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View Full Version : भारत की सबसे बड़ी समस्या क्या है?


abhisays
16-09-2012, 05:22 PM
भारत की सबसे बड़ी समस्या क्या है?

http://www.fastcoexist.com/multisite_files/coexist/imagecache/960/article_feature/1280-india-b-school-slum-arrogance.jpg

abhisays
16-09-2012, 05:23 PM
दोस्तों यह एक नया सूत्र आरम्भ किया है, इसमें हमलोग भारत की सबसे बड़ी समस्या के बारे में बात करेंगे

लेकिन पहले यह तो decide कर ले की भारत की सबसे बड़ी समस्या क्या है? :india:

ravi sharma
17-09-2012, 06:21 PM
रानीति है समस्या सभी नेता ख़राब है पुलिस भी खराब है लेकिन इसका करण भी है

ndhebar
25-09-2012, 03:24 PM
ज्यादातर लोगों कि सोच कि बिना कमाए भगवन सब दे देंगे

ndhebar
16-10-2012, 09:48 PM
Kya hua bhaai, itane bade desh men samasyayen khatm ho gayi ya phir samsya khatm hone ki ummid...

jeet
09-11-2012, 06:11 PM
दोस्तों यह एक नया सूत्र आरम्भ किया है, इसमें हमलोग भारत की सबसे बड़ी समस्या के बारे में बात करेंगे

लेकिन पहले यह तो decide कर ले की भारत की सबसे बड़ी समस्या क्या है? :india:

सब से बडी समस्या यह है की यहा पर किसी भी व्यक्ती को देशप्रेम नही है
सब अपने बारे मै ही सोचते है :bang-head:

anjana
11-11-2012, 11:39 AM
सब से बडी समस्या यह है की यहा पर किसी भी व्यक्ती को देशप्रेम नही है
सब अपने बारे मै ही सोचते है :bang-head:

एकदम सही है

abhisays
12-11-2012, 06:00 AM
चलिए अब मैं बताता हूँ भारत की सबसे बड़ी समस्या क्या है? :gm::gm::gm:

abhisays
12-11-2012, 07:08 AM
देश की सबसे बड़ी समस्या इस देश की आबादी है। आज की डेट में भारत में लगभग 125 करोड़ लोग रहते हैं। 1960 में भारत की आबादी केवल 44 करोड़ थी।

दिल्ली, बैंगलोर, मुंबई, कलकत्ता, चेन्नई जैसे शहर फटने पर आ गए है, रोज़ लाखो लोग इन शहरो में आ रहे हैं। 1 1 घंटे का ट्रैफिक जाम लगता है। ट्रेन में टिकेट नहीं मिलता। पानी तक महंगा होता जा रहा है। नदी नाले सुख रहे हैं। सारे जंगल काट काट के लोग घर और अपार्टमेंट बना रहे हैं।

मुझे डर है इस बात का की आने वाले सालो में लोग पानी के लिए लड़ेंगे। हम अपने अगली नस्ल को शेर, चीते केवल किताबो और कंप्यूटर, टेबलेट के अन्दर दिखा पायेंगे।

धरती का तापमान बढ़ रहा है। गंगा जैसी नदिया अब एक गंदे नाले में बदल गयी हैं। 130 करोड़ लोगो को खिलाने के लिए जो खेती हो रही है उसमे मिनरल और खाद मिला मिला कर धरती को हम लोग बंजर करते जा रहे हैं।

अभी जो हालत है उससे में दावे से कह सकता हूँ 2100 देखने से पहले यह दुनिया खत्म हो जायेगी और इंसान फिर से उसी गुफा में पहुच जाएगा जहाँ से उसने प्रगति का सफ़र शुरू किया था


कितना भयानक और डरावना है यह सच लेकिन यह होगा जरुर। आखिरकार धरती का एक इकोलॉजिकल बैलेंस है जिसकी हम लोग ऐसे की तैसी कर के रख दिए हैं।

abhisays
12-11-2012, 07:11 AM
1951 361,088,000
1961 439,235,000
1971 548,160,000
1981 683,329,000
1991 846,387,888
2001 1,028,737,436
2011 1,210,193,422
2012 1,240,567,234