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View Full Version : कसाब को फांसी से मनी दूसरी दिवाली


Dark Saint Alaick
21-11-2012, 10:10 PM
देश की आर्थिक राजधानी मुम्बई में 26/11 को कहर बरपाने वाले खूंखार आतंकवादी मोहम्मद अजमल आमिर कसाब को आज सुबह पुणे की यरवदा जेल में फांसी पर लटका दिया गया। भारत सरकार के इस कदम से न सिर्फ संसारभर में भारत की न्याय प्रणाली का परचम फहरा, बल्कि देशभर में खुशी की लहर इस कदर दौड़ी कि लोगों ने दिन में ही दूसरी दीपावली मना डाली। मैं इस सूत्र में घटनाक्रम से सम्बंधित समस्त तथ्य प्रस्तुत करने का प्रयास कर रहा हूं। उम्मीद है, यह सूत्र आपकी अपेक्षाओं पर खरा उतरेगा।

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=19925&stc=1&d=1353521443

Dark Saint Alaick
21-11-2012, 10:16 PM
आइए सबसे पहले जानते हैं कुछ कसाब के जीवन के बारे में।

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=19926&stc=1&d=1353521748

Dark Saint Alaick
21-11-2012, 10:20 PM
मुंबई आतंकी हमले का काला चेहरा ‘कसाब’

बेपरवाह सी कार्गो पैंट, ढीला-ढाला नीला स्वेटशर्ट, पीठ पर बैग और हाथों में असाल्ट राइफल। यही था अजमल आमिर कसाब, मुंबई पर खौफनाक आतंकी हमले का काला चेहरा, जिसने पाकिस्तान में रची गई नापाक साजिश को अमली जामा पहनाने में अहम किरदार निभाया। छत्रपति शिवाजी टर्मिनस पर लगे कैमरों ने 26 नवंबर, 2008 की जानलेवा रात में कसाब की जो तस्वीरें खींची हैं, उनमें वह कंधों पर झोला लटकाए ए के 47 असाल्ट राइफल को लापरवाही से इधर-उधर झुलाता दिख रहा है, जो उसके बेरहम कृत्य की गवाही दे रही हैं, जिसकी वजह से उसे फांसी के फंदे पर झूलना पड़ा। कसाब उस समय 21 वर्ष का था। वह देश की वाणिज्यिक राजधानी को 60 घंटे तक बंधक बनाए रखने वाले 10 आतंकवादियों का हिस्सा था, जो 26 नवंबर को पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के इशारे पर मुंबई में कहर मचाने आए थे। पाकिस्तान के पंजाब सूबे में ओकारा जिले के फरीदकोट गांव में रहने वाले कसाब ने कानूनी कार्यवाही के दौरान कई बार खुद को देशभक्त पाकिस्तानी बताया। उसे भारत के खिलाफ जंग छेड़ने का कोई मलाल नहीं था। उसके हवाले से कई बार कहा गया, मैंने ठीक किया, मुझे कोई अफसोस नहीं है। कसाब ने हालांकि सजा में नरमी की गुहार की थी। उसका कहना था कि लश्कर-ए-तैयबा ने उसका बे्रन वाश किया और उसने उसके इशारे पर रोबोट की तरह काम किया।

Dark Saint Alaick
21-11-2012, 10:21 PM
कसाब बेरोजगारी के दिनों में इस आतंकी संगठन के संपर्क में आया और उसे पाकिस्तान के कई सुदूरवर्ती प्रशिक्षण शिविरों में से एक में प्रशिक्षित करने के बाद मुंबई आतंकी हमले के लिए चुना गया। मुंबई पर हमले की सोची-समझी साजिश के तहत कसाब 26 नवंबर, 2008 को अपने नौ अन्य साथियों के साथ पाकिस्तान से समुद्र के रास्ते मुंबई पहुंचा। यह समूह जोड़ों में बंट गया और आलीशान होटलों-ताज महल और ओबेराय ट्राइडेंट, छत्रपति शिवाजी टर्मिनस, यहूदियों के धार्मिक केन्द्र और दक्षिण मुंबई में लिओपोल्ड कैफे को निशाना बनाया। आतंकवादियों की अंधाधुंध गोलीबारी में 18 विदेशियों सहित कुल 166 लोग मारे गए और कई अन्य घायल हुए। ऐसी खबर थी कि पुलिस के हाथों पकड़े जाने पर कसाब ने कहा था कि उसे अंतिम सांस तक मारने का प्रशिक्षण दिया गया है, बाद में वह मेडिकल स्टाफ से यह गुहार लगाते देखा गया कि मैं मरना नहीं चाहता। पुलिस ने अस्पताल में जब कसाब से पूछताछ की तो उसने कहा कि मैं अब जीना नहीं चाहता। उसने जांचकर्ताओं से कहा कि उसे पाकिस्तान में रहने वाले उसके परिवार की हिफाजत के लिए मार दिया जाए, क्योंकि भारतीय पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करने पर उसके परिवार को यातना दी जाएगी अथवा मौत के घाट उतार दिया जाएगा। ऐसी खबर है कि कसाब ने पुलिस को बताया था कि उसने और उसके साथी इस्माइल खान ने आतंकवाद निरोधी दस्ते के प्रमुख हेमंत करकरे, मुठभेड़ विशेषज्ञ विजय सालस्कर और अतिरिक्त आयुक्त अशोक काम्टे को गोली मारी।

Dark Saint Alaick
21-11-2012, 10:21 PM
मुंबई हमले से जुड़े मामले के न्यायाधीश एम. एल. ताहिलियानी ने कहा कि उसे गर्दन से तब तक लटकाया जाए, जब तक उसकी मौत न हो जाए। उसने ‘मानवीय व्यवहार’ का अधिकार खो दिया है। कसाब ने 2005 में पिता के साथ झगड़े के बाद अपना घर छोड़ दिया था। उसने ईद पर नए कपड़े मांगे थे, लेकिन उसके पिता के पास इतने पैसे नहीं थे कि वह उसे नए कपड़े दिला पाते, लिहाजा उन्होंने मना कर दिया, जिससे कसाब नाराज हो गया और घर से चला गया। उसके बाद इसने अपने दोस्त मुजफ्फरलाल खान के साथ मिलकर छोटे-मोटे अपराध करने शुरू किए और फिर सशस्त्र लूटपाट तक पहुंच गया। 21 दिसंबर, 2007 को वह ईद के दिन रावलपिंडी में था और हथियार खरीदने की कोशिश कर रहा था, जहां उसकी मुलाकात लश्कर-ए-तैयबा की राजनीतिक शाखा जमात-उद-दावा के सदस्यों से हुई, जो पर्चे बांट रहे थे। कुछ देर की बातचीत के बाद उनमें लश्कर-ए-तैयबा के आधार शिविर मरकज तैयबा में प्रशिक्षण लेने के बारे में सहमति बनी। कसाब उन 24 लोगों के समूह का हिस्सा था, जिन्हें पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के पर्वतीय इलाके में लड़ाका प्रशिक्षण दिया गया। इसी समूह में से बाद में कसाब सहित उन 10 आतंकवादियों का चयन किया गया, जिन्होंने मुंबई को निशाना बनाया। ऐसी खबर मिली थी कि लश्कर-ए-तैयबा के वरिष्ठ कमांडर जकी-उर-रहमान लखवी ने हमले में उसके शामिल होने पर उसके परिवार को डेढ़ लाख रुपए देने की पेशकश की थी।

Dark Saint Alaick
21-11-2012, 10:22 PM
ओकारा के ग्रामीणों ने कैमरे के सामने दावा किया कि मुंबई पर हमले के छह महीने पहले तक कसाब उनके गांव में था। उन्होंने बताया कि कसाब ने अपनी मां से कहा था कि वह जिहाद के लिए जा रहा है, इसलिए वह उसे आशीर्वाद दे। उन्होंने दावा किया कि कसाब ने उस दिन गांव के कुछ लड़कों के सामने अपनी पहलवानी के जौहर दिखाए थे। शुरुआती खबरों में कसाब के अंग्रेजी ज्ञान और मध्यमवर्गीय पृष्ठभूमि पर परस्पर विरोधाभासी बातें कही गई थीं। हालांकि मुंबई पुलिस के उपायुक्त और जांचकर्ता ने बताया कि वह टूटी-फूटी हिंदी बोल पाता था, अंग्रेजी तो न के बराबर। कसाब को 80 अपराधों में दोषी पाया गया। इनमें भारत के खिलाफ जंग छेड़ने का आरोप भी शामिल था, जिसके लिए मौत की सजा का प्रावधान है। उसकी मौत की सजा को बम्बई उच्च न्यायालय ने 21 फरवरी, 2011 को बरकरार रखा। उच्चतम न्यायालय ने इसी साल 29 अगस्त को उसकी मौत की सजा पर अपनी मुहर लगाई।

Dark Saint Alaick
21-11-2012, 10:29 PM
अब देखते हैं घटनाक्रम।

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=19927&stc=1&d=1353522544

Dark Saint Alaick
21-11-2012, 10:34 PM
मुंबई हमले से लेकर कसाब को फांसी दिए जाने तक का घटनाक्रम

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=19928&stc=1&d=1353522820

-26 नवंबर 2008 : कसाब और नौ आतंकवादियों ने मुंबई में विभिन्न स्थानों पर हमला किया।
-27 नवंबर 2008 : कसाब को तड़के एक बजकर तीस मिनट पर पकड़ा गया और गिरफ्तार कर नायर अस्पताल में भर्ती कराया।
-29 नवंबर 2008 : आतंकवादियों के कब्जे वाले सभी स्थानों को मुक्त कराया गया और नौ आतंकवादी मारे गए।
-30 नवंबर 2008 : कसाब ने पुलिस के समक्ष अपना अपराध स्वीकार किया।
-13 जनवरी 2009 : एम. एल. ताहिलियानी मुंबई हमला मामले की सुनवाई के लिए न्यायाधीश नियुक्त किए गए।
-26 जनवरी 2009 : कसाब के खिलाफ सुनवाई के लिए आर्थर रोड जेल का चयन।

Dark Saint Alaick
21-11-2012, 10:37 PM
-5 फरवरी 2009 : कसाब के डीएनए के नमूने कुबेर नौका में पाए गए, सामान में मिले डीएनए से मिल गए। कुबेर नौका से ही दसों आतंकवादी पाकिस्तान के कराची से समुद्र मार्ग से मुंबई पहुंचे थे।
-20-21 फरवरी 2009 : कसाब ने मजिस्ट्रेट के सामने अपना अपराध स्वीकार किया।
-22 फरवरी 2009 : उज्ज्वल निकम सरकारी वकील नियुक्त।
-25 फरवरी 2009 : कसाब तथा दो अन्य के खिलाफ आरोपपत्र अदालत में दाखिल।
-एक अप्रेल 2009 : अंजलि वाघमरे कसाब की वकील नियुक्त।
-15 अप्रेल 2009 : बतौर कसाब की वकील, अंजलि वाघमरे हटाई गईं।
-16 अप्रेल 2009 : अब्बास काजमी कसाब के वकील नियुक्त।
-17 अप्रेल 2009 : कसाब का इकबालिया बयान अदालत में खोला गया, लेकिन कसाब बयान से मुकर गया।
-20 अप्रेल 2009 : अभियोजन पक्ष ने कसाब पर 312 आरोप लगाए।

Dark Saint Alaick
21-11-2012, 10:38 PM
-29 अप्रेल 2009 : विशेषज्ञों ने कहा, कसाब नाबालिग नहीं।
-6 मई 2009 : आरोप तय किए गए। कसाब पर 86 आरोप लगाए।
-8 मई 2009 : पहले प्रत्यक्षदर्शी ने गवाही दी, कसाब को पहचाना।
- 23 जून 2009 : हाफिज सईद, जकी उर रहमान लखवी सहित 22 लोगों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी।
-30 नवंबर 2009 : बतौर कसाब के वकील, अब्बास काजमी हटाए गए।
-एक दिसंबर 2009 : के. पी. पवार कसाब के वकील नियुक्त।
-16 दिसंबर 2009 : अभियोजन पक्ष ने अपनी गवाही पूरी की।
-18 दिसंबर 2009 : कसाब ने सभी आरोपों का खंडन किया।
-31 मार्च 2010 : मामले में जिरह समाप्त। विशेष न्यायाधीश एम. एल. ताहिलियानी ने फैसला तीन मई 2010 तक के लिए सुरक्षित रखा।

Dark Saint Alaick
21-11-2012, 10:38 PM
-3 मई 2010 : कसाब को दोषी ठहराया गया। सबाउद्दीन अहमद और फहीम अंसारी सभी आरोपों से बरी।
-6 मई 2010 : निचली अदालत ने कसाब को मौत की सजा सुनाई।
21 फरवरी 2011 : बंबई उच्च न्यायालय ने कसाब को मौत की सजा बरकरार रखी।
- मार्च 2011 : कसाब ने उच्चतम न्यायालय को पत्र लिख कर उच्च न्यायालय के फैसले को चुनौती दी।
-10 अक्टूबर 2011 : उच्चतम न्यायालय ने कसाब को सुनाई गई मौत की सजा की तामील पर रोक लगाई।
10 अक्टूबर 2011 : कसाब ने उच्चतम न्यायालय में कहा कि हमले के लिए उसके दिमाग में ‘रोबोट’ की तरह बातें भरी गईं और वह कम उम्र होने की वजह से मौत की सजा पाने का हकदार नहीं है।
-18 अक्टूबर 2011 : उच्चतम न्यायालय ने महाराष्ट्र सरकार की अपील विचारार्थ स्वीकार की, जिसमें कसाब के सह आरोपियों फहीम अंसारी और सबाउद्दीन अहमद को बरी किए जाने के फैसले को चुनौती दी गई थी।
-31 जनवरी 2012 : कसाब ने उच्चतम न्यायालय में कहा कि उसके खिलाफ मामले में स्वतंत्र एवं निष्पक्ष सुनवाई नहीं हुई।

Dark Saint Alaick
21-11-2012, 10:41 PM
-23 फरवरी 2012 : उच्चतम न्यायालय में मुंबई हमले के षड़यंत्रकारियों और उनके पाकिस्तानी आकाओं के बीच हुई बातचीत के अंश सुनवाए गए और नरसंहार के सीसीटीवी फुटेज दिखाए गए।
-25 अप्रेल 2012 : उच्चतम न्यायालय ने अपना फैसला सुरक्षित रखा।
-29 अगस्त 2012 : उच्चतम न्यायालय ने कसाब की मौत की सजा तथा मामले में दो कथित भारतीय सह आरोपियों को बरी किए जाने का फैसला बरकरार रखा।
:16 अक्टूबर 2012 : केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राष्ट्रपति से कसाब की दया याचिका खारिज करने की सिफारिश की।
-5 नवंबर 2012 : राष्ट्रपति ने कसाब की दया याचिका ठुकराई।
-आठ नवंबर 2012 : महाराष्ट्र सरकार को राष्ट्रपति के फैसले की सूचना मिली।
-21 नवंबर 2012 : कसाब को पुणे स्थित यरवदा जेल में फांसी दी गई।

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=19929&stc=1&d=1353523261

Dark Saint Alaick
21-11-2012, 11:01 PM
मुंबई हमले के अपराधी अजमल कसाब को फांसी

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=19930&stc=1&d=1353524434 http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=19931&stc=1&d=1353524434

मुंबई पर आतंकी हमले के करीब चार साल बाद अजमल कसाब को आज सुबह पुणे के यरवदा केन्द्रीय कारागार में फांसी पर लटका दिया गया। महाराष्ट्र के गृह मंत्री आर. आर. पाटिल ने कसाब को फांसी दिए जाने के फौरन बाद मुंबई में बताया कि 25 वर्ष के कसाब को सुबह साढे सात बजे फांसी दे दी गई। पाकिस्तान को कसाब की फांसी के बारे में सूचित कर दिया गया था। मुंबई हमले की कानूनी प्रक्रिया समाप्त होने से इस हादसे से जुड़े लोगों को राहत मिली। चार बरस पहले पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकवादियों ने देश की वाणिज्यिक राजधानी पर वहशियाना हमला कर 166 लोगों की जान ले ली थी। 26 नवंबर 2008 को हुए इस हमले की गिरफ्त से मुंबई को मुक्त कराने में 60 घंटे का समय लगा और इस दौरान नौ उग्रवादियों को मार गिराया गया। दसवां हमलावर अजमल कसाब जीवित पकड़ लिया गया। जेल के अधिकारियों ने कसाब को फांसी देने के अभियान के विवरण के बारे में चुप्पी साधे रखी और पूरे अभियान को बड़ी गोपनीयता से अंजाम दिया गया। पता चला है कि फांसी से पहले कसाब ने कोई आखरी ख्वाहिश नहीं बताई। कसाब की सजा से बचने की तमाम कोशिशें असफल होने के बाद उसे फांसी पर लटकाया गया। राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने केन्द्रीय गृह मंत्रालय के परामर्श पर कसाब की दया याचिका ठुकरा दी थी। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चौहान ने बताया कि कसाब को मुंबई की आर्थर रोड जेल से 19 नवंबर को पुणे की यरवदा जेल ले जाया गया था। महाराष्ट्र में कारागार महानिरीक्षक मीरन बोरवंकर ने कसाब की फांसी पर मीडिया के सवालों का जवाब देने से इंकार कर दिया। कसाब की फांसी का समाचार फैलते ही जेल के सामने तमाशबीनों की भीड़ लग गई। कसाब के अंतिम संस्कार के बारे में जेल अधिकारियों की तरफ से कोई जानकारी नहीं दी गई और आधिकारिक तौर पर भी इस संबंध को कोई सूचना नहीं दी गई है। गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने बताया कि पाकिस्तान को कसाब की फांसी के संबंध में सूचित कर दिया गया था। शिंदे ने दिल्ली में कहा, ‘कसाब की फांसी से 26:11 मामले की कानूनी प्रक्रिया पूरी हो गई।’ इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग ने पाकिस्तान सरकार को एक पत्र के जरिए कसाब की फांसी के संबंध में सूचित किया, लेकिन पाकस्तिान ने वह पत्र लेने से इंकार कर दिया, लिहाजा उसे फैक्स भेजा गया। विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा कि फांसी के बारे में पाकिस्तान को सूचित करने का दायित्व निभाया गया। विशेष लोक अभियोजक उज्ज्वल निकम ने कसाब को फांसी दिए जाने को देश की ‘जीत’ बताया। मामले में निकम पुलिस की तरफ से पेश हुए थे। पाटिल ने कहा, ‘कानून की स्थापित प्रक्रिया का पालन किया गया।’ उन्होंने बताया कि राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी द्वारा 8 नवंबर को कसाब की दया याचिका नामंजूर किए जाने के बाद उसे फांसी दी गई। उन्होंने बताया कि कसाब ने कोई आखरी ख्वाहिश जाहिर नहीं की। उन्होंने कहा, ‘यह बेगुनाह पीड़ितों, जिनमें पुलिसकर्मी और सुरक्षा अधिकारी शामिल थे, को सच्ची श्रद्धांजलि थी, जिन्होंने अपनी जान गंवा दी।’ पाटिल ने कहा, ‘मुंबई पर हमला पूरे देश पर हमला था।’ शिंदे ने कहा कि अब तक किसी ने कसाब के पार्थिव शरीर के लिए दावा नहीं किया है और अगर पाकिस्तान चाहेगा तो भारत कसाब के पार्थिव शरीर को पड़ोसी देश के हवाले कर देगा। गृह मंत्री ने कहा कि अगर कसाब को भारत में दफनाया जाता है तो कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि कोई समस्या होगी (अगर कसाब को भारत में दफनाया गया तो) क्योंकि भारत ने बहुत कुछ झेला है और सबने ... और इस देश ने त्रासदी को देखा है। मानवता के खिलाफ तीन दिन तक चले संघर्ष में 166 लोग मारे गए।’ खुर्शीद ने कहा कि पाकिस्तान ने कसाब का पार्थिव शरीर सौंपे जाने के बारे में भारत से कोई अनुरोध नहीं किया है। निकम ने कहा कि कसाब को फांसी देकर देश ने उन तमाम पुलिसकर्मियों और बेगुनाह लोगों को श्रद्धांजलि दी है, जिन्होंने इस हमले में अपने प्राण गंवाए। निकम ने मुंबई में संवाददाताओं से कहा, ‘कसाब को दोषी ठहराकर और फांसी देकर हमने यह साबित कर दिया कि पूरी साजिश को किस तरह से पाकिस्तान में रचा गया। हमने यह नजीर कायम की है कि भारत इस तरह के हमलों को बर्दाश्त नहीं करेगा और आरोपियों को कानून के दायरे में लाया जाएगा।’ निकम ने सत्र अदालत और उच्च न्यायालय में मामले की पैरवी की और उच्चतम न्यायालय में वरिष्ठ अधिवक्ता गोपाल सुब्रमणियम के सहायक रहे। शिव सेना के कार्यकर्ताओं के एक समूह ने कसाब को फांसी दिए जाने का स्वागत करते हुए यरवदा जेल के बाहर ‘वन्दे मातरम’ के नारे लगाए और संसद पर हमले के आरोपी अफजल गुरू का इंसाफ भी जल्द किए जाने की मांग की। कसाब को मुंबई पर 2008 में हुए हमले में गिरफ्तार किए जाने के बाद से मुंबई की आर्थर रोड जेल में रखा गया था। उसे निचली अदालत ने छह मई 2010 को फांसी की सजा सुनाई, जिसे 21 फरवरी 2011 को बम्बई उच्च न्यायालय ने बरकरार रखा। उच्चतम न्यायालय ने इस वर्ष 29 अगस्त को सजा को बहाल रखा। कसाब और अन्य हमलावरों ने 26 नवंबर 2008 को नौका से मुंबई में प्रवेश किया। उनके पास मोबाइल फोन, हथगोले और अत्याधुनिक हथियार थे। वह मुंबई में चारों तरफ फैल गए और आलीशान होटलों ताज महल और ओबेरॉय ट्राइडेंट, यहूदी केन्द्र चबाड हाउस और शहर के मुख्य रेलवे स्टेशन छत्रपति शिवाजी टर्मिनस को निशाना बनाया।

Dark Saint Alaick
21-11-2012, 11:27 PM
उम्मीद है कि मुंबई हमला मामले में पाकिस्तान कानून का पालन करेगा : खुर्शीद

भारत ने आज उम्मीद जताई कि पाकिस्तान में मुंबई हमला मामले की सुनवाई में कानून का पालन किया जाएगा जैसा यहां अजमल कसाब के मामले में किया गया । विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने यहां संवाददाताओं से कहा ‘साफ कहूं तो, हमने (अजमल कसाब के मामले में) कानून को अपना काम करने दिया । इसी तरह हम उम्मीद करते हैं कि पाकिस्तान में भी कानून का पालन किया जाएगा । भारत और पाकिस्तान में आपराधिक प्रक्रियाओं के बीच अधिक अंतर नहीं है ।’ खुर्शीद, मुंबई में 2008 में हुए आतंकवादी हमले में जीवित पकड़े गए एकमात्र आतंकवादी कसाब को फांसी दिए जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे थे । पाकिस्तानी आतंकवादी कसाब को पुणे की यरवदा जेल में आज सुबह फांसी दे दी गई । खुर्शीद ने कहा कि ‘अत्यंत दुखद घटना’ में बड़ी संख्या में लोगों की जान गई थी और पाकिस्तान में इस हमले के षड्यंत्रकारियों के खिलाफ कार्रवाई जरूरी है । उन्होंने कहा कि कसाब के मामले में भारत ने कानून का पालन किया और यहां तक कि, उसे (कसाब को) राष्ट्रपति के समक्ष दया याचिका दाखिल करने का मौका भी दिया गया । विदेश मंत्री ने कहा ‘इससे पता चलता है कि हम सबको बराबर समझते हैं । कानून सब पर लागू होता है और यह सबके लिए बराबर होता है ।’ खुर्शीद ने कहा कि कानूनी जरूरतों के मुताबिक भारत ने पाकिस्तान सरकार और कसाब के परिवार को उसे फांसी दिए जाने के बारे में सूचित किया है । उन्होंने कहा ‘हमने पाकिस्तान विदेश मंत्रालय को एक फैक्स संदेश भेजा है । :इस घटनाक्रम पर: संवाद का और दूसरा तरीका नहीं है। हालांकि संदेश स्वीकार नहीं किया गया लेकिन हमने अपना दायित्व पूरा किया ।’ खुर्शीद ने कहा कि कसाब ने अपने अपराध की स्वीकारोक्ति के दौरान जो पता बताया था, उस पते पर उसकी फांसी की सूचना देते हुए एक कूरियर भी भेजा गया है । उनसे पूछा गया कि क्या पाकिस्तान सरकार या कसाब के परिवार ने उसका पार्थिव शरीर सौंपे जाने के लिए भारत से कोई अनुरोध किया है ? इस पर खुर्शीद ने कहा कि ऐसा कोई अनुरोध नहीं मिला है । एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अपने नागरिक के बारे में पूछना पाकिस्तान की जिम्मेदारी है । उन्होंने कहा ‘हमने इस अपरिहार्य घटनाक्रम के बारे में पाकिस्तान में एक पते पर सूचना दी है ।’ विदेश मंत्री ने इन अटकलों को खारिज कर दिया कि पाकिस्तान के गृह मंत्री रहमान मलिक की भारत यात्रा कसाब को फांसी की वजह से टाल दी गई । उन्होंने कहा ‘मैं नहीं सोचता कि इन बातों में कोई संबंध है । यात्रा का फैसला जरूरत के आधार पर किया जाता है । गृह मंत्रालय ने आकलन किया है । इस बात पर सहमति बनी है कि संसद का सत्र चालू रहने की वजह से यह अनुकूल समय नहीं होगा । बाद में अनुकूल समय पर फैसला किया जाएगा।’

Dark Saint Alaick
21-11-2012, 11:34 PM
पाकिस्तान ने कसाब की फांसी के फैसले पर भेजा पत्र नहीं लिया : शिंदे

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=19932&stc=1&d=1353526467

भारत ने 2008 के मुंबई हमले के दोषी अजमल कसाब को फांसी दिए जाने के फैसले के बारे में पाकिस्तान सरकार और कसाब के परिवार के सदस्यों को पहले ही सूचना दे दी थी, लेकिन पाकिस्तान सरकार ने इस संबंध में भेजे गए पत्र को लेने से इंकार कर दिया। गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने यह जानकारी दी। शिंदे ने मुंबई हमले के एकमात्र जीवित अपराधी अजमल कसाब को फांसी दिए जाने के कुछ घंटों बाद यहां संवाददाताओं को बताया, ‘विदेश मंत्रालय ने इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग के जरिए पाकिस्तान सरकार को कसाब को फांसी दिए जाने के बारे में सूचित किया था। जब उन्होंने संबंधित पत्र को स्वीकार नहीं किया तो उन्हें फैक्स के जरिए सूचित किया गया।’ केन्द्रीय गृह सचिव आर के सिंह ने बताया कि पाकिस्तान में रहने वाले कसाब के परिवार के सदस्यों को इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग ने इस बारे में सूचित किया। सिंह ने कहा, ‘उसके परिवार के सदस्यों को हमारे उच्चायोग ने कूरियर भेजकर सूचित किया। हमारे पास उस कूरियर की रसीद है, जिसे महाराष्ट्र सरकार को सौंप दिया गया है।’ शिंदे ने कहा कि अब तक किसी ने 25 वर्षीय कसाब का पार्थिव शरीर लेने के लिए संपर्क नहीं किया है और अगर पाकिस्तान इसे लेने के लिए दावा करता है तो भारत उसे पड़ोसी देश के हवाले कर देगा। गृह मंत्री ने कहा कि अगर कसाब को भारत में भी दफनाया जाता है तो कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि कोई समस्या होगी (अगर कसाब को भारत में दफनाया गया तो) क्योंकि भारत ने बहुत कुछ झेला है और सबने ... और इस देश ने त्रासदी को देखा है। मानवता के खिलाफ तीन दिन तक चले संघर्ष में 166 लोग मारे गए।’ कसाब को फांसी पर लटकाए जाने के पहले के घटनाक्रम के बारे में जानकारी देते हुए शिंदे ने कहा कि गृह मंत्रालय ने राष्ट्रपति से सिफारिश की थी कि वह कसाब की दया याचिका को ठुकरा दें और उन्होंने ऐसा ही किया। कसाब की दया याचिका को राष्ट्रपति ने पांच नवंबर को नामंजूर किया। शिंदे ने फांसी के पूरे घटनाक्रम को गोपनीय रखे जाने को महत्वपूर्ण करार देते हुए बताया, ‘राष्ट्रपति ने पांच नवंबर को दया याचिका ठुकराई। मैंने सात नवंबर को उसपर दस्तखत किए और आठ नवंबर को महाराष्ट्र सरकार से कार्रवाई करने को कहा गया । यह फैसला किया गया कि कसाब को 21 नवंबर को सवेरे साढे सात बजे फांसी दी जाएगी और उसी के अनुसार आज सुबह यह प्रक्रिया समाप्त हुई।’ गृह मंत्रालय ने एक संक्षिप्त आधिकारिक बयान में कहा कि मौत की सजा पाए आरोपी मोहम्मद अजमल मोहम्मद आमिर कसाब की दया याचिका राष्ट्रपति ने पांच नवंबर को ठुकरा दी। आज सुबह साढे सात बजे पुणे के यरवदा केन्द्रीय कारागार में सजा की तामील की गई। शिंदे को फांसी पर लटकाने के लिए आज के दिन का चुनाव क्यों किया गया, इस बारे में पूछे जाने पर शिंदे ने कहा कि अदालत ने पहले इस बारे में फैसला किया था और कसाब की फाइल में भी यह दर्ज है और गृह मंत्रालय ने इसकी पुष्टि की। यह पूछे जाने पर कि क्या संप्रग सरकार कसाब की फांसी के जरिए राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश कर रही है, शिंदे ने कहा, ‘फायदा उठाने का कोई सवाल ही नहीं है। यह फैसला पहले ही हो चुका था।’ गृह मंत्री ने इस बारे में कुछ कहने से इंकार कर दिया कि संसद पर हमले के आरोपी अफजल गुरू के मामले में फैसला कब किया जाएगा, क्योंकि उसकी दया याचिका भी राष्ट्रपति के विचारार्थ है।

Dark Saint Alaick
22-11-2012, 12:28 AM
भारत ने की जल्दबाजी, सरबजीत पर होगा असर -पाक

मुंबई आतंकवादी हमले के सजायाफ्ता आतंकवादी अजमल आमिर कसाब को फांसी पर पाकिस्तान ने कहा है कि भारत के राष्टñपति ने कसाब की दया याचिका खारिज करने में जल्दबाजी की तथा पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीय नागरिक सरबजीत की दया याचिका पर भी इसका असर पड़ने से इन्कार नहीं किया जा सकता है। हालांकि पाकिस्तान ने यह भी कहा है कि वह भारत की न्यायिक प्रक्रिया का सम्मान करता है। पाकिस्तान की मीडिया में सूत्रों के हवाले से बताया गया कि इस्लामाबाद में भारतीय दूतावास ने पाकिस्तान सरकार को कसाब की फांसी के बारे में सूचना पत्र से दी गई, लेकिन पाकिस्तान ने इसे लेने से इन्कार कर दिया। पाकिस्तान ने कहा कि कसाब से पहले अन्य लोगों की दया याचिका लंबित थी, लेकिन भारत के राष्टñपति ने कसाब की याचिका उनसे पहले ही खारिज कर दी। इस बीच 26/।। के इस हमले की जांच कर रहे पाकिस्तानी पैनल के एक वकील ने कहा कि यदि कसाब जीवित होता तो उससे अहम जानकारियां हासिल की जा सकतीं थीं। वकील ने सवाल किया कि यह संदेह उठता है कि उसे फांसी पर चढ़ाए जाने के राजनीतिक आयाम तो नहीं हैं। यदि कसाब को पाकिस्तान की अदालत में पेश किया गया होता या पैनल को उससे पूछताछ करने दिया गया होता तो वह अहम सबूत साबित हो सकता था, लेकिन उसे फांसी पर चढ़ाद जाने का कुछ राजनीतिक मकसद होने का संदेह होता है। पाकिस्तान में स्वतंत्र न्यायपालिका है। पाकिस्तान प्रशासन ने अगस्त में भारत से आग्रह किया था कि वह उसके वकीलों को कसाब समेत प्रमुख चश्मदीद गवाहों से पूछताछ की अनुमति दी।

Dark Saint Alaick
22-11-2012, 01:21 AM
पाली की मासूम देविका ने भी दी थी गवाही

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=19933&stc=1&d=1353532888

आतंकवादी अजमल कसाब को फांसी के तख्ते तक पहुंचाने में पाली की एक 11 वर्षीय बालिका देविका की भी अहम भूमिका रही। आतंकी वारदात की चश्मदीद गवाह देविका ने कसाब के खिलाफ मुंबई अदालत में बयान दिए थे। पाली के व्यवसायी नटवरलाल रोटावर की बेटी मुंबई में आतंकी हमले के वक्त सीएसटी पर खड़ी थी, तभी कसाब और उसके दो साथियों ने अंधाधुध गोलीबारी की, जिसमें 72 लोगों की जान चली गई थी। अपने पिता की अंगुली पकड़ कर वहां स्टेशन के बाहर खड़ी देविका के पैर में गोली लगी थी। गोली लगने से देविका विकलांग हो गए है और उसे बैसाखी का सहारा लेकर चलना पड़ रहा है। जून 2011 को देविका ने मुंबई की भरी अदालत में हमलावर अजमल कसाब को पहचान लिया था। देविका के पिता नटवरलाल ने भी तब अदालत में गवाही दी थी।

Dark Saint Alaick
22-11-2012, 01:31 AM
आपरेशन-एक्स से हुआ द एंड

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=19934&stc=1&d=1353533502

कसाब को फांसी पर लटकाने के पूरे प्लान को नाम दिया गया आपरेशन-एक्स, जबकि महाराष्ट्र में इसे ‘आपरेशन बुद्धा स्माइल’ नाम दिया गया। इस आपरेशन को पूरी तरह से गुप्त रखा गया था। इसे अंजाम देने के लिए 17 अधिकारियों की स्पेशल टीम बनाई गई थी, जिनमें से 15 अधिकारी मुंबई पुलिस से ही थे। जिस वक्त आपरेशन-एक्स को अंजाम दिया जा रहा था, उस दौरान 17 में से 15 अधिकारियों के फोन बंद थे। इनमें से सिर्फ ऐंटिटेरर सेल के चीफ राकेश मारिया और जॉइंट कमिश्नर आफ पुलिस देवेन भारती के सेलफोन आन थे।

Dark Saint Alaick
22-11-2012, 01:32 AM
5 नवंबर को लगी थी मौत पर मुहर

अजमल कसाब की फांसी 5 नवंबर को राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी द्वारा दया याचिका खारिज करने के बाद ही तय हो गई थी। 5 नवंबर को राष्ट्रपति ने पत्र को हस्ताक्षर करके गृह मंत्रालय के पास भेज दिया था, जिसके बाद 7 नवंबर को गृह मंत्री ने भी इसपर हस्ताक्षर कर दिए। 8 नवंबर को महाराष्ट्र सरकार को बताने के बाद 21 नवंबर को कसाब की फांसी तय हो गई थी।

Dark Saint Alaick
22-11-2012, 01:33 AM
दोबारा ऐसी गलती नहीं करूंगा

फांसी पर लटकाए जाने से पहले कसाब को काफी पछतावा था। यह पछतावा उसके अंतिम बोल में दिखा। पुणे के जेल में सुबह साढ़े सात बजे फांसी पर लटकाए जाने से कुछ देर पहले कसाब से उसकी अंतिम इच्छा पूछी गई, इस पर कसाब ने कथित तौर पर यरवदा जेल के जेलर से कहा कि उसकी कोई अंतिम इच्छा नहीं है। साथ ही वसीयत के बारे में भी उसने कहा कि उसकी कोई वसीयत नहीं है। कसाब ने कहा कि अल्लाह की कसम, दोबारा ऐसी गलती नहीं करूंगा। उसने कहा कि मैरी मौत की खबर अम्मी को दे देना। जेल अधिकारी ने बताया कि उसके हावभाव से हमने यह अंदाजा लगाया कि वह बहुत घबराया हुआ था। हालांकि जब उसे फांसी पर चढ़ाने के लिए उसकी कोठरी से बाहर लाया गया तो वह शांत बना रहा। कसाब ने नमाज पढ़ी और सवाल किया कि क्या उसके परिवार को उसकी फांसी के बारे में सूचना दी गई है, जिस पर जेल अधिकारियों ने सकारात्मक जवाब दिया।
डेथ वारंट पर किए हस्ताक्षर
कसाब को पता था कि उसे 21 नवंबर की सुबह फांसी पर लटकाया जाएगा। कसाब को मुंबई की आर्थर रोड जेल से 19 नवंबर को पुणे की यरवदा जेल ले जाए जाने से पहले उससे उसके डेथ वारंट (मौत का वारंट) पर हस्ताक्षर कराए गए थे।
यरवडा जेल में फांसी और दफन
कसाब को पुणे की यरवडा जेल में बुधवार सुबह फांसी दिए जाने के बाद उसे वहीं जेल परिसर में दफना दिया गया। कसाब को मुम्बई की आॅर्थर रोड जेल से पुणे की यरवडा जेल में स्थानांतरित किया गया था। डॉक्टरों द्वारा मृत घोषित किए जाने के बाद उसे जेल परिसर में ही सुबह करीब साढेþ नौ बजे दफना दिया गया। फांसी चढ़ाए जाने से पहले अधिकारियों ने जेल मैन्युअल का पूरा पालन किया। कसाब के मामले में वही नियम अपनाए गए, जो आम कैदियों को फांसी चढ़ाते वक्त अपनाए जाते हैं। सुबह फांसी पर लटकाने से पहले डॉक्टरों ने कसाब का चेकअप किया।

Dark Saint Alaick
22-11-2012, 01:36 AM
यह देश के लिए एक जीत : निकम

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=19935&stc=1&d=1353533777

मुंबई हमला मामले में सुनवाई के दौरान पुलिस की ओर से पेश होने वाले विशेष सरकारी वकील उज्ज्वल निकम ने कहा कि कसाब को फांसी पर लटका कर 26 नवंबर 2008 को हुए हमले में जान गंवाने वाले सभी लोगों को श्रद्धांजलि दी गई है। यह देश के लिए जीत है। निकम ने कहा कि कसाब को फांसी पर लटका कर हमने उन सभी पुलिस कर्मियों और बेकसूर लोगों को श्रद्धांजलि दी है जिन्होंने मुंबई हमलों में अपनी जान गंवाई थी। निकम ने कहा कि कसाब को दोषी ठहरा कर और मौत की सजा दे कर हमने साबित कर दिया है कि पूरा षड्यंत्र किस तरह पाकिस्तान में रचा गया था। हमने एक उदाहरण पेश किया है कि भारत ऐसे हमलों को बर्दाश्त नहीं करेगा और आरोपियों को न्याय के दायरे में लाया जाएगा। मुंबई हमला मामले की सुनवाई के दौरान निकम निचली अदालत और उच्च न्यायालय में सरकारी वकील के तौर पर पेश हुए और उच्चतम न्यायालय में उन्होंने वरिष्ठ अधिवक्ता गोपाल सुब्रमण्यम की सहायता की थी।

Dark Saint Alaick
22-11-2012, 01:43 AM
कसाब के वकीलों ने फांसी को ठहराया सही
बरती गई गोपनीयता पर सवाल उठाए

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=19936&stc=1&d=1353534164 http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=19937&stc=1&d=1353534164 http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=19938&stc=1&d=1353534164

कसाब की ओर से यहां सत्र अदालत एवं बंबई उच्च न्यायालय में पेश हुए वकीलों ने उसकी फांसी को सही ठहराया और कहा कि बिना बारी के उसके मामले को लेकर सरकार ने 26/11 आतंकी हमले के पीड़ितों को थोड़ी शांति प्रदान की है। बहरहाल, बचाव पक्ष के वकीलों अमीन सोल्कर, फरहाना शाह और अब्बास काजमी ने फांसी को लेकर बरती गई गोपनीयता पर सवाल उठाए। सोल्कर ने कहा कि यह अच्छी बात है कि सरकार ने इस मामले में तत्परता दिखाई, क्योंकि समाज और पीड़ितों के हित में ऐसा करना जरूरी है। हो सकता है कि इतने समय तक उसकी रक्षा करना सरकारी खजाने के लिए बोझ बन गया हो, लेकिन गोपनीयता क्यों बरती गयी। सोल्कर के मत का समर्थन करते हुए फरहाना शाह ने कहा कि मुझे सदमा लगा। यह सब अचानक हुआ। इतनी गोपनीयता के साथ फांसी क्यों दी गई।

Dark Saint Alaick
22-11-2012, 01:44 AM
संयुक्त राष्ट्र प्रस्ताव के विरोध के एक दिन बाद फांसी

पुणे जेल में मुंबई आतंकी हमले के दोषी आतंकवादी अजमल कसाब को ऐसे समय फांसी पर लटकाया गया है, जबकि एक दिन पहले भारत ने मृत्युदंड खत्म करने की मांग करने वाले संयुक्त राष्ट्र महासभा के मसौदा प्रस्ताव का विरोध किया था। भारत ने दलील दी कि भारत में सजा-ए-मौत ऐसे अतिजघन्य अपराध के मामले में दी जाती है जो समाज की अंतरात्मा को ‘झकझोर’ देता है। भारत सहित 39 देशों ने इस प्रस्ताव का विरोध किया था, जबकि 110 देशों ने इसका समर्थन किया, जिसके बाद इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया गया। प्रस्ताव का विरोध करते हुए संयुक्त राष्ट्र में भारतीय मिशन के काउंसलर अमित कुमार ने कहा कि हर राष्ट्र को अपनी कानूनी प्रणाली तय करने और कानून के मुताबिक अपराधियों को सजा देने का अधिकार है।

Dark Saint Alaick
22-11-2012, 01:49 AM
यरवदा जेल के पास कड़ी सुरक्षा

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=19939&stc=1&d=1353534535

मुंबई में 26 नवंबर 2008 को हुए हमलों के दोषी आतंकवादी अजमल कसाब को सुबह फांसी दिए जाने की खबर फैलते ही यरवदा केंद्रीय कारागार के आसपास बड़ी संख्या में लोग एकत्र होने लगे। कसाब को फांसी के ब्यौरे के बारे में जेल अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं। यरवदा जेल के आसपास कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। यहां एकत्र शिवसेना कार्यकर्ताओं के एक समूह ने कसाब को फांसी का स्वागत करते हुए ‘वन्दे मातरम’ के नारे लगाए और संसद हमला मामले में दोषी ठहराए गए अफजल गुरु को भी फांसी दिए जाने की मांग की। महाराष्ट्र के कारागार महानिरीक्षक मीरन बोरवानकर ने इस मुद्दे पर मीडिया के सवालों के जवाब देने से इन्कार कर दिया।

Dark Saint Alaick
22-11-2012, 03:22 AM
आईटीबीपी का दस्ता वापस बुलाया जाएगा

मुंबई की आर्थर रोड जेल में बंद, मुंबई हमला मामले के दोषी पाकिस्तानी आतंकवादी अजमल कसाब की निगरानी कर रही आईटीबीपी की टुकड़ी को जल्द ही वापस बुला लिया जाएगा। प्रक्रिया के अनुसार, केंद्रीय बल के एक विशेष दस्ते को सौंपा गया विशेष कार्य जब पूरा हो जाता है तब केंद्रीय गृह मंत्रालय उस टुकड़ी को कार्य मुक्त करने के लिए बल के मुख्यालय को एक आदेश जारी करता है। अर्द्धसैनिक बल के सूत्रों ने बताया ‘दस्ते को कसाब की निगरानी का कार्य सौंपा गया था और अब उसे कार्यमुक्त कर वापस बुला लिया जाएगा। पाकिस्तानी आतंकवादी कसाब को जब से मुंबई की विशेष जेल ‘आर्थर रोड जेल’ में बंद किया गया था तब से ही वहां भारत तिब्बत सीमा पुलिस के 300 जवानों की टुकड़ी तैनात थी। आईटीबीपी का यह दस्ता पाकिस्तानी आतंकवादी कसाब की निगरानी के लिए राज्य सरकार के अनुरोध पर भेजा गया था। कसाब की सुरक्षा के लिए तैनात इस दस्ते के पास अंडर बैरल ग्रेनेड लॉन्चर तथा अन्य आधुनिक हथियार तथा गोलाबारूद था, ताकि आर्थर रोड जेल परिसर की कड़ी सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। आईटीबीपी चीन-भारत सीमाई इलाकों की निगरानी करती है।

Dark Saint Alaick
22-11-2012, 03:22 AM
मुंबई हमले का अधूरा अध्याय खत्म हुआ: अमेरिकी पीड़ित

मुंबई हमले में अपने पति और बेटी को गंवाने वाली एक अमेरिकी महिला ने कहा है कि कसाब को फांसी देने से मुंबई अब शांति में आगे बढ़ सकेगी। नवंबर, 2008 में हुए इस हमले में किया स्चेयर के पति एलन और उनकी बेटी नाओमी मारी गई थीं। एलन को सिर के पिछले हिस्से में गोली लगी और तत्काल उनकी मौत हो गई, जबकि 13 साल की नाओमी को कई गोलियां लगीं और उसने कुछ देर बाद दम तोड़ा था। बीते दो वर्षों के दौरान मुंबई को अपना दूसरा घर बना लेने वाली स्चेयर ने कहा कि इस मामले को देखते हुए यह अंजाम बिल्कुल ठीक है। अब हम दुनिया में शांति की उम्मीद करते हैं। सच्चा इंसाफ उसी वक्त होता है जब हम शांति और स्नेह के साथ मिलकर रहें। अब मुंबई से ऐसा व्यक्ति खत्म हो गया है जो लोगों के लिए एक खीज था। मुंबई हमले की त्रासदी का अधूरा अध्याय खत्म हो गया है।

Dark Saint Alaick
22-11-2012, 03:25 AM
मृतकों के परिजनों ने कहा, कसाब को फांसी सच्ची श्रद्धांजलि
फांसी का आदर्श तरीका : उन्नीकृष्णन

ताज होटल में आतंकवादियों से लोहा लेते शहीद हुए एनएसजी कमांडो के. उन्नीकृष्णन के पिता उन्नीकृष्णन ने कहा कि जिस तरह कसाब को फांसी दी गई वह एक आदर्श तरीका है। उन्होंने कहा कि दया याचिका खारिज किए जाने पर कोई प्रतिक्रिया व्यक्त कर पाता, इससे पहले ही सब कुछ हो गया। मैं इसकी सराहना करता हूं। इसरो के सेवानिवृत्त अधिकारी उन्नीकृष्णन ने कहा, निश्चित रूप से समाप्ति की भावना के लिए रास्ता बहुत लंबा है। कसाब को फांसी तो केवल एक अध्याय है। षड्यंत्रकारी अब भी पाकिस्तान में हैं और वहां भारत विरोधी सोच प्रबल है, जिसमें कमी आनी चाहिए। उन्होंने कहा कि एक मामले में आखिरकार न्याय हुआ। हमें सिर्फ यही सोच कर नहीं ठहर जाना चाहिए कि हमने एक दोषी को फांसी दे दी। यह समापन नहीं है।

Dark Saint Alaick
22-11-2012, 03:25 AM
मेरे पति को श्रद्धांजलि : स्मिता सालस्कर

मुंबई हमले के दौरान आतंकवादियों की गोलियों का शिकार हुए दिवंगत मुठभेड़ विशेषज्ञ विजय सालस्कर की पत्नी स्मिता सालस्कर ने अजमल कसाब की फांसी को उनके पति को श्रद्धांजलि बताया। स्मिता ने कहा कि इस फांसी के साथ मेरे पति को श्रद्धांजलि दी गई, लेकिन असली श्रद्धांजलि पाकिस्तान में छिपे अन्य आरोपियों की दोषसिद्धि से होगी। कसाब की दया याचिका खारिज करने पर राष्टñपति प्रणव मुखर्जी को धन्यवाद देते हुए स्मिता ने कहा कि पूरा परिवार यह खबर सुनकर खुश है कि हमले की चौथी बरसी से पहले कसाब को फांसी दी गई। स्मिता ने कहा कि यह फांसी निश्चित रूप से दुनिया भर में यह संदेश देगी कि भारत किसी आतंकी हमले को बर्दाश्त नहीं करेगा। हालांकि उन्होंने फांसी को देर से किया गया फैसला बताया।

Dark Saint Alaick
22-11-2012, 03:25 AM
हमें न्याय मिला : रागिनी

नरसंहार में मारे गए रेलवे के टिकट संग्रहकर्ता एस. के. शर्मा की पत्नी रागिनी ने कसाब को फांसी दिए जाने पर कहा कि मेरे दिमाग में सबसे पहले जो बात आई वह यह कि जो हुआ, अच्छा हुआ। हम खुश हैं कि हमें न्याय मिला। रागिनी ने कहा ‘मैं राष्ट्रपति को धन्यवाद देना चाहती हूं। देर से ही सही, हमें न्याय मिल ही गया। मैं खुश हूं कि कसाब को फांसी पर लटकाने का काम चुपचाप किया गया वरना मानवाधिकारों के लिए आवाज उठाने वाले कुछ लोग इसका विरोध करते।

Dark Saint Alaick
22-11-2012, 03:26 AM
खुलेआम फांसी देनी चाहिए थी : ओंबले

अजमल कसाब को फांसी पर लटकाए जाने पर संतोष प्रकट करते हुए एकनाथ ओंबले ने कहा कि उसे खुले आम फांसी पर लटकाया जाना चाहिए था। एकनाथ ओंबले सहायक पुलिस उप निरीक्षक तुकाराम ओंबले के भाई हैं, जिन्होंने आतंकवादी को पकड़ने की कोशिश में अपनी जान गंवा दी। एकनाथ ने कहा कि मैं गौरवान्वित और खुश हूं कि मेरे भाई के प्रयास काम आए। हम बहुत खुश और संतुष्ट हैं। कसाब को खुलेआम फांसी पर लटकाया जाना चाहिए था, लेकिन मैं जानता हूं कि कानून इसकी इजाजत नहीं देता। एकनाथ ने कहा कि गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने अपना वादा निभाया कि वह ऐसा फैसला करेंगे, जिससे भारतीयों को संतोष होगा। उन्होंने इसके लिए राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी को भी धन्यवाद दिया।

Dark Saint Alaick
22-11-2012, 03:26 AM
सोचा नहीं था जो हुआ : विष्णु

आतंकवादियों का कहर छत्रपति शिवाजी टर्मिनस पर भी टूटा था। इस रेलवे स्टेशन के उद्घोषक विष्णु जेन्डे ने कहा कि मैंने कभी नहीं सोचा था कि इस तरह की खबर मुझे सुनने को मिलेगी।’ झेन्डे ने कहा कि मैं बहुत खुश हूं कि उसे फांसी पर लटकाया गया। उसे फांसी पर लटका कर, हमले में मारे गए सभी लोगों को श्रद्धांजलि दी गई है। स्टेशन पर हमले के बारे में जेन्डे ने ‘पब्लिक एड्रेस सिस्टम’ पर लगातार उद्घोषणा कर कई लोगों की जान बचाई थी।

Dark Saint Alaick
22-11-2012, 03:28 AM
सरकार ने दिया नए साल का उपहार : मुकेश

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=19953&stc=1&d=1353540471

ताज होटल में कहर बरपाया था तो उनकी गोलीबारी में जीवित बचे मुकेश अग्रवाल ने कहा कि कसाब को चार साल पहले ही फांसी पर लटका दिया जाना चाहिए था। मुकेश ने कहा ‘लेकिन आज जो कुछ हुआ, वह बहुत अच्छा है। हमले में अपनी जान गंवाने वालों के परिवारों के लिए यह बहुत अच्छा उपहार है। सरकार ने नए साल का उपहार दिया है।

Dark Saint Alaick
22-11-2012, 03:46 AM
कसाब का शव लाने के लिए परिजनों की ओर से कोई अनुरोध नहीं मिला : पाक

पाकिस्तान ने आज कहा कि वर्ष 2008 में मुंबई के आतंकी हमले में शामिल अजमल कसाब को आज भारत में फांसी पर चढाये जाने के बाद उसके परिजनों की ओर से शव को वापस स्वदेश लाने के बारे में कोई अनुरोध नहीं मिला है। गृह मंत्री रहमान मलिक ने इस्लामाबाद में संवाददाताओं से कहा कि कसाब के परिवार की ओर से आने वाले किसी अनुरोध पर पाकिस्तानी कानून के अनुसार कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने कहा, ‘कसाब के परिवार में किसी सदस्य या संबंध ने सरकार से अनुरोध नहीं किया है (शव लाने के लिए)। जब परिवार का कोई सदस्य अनुरोध करेगा तो हम भारत सरकार के समक्ष उसे रखेंगे।’ मलिक ने आतंकवाद के खिलाफ युद्ध में पाकिस्तान की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा कि आतंकवादी कृत्य में शामिल किसी भी व्यक्ति को तार्किक निष्कर्ष तक पहुंचाया जाना चाहिए। पाक गृह मंत्री मलिक ने कहा, ‘जहां तक फांसी की बात है आप पाकिस्तान का संकल्प और आतंकवाद के खिलाफ हमारे स्पष्ट रूख को जानते हैं। यदि कोई आतंकवादी है और यदि किसी ने आतंकवादी कृत्य को अंजाम दिया है तो मेरा मानना है कि आतंकवादी को तार्किक निष्कर्ष तक पहुंचाया जाना चाहिए।’ मीडिया में विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मोअज्जम खान के हवाले से कहा गया कि कसाब के शव को वापस लाने के मुद्दे को उसके परिवार की इच्छाओं के अनुरूप निपटाया जायेगा। एक अन्य संबद्ध घटनाक्रम में प्रमुख मानवाधिकार कार्यकर्ता अंसार बर्नी ने पेशकश की कि यदि कसाब का परिवार उनके संगठन से इस संबंध में संपर्क करता है तो वह शव को वापस लाने में मदद केंगे। बर्नी ने कहा कि उन्हें कसाब से कोई सहानुभूति नहीं है लेकिन परिवार को इस्लामी परंपराओं के अनुसार शव को दफन करने का अधिकार है। कसाब को पुणे के यरवदा जेल में आज सुबह साढे सात बजे फांसी पर चढा दिया गया। इस फांसी के बारे में पाकिस्तान सरकार को सारी जानकारी दी गयी थी।

Dark Saint Alaick
22-11-2012, 03:48 AM
पाक चैनलों के मुख्य समाचार में शामिल नहीं है कसाब की फांसी

भारत में अजमल कसाब को फांसी मिलने के कुछ ही घंटों बाद यह खबर पाकिस्तान के समाचार चैनलों के मुख्य समाचारों की सूची से हट गई है । इसकी जगह गाजा में चल रहे घटनाक्रम और घरेलू घटनाक्रमों ने ले लिया है । हालांकि सुबह पाकिस्तान के सरकारी रेडियो चैनल और जिओ न्यूज जैसे निजी समाचार चैनलों पर कसाब की फांसी पहली खबर थी लेकिन बाद में वह सूची से गायब हो गई । मुंबई में वर्ष 2008 में हुए आतंकवादी हमलों के एकलौते जीवित आरोपी 25 वर्षीय अजमल कसाब की फांसी के बारे में खबरें देते वक्त समाचार चैनलों ने काफी एहतियात बरती । ज्यादातर समाचार चैनलों, वेबसाइटों और डॉन तथा द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने इस घटना पर बिना किसी टिप्पणी और विचार के खबरें दी हैं । कसाब का पाकिस्तान का नागरिक होना शुरू से ही संवेदनशील मुद्दा रहा है और पूरे मुकदमे की सुनवायी के दौरान या फिर इससे जुड़ी घटनाओं की रिपोर्टिंग में पाकिस्तानी मीडिया ने काफी संयम दिखाया है। द फ्राइडे टाइम्स के संपादक रजा रूमी का कहना है, ‘एक सामान्य धारणा थी कि अफजल गुरू की भांति, कसाब को भी फांसी नहीं दी जाएगी, लेकिन इस घटना वास्तव में पाकिस्तान को झटका दिया है ।’ रूमी ने कहा, ‘ज्यादातर पाकिस्तानियों ने मुंबई हमलों की निंदा की है और सबूतों को देखते हुए कोई भी फांसी के खिलाफ नहीं बोलेगा । हालांकि सबसे बड़ा सवाल अभी भी यही है कि दोनों पक्ष आतकंवाद से कैसे निपटते हैं ।’

Dark Saint Alaick
22-11-2012, 03:50 AM
सुरक्षाकर्मियों ने संवाददाताओं को कसाब के गांव जाने से रोका

पाकिस्तानी सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों ने आज संवाददाताओं और टेलीविजन कैमरामैन को अजमल कसाब के पैतृक गांव में प्रवेश करने से रोक दिया। कसाब का गांव पंजाब प्रांत में है। मुंबई आतंकी हमलों में अभियुक्त कसाब को आज सुबह पुणे के एक जेल में फांसी दी गयी। सादे कपड़ों में मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने पत्रकारों को पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर से करीब 150 किलोमीटर दूर स्थित फरीदकोट गांव में जाने से रोक दिया। सुरक्षाकर्मियों ने टीवी न्यूज चैनल के कैमरामैन से उनके कैमरे छीनने का भी प्रयास किया। उन मीडियाकर्मियों के साथ बदसलूकी भी की गयी जो कसाब के पडोसियों का साक्षात्कार लेने गए थे। एक प्रमुख अंग्रेजी दैनिक के संवाददाता ने नाम उजागर नहीं करने के अनुरोध पर बताया कि सुरक्षा एजेंसियों के लोग ग्रामीणों के वेष में थे। कसाब के गांव जाने वाली सड़क पर उन्हें तैनात किया गया था। उन लोगों ने पत्रकारों से वापस जाने और पाकिस्तान को बदनाम नहीं करने को कहा।

Dark Saint Alaick
22-11-2012, 04:18 AM
इस शख्स से डरता था कसाब, देखते ही छिपने भागा...

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=19956&stc=1&d=1353543398

26/11 को देश पर हुए आतंकी हमले को सोचकर हर किसी की रूह कांप जाती होगी। मुंबई का छत्रपति शिवाजी टर्मिनल स्टेशन पर उस दिन आतंकी कसाब और उसके साथियों के गोलियों से मानों लहूलुहान हो चुका था। तभी आतंकी कसाब पर किसी ने कुर्सी खीच कर मारी और आतंकियों के कदम पीछे हट गए। सेफ पोजीशन से आतंकी कसाब ने हमला करने वाले व्यक्ति पर AK 47 से 15 राउंड गोलियां झोंक दीं। मौका मिलते ही इस अंजान व्यक्ति ने एक बार फिर से एक सिपाही की गन छीन खतरनाक आतंकी कसाब पर 2 फायर कर दिए, तो मजबूरन कसाब को वहां से भागना पड़ा। अजमल कसाब से को खदेड़ना वाला कोई और नहीं बल्कि वाराणसी के मोहाव गांव का आरपीएफ़ ज़वान झिल्लू यादव हैं। आरपीएफ़ ज़वान झिल्लू यादव के मुताबिक वह उस वक्त छत्रपति शिवाजी टर्मिनल स्टेशन पर ही तैनात थे। उस दिन अचानक पूरे माहौल में सिर्फ गोलियों की आवाज और लोगों की चीत्कार सुनाई दे रही थी। झिल्लू यादव ने बताया कि कसाब के हाथों में AK 47 थी, जिससे वो लगातर गोलियां चला रहा था। झिल्लू यादव के पास अपने साथी से छीनी हुई 303 बोर की रायफल थी। झिल्लू का कहना है कि उनका साथी डर गया था, इसलिए उन्होंने उसकी बंदूक ले ली। झिल्लू यादव ने बताया कि रायफल छीनने से पहले उन्होंने कसाब को कुर्सी खींचकर मारी, ताकि वो पीछे हट जाये। जांबाज़ झिल्लू यादव का कहना है कि दिल में मलाल रह गया कि अजमल मेरी गोली से बच गया। झिल्लू आज बहुत खुश हैं। अजमल कसाब की फांसी की खबर जैसे ही उन्हें मिली, मानों दिल की हर तमन्ना पूरी हो गयी। झिल्लू यादव को अदम्य साहस के लिए राष्ट्रपति की ओर से पुरस्कार भी दिया गया है। झिल्लू यादव का कहना है कि उत्तर प्रदेश सरकार अब 2007 में हुए वाराणसी ब्लास्ट के मुख्य आरोपी आतंकी वसीउल्लाह और शमीम के ऊपर मुकदमे को वापस लेने की तैयारी में है, ऐसे में देश के अंदर आतंकी वारदात कैसे रुक पाएगी। इन आतंकियों को सिर्फ फांसी होनी चाहिए।

Dark Saint Alaick
22-11-2012, 04:27 AM
जानिए, कसाब के नाम में छिपा एक खतरनाक सच

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=19957&stc=1&d=1353544064

पूरा नाम : मोहम्मद अजमल आमिर कसाब

जन्म : 13 सितंबर 1987, फरीदकोट,
जि. ओकारा, पंजाब (पाकिस्तान)

क़ स्साब के नाम में ही मार-काट छिपी है। क़स्साब बना है अरबी की क़स्ब धातु से जिसमें काटना, आघात करना, जिबह करना, खोखला करना, पृथक करना, आंत, बांस इन सभी अर्थों पर गौर करें तो क़स्ब में खोखला, रिक्त या खाली स्थान का भाव उभरता है। जानवरों को जिबह करने के बाद उनके आंतरिक अंगों को निकालने के बाद सिर्फ खाल की खोखल ही बचती है जिसमें भूसा भरकर मृत जीवों के वास्तविक मॉडल बनाए जाते थे। पुराने ज़माने में पशुओं की खाल से तम्बू, शामियाने बनाए जाते थे। कसाब शब्द के मूल में ही मार-काट जैसे भाव हैं। काटने, आघात करने जैसे भावों का विस्तार जिबह करने में हुआ। उर्दू का क़साई शब्द इसी मूल से निकला है।

Dark Saint Alaick
22-11-2012, 04:31 AM
शहीद हुये कर्मचारी के पिता ने संतोष व्यक्त किया

मुम्बई आतंकी हमले में आतंकियों की गोली का शिकार होकर शहीद हुए फरीदाबाद के युवा गौतम गोसाईं के पिता देवसिंह गोसाईं ने आतंकी अजमल कसाब को फांसी दिए जाने के बाद संतोष व्यक्त किया है । गौतम के पिता ने कहा कि यदि कसाब के साथ संसद पर हमले के आरोपी अफजल गुरू को भी फांसी दी जाती तो उन्हें बहुत सुकून मिलता । हमले के दौरान गौतम गोसाई होटल ताज में शेफ की ट्रेनिंग कर रहा था । देवसिंह गोसाई ने बताया कि सुबह 7.30 बजे वह अपने घर से कम्पनी के लिए निकले थे तो रास्ते में ही उन्हें मोबाइल फोन पर उनके सहकर्मी मित्र राजेन्द्र से संदेश मिला कि अजमल कसाब को फांसी दे दी गई है । देवसिंह गोसाई ने कहा कि उन्हें पुत्र की शहादत पर फक्र है लेकिन अजमल कसाब को फांसी दिए जाने में सरकार की तरफ से देरी को लेकर बेहद दुख था । कसाब को फांसी देकर देश ने आतंकवाद के मुहं पर करारा तमाचा जड़ा है । देवसिंह गोसाई ने अपनी इच्छा जाहिर करते हुए कहा कि यदि अजमल कसाब के साथ ही संसद पर हमले के आरोपी अफजल गुरू को भी फांसी दी जाती तो बहुत ज्यादा सुकून मिलता ।
परिजन कालोनी का नाम बदलना चाहते हैं
मुंबई हमले में शहीद हुये गौतम गोसाई के परिजन फरीदाबाद के सेक्टर 48 का नाम परिवर्तित करके गौतम गोसाई एंक्लेव रखवाना चाहते हैं । गौतम के परिजनों सहित क्षेत्र के अन्य लोग भी वर्ष 2009 से यह मांग करते आ रहे हैं । नगर निगम सदन में इसका प्रस्ताव पारित हो चुका है और यह मामला सरकार के पास लंबित है ।

Dark Saint Alaick
22-11-2012, 04:34 AM
कसाब को तेजी से फांसी देने का देश में दूसरा उदाहरण

पाकिस्तानी आतंकवादी आमिर अजमल कसाब को फांसी देने की प्रकिया जिस तेजी से निपटायी गयी, वह अपने आप में एक उदाहरण है । इससे पूर्व बांसवाड़ा स्थित रामचंद्र उर्फ रावजी के मामले को इस कदर तेजी से निपटाया गया था। रावजी को अपने परिवार की हत्या करने के तीन साल के बाद ही फांसी दे दी गयी थी। सूचना का अधिकार कानून के तहत आरटीआई कार्यकर्ता सुभाष अग्रवाल द्वारा जुटाए गए दस्तावेजों से पता चला है कि रावजी को छह मई, 1993 को अपनी गर्भवती पत्नी और तीन बच्चों समेत पांच लोगों की हत्या करने के तीन साल बाद चार मई, 1996 को फांसी दे दी गयी थी। रावजी को मौत की सजा सत्र न्यायालय ने पांच दिसंबर, 1994 को सुनायी थी जिसे उच्चतम न्यायालय ने पांच दिसंबर, 1996 के अपने फैसले में बरकरार रखा था। इसके बाद रावजी ने तत्कालीन राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा के समक्ष दया याचिका दायर की जिसे राष्ट्रपति ने छह दिनों के अंदर ही खारिज कर दिया। राष्ट्रपति ने 19 मार्च, 1996 को उसकी दया याचिका खारिज कर दी थी। इसके बाद उसे चार मई, 1996 को फांसी दे दी गयी। अग्रवाल द्वारा जुटाए गयी दया याचिकाओं से संबंधित जानकारियों से पता चला है कि रावजी के मामले में अपनायी गयी फांसी की प्रक्रिया सबसे तेज थी। रावजी के मामले से तुलना करने पर पता चलता है कि कसाब को फांसी देने की प्रक्रिया दूसरी सबसे तेज रही। कसाब को 26/11 मुंबई हमलों में शामिल होने के लगभग चार साल बाद फांसी दी गयी। अग्रवाल ने कहा, ‘कसाब की दया याचिका सबसे कम समय में निपटाए गए मामलों में दूसरे स्थान पर रही।’

Dark Saint Alaick
22-11-2012, 04:35 AM
कसाब की फांसी पर बरती गोपनीयता पर उमर ने की
केंद्र, महाराष्ट्र सरकार की तारीफ

पाकिस्तानी आतंकवादी अजमल कसाब को फांसी देने के मामले में सफलतापूर्वक बरती गयी गोपनीयता पर जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने केंद्र और महाराष्ट्र सरकार की तारीफ की। उमर ने आज ट्वीट किया और कसाब को फांसी की खबर सबसे पहले देने का दावा करने को लेकर समाचार चैनलों पर भी चुटकी ली। उमर ने ट्विटर पर लिखा कि केंद्र और महाराष्ट्र की सरकारों ने बड़े परिपक्व तरीके से इस मामले को संभाला जो दिखाता है कि हमें अगर जरूरी हो तो गोपनीयता रख सकते हैं। मीडिया के संदर्भ में उमर ने लिखा, ‘अब हम सभी चैनलों को यह दावा करते देखेंगे कि उन्होंने फांसी की खबर सबसे पहले दी है।’ उमर ने कसाब को ‘बंदूकधारी’ कहने पर अमेरिकी मीडिया पर भी सवाल खड़ा करते हुए कहा, ‘हमास आतंकवादी हैं, लेकिन कसाब बंदूकधारी है। वाह, अमेरिकी मीडिया। आप उसे जो है, वह बुला सकते हैं।’

Dark Saint Alaick
22-11-2012, 04:36 AM
चीनी मीडिया में छायी रही कसाब को फांसी की खबर

चीन के सरकारी मीडिया ने अजमल कसाब को ‘पाकिस्तान से एक आतंकवादी’ करार देते हुए उसे फांसी पर चढाये जाने की खबर को प्रमुखता से स्थान दिया है। सरकारी टेलीविजन ने इसे ब्रेकिंग स्टोरी के रूप में प्रसारित किया तथा सरकारी संवाद समिति शिन्हुआ एवं सभी सरकारी दैनिकों ने अपनी वेबसाइटों में पुणे जेल में उसे फांसी पर चढाने और वहां उसका शव दफनाये जाने की पूरी खबर दी । अपनी खबर में शिन्हुआ ने कसाब को ‘पाकिस्तान से एक आतंकवादी’ बताया तथा भारतीय अधिकारियों के ये बयान भी प्रकाशित किए कि उसे फांसी देने में कैसे उचित कानूनी प्रक्रिया का पालन किया गया। शिन्हुआ की खबर में कहा गया है, ‘जब पाकिस्तान से लश्कर ए तैयबा के 10 आतंकवादी मुम्बई में तांडव करने लगे तब कम से कम 166 लोग मारे गए। कसाब एकमात्र जिंदा पकड़ा गया बंदूकधारी था।’ इससे पहले संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य चीन को लश्कर पर संरा प्रतिबंध लगाने की भारत एवं अमेरिकी मांग का समर्थन करने में आपत्ति थी और उसका कहना था कि भारत द्वारा उपलब्ध करायी गयी सूचना प्रतिबंध के लिए पर्याप्त नहीं है क्योंकि उसके (लश्कर के) खिलाफ जो मामला है वे मुख्यत: इकबालिया बयानों पर आधारित है, लेकिन सुरक्षा परिषद ने मुंबई आतंकी हमले के बाद लश्कर पर प्रतिबंध लगा दिया है।

Dark Saint Alaick
22-11-2012, 04:37 AM
सोमनाथ चटर्जी ने कसाब की फांसी पर सरकार की सराहना की

पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी ने पुणे के यरवदा जेल में पाकिस्तानी आतंकवादी अजमल कसाब को आज गोपनीय तरीके से फांसी के फंदे से लटकाये जाने की सराहना करते हुए कहा कि सरकार ने ‘सही कदम’ उठाया। चटर्जी ने पश्चिम बंगाल के बर्दवान जिला स्थित खंडगोश में एक निजी स्कूल का उद्घाटन करते हुए कहा, ‘यदि इस बारे में पहले ही घोषणा कर दी जाती तो संकट पैदा हो सकता था।’ उन्होंने संप्रग सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के मुद्दे पर कहा कि ममता बनर्जी माकपा के साथ कायम ‘अछूत का संबंध’ तोड़ने की कोशिश कर रही है ताकि यह प्रस्ताव पारित हो जाए। गौरतलब है कि ममता ने माकपा के राज्य सचिव विमान बोस को पार्टी के मुख्यालय आने का न्योता दिया है ताकि इस अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की जा सके। चटर्जी ने कहा, ‘किसी भी पार्टी ने ममता का खुल कर समर्थन नहीं किया है।’ उन्होंने कहा, ‘यदि राज्य को विकास करना है तो कानून व्यवस्था को सर्वाधिक तवज्जो देनी होगी।’

Dark Saint Alaick
22-11-2012, 04:39 AM
कसाब की फांसी का मुंबई के मुस्लिम समुदाय ने किया स्वागत

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=19958&stc=1&d=1353544759

मुंबई के मुस्लिम समुदाय ने पाकिस्तानी आतंकवादी अजमल कसाब को फांसी दिये जाने के कदम का स्वागत करते हुए आज कहा कि भारत ने ऐसा करके दुनिया को बता दिया है कि आतंकवाद के खिलाफ उसका रवैया कतई बर्दाश्त नहीं करने वाला है। जमीयत उले हिंद (अर्दहद मदनी) के सचिव (कानूनी) गुलजार अजमीर ने सबसे पहले फैसले का स्वागत किया। इस संगठन ने फहीम अंसारी और सबाउद्दीन शेख को कानूनी मदद प्रदान की थी जिन पर कसाब के साथ संयुक्त रूप से मुकदमा चलाया गया। उन्होंने कहा, ‘इस्लाम में ऐसे लोगों की कोई जगह नहीं है। ऐसी हिंसा में शामिल शख्स के लिए इस्लाम के अनुसार केवल मौत की सजा है।’ गुलजार ने कहा कि केंद्र और महाराष्ट्र सरकार ने सही दिशा में सही कदम उठाया है। आतंकवाद में शामिल सीमा पार के लोगों को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए और उन्हें यथासंभव जल्दी सजा दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘यह अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए कड़ा संदेश होगा और हमारे कतई बर्दाश्त नहीं करने वाले रवैये के बारे में सभी को पता रहना चाहिए।’ आल इंडिया उलेमा एसोसिएशन के सचिव मौलाना सैयद अतहर ने भी फैसले का स्वागत करते हुए कहा, ‘कसाब पर करोड़ों रुपये खर्च किये जा चुके हंै। अच्छी बात है कि भारत के कानूनों के अनुसार उसे फांसी दे दी गयी है।’ मौलाना ने कहा कि यह जान गंवाने वाले जवानों के लिए श्रद्धांजलि है। अंजुमन बाशिंदेगन ए बिहार के महम्मद हकीमी ने 26/11 की बरसी से पहले फांसी की सजा को सही कदम करार दिया। उन्होंने कहा कि कसाब को सब के सामने फांसी पर लटकाया जाना चाहिए था।

Dark Saint Alaick
22-11-2012, 04:40 AM
कसाब के बाद अफजल गुरू को भी फांसी देने की मांग तेज

अजमल कसाब को फांसी पर लटकाये जाने के बाद वर्ष 2001 में संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरू को भी जल्दी फांसी दिये जाने की मांग ने जोर पकड़ लिया है और विपक्षी भाजपा ने पुरजोर तरीके से यह बात उठाई। कांग्रेस महासचिव दिग्जिवय सिंह ने भी कहा कि सरकार को अफजल गुरू के मुद्दे पर जल्दी फैसला लेना चाहिए, जिसे 2004 में फांसी की सजा सुनाई गयी थी। इस बीच राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने अफजल गुरू समेत सात दोषियों की दया याचिकाओं को केंद्रीय गृह मंत्रालय के विचारार्थ लौटा दिया। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि नये गृह मंत्री के कार्यभार संभालने के बाद राष्ट्रपति की ओर से सभी लंबित दया याचिकाओं को उनके विचार के लिए भेजना एक सामान्य प्रक्रिया है। उन्होंने कहा कि सुशील कुमार शिंदे ने एक अगस्त को गृहमंत्री के तौर पर कामकाज संभाला था , इसलिए अफजल गुरू की दया याचिका समेत सात दया याचिकाओं को शिंदे को विचारार्थ भेजा गया। शिंदे ने इस बारे में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया कि अफजल पर फैसला कब लिया जाएगा। भाजपा नेता और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, ‘अफजल गुरु के बारे में क्या, जिसने संसद, हमारे लोकतंत्र के मंदिर पर 2001 में हमला किया । वह अपराध कसाब के घृणित अपराध से कई सालों पहले हुआ था।’

Dark Saint Alaick
22-11-2012, 04:42 AM
कसाब को फांसी : भाजपा की आतंकी मामलों को तत्परता से निपटाने की मांग

मुम्बई पर 26/11 आतंकी हमला मामले के आरोपी अजमल कसाब को फांसी दिए जाने का स्वागत करते हुए भाजपा ने आज कहा कि आतंकवाद से निपटने के लिए और गंभीर पहल किये जाने की जरूरत है तथा ऐसे मामलों का तेजी से निपटारा करने, सजा पर तत्परता से अमल करने और पाकिस्तान पर सीमा पार आतंकवाद रोकने के लिए दबाव डालने की जरूरत है। भाजपा के प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा, ‘देर आए दुरूस्त आए । कसाब की फांसी से मुंबई के लोगों के जख्मों पर मरहम लगेगा, लेकिन उनके घाव अब भी हरे हैं। उन्हें तभी राहत मिलेगी जब सीमा पार बैठे कसाब के आकाओं को कानून के दायरे में लाया जाएगा।’ उन्होंने संसद पर हमला करने वाले अफजल गुरू को भी जल्द फांसी देने की मांग की ताकि आतंकवादियों को एक कड़ा संदेश जाए और उनमें खौफ पैदा हो। भाजपा के मुख्य प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पाकिस्तान पर और दबाव डालने की जरूरत बतायी। मुख्य विपक्षी पार्टी ने पाकिस्तान से मुम्बई पर आतंकी हमला को अंजाम देने वाले सभी लोगों को न्याय के कटघरे में खड़ा करने के लिए प्रभावी कदम उठाने की अपील की चाहे इसमें कोई आतंकवादी या सेना के लोग शामिल क्यों न हों। उन्होंने कहा, ‘हम भारत और पाकिस्तान के बीच अच्छे संबंधों के पक्ष में हैं, लेकिन जब तक पाकिस्तान आतंकवाद (अपनी धरती से संचालित) के खिलाफ छह जनवरी 2004 को तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और पाकितास्तान के राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के बीच हुए समझौते के अनुरूप विश्वसनीय एवं प्रभावी कदम नहीं उठाता है तब तक दोनों देशों के संबंध सामान्य नहीं हो सकते हैं।’ भाजपा ने संसद पर हमला मामले में दोषी करार दिये गए अफजल गुरू को अभी तक फांसी नहीं दिये जाने पर भी सवाल उठाया।

Dark Saint Alaick
22-11-2012, 04:43 AM
कसाब के बाद अब अफजल को भी दी जाए शीघ्र फांसी: शिवराज

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संसद हमले के लिए दोषी आतंकवादी अफजल गुरू के लिए भी शीघ्र मृत्युदण्ड की मांग करते हुए कहा है कि मुंबई हमले का दोषी आतंकी अजमल आमिर कसाब को फांसी देने का कदम बिलकुल सही है। कसाब को दी गई फांसी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मुंबई पर चार साल पहले 26 नवंबर को हुआ हमला एक तरह से देश पर हमला था, जिसमें सैकड़ों निर्दोष नागरिकों की हत्याएं की गई थीं और अनेक सुरक्षाकर्मी कर्तव्य की बलिवेदी पर शहीद हुए थे। उन्होने कहा कि कसाब की तरह ही हर एक आतंकवादी को कड़ी से कड़ी सजा मिलना चाहिए ।

Dark Saint Alaick
22-11-2012, 04:47 AM
कसाब को फांसी, अफजल गुरु का क्या होगा : मोदी

आतंकवादी अजमल कसाब को फांसी चढाये जाने के कुछ ही देर बाद गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज 2001 के आतंकवादी हमले में दोषी ठहराये गये अफजल गुरु के भाग्य के बारे में सवाल उठाये। मोदी ने ट्विट किया, ‘अफजल गुरु के बारे में क्या, जिसने संसद, हमारे लोकतंत्र के मंदिर पर 2001 में हमला किया। वह अपराध कसाब के घृणित अपराध से कई सालों पहले हुआ था।’ मुंबई पर 26/11 के आतंकवादी हमले में बचे एक मात्र हमलावर कसाब को आज सुबह साढे सात बजे पुणे के यरवदा जेल में फांसी दे दी गयी। गुरु की दया याचिका राष्ट्रपति के पास लंबित है। उसे काफी पहले 2004 में ही मौत की सजा सुना दी गयी थी। गृह मंत्रालय ने अगस्त 2011 में ही तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल को यह सिफारिश भेजी थी कि उसे जल्द फांसी पर चढा दिया जाये। अफजल सात साल से तिहाड़ जेल में बंद है। उसकी फांसी का मामला सालों से लटक रहा है और अब राजनीतिक विवाद का मुद्दा बन गया है। अफजल को दिसंबर 2001 में संसद पर हुए हमले की साजिश रचने का दोषी ठहराया गया था। उसे सुनायी गयी मौत की सजा को 2004 में उच्चतम न्यायालय ने सही ठहराया था। इस सजा को 20 अक्तूबर 2006 को अंजाम दिया जाना था। बहरहाल अफजल की फांसी तब स्थगित कर दी गयी जब उसकी पत्नी ने उसकी ओर से दया याचिका दाखिल की।

Dark Saint Alaick
22-11-2012, 04:48 AM
फांसी देने की प्रक्रिया पर राजनीतिक फैसले नहीं लिए जाते : कांग्रेस

विपक्ष द्वारा अजमल कसाब को फांसी पर लटकाए जाने में की गयी ‘देरी’ और संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरू को फांसी पर न लटकाए जाने को लेकर सवाल खड़े करने पर कांग्रेस ने जवाब देते हुए कहा कि इन मामलों में न्यायिक प्रक्रियाएं पूरी की जाती हैं और यह राजनीतिक तौर पर लिए जाने वाले फैसले नहीं होते। कांग्रेस के प्रवक्ता पीसी चाको ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘इसमें देरी नहीं हुई। इन मामलों में न्यायिक प्रक्रियाएं शामिल होती हैं। यह एक सरकारी या राजनीतिक फैसला नहीं होता। यह एक न्यायिक प्रक्रिया है। कोई भी इस प्रक्रिया में रोड़ा नहीं लगा रहा। प्रक्रिया को पूरा करना होता है। जहां तक सरकार का सवाल है, सभी कानूनी प्रक्रियाओं के पूरे होने के बाद स्पष्ट रूप से फैसला लिया जाता है।’ इससे पहले भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी ने कहा था, ‘कसाब को फांसी दे दी गयी। लेकिन इसमें बहुत समय लगा। मैं संप्रग सरकार से पूछना चाहता हूं कि संसद पर हमले के आरोपी अफजल गुरू को, इस घटना के 10 साल के बाद भी फांसी क्यों नहीं दी गयी।’ गडकरी ने कहा, ‘क्या सरकार अफजल गुरू से जुड़ा उच्चतम न्यायालय का फैसला लागू करेगी? उसे यह स्पष्ट करना चाहिए।’ चाको ने उन सवालों का जवाब देने से इंकार कर दिया जिनमें पूछा गया कि कसाब को फांसी इतनी तेजी से क्यों दी गयी जब अफजल गुरू समेत कई दूसरे लोग ज्यादा लंबे समय से फांसी की सजा के लिए पंक्ति में है।

Dark Saint Alaick
22-11-2012, 04:48 AM
कसाब की सुरक्षा पर आईटीबीपी के हुए 34 करोड रूपये खर्च

भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) ने मुंबई में 2008 के आतंकी हमले के एकमात्र जीवित बचे हमलावर आतंकवादी अजमल कसाब की सुरक्षा पर 34 करोड रूपये से अधिक की रकम खर्च की । कसाब की सुरक्षा में मुंबई की आर्थर रोड जेल में तैनात आईटीबीपी के दस्ते को जल्द ही वापस बुलाया जाएगा । आईटीबीपी ने मार्च 2009 में 200 विशेष प्रशिक्षित कमांडो को कसाब की सुरक्षा में तैनात किया था । उसी समय कसाब को आर्थर रोड जेल लाया गया था । नियम के मुताबिक आईटीबीपी के इस दस्ते को सौंपा गया विशेष लक्ष्य पूरा हो गया है । केन्द्रीय गृह मंत्रालय अब राज्य सरकार से सलाह मशविरा कर इस दस्ते को मुख्यालय बुलाने का आदेश जारी करेगा । सूत्रों ने बताया कि आईटीबीपी ने कसाब की सुरक्षा के लिए लगभग 77 लाख रूपये महीना खर्च किया और इस रकम में कसाब को सुरक्षित रखने के लिए जेल अधिकारियों और महाराष्ट्र पुलिस के खर्च को शामिल नहीं किया गया है । सूत्रों के मुताबिक अभी तक आईटीबीपी को यह नहीं बताया गया है कि बिल कौन भरेगा । उल्लेखनीय है कि कसाब को आज ही पुणे की येरवादा जेल में फांसी दे दी गयी । इससे पहले राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने उसकी दया याचिका खारिज कर दी थी । कसाब की सुरक्षा के लिए महाराष्ट्र सरकार ने अर्धसैनिक बलों की मांग की थी । अंडर बैरल ग्रेनेड लांचर और अत्याधुनिक हथियार एवं गोला बारूद से लैस आईटीबीपी के स्क्वायड ने कसाब की सुरक्षा का जिम्मा संभाला ।

Dark Saint Alaick
22-11-2012, 04:56 AM
कसाब को फांसी से बढेगा सैनिकों का मनोबल : पूर्व कमांडो

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=19959&stc=1&d=1353545377

मुंबई आतंकी हमले के दौरान सिर में गंभीर चोटों के शिकार हुए एनएसजी के पूर्व कमांडो पीवी मनीष ने कहा कि अजमल कसाब को फांसी से देश के हितों की रक्षा करने के लिए अपनी जान जोखिम में डालने वाले सैनिकों का ‘मनोबल और साहस’ बढेगा। उन्होंने कोच्चि से फोन पर कहा, ‘सभी भारतीयों की तरह, मैं भी उसे फांसी देने के बारे में सुनकर बहुत खुश हूं।’ उन्होंने कहा, ‘इस फैसले से हर सैनिक का मनोबल और साहस बढेगा क्योंकि कसाब को उचित सजा दी गई है।’ मनीष आज तड़के सबरीमाला में भगवान अयप्पा के मंदिर में दर्शन के लिए आए थे। इस मंदिर परिसर में ही उन्होंने कसाब को फांसी दिये जाने के बारे में सुना। कन्नूर के रहने वाले मनीष एनएसजी के एलीट 51 विशेष कार्य समूह में शामिल रह चुके हैं। इस समूह ने ओबेराय होटल में आतंकवादियों का सामना किया था। वह एक ग्रेनेड धमाके में गंभीर रूप से घायल हुए थे।

Dark Saint Alaick
22-11-2012, 05:00 AM
26/11 के पीड़ितों, शहीदों के साथ न्याय हुआ : विनीता काम्टे

मुंबई पर चार बरस पहले हुए खौफनाक आतंकी हमले में मारे गए दिवंगत पुलिस अधिकारी अशोक काम्टे की पत्नी विनीता ने पाकिस्तानी हमलावर अजमल कसाब को फांसी दिए जाने पर संतोष प्रकट करते हुए कहा कि देर से ही सही सरकार ने शहीदों के परिवारों के साथ इंसाफ किया। कसाब को आज यहां यरवदा जेल में फांसी पर लटकाए जाने की खबर पर टिप्पणी करते हुए विनीता ने कहा, ‘हालांकि इसमें लंबा वक्त लगा, पर हमारे साथ इंसाफ हुआ। अधिकारियों ने फांसी देने के समय पूरी गोपनीयता बरती और हम संतुष्ट हैं।’ काम्टे की रिश्तेदार और राकांपा नेता वंदना चव्हाण ने कहा कि इससे हादसे के शिकार लोगों के परिवारों को इंसाफ मिलने के साथ ही यह भी साबित हो गया कि देश कानून की प्रक्रिया के प्रति पूरी तरह वचनवद्ध है। 26 नवंबर 2008 की काली रात को देश की वाणिज्यिक राजधानी पर हुए हमलों में 166 लोग मारे गए थे। इनमें अतिरिक्त पुलिस आयुक्त काम्टे, एटीएस प्रमुख हेमंत करकरे और मुठभेड़ विशेषज्ञ विजय सालस्कर शामिल थे। ये लोग कसाब और उसके साथी इस्माइल खान के खिलाफ कामा अस्पताल में मोर्चा लेते हुए शहीद हुए।

Dark Saint Alaick
22-11-2012, 05:00 AM
भूरिया ने स्वागत किया

कांग्रेस की मध्यप्रदेश इकाई के अध्यक्ष एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया ने 26 नवंबर 2008 को मुबंई पर हुये आतंकी हमले के दोषी पाकिस्तानी आतंकवादी अजमल कसाब को पुणे की यरवदा जेल में आज फांसी दिये जाने का स्वागत किया है। भूरिया ने कसाब की फांसी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये कहा कि कसाब को फांसी दिया जाना पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित सीमा पार के आतंकवाद को भारत का माकूल जवाब है। उन्होने कहा कि भारत सरकार की इस ऐतिहासिक कार्रवाई से आतंकी गतिविधियों के साथ मजबूती से निपटने के देश के संकल्प की पुष्टि हुई है।

Dark Saint Alaick
22-11-2012, 05:01 AM
कसाब के फरीदकोट स्थित मकान पर वीरानगी

मुंबई में 2008 के आतंकवादी हमलों को अंजाम देकर 166 लोगों की जान लेने के लिए आज फांसी पर चढाये गये आतकंवादी अजमल आमिर कसाब के पाकिस्तान स्थित फरीदकोट गांव स्थित घर पर वीरानगी छायी हुई है । पंजाब प्रांत के ओकारा जिले में काम करने वाले गैर सरकारी संगठनों ने बताया कि इस जिले में स्थित कसाब के पुश्तैनी घर में अब उसके मामा का परिवार रहता है। मुंबई हमले की चौथी बरसी पर उसके गांव गये संवाददाताओं ने बताया कि गांव में भारी सन्नाटा पसरा है। कसाब के बारे में पूछे जाने पर ग्रामीण चुप्पी साधकर निकल जाते हैं। इस हमले के फौरन बाद कसाब का पिता आमिर शाहबान कसाब अपने पूरे परिवार को लेकर किसी अज्ञात जगह चला गया और अभी तक उसके परिवार का अता पता नहीं है।

Dark Saint Alaick
22-11-2012, 05:03 AM
कसाब की फांसी पर लश्कर के कसीदे

मुंबई में 166 लोगों की जान लेने वाले भीषण आतंकवादी हमलों के साजिशकार पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन लश्करे तैयबा के एक कमांडर ने इन हमलों को अंजाम देने वाले आतंकवादी अजमल आमिर कसाब को आज फांसी पर लटकाये जाने पर अपनी प्रतिक्रिया में उसकी तारीफ की है । लश्करे तैयबा के एक कमांडर ने रायटर से फोन पर कहा कि और युवा कसाब के रास्ते पर चलेंगे।

Dark Saint Alaick
22-11-2012, 05:04 AM
‘कसाब बुद्धिमान था, उसने सुनवाई के दौरान मराठी भाषा चुनी’

पाकिस्तानी आतंकवादी अजमल कसाब ने मुंबई हमला मामले में सुनवाई के दौरान न्यायाधीश, पुलिसकर्मियों और अदालत के अधिकारियों को अपनी बुद्धि और समझने की शक्ति से खासा प्रभावित किया था। कसाब ने सुनवाई के दौरान मराठी भाषा चुनी और अपने आस पास के लोगों से मराठी में ही बात की। आर्थर रोड कारागार में विशेष रूप से बनाई गई अदालत में कसाब द्वारा स्थानीय भाषा मराठी को तुरंत सीखने ने सभी उपस्थित लोगों का ध्यान आकर्षित किया था। कसाब को आज पुणे की यरवदा जेल में फांसी पर लटकाया गया। यह पूछे जाने पर कि क्या उसकी तबियत ठीक नहीं है, कसाब ने तीन साल पहले अदालत में मराठी भाषा में कहा था, ‘नहीं, नहीं, ताप नहीं (नहीं, नहीं मुझे बुखार नहीं है)।’ उर्दू माध्यम वाले स्कूल में चौथी कक्षा की पढाई बीच में ही छोड़ने वाला कसाब मई 2009 में सुनवाई शुरू होने के बाद से थोड़ी थोड़ी अंगे्रजी और मराठी भाषा बोलने लगा था क्योंकि गवाह, वकील और न्यायाधीश इन भाषाओं में बोलते थे। हालांकि सबूत अंग्रेजी में रिकार्ड किये गये। कसाब ने मराठी में सबसे पहले ‘तुमही निघुन जा’ (आप जा सकते हैं) शब्द सीखे थे। विशेष लोक अभियोजक उज्जवल निकम ने ये शब्द कसाब को सिखाए थे। कसाब भोजनावकाश के दौरान निकम से मजाक के लहजे में ‘तुमही निघुन जा’ बोला करता था जिसके बाद दोनों हंसने लगते थे। कसाब अक्सर विशेष अदालत के न्यायाधीश एमएल टहिलियानी से ‘गुड मार्निंग’ बोला करता था। जब गवाह अंग्रेजी में बयान देते थे, न्यायाधीश उससे पूछते थे कि क्या उसे समझ में आया कि क्या बयान दिया गया। निकम ने कहा, ‘कसाब बहुत बुद्धिमान था और उसमें समझने की अच्छी शक्ति थी। 26/11 साजिशकर्ताओं द्वारा पाकिस्तान में उसे दिए गए सैन्य प्रशिक्षण का इससे संबंध हो सकता है।’’

Dark Saint Alaick
22-11-2012, 05:05 AM
कसाब की फांसी से आतंकियों को कड़ा संदेश जायेगा : घडगे

मुंबई पर हुए 26/11 हमले के जीवित बचे एकमात्र हमलावर मोहम्मद अजमल कसाब के पकड़े जाने के कुछ ही घंटे बाद उससे अस्पताल में पूछताछ करने वाले पुलिस के उपायुक्त तानाजी घडगे ने कहा है कि आतंकवादी ने पहली बार की गयी पूछताछ में ही बता दिया था कि वह पाकिस्तानी नागरिक है तथा आतंकी संगठन लश्करे तैयबा का सदस्य है। मीडिया में लीक की गयी और अक्सर दिखायी जाने वाली वीडियो फुटेज में घडगे को कसाब से पूछताछ करते हुए दिखाया गया है। उन्होंने कहा, ‘फांसी पर चढाया जाना जरूरी था ताकि आतंकी संगठनों को कड़ा संदेश भेजा जा सके।’ उस जघन्य अपराध के समय आईपीएस अधिकारी पुलिस के सहायक आयुक्त थे। उन्होंने कहा, ‘कसाब को जब जिंदा पकड़ा गया और नायर हास्पिटल लाया गया तो मैंने अपने वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर एक वीडियो कैमरे का इंतजाम किया ताकि उसका बयान रिकार्ड किया जा सके। मैंने मध्यरात्रि के थोड़ा बाद उससे पूछताछ शुरू की थी।’ घडगे ने याद करते हुए कहा, ‘आतंकवादी ने न केवल उसके पाकिस्तानी होने की बात स्वीकार की बल्कि अपना नाम भी बताया। उसने कहा कि वह लश्करे तैयबा के उस दस सदस्यीय समूह का हिस्सा है जो मुंबई के तट पर उतरा था ताकि चुनिंदा लक्ष्यों पर हमला बोला जा सके।’ उन्होंने कहा कि आतंकवादी ने कई सवालों का जवाब दिया। ‘जब कसाब को जिंदा पकड़ा गया तो उसने प्रार्थना की मारो मत।’ पुलिस अधिकारी ने बताया कि उन्होंने 27 नवंबर को सुबह साढे चार बजे तक उससे पूछताछ की थी। घडगे उन चंद अधिकारियों में से थे जो आंतकी हमले के समय ओबेराय होटल के अंदर पहुंचने में और घायल लोगों को बचाने में कामयाब हुए थे।

Dark Saint Alaick
22-11-2012, 05:08 AM
कसाब की फांसी पर पाकिस्तान ने सावधानी से प्रतिक्रिया दी

पाकिस्तान ने मुम्बई हमले के गुनाहगार अजमल कसाब को फांसी दिए जाने को लेकर सावधानी के साथ प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह हर तरह के आतंकवाद की निंदा करता है और दहशतगर्दी को खत्म करने के लिए सभी देशों के साथ सहयोग का इच्छुक है। विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मुअज्जम खान ने एक बयान में कहा, ‘हम आतंकवाद के हर स्वरूप और उसके प्रकटीकरण की निंदा करते हैं । हम आतंकवाद की बुराई को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिये क्षेत्र के सभी देशों के साथ करीबी सहयोग करना और उसके लिए काम करने की इच्छा रखते हैं ।’ खान ने भारत के इस दावे को भी खारिज किया कि उसने 2008 के मुंबई हमले में संलिप्त कसाब को फांसी पर लटकाने के फैसले से संबंधित पत्र को स्वीकार करने से इंकार कर दिया था । उन्होंने कहा कि उसे ‘वह नोट मिला था और उसने उसे स्वीकार किया था ।’ भारत के इस दावे के बारे में कि कसाब को फांसी दिये जाने के बारे में पहले ही पाकिस्तान को सूचित कर दिया गया था लेकिन इस्लामाबाद ने उसके पत्र को स्वीकार करने से इंकार कर दिया था। खान ने कहा, ‘ये खबरें गलत और बेबुनियाद हैं ।’ उन्होंने कहा कि भारतीय उप उच्चायुक्त कल शाम कसाब को फांसी दिये जाने के बारे में नोट के साथ विदेश कार्यालय आये और विदेश मंत्रालय में दक्षिण एशिया मामलों के महानिदेशक ने ‘नोट प्राप्त किया और उसे स्वीकार किया।’

Dark Saint Alaick
22-11-2012, 05:14 AM
भारत पर हमला करने वाले आतंकियों को नहीं बख्शेगा कानून : तिवारी

सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने आज कहा कि 26/11 के हमलावर अजमल कसाब को फांसी पर लटकाकर यह संदेश दिया गया है कि भारत पर आतंकी हमलों को अंजाम देने वालों को कानून नहीं बख्शेगा और उनके खिलाफ उपुयक्त कानूनी कार्रवाई की जायेगी। तिवारी ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘एक बेहद भीषण आतंकवादी हमला हुआ था। निर्दोष लोगों की जान गयी। निष्पक्ष जांच प्रक्रिया अपनायी गयी जिसका समापन त्रिस्तरीय न्याय प्रक्रिया के तहत हुआ। कानून ने अपना काम किया।’ उन्होंने यह बात भाजपा नेताओं की इस टिप्पणी के बारे में पूछने पर कही कि कसाब की फांसी में देरी की गयी। मंत्री ने कहा, ‘इसे इस बारे में लगे समय के तौर पर देखना उचित नहीं होगा। व्यापक संदेश है कि यदि आतंकी हमले की कोई आतंकवादी घटना है तो इसे अंजाम देने वाले लोगों को कानून के शिकंजे में लाया जायेगा।’ उन्होंने यह बात इस सवाल के जवाब में कही क्या सरकार अफजल गुरु से संबंधित मामले में भी कार्रवाई करेगी जिसे न्यायपालिका ने संसद हमला मामले में दोषी ठहराया है। तिवारी ने कहा, ‘यदि किसी अन्य आतंकवाद संबंधित गतिविधि में जांच या न्याय प्रक्रिया से जुड़े कोई खास सवाल हों तो मुझे पूरा भरोसा है कि उपुयक्त मंत्रालय सही समय पर जवाब देगा।’ सूचना एवं प्रसारण मंत्री से पूछा गया था कि क्या वह यह सोचते हैं कि अब सरकार पर यह आरोप नहीं लग सकेगा कि वह आतंकवाद के प्रति नरम हैं। तिवारी ने कहा, ‘यह कड़ा या नरम होने का मामला नहीं है। हम एक लोकतांत्रिक देश हैं और हमारा ढांचा कानून पर आधारित है। यदि कोई कानून को अपने हाथ में लेता है तो जांच प्रक्रिया के बाद अदालत किसी निष्कर्ष या नतीजे पर पहुंचती है। इसके बाद दया याचिका दायर की जाती है। उसके निस्तारण के बाद जो भी निर्णय होता है सरकार उसे लागू करती है।’ उन्होंने यह भी कहा, ‘आज एक व्यक्ति, एक राष्ट्र के रूप में यह समझना महत्वपूर्ण होगा कि कानून पर आधारित समाज में जब प्रक्रियाएं पूरी हो जाती हैं तो कानून अपना काम करता है।’

Dark Saint Alaick
22-11-2012, 05:29 AM
सीमा सुरक्षा बल ने जारी किया पंजाब सीमा पर अलर्ट

मुंबई में चार साल पहले हुए आतंकी हमले को अंजाम देने वाले आतंकवादी अजमल आमिर कसाब को आज सुबह फांसी दिये जाने के बाद सीमा सुरक्षा बल ने पंजाब में पाकिस्तान सीमा पर तैनात जवानों को आज सावधान कर दिया है । सीमा सुरक्षा बल के पंजाब फ्रंटियर के महानिरीक्षक आदित्य मिश्र ने आज यहां बताया, ‘कसाब को फांसी दिये जाने के बाद सीमा सुरक्षा बल ने पाकिस्तान सीमा से लगने वाली सीमाओं पर ‘जनरल अलर्ट’ जारी कर दिया है। जवानों को सावधान कर दिया गया है और उन्हें सतर्क रहने के लिए कहा गया है ।’ उन्होने बताया कि गुरदासपुर सेक्टर में खास तौर से जवानों को सावधान रहने को कहा गया है । वहां भी ‘जनरल अलर्ट’ ही जारी किया गया है । गौरतलब है कि मुंबई हमले को अंजाम देने वाले कुख्यात पाकिस्तानी आंतकवादी अजमल आमिर कसाब को आज मुंबई के यरवदा जेल में सुबह फांसी पर लटका दिया गया।

Dark Saint Alaick
22-11-2012, 05:31 AM
कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओं ने साथ मनाया जश्न

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=19960&stc=1&d=1353547870

मुंबई पर आतंकी हमले के मुजरिम अजमल कसाब को फांसी पर लटकाये जाने को लेकर खुशी जताते हुए कांग्रेस और भाजपा के कार्यकर्ताओं ने आज इंदौर में जमकर आतिशबाजी की और मिठाइयां बांटीं। पुणे के यरवदा जेल में कसाब को फांसी दिये जाने की खबर आने के बाद मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी के ऐतिहासिक राजबाड़ा चौक पर कांग्रेस और भाजपा के कार्यकर्ता जमा हो गये। दोनों धुर विरोधी सियासी दलों के कार्यकर्ताओं ने पाकिस्तान के आतंकी को फांसी दिये जाने के फैसले का एक सुर में स्वागत किया। उन्होंने आतिशबाजी करके और मिठाइयां बांटकर इस फैसले पर अपनी खुशी का इजहार किया। शहर के दूसरे इलाकों में भी समाज के अलग अलग तबकों के लोगों ने कसाब को फांसी दिये जाने पर जश्न मनाया।

Dark Saint Alaick
22-11-2012, 05:32 AM
लालू ने कसाब की फांसी पर कहा, ‘बुरे काम का हुआ बुरा नतीजा’

राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने मुंबई पर आतंकवादी हमला करने वाले आतंकी आमिर अजमल कसाब को फांसी दिये जाने को सही ठहराते हुए कहा कि कसाब के मामले में बुरे काम का बुरा अंजाम हुआ है। अपने आवास पर संवाददाताओं से बातचीत में लालू ने कहा , ‘कसाब ने जो बुरा काम किया उसका बुरा अंजाम हुआ। कसाब के खिलाफ भारत के कानून के तहत कार्रवाई हुई है। वह भारत के कानून के तहत दंडित हुआ है।’ उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ने कसाब की दया याचिका को अस्वीकार कर उसकी फांसी पर मुहर लगा दी थी।

Dark Saint Alaick
22-11-2012, 05:34 AM
कानूनी प्रक्रिया के तहत कार्रवाई हुई है - पासवान

लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान ने कहा, ‘उच्चतम न्यायालय ने निचली अदालत के फैसले को सही ठहराते हुए कसाब की फांसी की सजा को बरकरार रखा था। इसके बाद राष्ट्रपति ने कसाब की फांसी की सजा पर मुहर लगा दी थी। उसके खिलाफ प्रक्रिया (कानून) के तहत कार्रवाई हुई है।’ अफजल गुरु की लंबित फांसी की सजा के संबंध में पासवान ने कहा , ‘इस मामले में जो प्रक्रिया है उसके तहत कार्रवाई होगी।’ पूर्व केंद्रीय मंत्री पटना में जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे।

Dark Saint Alaick
22-11-2012, 05:35 AM
बुरे काम का बुरा नतीजा: बहुगुणा

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने आज पुणे की यरवदा जेल में मुंबई आतंकी हमले के दोषी अजमल कसाब को फांसी दिये जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि बुरा काम करने वालों का अंजाम बुरा ही होता है। कसाब को फांसी दिये जाने की सूचना मिलने के बाद बहुगुणा ने कहा, ‘जो जैसा काम करेगा, उसका वैसा ही अंजाम होगा।’

Dark Saint Alaick
22-11-2012, 05:39 AM
‘देर से आया, लेकिन सही फैसला’ - विनीता बिष्ट

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=19961&stc=1&d=1353548344

मुंबई आतंकी हमलों के दौरान अपनी जान गंवाने वाले नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (एनएसजी) के कमांडो गजेंद्र सिंह बिष्ट उत्तराखंड के देहरादून जिले के रहने वाले थे। उनकी यहां गणेशपुर गांव में रहने वाली मां और पत्नी ने भी कसाब को फांसी दिये जाने पर संतोष व्यक्त किया है। मरणोपरांत अशोक चक्र से सम्मानित किये गये बिष्ट की मां ने कहा कि अब उनका बेटा तो वापस नहीं आएगा, लेकिन कसाब को फांसी पर लटकाये जाने से उनके शहीद पुत्र की आत्मा को जरूर शांति मिलेगी। बिष्ट की मृत्यु के बाद अपने दो बच्चों को अकेले पाल रही उनकी पत्नी विनीता ने इसे ‘देर से आया, लेकिन सही फैसला’ करार दिया। उन्होंने कहा कि हालांकि कसाब को पहले ही फांसी दे दी जानी चाहिये थी लेकिन फिर भी देर से ही सही आज उन्हें इंसाफ मिल गया है।

Dark Saint Alaick
22-11-2012, 05:40 AM
कसाब घबराया हुआ, लेकिन शांत था : जेल अधिकारी

पुणे की यरवदा जेल में आज मुंबई हमले के एकमात्र जीवित आरोपी मोहम्मद अजमल आमिर कसाब को फांसी दिए जाने से ठीक पहले वह घबराया हुआ लग रहा था, लेकिन शांत था और उसने नमाज पढी। एक जेल अधिकारी ने यह जानकारी दी। अधिकारी ने कहा, उसके हावभाव से हमने यह अंदाजा लगाया कि वह बहुत घबराया हुआ था। हालांकि जब उसे फांसी पर चढाने के लिए उसकी कोठरी से बाहर लाया गया तो वह शांत बना रहा। कसाब ने नमाज पढी और सवाल किया कि क्या उसके परिवार को उसकी फांसी के बारे में सूचना दी गई है, जिसपर जेल अधिकारियों ने सकारात्मक जवाब दिया। मुंबई पर आतंकी हमले के लगभग चार वर्ष बाद कसाब को एक बेहद गोपनीय अभियान में यहां की यरवदा जेल में आज सुबह साढे सात बजे फांसी पर लटका दिया गया। चार बरस पहले पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकवादियों ने देश की वाणिज्यिक राजधानी पर वहशियाना हमला कर 166 लोगों की जान ले ली थी। 26 नवंबर 2008 को हुए इस हमले की गिरफ्त से मुंबई को मुक्त कराने में 60 घंटे का समय लगा और इस दौरान नौ उग्रवादियों को मार गिराया गया। दसवां हमलावर अजमल कसाब जीवित पकड़ लिया गया।

Dark Saint Alaick
22-11-2012, 05:40 AM
कसाब की नहीं थी कोई आखिरी ख्वाहिश

मुंबई में 26 नवंबर 2008 को हुए आतंकवादी हमले के आरोप में आज फांसी पर चढाये गये लश्कर ए तैयबा के आतंकवादी अजमल आमिर कसाब ने फांसी से पहले कोई आखिरी ख्वाहिश जाहिर नहीं की थी। यरवदा जेल के सूत्रों ने बताया कि फांसी पर चढाये जाने से पहले कसाब से उसकी आखिरी ख्वाहिश पूछी गयी थी लेकिन उसने कोई भी आखिरी इच्छा जाहिर नहीं की। उन्होंने बताया कि फांसी दिये जाने से पहले कसाब को पूरी प्रक्रिया की जानकारी दी गयी थी। गौरतलब है कि कसाब को आज सुबह करीब साढे सात बजे पुणे के यरवदा जेल में फांसी पर चढा दिया गया।

Dark Saint Alaick
22-11-2012, 05:42 AM
आठ नवंबर को ही तय हो गयी कसाब की फांसी की तारीख

मुंबई आतंकवादी हमलों के दोषी ठहराये गये पाकिस्तानी आतंकवादी अजमल आमिर कसाब की फांसी की तारीख आठ नवंबर को ही मुकर्रर कर दी गयी थी। केंद्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कसाब को पुणे की यरवदा जेल में आज सुबह फांसी दिये जाने के बाद बताया कि गृह मंत्रालय ने गत आठ नवंबर को ही इस सजा की तारीख मुकर्रर करते हुये महाराष्ट्र सरकार को इसकी जानकारी भेज दी थी। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार से कसाब को 21 नवंबर को फांसी देने को कहा गया था। शिंदे के मुताबिक उन्होंने सात नवंबर को ही कसाब को फांसी चढाये जाने के आदेश पर दस्तखत कर दिये थे। दरअसल उसके दो दिन पहले ही राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी की तरफ से गृह मंत्रालय को कसाब की यदा याचिका नामंजूर किये जाने का पत्र मिला था। राष्ट्रपति ने गृह मंत्रालय की तरफ से 16 अक्टूबर को भेजे गये परामर्श के आधार पर ही कसाब की गुहार ठुकरायी थी। कसाब ने उच्चतम न्यायालय द्वारा फांसी की सजा की पुष्टि किये जाने के बाद राष्ट्रपति से दया की गुहार लगायी थी। उसे मुंबई हमलों को अंजाम देने के अलावा भारत के खिलाफ युद्ध छेडने और कई अन्य आरोपों में भी दोषी पाये जाने के बाद फांसी की सजा सुनायी गयी थी। गृह मंत्री ने कहा कि कसाब को फांसी दिये जाने को बेहद गोपनीय रखने की कोशिश की गयी ताकि सुरक्षा का कोई मसला न खडा हो। गौरतलब है कि सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ही कसाब को मुंबई की आर्थर रोड जेल के अति सुरक्षित सेल में रखा जा रहा था। लेकिन इस जेल में फांसी दिये जाने की व्यवस्था नहीं होने के चलते उसे सोमवार को ही यरवदा जेल ले जाया गया था।

Dark Saint Alaick
22-11-2012, 05:58 AM
भाजपा ने कसाब को फांसी देने का स्वागत किया

भाजपा ने आज 26/11 के आरोपी अजमल कसाब को फांसी दिए जाने का स्वागत किया, लेकिन साथ ही कहा कि पाकिस्तान में बैठे उसके आकाओं को भी कानून के दायरे में लाया जाना चाहिए। भाजपा के प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा, ‘देर आए दुरूस्त आयद । कसाब की फांसी से मुंबई के लोगों के जख्मों पर मरहम लगेगा, लेकिन उनके घाव अब भी हरे हैं। उन्हें तभी राहत मिलेगी जब सीमा पार बैठे कसाब के आकाओं को कानून के दायरे में लाया जाएगा।’ उन्होंने संसद पर हमला करने वाले अफजल गुरू को भी जल्द फांसी देने की मांग की ताकि आतंकवादियों को एक कड़ा संदेश जाए और उनमें खौफ पैदा हो। भाजपा ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी द्वारा कसाब की दया याचिका को शीघ्र ठुकराने का भी स्वागत किया। भाजपा के उपाध्यक्ष मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि कसाब को फांसी पर लटकाया जाना सीमा पार बैठे उसके आकाओं के लिए एक चेतावनी और सबक होगा। नकवी ने कहा, ‘देश चाहता है कि हमारी सरकार सैकड़ों मासूमों के खून से अपने हाथ रंगने वालों को ऐसे कड़े संदेश और इसी तरह की सजा दे।’ उन्होंने कहा कि इस फांसी से भारत के दुश्मनो को कड़ा संदेश दिया गया है।

Dark Saint Alaick
22-11-2012, 05:58 AM
कसाब को फांसी का कांग्रेस ने किया स्वागत

मुंबई हमला मामले के दोषी पाकिस्तानी आतंकवादी अजमल कसाब को फांसी पर लटकाए जाने का स्वागत करते हुए कांग्रेस ने आज उम्मीद जताई कि सरकार अब पाकिस्तान में मौजूद षड्यंत्रकारियों के खिलाफ मामले को आगे बढाएगी तथा संसद पर हमला मामले में मौत की सजा का सामना कर रहे दोषी अफजल गुरू पर भी जल्द फैसला करेगी । पार्टी महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा ‘मैं इसका स्वागत करता हूं । अब भारत सरकार को पाकिस्तान में मौजूद, हमले के षड्यंत्रकारियों के खिलाफ मामले को आगे बढाना चाहिए । उन्हें अफजल गुरू पर भी जल्द फैसला करना चाहिए ।’ मुंबई में 26 नवंबर 2008 को हुए आतंकवादी हमले के दौरान एकमात्र जीवित पकड़े गए पाकिस्तानी आतंकवादी कसाब को आज पुणे की यरवदा जेल में सुबह साढे सात बजे फांसी दे दी गई । सूचना और प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने कहा कि मामले में कानून ने अपना काम किया । तिवारी ने कहा ‘यह भयावह आतंकवादी कार्रवाई एक साजिश के तहत थी । जांच प्रक्रिया और फिर बहु स्तरीय स्वतंत्र न्यायिक प्रक्रिया उच्चतम न्यायालय तक बरकरार रही और कानून ने अपना काम किया ।’ मुंबई में 26 नवंबर 2008 को हुए आतंकवादी हमले में 166 लोगों की जान गई थी। पुलिस की कार्रवाई में नौ आतंकवादी मारे गए थे लेकिन कसाब को जीवित पकड़ लिया गया था । कसाब की फांसी को मुंबई हमले में मारे गए लोगों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि करार देते हुए कांग्रेस प्रवक्ता राशिद अल्वी ने कहा ‘देश में कानून के अनुसार काम होता है और यही वजह है कि कसाब को निचली अदालत, उच्च न्यायालय तथा उच्चतम न्यायालय में अपना पक्ष रखने का मौका दिया गया ।’ अल्वी ने कहा ‘उच्चतम न्यायालय ने उसे दोषी ठहराया और मौत की सजा सुनाई । उसे भारत के राष्ट्रपति के समक्ष दया याचिका दाखिल करने का अवसर भी दिया गया । उसकी दया याचिका राष्ट्रपति ने खारिज कर दी ।’

abhisays
22-11-2012, 06:01 AM
कसाब से जुडी हुई सारे नयी खबरे एक साथ इन्टरनेट पर शायद ही कही और देखने को मिले। बेहतरीन और यादगार संग्रह है यह, अलैक जी। :bravo::bravo::bravo:

Dark Saint Alaick
22-11-2012, 06:18 AM
कसाब से जुडी हुई सारे नयी खबरे एक साथ इन्टरनेट पर शायद ही कही और देखने को मिले। बेहतरीन और यादगार संग्रह है यह, अलैक जी। :bravo::bravo::bravo:

पाठ्य सामग्री के बाद मैं इस सूत्र में देशभर की चित्रमय झलकियां भी प्रस्तुत करूंगा। देखते रहिए। :india:

Dark Saint Alaick
22-11-2012, 07:15 AM
दिग्गज पार्श्वगायक मुकेश का प्रशंसक था कसाब : वकील

पाकिस्तानी आतंकवादी अजमल कसाब बालीवुड के दिग्गज पार्श्वगायक मुकेश का प्रशंसक था और वह कानूनी बातचीत के दौरान उनके पसंदीदा गीत गाया करता था। कसाब के वकील अमीन सोल्कर ने आज यह बात कही। सोल्कर ने कहा, ‘पाकिस्तानी आतंकवादी अजमल कसाब द्वारा गुनगुनाया गया गीत ‘हम छोड़ चले इस महफिल को, याद आये तो कभी मत रोना’ मेरे कानों में गूंजता रहता है।’ सोल्कर ने कसाब को आज पुणे की यरवदा जेल में फांसी देने की खबर सुनने के बाद कहा कि हम जब भी आर्थर रोड जेल में कानूनी बातचीत के लिए मिलते थे, कसाब अक्सर इस गीत को गुनगुनाता था। सोल्कर ने बंबई उच्च न्यायालय में निचली अदालत द्वारा कसाब को मृत्युदंड दिये जाने के खिलाफ उसकी पैरवी की थी। उन्होंने कहा कि कसाब एक अन्य गायक मोहम्मद रफी के गीत भी गाया करता था लेकिन वह गीत मुझे अभी याद नहीं है। उन्होंने कहा कि कसाब हंसमुख स्वभाव का था लेकिन बहुत कम बोलता था। सोल्कर ने कहा कि मैंने बातचीत के दौरान कसाब को हमेशा शांत पाया। हालांकि एक बार जब वह मुझसे सहमत नहीं था, वह झुंझलाकर वहां से चला गया। उन्होंने कहा कि हमारी मुलाकात के दौरान कसाब हमसे अदालत को यह आश्वस्त करने का अनुरोध करता था कि उसे कुछ अखबार देने की अनुमति दी जाए क्योंकि वह अकेला बंद रहता है और उससे बात करने वाला कोई नहीं है।

Dark Saint Alaick
22-11-2012, 07:21 AM
बॉलीवुड ने कहा, शहीदों को मिली श्रद्धांजलि

कसाब की फांसी को लेकर सोशल नेटवर्किंग साइट्स टि्वटर ट्वीट्स किए जा रहे हैं। बॉलीवुड भी इसमें पीछे नहीं है। आइए जानते है कसाब की फांसी पर कई बॉलीवुड स्टार्स ने क्या-क्या कहा ?

कुनाल कोहली : कसाब को फांसी पर लटकाया जा चुका है। अब मेरे शहर पर हमला करने वालों का वक्त आ चुका है।

गीता बसरा : कसाब मर गया। सकून देने वाली खबर है।

सेलिना जेटली : मुंबई हमलों में शहीद हुए लोगों को आज फाइनली रूप से श्रद्धांजलि नसीब हुई।

फराह खान : आखिरकार उन लोगों को रिलीफ मिल गया जिन्होंने मुंबई हमले में अपनों को खोया था। भगवान का शुक्र है।

रितेश देशमुख : कसाब को फांसी दे दी गई। मुबारक हो। यह न्यूज सरकार ने ब्रेक की ना की किसी न्यूज चैनल ने।

परेश रावल : कसाब को फांसी दे दी गई।

श्रेया घोषाल : आखिरकार 26/11 के आतंकी कसाब को सुबह 7:36 बजे पुणे के यरवडा जेल में फांसी दे दी गई।

Dark Saint Alaick
22-11-2012, 07:22 AM
फांसी अभी क्यों?

संसद के शीतकालीन सत्र शुरू में सरकार कसाब के नाम पर दम भरना चाहती है।
गुजरात चुनाव में कांग्रेस इस फैसले का फायदा ले सकती है।
एफडीआई, महंगाई पर घिरी सरकार को कसाब की फांसी से थोड़ी राहत मिलेगी।

लेकिन 7 में से सिर्फ एक सूत्रधार तक ही पहुंच पाई सरकार

भारत सरकार अब तक सिर्फ एक ही सूत्रधार तक पहुंच पाई है। इस वर्ष 25 जून को सऊदी अरब से आतंककारी अबु जिंदाल का प्रत्यर्पण इस मामले में सरकार की सबसे बड़ी सफलता मानी जा रही है। मगर सूत्रधारों के तौर पर कुल 7 लोगों की पहचान की गई थी। इसमें सबसे प्रमुख दो लश्कर-ए-तैयबा प्रमुख हाफिज सईद और कमांडर जकीउर रहमान लखवी अब भी पाकिस्तान में हैं। सईद यूं तो नजरबंद है, मगर खुलेआम भाषण देता है।

Sameerchand
22-11-2012, 07:29 AM
कसाब को फांसी मिलने के बाद अफज़ल गुरु की हालत उस छोटी बहन की तरह हो गयी है जिसकी बड़ी बहन की अभी अभी शादी हुई हो और फिर पूरा परिवार उसके पीछे पड़ जाए
:lol:

Sikandar_Khan
22-11-2012, 08:54 AM
कसाब को फांसी हुई सुनकर खुशी मिली ! लेकिन एक बात का दुःख है ! भारत सरकार की ढील ढाल की वजह से इस खबर को सुनने मे चार साल लग गए |

Sikandar_Khan
22-11-2012, 08:57 AM
कसाब को फांसी मिलने के बाद अफज़ल गुरु की हालत उस छोटी बहन की तरह हो गयी है जिसकी बड़ी बहन की अभी अभी शादी हुई हो और फिर पूरा परिवार उसके पीछे पड़ जाए
:lol:

ये आपने बिल्कुल सही कहा |

Dark Saint Alaick
22-11-2012, 09:31 PM
फांसी न्याय की दिशा में एक कदम : अमेरिका

अमेरिका ने मुम्बई में 2008 में हुए आतंकवादी हमले के एकमात्र जिंदा बचे हमलावर मोहम्मद अजमल आमिर कसाब को दी गई फांसी की सजा का स्वागत करते हुए इसे न्याय की दिशा में उठाया गया एक कदम बताया है। अमेरिका के विदेश विभाग के प्रवक्ता मार्क टोनर ने कहा कि हम पहले भी कह चुके हैं कि मुम्बई हमले के पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए जो भी कदम आगे उठाया जाता है, हम उसका स्वागत करेंगे। हम यह भी कह चुके हैं कि इस नृशंस हत्याकांड को अंजाम देने वाले आतंकवादियों को सजा दी जाए। मेरा मानना है कि कसाब को फांसी दिए जाने से पहले इस मामले में न्यायिक प्रक्रिया का पूरा पालन किया गया, जो कि बिल्कुल पारदर्शी एवं स्पष्ट थी। कसाब को फांसी दिए जाने से पहले अमेरिका को इस बात की सूचना दिए जाने के सम्बंध में टोनर ने कहा कि मुझे इस बात की जानकारी नहीं है कि कसाब को फांसी चढ़ाए जाने से पहले हमें कोई जानकारी दी गई थी। ‘द वाशिंगटन पोस्ट’ ने भी इस फांसी को गोपनीय ढंग से अंजाम देने के लिए भारत सरकार की प्रशंसा की है। समाचार पत्र ने लिखा है कि ऐसे देश में जहां कुछ ही चीजें गोपनीय रहती हैं, जहां सभी चीजों पर सार्वजनिक बहस होती है, जहां अदालतें सुनवाई पूरी करने में दशकों का समय लेती हैं, वहां कसाब की इतनी जल्दी फांसी कई लोगों को हैरान करने वाली है।

Dark Saint Alaick
23-11-2012, 10:50 PM
कल्लू जल्लाद के पोते की कसाब को फांसी देने की इच्छा पूरी नहीं हुई

मेरठ। फांसी की सजा पाये लोगों को फांसी पर लटकाने के लिये बुलाये जाने वाले मेरठ निवासी कल्लू जल्लाद के पौत्र पवन उर्फ सिंघीराम की हसरत उस समय धरी की धरी रह गयी जब उसे मीडिया के माध्यम से यह पता चला कि पाकिस्तानी आंतकवादी कसाब को फांसी दे दी गयी । हालांकि उसकी यह इच्छा थी कि वह कसाब को फांसी पर लटकाने के कार्य को अंजाम दे । कसाब के गले में फांसी का फंदा कल्लू जल्लाद का वशंज यानी पवन जल्लाद नही डाल सका क्योंकि उसकी अभी तक मेरठ जिले में जल्लाद के पद पर नियुक्ति नहीं हुई है । पवन के पिता की भी हालांकि ऐसी ही इच्छा थी लेकिन उसका देहान्त हो गया, ऐसे में उसके बेटे पवन की बहुत इच्छा थी कि वह कसाब को फांसी देकर अपने पिता की इच्छा को पूरी करेगा । पवन जल्लाद ने बताया, ‘अगर पिता की जगह मेरी मेरठ जेल में जल्लाद पद पर नियुक्ति हो गई होती तो शायद कसाब को फांसी देने वाला जल्लाद कोई और नही बल्कि मैं होता ।’ उसने बताया कि वह अब मेरठ जेल में जल्लाद के पद पर अपनी नियुक्ति कराने के प्रयास में जुट जायेगा । ‘मैं सरकार से अनुरोध करुंगा कि आंतकी अफजल गुरु को जब फांसी दी जाए तब उसे ही फांसी लगाने का मौका दिया जाए ।’

Dark Saint Alaick
23-11-2012, 10:51 PM
तालिबान ने कसाब का बदला लेने के लिए
भारतीयों को निशाना बनाने की धमकी दी

इस्लामाबाद। पाकिस्तान के तालिबान ने धमकी दी है कि वह मुंबई हमले के गुनाहगार अजमल कसाब को फांसी दिए जाने का बदला लेने के लिए ‘कहीं भी’ भारतीयों को निशाना बनाएगा। उसने कसाब का शव लौटाने की भी मांग की है। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के प्रवक्ता अहसनुल्ला अहसन ने पत्रकारों से कहा कि उसका संगठन कसाब को फांसी देने का बदला लेने के लिए भारतीयों और भारतीय हितों को निशाना बनाएगा। उसने कहा कि भारत सरकार को कसाब का शव उसके परिवार अथवा तालिबान को सौंप देना चाहिए। अहसन ने चेतावनी दी कि अगर कसाब का शव नहीं लौटाया गया तो तालिबान भारतीयों को पकड़ेगा और उनके शव नहीं लौटाएगा। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत से ताल्लुक रखने वाले 25 वर्षीय कसाब को 21 नवंबर को पुणे के यरवदा जेल में फांसी दी गई थी और उसका शव जेल के भीतर ही दफना दिया गया था। कसाब को 2008 के मुंबई हमले के दौरान जिंदा पकड़ा गया था। उसके नौ अन्य साथी मारे गए थे। उस हमले में कुल 166 लोगों की जान गई थी। कसाब को फांसी दिए जाने पर पाकिस्तान ने सावधानी से प्रतिक्रया करते हुए कहा था कि वह सभी तरह के आतंकवाद की निंदा करता है और इस समस्या को खत्म करने के लिए सभी देशों के साथ सहयोग का इच्छुक है। राजनयिक सूत्रों का कहना है कि तालिबान की धमकी के बाद इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग की सुरक्षा बढा दी है। आमतौर पर वहां सुरक्षा चाकचौबंद होती है। पाकिस्तान में मौजूद भारतीय राजनयिकों को अतीत में धमकी मिल चुकी है। साल 2010 में पाकिस्तान में भारतीय राजनयिकों को बंधक बनाने और विदेशी दूतावासों को निशाना बनाने की साजिश का खुलासा हुआ था। यह साजिश तालिबान ने रची थी।

Dark Saint Alaick
23-11-2012, 10:56 PM
कसाब को फांसी की खबर लगते ही बडी राहत मिली-नेहा

भोपाल। देश की औद्योगिक राजधानी मुंबई में करीब चार वर्ष पहले पाकिस्तानी आतंकियों के हमले में शिकार हुए जांबाज पुलिस अधिकारी हेमंत करकरे की बहन श्रीमती नेहा हर्षे और उनके पति जयंत हर्षे ने इस हमले का एकमात्र जिंदा अपराधी आतंकी अजमल कसाब को फांसी पर लटकाने की खबर सुनते ही कहा कि इसमें अकाल मौत के शिकार हुए 166 लोगों के परिजनों को बडी राहत मिली है। हर्षे ने कहा कि पत्नी के बडे भाई हेमंत की इस अकाल मौत के बाद पूरा परिवार बडे सदमें में आ गया था। विशेषकर उनकी पत्नी और बच्चें को बहुत बडा झटका लगा था। उन्होंने कहा कि सुबह मोबाइल पर किसी मित्र ने सूचना दी कि उनके साले हेमंत को शहीद करने वाले आतंकी कसाब को फांसी दे दी गई है तो पहले तो हमें विश्वास नही हुआ। हर्षे ने कहा कि इस सूचना के बाद वे और पत्नी नेहा समाचार चैनलों पर बारी बारी से इसकी पुष्टि के लिए समाचार देखते रहें। इसी बीच जब महाराष्टñ के गृहमंत्री आर.आर. पाटील ने कसाब की फांसी की पुष्टि कर दी, तो हमें विश्वास हो गया और महसूस हुआ कि उनके साले के हत्यारें आतंकी को अपने खूंखार कृत्य भले ही देर से सजा मिली है, जिसका वह हकदार था। कसाब को फांसी देने से हमें लगा है कि इस हमले के शिकार लोगों क ो अब जाकर न्याय मिला है। नम आंखों से बडे भाई और पिता के समतुल्य हेमंत को याद करते हुए श्रीमती नेहा कहा कि उनकी स्मृति आज भी आंखों में जिंदा है। बचपन में गोद में उठाकर बच्चों की तरह खिलाना और शादी करने तक के निभाये कर्तव्यों को वह आजीवन भूल नही सकती है। श्रीमती नेहा ने कहा कि उम्र करीब दस वर्ष बडे दादा हेमंत ने पुलिस की नौकरी में पूरी इमानदारी और कर्तव्यनिष्ठता के साथ काम किया है। जिसें उनके साथी पुलिस अधिकारी और जवान अच्छे से जानते और समझते थे। उन्होंनें जीवन में बहादुरी के साथ अपने काम को अंजाम दिया है और इसके परिणामस्वरूप 26 नवंबर 2007 के मुंबई हमले में भी अपनी बहादुरी का परिचय देते हुए शहीद हुए है जिस पर पूरे परिवार को गर्व है। हर्षे ने कहा कि कसाब को फांसी देने के बाद पडोसी दुश्मन देश पाकिस्तान और उनके आंतकियों को साफ संदेश जायेगा कि भारत की तरफ आंख उठाने पर वहां के फांसी के फंदे तैयार है। उन्होंने कहा कि कसाब के बाद देश की सबसे बडी संस्था संसद पर हमला करने वाले आतंकी अफजल गुरू और उसके जैसे अन्य आतंकियों को भी केन्द्र सरकार को अब बिना विलंब के फांसी पर लटका देना चाहिए। उन्होंने इस कार्य के लिए भगवान से केन्द्र सरकार को सदबुद्धि प्रदान करने की प्रार्थना भी की।

Dark Saint Alaick
23-11-2012, 10:57 PM
कसाब को फांसी आतंकवादियों के लिए एक चेतावनी - रमन सिंह

छत्तीसगढ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा है कि कसाब को फांसी आतंकवादियों के लिए चेतावनी है। आधिकारिक सूत्रों ने यहां बताया कि रमन सिंह ने अजमल कसाब को फांसी दिए जाने का स्वागत किया है। सिंह ने कहा कि कसाब को मिला मृत्युदण्ड भारत में हिंसा और आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त व्यक्तियों के लिए भी एक चेतावनी है। उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में निरीह और निहत्थे नागरिकों की हत्या करने वाले आंतकवादी को न्यायालय के फैसले के अनुरूप फांसी तो होनी ही थी। इसमें कुछ विलम्ब जरूर हुआ, लेकिन देर से सही पर अदालत के फैसले के अनुरूप उचित कदम उठाया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि अफजल की फांसी के बारे में भी जल्द फैसला हो जाना चाहिए।

Dark Saint Alaick
23-11-2012, 11:02 PM
मित्रो, अब मैं इस सूत्र में पेश करने जा रहा हूं चित्रमय झलकियां। कुछ समाचार अब आए, तो वह भी बीच-बीच में स्थान पाते रहेंगे और कहीं यदि चित्र के परिचय की आवश्यकता हुई, तो मैं वह भी पेश करूंगा। आइए, देखते हैं कुछ मुंह बोलते चित्र।

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=19985&stc=1&d=1353697337

Dark Saint Alaick
23-11-2012, 11:04 PM
http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=19986&stc=1&d=1353697468

Dark Saint Alaick
23-11-2012, 11:07 PM
http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=19992&stc=1&d=1353697615

Dark Saint Alaick
23-11-2012, 11:09 PM
चिकमंगलूर में जश्न।

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=19993&stc=1&d=1353697696

Dark Saint Alaick
23-11-2012, 11:14 PM
http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=19994&stc=1&d=1353697900

Dark Saint Alaick
23-11-2012, 11:16 PM
अहमदाबाद से सन्देश।

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=19995&stc=1&d=1353698148

Dark Saint Alaick
23-11-2012, 11:18 PM
http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=19996&stc=1&d=1353698283

Dark Saint Alaick
23-11-2012, 11:20 PM
http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=19997&stc=1&d=1353698392

Dark Saint Alaick
23-11-2012, 11:21 PM
http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=19998&stc=1&d=1353698494

Dark Saint Alaick
23-11-2012, 11:23 PM
http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=19999&stc=1&d=1353698592

Dark Saint Alaick
23-11-2012, 11:24 PM
http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=20000&stc=1&d=1353698642

Dark Saint Alaick
23-11-2012, 11:26 PM
http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=20001&stc=1&d=1353698776

Dark Saint Alaick
23-11-2012, 11:29 PM
http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=20002&stc=1&d=1353698896

Dark Saint Alaick
23-11-2012, 11:31 PM
http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=20003&stc=1&d=1353699063

Dark Saint Alaick
23-11-2012, 11:33 PM
http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=20004&stc=1&d=1353699176

Dark Saint Alaick
23-11-2012, 11:34 PM
http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=20005&stc=1&d=1353699282

Dark Saint Alaick
23-11-2012, 11:36 PM
http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=20006&stc=1&d=1353699370

Dark Saint Alaick
23-11-2012, 11:38 PM
http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=20007&stc=1&d=1353699466

Dark Saint Alaick
23-11-2012, 11:39 PM
http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=20008&stc=1&d=1353699580

Dark Saint Alaick
23-11-2012, 11:41 PM
http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=20009&stc=1&d=1353699699

Dark Saint Alaick
23-11-2012, 11:45 PM
http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=20010&stc=1&d=1353699848

Dark Saint Alaick
23-11-2012, 11:46 PM
http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=20011&stc=1&d=1353699988

Dark Saint Alaick
23-11-2012, 11:51 PM
http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=20012&stc=1&d=1353700271

Dark Saint Alaick
23-11-2012, 11:54 PM
http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=20013&stc=1&d=1353700433

Dark Saint Alaick
23-11-2012, 11:57 PM
अमृतसर से सन्देश।

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=20014&stc=1&d=1353700602

Dark Saint Alaick
23-11-2012, 11:59 PM
http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=20015&stc=1&d=1353700744

Dark Saint Alaick
24-11-2012, 12:00 AM
http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=20016&stc=1&d=1353700838

Dark Saint Alaick
24-11-2012, 12:05 AM
कसाब को ज़िंदा पकड़ने वाले जांबाज तुकाराम ओम्बले की मुम्बई में स्थापित प्रतिमा के सम्मुख मिठाई वितरित करती महिलाएं।

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=20017&stc=1&d=1353700990

Dark Saint Alaick
24-11-2012, 12:07 AM
http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=20018&stc=1&d=1353701238

Dark Saint Alaick
24-11-2012, 12:09 AM
खुशी प्रकट करते मेरठ संयुक्त व्यापार मंडल के सदस्य।

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=20019&stc=1&d=1353701342

Dark Saint Alaick
24-11-2012, 12:14 AM
खुशी मनाते आतंकवादियों के हाथों शहीद हुए ताज होटल के शेफ फोर्तिन मार्टिन के पुत्र और पुत्री।

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=20020&stc=1&d=1353701497

Dark Saint Alaick
24-11-2012, 12:17 AM
मुम्बई में जश्न मनाते मनसे के कार्यकर्ता।

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=20021&stc=1&d=1353701725

Dark Saint Alaick
24-11-2012, 12:20 AM
http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=20022&stc=1&d=1353701971

Dark Saint Alaick
24-11-2012, 12:24 AM
प्रसन्नता प्रकट करते दिल्ली बजरंग दल के सदस्य।

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=20023&stc=1&d=1353702123

Dark Saint Alaick
24-11-2012, 12:30 AM
आतंकियों से 26/11 की मुठभेड़ में शहीद हुए अपने पति के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्वलित करतीं सुनंदा नारकर।

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=20024&stc=1&d=1353702318

Dark Saint Alaick
24-11-2012, 12:37 AM
मुक़दमे में अहम् भूमिका निभाने वाले कसाब के एकमात्र चित्र को खींचने वाले फोटो जर्नलिस्ट सेबेस्टियन डी'सूजा, कसाब की गोली से घायल हुईं देविका रोत्वाना, लोगों को आतंकियों के फंदे से बच कर निकलने में मदद करने वाले रेलवे के एनाउंसर विष्णु झेंडे, पूर्व डीजी (पुलिस) पी. एस. पसरीचा के साथ खुशियों की मोमबत्तियां जलाते हुए।

http://myhindiforum.com/attachment.php?attachmentid=20025&stc=1&d=1353702731

Dark Saint Alaick
24-11-2012, 12:57 AM
कैदियों और पदाधिकारियों को भरोसा कि बक्सर की रस्सी से मिली कसाब को फांसी

पटना। बक्सर जेल के अधिकारियों और कैदियों को इस बात का भरोसा है कि बक्सर जेल में बनी विशेष ‘मनीला रस्सी’ से ही मुंबई पर आतंकवादी हमले के दोषी अजमल कसाब को बुधवार को पुणे के यरवदा जेल में फांसी दी गयी। बिहार कारागार विभाग के निदेशक एसबीपी सिंह ने बताया, ‘दिल्ली के तिहाड़ जेल के आर्डर पर 2007 में हमने संसद पर आतंकवादी हमले के दोषी अफजल गुरु को फांसी देने के लिए बक्सर जेल में बनी रस्सी की आपूर्ति की थी।’ उन्होंने कहा कि हालांकि कसाब को फांसी के लिए रस्सी का किसी प्रकार का अनुरोध नहीं किया गया था लेकिन कैदियों और पदाधिकारियों को लगता है अफजल गुरु के लिए भेजे गये फांसी के फंदे का प्रयोग कसाब के लिए पुणे में किया गया है। सिंह ने कहा, ‘हालांकि इस बात की आधिकारिक पुष्टि नहीं है कि कसाब के लिए बक्सर से भेजी गयी रस्सी का प्रयोग किया गया है। ऐसा लगता है कि अफजल गुरु को फांसी देने पर लगी रोक के बाद उस फंदे का प्रयोग अफजल के लिए किया गया है।’ बक्सर केंद्रीय जेल के अधीक्षक सुरेंद्र कुमार अंबष्ठ ने बताया कि उत्तर और पूर्वी भारत में फांसी के लिए प्रयोग में आने वाले फंदे में बक्सर की ही रस्सी प्रयोग में आती है। अंबष्ठ ने बताया कि वर्ष 2004 में कोलकाता में बलात्कार और हत्या के लिए दोषी करार धनंजय चटर्जी को फांसी के लिए बक्सर से भेजी गयी रस्सी का प्रयोग किया गया था। जेल अधीक्षक ने बताया कि विशेष तौर पर प्रशिक्षित कैदियों द्वारा फांसी के लिए प्रयोग में आने वाली रस्सी का निर्माण किया जाता है। नेशनल कोआपरेटिव कंज्यूमर फेडरेशन आफ इंडिया लिमिटेड (एनसीसीएफ) द्वारा आपूर्ति किये गये विशेष प्रकार के सिंथेटिक जूट से बक्सर में रस्सी का निर्माण किया जाता है। बक्सर जेल के कारापाल मनोज कुमार सिन्हा ने बताया कि फांसी के फंदे के लिए जिस रस्सी का प्रयोग होता है उसे इस प्रकार तैयार किया जाता है कि कम से कम घर्षण हो और फंदा सरलता से कस जाए। कारापाल के अनुसार कैदी नियमित तौर पर बक्सर जेल में रस्सी का निर्माण करते हैं लेकिन फांसी के लिए जब रस्सी का अनुरोध होता है तो उसे विशेष प्रकार से एक पखवाडे के भीतर तैयार किया जाता है। बक्सर जेल में अंग्रेजों के समय से रस्सी का निर्माण कैदियों द्वारा किया जाता है।

Dark Saint Alaick
24-11-2012, 01:07 AM
एनएसजी के पूर्व कमांडो ने केंद्र सरकार पर लगाया
वित्तीय सहायता राशि न देने का आरोप

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नई दिल्ली। मुंबई में 26 नवंबर 2008 को हुए हमले में आतंकवादियों का मुकाबला करने वाले और शारीरिक रूप से फिट न होने की वजह से सेवाएं देने से मना कर दिए गए राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) के एक पूर्व कमांडो ने दावा किया कि उन्हें न तो किसी तरह का वित्तीय लाभ दिया गया और न ही पेंशन दी गयी । पूर्व कमांडो ने यह आरोप भी लगाया कि उन्हें और उनके सहकर्मियों को इनाम में मिली राशि भी नहीं दी गयी है । भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान चला रहे कार्यकर्ता अरविंद केजरीवाल और उनके सहयोगियों के साथ एक संवाददाता सम्मेलन कर 34 वर्षीय पूर्व एनएसजी कमांडो सुरेंद्र सिंह ने कहा कि अब तक उन्हें महज चार लाख रुपए दिए गए हैं जिसमें भारत सरकार की ओर से वित्तीय सहायता के तौर पर मिले 2.5 लाख रुपए भी शामिल हैं । बहरहाल, सरकार ने पूर्व कमांडो के इन दावों को सिरे से खारिज कर दिया । सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने कहा कि सुरेंद्र को भारत सरकार और महाराष्ट्र सरकार की ओर से सहायता राशि के तौर पर 31 लाख रुपए दिए जा चुके हैं । दिलचस्प तो यह है कि सरकार ने पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) के ‘ट्विटर’ अकाउंट पर उसी वक्त पूर्व कमांडो के दावों को खारिज कर दिया जब संवाददाता सम्मेलन चल रहा था । अपनी दास्तां बयान करते हुए सिंह ने कहा कि मुंबई में 2008 में ताजमहल होटल पर हुए हमले में आतंकवादियों का मुकाबला करते वक्त वह बुरी तरह जख्मी हो गए थे और उन्हें अक्तूबर 2011 में सेवाएं जारी रखने से मना कर दिया गया । उन्होंने कहा कि पिछले साल से सरकार की ओर से उन्हें एक पैसा भी नहीं मिला है । सिंह ने दावा किया कि 26....11 मामले में जख्मी हुए एनएसजी कमांडो को चेक के रूप में कई उपहार मिले लेकिन एनएसजी ने उन्हें संबंधित लोगों के बीच नहीं बांटा । उन्होंने कहा, ‘मैंने एक फाइल देखी जिसमें रोहन मोटर्स प्राइवेट लिमिटेड और एक अन्य कंपनी की ओर से दिए गए दो-दो लाख के चेक मेरे नाम से प्राप्त किए गए थे । मुझे रुपए कभी मिले ही नहीं । न सिर्फ मुझे बल्कि मेरे किसी सहकर्मी को पैसे नहीं दिए गए । मैं जानना चाहता हूं कि पैसे किसने लिए और अब वे कहां हैं ?’ पूर्व कमांडो ने मांग की कि इस मामले की जांच करायी जाए और सरकार यह स्पष्ट करे कि कई लोगों और कंपनियों की ओर से उन्हें दिए गए धन का क्या किया गया । सिंह ने सरकार का एक आदेश भी पेश किया जिसमें कहा गया था कि वह पेंशन पाने के योग्य नहीं हैं क्योंकि उन्होंने सिर्फ 14 साल और तीन महीने की सेवाएं दी हैं जबकि 15 साल की सेवा देने के बाद ही पेंशन के योग्य हुआ जा सकता है । सरकार के इस आदेश के बाबत केजरीवाल ने दावा किया कि कानून में कई प्रावधान हैं जिसके तहत एक कमांडो को छूट दी जा सकती है ताकि वह पेंशन प्राप्त कर सकें । केजरीवाल ने कहा, ‘जो कमांडो देश के लिए जान कुर्बान करते हैं क्या उनके साथ यही सलूक किया जाना चाहिए ? सरकार को बताना चाहिए कि एनएसजी को दिए गए चेकों का क्या किया गया ?’ इन आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए सरकार ने ‘ट्वीट’ किया, ‘सरकार ने नाइक सुरेंद्र सिंह को सभी बकाये का भुगतान कर दिया है ।’ पीआईबी के अकाउंट पर किए गए ‘ट्वीट’ में कहा गया, ‘सरकार ने 16 नवंबर को टेलीफोन के जरिए सरकार को सूचित किया था कि युद्ध के दौरान घायल हो जाने पर दी जाने वाली पेंशन को मंजूरी दे दी गयी है और बैंकरों को भी सूचित किया गया है ।’ सरकार ने लिखा, ‘सुरेंद्र सिंह युद्ध के दौरान घायल हो जाने पर दी जाने वाली पेंशन के तौर पर हर महीने 25,254 रुपए पा रहे हैं । सेवानिवृति लाभ के तौर पर उन्हें 31 लाख रुपए दिए गए थे ।’ केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा कि विभिन्न सुरक्षा बलों से कमांडो लिए जाते हैं । आरोपों के बाबत शिंदे ने कहा, ‘मैं इसकी जांच करूंगा ।’ बहरहाल, सिंह ने सरकार के दावों को खारिज कर दिया और कहा कि उन्हें सरकार की ओर से पैसे नहीं दिए गए हैं । उन्होंने कहा, ‘आप मेरा बैंक खाता देख सकते हैं । सरकार सरासर झूठ बोल रही है ।’ बाद में केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘सरकार बेशर्मी से देश को गुमराह कर रही है । 11 जख्मी लोगों को 31 लाख रुपए दिए गए न कि सिर्फ सुरेंद्र सिंह को । 31 लाख रुपए में से सिर्फ 2.5 लाख रुपए सुरेंद्र को दिए गए ।’ उन्होंने सवाल किया, ‘क्या सरकार साबित कर सकती है कि सुरेंद्र हर महीने 25,000 रुपए पा रहे है ? यदि यह साबित नहीं होता है ता देश को गुमराह करने के कारण कौन इस्तीफा देगा ?’ केजरीवाल ने कहा, ‘सरकार ने कहा कि सुरेंद्र को ‘फोन’ के जरिए 16 नवंबर को सूचित किया गया । यह बड़ा दिलचस्प है । पेंशन के बारे में फोन पर सूचना दी जाती है ? ऐसा कब से होता है ? किसी दस्तावेज की जरूरत नहीं होती ?’