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View Full Version : हिन्दुस्तान के मूरख ….


ravi sharma
14-11-2012, 09:21 AM
मैं पास के चौराहे से बोतलबंद पानी लेकर लौटा तो वहां का चौकीदार ईस्माइल पिताजी के पैर दबाते मिला ,..पिताजी समझा रहे थे कि किस तरह से गद्दार हुक्मरानों ने हमें लूटा है ,..उन्होंने कहा कि केवल इस लुटेरी दिल्ली सरकार ने आठ साल में हर भारतीय से करीब एक लाख रुपये लूटा है ,..बाकी राज्य जिला तहसील सब जगह इससे ज्यादा लुटते हो ..आज हम कंगाल हैं और बिलकुल बर्बादी के कगार पर खड़े हैं तो इन गद्दारों के कारण !,

ravi sharma
14-11-2012, 09:22 AM
मुझे बिलकुल खोखला कर दिया है …चौसंठ सालों में इन अंग्रेजपरस्त जयचंदों ने तुम्हारा आज और कल सब अपनी तिजोरी में कैद कर लिया है ,….जिस दिन इनकी तिजोरिओं में कैद धन तुम वापस ले लोगे उसदिन से तुम्हारे अच्छे दिन शुरू हो जायेंगे !..अपने महापुरुषों के साथ मिलकर इस लड़ाई को जीत लो नहीं तो ये लालची तुम्हे कहीं का नहीं छोडेंगे !.. जिस देश में गरीब साइकिल चोर को पीटकर मार देने में लोग अपनी मर्दानगी दिखाते हैं वहां चोर गद्दार नेताओं के सामने भीगी बिल्ली नहीं बनना है,..जितना इनको माफ करोगे ये उतना ज्यादा शैतान बनेंगे,..अब समय आ गया है सब एकजुट होकर खड़े हो जाओ और इन गद्दारों की सत्ता उखाड़कर अपना स्वदेशी राज कायम करो ,.जो तुम्हारे पुरखों का गौरव रही है और वही तुम्हारी औलादों का भविष्य है ,..

ravi sharma
14-11-2012, 09:23 AM
.सही कहते हो पिताजी ,….इन गद्दारों ने शर्म हया सब बेच खायी है ,..देश का बच्चा बच्चा इनकी गद्दारी जानता है .,.इनके कुकर्मों की सजा हम सब भुगत रहे हैं ,..दिनदहाड़े हमको लूटते है फिर हमारी आवाज उठाने वालों को आँख दिखाते हैं ,.रामलीला मैदान में राक्षसलीला करते हैं ,….कभी कहते हैं कि स्वामी जी और अन्नाजी लोकतंत्र के लिए खतरा हैं तो कभी कहेंगे कि ये देशद्रोही हैं ,..क्या पता कुछ दिनों में उनके ऊपर मुकदमा चलाना शुरू कर दें !..”……इस्माइल ने चिंतित भाव से कहा तो पिताजी के चेहरे पर क्रोधभरी मुस्कान आ गयी .

ravi sharma
14-11-2012, 09:23 AM
इस बार इनकी कोई मक्कारी नहीं चलेगी ,.तुम सब जाग गए हो तो शैतानो को मिटटी में मिलना ही है ,.जितनी साजिश करेंगे उतना जल्दी और गहरे दफ़न होंगे !!.”…कहकर वो चुप हो गए मैंने उनको बोतल पकडाई तो वो पानी पीने लगे ,..आधी से ज्यादा बोतल खालीकर उन्होंने मुझे लौटा दी ,,..मैं भी पास में बैठ गया .. “..पिताजी अब देश में सच्चे नेता नहीं दिख रहे है ,.सब लुटेरा गिरोह में साथी हैं ,. .डॉ. स्वामी के अलावा मोदीजी से सबको उम्मीद है लेकिन सब उनके पीछे पड़े हैं .”….मैंने असमंजस से कहा तो वो लंबी सांस लेकर शुरू हुए .
“.ये चोर लुटेरे देशभक्त पुत्रों को बदनाम और कमजोर करने का काम पहले करते हैं ,..इन्होने भगत सिंह , आजाद जैसे बलिदानी सपूतों को आतंकी कहकर बदनाम किया,.जबकि उनके ही पवित्र लहू से गोरों के भागने की बुनियाद पड़ी थी ,..सुभाष के साथ अनेकों साजिशे कर इन्होने महान नेता को अज्ञातवास में रहने दिया ,..दुनिया को बताया की हवाई दुर्घटना में मारे गए जबकि कोई हवाई दुर्घटना नहीं हुई थी ,…विदेशी साजिश में शामिल होकर मेरे टुकड़े करते हुए इन्होने अपना गुलाम दरबार सजाया ,..एक हिन्दुस्तान के लिए संघर्ष करने वाले श्यामा प्रसाद मुखर्जी के साथ इन्होने साजिश की ,.फिर देशभक्त तपस्वी शास्त्री के साथ भी साजिश की !!.और पता नहीं मेरे कितने पुत्र इनकी साजिशों के शिकार हुए हैं ,…जेपी और लोहिया भी इनको लोकतंत्र के लिए खतरा लगते थे ,..अब बाबा अन्ना मोदी को कमजोर करने के लिए पूरी ताकत लगा रहे हैं ,..लेकिन तुम लोग किसी गफलत में मत पड़ना ,..बीमार और खोखले माँ बाप को नया जीवन देने की क्षमता सिर्फ नरेंद्र मोदी में है,.और ये गद्दार कभी नहीं चाहेंगे कि कोई देशभक्त गद्दी पर बैठे ,.. हमारा गौरव और हमारा धन हमको मिले !! ,.लेकिन गद्दारों के चाहने से कुछ नहीं होगा ,.तुम सब वही करोगे जो हमारे फायदे में होगा !..अब राष्ट्रभक्त और योग्य पुत्र मोदी ही हमें उबारेगा !!…”………..उनकी बात पर हमने सिर हिलाकर सहमति दिखा रहे थे ,…बात पूरी होते ही ईस्माइल बोला ,..
“..पिताजी ये हिंदुत्व और धर्मनिरपेक्ष सब क्या होता है ..”

ravi sharma
14-11-2012, 09:23 AM
पिताजी ने आँखे बंद कर कुछ सोचा फिर बोलने लगे ,…”. हिन्दुस्तान की संस्कृति को हिंदुत्व कहते हैं और हिंदुत्व ही धर्मनिरपेक्ष है !!..”…उनकी बात समझने में हम असमर्थ थे ,हमारे.मुह से कुछ नहीं निकला तो उन्होंने आँखे खोलते हुए कहा ,.
”.हिंदुत्व कोई धर्म नहीं है !..यह जीवनशैली है ,..यह स्वस्थ मानवता का एक रूप है ..जहाँ सच्चाई ,उदारता ,दया ,अहिंसा और समदर्शिता है वहां हिंदुत्व है ,..जहाँ हर मानव को बराबर माना जाता है वहाँ हिंदुत्व है ,..जहाँ हर व्यक्ति में परमात्मा का अंश और प्रकृति को ईश्वर का साक्षी माना जाता है वह हिंदुत्व है ,..जहाँ गाय को पोषक माता और गंगा को जीवनदायिनी माता माना जाता है वह हिंदुत्व है ,..जहाँ सनातन और नए धर्मों के मानने वालों को एक साथ चलने में कोई बाधा नहीं, वह हिंदुत्व है !!.. मुझे आसमान की बुलान्दिओं तक ले जाने वाला हिंदुत्व ही था और हिंदुत्व ही होगा !!..”…कहकर वो हमारी तरफ देखने लगे ….हमसे कुछ बोलते न बना ..फिर मैंने ही पूछा ..

ravi sharma
14-11-2012, 09:24 AM
फिर ये कांग्रेसी ,लालू ,मुलायम, माया और नितीश जैसे तमाम नेता क्यों बार बार धर्मनिरपेक्षी होने का दावा ठोंकते हैं और मोदीजी जैसे नेता को निशाना बनाते हैं !!…”…वो थोडा आक्रोशित हो उठे .. “.. ये सब विदेशिओं के मुखौटे हैं !!…कांग्रेस हमेशा उनके हित में ही काम करती है ,..अब तो उनके पक्के दलाल गद्दी पर कब्ज़ा कर चुके हैं ,…आज गांधी के साथ जेपी और लोहिया की आत्मा भी तड़प रही है ,..उनके शिष्य लालच में उसी कांग्रेस के दुमछल्ले बने हैं जिसकी तानाशाही के खिलाफ उन्होंने जीवन लगा दिया !.ये सब देश के साथ अपने गुरुओं के अपराधी हैं ,…सब जयचंद की तरह मुझे तबाह करने की साजिश में बराबर के हिस्सेदार हैं !…समाजवाद के नाम पर परिवारवादी कलंक लगाकर सत्ता की दलाली करते हैं ,..इन बेशर्मों को किसी तरह से सत्ता भर चाहिए ,..चाहे उसके लिए नाली में ही स्नान करना पड़े !…वो माया ,.मनुवादिओं को कोसती कोसती कमजोरों के कंधे पर बैठ गयी ,.फिर जब सब मनुवादी ब्राम्हण अचानक खत्म हो गए तो उनको भी नीचे लगा लिया और बेतहाशा लूटा ,.भाजपा भी चोर बेईमान और विदेशी सोच वालों से भर गयी है ,..सबका कांग्रेसीकरण हो चूका है ,…अब इनके पास हिन्दुस्तान के लिए सोचने का वक्त भी नहीं है ,..सिर्फ मेरे बच्चों को बांटकर अपना दरबार सजाने और धंधा करने के लिए राजनीति करते हैं !..हमें इन दलों के दलदल से निकलना ही होगा !!.”
कहते कहते वो तमतमा उठे ,..मुझे कुछ नहीं सूझा तो पानी की बोतल आगे कर दी ,..मुझे देखते हुए उन्होंने बोतल लेकर पानी पिया ,..ईस्माइल अभी शंकाग्रस्त लग रहा था ,…पिताजी उसके कंधे को सहलाते हुए फिर बोले

ravi sharma
14-11-2012, 09:24 AM
फिर ये कांग्रेसी ,लालू ,मुलायम, माया और नितीश जैसे तमाम नेता क्यों बार बार धर्मनिरपेक्षी होने का दावा ठोंकते हैं और मोदीजी जैसे नेता को निशाना बनाते हैं !!…”…वो थोडा आक्रोशित हो उठे .. “.. ये सब विदेशिओं के मुखौटे हैं !!…कांग्रेस हमेशा उनके हित में ही काम करती है ,..अब तो उनके पक्के दलाल गद्दी पर कब्ज़ा कर चुके हैं ,…आज गांधी के साथ जेपी और लोहिया की आत्मा भी तड़प रही है ,..उनके शिष्य लालच में उसी कांग्रेस के दुमछल्ले बने हैं जिसकी तानाशाही के खिलाफ उन्होंने जीवन लगा दिया !.ये सब देश के साथ अपने गुरुओं के अपराधी हैं ,…सब जयचंद की तरह मुझे तबाह करने की साजिश में बराबर के हिस्सेदार हैं !…समाजवाद के नाम पर परिवारवादी कलंक लगाकर सत्ता की दलाली करते हैं ,..इन बेशर्मों को किसी तरह से सत्ता भर चाहिए ,..चाहे उसके लिए नाली में ही स्नान करना पड़े !…वो माया ,.मनुवादिओं को कोसती कोसती कमजोरों के कंधे पर बैठ गयी ,.फिर जब सब मनुवादी ब्राम्हण अचानक खत्म हो गए तो उनको भी नीचे लगा लिया और बेतहाशा लूटा ,.भाजपा भी चोर बेईमान और विदेशी सोच वालों से भर गयी है ,..सबका कांग्रेसीकरण हो चूका है ,…अब इनके पास हिन्दुस्तान के लिए सोचने का वक्त भी नहीं है ,..सिर्फ मेरे बच्चों को बांटकर अपना दरबार सजाने और धंधा करने के लिए राजनीति करते हैं !..हमें इन दलों के दलदल से निकलना ही होगा !!.”
कहते कहते वो तमतमा उठे ,..मुझे कुछ नहीं सूझा तो पानी की बोतल आगे कर दी ,..मुझे देखते हुए उन्होंने बोतल लेकर पानी पिया ,..ईस्माइल अभी शंकाग्रस्त लग रहा था ,…पिताजी उसके कंधे को सहलाते हुए फिर बोले

ravi sharma
14-11-2012, 09:25 AM
धर्मनिरपेक्षी नगाडा बजाने वालों ने बहुत पाप किये हैं ,ये राक्षस से कम नहीं हैं ,…धर्म के नाम पर मुझे काटा ,..सैकड़ों दंगे करवाए गए ,.लाखों बेकसूर मरवाए ,..कश्मीरी बाशिंदों को मारकर बेघर कर दिया ,..सिखों को जिन्दा जलाया गया ,.और गुजरात के दंगे भी इन मक्कारों ने ही करवाया था ,..सिर्फ मोदी को रोकने के लिए !!..हर तरह से उनको फंसाने के लिए जोर आजमाइश कर रहे हैं ,..विदेशिओं के दलाल नेता और बिके हुए बुद्धिमान परजीवी उनके साथी हैं ,.टी वी चैनल वाले उनके ही हैं ,..तुम उनके जाल में मत उलझो ,.कोई हिचक न रखो ! ,.मोदी हिन्दुस्तान का सच्चा सेवक है,..वो हिंदुत्व का पालन करता है, जिसमें नफरत के लिए कोई जगह नहीं है ,.सिर्फ इंसानियत है !…सबसे बड़ा रिश्ता इंसानियत और वतन का होता है,.धर्म बाद में आता है ,.. तुम सब हिन्दुस्तानी हो ,..सब सदिओं से एक दुसरे के साथ प्यार मोहब्बत से रहते आये हो ,…कुटिल अंग्रेजों ने तुम्हारे बीच दरार डाली और ये उनके भी बाप हैं जो कभी एक नहीं होने देना चाहते हैं ,..अगर सब एक हो गए तो ये तुम्हे कैसे लूट पायेंगे !!.”…..ईस्माइल के चेहरे पर संतुष्टि के भाव आये तो पिताजी ने मेरी तरफ देखा ,..मैं कुछ कहना चाह रहा था लेकिन पिताजी ने जैसे मन की बात जान ली थी .. “..बुराई किसी धर्म में नहीं है ,….सब अच्छे हैं, लेकिन ठेकेदारों ने बुरा बना दिया ,..दुसरे को छोटा करने की मानसिकता छोडोगे तो सब तरक्की करोगे ,….सब धर्मो के ग्रंथों में वही बाते है ,सब मानवता ही सिखाते हैं ….कोई कहता है कि, माँ के परों तले जन्नत होती है तो कोई वन्देमातरम कहता है ,..क्या फर्क है इनमें !!…”
वो सवाल के साथ रुके तो हम केवल अपने सिर दायें बांये हिला सके …कुछ पल के मौन के बाद वो फिर बोलने लगे ,.

ravi sharma
14-11-2012, 09:25 AM
धर्मनिरपेक्षी नगाडा बजाने वालों ने बहुत पाप किये हैं ,ये राक्षस से कम नहीं हैं ,…धर्म के नाम पर मुझे काटा ,..सैकड़ों दंगे करवाए गए ,.लाखों बेकसूर मरवाए ,..कश्मीरी बाशिंदों को मारकर बेघर कर दिया ,..सिखों को जिन्दा जलाया गया ,.और गुजरात के दंगे भी इन मक्कारों ने ही करवाया था ,..सिर्फ मोदी को रोकने के लिए !!..हर तरह से उनको फंसाने के लिए जोर आजमाइश कर रहे हैं ,..विदेशिओं के दलाल नेता और बिके हुए बुद्धिमान परजीवी उनके साथी हैं ,.टी वी चैनल वाले उनके ही हैं ,..तुम उनके जाल में मत उलझो ,.कोई हिचक न रखो ! ,.मोदी हिन्दुस्तान का सच्चा सेवक है,..वो हिंदुत्व का पालन करता है, जिसमें नफरत के लिए कोई जगह नहीं है ,.सिर्फ इंसानियत है !…सबसे बड़ा रिश्ता इंसानियत और वतन का होता है,.धर्म बाद में आता है ,.. तुम सब हिन्दुस्तानी हो ,..सब सदिओं से एक दुसरे के साथ प्यार मोहब्बत से रहते आये हो ,…कुटिल अंग्रेजों ने तुम्हारे बीच दरार डाली और ये उनके भी बाप हैं जो कभी एक नहीं होने देना चाहते हैं ,..अगर सब एक हो गए तो ये तुम्हे कैसे लूट पायेंगे !!.”…..ईस्माइल के चेहरे पर संतुष्टि के भाव आये तो पिताजी ने मेरी तरफ देखा ,..मैं कुछ कहना चाह रहा था लेकिन पिताजी ने जैसे मन की बात जान ली थी .. “..बुराई किसी धर्म में नहीं है ,….सब अच्छे हैं, लेकिन ठेकेदारों ने बुरा बना दिया ,..दुसरे को छोटा करने की मानसिकता छोडोगे तो सब तरक्की करोगे ,….सब धर्मो के ग्रंथों में वही बाते है ,सब मानवता ही सिखाते हैं ….कोई कहता है कि, माँ के परों तले जन्नत होती है तो कोई वन्देमातरम कहता है ,..क्या फर्क है इनमें !!…”
वो सवाल के साथ रुके तो हम केवल अपने सिर दायें बांये हिला सके …कुछ पल के मौन के बाद वो फिर बोलने लगे ,.

ravi sharma
14-11-2012, 09:26 AM
कोई धर्म पत्थर से नहीं बनता ,वो बनता है समझदारी भरे विचारों से ,..समय के साथ जरूरते बदलती हैं तो विचार भी बदलने चाहिए,..अगर आज लोगबाग दूसरी शादी के लिए धर्म बदलते है तो यह उस धर्म के लिए भी शर्मनाक है ,.अगर कोई धर्म देश से गद्दारी करने को कहता है तो वो धर्म नहीं है !..अगर कोई धार्मिक गुरु का चोला ओढ़कर भगवान से बात करने का नाटक करता है और मुसीबत के मारों का धर्म परिवर्तन करवाता है तो वो धर्म पर कलंक है ,…अगर कोई किसी को धर्म के नाम पर गोलगप्पे खिलाकर लूट रहा है तो उस धर्म की भयानक हानि है ,..अगर कोई ढोंगी वेद के सर्वजन हिताय मन्त्रों को सरेबाजार बेचता है तो वेद भगवान भी शर्मिंदा होते होंगे ,…अगर धार्मिक लोग लुटेरी सत्ताओं के लिए भोली जनता को भ्रमित करते हैं तो उनको समुद्र में डुबा देने में भी कोई पाप नहीं है ,.”

ravi sharma
14-11-2012, 09:27 AM
उनका आक्रोश सहजता से बाहर निकल रहा था,. हम मुग्ध होकर सुनते जा रहे थे ,…वो अचानक रुक गए …फिर सांस लेकर बोले ,..”.सब धर्म सच्चाई का साथ देने के लिए ही कहते हैं ,…हिन्दुस्तान में सत्यमेव जयते ही सर्वोपरि है लेकिन सत्य क्या है !!.. “….उन्होंने तीखी आवाज में प्रश्न किया तो हम हडबड़ा गए ,…कुछ नहीं सूझा तो एक दुसरे को देखने लगे ,..वो फिर बोले .

ravi sharma
14-11-2012, 09:27 AM
सत्य यही है कि हम पूँजीपतियो और विदेशिओं के चंगुल में फंसे छटपटा रहे हैं ,.हमारे खेत खलिहान बंजर होने की कगार पर हैं ,.प्रकृति को हो रहे नुक्सान से कोई भविष्य नहीं बचा है ,..हमारे अनमोल संसाधन लूटे जा रहे हैं ,..पूरी राजनीति लुटेरों की दलाल है ,..जो दो चार राष्ट्रप्रेमी नेता हैं उनका कोई बस नहीं चलता ,..लोकतंत्र के नाम पर आपसी गिरोहबंदी करके लूटतंत्र चला रहे हैं ,…जनता भूखी नंगी और लाचार है और ये गद्दार मुझे नोच नोच कर खत्म कर देने पर आमादा हैं !…..तुम्हारा काम क्या केवल इनको इलाका बांटना भर रह गया है ?….. किसी भी धर्म को मानते हो तो मेरी रक्षा और अपने साथ गरीबों की सेवा के लिए सत्य का साथ दो और निरंकुश लुटेरों को उजाड़कर फेंक दो,..सब धर्म अत्याचार का विरोध करना ही सिखाते हैं,…. आगे बढ़ो और इन गद्दारों से अपना हक छीन लो ,.विदेशी मानसिकता को छोडकर अपने देश पर गौरव करना सीखो ,..सत्य के लिए लड़ो तो ऊपरवाले के सच्चे आराधक बन जाओगे !!!

ravi sharma
14-11-2012, 09:27 AM
सत्य यही है कि हम पूँजीपतियो और विदेशिओं के चंगुल में फंसे छटपटा रहे हैं ,.हमारे खेत खलिहान बंजर होने की कगार पर हैं ,.प्रकृति को हो रहे नुक्सान से कोई भविष्य नहीं बचा है ,..हमारे अनमोल संसाधन लूटे जा रहे हैं ,..पूरी राजनीति लुटेरों की दलाल है ,..जो दो चार राष्ट्रप्रेमी नेता हैं उनका कोई बस नहीं चलता ,..लोकतंत्र के नाम पर आपसी गिरोहबंदी करके लूटतंत्र चला रहे हैं ,…जनता भूखी नंगी और लाचार है और ये गद्दार मुझे नोच नोच कर खत्म कर देने पर आमादा हैं !…..तुम्हारा काम क्या केवल इनको इलाका बांटना भर रह गया है ?….. किसी भी धर्म को मानते हो तो मेरी रक्षा और अपने साथ गरीबों की सेवा के लिए सत्य का साथ दो और निरंकुश लुटेरों को उजाड़कर फेंक दो,..सब धर्म अत्याचार का विरोध करना ही सिखाते हैं,…. आगे बढ़ो और इन गद्दारों से अपना हक छीन लो ,.विदेशी मानसिकता को छोडकर अपने देश पर गौरव करना सीखो ,..सत्य के लिए लड़ो तो ऊपरवाले के सच्चे आराधक बन जाओगे !!!

ravi sharma
14-11-2012, 09:29 AM
उनके क्रोध ,आवेग और स्नेह से हम संज्ञाशून्य हो रहे थे ,…इस्माइल ने पैर पकड़ते हुए कहा..
“..पिताजी अब हम गद्दारों के बहकावे में नहीं आयेंगे ,.इन्होने हमेशा हमको अपने भाईओं का ही खौफ दिखाकर लूटा है ,..इनके कारण ही हम आगे के बजाय पीछे जाते रहे ,..,…हमको खैराती लाल बना दिया है ,..इस्लाम तभी कामयाब है जब हम इंसान बनेंगे और ये कभी हमें इंसान नहीं बनने देंगे ,….इनका काम गुलाम बनाना है और वही साजिश कर रहे हैं ,..हम इनको मुहतोड़ जबाब देंगे ,.. मुख्य धारा से हमको अलग रखने की इनकी साजिश कभी कामयाब नहीं होगी,..हम सब एक हैं,.. अब हिन्दुस्तान में हिंदुस्तानियत का ही राज होगा ,किसी अंग्रेजपरस्त भड़ुवे का नहीं ,.पूरी दुनिया ने मोदी जी का लोहा माना है ,.. सच्चे इस्लामी विद्वानों ने उनकी हमेशा तारीफ की है ,.हम लुटेरों के साथी जाहिल इमामों और बिके दिमाग के बुद्धिजीविओं को अपना हिंदुत्व फख्र से दिखायेंगे ,…हम पूरी ताकत से मोदी जी के साथ हैं !!.. लुटेरों को औकात दिखाकर देश की बागडोर उनको देकर मानेंगे

ravi sharma
14-11-2012, 09:29 AM
उनके क्रोध ,आवेग और स्नेह से हम संज्ञाशून्य हो रहे थे ,…इस्माइल ने पैर पकड़ते हुए कहा..
“..पिताजी अब हम गद्दारों के बहकावे में नहीं आयेंगे ,.इन्होने हमेशा हमको अपने भाईओं का ही खौफ दिखाकर लूटा है ,..इनके कारण ही हम आगे के बजाय पीछे जाते रहे ,..,…हमको खैराती लाल बना दिया है ,..इस्लाम तभी कामयाब है जब हम इंसान बनेंगे और ये कभी हमें इंसान नहीं बनने देंगे ,….इनका काम गुलाम बनाना है और वही साजिश कर रहे हैं ,..हम इनको मुहतोड़ जबाब देंगे ,.. मुख्य धारा से हमको अलग रखने की इनकी साजिश कभी कामयाब नहीं होगी,..हम सब एक हैं,.. अब हिन्दुस्तान में हिंदुस्तानियत का ही राज होगा ,किसी अंग्रेजपरस्त भड़ुवे का नहीं ,.पूरी दुनिया ने मोदी जी का लोहा माना है ,.. सच्चे इस्लामी विद्वानों ने उनकी हमेशा तारीफ की है ,.हम लुटेरों के साथी जाहिल इमामों और बिके दिमाग के बुद्धिजीविओं को अपना हिंदुत्व फख्र से दिखायेंगे ,…हम पूरी ताकत से मोदी जी के साथ हैं !!.. लुटेरों को औकात दिखाकर देश की बागडोर उनको देकर मानेंगे

ravi sharma
14-11-2012, 09:30 AM
!..”…………ईस्माइल की बात पर पिताजी गदगद हो गए ,..उसका हाथ चूम लिया ,…मैं भी खुशी से भर गया ,.अपनी बात कहना चाह रहा था ..लेकिन पिताजी उससे पहले ही बोले . “..पिताजी ,.हम इतने जातिओं में बंटे हैं ,..इसका फायदा ये लुटेरे हमेशा उठाते है !!..”…डरते हुए मैंने अपनी शंका रखी तो पिताजी गंभीर हो गए ..

ravi sharma
14-11-2012, 09:30 AM
जाति कर्मो से होती है ,..पहले लोग पुश्तैनी काम ही करते थे तो जन्मजात बन गयी ,… सब एक दुसरे के सहारे सुखी जीवन चलाते थे ,.. उच्च वर्ग ,मध्य वर्ग और निम्न वर्ग पहले भी थे लेकिन गरीब कोई नहीं था !..अंग्रेजों ने लूटने के लिए हमारी सामजिक व्यवस्था छिन्न भिन्न कर दी ,..लूट लूटकर सबको गरीब बना दिया ,..और वही राज आगे सबको अलग अलग कर लूट रहा है ,.याद रखो कि अच्छे आदमी हर जगह और हर वर्ग,जाति ,धर्म में हैं ,.संत रविदास जीवन भर जूते गांठकर शिक्षा देते रहे , लेकिन उनके अनुयायी सब जाति धर्मो के थे ,…इसी तरह कुछ बुरे लोग भी सब जगह होते हैं ,..ये दो चार बुरे लोग ही लालची राजसत्ता के निकट रहकर आपस में वैमनस्यता फैलाते हैं ,.इनको हर हालत में जीतना होगा ,..जो गलतियाँ तुम्हारे पूर्वजों ने की हैं उनको दुबारा नहीं करना है ,..तब भी कोई किसीका दुश्मन नहीं था लेकिन एक दुष्ट चौधरी के पीछे चलने की आदत से सब उसी मानसिकता के बन गए ,.धीरे धीरे विदेशिओं की चालों में फंसकर एक दुसरे के दुश्मन बनते गए ,….अब इन चौधारिओं को समाज से निकालकर इनको आम आदमी बनाना होगा ,. अब सब लोग सभी काम करते हैं तो जाति का कोई अर्थ नहीं है ,.केवल पाखण्ड भर है ,…..हर आदमी ब्राम्हण, क्षत्रिय,बनिया और शूद्र है ,..जब मेधा का प्रयोग करे तो ब्राम्हण!..बाहुबल से व्यवस्था चलाये तो क्षत्रिय !!…धन कमाए तो बनिया !!!..और मेहनत करे तो शूद्र !!!…भला दुनिया में ऐसा कौन आदमी है जो अपनी गन्दगी न साफ़ करता हो !!…किसी को नीचा और ऊंचा सिर्फ उसके कर्म बनाते हैं ,…”

ravi sharma
14-11-2012, 09:30 AM
जाति कर्मो से होती है ,..पहले लोग पुश्तैनी काम ही करते थे तो जन्मजात बन गयी ,… सब एक दुसरे के सहारे सुखी जीवन चलाते थे ,.. उच्च वर्ग ,मध्य वर्ग और निम्न वर्ग पहले भी थे लेकिन गरीब कोई नहीं था !..अंग्रेजों ने लूटने के लिए हमारी सामजिक व्यवस्था छिन्न भिन्न कर दी ,..लूट लूटकर सबको गरीब बना दिया ,..और वही राज आगे सबको अलग अलग कर लूट रहा है ,.याद रखो कि अच्छे आदमी हर जगह और हर वर्ग,जाति ,धर्म में हैं ,.संत रविदास जीवन भर जूते गांठकर शिक्षा देते रहे , लेकिन उनके अनुयायी सब जाति धर्मो के थे ,…इसी तरह कुछ बुरे लोग भी सब जगह होते हैं ,..ये दो चार बुरे लोग ही लालची राजसत्ता के निकट रहकर आपस में वैमनस्यता फैलाते हैं ,.इनको हर हालत में जीतना होगा ,..जो गलतियाँ तुम्हारे पूर्वजों ने की हैं उनको दुबारा नहीं करना है ,..तब भी कोई किसीका दुश्मन नहीं था लेकिन एक दुष्ट चौधरी के पीछे चलने की आदत से सब उसी मानसिकता के बन गए ,.धीरे धीरे विदेशिओं की चालों में फंसकर एक दुसरे के दुश्मन बनते गए ,….अब इन चौधारिओं को समाज से निकालकर इनको आम आदमी बनाना होगा ,. अब सब लोग सभी काम करते हैं तो जाति का कोई अर्थ नहीं है ,.केवल पाखण्ड भर है ,…..हर आदमी ब्राम्हण, क्षत्रिय,बनिया और शूद्र है ,..जब मेधा का प्रयोग करे तो ब्राम्हण!..बाहुबल से व्यवस्था चलाये तो क्षत्रिय !!…धन कमाए तो बनिया !!!..और मेहनत करे तो शूद्र !!!…भला दुनिया में ऐसा कौन आदमी है जो अपनी गन्दगी न साफ़ करता हो !!…किसी को नीचा और ऊंचा सिर्फ उसके कर्म बनाते हैं ,…”

ravi sharma
14-11-2012, 09:31 AM
वो फिर रुक गए !..साँस लेकर आगे बोले ..
“.. समाज में बहुतो के साथ अन्याय हुआ है ,..लेकिन अन्याय करने वाले कभी भगवान की लाठी से नहीं बचे हैं ,..सबको उसका दंड मिला है ,.हमेशा मिलता रहेगा ,.अब समय है कि सबको बराबर आना चाहिए ,.यह काम समान और मुफ्त भारतीय शिक्षा से ही पूरा होगा ,…अब मुझे और खुद को बचाना है तो आपसी मनमुटाओं को भूल जाओ और सब एकजुट होकर सत्य का साथ दो ,.. यही धर्म है ! ,.. निर्णय तुमको लेना है कि तुम मैकाले के सपने हिन्दुस्तान की गुलामी चाहते हो या विवेकानंद के गौरवशाली भारत को !..अगर आज तुम विवेकानंद के सपनो के लिए आगे बढे तो सदिओं तक तुम्हारी औलादें तुम्हारे ऊपर गर्व करेंगी ,..यही तुम्हारा सच्चा धर्म होगा !!..”…उन्होंने आदेशात्मक लहजे में कहा तो हम दोनों ने एकसाथ हुंकारते हुए बोले ..
“..हम जीतने तक सच्चाई के लिए लड़ते रहेंगे !!..”..उन्होंने प्रसन्न भाव से हमें देखा ,..मुझे पानी लाने से पहले उनकी कही बात याद आ गयी ,…तो मैंने कुरेदा ..
“..पिताजी ,..बदलाव के लिए हम क्या करें ?..”….मेरे प्रश्न पर जैसे उनकी चेतना किसी बिंदु पर आ टिकी हो ,..उन्होंने आँखें बंद कर ली ,..हम उनकी तरफ देखते हुए प्रतीक्षा करने लगे …

ravi sharma
14-11-2012, 09:32 AM
वो फिर रुक गए !..साँस लेकर आगे बोले ..
“.. समाज में बहुतो के साथ अन्याय हुआ है ,..लेकिन अन्याय करने वाले कभी भगवान की लाठी से नहीं बचे हैं ,..सबको उसका दंड मिला है ,.हमेशा मिलता रहेगा ,.अब समय है कि सबको बराबर आना चाहिए ,.यह काम समान और मुफ्त भारतीय शिक्षा से ही पूरा होगा ,…अब मुझे और खुद को बचाना है तो आपसी मनमुटाओं को भूल जाओ और सब एकजुट होकर सत्य का साथ दो ,.. यही धर्म है ! ,.. निर्णय तुमको लेना है कि तुम मैकाले के सपने हिन्दुस्तान की गुलामी चाहते हो या विवेकानंद के गौरवशाली भारत को !..अगर आज तुम विवेकानंद के सपनो के लिए आगे बढे तो सदिओं तक तुम्हारी औलादें तुम्हारे ऊपर गर्व करेंगी ,..यही तुम्हारा सच्चा धर्म होगा !!..”…उन्होंने आदेशात्मक लहजे में कहा तो हम दोनों ने एकसाथ हुंकारते हुए बोले ..
“..हम जीतने तक सच्चाई के लिए लड़ते रहेंगे !!..”..उन्होंने प्रसन्न भाव से हमें देखा ,..मुझे पानी लाने से पहले उनकी कही बात याद आ गयी ,…तो मैंने कुरेदा ..
“..पिताजी ,..बदलाव के लिए हम क्या करें ?..”….मेरे प्रश्न पर जैसे उनकी चेतना किसी बिंदु पर आ टिकी हो ,..उन्होंने आँखें बंद कर ली ,..हम उनकी तरफ देखते हुए प्रतीक्षा करने लगे …