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View Full Version : क्या ख्याल हैं


ndhebar
01-08-2012, 02:40 PM
महबूब को चाँद कहते हो कभी खुदा बताते हो
बुढे माँ - बाप के बारे में तेरा क्या ख्याल हैं.

तेरे गिरते हुए कदमो को जिन्होंने चलना सिखाया था
आज वो गिर रहे हैं तो तेरा क्या ख्याल हैं.
...
कभी माँ की लोरी सुनकर ही तुझे नींद आती थी
रात को माँ खांस रही हैं तेरा क्या ख्याल हैं.

निगाहे- नाज़ की तारीफ तो कभी हुस्न को सजदे
टूटे हुए बाप के चश्मे पर तेरा क्या ख्याल हैं.

किसी अन्जान के लिए पल में मरने की कसमे
तुझे जन्म देने वालों के लिए तेरा क्या ख्याल हैं.

arvind
01-08-2012, 05:21 PM
महबूब को चाँद कहते हो कभी खुदा बताते हो
बुढे माँ - बाप के बारे में तेरा क्या ख्याल हैं.

तेरे गिरते हुए कदमो को जिन्होंने चलना सिखाया था
आज वो गिर रहे हैं तो तेरा क्या ख्याल हैं.
...
कभी माँ की लोरी सुनकर ही तुझे नींद आती थी
रात को माँ खांस रही हैं तेरा क्या ख्याल हैं.

निगाहे- नाज़ की तारीफ तो कभी हुस्न को सजदे
टूटे हुए बाप के चश्मे पर तेरा क्या ख्याल हैं.

किसी अन्जान के लिए पल में मरने की कसमे
तुझे जन्म देने वालों के लिए तेरा क्या ख्याल हैं.
हमे आपका जब ख्याल आया,
ख्याल ने ख़यालो मे बहाया,
ख्यालो मे थी बहुत गहराई,
गहरे डूब गए ख्याल मेरे भाई।

Dark Saint Alaick
01-08-2012, 09:55 PM
अच्छा प्रयास है, निशांतजी !

abhisays
02-08-2012, 01:42 PM
bahut badhiya nishant ji.. :bravo:

dipu
02-08-2012, 03:46 PM
महबूब को चाँद कहते हो कभी खुदा बताते हो
बुढे माँ - बाप के बारे में तेरा क्या ख्याल हैं.

तेरे गिरते हुए कदमो को जिन्होंने चलना सिखाया था
आज वो गिर रहे हैं तो तेरा क्या ख्याल हैं.
...
कभी माँ की लोरी सुनकर ही तुझे नींद आती थी
रात को माँ खांस रही हैं तेरा क्या ख्याल हैं.

निगाहे- नाज़ की तारीफ तो कभी हुस्न को सजदे
टूटे हुए बाप के चश्मे पर तेरा क्या ख्याल हैं.

किसी अन्जान के लिए पल में मरने की कसमे
तुझे जन्म देने वालों के लिए तेरा क्या ख्याल हैं.


किसी अन्जान के लिए पल में मरने की कसमे
तुझे जन्म देने वालों के लिए तेरा क्या ख्याल हैं.

sombirnaamdev
03-08-2012, 10:57 PM
किसी अन्जान के लिए पल में मरने की कसमे
तुझे जन्म देने वालों के लिए तेरा क्या ख्याल हैं.


bahoot badhiya hai nishant ji kya khoob likha hai

rafik
28-04-2014, 04:12 PM
महबूब को चाँद कहते हो कभी खुदा बताते हो
बुढे माँ - बाप के बारे में तेरा क्या ख्याल हैं.

तेरे गिरते हुए कदमो को जिन्होंने चलना सिखाया था
आज वो गिर रहे हैं तो तेरा क्या ख्याल हैं.
...
कभी माँ की लोरी सुनकर ही तुझे नींद आती थी
रात को माँ खांस रही हैं तेरा क्या ख्याल हैं.

निगाहे- नाज़ की तारीफ तो कभी हुस्न को सजदे
टूटे हुए बाप के चश्मे पर तेरा क्या ख्याल हैं.

किसी अन्जान के लिए पल में मरने की कसमे
तुझे जन्म देने वालों के लिए तेरा क्या ख्याल हैं.


बहूत बडिया :bravo: