकता है अगर आप अपने नाम का टाइटल चाहते हैं तो फिर से लगाया जा सकता है /
२:- अगर किसी नियामक को ये अनुचित लागा तो हटा दिया इससे सूत्र की रोचकता तो समाप्त नहीं हो गयी /
नियामक भी तो हम आप की तरह मनुष्य है अगर गलती हम कर सकते हैं तो उनसे भी हो सकती है /
३:- इस प्रकार गुटबाजी करके विरोध करना सभ्यता नहीं है /
४:- अगर आपको किसी भी नियामक या सदस्य से शिकायत है तो आप शिकायत बटन दबाकर शिकायत दर्ज करें या फिर इस सूत्र के माध्यम से अपनी शिकायत करें .....
धन्यवाद

bhavna
http://myhindiforum.com/showthread.php?t=3285

:tomato:
आपको सच बात हमेशा बकवास ही लगती हैं /

malethia
28-09-2011, 06:56 PM
मित्रो,मैं आप लोगों से माफ़ी चाहूँगा ,आपका हक मांगने का तरीका मुझे समझ नहीं आया.............
यदि कोई गलती है तो उसे आसानी से सुलझाया जा सकता है बजाए इस तरह की बहसबाजी के ,
मैं आप सभी से अनुरोध करूंगा की सूत्र को टोपिक से भटकायें नहीं...................

YUVRAJ
28-09-2011, 06:58 PM
यह कोई शिकायत का विषय ही नहीं है सर जी ...:cheers:
मित्र,युवराज़ हमारी पूरी कोशिश रहती है की हर सदस्य को उचित सम्मान मिले !
फिर भी गलती इंसानों से ही होती है ,और यदि किसी सदस्य को गलत लगता है वो उसकी शिकायत किसी भी नियामक या शिकायत का बटन दबाकर कर सकता है !

हम नमन भाई के विचारों का सम्मान करते हैं ...:)
भावना जी,

आपने शायद हमारी पोस्ट का आशय गलत ले लिया । यहां पर ना कोई गुटबाजी हो रही है ना किसी बात को तूल दिया जा रहा है । क्योकि फ़ोरम से हम भी अलग नही है । ये तो एक सुझाव कि तरह है कि अगर किसी नियामाक को कोई चीज गलत लगी और वो नियम के विरुद्ध नही है तो उन्हे सुत्रधार या सदस्य को इस के बारे बताना चाहिये कि यहा पर गलत लग रहा है तो इसे संपादित किया जा रहा है या सदस्य स्वयं उसे संपादित कर दे । क्योकि वो प्रविष्टि फ़ोरम के नियमो के विरुद्ध नही है तो नियामाक उसे संपादित नही करे क्या मालूम सदस्य ने किस प्रयोजन से वो प्रविष्टि की है तो उसका प्रयोजन भी नष्ट ना हो । इसे आप या नियामाक गण अन्यथा ना ले ।

Sikandar_Khan
28-09-2011, 06:58 PM
आप सब की समस्या का निदान हो गया है
सूत्र का नाम वापस फिर वही हो गया है |
फोरम परिवार का आनंद लें

malethia
28-09-2011, 07:00 PM
अब इस विषय को विराम दें,भोलू जी के सूत्र का नाम वापस वाही कर दिया गया है ..........

Gaurav Soni
28-09-2011, 07:02 PM
इस विषय पर इतना तूल देने की क्या आवश्यकता है अगर आप अपने नाम का टाइटल चाहते हैं तो फिर से लगाया जा सकता है /
अगर किसी नियामक को ये अनुचित लागा तो हटा दिया इससे सूत्र की रोचकता तो समाप्त नहीं हो गयी /
नियामक भी तो हम आप की तरह मनुष्य है अगर गलती हम कर सकते हैं तो उनसे भी हो सकती है /
इस प्रकार गुटबाजी करके विरोध करना सभ्यता नहीं है /
अगर आपको किसी भी नियामक या सदस्य से शिकायत है तो आप शिकायत बटन दबाकर शिकायत दर्ज करें या फिर इस सूत्र के माध्यम से अपनी शिकायत करें .....
धन्यवाद

bhavna
http://myhindiforum.com/showthread.php?t=3285
भावना जी क्रप्या आप अपने शब्दो पर नियत्र्ण रखे क्यूकी ना मे कभी गुटबाजी करता हु ओर ना ही मेरा कोई विरोध करने का इरादा हे ओर ना ही इस प्रकार की मेरी सभ्यता हे अगर आप इस प्रकार के शब्दो का ईस्टमाल करेगी तो मे आप से माफी चहुगा की आप को इसका फल भी प्राप्त करना होगा ओर आपसे निवेदन हे की क्रप्या आप मुझे किसी भी अनुचित ओर बेतुकी बात मे ना सामील करे ना मे इस प्रकार की बाते करता हु ओर ना ही इस प्रकार का हु मेरे इस फोरम पर से जाने का यही कारण था पर रवि जी की बात मान कर बापस आया था ओर अगर इस प्रकार की बाटो मे अगर किसी ने भी मुझे बिना बात के इनवोलव किया तो .................?
ये मेरी पहली ओर आखरी समजाइस हे
अगर आप को मेरे सबदों से बुरा लगा हो तो मे आप सभी से माफी चाहता हु

bhavna singh
28-09-2011, 07:08 PM
भावना जी,

आपने शायद हमारी पोस्ट का आशय गलत ले लिया । यहां पर ना कोई गुटबाजी हो रही है ना किसी बात को तूल दिया जा रहा है । क्योकि फ़ोरम से हम भी अलग नही है । ये तो एक सुझाव कि तरह है कि अगर किसी नियामाक को कोई चीज गलत लगी और वो नियम के विरुद्ध नही है तो उन्हे सुत्रधार या सदस्य को इस के बारे बताना चाहिये कि यहा पर गलत लग रहा है तो इसे संपादित किया जा रहा है या सदस्य स्वयं उसे संपादित कर दे । क्योकि वो प्रविष्टि फ़ोरम के नियमो के विरुद्ध नही है तो नियामाक उसे संपादित नही करे क्या मालूम सदस्य ने किस प्रयोजन से वो प्रविष्टि की है तो उसका प्रयोजन भी नष्ट ना हो । इसे आप या नियामाक गण अन्यथा ना ले ।

नमन जी आपका कहना सही है मेरा उद्देश्य किसी की भावना को ठेस पहुचना नहीं था /
लेकिन कोई बात रखने का एक तरीका होता है इसके लिए सूत्रधार खुद अपनी बात रख सकता है ना की हम सब सदस्य मिलकर प्रबधन पर सवाल दागने लगें ........../

bhavna singh
28-09-2011, 07:11 PM
भावना जी क्रप्या आप अपने शब्दो पर नियत्र्ण रखे क्यूकी ना मे कभी गुटबाजी करता हु ओर ना ही मेरा कोई विरोध करने का इरादा हे ओर ना ही इस प्रकार की मेरी सभ्यता हे अगर आप इस प्रकार के शब्दो का ईस्टमाल करेगी तो मे आप से माफी चहुगा की आप को इसका फल भी प्राप्त करना होगा ओर आपसे निवेदन हे की क्रप्या आप मुझे किसी भी अनुचित ओर बेतुकी बात मे ना सामील करे ना मे इस प्रकार की बाते करता हु ओर ना ही इस प्रकार का हु मेरे इस फोरम पर से जाने का यही कारण था पर रवि जी की बात मान कर बापस आया था ओर अगर इस प्रकार की बाटो मे अगर किसी ने भी मुझे बिना बात के इनवोलव किया तो .................?
ये मेरी पहली ओर आखरी समजाइस हे
अगर आप को मेरे सबदों से बुरा लगा हो तो मे आप सभी से माफी चाहता हु

गौरव जी ये कोई व्यक्ति विशेष की बात नहीं है यहाँ पर एक आम बात हो रही थी
अगर मेरे शब्दों से आपको कष्ट पंहुचा है तो मै क्षमा मांगती हूँ ....../

YUVRAJ
28-09-2011, 07:16 PM
एक सही नियामक इस बात को सदस्य से व्यक्तिगत संदेश के माध्यम से करता तो हमें क्या जरूरत थी आप खुद ही सोचो ... जब बात सूत्र पर होगी तो सभी लिखेगे .. गलत तो नहीं कहा ना ...नमन जी आपका कहना सही है मेरा उद्देश्य किसी की भावना को ठेस पहुचना नहीं था /
लेकिन कोई बात रखने का एक तरीका होता है इसके लिए सूत्रधार खुद अपनी बात रख सकता है ना की हम सब सदस्य मिलकर प्रबधन पर सवाल दागने लगें ........../

bhavna singh
28-09-2011, 07:22 PM
१:- यह तूल नहीं एक तर्क है कुतर्क नहीं ...:tomato::tomato:
२:- प्रबंधन किसी एक का कार्य नहीं है सभी मिल कर और नियमों में रह कर कार्य करें और सूत्र की रोचकता से अधिक सूत्रधार के मनोबल का ध्यान रखें ... रोचकता खुद-ब-खुद बनी रहेगी ...
३:- किसी एक बात के लिए एक मत होना गुटबाजी नहीं होता ऐसा सोचने वाला निम्न बुद्धी का इंशान होता है ...
४:- शिकायत का कार्य आपने क्यूँ नहीं किया सलाह देने से पहले ???




१. तर्क करने के लिए सूत्रधार है ना की आप /
२. प्रबंधन का कार्य प्रबंधन जाने हमें प्रबधन के कार्य में दखल देने की आदत नहीं है /
३. झूठ को अगर दस लोग बोले तो वो सच नहीं हो जाता है /
४. आप तो फोरम के पुराने सदस्य हैं ये कार्य आपको पहले करना चाहिए था ना की मुझे ............

bhavna singh
28-09-2011, 07:25 PM
एक सही नियामक इस बात को सदस्य से व्यक्तिगत संदेश के माध्यम से करता तो हमें क्या जरूरत थी आप खुद ही सोचो ... जब बात सूत्र पर होगी तो सभी लिखेगे .. गलत तो नहीं कहा ना ...

प्रबंधन की ओर से गलती हुई तो इसके लिए प्रबंधन माफ़ी मांग चुका है /
अब आप चर्चा को यहीं विराम दें /

Bholu
28-09-2011, 07:25 PM
दोस्तो मुझे माफ करना
क्योकि मेरी बजह से आप सभी को दुख पहुँचा
मलेथिया जी
गौरव जी
युवराज जी
अरविन्द नियामक जी नमन जी
सिकन्दर जी
भावना जी
मै आज आप सबका दिल दुखा कर खुद को बहुत छोटा समझ रहा हूँ
खैर मैने कोई गुटबाजी नही की
बस अपना हक मांगा
और सुनिये
नियायको और फोरम के सच्चे सदस्यो बात कुछ नही थी
लेकिन बडा बना दिया गया
नाम सूत्र से हटाते तो एक बार PM ya बिजिटर कर देते
सुनिये मे सदस्य हूँ और सदस्यता निभाना जानता हूँ
लेकिन कभी किसी के दिल को आज्ञात नही पहचाता
मुझे सलाह दी जाती है
लेकिन अपना पन नही
आज फिर मै दुखी हुआ हूँ
खैर छोडिये
यहाँ सब ठीक है

Gaurav Soni
28-09-2011, 07:26 PM
गौरव जी ये कोई व्यक्ति विशेष की बात नहीं है यहाँ पर एक आम बात हो रही थी
अगर मेरे शब्दों से आपको कष्ट पंहुचा है तो मै क्षमा मांगती हूँ ....../
भावना जी बेसे मे एक शांत सरल ओर साफ श्व्दो मे बात करने बाला इंसान हु मे किसी भी जहा विरोध बाली बाते होती हे मे अपने आप को बहा पर कोई भी कमेंट्स नहीं करता क्यूकी मे इन सभी बाटो से
डरता हु इसके बाद भी अगर कोई मेरी तरफ बात करता हे तो मे अपने आपको नहीं रोक पता हु अगर मेरे शब्दों से आपको कष्ट पंहुचा है तो मै क्षमा मांगता हूँ

khalid
28-09-2011, 07:29 PM
एक सही नियामक इस बात को सदस्य से व्यक्तिगत संदेश के माध्यम से करता तो हमें क्या जरूरत थी आप खुद ही सोचो ... जब बात सूत्र पर होगी तो सभी लिखेगे .. गलत तो नहीं कहा ना ...

बिल्कुल ठिक कहाँ आपने आइन्दा ध्यान दिया जाएगा युवी भाई

bhavna singh
28-09-2011, 07:30 PM
दोस्तो मुझे माफ करना
क्योकि मेरी बजह से आप सभी को दुख पहुँचा
मलेथिया जी
गौरव जी
युवराज जी
अरविन्द नियामक जी नमन जी
सिकन्दर जी
भावना जी
मै आज आप सबका दिल दुखा कर खुद को बहुत छोटा समझ रहा हूँ
खैर मैने कोई गुटबाजी नही की
बस अपना हक मांगा
और सुनिये
नियायको और फोरम के सच्चे सदस्यो बात कुछ नही थी
लेकिन बडा बना दिया गया
नाम सूत्र से हटाते तो एक बार pm ya बिजिटर कर देते
सुनिये मे सदस्य हूँ और सदस्यता निभाना जानता हूँ
लेकिन कभी किसी के दिल को आज्ञात नही पहचाता
मुझे सलाह दी जाती है
लेकिन अपना पन नही
आज फिर मै दुखी हुआ हूँ
खैर छोडिये
यहाँ सब ठीक है

भावना जी बेसे मे एक शांत सरल ओर साफ श्व्दो मे बात करने बाला इंसान हु मे किसी भी जहा विरोध बाली बाते होती हे मे अपने आप को बहा पर कोई भी कमेंट्स नहीं करता क्यूकी मे इन सभी बाटो से
डरता हु इसके बाद भी अगर कोई मेरी तरफ बात करता हे तो मे अपने आपको नहीं रोक पता हु अगर मेरे शब्दों से आपको कष्ट पंहुचा है तो मै क्षमा मांगता हूँ
अब छोडिये इन बातों को और हंसी खुशी आनंद लें ना की दिलों में मैल लेकर .........
जय हिंद

naman.a
28-09-2011, 07:30 PM
दोस्तो मुझे माफ करना
क्योकि मेरी बजह से आप सभी को दुख पहुँचा
मलेथिया जी
गौरव जी
युवराज जी
अरविन्द नियामक जी नमन जी
सिकन्दर जी
भावना जी


मेरे ना हमारे प्यारे भोलू साहेब जहां चार बर्तन होती है वहां आवाज होती ही है । और रही दु:ख पहुचाने की बात तो इस प्रविष्टि ने ज्यादा दु:ख पहुचाया हमे । एक पल मे पराया कर दिया । :bang-head:

Bholu
28-09-2011, 07:32 PM
मेरे ना हमारे प्यारे भोलू साहेब जहां चार बर्तन होती है वहां आवाज होती ही है । और रही दु:ख पहुचाने की बात तो इस प्रविष्टि ने ज्यादा दु:ख पहुचाया हमे । एक पल मे पराया कर दिया । :bang-head:

मै आप सब को खोना नही चाहता इस लिये गलती माँग रहा हूँ

Sikandar_Khan
28-09-2011, 07:38 PM
मै आप सब को खोना नही चाहता इस लिये गलती माँग रहा हूँ
अब सब कुछ भूल कर काम पर लग जाओ वरना आज की पगार कट :horse:

Bholu
28-09-2011, 07:40 PM
अब सब कुछ भूल कर काम पर लग जाओ वरना आज की पगार कट :horse:
शायद
आपको तो डबल मिलेगी
हा हा हा

bhavna singh
28-09-2011, 07:41 PM
अब सब कुछ भूल कर काम पर लग जाओ वरना आज की पगार कट :horse:
खान साहब मुझे आज की कितनी पगार मिलेगी ?

bhavna singh
28-09-2011, 07:42 PM
शायद
आपको तो डबल मिलेगी
हा हा हा

ऐसा क्यों ................
इन्होने ऐसा क्या काम कर दिया है ?

khalid
28-09-2011, 07:43 PM
इस सुत्र मेँ अब प्रविष्टी छोड कर सब चौपाल पर आए

arvind
28-09-2011, 07:46 PM
आइये दोस्ताना माहौल बनाते है।

Bholu
28-09-2011, 07:49 PM
इस सुत्र मेँ अब प्रविष्टी छोड कर सब चौपाल पर आए

खालिद भाई आप एक काम कीजिये सब को बिजिटर मैसेज कीजिये
कृपया सूत्र पर प्रबिष्टिया को छोडने की या सूत्र को रोकने की बात न कहे
जहाँ पोस्ट दिखेगी सदस्य बैसै ही आ जायेगा
धन्यवाद

Sikandar_Khan
28-09-2011, 07:59 PM
यहाँ पर सब बहुत ही समझदार हैं ..................मुझे छोडकर

Bholu
28-09-2011, 08:02 PM
यहाँ पर सब बहुत ही समझदार हैं ..................मुझे छोडकर

भाई यहाँ क्या हो रहा है

Sikandar_Khan
28-09-2011, 08:08 PM
भाई यहाँ क्या हो रहा है
कहाँ क्या हो गया भाई ?

YUVRAJ
28-09-2011, 08:08 PM
आप अकेले नही हो सिकंदर भाई ... एक हम भी हैं ...यहाँ पर सब बहुत ही समझदार हैं ..................मुझे छोडकर

arvind
28-09-2011, 08:11 PM
आप अकेले नही हो सिकंदर भाई ... एक हम भी हैं ...हम भी है.....

Sikandar_Khan
28-09-2011, 08:12 PM
आप अकेले नही हो सिकंदर भाई ... एक हम भी हैं ...
फिर तो अपुन दोनों भाई भाई
चलो जाम टकराने | :cheers::bigdrunk::bigdrunk:

Sikandar_Khan
28-09-2011, 08:13 PM
हम भी है.....
आओ आप भी टुन्न हो जाओ |:bigdrunk::bigdrunk:

Bholu
28-09-2011, 08:14 PM
कहाँ क्या हो गया भाई ?

आप रहने दे......

Sikandar_Khan
28-09-2011, 08:14 PM
आप अकेले नही हो सिकंदर भाई ... एक हम भी हैं ...
अरे रे रे भाई ........... ये जूते क्यों उतर कर फेक दिए ?

khalid
28-09-2011, 08:28 PM
फिर तो अपुन दोनों भाई भाई
चलो जाम टकराने | :cheers::bigdrunk::bigdrunk:

गलत बात हैँ सिकन्दर भाई मुझे आपने और युवी भाई मुझे छोड कर

Sikandar_Khan
28-09-2011, 08:32 PM
गलत बात हैँ सिकन्दर भाई मुझे आपने और युवी भाई मुझे छोड कर
क्या आपका भी मूड बन गया ?

Bholu
28-09-2011, 09:24 PM
तो दोस्तो
मैने सुबह सूत्र बनाया था
साडा हक एन्डे रख
दोस्तोँ ये शब्द दिल को छु गये है
बस आप भी इस समझे
आने बाले समय मेँ इसकी जरूरत पडेगी

Bholu
29-09-2011, 08:34 AM
हम हक माँगते है सरकार से
की मँहगाई खत्म करो
और गरीब मिटाओ

Sikandar_Khan
29-09-2011, 08:57 AM
हम हक माँगते है सरकार से
की मँहगाई खत्म करो
और गरीब मिटाओ

भाई जब मंहगाई इसी रफ्तार से बढ़ेगी तो गरीब खुद ब खुद खत्म हो जाएगा |
इससे अच्छा तरीका और क्या हो सकता है गरीब मिटाने का ?

Bholu
29-09-2011, 09:15 AM
भाई जब मंहगाई इसी रफ्तार से बढ़ेगी तो गरीब खुद ब खुद खत्म हो जाएगा |
इससे अच्छा तरीका और क्या हो सकता है गरीब मिटाने का ?

सही कहा आपने भाई