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View Full Version : लेटेस्ट तकनीकी ख़बरें !


~VIKRAM~
14-04-2012, 12:40 PM
गूगल का जादुई चश्मा
गूगल ने संवर्धित रिएलिटी चश्मों पर किए गए शोध की जानकारी सार्वजनिक कर दी है.

इस परियोजना का नाम है प्रोजेक्ट ग्लास और गूगल ने इससे जुड़ी संक्षिप्त जानकारी, जैसे इसकी तस्वीरें और वीडियो अपने सोशल नेटवर्किंग साइट गूगल+ पर जारी की हैं.
इस उत्पाद को विकसित करनेवाले शोधकर्ताओं का कहना है कि उपभोक्ताओं को इससे 14 अलग-अलग तरह की सेवाएं मिल सकेंगी, जिनमें मौसम संबंधी जानकारी, उनकी भौगोलिक स्थिति और डायरी में दर्ज व्यस्तताओं की सूचना शामिल है.

फिल्म में दिखाया गया है कि चश्मा प्रयोगकर्ता को शाम की एक मुलाकात की सूचना देता है और ये भी बताता है कि शाम को बारिश होने की दस फीसदी संभावना है.गूगल का चश्मा जीपीएस चिप के जरिए ये भी चेतावनी देता है कि सब-वे सेवा निलंबित है.उपभोक्ता का कोई दोस्त यदि उसे संदेश भेजता है कि वो उससे दिन में किसी वक्त मिलना चाहता है तो उसे भी बोलकर जवाब दिया जा सकता है.वीडियो डिस्प्ले वाला चश्मा ये भी बताएगा कि सब-वे सेवा निलंबित है.

चश्मे में गूगल मैप की सुविधा भी उपलब्ध है जिसकी मदद से उपभोक्ता अपनी मंजिल तक आसानी से पहुंच सकता है.इसके साथ ही यूजर अगर किसी दृश्य को देख रहा है और उसकी तस्वीर लेना चाहता है तो वो भी इस चश्मे से संभव है, साथ ही तस्वीर को मित्रों के साथ शेयर करने का विकल्प भी मौजूद है और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की सुविधा भी.वीडियो में ये भी दिखाया गया है कि गूगल के चश्मे से संगीत भी सुना जा सकता है.

~VIKRAM~
14-04-2012, 01:01 PM
अगर मंजूर हो जाता तो ऐप बताता वो लड़की है कहाँ
रूसी डेवलपर आई-फ़्री का 'गर्ल्स अराउंड मी' नाम का ये ऐप्लिकेशन या मोबाइल ऐप फ़ोरस्क्वायर ऐप की ओर से सार्वजनिक जानकारी का इस्तेमाल कर रहा था.वॉल स्ट्रीट जर्नल को ई-मेल से भेजे बयान में कंपनी ने कहा है, "निजता से जुड़ी चिंताओं के आधार पर किसी को बलि का बकरा बनाना उचित नहीं है."
अमरीका में ये ऐप काफ़ी लोकप्रिय है जहाँ बार या दुकानों पर जाकर अपनी वहाँ मौजूदगी की जानकारी सार्वजनिक तौर पर दर्ज कराने पर उन्हें ख़ास डील मिलती है.
बयान के अनुसार "गर्ल्स अराउंड मी ऐप ऐसी कोई भी जानकारी नहीं देगा जो उसका इस्तेमाल करने वालों के लिए पहले से उपलब्ध नहीं हो और न ही वह ऐसी जानकारी लोगों को दे रहा है जो इस्तेमाल करने वाले ने सार्वजनिक न की हो."
अब ये ऐप बनाने वालों ने कहा है कि वे इस पर और काम करके देखेंगे कि सिर्फ़ वही सूचनाएँ सार्वजनिक हों जो लोग सार्वजनिक जगहों पर जाकर लोगों के लिए उपलब्ध कराते हैं. मगर जब तक फ़ोरस्क्वायर आई-फ़्री को अपने पास से ये जानकारी नहीं देता तब तक ये संभव नहीं हो पाएगा.

~VIKRAM~
15-04-2012, 10:36 AM
http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=15712&stc=1&d=1334468181

~VIKRAM~
15-04-2012, 10:37 AM
मोबाइल के स्क्रीन में ही होगा कैमरा

सोनी का दावा है कि फिंगर प्रिंट सेंसर आगे स्क्रीन पर होने से सहूलियत होगी.

पेटेंट दस्तावेज के अनुसार, “लोग जो इस तकनीक के बारे में कुछ नहीं जानते वो भी इसका प्रयोग आसानी से कर सकेंगे.”

विज्ञान और तकनीक के कई विश्लेषकों इस बात की संभावना जता रहे है कि ‘नियर फील्ड कम्युनिकेशन’ तकनीक वाले ये मोबाइल आने वाले समय में बाजार में खरीददारी के लिए क्रेडिट कार्ड की जगह ले लेंगे.
उम्मीद जताई जा रही है कि लोग इस तरह की फिंगर प्रिंट तकनीक को क्रेडिट कार्ड के चार अंकों वाले खुफिया पिन से ज्यादा सुरक्षित मानेंगे.

गार्टनर के शोध निदेशक ब्रायन ब्लॉ ने बीबीसी से कहा, “तकनीक निर्माताओं और व्यवसायियों की प्राथमिकता है कि वो खरीददारी के लिए पैसे लेने-देने की प्रक्रिया को और आसान बनाए.”

सोनी के पेटेंट आवेदन में दी गई जानकारी से पता चलता है कि स्क्रीन के पीछे कैमरा सेंसर लगे होने की वजह से ये वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के लिए भी उपयोगी साबित होगा|

~VIKRAM~
15-04-2012, 10:38 AM
'टैटू' से पता चलेगा मसेज आया !

आपके मोबाइल फोन पर आने वाले कॉल और एसएमएस की जानकारी देने के लिए नोकिया वाइब्रेटिंग मैग्नेटिक टैटू का इस्तेमाल कर सकता है.|
त्वचा पर 'लौहचुंबकीय' पदार्थ से बना एक टैटू या तो चिपका दिया जाएगा या फिर स्प्रे कर दिया जाएगा और फिर इस टैटू को मोबाइल से जोड़ दिया जाएगा|
कंपनी का ये भी कहना है कि वो अलग-अलग तरह के एसएमएस अलर्ट देने के लिए अलग-अलग किस्म के वाइब्रेशन भी इस्तेमाल कर सकता है|
नोकिया ने अपनी इस तकनीक को पेटेंट कराने के लिए पिछले हफ्ते ही आवेदन किया है जिसे कैम्ब्रिज के जोरान राडिवोजेविक ने तैयार किया है|

~VIKRAM~
15-04-2012, 10:40 AM
उड़ने का दावा करने वाला निकला झूठा !
कुछ दिन पहले अपने घर पर बनाए पंखों के सहारे उड़ने का दावा करने वाले नीदरलैंड्स के एक व्यक्ति ने माना है कि वो एक धोखा था इस फिल्म में अपने आप को जार्नो स्मेट्स बताने वाला यह व्यक्ति उड़ते हुए दिखाई देता है. उन्होंने दावा किया था कि जिन पंखों के सहारे वो उड़ रहे हैं वो उन्होंने घर पर ही बनाए हैं.उनका कहना था कि ये पंख उन्होंने लियोनार्डो दा विंची के रेखाचित्रों और अपने दादा के स्केचों की सहायता से तैयार किए हैं.लेकिन अब एक एनिमेशन और फिल्म बनाने वाले फलोरिस कायक ने माना है कि दरअसल वे ही स्मेट्स हैं. उन्होंने कहा है कि वह एक छल था.

~VIKRAM~
16-04-2012, 05:15 PM
बन सकता है मोबाइल "जीवन रक्षक"
वॉशिंगटन में जीडब्ल्यू मेडिकल फ़ैकल्टी एसोसिएट्स के डाक्टर एक अध्ययन के ज़रिए मधुमेह के रोगियों के ख़ून में ग्लूकोस की मात्रा और उच्च रक्तचाप पर नज़र रख रहे हैं. इस पूरे अध्ययन में मोबाइल फ़ोन अहम भूमिका निभा रहे हैं.
कुछ मोबाइल एप्लिकेशन्स के ज़रिए वे टेस्ट के नतीज़ों और संभावित ख़तरों के बारे में तत्काल जान सकते हैं और इलाज का ख़र्च भी घटा सकते हैं.पिछले कई वर्षों में मोबाइल के इस्तेमाल और ब्रेन कैंसर के बीच संबंध पर कई तरह के विवाद उठे हैं.

लेकिन इस विवाद से पूरी तरह से अलग, एक अमरीकी अध्ययन से सामने आया है कि मोबाइल का इस्तेमाल रोगी अपनी बेहतर देखभाल के लिए कर सकते हैं.
मधुमेह की मरीज़ "मुझे पूरा यकीन है इस प्रोग्राम से मेरी ज़िंदगी बच जाएगी और इससे से मैं ज़्यादा देर तक जीवित रह सकूँगी. ये प्रोग्राम मुझे बताया है कि मैं जब कुछ खाती हूँ तो क्या उससे मेरा रक्तचाप या ब्लड शूगर बढ़ता है. मैरी सेहत बेहतर होगी क्योंकि मुझे अब पता है कि क्या करना है और क्या नहीं"

~VIKRAM~
16-04-2012, 09:12 PM
गूगल और ओरेकल के बीच जंग में फसा एंड्रॉएड

गूगल और ओरेकल के बीच कॉपीराइट के उल्लंघन के विवाद पर सोमवार को सैन फ्रांसिस्को की अदालत में सुनवाई होनी है.

ओरेकल का दावा है कि गूगल ने उसके कई पेटेंट और कॉपीराइट अधिकारों का हनन किया है.तकनीक के क्षेत्र में ये अब तक की सबसे बड़ी क़ानूनी लड़ाई है.

गूगल द्वारा कथित रूप से किए गए उल्लंघनों के लिए ओरेकल ने उससे एक अरब डॉलर के मुआवज़े की मांग की है.
डैन क्रो "अगर ओरेकल इस कानूनी विवाद को जीत लेता है और एपीआईज़ को कॉपीराइट के दायरे में ले आया जाता है तो सैद्धांतिक रूप से एंड्राएड, मैक, विंडोज़ और आईफ़ोन के सभी ऐप्लिकेशंस को नए लाइसेंस नियमों के तहत दोबारा जारी करने की ज़रूरत होगी."

~VIKRAM~
29-04-2012, 11:51 AM
आइकिया का गत्ते से बना डिजिटल कैमरा

स्वीडन की फर्नीचर कंपनी आइकिया ने लगभग पूरी तरह गत्ते से बना एक पर्यावरण अनुकूल डिजिटल कैमरा पेश किया है. इस कैमरे से 40 तस्वीरें खींचने के बाद उपभोक्ता, किसी भी और रिसाइक्लेबल पदार्थ की तरह इससे छुटकारा पा सकते हैं.रिसाइक्लेबल पदार्थ वो पदार्थ होते हैं जिनका फिर से इस्तेमाल किया जा सकता है.

ये कैमरा आइकिया के पीएस एट होम प्रोजेक्ट अभियान का हिस्सा है. कनापा नाम का ये कैमरा बेचा नहीं जाएगा बल्कि दुनिया भर में आइकिया की कुछ चुनी हुई दुकानों पर उपभोक्ताओं को दिया जाएगा.

कैमरा स्वीडिश डिजाइनर जेस्पर कुथूफ्ड ने बनाया है. ये दो एए आकार की बैटरियों से संचालित होता है और इसे एक स्विंग-आउट यूएसबी कनेक्टर की मदद से कंप्यूटर से जोड़ा जा सकता है.

~VIKRAM~
29-04-2012, 11:55 AM
बिन बैटरी चलेगा टीवी का रिमोट, घड़ी'
शोधकर्ताओं के मुताबिक अपने तरह की पहली माने जानी वाली ये तकनीक इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों में लगने वाली बैटरीयों की जगह ले सकती है.
रोफ़ेसर ऐलेन और उनके सहयोगियों ने जो तकनीक निकाली है उससे घरेलू प्रयोग के इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों में ऊर्जा के लिए बैटरी की जगह मीडियम वेव फ्रिक्वेंसी का प्रयोग किया जाएगा.
'ऊर्जा संरक्षण'' शोध के एक भाग के तौर पर इजाद की गई नई तकनीक रेडियो तरंगों की बची हुई ऊर्जा का प्रयोग करती है.

प्रोफ़ेसर ऐलेन के मुताबिक़ रेडियो तरंगों में रोशनी, ध्वनि और वायु जैसी उर्जा होती है और इनका प्रयोग अधिक मात्रा में ऊर्जा बनाने के लिए भी प्रयोग किया जा सकता है.

प्रोफ़ेसर ऐलेन ने कहा, ''ऊर्जा संरक्षण का बढ़ता दायरा उम्मीद बढ़ाता है कि आम बैटरीयों पर हमारी निर्भरता कम होगी. ये वाकई में काफ़ी रोचक है कि हम आम ऊर्जा स्रोतों की बजाए वैकल्पिक स्रोतों से ऊर्जा लें.''

~VIKRAM~
01-05-2012, 10:07 AM
दवाएं बनेंगी 3-डी प्रिंटर से
ब्रिटेन के ग्लासगो विश्वविद्यालय में वैज्ञानिक ऐसा 3-डी प्रिंटर बनाने में जुटे हैं, जिससे दवाएं और अन्य रसायन तैयार किए जा सकते हैं.
शोधकर्ताओं ने 1,250 पाउंड (लगभग एक लाख रुपए) की लागत से एक सिस्टम बनाया है, जिससे कार्बनिक मिश्रण और अकार्बनिक समूह तैयार किए जा सकते हैं. इनमें से कुछ कैंसर के इलाज में इस्तेमाल किए जाते हैं.वैज्ञानिकों का कहना है कि आगे चल कर इससे मरीजों की जरूरत के हिसाब से दवाएं तैयार की जा सकेंगी.

उनका अनुमान है कि पांच साल के भीतर दवा कंपनियां इस तकनीक का इस्तेमाल कर सकेंगी जबकि आम लोगों के पास इस सुविधा को पहुंचने में 20 साल लग सकते हैं.

~VIKRAM~
02-05-2012, 09:55 AM
भारत भी बना रहा है नेविगेशनल सिस्टम
चीन के प्रक्षेपण से पहले ही भारत भी बना रहा है नेविगेशनल सिस्टम,मंगलवार को जब चीन ने बीदो सिरीज़ के दो नेविगेशनल सैटेलाइट लॉंच किए कयास तब भी लगाए गए कि चीन के पास ग्लोबल पोज़िशनिंग सिस्टम आ गया तो वो उसका क्या प्रयोग करेगा.वरिष्ठ विज्ञान पत्रकार पल्लव बागला का कहना है कि चीन का नेविगेशनल सैटेलाइट प्रक्षेपत करना भारत के लिए कोई खतरे की बात नहीं है.
विशेष बातचीत में पल्लव बागला ने कहा, “ग्लोबल पोज़िशनिंग सिस्टम जैसी प्रणाली अमरीका और रूस के पास पहले से है और चीन ऐसी प्रणाली तैयार करने वाला तीसरा देश बन सकता है. इसमें भारत के लिए कोई खतरे की बात नहीं है, इस तंत्र पर सभी देश काम कर रहें है.”

पल्लव बागला का कहना है कि भारत भी खुद का नेविगेशनल सिस्टम तंत्र विकसित कर रहा है.

abhisays
03-05-2012, 09:01 PM
भारत भी खुद का नेविगेशनल सिस्टम तंत्र विकसित कर रहा है.

yeh to acchi khabar hai.. :india:

~VIKRAM~
04-05-2012, 10:36 AM
मात्र एक पेपर से पता चलेगा, आपका ब्लड-ग्रुप
http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=16134&stc=1&d=1336110152

ऑस्ट्रेलिया के मोनाश विश्वविद्यालय में शोधकर्ताओं की टीम ने कागज पर आधारित सेंसर विकसित किया है जो व्यक्ति का ब्लड ग्रुप शब्दों में लिखता है.इस सेंसर से गैर-विशेषज्ञों को नतीजों का विश्लेषण करने में मदद मिल सकती है, खासकर आपात स्थिति और मानवीय आपदाओं में.
अध्ययन अंगवांडटे केमि नाम के जरनल में छपा है.

ये सेंसर रक्त के एबीओ वर्गीकरण पर आधारित है, जिसके तहत रक्त को ए, बी, एबी, और ओ वर्गों में बांटा जाता है. साथ ही रक्त को आरएच पॉजीटिव और आरएच नेगेटिव में भी वर्गीकृत किया जाता है.
एबीओ वर्गीकरण में ए या बी वर्ग से पता चलता है कि लाल रक्त कोशिकाओं में कौन से एंटीजन मौजूद हैं.

~VIKRAM~
05-05-2012, 10:08 AM
सैमसंग ने अपना नया स्मार्टफोन गैलेक्सी एस3 बाजार में उतारा
http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=16155&stc=1&d=1336194402



4.8 इंच की स्क्रीन है जो पिछले मॉडल गैलेक्सी एस2 की 4.3 इंच वाली स्क्रीन से बड़ी है.क्रीन के मामले में ये 3.5 इंच वाले एपल के आईफोन 4एस और 4.3 इंच वाले नोकिया ल्यूमिया 900 से काफी बड़ा है.

सैमसंग अपने फोन/टेबलेट हाइब्रिड गैलेक्सी नोट की लोकप्रियता से भी प्रभावति रहा होगा जिसमें बड़ी स्क्रीन है और वो बाजार के पंडितों की अनुमान से कहीं ज्यादा लोकप्रिय हुआ.

दक्षिण कोरिया की कंपनी सैमसंग का कहना है कि उसके नए स्मार्टफोन में ‘इंटेलिजेंट कैमरा फीचर’ और चेहरे को पहचानने वाली तकनीक का मिला जुला रूप देखने को मिलेगा.

मिसाल के तौर पर फोन में सामने की तरफ लगा कैमरा उसे इस्तेमाल करने वाली की आंखों की पहचान करेगा और जब तक वे उसे देखती रहेंगी, तब तक न तो फोन की लाइट बुझेगी और न ही वो लॉक होगा.इसके अलावा एस3 में पीछे की तरफ 8 मेगापिक्सल का कैमरा लगा है, जबकि सामने की तरफ वीडियो कॉल्स के लिए 1.9 मेगापिक्सल का कैमरा है.

~VIKRAM~
07-05-2012, 07:43 PM
बड़ा बड़ा चांद

महाचंद्रमा' या पूर्ण चंद्रमा की रोशनी से रविवार रात आसमान चमक उठा. धरती के करीब आने की वजह से चांद अपने आम तौर पर दिखने वाले आकार से कही ज्यादा बड़ा था.चांद की इस खगोलीय स्थिति को 'पेरिजी फुल मून' कहते है जिसमें चांद 14 फीसदी तक ज्यादा बड़ा दिखता है और 30 फीसदी तक अधिक चमकता है.

ब्रिटेन के रॉयल एस्ट्रोनॉमी सोसाइटी के डॉक्टर रोबर्ट मैसी का कहना है कि चंद्रमा की रोशनी से ज्यादा उसका बड़ा आकार रोमांचिक करता है.उन्होंने कहा, ''हमारी आंखें रोशनी में आए बदलावों को झेल जाने में इतनी कारगर साबित होती है कि किसी तरह के बदलाव को पहचान पाना मुश्किल है.''

~VIKRAM~
10-05-2012, 07:05 PM
अब बिना ड्राइवर चलेगी, आपकी कार
अमरीका के नेवादा शहर में बिना चालक के चलने वाली कार को सड़कों पर दौड़ने के लिए हरी झंडी मिल गई है.

हाईवे पर चलने वाली पहली कार होगी टोयोटा परायस जिसमें 'सर्च' कंपनी गूगल ने कुछ बदलाव किए हैं. गूगल बिना चालक की कारों की तकनीक में काफी काम कर रहा है.इस गाड़ी की पहली ड्राइव में लास वेगास की मशहूर सड़क भी शामिल थी.नेवादा में कुछ और कार कंपनियां भी खुद चलने वाली गाड़ियों के लाइसेंस लेने का प्रयास कर रही हैं.
यह कार सड़क पर चल रहे बाकी यातायात को देखने के लिए अपनी छत पर लगे वीडियो कैमरों, सेंसरों और लेजर रेंज का इस्तेमाल करती हैं.इससे पहले, गूगल के इंजीनियरों ने इस कार का कैलिफोर्निया की सड़कों पर परीक्षण किया था,जिसमें सेन फ्रांसिस्को के गोल्डन गेट पुल को पार करना भी शामिल था.

इन परीक्षणों के दौरान यह कार हर समय प्रशिक्षित चालक की निगरानी में रही. ये प्रशिक्षक सॉफ्टवेयर के फेल होने की सूरत में इसका नियंत्रण करने के लिए हमेशा तैयार रहता था.सॉफ्टवेयर इंजीनियर सेबेसटियन थ्रून के मुताबिक यह कार बिना किसी दुर्घटना के 1,40,000 मील का सफर तय कर चुकी है हालांकि एक ट्रैफिक लाइट पर इसे पीछे से एक कार ने धक्का जरूर दिया था

~VIKRAM~
15-05-2012, 10:33 AM
रोशनी से चलनेवाली कृत्रिम आँख

अमरीका में वैज्ञानिकों ने एक ऐसी कृत्रिम आँख बनाई है जो सोलर पैनल की तरह रोशनी से चार्ज होती हैवैज्ञानिकों ने पहले भी ऐसी कृत्रिम आँखें बनाई हैं मगर उन्हें बैटरी से चार्ज करना पड़ता है.

इस कृत्रिम आँख में रेटिना को प्रतिरोपित कर मरीज की देखने की शक्ति को ठीक किया जाता है.अमरीका के स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों द्वारा विकसित इस नई आँख के बारे में विज्ञान जर्नल – नेचर फोटोनिक्स – में बताया गया है.
इस नई आँख में विशेष शीशों की जोड़ी का इस्तेमाल कर लगभगह इन्फ्रारेड किरणों के बराबर वाली रोशनी को आँखों में भेजा जाता है.इससे प्रतिरोपित रेटिना को ऊर्जा मिलती है और वो ऐसी सूचनाएँ भेजता है जिनसे कि मरीज देख सकता है.अधिक उम्र में अक्सर लोगों की आँखों में बुढ़ापे से जुड़े लक्षण में प्रकट होते हैं जिनसे कि वे कोशिकाएँ मर जाती हैं जो कि आँखों के भीतर रोशनी को पकड़ा करती हैं.
आगे चलकर यही लक्षण अंधेपन में बदल जाता है.
इस कृत्रिम रेटिना में आँखों के पीछे की नसें उत्तेजित होती हैं जिनसे कि कई बार आँखों के मरीजों को देखने में मदद मिलती है.

ब्रिटेन में पहले ऐसे कृत्रिम रेटिना के प्रारंभिक परीक्षण किए गए थे जिनमें पाया गया कि दो ऐसे लोग जो पूरी तरह अंधे हो गए थे वे रोशनी को ग्रहण करने लगे और कई बार आकृतियों को भी समझने लगे.

मगर इन परीक्षणों में रेटिना के पीछे एक चिप लगाने के साथ-साथ कान के पीछे एक बैटरी लगानी होती थी और एक तार से दोनों को जोड़ना पड़ता था.

स्टैनफोर्ड के शोधकर्ताओं का कहना है कि उनका ये परीक्षण इलेक्ट्रोनिक्स और तारों की जटिलता को दूर करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.

इस कृत्रिम रेटिना का अभी लोगों पर परीक्षण नहीं किया गया है मगर चूहों पर ये काम करता है.

~VIKRAM~
18-05-2012, 02:28 PM
20 मिनट में एचआईवी टेस्ट


अमरीका में शोधकर्ता घर पर ही बैठकर 20 मिनट में एचआईवी वायरस टेस्ट कर पाने के करीब पहुँच गए हैं.इसे बनाने वाली कंपनी के अनुसार 20 मिनट में परिणाम बताने वाला यह टेस्ट पॉजिटिव रिजल्ट्स के लिए 93 प्रतिशत सही पाया गया है जबकि निगेटिव मामलों में यह 99.8 प्रतिशत सही है.

अमरीका में लगभग 12 लाख लोग एचआईवी से ग्रस्त हैं जबकि हर साल वहाँ इसके 50,000 नए मामले सामने आते हैं.एफडीए की एक विशेषज्ञ समिति पहले ही इस टेस्ट को इजाजत देने के पक्ष में 17-0 से फैसला कर चुकी है. समिति का मानना है कि इससे इस बीमारी से पीड़ित लोगों को स्वास्थ्य और सामाजिक सेवाएं मिल सकेंगी.
उन्होंने समाचार एजेंसी एसोसियेटिड प्रेस को बताया, ''हम सदा नई सोच का स्वागत करते हैं और हम इसे भी उसी श्रेणी में मानते हैं. इससे न केवल संक्रमण घटाने में मदद मिलेगी बल्कि इससे ज्यादा लोगों का इलाज और देखभाल संभव हो पाएगी.''

~VIKRAM~
18-05-2012, 02:33 PM
एयरलाइंस में भी इंटरनेट की रफ्तार बढ़ेगी
इंटरनेट आज कई लोगों के लिए जिंदगी का अहम हिस्सा बन गया है. ईमेल, फेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब के बिना उनकी जिंदगी अधूरी है.

लेकिन हर रोज नई उड़ान भर रही टेक्नॉलजी के साथ कदम से कदम मिला कर चल रहे इन लोगों की जिंदगी मानों विमान में सफर करते वक्त थम जाती है
वहां न ईमेल ठीक से काम करता है, न फेसबुक और न ही यूट्यूब.

यूं तो कई एयरलाइंस हवाई सफर के दौरान इंटरनेट मुहैया कराने का दावा करती हैं लेकिन सभी विमानों में ये सुविधा मिलने के लिए अभी लंबा सफर तय करना है
विमान में इंटरनेट मिलता भी तो हैं तो उसके लिए अकसर आपको ज्यादा दाम देने पड़ते हैं. इसके बाजवूद हवाई जहाज में वैसी स्पीड मिल पाना संभव नहीं जैसी जमीन पर मिलती है

ब्रिटेन की टेलिकॉम कंसल्टिंग कंपनी मशीना रिसर्च के निदेशक मैट हटन कहते हैं, “अगर कोई सोचे कि वो हवाई सफर में घर की तरह वेब ब्राउजिंग कर सकता है, तो उसे निराशा ही होती है.”

हटन बताते हैं कि वो विमान में अपने दफ्तर के ईमेल देखने और भेजने के लिए इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं लेकिन ‘सेंड’ बटन पर क्लिक करने के बाद भी कई मिनटों तक ईमेल उनके आउटबॉक्स में रहता है और फिर आखिरकार इंतजार के बाद भेजा जाता है.

~VIKRAM~
22-05-2012, 02:13 PM
अभिभावक अपने बच्चों पर रख सकेंगे निगरानी |

अभिभावक अपने बच्चों के मोबाइल फोन पर एक सिम कार्ड के जरिए नियंत्रण रख पाएंगे। वोडाफोन के नेटवर्क के लिए बेमिलो सिस्टम नाम की इस सेवा की मदद से मां-बाप बच्चों को ऑनलाइन होने से रोक सकेंगे, साथ ही किसी निर्धारित समय पर वो उन्हें एसएमएस मेसेज भेजने और कॉल करने पर रोक भी लगा सकेंगे। साथ ही बच्चे इस सेवा को बंद नहीं कर सकेंगे। इंग्लैंड में परिवार से जुड़ी एक संस्था का कहना है कि इस सिम कार्ड से बच्चों को डराने-धमकाने या तंग करने वाले कॉल और मेसेज पर रोक लगाई जा सकेगी। यह सिम कार्ड कम्*प्*यूटर के जरिए काम करता है।
सामान्य सिम की तरह ही है, लेकिन इससे मां-बाप को बच्चों की सुरक्षा के लिहाज से पूरा नियंत्रण मिलता है। मां-बाप किसी के कॉल को अनुमति दे सकते हैं और जिन्हें वो नहीं चाहते कि वो उनके बच्चों से बात करें ऐसी कॉल पर रोक भी लगा सकते हैं।

अगर अभिभावक चाहते हैं कि स्कूल के समय बच्चे फोन पर व्यस्त न हो तो वो कम्प्यूटर में लॉग करके बच्चों के फोन को दूर से ही बंद कर सकते हैं। वो बच्चों के मेसेज भी पढ़ सकते हैं।
ब्रिटेन की एक रिपोर्ट के मुताबिक वहां कम उम्र की लड़कियों पर दबाव बढ़ता जा रहा है कि वो अपनी अश्लील तस्वीरें मेल करें या टेक्स्ट करें। बेमिलो के एक 2000 मां-बाप पर कराए गए एक सर्वेक्षण के अनुसार 8 से 16 वर्ष के उम्र तक के 40 फीसदी बच्चे कभी न कभी मोबाइल पर धौंस का शिकार हुए हैं, लेकिन इस नई तकनीक से मां-बाप बच्चों के फोन पर नजर रख पाएंगे। साथ ही ये सेवा बच्चों को वयस्कों के वेबसाइट पर जाने से भी रोक सकता है।

~VIKRAM~
25-05-2012, 06:00 AM
कॉफी मशीन अब sms से काम करेगा |
अमरीका में एक कंपनी ने ऐसी कॉफी मशीन तैयार की है जिसे एसएमएस भेजकर नियंत्रित किया जा सकता है.कंपनी के मुख्य कार्यकारी जॉन लॉएर ने कहा, “दुनिया भर से बहुत से लोग हमें कह रहे हैं कि इस मशीन को हम बेचें.”

ये मशीन मौलिक रूप से एक आम कॉफी बनाने वाली मशीन है जिसे जूरा कंपनी ने बनाया है.

लेकिन किसी मनुष्य की जगह इसे एक विशेष आरडियोनो माइक्रोकंट्रोलर संचालित करता है.

ये मशीन तकनीक के दीवानों और कॉफी के दीवानों दोनों में हिट साबित हुई है. स्थानीय ब्लॉग सिएटलकॉफीगियर ने इसे सबसे मेहनती रोबोट करार दिया है.

कंपनी के कार्यकारी निदेशक का कहना है कि वे लोगों की प्रतिक्रिया से बेहद खुश हैं लेकिन इस विचार को आगे ले जाने का उनका कोई इरादा नहीं है.

~VIKRAM~
25-05-2012, 12:14 PM
http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=16690&stc=1&d=1337930055

~VIKRAM~
29-05-2012, 06:18 PM
साइबर हमले का पर्दाफाश
एक रूसी सुरक्षा कंपनी ने एक ऐसे जटिल साइबर हमले का पता लगाया है जिससे इसराइल और ईरान जैसे देशों के निजी आँकड़ों की चोरी की जा रही थी.

रूसी सुरक्षा कंपनी का कैस्पेरस्की लैब्स ने बताया कि उन्हें लगता है कि फ्लेम नामक ये मैलवेयर या कंप्यूटर प्रोग्राम अगस्त 2010 से सक्रिय था.एक रूसी सुरक्षा कंपनी ने एक ऐसे जटिल साइबर हमले का पता लगाया है जिससे इसराइल और ईरान जैसे देशों के निजी आँकड़ों की चोरी की जा रही थी.

रूसी सुरक्षा कंपनी का कैस्पेरस्की लैब्स ने बताया कि उन्हें लगता है कि फ्लेम नामक ये मैलवेयर या कंप्यूटर प्रोग्राम अगस्त 2010 से सक्रिय था.उन्होंने बताया,"किसी सिस्टम के संक्रमित होते ही फ़्लेम का जटिल काम शुरू हो जाता है जिसमें नेटवर्क पर होनेवाले काम की जासूसी करना, कंप्टर के स्क्रीन के चित्र लेना, ऑडियो बातचीत को रिकॉर्ड करना, कीबोर्ड पर नजर रखना जैसी चीज़ें शामिल हैं."

उन्होंने कहा कि 600 से अधिक निशानों पर हमले हुए जिनमें आम लोगों से लेकर व्यावसायिक स्थल, शिक्षण संस्थान और सरकारी सेवाएँ शामिल हैं.

~VIKRAM~
29-05-2012, 06:31 PM
http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=16799&stc=1&d=1338298235
According to a report in the New York Times (NYT), Facebook is planning to come up with its own smartphone, for which the company has hired many ex-Apple employees.

The report said Facebook has hired more than half a dozen former Apple software and hardware engineers who worked on the iPhone to build a smartphone as part of their 2013 project, codenamed ‘Buffy’.

This is not the first time that we are hearing such rumours. Major tech magazines too had reported earlier about Facebook working on its own smartphone.

The newspaper quoted a Facebook employee as saying, "Mark (Zuckerberg) is worried that if he doesn't create a mobile phone in the near future then Facebook will simply become an app on other mobile platforms."

Facebook had earlier collaborated with HTC and Vodafone to make Facebook friendly mobile phones. The collaboration had produced phones like HTC Salsa, HTC ChaCha and Vodafone Blue 555.

~VIKRAM~
29-05-2012, 06:36 PM
http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=16801&stc=1&d=1338298496
Google is reportedly working with Asus to develop the device, and the entry-level price will be around USD 200.

Shipments of about 600,000 tablets are set to begin in June, reports claimed. The tablet's details are not known but there has been speculation about Android 4.0 running on top of a quad-core chip.

Earlier the Google Nexus tablet was expected to launch in May, but the tablet launch was postponed to make changes to the design and find way to reduce hardware costs even further.

The tablet will feature a seven-inch display and would be more of a direct competitor to Amazon's Kindle Fire and Samsung's Galaxy Tabs than Apple's iPad.

The device will probably be sold directly to consumers via the new hardware section in the Google Play Store.

The new tablet, will reportedly have an Nvidia Tegra 3 quad-core processor, Android 4.0 Ice Cream Sandwich, and Wi-Fi (only) for internet connectivity.

With Agency Inputs

~VIKRAM~
29-05-2012, 07:19 PM
http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=16802&stc=1&d=1338301104
Nokia India announced its latest addition to the Nokia Asha series - the Nokia Asha 202, which is a dual SIM-touch and type phone. It has a 2.4 inch touch screen. Priced at Rs 4,149, it comes with a 2-megapixel camera, music player, FM radio, Nokia Browser, and Bluetooth connectivity. Priced at Rs 4,149,