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View Full Version : नमन दारा सिंह


Dark Saint Alaick
14-07-2012, 02:59 AM
अपने जीवनकाल में ही किम्वदंती की तरह मशहूर हो गए विश्वविख्यात पहलवान और अभिनेता दारा सिंह अब हमारे मध्य सशरीर नहीं हैं, किन्तु हमारे दिलों में उनका एक ऐसा स्थान सुरक्षित है, जिसे कोई और कभी धुंधला नहीं कर सकता ! मैं यह सूत्र इस महान व्यक्तित्व के प्रति श्रद्धांजलि स्वरुप स्थापित कर रहा हूं, जिसमें मैं उनके बारे में और उनके निधन पर अन्य लोगों द्वारा व्यक्त किए विचार प्रस्तुत करूंगा ! आप सभी इस सूत्र में उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने और उनके विषय में विचार-विनिमय के लिए स्वतंत्र हैं ! धन्यवाद !

Dark Saint Alaick
14-07-2012, 03:03 AM
बालीवुड के असली ‘फौलाद’ थे दारा सिंह

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=17310&stc=1&d=1342216977

दूरदर्शन पर प्रसारित बेहद लोकप्रिय धारावाहिक ‘रामायण’ में हनुमान की कालजयी भूमिका निभाने वाले अभिनेता दारा सिंह अभिनय के अलावा कुश्ती की दुनिया भी दिग्गज हस्ती थे और हिंदी फिल्म जगत में आने से पहले ही अखाड़े में विश्व के प्रमुख पहलवानों को पटखनी दे चुके थे। मजबूत कद काठी वाले दारा सिंह ने खेल और मनोरंजन की दुनिया में समान रूप से नाम कमाते हुए शोहरत की बुलंदियों को छुआ। उन्हें भाजपा नीत राजग सरकार ने राज्यसभा के लिए भी मनोनीत किया था और वह 2003 से 2009 तक उच्च सदन के सदस्य रहे। दारा सिंह रंधावा उर्फ दारा सिंह ने 100 से ज्यादा फिल्मों में काम किया जिनमें कई बेहद चर्चित फिल्में हैं। उनकी फिल्मों में उनकी ताकत और डील डौल का खूब इस्तेमाल किया गया। फिल्म ‘नौजवान’ से शुरू अभिनय का सफर ‘जब वी मेट’ तक जारी रहा। बाद में बढती उम्र और खराब सेहत के कारण उन्होंने अभिनय बंद कर दिया। उन्होंने अपने फिल्मी सफर में ‘किंगकांग’, ‘फौलाद’, ‘रूस्तम ए बगदाद’, ‘सिकंदर ए आजम,’ ‘हम सब उस्ताद हैं,’ ‘मेरा नाम जोकर’, ‘ललकार’, ‘जहरीला इंसान’, ‘हम सब चोर है’ं, ‘मर्द’ जैसी कई चर्चित फिल्मों में काम किया और अपने अभिनय से दर्शकों को रोमांचिक किया। ‘किंग कांग’ फिल्म ने उन्हें अभिनय की दुनिया में स्थापित कर दिया और इसके बाद उन्हें एक से बढकर भूमिकाएं मिलीं जिसमें उन्हें अपनी अभिनय क्षमता का प्रदर्शन करने का मौका मिला। दारा सिंह ने अभिनेत्री मुमताज के साथ 16 फिल्मों में काम किया। इस जोड़ी की अधिकतर फिल्में स्टंट और एक्शन प्रधान थीं। इन फिल्मों में ‘बॉक्सर’, ‘सैमसन’, ‘टारजन’, ‘किंग कांग’ आदि शामिल हैं। रामानंद सागर के धारावाहिक ‘रामायण’ में हनुमान की भूमिका में लोगों ने उन्हें विशेष रूप से पसंद किया और उन्हें घर घर में लोकप्रिय बना दिया। अपने मजबूत कद काठी और प्रभावशाली भूमिकाओं के कारण फिल्मी दर्शकों को उनसे अलग किस्म की उम्मीद रहती थी। एक पीढी के लिए तो वह जीवन में ही मिथक के समान हो गए थे और बलशाली लोगों की तुलना उनसे की जाती थी। पंजाब में अमृतसर में 19 नवंबर 1928 को सूरत सिंह रंधावा और बलवंत कौर के घर पैदा हुए दारा सिंह को शुरू से ही पहलवानी का शौक था और वह आसपास के जिलों में कुश्ती प्रतियोगिताओं में भाग लेते थे। बाद में उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दर्जनों नामी पहलवानों को अखाडे में चित्त किया और भारतीय स्टाइल के अलावा ‘फ्री स्टाइल’ कुश्ती में भी दुनिया के दिग्गज पहलवानों को धूल चटायी। विदेशों में पहलवानों को पटखनी देने के बाद 1950 के दशक के बीच में वह भारत लौटे और चैंपियन बने। उन्होंने राष्ट्रमंडल देशों का भी दौरा किया और वहां के पहलवानों से अखाड़ों में मुकाबला करते हुए विजय हासिल की। उनकी सफलता से जलने वाले कई विदेशी पहलवानों ने उन्हें चुनौती दी लेकिन दारा सिंह ने सभी ऐसे पहलवानों को धूल चटा दी और अंतत: 1968 में विश्व चैंपियन बने। कहा जाता है कि उनकी लोकप्रियता से कुश्ती को नया जीवन मिला और देश में बड़ी संख्या में युवा इस खेल के प्रति आकर्षित हुए। उनकी कुश्ती प्रतियोगिताओं को देखने के लिए लोगों में गजब का उत्साह होता था। विश्व चैंपियन बनने के बाद दारा सिंह ने हिंदी फिल्म जगत की राह ली और यहां भी कामयाबी का नया अध्याय लिखा। उन्होंने अपनी आत्मकथा भी लिखी थी जो 1989 में प्रकाशित हुयी थी।

Dark Saint Alaick
14-07-2012, 03:04 AM
दारा सिंह के निधन पर शोक में डूबा बालीवुड

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=17313&stc=1&d=1342217522

अखाड़े से लेकर हिंदी फिल्म जगत में अपनी काबिलियत का लोहा मनवाने वाले ‘रूस्तम ए हिंद’ दारा सिंह के निधन पर समूचा बालीवुड शोक में डूब गया है और लोगों ने ट्वीट कर उन्हें श्रद्धांजलि दी । हिंदी फिल्म जगत के महानायक अमिताभ ने माइक्रो ब्लागिंग वेबसाइट ट्विटर पर लिखा, ‘दारा सिंहजी का आज सुबह निधन हो गया । वह एक महान भारतीय और बेहतरीन इंसान थे । उनकी अजीमो शान शख्सियत के जाने से एक पूरे दौर का अंत हो गया ।’ बालीवुड के सुपर स्टार शाहरूख खान ने ट्वीट किया, ‘पहलवान कड़ी मेहनत और प्रतिबद्धता के साथ बनते हैं और दारा सिंह इन सबके मिले जुले रूप थे । दारा सिंहजी हमारे अपने सुपरमैन थे । हम आपको बहुत याद करेंगे सर ।’ नामचीन फिल्मकार शेखर कपूर ने लिखा, ‘ईश्वर आपकी आत्मा को शांति दे । इस उम्र में भी वह अक्सर जूहू बीच पर सैर करते थे । उनका शरीर पूरी तरह से सधा होता था और चेहरे पर मुस्कान रहती थी । उनकी चाल 20 साल के युवक को भी मात देने वाली होती थी ।’ चर्चित अभिनेता अनुपम खेर ने लिखा, ‘दारा सिंहजी जीती जागती किंवदंती थे, लेकिन बहुत ही जमीन से जुड़े व्यक्ति थे । वह बहुत मजबूत और विनम्र इंसान थे । सभी तरह से वह एक हीरो हैं ।’ अभिषेक बच्चन ने लिखा, ‘दाराजी का निधन हो गया है । फिल्म ‘शरारत’ में मुझे उनके साथ काम करने का अवसर मिला था । वह बहुत ही विनम्र और दयालु व्यक्ति थे । हम उन्हें हमेशा याद करेंगे ।’ उन्होंने कहा, ‘वह हमेशा बहुत प्यार करते थे और गले लगाते थे । मुझे आज भी उनसे अपनी पहली मुलाकात याद है जब पिता जी (अमिताभ बच्चन) फिल्म ‘मर्द’ की शूटिंग कर रहे थे । वह बहुत दृढ निश्चयी व्यक्ति थे ।’ संगीतकार और गायक विशाल डडलानी ने ट्वीट किया, ‘दारा सिंह साहब ईश्वर आपकी आत्मा को शांति दे । आपके नाम के आने का मतलब होता है मजबूती । जब भी कोई वीरता वाला काम करता है उससे पूछा जाता है ‘ओये दारा सिंह है क्या ?’ गायिका हार्ड कोर ने कहा, ‘असली बादशाह दारा सिंह, ईश्वर आपकी आत्मा को शांति दे । आप हमेशा मेरे दिल में रहेंगे और मुझे शक्ति देंगे ।’ अभिनेता अरशद वारसी ने लिखा, ‘एक और महान आत्मा ने हमारा साथ छोड़ दिया । दारा सिंह बेहद विनम्र इंसान थे जिनका कद फौलादी और दिल सोने का था । ईश्वर आपकी आत्मा को शांति दे ।’ बालीवुड स्टार अक्षय कुमार ने ट्विटर पर लिखा, ‘दारा सिंहजी के निधन की खबर सुनकर बहुत दुखी हूं । कुछ और चीजें हमसे दूर चली गई । वह प्रत्येक बच्चे के लिये हनुमान और पहलवानों के लिये भगवान थे । वह असली एक्शन हीरो थे जिसने वास्तव में मुझे प्रेरित किया । ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे ।’ ‘जब वी मेट’ के निर्देशक इम्तियाज अली ने कहा, ‘यह एक अपूर्णीय क्षति है । यह दुख की बात है कि वह अब हमारे बीच नहीं रहे । मैं उनकी आत्मा की शांति के लिये कामना करता हूं ।’ उल्लेखनीय है कि फिल्म ‘जब वी मेट’ दारा सिंह की आखिरी फिल्म थी । अभिनेता विवेक ओबेराय ने लिखा, ‘ईश्वर आपकी आत्मा को शांति दे दारा जी । वह हिंदी सिनेता के असली ‘ही मैन’ थे । वह बहुत प्यारे दादा जी और बहुत बहादुर व्यक्ति थे । आप हमेशा ही हमारे जीवन में जीती जागती किवंदती के रूप में बने रहेंगे ।’ फिल्मकार करण जौहर ने लिखा, ‘दारासिंह जी ईश्वर आपकी आत्मा को शांति दे । मेरी उनके साथ कई दिली यादें जुड़ी हुई हैं ।’

Dark Saint Alaick
14-07-2012, 03:11 AM
‘हनुमान’ के रूप में हमेशा याद रहेंगे दारा सिंह : अरूण गोविल

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=17311&stc=1&d=1342217470 http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=17312&stc=1&d=1342217470

रूस्तमे हिंद, बेहतरीन अभिनेता और शानदार व्यक्तित्व के मालिक दारा सिंह ने जब बरसों पहले हनुमान के किरदार को जिया तो उसमें पूरी तरह रच बस गए । रामायण के इस हनुमान को आम लोगों के अलावा धारावाहिक के ‘राम’ अरूण गोविल भी कभी नहीं भुला सकेंगे । अरूण गोविल ने दारा सिंह के निधन पर कहा कि दारा सिंह ने ‘रामायण’ में हनुमान के रूप में कालजयी भूमिका निभाई, उसको लोग ताउम्र याद रखेंगे। उन्होंने कहा, ‘दारा सिंह के अंदर सभी चीजें सकारात्मक थी । उनकी रामायण में आगाध श्रद्धा थी जो उनके अभिनय के दौरान झलकती थी ।’ गोविल ने कहा, ‘बेहद मजबूत कद काठी के दारा सिंह के घुटने में दर्द रहता था । इसके बावजूद पूरे धारावाहिक में दारा सिंह हमेशा हनुमान की तरह ही राम के सामने एक घुटना टेक कर बैठते थे ।’ उन्होंने कहा, ‘रामायण की शूटिंग के दौरान हनुमान के चेहरे पर कृत्रिम मास्क लगाया जाता था । इस मास्क के बावजूद उन्होंने अपनी आंखों से हनुमान का जो भाव पेश किया, उसके लिये उन्हें हमेशा याद किया जायेगा ।’ गोविल ने ‘हनुमान’ के बारे में कहा, ‘निजी जीवन में दारा सिंह बहुत ही अच्छे, विनम्र इंसान थे । क्या छोटा क्या बड़ा, वह सभी को एक समान भाव से देखते थे । बेहद खुश मिजाज दारा सिंह रामायण की शूटिंग के दौरान उसमें पूरी तरह डूब गये थे ।’

Dark Saint Alaick
14-07-2012, 03:13 AM
भाजपा ने दारा सिंह के निधन को अपूर्णीय क्षति बताया

कुश्ती से लेकर अभिनय के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बनाने वाले दारा सिंह के निधन पर भावभीनी श्रद्धांजलि व्यक्त करते हुए भाजपा ने आज कहा कि उनके निधन से देश को अपूर्णीय क्षति हुई है और उनकी कमी हमेशा खलेगी। भाजपा उपाध्यक्ष मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, ‘कुश्ती से कला के मंच तक का शानदार सफर तय करने वाले दारा सिंह का निधन देश को अपूर्णीय क्षति है। उनकी कमी लोगों को हमेशा खलेगी।’ उन्होंने कहा कि दारा सिंह एक ओर कुश्ती के महानायक थे, वहीं फिल्मों से कला के मंच तक नायक के रूप में मजबूत पहचान थे। सामाजिक जीवन में दारा सिंह मूल्यों के प्रति समर्पित व्यक्ति थे। सांसद के रूप में उन्होंने शालीन, सभ्य शख्सियत के रूप में पहचान बनाई। नकवी ने कहा, ‘पार्टी उन्हें नतमस्तक होकर श्रद्धांजलि देती है।’

Dark Saint Alaick
14-07-2012, 03:19 AM
मंत्रियों, नेताओं ने दारा सिंह को भावभीनी श्रद्धांजलि दी

केंद्रीय मंत्रियों समेत विभिन्न राजनीतिक दल के नेताओं ने कुश्ती से लेकर अभिनय के क्षेत्र मे अलग पहचान बनाने वाले दारा सिंह के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी सादगी और शालीनता नयी पीढी को प्रेरणा देगी। लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने ट्विटर पर लिखा, ‘दारा सिंहजी के निधन का समाचार पाकर काफी दुख हुआ। वह न केवल एक खिलाड़ी के रूप में जाने जाते थे बल्कि एक अभिनेता और सांसद के तौर पर भी उनकी ख्याति थी।’ सुषमा ने कहा, ‘अपने पूरे जीवनकाल में विशिष्ठ और प्रेरणादायक थे, लेकिन उनका जीवन सादा और शालीनता से भरा था। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे।’
सूचना एवं प्रसारण मंत्री अंबिका सोनी ने अपने शोक संदेश में कहा, ‘मुझे दारा सिंहजी के निधन का समाचार सुनकर काफी दुख हुआ है। अभिनेता, निर्माता और निर्देशक के रूप में विभिन्न स्तरों पर भारतीय फिल्म उद्योग में अभूतपूर्व योगदान के लिए दारा सिंहजी का हमारे दिल में हमेशा विशेष स्थान रहेगा।’ मंत्री ने राज्यसभा सदस्य के रूप में दारा सिंह के रिकार्ड को याद करते हुए कहा कि भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे।
गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्विटर पर लिखा, ‘रिंग से स्क्रीन’ तक उन्होंने सभी पीढियों के दिलों पर राज किया....हम रूस्तम ए हिंद दारा सिंह को भावभीनी श्रद्धांजलि व्यक्त करते हैं। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे।’
केंद्रीय युवा एवं खेल मंत्री अजय माकन ने ट्विटर पर दारा सिंह के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया । माकन ने लिखा, ‘यह दुखद है कि एक पहलवान, अभिनेता और हनुमान के रूप में शक्ति के प्रतीक बने दारा सिंह हमारे बीच नहीं रहे।’ उन्होंने कहा कि हम उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि व्यक्त करते हैं।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ‘रुस्तम ए हिंद’ से सम्मानित जाने माने पहलवान और अभिनेता दारा सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया। अपने शोक संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि सिंह को उनकी फ्री स्टाइल कुश्ती के लिए हमेशा याद किया जाएगा। एक छोटे से गांव में जन्मे दारा सिंह ने कुश्ती के बल पर आगे चलकर देश विदेश में अपने गांव का नाम रौशन किया। मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की चिर शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की।

Dark Saint Alaick
14-07-2012, 03:24 AM
http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=17314&stc=1&d=1342218261

‘मैं रोना नहीं चाहता और न ही दुखी होना चाहता हूं । उन्होंने एक खूबसूरत जीवन जीया । इस धरती पर कोई भी ऐसा शख्स नहीं होगा, जो उनके बारे में नकरात्मक विचार रखता हो ।’

- विंदू सिंह (पुत्र)

Dark Saint Alaick
14-07-2012, 03:26 AM
‘माटी का पूत’ थे दारा सिंह-मनमोहन

मशहूर पहलवान दारा सिंह को ‘माटी का पूत’ करार देते हुए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने उनके निधन पर गहरा दुख प्रकट करते हुए कहा कि दारा सिंह ने मनोरंजन, खेल और सार्वजनिक जीवन में पूरी विनम्रता और शालीनता के साथ उंचा मुकाम हासिल किया । सिंह ने अपने शोक संदेश में कहा, ‘मुझे दारा सिंह के निधन की खबर पाकर गहरा दुख पहुंचा है जो हमारे देश की कई पीढियों के लिए प्रेरणा स्रोत थे । हिन्दी और पंजाबी सिनेमा, कुश्ती और संसद के उच्च सदन में उनके योगदान को लाखों लोग याद रखेंगे ।’

Dark Saint Alaick
14-07-2012, 03:28 AM
देश ने अपना एक रत्न खो दिया : आडवाणी

भाजपा संसदीय दल के अध्यक्ष लालकृष्ण आडवाणी ने अपने शोक संदेश में कहा, ‘देश ने अपने रत्नों में से एक को खो दिया है। सहृदय दारा सिंह के निधन से जो शून्य बना है, वह भरा नहीं जा सकता है।’ कार्य के प्रति दारा सिंह के समर्पण की सराहना करते हुए आडवाणी ने कहा कि उन्होंने अभिनय और कुश्ती के क्षेत्र में अमिट छाप छोड़ी है।

Dark Saint Alaick
14-07-2012, 03:29 AM
वह भाजपा के पक्के समर्थक थे-गडकरी

भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी ने दारा सिंह के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि महान पहलवान और अभिनेता होने के साथ वह भाजपा के पक्के समर्थक थे और कई चुनावों में पार्टी के लिए प्रचार किया। पार्टी के उपाध्यक्ष मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि दारा सिंह एक ऐसी बहुआयामी शख्सियत थे जो कला, संस्कृति और खेल जगत में समान रूप से छाए रहे। विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने कहा कि दारा सिंह नहीं रहे, यह सुनना बहुत दुखद है। उन्होंने कहा, ‘दारा सिंह ने न सिर्फ खिलाड़ी, बल्कि अभिनेता और सांसद के रूप में अपने लिए विशिष्ट स्थान बनाया। वह ताजिंदगी किंवदंति रहे। इसके बावजूद वह बहुत विनम्र और सरल रहे। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे।’

Dark Saint Alaick
14-07-2012, 03:32 AM
खेल जगत ने भी दी दारा सिंह को श्रृद्धांजलि

रूस्तमे हिंद मशहूर अभिनेता दारा सिंह के निधन पर खेल जगत ने भी उन्हें श्रृद्धांजलि दी । चैम्पियन क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने ट्विटर पर कहा, ‘पूरे देश के साथ मुझे भी दारा सिंहजी के निधन का दुख है । भगवान उनकी आत्मा को शांति दे।’
युवराज सिंह ने लिखा, ‘दारा सिंहजी के निधन की खबर सुनकर बहुत दुख हुआ । भगवान उनकी आत्मा को शांति दे । मैं विंदु (दारा सिंह के बेटे) और उसके परिवार के दुख में शामिल हूं ।’
खेलमंत्री अजय माकन ने कहा, ‘पहलवान, अभिनेता और ताकत के प्रतीक ‘हनुमान’ दारा सिंह जी अब नहीं रहे । उनके निधन पर बहुत दुख हुआ ।’
भारतीय ओलंपिक संघ के कार्यकारी अध्यक्ष विजय कुमार मलहोत्रा ने कहा कि दारा सिंह पचास और साठ के दशक में भारतीय कुश्ती का पर्याय बन गए थे । उन्होंने कहा, ‘इसमें कोई शक नहीं कि उन्होंने कुश्ती को एक नयी दिशा दी जो उस समय तक गांवों तक सीमित थी । रिंग के भीतर और बाहर दारा सिंह जी के अच्छे स्वभाव ने भी खेल का कद बढाया और उसमें ग्लैमर जोड़ा ।’
बीजिंग ओलंपिक और विश्व चैम्पियनशिप के कांस्य पदक विजेता विजेंदर सिंह ने कहा, ‘हमने बचपन में रामायण में उन्हें हनुमान के रूप में देखा और तभी से हम उनका अपार सम्मान करते आये हैं । उनके जैसा कोई दूसरा नहीं हो सकता । वह हमारे आदर्श और प्रेरणास्रोत रहे हैं ।’

Dark Saint Alaick
14-07-2012, 03:39 AM
पहलवानी से फिल्मों तक बरकरार रहा दारा सिंह का जलवा

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=17316&stc=1&d=1342219144

पहलवानी से लेकर फिल्मों में अपना जलवा दिखाने वाले रस्तमे हिन्द दारा सिंह रन्धावा का जन्म पंजाब में अमृतसर के धरमूचक गांव में जाट सिख परिवार में 19 नवंबर 1928 को हुआ था। बचपन से ही बलिष्ठ शरीर के दारा सिंह को पहलवानी का शौक रहा और अपने लाडले के इस शौक को पूरा करने में उनके पिता सूरत सिंह और माता बलवन्त कौर ने कोई कसर नहीं छोडी। बताया जाता है कि उनकी माताजी उन्हें भैंस के दूध के साथ बादाम की गिरियां. मक्खन और खांड में कूटकर खिलाती थी और यही देशी नुस्खा इस पहलवान की अपराजेयता में संजीवनी का काम करता रहा।
दारा सिंह और उनके छोटे भाई सरदारा सिंह (रन्धावा के नाम से मशहूर) ने कम उम्र में ही पहलवानी शुर कर दी और धीरे धीरे गांव के अखाडों से लेकर देश विदेश में अपने गांव का नाम रोशन किया। दारा सिंह 1947 में सिंगापुर चले गए और उन्होंने वहां भारतीय स्टाइल की कुश्ती में मलेशियाई पहलवान तरलोक सिंह को हराकर मलेशियाई कुश्ती चैम्पियनशिप जीती और फिर उन्होंने पेशेवर पहलवान के रप में सभी देशों में अपनी धाक जमा दी।
दारा सिंह ने पेशेवर पहलवान के रूप में विदेशों में जमकर कुश्तियां लडी और 1952 में वह भारत आए और यहां भी कुश्तियां लडते हुए 1954 में भारतीय चैम्पियन का खिताब हासिल किया। उन्होंने सभी राष्ट्रमंडल देशों में कुश्तियां लड़ीं और विश्व चैम्पियन किंगकांग को धूल चटाई। दारा सिंह ने 1959 में कलकत्ता में राष्ट्रमंडल कुश्ती चैम्पियनशिप में कनाडा के चैम्पियन जार्ज गर्डियान्को और न्यूजीलैंड के जान डिसिल्वा के गुरूर को तोड़ा और यह चैम्पियनशिप अपने नाम कर ली। वह प्री स्टाइल कुश्तियों में एक मिसाल बन गए और 29 मई 1968 को अमेरिका के विश्व चैम्पियन लाऊ थेज को हराकर प्री स्टाइल कुश्ती का विश्व चैम्पियन खिताब जीता। उन्होंने 1983 में कुश्ती से संन्यास लिया था और उस समय तक उन्हें 'अपराजेय पहलवान' का दर्जा हासिल था। उन्होंने 500 से अधिक पेशेवर प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया।
दारा सिंह ने कुश्ती के अलावा फिल्मों में भी अपना जलवा दिखाया और उनकी पहली फिल्म 1952 में संगदिल थी, जिसमें दिलीप कुमार और मधुबाला ने अभिनय किया था। वह 1960 से 1970 तक बालीवुड में एक्शन किंग के नाम से मशहूर थे और विलेन को सिर से ऊपर उठाकर फेंकना उनकी अदायगी की पहचान था। उनकी मशहूर फिल्मों में सिकंदरे आजम, रुस्तमे बगदाद, किंगकांग, धरम करम, जय बजरंग बली, मर्द, कर्मा, पांच फौलादी थी। उन्होंने सौ से अधिक हिन्दी और पंजाबी फिल्मों में काम किया और उन्होंने अभिनेत्री मुमताज के साथ 16 फिल्में की थी। दारा सिंह की अंतिम हिन्दी फिल्म 'जब वी मैट' थी। उन्होंने धारावाहिक रामायण में बजरंग बली हनुमान की भूमिका निभाई थी। इसके अलावा धारावाहिक महाभारत में भी वह इसी भूमिका में दिखाई दिए। वह अगस्त 2003 से 2009 तक राज्यसभा के सदस्य भी रहे।

Dark Saint Alaick
14-07-2012, 03:44 AM
दारा सिंह के निधन पर कुश्ती जगत शोक में डूबा

पेशेवर पहलवान होने के कारण उन्होंने भले ही भारत के लिये ओलम्पिक में पदक नहीं जीता हो, लेकिन विश्व पेशेवर कुश्ती खिताब जीत कर विदेशों में भारत का नाम रोशन करने वाले दारा सिंह के निधन पर कुश्ती जगत में शोक की लहर दौड गयी। कुश्ती में कई सूरमाओं को धूल चटाने के बाद दारा सिंह ने करीब पांच दशक तक अभिनय जगत में दमदार उपस्थिति दर्ज कराई । पंजाब के अमृतसर के पास जन्मे दारा सिंह ने अपने भाई रंधावा के साथ मिलकर बचपन से ही कुश्ती जीतकर अपने गांव और फिर अपने राज्य का नाम रोशन किया। दारा 1947 में सिंगापुर आ गये जहां उन्होंने पेशेवर कुश्ती अपना ली और कुआलालम्पुर में मलेशियाई चैम्पियनशिप जीती और 1959 में विश्व चैम्पियन किंगकांग को हरा कर राष्ट्रमंडल खिताब जीता। इसके बाद 1968 में विश्व चैम्पियन लाउ थेज को हरा विश्व पेशेवर फ्रीस्टाइल चैम्पियन बने। दारा ने कुल मिला कर 500 से ज्यादा पेशेवर मुकाबले जीते लेकिन उनका सबसे प्रसिद्व मुकाबला आस्टेñलिया के विश्व चैम्पियन किंगकांग के खिलाफ माना जाता है, जिसने विश्व चैम्पियन का खिताब हारने के बाद दारा को चुनौती दी थी, जिसे दारा ने स्वीकार कर लिया था, लेकिन जब यह मुकाबला हुआ, तो दारा ने किंगकांग को दोनों हाथों से ऊपर उठा लिया और रिंग से बाहर पटक दिया था ।
भारतीय कुश्ती महासंघ ने दारा सिंह के निधन शोक व्यक्त किया। इसके अध्यक्ष खलीफा जसराम ने कहा कि इतनी शोहरत पाने के बाद भी वे काफी धर्मकर्म वाले इंसान थे और दिल्ली में कुश्ती के लिये उन्होंने काफी सहायता की थी। ओलम्पिक कांस्य पदक विजेता सुशील कुमार के गुरू महाबली सतपाल ने बताया कि दारा सिंह भले ही पेशेवर फ्री स्टाइल के पहलवान थे, लेकिन वे युवाओं के लिये प्रेरणा के स्रोत बने। उन्होंने कहा कि सुशील कुमार के पदक जीतने बाद वे (दारा सिंह) छत्रसाल स्टेडियम आये और उसे लंदन ओलम्पिक के लिये शुभकामना दी थी। सतपाल ने बताया कि जब उन्होंने भारत केसरी का खिताब जीता था, तब दारा सिंह रैफरी थे और उन्होंने अपनी जब से 500 रूपये निकाल कर दिये थे। मास्टर चंदगीराम के पुत्र जगदीश कालीरमन ने बताया कि दारा सिंह पिछले दो साल से बिस्तर पर थे, लेकिन पिछले साल जब वे उनसे मिलने मुंबई घर गये तो उन्होंने कुश्ती के बारे काफी चर्चा की। सिंह ने अपने पैसों से मास्टर चंदगीराम के अखाडे में दारा हाल बनवाया, जिसका इस्तेमाल आज भी युवा पहलवान अभ्यास के लिये करते हैं ।

Dark Saint Alaick
14-07-2012, 03:50 AM
शोक में डूबा धर्मूचक

धर्मूचक (पंजाब)! रुस्तम ए हिन्द दारा सिंह के निधन की खबर सुनकर उनके पैतृक गांव में शोक की लहर दौड़ गई। दुनिया में अपनी पहलवानी से धाक जमाने वाले और रामायण धारावाहिक में हनुमान की भूमिका से घर-घर में लोकप्रिय हुए दारा सिंह के निधन की खबर धर्मूचक पहुंचते ही गांव का माहौल गमगीन हो गया। पिछले पांच दिन से यहां के निवासी गांव से निकली इस हस्ती के स्वस्थ होने की प्रार्थना कर रहे थे। स्थानीय निवासी सुखराज ने कहा, ‘हमें अनहोनी की आशंका थी, लेकिन हमने उम्मीद नहीं छोड़ी थी। हमें विश्वास नहीं कि हमारे हनुमान हमारे बीच नहीं रहे। यह समाचार (कि दारा सिंह का निधन हो गया है) सच प्रतीत नहीं होता।’’ सिंह के भतीजे बलजीत सिंह ने कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि दारा सिंह ठीक हो जाएंगे। आंखों में आंसू लिए बुजुर्ग ने दारा सिंह के मिलनसार व्यवहार को याद करते हुए कहा, ‘मैं इस पर यकीन नहीं कर सकता। यह सच नहीं हो सकता।’ दारा सिंह का जन्म बलवंत कौर और सूरत सिंह रंधावा के घर नवम्बर 1928 में जाट सिख परिवार में हुआ था। दारा सिंह के सहयोगियों और मित्रों के गांवों में भी शोक का माहौल है।

Dark Saint Alaick
14-07-2012, 03:51 AM
सदा याद रहेंगे दारा सिंह

रुस्तमे हिन्द पहलवान और हिन्दी फिल्मों के प्रसिद्ध अभिनेता दारा सिंह का निधन जाने से जबलपुर शहर में खेल एवं फिल्म प्रेमियों में शोक लहर छा गई। इंडियन स्टायल कुश्ती संघ की प्रदेश इकाई के महासचिव अर्जुन यादव ने दारा सिंह के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि फ्री स्टाइल कुश्ती के लिए दारा सिंह को सदैव याद किया जायेगा। दारा सिंह ने फ्री स्टाइल कुश्ती के क्षेत्र में भारत का नाम रोशन किया है। उन्होंने बताया कि दारा सिंह ने भारतीय शैली कुश्ती महासंघ के द्वारा आयोजित हिन्द केसरी, भारत केसरी, रूस्तमे हिन्द, भारत भीम और राष्ट्रीय कुश्ती स्पर्धाओं के आयोजनों में अनेक बार पहुचकर निर्णायक का भी दायित्व निभाया तथा पहलवानों को प्रोत्साहित किया। दारा सिंह के निधन की खबर लगने पर फिल्मप्रेमियों में शोक लहर व्याप्त हो गई। उनकों प्रसिद्ध टेलीविजन धारावाहिक रामायण में हनुमान की सशक्त भूमिका निभाने पर सदैव याद किया जायेगा।

Dark Saint Alaick
14-07-2012, 03:55 AM
राजस्थान की राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने व्यक्त किया शोक

जयपुर। राजस्थान की राज्यपाल मार्ग्रेट अल्वा ने रुस्तम-ए-हिंद बॉलीवुड अभिनेता और पूर्व सांसद दारा सिंह के निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त की। अल्वा ने अपने संवेदना संदेश में कहा कि स्व. दारा सिंह पहलवान के रूप में अपनी उल्लेखनीय उपलिब्धयों के लिए सदैव याद किए जाएंगे। राज्यपाल ने शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दारा सिंह के निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त की। गहलोत ने अपने शोक संदेश में कहा कि स्वर्गीय दारा सिंह ने भारतीय कुश्ती को देश एवं दुनिया में एक नई पहचान दिलाई। एक पहलवान से सिने अभिनेता बने स्वर्गीय दारा सिंह ने फिल्मी पर्दे पर भी विभिन्न यादगार भूमिकाएं निभाने के साथ समाज सेवा के क्षेत्र में भी योगदान दिया। मुख्यमंत्री ने ईश्वर से दिवंगत की आत्मा की शांति तथा शोक संतप्त परिजनों को यह आघात सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है।

Dark Saint Alaick
14-07-2012, 04:00 AM
बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे दारा सिंह - बादल

पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने दारा सिंह को ‘रुस्तम ए हिंद’ करार देते हुए उन्हें बहुमुखी प्रतिभा का धनी बताया। बादल ने कहा कि दारा सिंह ने कुश्ती में न सिर्फ भारत में, बल्कि विदेशों में भी नाम अर्जित किया। बादल ने धारावाहिक रामायण में उनकी हनुमान की भूमिका को विशेष तौर पर याद किया। उन्होंने कहा कि दारा सिंह के निधन से भारतीय फिल्म उद्योग में जो रिक्तता बनी है, उसे भर पाना कठिन है। उन्होंने कहा कि दारा सिंह एक बेहतरीन इंसान थे जिन्होंने पंजाबी सिनेमा को लोकप्रिय बनाने में उल्लेखनीय भूमिका निभायी।
पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखवीर सिंह बादल ने भी उनके निधन पर शोक जताया और उन्हें अपने समय का बेहतरीन पहलवान तथा बहुमुखी प्रतिभा संपन्न अभिनेता बतया।
महाराष्ट्र के राज्यपाल के शंकरनारायणन ने दारा सिंह द्वारा हनुमान की भूमिका को विशेष तौर पर याद करते हुए कहा कि एक समय था जब कुश्ती के कारण उनका नाम घर-घर पहुंच गया था। जद यू के अध्यक्ष शरद यादव ने अभिनय और कुश्ती दोनों क्षेत्रों में उनके कौशल की सराहना करते हुए कहा कि भारतीय कुश्ती में दारा सिंह काफी बड़ा नाम था।

Dark Saint Alaick
14-07-2012, 04:04 AM
जीवन काल में ही मिथक बन गए दारा सिंह थे असली भारतीय सुपर हीरो

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=17317&stc=1&d=1342220677

फिल्म और खेल के अलावा राजनीति से जुड़ी हस्तियों ने कुश्ती से लेकर अभिनय के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बनाने वाले दारा सिंह के निधन पर शोक जताया और उन्हें असली भारतीय सुपर हीरो बताया जो अपने जीवन काल में ही मिथक के समान हो गए थे। मशहूर एथलीट ‘फ्लाइंग सिख’ मिल्खा सिंह ने दारा सिंह को भाई के समान बताते हुए कहा कि अपनी मेहनत के दम पर उन्होंने कामयाबी हासिल की।
संगीतकार और गायक विशाल डडलानी ने कहा कि आपके नाम के आने का मतलब होता है मजबूती। जब भी कोई वीरता वाला काम करता है उससे पूछा जाता है ‘वह दारा सिंह है क्या ?’
सलमान खान और आगामी फिल्म ‘एक था टाइगर’ की यूनिट के अन्य सदस्यों ने भी दारा सिंह को श्रद्धांजलि दी। सलमान ने मुंबई में ‘एक था टाइगर’ फिल्म के गाने जारी किए जाने के लिए आयोजित समारोह में संवाददाताओं से कहा, ‘दारा सिंह एक बेहद अच्छे इंसान थे। मैं कई बार उनके बच्चों से मिला ... यह मेरे लिए बड़ा नुकसान है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे।’ सलमान और कैटरीना कैफ तथा निर्देशक कबीर खान सहित यूनिट के सदस्यों ने दारा सिंह की आत्मा की शांति की कामना की और कार्यक्रम शुरू होने के पहले उनके सम्मान में एक मिनट का मौन रखा।

Dark Saint Alaick
14-07-2012, 04:14 AM
सिनेमा जगत, हजारों प्रशंसकों ने दी दारा सिंह को अंतिम विदाई

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=17318&stc=1&d=1342221256

कुश्ती से अभिनय के क्षेत्र में आकर और ‘रामायण’ में हनुमान की भूमिका निभाकर घर-घर में लोकप्रिय हुए दारा सिंह का अंतिम संस्कार कल मुम्बई के उपनगर विले पार्ले में किया गया। उनके अंतिम दर्शन और श्रद्धांजलि देने के लिए कई बॉलीवुड हस्तियों, समाज के सभी वर्गों के लोगों के साथ हजारों प्रशंसक पहुंचे। दारा सिंह की पार्थिव देह को फूलों से सजे एक ट्रक में उनके घर ‘दारा विला’ से पवन हंस शवदाहगृह ले जाया गया, जहां उनकी पार्थिव देह को मुखाग्नि दी गयी। इस मौके पर दारा सिंह के परिजनों के अलावा अभिनेता रिषी कपूर, फरदीन खान, निर्देशक साजिद खान, अभिनेता-निर्देशक परमीत सेठी, अभिनेता धीरज कुमार, जसपाल भट्टी, अनूप सोनी और रजा मुराद आदि मौजूद थे। कांग्रेस नेता कृपाशंकर सिंह भी इस मौके पर उपस्थित थे। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि वह पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण और कांग्रेस पार्टी की ओर से दारा सिंह को श्रद्धांजलि देने आये हैं। टीवी कलाकार फिरोज खान ने कहा, ‘वह मेरे पिता के समान थे। उन्होंने मुझे बेटे की तरह प्यार दिया। सादगी दारा सिंह का दूसरा नाम है।’ अभिषेक बच्चन, तब्बू, बॉबी देओल, मनोज कुमार और अन्य शख्सियतों ने उनके जुहू स्थित आवास पर जाकर श्रद्धांजलि दी। दारा सिंह के अभिनेता बेटे विंदू दारा सिंह समेत उनके तीन बेटों ने अंतिम संस्कार की प्रक्रिया संपन्न कराई।

Dark Saint Alaick
14-07-2012, 04:18 AM
चौ. दारा सिंह का निधन जाट समाज के लिए बड़ी क्षति

नई दिल्ली। अखिल भारतीय जाट महासभा ने अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष अभिनेता चौ. दारा सिंह के निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए इसे जाट समाज के लिए बड़ा आघात बताया है। महासभा के राष्ट्रीय महासचिव चौ. युद्धवीर सिंह ने यहां जारी शोक संदेश में कहा कि चौ. दारा सिंह के निधन से समूचा जाट समाज दुखी है। चौ. दारा सिंह 1998 में महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गए थे और 14 साल के कार्यकाल में उन्होंने अपने संघर्ष से जाट समुदाय को 8 राज्यों में अन्य पिछड़ा वर्ग के तहत आरक्षण दिलाया। उन्होंने कहा कि रुस्तम ए हिन्द के निधन से जाट समाज की केन्द्र तथा अन्य राज्यों में आरक्षण की लड़ाई अधूरी रह गई है। उन्होंने कहा कि चौ. दारा सिंह ने राजस्थान में जाट समुदाय को आरक्षण दिलाने के लिए एक वर्ष में लगभग 10-12 सभाओं का आयोजन किया जिसके कारण राजस्थान सरकार को आखिरकार उनकी मांग माननी पड़ी। राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में चौ. दारा सिंह का कार्यकाल जाट समाज के लिए मील का पत्थर साबित हुआ। उनके निधन से जाट समाज ने अपना एक ऐसा योद्धा खो दिया है, जिसकी कमी पूरा करना असंभव है। उन्होंने कहा कि जाट समाज ईश्वर से यह प्रार्थना करता है कि चौ. दारा सिंह फिर से जाट समाज में जन्म लें, जिससे उनके छूटे हुए कार्य पूरे किए जा सकें।

Dark Saint Alaick
14-07-2012, 04:35 AM
जब दारा सिंह ने सतपाल को इनाम में दिए थे 500 रुपए

नई दिल्ली । भारतीय कुश्ती के पर्याय माने जाने वाले दारा सिंह के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए द्रोणाचार्य अवार्डी महाबली सतपाल ने कहा कि उनके निधन से कुश्ती जगत में एक ऐसा शून्य पैदा हुआ है, जिसे कभी भरा नहीं जा सकेगा। सतपाल ने दारा सिंह से अपनी पहली मुलाकात को याद करते हुए कहा कि जब मैं 1972 के म्यूनिख ओलंपिक से लौटा था, तब मेरी उनसे पहली मुलाकात हुई थी। मैं उस समय दुबला पतला हुआ करता था। तब मुझे दारा सिंह ने कहा था कि अपना वजन बढाओ और उसे कम मत होने देना। मैंने उनकी इस बात को हमेशा याद रखा। उन्होंने कहा कि 1976 में जब मैं भारत केसरी बना था, तब दारा सिंह उस मुकाबले के रेफरी थे। भारत केसरी बनने के बाद मैं उनसे आशीर्वाद लेने गया, तो उन्होंने मुझे 500 रुपए इनाम में देते हुए कहा कि मैंने तुम्हें कहा था कि अपना वजन नहीं घटाना। तुम्हें इसका ही फायदा मिला है। द्रोणाचार्य अवार्डी ने कहा कि सुशील जब विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर लौटा था, तो दारा सिंह छत्रसाल स्टेडियम में आए थे और उन्होंने सुशील को आशीर्वाद देते हुए कहा कि यहीं मत थम जाना, क्योंकि तुम्हारी मंजिल अगले ओलंपिक हैं। सतपाल ने कहा कि तीन महीने पहले ही महाराष्ट्र के शोलापुर में मैं दारा सिंह से मिला था। मुझे देखते ही उन्होंने मुझे गले लगा लिया था। उस समय वह पूरी तरह फिट दिखाई दे रहे थे। मुझे तो यकीन ही नहीं हो रहा है कि वह अब हमारे बीच नहीं हैं। उनकी शैली बेशक हमारी शैली से अलग थी, लेकिन पहलवानों के बीच उनका बड़ा आदर-सम्मान था। उन्होंने बताया कि दारा सिंह के निधन पर पूरे छत्रसाल स्टेडियम अखाड़े में शोक रखा गया है और कोई अभ्यास नहीं हुआ है। हमने दारा सिंह को श्रद्धांजलि देने के लिए हवन का भी आयोजन किया है।

abhisays
14-07-2012, 08:25 AM
बचपन में हम लोग आपस में कुश्ती का खेल खेलते थे और जो जीत जाता था उसको हम लोग बोलते थे यह तो दारा सिंह है..

आज भी दारा सिंह का नाम शक्ति, बल, पौरुष के विशेषण के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है.

रामयाण टीवी सीरियल में उन्होंने जो हनुमान जी का किरदार निभाया था, उसके लिए तो लोग हमेशा उनको याद रखेंगे.

दारा सिंह के निधन से भारतीय समाज ने अपना एक वास्तविक सुपर हीरो खो दिया है. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे.

sombirnaamdev
14-07-2012, 11:32 PM
dara singh ki kami hamesha kami ban kar hamare dilon me khatkati rahegi jo kabhi bharegi bhi nahi ,ye vo jakhm hai jo saalon saal hara hi rahega