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View Full Version : माँ की ममता और फर्ज बाप का


sombirnaamdev
13-04-2012, 11:18 PM
माँ की ममता और फर्ज बाप का
दुनिया में सब पे भारी है
बेटी नाम दुलार का है
नाम समर्पण का नारी है

भाई सा सच्चा साथी दुनिया में कोई और नहीं .
सच्चे यार की वफ़ा जैसा दुनिया में कोई और नहीं ..
बहन है सच्ची रक्षक दुःख सुख की संगी है

दादा परिवार की नीव जिस पर परिवार की ईमारत खड़ी है
दादी ठंडी छाव् बनके सर के ऊपर छत सी पड़ी है
ये दोनों है आने वाले कल प्रेरणा
बिना इनके जिन्दगी बे रंगी है

बेटे है जमा पूंजी जो काम वक़्त पे आये
जवानी का गौरव है बेटे और बुढ़ापे की लाठी है
बिना बेटे के बाप की जिंदगी ही बे ढंगी है


सोमबीर सिंह सरोया
9321083377

sombirnaamdev@gmail.com
sombirnaamdev@yahoo.com
sombirnaamdev@rediffmail.com

Suresh Kumar 'Saurabh'
14-04-2012, 09:42 AM
माँ की ममता और फर्ज बाप का
दुनिया में सब पे भारी है
बेटी नाम दुलार का है
नाम समर्पण का नारी है

भाई सा सच्चा साथी दुनिया में कोई और नहीं .
सच्चे यार की वफ़ा जैसा दुनिया में कोई और नहीं ..
बहन है सच्ची रक्षक दुःख सुख की संगी है

दादा परिवार की नीव जिस पर परिवार की ईमारत खड़ी है
दादी ठंडी छाव् बनके सर के ऊपर छत सी पड़ी है
ये दोनों है आने वाले कल प्रेरणा
बिना इनके जिन्दगी बे रंगी है

बेटे है जमा पूंजी जो काम वक़्त पे आये
जवानी का गौरव है बेटे और बुढ़ापे की लाठी है
बिना बेटे के बाप की जिंदगी ही बे ढंगी है


सोमबीर सिंह सरोया
9321083377

sombirnaamdev@gmail.com
sombirnaamdev@yahoo.com
sombirnaamdev@rediffmail.com

सोमवीर जी! परिवार के प्रत्येक सदस्य का एक विशिष्ट महत्व है, यही आपने दर्शाया है। वर्णन अत्यधिक सुन्दर है।
आपका धन्यवाद!

abhisays
14-04-2012, 09:44 AM
:cheers::cheers::cheers: bahut hi badhiya sombir ji..

sombirnaamdev
14-04-2012, 09:20 PM
सौरभ जी और अभि जी ,आपने मेरी पंक्तियों को पढ़ा और पसंद किया उस के लिए आपका बहूत बहूत आभार व्यक्त करता हूँ ,
उम्मीद है आगे भी इसी तरह आपका साथ मिलता रहेगा

abhisays
14-04-2012, 09:46 PM
सौरभ जी और अभि जी ,आपने मेरी पंक्तियों को पढ़ा और पसंद किया उस के लिए आपका बहूत बहूत आभार व्यक्त करता हूँ ,
उम्मीद है आगे भी इसी तरह आपका साथ मिलता रहेगा


आपकी अगली रचनाओं का इंतज़ार रहेगा.