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View Full Version : चेरापूंजी के अनोखे पुल


MissK
05-11-2011, 07:18 PM
http://jetchoice.in/uploaded/4c0df95d2eb6c_Cherrapunji.jpg


वैसे तो चेरापूंजी विश्व में पहले ही सबसे नमीयुक्त इलाकों में गिना जाता है और एक समय दुनिया में सबसे अधिक वर्षा होने वाले स्थान के रूप में भी जाना जाता था पर इस सूत्र में मैं उन विशेषताओं की नहीं बल्कि एक अन्य विशेषता के बारे में बताने जा रही हूँ. और वह है चेरापूंजी के बीहड़ इलाकों में पाए गए अनोखे मानवनिर्मित पुल.

MissK
05-11-2011, 07:24 PM
भारत के उत्तर-पूर्वी इलाके के एक स्थान चेरापूंजी में पुल बनाये नहीं बल्कि
उगाये जाते हैं. यहाँ का खासी समुदाय सदियों से अपने इस्तेमाल के लिए ऐसे
पुल बनता आ रहा है जिसे हम "जिन्दा पुल" भी कह सकते हैं.

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=13303&stc=1&d=1320502977

MissK
05-11-2011, 07:28 PM
ऐसे पुलों के निर्माण में एक खास प्रकार के रबर के पेड़ को प्रयोग में लाया जाता है. आम तौर से पानी के विभिन्न स्रोतों और नदियों के किनारों पर फलने-फूलने वाले इन पेड़ों की ये खासियत है कि पत्थरों पर भी बड़ी आसानी से उग जाते हैं और कई बार देखा गया है कि बड़े-बड़े पत्थरों तक को बींध कर के इनकी जड़े, नदियों के तलों में अपनी जगह बना लेती है. इस इलाके में नदियों के तेज बहाव से होने वाले भू-स्खलन से बचने का इन पेड़ों का यह अपना तरीका है.

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=13307&stc=1&d=1320503158इस पेड़ की एक तस्वीर (वैज्ञानिक नाम फिकस इलास्तिका)

MissK
05-11-2011, 07:29 PM
यहाँ की स्थानीय जन-जाति, खासी ने इन पेड़ों के इस विशेष गुण पर ध्यान दिया और इस गुण को अपनी नदी-नालों को पार करने की जरुरत को पूरा करने के लिए, अपने अनुसार ढाल लिया.

पेड़ की जड़ों को अपनी इच्छानुसार दिशा देने में सुपारी के पेड़ के तनो को इस्तेमाल किया जाता है. इन तनों को बीच से काटकर खाली कर दिया जाता है और पुल की जरुरत के मुताबिक रख दिया जाता है. इसके बाद पतली व लम्बी नाजुक जड़ों को इन खाली किये गए तनों के बीच से गुजारा जाता है. तत्पश्चात जड़ें पहले से निर्धारित दिशा में उगना शुरू कर देती हैं और जब वे नदी के दूसरे किनारे पर पहुँच जाती हैं तब इन्हें जमीन में गाड़ दिया जाता है.

MissK
05-11-2011, 07:30 PM
आम तौर इन पुलों के तल में कम से कम दो पटरे होते हैं और दो पटरे सुरक्षात्मक रेलिंग के रूप में भी होते है. तले में खाली स्थानों को पत्थरों से भर दिया जाता है जो कि समय के साथ पुल की जमीन से मिलकर एक हो जाते हैं.

जड़ों वाली इन पुलों में से कुछ पुलें नदियों के अलग-अलग किनारों पर स्थित दो पेड़ों की जड़ों को आपस में उलझा कर भी तैयार की जाती हैं.

MissK
05-11-2011, 07:31 PM
http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=13308&stc=1&d=1320503481

MissK
05-11-2011, 07:33 PM
http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=13309&stc=1&d=1320503573

MissK
05-11-2011, 07:36 PM
इनकी लम्बाई जमीन से १०० फुट तक ऊंची हो सकती है. और ऐसी पुलें इतनी मजबूत होती हैं कि एक बार में ५० लोगों तक का भार सहन कर सकती है.

अभी तक देखे गए ऐसी जड़ों वाली पुलों में से एक पुल में तो एक पुल के ऊपर दूसरा पुल बना पाया गया है. इसे हम डबल डेकर पुल कह सकते हैं. स्थानीय लोग इसे "उमशियांग" कहते हैं. पूरे विश्व में यह डबल डेकर पुल अपनी तरह का एक इकलौता पुल है.

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=13310&stc=1&d=1320503740

MissK
05-11-2011, 07:40 PM
उमशियांग पुल की कुछ और तस्वीरें...

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=13311&stc=1&d=1320504035

MissK
05-11-2011, 07:41 PM
http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=13312&stc=1&d=1320504035

MissK
05-11-2011, 07:44 PM
आज भी चेरापूंजी के आस-पास के गावों के स्थानीय लोग एक जगह से दूसरी जगह जाने हेतु इस प्रकार की पुलों का प्रयोग कर रहे हैं. पूरी तरह बनने में इस पुल को दस से पंद्रह वर्ष लगते हैं और समय के साथ इनकी मजबूती बढती जाती है. अभी मौजूद पुलों में से कई तो ३००-४०० वर्ष पुरानी है. पूरी तरह बनने के बाद इन पुलों की आयु अनुमानतः ५००-६०० वर्ष तक की आंकी गयी है.

जैविक-इंजिनीयरिंग के आश्चर्यजनक उदाहरण ये पुल, मनुष्य की प्रकृति के साथ सद्भाव से रहने की क्षमता की जीवंत गवाही देते हैं.
http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=13313&stc=1&d=1320504217

साभार: चेरापूंजी.कॉम

Dark Saint Alaick
05-11-2011, 07:52 PM
यहां तो एक बार अवश्य जाना पड़ेगा ! यह अद्भुत दृश्यावली दिखाने के लिए आपका धन्यवाद !

Sikandar_Khan
05-11-2011, 07:56 PM
रोचक और रोमांचक जानकारियोँ और चित्रोँ से रू-ब-रू कराने के लिए शुक्रिया |:bravo::fantastic:

abhisays
05-11-2011, 07:57 PM
चेरापूंजी जैसे दर्शनीय स्थान के सुन्दर चित्रों और इसके बारे में जानकारी देने के लिए काम्या जी आपका बहुत बहुत आभार.
:fantastic:

MissK
06-11-2011, 09:11 PM
यहां तो एक बार अवश्य जाना पड़ेगा ! यह अद्भुत दृश्यावली दिखाने के लिए आपका धन्यवाद !

रोचक और रोमांचक जानकारियोँ और चित्रोँ से रू-ब-रू कराने के लिए शुक्रिया |:bravo::fantastic:

चेरापूंजी जैसे दर्शनीय स्थान के सुन्दर चित्रों और इसके बारे में जानकारी देने के लिए काम्या जी आपका बहुत बहुत आभार.
:fantastic:

सूत्र भ्रमण के लिए आप सब का धन्यवाद :)

MANISH KUMAR
08-11-2011, 05:32 PM
बहुत शानदार जानकारी काम्या जी. ज्ञानवर्धन कराने और घर बैठे पुलों की शैर कराने के लिए धन्यवाद. :bravo:

anoop
09-11-2011, 07:01 PM
बेहतरीन जानकारी दी आपने। धन्यवाद

ndhebar
16-11-2011, 08:23 AM
काम्या जी इतने अच्छे सूत्र को यूँ ही क्यों छोड़ रखा है
इसे गति प्रदान करें

bhoomi ji
17-11-2011, 08:42 AM
उत्तम प्रस्तुति काम्या जी और चित्र और जानकारी दोनों ही बेहतरीन हैं.........शेयर करने के लिए धन्यवाद

MissK
17-11-2011, 03:42 PM
काम्या जी इतने अच्छे सूत्र को यूँ ही क्यों छोड़ रखा है
इसे गति प्रदान करें

निशांत जी सूत्र तो बस इतना ही था :giggle: वैसे इससे सम्बंधित एक और सूत्र बनाने का विचार है समय मिलते ही जल्द ही बनाउंगी :)

उत्तम प्रस्तुति काम्या जी और चित्र और जानकारी दोनों ही बेहतरीन हैं.........शेयर करने के लिए धन्यवाद

सूत्र पर अपनी प्रतिक्रिया देने के लिए आपका धन्यवाद भूमि जी :thanks:

GForce
18-11-2011, 01:49 AM
अत्यंत रमणीक स्थल लगता है चेरापूंजी ! यह पुल तो वास्तव में दर्शनीय हैं ! ऎसी अभिनव और रोमांचक जानकारी से अवगत कराने के लिए आपका धन्यवाद !

Mohammad Nadeem Khan
29-08-2012, 03:12 PM
वाह किया ज्ञानवर्धक जानकारी है धन्यवाद जी

bhavna singh
29-08-2012, 10:58 PM
उच्चकोटि का सूत्र है परन्तु काम्या जी आप कहाँ हैं ..................?

rajnish manga
21-11-2012, 08:18 PM
चेरापूंजी के बारे में बचपन से पढ़ते आये हैं कि संसार मे सबसे अधिक इसी स्थान पर होती है. इससे अधिक जानकारी हमें नहीं है. यहाँ के सुन्दर पुलों के बारे में सचित्र जानकारी के लिए सूत्रधार का हार्दिक धन्यवाद.

anjana
23-11-2012, 05:05 PM
http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=19967&stc=1&d=1353675820

anjana
23-11-2012, 05:06 PM
http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=19968&stc=1&d=1353675969

Sikandar_Khan
23-11-2012, 06:33 PM
चेरापूंजी के बहुत खतरनाक पुल है |

Advocate_Arham_Ali
13-12-2012, 10:20 PM
प्रकृति ने मानवों की सुविधा के लिए कैसे कैसे तरीके रख छोड़े हैं , बस जरूरत है तो उन्हें उजागर करने की ! एक उत्तम जानकारी भरा थ्रेड बनाने के लिए आपका आभार सुश्री जी !

jai_bhardwaj
13-12-2012, 11:27 PM
अद्भुद और रमणीक प्रस्तुतीकरण के लिए सूत्रधार बधायी का पात्र है।