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View Full Version : :::: सिगरेट कैसे छोड़े? ::::


abhisays
07-10-2011, 06:42 PM
:::: सिगरेट कैसे छोड़े? ::::

http://images.pictureshunt.com/pics/n/no_smoking-2158.jpg

abhisays
07-10-2011, 06:49 PM
मुझे सिगरेट पीते हुए करीब ७ साल हो गए हैं. जब मैं १९ साल का था तब इंजीनियरिंग कॉलेज में स्टार्ट किया था, पहले तो जोश था.. अब यह आदत या कहिये एक नशा हो गया है.

अब मैंने निश्चय किया है की इस नशे से छुटकारा पाने का वक़्त आ गया है. बहुत हुआ..

पिछले ७ सालो में मैंने एक दिन में औसत १० सिगरेट के हिसाब से महीने के ३०० और साल के ३६०० सिगरेट पिए हैं.

७ साल में २५२०० सिगरेट यानी एक सिगरेट की कीमत औसत ४ रुपैये माने तो करीब १ लाख रुपैये खर्च किये है.

हद हो गयी बेवकूफी की, १ लाख रुपैये धुए में उड़ा दिए.

abhisays
07-10-2011, 06:51 PM
मैंने इससे पहले भी कई बार सिगरेट छोड़ने की कोशिश की है लेकिन हर बार असफल रहा. अगर इस बार भी असफल रहा तो मैं यह सूत्र कचरे पेटी में दाल दूंगा.. और फिर कुछ औद दिनों के बाद फिर से कोशिश करूंगा..

लेकिन उम्मीद पर दुनिया कायम है. देखते है इस बार क्या होता है?

abhisays
07-10-2011, 07:03 PM
सभी सिगरेट पीने वालो को पता रहता है की सिगरेट पीने स्वाथ्य के लिए हानिकारक होता है.

स्मोकर समझते है की सिगरेट छोड़ने केलिए जबरदस्त इक्षाशक्ति होनी चाहिए. सिगरेट छोड़ने के सामान्य तरीके जो होते हैं उनमे स्मोकर को बताया जाता है है की सिगरेट क्यों छोड़ी जाए. इसके ४ कारण बताये जाते हैं.

१. स्वास्थय
२. पैसे की बर्बादी
३. सिगरेट की गुलामी
४. सिगरेट पीना अच्छी आदत नहीं है सामाजिक नजरिये से भी.

abhisays
07-10-2011, 07:04 PM
यह ४ कारण पता होने पर भी स्मोकर सिगरेट पीना नहीं छोड़ता

आखिर क्यों????

abhisays
07-10-2011, 07:08 PM
फिर भी स्मोकर सिगरेट पिटे है क्योकि उन्हें लगता है की

इससे तनाव कम हो जाता है,
concentration अच्छा बनता है.
चिंता से दिमाग मुक्त हो जाता है. सब कुछ कूल लगने लगता है.
बोरियत दूर हो जाती है.

यह काफी जोरदार कारण है जिसके कारण स्मोकर समझता है सिगरेट पीना ही बेहतर है.

abhisays
07-10-2011, 07:14 PM
लेकिन अगर स्मोकर को यकीन दिलाया जाए की सिगरेट पिने से यह सब कुछ नहीं होता बल्कि.

१. इससे तनाव और बढ हो जाता है,
२. concentration में कमी आ जाती है. यादाशत कमजोर हो जाता है.
३. चिंता और बढ़ जाती है. मुह का स्वाद तो ख़राब होता ही है. जीवन के हर हिस्से में करवाहट आ जाती .
४. आदमी और बोरियत महसूस करने लगता है.


जी हाँ सिगरेट पीने से ऐसा ही होता है..लेकिन हमें इसका उल्टा लगता है..क्योकि हम लोग नशे के चक्कर में पड़ जाते हैं. वास्तविकता हमें दिखाई नहीं देती है.

निकोटिन नाम का एक छोटा राक्षस हमारे शरीर और दिमाग पर हावी हो जाता है.

abhisays
07-10-2011, 07:15 PM
लेकिन अगर स्मोकर को यकीन दिलाया जाए की सिगरेट पिने से यह सब कुछ नहीं होता बल्कि.

१. इससे तनाव और बढ हो जाता है,
२. Concentration में कमी आ जाती है. यादाशत कमजोर हो जाता है.
३. चिंता और बढ़ जाती है. मुह का स्वाद तो ख़राब होता ही है. जीवन के हर हिस्से में करवाहट आ जाती .
४. आदमी और बोरियत महसूस करने लगता है.


जी हाँ सिगरेट पीने से ऐसा ही होता है..लेकिन हमें इसका उल्टा लगता है..क्योकि हम लोग नशे के चक्कर में पड़ जाते हैं. वास्तविकता हमें दिखाई नहीं देती है.

निकोटिन नाम का एक छोटा राक्षस हमारे शरीर और दिमाग पर हावी हो जाता है.


अगर ऐसा है तो सिगरेट छोड़ने के ४ और कारण हो गए हैं.

abhisays
07-10-2011, 07:21 PM
एक और मज़े की बात है की सिगरेट पीने वाले सोचते है की यह एक आदत है और उन्होंने ही सिगरेट पीना शुरू किया है और सिगरेट पीना उन्हें अच्छा लगता है.

हर सिगरेट पीने वाले को याद रहता है की सबसे पहला सिगरेट उसने कब पिया था. उसे यह भी याद रहता है की सिगरेट पीने के बाद उसे कितना बेकार लगा था पुरे मुह का स्वाद ख़राब हो गया था.

लेकिन स्मोकर को यह याद नहीं रहता की कब वो इस नशे का गुलाम हो गया....

sagar -
07-10-2011, 09:45 PM
अच्छा हे मुझे इसकी आदत नही हे मेरे तो काफी पैसे बच गये ............हा हा

ndhebar
07-10-2011, 09:47 PM
कोशिश कीजिये, उम्मीद पर दुनिया कायम है

khalid
07-10-2011, 09:59 PM
अच्छा हे मुझे इसकी आदत नही हे मेरे तो काफी पैसे बच गये ............हा हा

हा हा हा तब तो आप ताजमहल बनवा सकते हैँ हमारी भाभी के लिए
बचे हुए पैसे से
( मजाक )
खैर बात मुद्दे की बात पैसे की नहीँ हैँ अगर कोई सिकरेट वगैरह मेँ पैसे बर्बाद ना भी करे तो पैसे बचते कहाँ हैँ
हाँ लेकिन सेहत समाज के नजरो मेँ गिरना वगैरह जरुर होता हैँ
मैँ कोई बहुत बडा ज्ञानी तो नहीँ लेकिन हाँ इच्छा शक्ति की जरुरत जरुर होता हैँ सिगरेट या कोई भी तलब के लिए मैँने अपने जिन्दगी मेँ चालिस पैँतालिस साल तक लगातार बिडी सिगरेट पीने वालो को छोडते देखा हैँ
क्योँ
क्योँ की मौत का खौफ बहुत बडा होता हैँ जब की सब को पता हैँ मरना हैँ फिर भी अगर दस पीते हैँ तो नौ पीए दुसरे दिन आठ फिर सात इसी तरह मुक्ति हो तो हो

bhavna singh
07-10-2011, 10:09 PM
मै तो कहती हूँ पकड़ते ही क्यों हो जो छोड़ने की बात आये ......!

khalid
07-10-2011, 10:24 PM
मै तो कहती हूँ पकड़ते ही क्यों हो जो छोड़ने की बात आये ......!

जब तक पकडेँगे नहीँ तो छोडने का मजा कहाँ से मिलेगा

abhisays
07-10-2011, 10:25 PM
मै तो कहती हूँ पकड़ते ही क्यों हो जो छोड़ने की बात आये ......!


इसका मज़ा वही जाने जिसने सिगरेट का काश लिया हो.

bhavna singh
07-10-2011, 10:32 PM
जब तक पकडेँगे नहीँ तो छोडने का मजा कहाँ से मिलेगा

इसका मज़ा वही जाने जिसने सिगरेट का काश लिया हो.

मुझे सिगरेट के धुंवे से बहुत एलर्जी है ........!

khalid
07-10-2011, 10:49 PM
मुझे सिगरेट के धुंवे से बहुत एलर्जी है ........!

अच्छी बात हैँ नहीँ तो आप भी कम से कम मेन्थोल सिगरेट पी लेती

Sikandar_Khan
07-10-2011, 10:53 PM
अच्छी बात हैँ नहीँ तो आप भी कम से कम मेन्थोल सिगरेट पी लेती
क्यों बेचारी को बर्बाद करने में तुले हो ?

bhavna singh
07-10-2011, 10:58 PM
अच्छी बात हैँ नहीँ तो आप भी कम से कम मेन्थोल सिगरेट पी लेती

नो थैंक्स आप ही पियो ........!

bhavna singh
07-10-2011, 10:59 PM
क्यों बेचारी को बर्बाद करने में तुले हो ?

अब आप ही समझाओ इनको ये बुरी आदत है ......!

khalid
08-10-2011, 06:49 AM
अब आप ही समझाओ इनको ये बुरी आदत है ......!

मैँ तो कभी कभी का कस्टमर हुँ साल छः महिने मेँ पीता हुँ शौकिया दोस्तोँ के साथ :crazyeyes:

sagar -
08-10-2011, 07:15 AM
अब आप ही समझाओ इनको ये बुरी आदत है ......!
अगर इच्छा शक्ति मजबूत हो तो सिगरेट छोडना कोई मुश्किल काम नही हे :banalema:

abhisays
08-10-2011, 07:44 AM
सागर भाई. सिगरेट छोड़ना वाकई मुश्किल काम है..

khalid
08-10-2011, 09:24 AM
सागर भाई. सिगरेट छोड़ना वाकई मुश्किल काम है..

आप की बात से मैँ सहमत हुँ अगर आप छोड भी देँगे तो कुछ टेन्शन होने के बाद सब से पहले सिगरेट को खोजिएगा

abhisays
08-10-2011, 09:29 AM
आप की बात से मैँ सहमत हुँ अगर आप छोड भी देँगे तो कुछ टेन्शन होने के बाद सब से पहले सिगरेट को खोजिएगा


बिलकुल सही बात है

sagar -
08-10-2011, 09:51 AM
सागर भाई. सिगरेट छोड़ना वाकई मुश्किल काम है..
फिर तो आपको सिगरेट छुडाने के लिए एक प्रोडक्ट आता हे मेने एड देखि हे टीवी में उसका नाम मुझे याद नही आ रहा याद आते ही आपको बताऊंगा !

khalid
08-10-2011, 10:15 AM
फिर तो आपको सिगरेट छुडाने के लिए एक प्रोडक्ट आता हे मेने एड देखि हे टीवी में उसका नाम मुझे याद नही आ रहा याद आते ही आपको बताऊंगा !

मन के जीते जीत हैँ मन के हारे हार हैँ सागर भाई
जब कोई छोडना चाहता हैँ खुद छोड देता हैँ कोई दवा या बात की जरुरत नहीँ होती

sagar -
08-10-2011, 10:17 AM
मन के जीते जीत हैँ मन के हारे हार हैँ सागर भाई
जब कोई छोडना चाहता हैँ खुद छोड देता हैँ कोई दवा या बात की जरुरत नहीँ होती
खालिद भाई वो तो मेने पहले ही कहा हे की इछाशक्ति मजबूत हे तो हर चीज छोडी जा सकती हे !

khalid
08-10-2011, 10:40 AM
खालिद भाई वो तो मेने पहले ही कहा हे की इछाशक्ति मजबूत हे तो हर चीज छोडी जा सकती हे !

बिल्कुल सत्य वचन

bhavna singh
08-10-2011, 10:53 AM
अगर इच्छा शक्ति मजबूत हो तो सिगरेट छोडना कोई मुश्किल काम नही हे :banalema:

मैंने पकड़ी ही कब थी .....?

malethia
08-10-2011, 10:53 AM
फिर तो आपको सिगरेट छुडाने के लिए एक प्रोडक्ट आता हे मेने एड देखि हे टीवी में उसका नाम मुझे याद नही आ रहा याद आते ही आपको बताऊंगा !
मेरे हिसाब से ऐसा कोई प्रोडक्ट मार्केट में नहीं है जो सिगरेट या अन्य किसी तरह का नशा छुडवा सके !
नशा छोड़ने का एक मात्र उपाय खुद की इच्छा है ,पहले मैं भी नशा करता था लेकिन बिना किसी दवा के नशे को सफलतापूर्वक अलविदा कह दिया और पिछले १८ साल से सिवाय चाय के कोई नशा नहीं किया !

abhisays
08-10-2011, 11:24 AM
मेरे हिसाब से ऐसा कोई प्रोडक्ट मार्केट में नहीं है जो सिगरेट या अन्य किसी तरह का नशा छुडवा सके !
नशा छोड़ने का एक मात्र उपाय खुद की इच्छा है ,पहले मैं भी नशा करता था लेकिन बिना किसी दवा के नशे को सफलतापूर्वक अलविदा कह दिया और पिछले १८ साल से सिवाय चाय के कोई नशा नहीं किया !


चाय भी अपने आप में एक नशा ही है.

सिगरेट में निकोटिन होता है चाय में कैफीन

malethia
08-10-2011, 11:30 AM
चाय भी अपने आप में एक नशा ही है.

सिगरेट में निकोटिन होता है चाय में कैफीन
आप सही कह रहे है, लेकिन चाय भी मेरे लिए महत्त्वपूर्ण नहीं है,
चाय सिर्फ मैं घर पर ही पीता हूँ,अन्य कहीं पर नहीं................

bhavna singh
08-10-2011, 12:12 PM
http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=12346&stc=1&d=1318057913

sagar -
08-10-2011, 07:36 PM
मेरे हिसाब से ऐसा कोई प्रोडक्ट मार्केट में नहीं है जो सिगरेट या अन्य किसी तरह का नशा छुडवा सके !
नशा छोड़ने का एक मात्र उपाय खुद की इच्छा है ,पहले मैं भी नशा करता था लेकिन बिना किसी दवा के नशे को सफलतापूर्वक अलविदा कह दिया और पिछले १८ साल से सिवाय चाय के कोई नशा नहीं किया !
आता हे भाई मेने कई बार उसे देखा हे लेकिन नाम याद नही आ रहा हे !उस एड में एक आदमी सिगरेट का पैकेट निचे गिरता हे लेकिन वो चिपका रहता हे कई बार हाथ हिलाने पर भी वो नही गिरता !

malethia
08-10-2011, 07:57 PM
मेरे पास एक सिगरेट छोड़ने का आसान सा तरीका है ...........
सिगरेट लो,मुंह में लगाओ,अब इसे जलाओ ,अब आठ दस जोरदार कस लगाओ,
इस प्रकार जब सिगरेट खत्म हो जाए तो उसे छोड़ दो............:giggle::giggle:
यही प्रक्रिया आप हर बार दोहराएंगे तो पायेंगे की आपके पास सिगरेट है ही नहीं,
बल्कि आपने पी पी के सारी छोड़ दी...........:giggle::giggle:

abhisays
08-10-2011, 07:59 PM
मेरे पास एक सिगरेट छोड़ने का आसान सा तरीका है ...........
सिगरेट लो,मुंह में लगाओ,अब इसे जलाओ ,अब आठ दस जोरदार कस लगाओ,
इस प्रकार जब सिगरेट खत्म हो जाए तो उसे छोड़ दो............:giggle::giggle:
यही प्रक्रिया आप हर बार दोहराएंगे तो पायेंगे की आपके पास सिगरेट है ही नहीं,
बल्कि आपने पी पी के सारी छोड़ दी...........:giggle::giggle:


यह तरीका तो मैं रोज़ इस्तेमाल करता हूँ..

:lol:
:lol:

singhtheking
08-10-2011, 08:07 PM
भाई सिगरेट छोड़ने का एक तरीका है की हर वो चीज़ जिसके साथ सिगरेट अच्छी लगती है उसको छोड़ दो जैसे.. बहुत लोग चाय के साथ सिगरेट पीते हैं. ताश खेलते हुए सिगरेट पीते हैं. स्टेशन पर समय बिताने के वक़्त सिगरेट पीते है..आदि..

ravi sharma
08-10-2011, 08:27 PM
मेरे पास एक सिगरेट छोड़ने का कठिन सा तरीका है ........सिगरेट खूब .जादा पीओ इतनी पीओ की पिने की दम नहीं बचे और नफरत हो जाए

ndhebar
08-10-2011, 11:52 PM
आता हे भाई मेने कई बार उसे देखा हे लेकिन नाम याद नही आ रहा हे !उस एड में एक आदमी सिगरेट का पैकेट निचे गिरता हे लेकिन वो चिपका रहता हे कई बार हाथ हिलाने पर भी वो नही गिरता !
आप शायद निकोलाईट की बात कर रहे हैं
ये सचमुच काम करता है
कम से कम एक प्रयास करके तो देखा जा सकता है

abhisays
09-10-2011, 01:20 PM
जी हाँ निशांत जी आपने सही बोला.
nicolite का वेबसाइट भी मिल गया है

अब पता करना यह भारत में कहा मिलता है.. बेंगलुरु में तो मिलना चाहिए.

http://www.nicolites.co.uk/

ndhebar
09-10-2011, 01:49 PM
जी हाँ निशांत जी आपने सही बोला.
Nicolite का वेबसाइट भी मिल गया है

अब पता करना यह भारत में कहा मिलता है.. बेंगलुरु में तो मिलना चाहिए.

http://www.nicolites.co.uk/
ये प्रत्येक कैमिस्ट की दूकान पर उपलब्ध है

jitendragarg
09-10-2011, 02:07 PM
ये भी क्या बात हुई, सिगरेट छोडनी है, तो बिजली वाली सिगरेट पियो! क्या मजाक है! छोडना है तो सब कुछ छोडो!

sagar -
09-10-2011, 02:29 PM
आप शायद निकोलाईट की बात कर रहे हैं
ये सचमुच काम करता है
कम से कम एक प्रयास करके तो देखा जा सकता है
हा भाई यही हे वो में इसका नाम भूल गया था !

abhisays
09-10-2011, 03:39 PM
ये भी क्या बात हुई, सिगरेट छोडनी है, तो बिजली वाली सिगरेट पियो! क्या मजाक है! छोडना है तो सब कुछ छोडो!


निकोटिन के नशा छोड़ने में थोडा वक़्त लगता है..ऐसे में यह वाली सिगरेट काफी उप्य्गोगी सिद्ध हो सकती है.

MANISH KUMAR
09-10-2011, 03:57 PM
अब तो अभिषेक जी की सिगरेट छुड़वाना हम सबका मिशन बन चूका है. :giggle: :cheers:

MANISH KUMAR
09-10-2011, 03:58 PM
कोशिश जारी रखो भाई, जरूर कामयाब होगे.

Sikandar_Khan
09-10-2011, 04:06 PM
अब तो अभिषेक जी की सिगरेट छुड़वाना हम सबका मिशन बन चूका है. :giggle: :cheers:

एक काम करते हैँ इनके एरिये के आसपास सिगरेट की सप्लाई बंद करवा देते हैँ |

abhisays
09-10-2011, 06:00 PM
कोशिश जारी रखो भाई, जरूर कामयाब होगे.

धीरे धीरे कम करने की कोशिश कर रहा हूँ..

naman.a
09-10-2011, 10:51 PM
इस बला को तो हम भी मुंह लगाये बैठे है । पर दिन मे 2 से ज्यादा नही होती एक सुबह आफ़िस जाते हूये और एक रात को आते वक्त ।

malethia
10-10-2011, 02:42 PM
भाई सिगरेट छोड़ने का एक तरीका है की हर वो चीज़ जिसके साथ सिगरेट अच्छी लगती है उसको छोड़ दो जैसे.. बहुत लोग चाय के साथ सिगरेट पीते हैं. ताश खेलते हुए सिगरेट पीते हैं. स्टेशन पर समय बिताने के वक़्त सिगरेट पीते है..आदि..
आपकी बात तो सही है मित्र,लेकिन मैंने देखा है की सिगरेट पीने वाले हर चीज़ खाने या पीने के बाद सिगरेट का कस लगाते है ,उन्हें खाने के बाद ,चाय के बाद, रात को सोने से पहले ,टोइलेट में जाने से पहले !तो अब आप ही बताएं वो क्या क्या छोड़ेंगे..........

downcomix
10-10-2011, 08:18 PM
मुझे सिगरेट पीते हुए करीब ७ साल हो गए हैं. जब मैं १९ साल का था तब इंजीनियरिंग कॉलेज में स्टार्ट किया था, पहले तो जोश था.. अब यह आदत या कहिये एक नशा हो गया है.

अब मैंने निश्चय किया है की इस नशे से छुटकारा पाने का वक़्त आ गया है. बहुत हुआ..

पिछले ७ सालो में मैंने एक दिन में औसत १० सिगरेट के हिसाब से महीने के ३०० और साल के ३६०० सिगरेट पिए हैं.

७ साल में २५२०० सिगरेट यानी एक सिगरेट की कीमत औसत ४ रुपैये माने तो करीब १ लाख रुपैये खर्च किये है.

हद हो गयी बेवकूफी की, १ लाख रुपैये धुए में उड़ा दिए.

अरे बापरे ...क्या आदत थी आपकी अभी भाई ....१० सिगरेट १ दिन में .....मुझे तो सुनने से ही चक्कर आती है .....मै तो सिगरेट की गंध भी सहन नहीं कर पाता....मैंने तो जिंदगी में कभी सिगरेट नहीं पि ..:hypocrite:
सिगरेट धुएं से आदमी के आयु भी उड़ जाती है ..पैसे भी उड़ जाती है ..बहुत खराब चीज है .....इसलिए छोड़ दीजिए इसे ........

abhisays
10-10-2011, 08:48 PM
अरे बापरे ...क्या आदत थी आपकी अभी भाई ....१० सिगरेट १ दिन में .....मुझे तो सुनने से ही चक्कर आती है .....मै तो सिगरेट की गंध भी सहन नहीं कर पाता....मैंने तो जिंदगी में कभी सिगरेट नहीं पि ..:hypocrite:
सिगरेट धुएं से आदमी के आयु भी उड़ जाती है ..पैसे भी उड़ जाती है ..बहुत खराब चीज है .....इसलिए छोड़ दीजिए इसे ........


koshish jaari hai mitr...

anoop
11-10-2011, 09:28 AM
मुझे सिगरेट पीते हुए करीब ७ साल हो गए हैं. जब मैं १९ साल का था तब इंजीनियरिंग कॉलेज में स्टार्ट किया था, पहले तो जोश था.. अब यह आदत या कहिये एक नशा हो गया है.

अब मैंने निश्चय किया है की इस नशे से छुटकारा पाने का वक़्त आ गया है. बहुत हुआ..

पिछले ७ सालो में मैंने एक दिन में औसत १० सिगरेट के हिसाब से महीने के ३०० और साल के ३६०० सिगरेट पिए हैं.

७ साल में २५२०० सिगरेट यानी एक सिगरेट की कीमत औसत ४ रुपैये माने तो करीब १ लाख रुपैये खर्च किये है.

हद हो गयी बेवकूफी की, १ लाख रुपैये धुए में उड़ा दिए.

अब कभी एक बार ८% चक्रवृद्धि ब्याज के दर से इस एक लाख का आपके रिटायर्मेन्ट के समय क्या मान होगा, इसको भी जरा अपने गणित ज्ञान के भरोसे जोड़ कर देख लीजिए। शायद यही एक लाख आपके बुढ़ापे में अपने दिन स्वीस आल्प्स में छुट्टियाँ बिताने की इच्छा में बाधक तो नहीं बनने वाला....ही ही ही।:crazyeyes:

Dark Saint Alaick
17-10-2011, 12:05 AM
मैं कई बार प्रयास कर चुका हूं, किन्तु कोई कोशिश कारगर नहीं हुई ! हतभाग्य !

abhisays
18-10-2011, 09:08 AM
मैं कई बार प्रयास कर चुका हूं, किन्तु कोई कोशिश कारगर नहीं हुई ! हतभाग्य !

एक दिन में आप कितनी सिगरेट पी जाते हैं.

Dark Saint Alaick
18-10-2011, 05:22 PM
लगभग तीस ... और कम से कम चार पैग व्हिस्की !

arvind
18-10-2011, 05:28 PM
लगभग तीस ... और कम से कम चार पैग व्हिस्की !
ई लो, आप तो अभिषेक जी को भी पछाड़ दिये।

ndhebar
18-10-2011, 05:49 PM
लगभग तीस ... और कम से कम चार पैग व्हिस्की !
प्रभु, आपको ये वेवडा समाज बिना किसी चुनाव के ही अपना नेता स्वीकार करता है

Dark Saint Alaick
18-10-2011, 05:51 PM
तमाम तरह के शोध और समाचार शुरू में मुझे डराते रहते थे, लेकिन एक बार एक अफ्रीकी बुजुर्ग के बारे में पढ़ी खबर ने मेरा सारा भय दूर कर दिया ! यह सत्तर वर्षीय व्यक्ति दस वर्ष की आयु से सिगरेट से कई गुना ज्यादा कड़क सिगार बीस की संख्या में निपटा रहा था ! उसने सात शादियां की थीं और इन सबसे उसके लगभग पैसठ बच्चे थे ! जब यह समाचार छपा था, तब उसके परिजन की संख्या सौ से ऊपर थी ! दूसरी घटना भी सुनें, यह मेरे एक बचपन के मित्र गणेश के पिता के बारे में है ! वे सुनार थे और इतने सात्विक कि कभी सुपारी भी अपनी जुबां पर नहीं रखी ! जब हम दसवीं में अध्ययन कर रहे थे, तब गले के कैंसर से उनका निधन हो गया ! उनके निधन ने हमारे मन में यह विचार प्रकट किया कि जब ऐसे व्यक्ति को गले का कैंसर हो सकता है, फिर किस चीज़ से डरना ! बस, जीवन का मज़ा खुल कर उठाएं, ... और तब से आज तक यह क्रम जारी है ! वैसे भी मेरा मानना है कि ये सारे शोध कम्पनियां अपने हित-साधन के लिए मन-माफिक कराती हैं !

Dark Saint Alaick
18-10-2011, 05:57 PM
अच्छा हे मुझे इसकी आदत नही हे मेरे तो काफी पैसे बच गये ............हा हा


इतनी कंजूसी भी अच्छी नहीं है, मित्र ! बचत के इस पैसे में से आपको हम जैसे खर्चीले दुर्जनों को कम से कम एक पार्टी तो देनी ही चाहिए ! क्या नहीं ? :cheers:

khalid
18-10-2011, 06:31 PM
इतनी कंजूसी भी अच्छी नहीं है, मित्र ! बचत के इस पैसे में से आपको हम जैसे खर्चीले दुर्जनों को कम से कम एक पार्टी तो देनी ही चाहिए ! क्या नहीं ? :cheers:

पार्टी मेँ क्या सिर्फ सिगरेट रहेगा या फिर खाने पीने का सामान भी रहेगा

Dark Saint Alaick
18-10-2011, 07:13 PM
पार्टी मेँ क्या सिर्फ सिगरेट रहेगा या फिर खाने पीने का सामान भी रहेगा


मेरे ख़याल से ... आपके लिए तो सिर्फ धुंआ ही काफी रहेगा ! हा...हा...हा...!:giggle:

ndhebar
18-10-2011, 07:29 PM
तमाम तरह के शोध और समाचार शुरू में मुझे डराते रहते थे, लेकिन एक बार एक अफ्रीकी बुजुर्ग के बारे में पढ़ी खबर ने मेरा सारा भय दूर कर दिया ! यह सत्तर वर्षीय व्यक्ति दस वर्ष की आयु से सिगरेट से कई गुना ज्यादा कड़क सिगार बीस की संख्या में निपटा रहा था ! उसने सात शादियां की थीं और इन सबसे उसके लगभग पैसठ बच्चे थे ! जब यह समाचार छपा था, तब उसके परिजन की संख्या सौ से ऊपर थी ! दूसरी घटना भी सुनें, यह मेरे एक बचपन के मित्र गणेश के पिता के बारे में है ! वे सुनार थे और इतने सात्विक कि कभी सुपारी भी अपनी जुबां पर नहीं रखी ! जब हम दसवीं में अध्ययन कर रहे थे, तब गले के कैंसर से उनका निधन हो गया ! उनके निधन ने हमारे मन में यह विचार प्रकट किया कि जब ऐसे व्यक्ति को गले का कैंसर हो सकता है, फिर किस चीज़ से डरना ! बस, जीवन का मज़ा खुल कर उठाएं, ... और तब से आज तक यह क्रम जारी है ! वैसे भी मेरा मानना है कि ये सारे शोध कम्पनियां अपने हित-साधन के लिए मन-माफिक कराती हैं !

हमारे यहाँ एक कहावत है
चेत चले तो काल ना खाय, काल आवे तो चेतलो ना जाय
सार यही है की
बचाव से सुरक्षा होती है पर जब दुर्घटना निर्धारत हो तो कोई बचाव काम नहीं आता
आप कौन सा रास्ता चुनते हैं ये आप पर निर्भर है

khalid
18-10-2011, 07:40 PM
आप सत्य कह रहेँ हैँ
निशांत भाई
जिस की आनी होती उसे कोई रोक नहीँ सकता
लेकिन खुद से सुरक्षा रखने के साथ परिवार का भी हित का ख्याल रखना जरुरी हैँ

abhisays
18-10-2011, 07:50 PM
लगभग तीस ... और कम से कम चार पैग व्हिस्की !


छुट्टी के दिन में मेरे भी २० से ३० के बीच हो जाते हैं. और कभी अगर बार या पब चले गए तो गिनती मुश्किल जो जाती है. ऐसे कहा जाता है मदिरा के साथ सिगरेट का स्वाद काफी अच्छा हो जाता और व्यक्ति सामान्य से जाता सिगरेट पी लेता है. मुझे लगता है आपकी व्हिस्की के साथ ही ज्यादा सिगरेट होती होगी.

Dark Saint Alaick
18-10-2011, 07:58 PM
सही कहा आपने ! रात को ही ज्यादा पी जाती है !

abhisays
18-10-2011, 08:14 PM
सही कहा आपने ! रात को ही ज्यादा पी जाती है !


कब कब सिगरेट ज्यादा पिया जाता है.

1. जब आप किसी पार्टी में होते है और वह सिगरेट शराब दोनों की व्यवस्था होती है.
2. जब आप दोस्तों के साथ दारू पार्टी कर रहे होते हैं.
3. जब किसी का फ़ोन आया और उससे लम्बी बात होने लगे.
4. लेखक, पत्रकार, ब्लॉगर आदि जब भी कोई नया लेख लिखना शुरू करने से पहले एक सिगरेट पीते और ख़त्म होते के बाद एक और. अगर लेख लम्बा है तो बीच बीच में भी हो जाता है.
5. जब आप चाय या काफी पी रहे हो.
6. जब खाना खाया हो और उसके बाद

ऐसे बहुत से कई मौके है.. कुछ पेश किये हैं मैंने.

naman.a
18-10-2011, 10:28 PM
वाह एक से एक महारथी हैं यहाँ तो. अति भी हानिकारक होती हैं. मैंने सिगरेट को १-४-१९९९ से मुहं से लगाया था. पर कभी ५ के ऊपर गयी हो ऐसा याद नहीं आ रहा हैं. आज भी बस दिन में दो ही होती हैं.

MissK
18-10-2011, 10:37 PM
सिगरेट के आप जैसे लती लोगों के लिए पेश है ये वीडियो ;)

U2CKO6elTWo

abhisays
19-10-2011, 11:27 AM
Sm5UyrEqGhQ

Dark Saint Alaick
19-10-2011, 08:52 PM
हमारे यहाँ एक कहावत है
चेत चले तो काल ना खाय, काल आवे तो चेतलो ना जाय
सार यही है की
बचाव से सुरक्षा होती है पर जब दुर्घटना निर्धारत हो तो कोई बचाव काम नहीं आता
आप कौन सा रास्ता चुनते हैं ये आप पर निर्भर है

यह आपने बिलकुल उचित कहा !

raj2113
22-10-2011, 11:56 PM
यह आपने बिलकुल उचित कहा !
CIGRAaT ki lat wakai me kharab hai.......
mai khud din me kam se kam 5-6 cigrate pee jata hoon

anoop
24-10-2011, 02:47 PM
तमाम तरह के शोध और समाचार शुरू में मुझे डराते रहते थे, लेकिन एक बार एक अफ्रीकी बुजुर्ग के बारे में पढ़ी खबर ने मेरा सारा भय दूर कर दिया ! यह सत्तर वर्षीय व्यक्ति दस वर्ष की आयु से सिगरेट से कई गुना ज्यादा कड़क सिगार बीस की संख्या में निपटा रहा था ! उसने सात शादियां की थीं और इन सबसे उसके लगभग पैसठ बच्चे थे ! जब यह समाचार छपा था, तब उसके परिजन की संख्या सौ से ऊपर थी ! दूसरी घटना भी सुनें, यह मेरे एक बचपन के मित्र गणेश के पिता के बारे में है ! वे सुनार थे और इतने सात्विक कि कभी सुपारी भी अपनी जुबां पर नहीं रखी ! जब हम दसवीं में अध्ययन कर रहे थे, तब गले के कैंसर से उनका निधन हो गया ! उनके निधन ने हमारे मन में यह विचार प्रकट किया कि जब ऐसे व्यक्ति को गले का कैंसर हो सकता है, फिर किस चीज़ से डरना ! बस, जीवन का मज़ा खुल कर उठाएं, ... और तब से आज तक यह क्रम जारी है ! वैसे भी मेरा मानना है कि ये सारे शोध कम्पनियां अपने हित-साधन के लिए मन-माफिक कराती हैं !
अलैक जी, आप चाहे जितना भी इन शोध कंपनियों को कुछ भी बोलें, पर इतना तो आप भी मानेंगे कि सिगरेट पीना बुरी आदत है। इसका सिर्फ़ एक उदाहरण मैं देना चाहुँगा। क्या आप अपने करीबी और अपने से छोटे को उसके जीवन की पहली सिगरेट अपने हाथों से offer करेंगे? अगर आप जवाब "नहीं" दे रहे हैं तो फ़िर आपकी सब दलील बेकार और बकवास है मेरी नजर में। और अगर आपका जवाब "हाँ" है, तो फ़िर मैं हार मान लुँगा फ़िर भी आपके उस छोटे को अपनी तरह से समझाने की कोशिश जरुर करुँगा।
सिगरेट की संख्या पर मत जाईए - जो बात गलत है, वह गलत है (कंप्युटर की दुनिया में सिर्फ़ ० या १ होता है, बीच के मान के लिए बहुत बड़ा गड़बड़-झाला है)
जब आप जवान होते हैं तो आपकी ईश्वर प्रदत उर्जा आपके सभी गलतियों को ढ़क लेती है, तो यह मत समझिए कि आपकी गलत आदतें आपको नुकसान नहीं पहुँचा रहीं (जरा गैर से सोचिएगा, मैं क्या कह रहा हूँ)
आपने एक व्यक्ति का उदाहरण दिया है, जो सभी नुकसानों से परे अपनी जिन्दगी जिया, पर ऐसे उदाहरण दुनिया में कम हीं मिलेंगे आपको। पर सिगरेट-शराब (अति) से नुकसान उठाने वाले लोगों की संख्या इस कुछेक उदाहरणों पर बहुत भारी पड़ेगी, अगर आप गिनने लग जाएँ।
मुझे नहीं पता कि आपकी उम्र क्या है? आप कितना धनी हैं? आपके परिवार में कौन-कौन है? पर एक बात मैं कहुँगा - अगर आप खुब धनी हैं तो फ़िर आप असमय भी मरते हैं (भगवान न करे कि ऐसा हो) तो शायद आपके परिवार को आपकी मौत से कुछ खास नुकसान न हो, पर अगर आप मध्यम-वर्गीय परिवार के हैं तो आपका रहना और स्वस्थ रहना आपके परिवार की सुख-शान्ति के लिए जरुरी है। मैं अपने व्यक्तिगत अनुभव से यह कह सकता हूँ कि पिता कि असामयिक मृत्यु परिवार को कम से कम दो पीढ़ी पीछे कर देती है (मेरे पिता के मृत्यु तब हुई जब मैंने इंटर पास किया था)
एक और बात, अगर अभिषेक सिगरेट की लत को छोड़ना चाहता है तो फ़िर आप ऐसे बेवकुफ़ाना पोस्टों के जरिए अपनी उटपटांग फ़िलौसोफ़ी को क्यों फ़ैला रहे हैं? आपको तो उन्हें इस विचार के लिए बधाई देनी चाहिए और साथ में खुद पर शर्मिंदा होना चाहिए कि आप १-२ रु० की सिगरेट से लगातार हारते आ रहे हैं (मानसिक रूप से आप कितने कमजोर व्यक्ति हैं)
अंत में एक बार अभिषेक आपके लिए - आपको अगर लगता है कि सिगरेट की आदत बुरी है तो उसको छोड़ने का ईमानदार प्रयास जरुर करना चाहिए, बाकि जिन्दगी आपकी है, आप अपने तरीके से जीने के लिए आजाद हैं।
मेरी धारणा आप-लोगों के किसी भी दलील से नहीं बदलने वाली, इसलिए मैं बहस में नहीं पड़ने वाला और मैं मानता हूँ कि सिगरेट पीना बुरी बात है।

Dark Saint Alaick
24-10-2011, 05:48 PM
बन्धु ! संभवतः आपने मेरी विगत प्रविष्टियों का अवलोकन नहीं किया, इसीलिए यह भ्रम उत्त्पन्न हुआ अर्थात वक्तव्य सन्दर्भ से पृथक होते ही अर्थ-च्युत हो गया ! प्रारम्भ में ही मैंने माना है कि यह एक निहायत बुरी आदत है और मैं कई बार इसे छोड़ने का प्रयास कर चुका हूं, किन्तु सदैव विफल रहा ! मेरा यह कथन केवल अपने बारे में था, .. और केवल इसलिए कि मेरे उन प्रयासों में कमी क्यों आई, यह भी उजागर हो, तम्बाकू सेवन को अच्छा प्रतिष्ठित करने के लिए कतई नहीं ! मैं क्यों विफल रहा, इसके लिए आप 'मुझमें आत्म-बल और इच्छा-शक्ति की कमी' कह सकते हैं और इसमें मुझे कोई ऐतराज़ नहीं है ! धन्यवाद !

saajid
24-10-2011, 06:20 PM
मेरे लिए सिगरेट पीना छोड़ने के लिए जरूरी है के


































मै पीना शुरू कर दूँ (तभी तो छोड़ पाउँगा )

Dark Saint Alaick
25-10-2011, 04:46 PM
मेरे लिए सिगरेट पीना छोड़ने के लिए जरूरी है के
मै पीना शुरू कर दूँ (तभी तो छोड़ पाउँगा )


साजिद भाई !


















:giggle:

















फिर तो शुरू करके छोड़ ही दो ! :gm:

Sikandar_Khan
25-10-2011, 04:53 PM
मेरे लिए सिगरेट पीना छोड़ने के लिए जरूरी है के


































मै पीना शुरू कर दूँ (तभी तो छोड़ पाउँगा )

आ जाओ साथ मिलकर महफिल जमाएंगे |

Ranveer
17-11-2011, 11:02 PM
SHARABI film ka ek gana hai "nasha sharab me hota to nachti botal !!....nashe me kaun nahi hai mujhe batao jara ? " adhiktar insan me kuch n kuch buri lat hoti hi hai , isiliye hame nasha karne wale (chahe wo cigarette pinewala ho ya sharab ) se nafrat nahi karni chahiye. Maine to apne gaon me bacho or kishoro ko bidi-cigarette pite dekha hai(chuphakar)...KISI BHI LAT KO CHHODNE KE LIYE BAS DRIDH NISCHY HONA CHAHIYE...CHAHE WO LAT KOI NASHA KA HI KYUN N HO !! ....waise mai to cigratte pita nahi par jab kabhi kisi bar me gaya to sharab ke sath ek-do cigaratte bhi pi hi leta hun.......YUVRAJ BHAI KI EK BAAT YAAD AAI..'CHARITR KO BANAYE RAKHNA AASAN HAI PAR WO EK BAR BIGAD JAYE TO USE SUDHARNA BAHUT MUSHKIL....'

abhisays
21-11-2011, 07:31 AM
दोस्तों फिलहाल मैंने सिगरेट छोड़ दिया है. यह तीसरा प्रयास है अब तक कुल ३६ घंटे हो चुके हैं.

देखते है क्या होता है. फिलहाल तो सब कुछ नोर्मल ही लग रहा है.

बस पुरे शरीर में ऐसा लग रहा है की कुछ अतिरिक्त उर्जा आ गयी है.

abhisays
21-11-2011, 07:32 AM
एक और बात है कुछ करने का मन नहीं कर रहा है.. इसलिए फोरम पर कुछ खास पोस्ट भी नहीं कर पा रहा हूँ..

Ranveer
22-11-2011, 11:46 PM
दोस्तों फिलहाल मैंने सिगरेट छोड़ दिया है. यह तीसरा प्रयास है अब तक कुल ३६ घंटे हो चुके हैं.

देखते है क्या होता है. फिलहाल तो सब कुछ नोर्मल ही लग रहा है.

बस पुरे शरीर में ऐसा लग रहा है की कुछ अतिरिक्त उर्जा आ गयी है.

bahut achcha kiya...prayas jari rakhen....jeet ka asli maza to tabhi hai jab aapne kabhi hara ho.....yahan ladai khud apne aap se karni hai....

abhisays
23-11-2011, 07:05 PM
आज पुरे चार दिन हो गए हैं.
अब लगता है की इस जन्म में तो अब सिगरेट नहीं पी पाऊँगा. :gm::gm::gm:

malethia
25-11-2011, 11:55 AM
अभिषेक जी को सिगरेट छोड़ने पर फोरम परिवार व सदस्यों की तरफ से हार्दिक बधाई !

abhisays
25-11-2011, 01:23 PM
अभिषेक जी को सिगरेट छोड़ने पर फोरम परिवार व सदस्यों की तरफ से हार्दिक बधाई !


मलेठिया जी अभी टेस्टिंग
period में हूँ.. १ हफ्ता हो चूका है.

अभी भी कभी कभी तलब होती है.

Sikandar_Khan
25-11-2011, 02:32 PM
मलेठिया जी अभी टेस्टिंग
period में हूँ.. १ हफ्ता हो चूका है.

अभी भी कभी कभी तलब होती है.

अब तो आप छोड़ सकते हैँ बस थोड़े आत्मविश्वास की आवश्यकता है |

anoop
18-01-2012, 06:13 PM
http://health.india.com/stress/how-to-keep-your-resolution-to-quit-smoking-in-2012/

एक बार इस पेज को भी देख लें अभिषेक भाई, लिन्क काम का लगा तो यहाँ पोस्ट कर दिया।

abhisays
19-01-2012, 07:07 AM
http://health.india.com/stress/how-to-keep-your-resolution-to-quit-smoking-in-2012/

एक बार इस पेज को भी देख लें अभिषेक भाई, लिन्क काम का लगा तो यहाँ पोस्ट कर दिया।

अनूप जी सिगरेट छोड़े हुए २ महीने हो गए हैं.. :gm:

MANISH KUMAR
15-02-2012, 12:54 PM
अनूप जी सिगरेट छोड़े हुए २ महीने हो गए हैं.. :gm:

:bravo::bravo::bravo:
:cheers:

abhisays
20-03-2012, 07:02 PM
आज सिगरेट छोड़े हुए पुरे ४ महीने हो गए.

इसके फायदे भी हुए.

लेकिन एक समस्या भी हुई.

abhisays
20-03-2012, 07:05 PM
सिगरेट छोड़ने के बाद मैंने काफी मीठा खाना चालू कर दिया..

मिठाई, आइसक्रीम, चोकलेट आदि.

इससे मेरे दांत और मसुडो पर गलत प्रभाव पड़ा और ब्लीडिंग गम का रोग लग गया. इसको "gingivitis" भी कहते हैं.

abhisays
20-03-2012, 07:10 PM
इसको ठीक करने के लिए teeth स्केलिंग करवाना पड़ा, फिलहाल अब सब कुछ कण्ट्रोल में है.

abhisays
20-03-2012, 07:17 PM
चॉकलेट्स, कैंडीज, बिस्किट्स, केक, यह सब दातो के सबसे बड़े दुश्मन हैं. शरीर के दूसरे अंगों की अपेक्षा सबसे अधिक लापरवाही हम दांतों के प्रति ही करते है, जबकि ये हमारे शरीर के सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है. जाहिर है, जब दांत स्वस्थ नहीं होंगे, तो बैक्टिरिया को बुलावा मिलेगा ही. फिर दांतों में सड़न, मसूड़े की ब्लीडिंग और न जानें कितनी तरह की बीमारियों से हमें दो-चार होना पड़ेगा.

क्या आपको पता है कि आपकी कुछ अच्छी आदतें दांतों के लिए कितना बेहतर है! जैसे, कच्ची सब्जियां या सलाद खूब चाव से सेवन करने, खाना खाने के बाद फल खाने, रात को खाने के बाद ब्रश करने जैसी आदतें दांतों को स्वस्थ बनाए रखती है। दरअसल, कच्ची सब्जियां और फलों का सेवन एक नेचुरल ब्रशिंग का काम करती है। और यदि आप रोजाना रात के खाने के बाद ब्रश करते है, तो दांतों में सड़न या मसूड़े की ब्लीडिंग जैसी समस्या से आप आसानी से बचे रह सकते है।