Dr. Rakesh Srivastava
08-03-2012, 06:08 AM
( 1 )
जेब कतरे ने होली पर
ख़ूब मजे लिए
गले मिलने वालों के
पर्स मार दिए .
( 2 )
होली पर गल गयी
देवर की दाल
मलने को मिला गुलाल
छूने को भाभी का नर्म - नर्म गाल .
( 3 )
रसिक लाल के घर
उनके ऑफिस की कुछ लड़कियां
होली पर आयीं
गुलाल ख़त्म हो चुका था
बाज़ार था दूर
इसीलिये रसिक लाल ने
लगा दिया सबके
गुलाल जैसा , पत्नी का
लाल - लाल सिन्दूर .
( 4 )
पत्नी ने छेड़ दिया
पति गुस्सा गए
लाल - पीले रंग
उनके चेहरे पर आ गए .
( 5 )
होली पर भिखारी
अपनी धुन में बोला --
" अपनी तो किस्मत ही
भीख मांग कर पलना है .
हे बाबू , थोड़ा सा रंग दे दो
पड़ोसन के मलना है . "
रचयिता ~~~ डॉ . राकेश श्रीवास्तव
विनय खण्ड - 2 , गोमती नगर , लखनऊ .
जेब कतरे ने होली पर
ख़ूब मजे लिए
गले मिलने वालों के
पर्स मार दिए .
( 2 )
होली पर गल गयी
देवर की दाल
मलने को मिला गुलाल
छूने को भाभी का नर्म - नर्म गाल .
( 3 )
रसिक लाल के घर
उनके ऑफिस की कुछ लड़कियां
होली पर आयीं
गुलाल ख़त्म हो चुका था
बाज़ार था दूर
इसीलिये रसिक लाल ने
लगा दिया सबके
गुलाल जैसा , पत्नी का
लाल - लाल सिन्दूर .
( 4 )
पत्नी ने छेड़ दिया
पति गुस्सा गए
लाल - पीले रंग
उनके चेहरे पर आ गए .
( 5 )
होली पर भिखारी
अपनी धुन में बोला --
" अपनी तो किस्मत ही
भीख मांग कर पलना है .
हे बाबू , थोड़ा सा रंग दे दो
पड़ोसन के मलना है . "
रचयिता ~~~ डॉ . राकेश श्रीवास्तव
विनय खण्ड - 2 , गोमती नगर , लखनऊ .