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View Full Version : बलात्कार मामले पर 10 विवादास्पद बयान


Awara
08-01-2013, 10:59 PM
बलात्कार मामले पर 10 विवादास्पद बयान

http://www.rawstory.com/rs/wp-content/uploads/2012/12/Indian-activists-protest-to-support-a-New-Delhi-student-who-was-raped-inside-a-moving-bus-in-Ahmedabad-on-December-19-2012.-AFP.jpg

Awara
08-01-2013, 10:59 PM
दिल्ली सामूहिक बलात्कार मामले में समाज के अलग-अलग क्षेत्र की जानी-मानी हस्तियों के बयानों ने मामले पर मरहम लगाने के बजाए विवादों को हवा दी है.

ये बयान तो अलग-अलग लोगों के हैं लेकिन सारे बयान एक ही सोच से प्रेरित नजर आते हैं.

ये सोच महिलाओं को भारतीय समाज में दोयम दर्जे का मानने से जुड़ी दिखती है. ऐसे ही दस बयानों पर एक नज़र.

Awara
08-01-2013, 11:00 PM
आसाराम बापू, धार्मिक गुरु

http://media.indiatimes.in/media/content/2013/Jan/aaa_1357544504_540x540.jpg


केवल पांच-छह लोग ही अपराधी नहीं हैं. बलात्कार की शिकार हुई बिटिया भी उतनी ही दोषी है जितने बलात्कारी. वह अपराधियों को भाई कहकर पुकार सकती थी. इससे उसकी इज्जत और जान भी बच सकती थी. क्या ताली एक हाथ से बज सकती है, मुझे तो ऐसा नहीं लगता.

Awara
08-01-2013, 11:01 PM
मोहन भागवत, राष्ट्रीय स्वयं सेवक प्रमुख

http://media2.intoday.in/indiatoday/images/stories/rss_350_010613110611.jpg

आप देश के गांवों और जंगलों में देखें जहां कोई सामूहिक बलात्कार या यौन अपराध की घटनाएं नहीं होतीं. यह शहरी इलाकों में होते हैं.

Awara
08-01-2013, 11:02 PM
कैलाश विजयवर्गीय, बीजेपी नेता और मंत्री, मध्य प्रदेश सरकार

http://www.aiita.org/thumbnail.php?file=images/kailash_vija_199779244.jpg&size=article_medium

महिलाओं को ध्यान रखना होगा कि उन्होंने लक्ष्मण रेखा लांघी तो रावण सामने होगा. इसलिए उन्हें मर्यादा में रहना चाहिए.

Awara
08-01-2013, 11:03 PM
अभिजीत मुखर्जी, कांग्रेस सांसद और राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के बेटे

http://media2.intoday.in/indiatoday/images/stories/abhijit-mukherjee-350_091012061148.jpg

हम भी छात्र रहे हैं और कॉलेज गए हैं, जानते हैं कि कॉलेज के बच्चे कैसे होते हैं. रात में डिस्को जाना और दिन में कैंडल लेकर सड़कों पर उतरना फैशन हो गया है. सुंदर-सुंदर महिलाएं सज-धज कर बच्चों के साथ विरोध करने आती हैं. मुझे तो नहीं लगता कि वे स्टूडेंट होती भी हैं.

Awara
08-01-2013, 11:04 PM
बनवारी लाल सिंघल, बीजेपी विधायक, अलवर

http://www.ndtv.com/news/images/rajasthan_politician_skirt_295.jpg

स्कूली छात्राओं के स्कर्ट पहनने से यौन उत्पीड़न के मामले बढ़ते हैं.

Awara
08-01-2013, 11:05 PM
अनीता शुक्ला, कृषि वैज्ञानिक

http://twikle.co.uk/delhi-victim-should-have-meekly-n-5822217-1-225.jpg

दिल्ली सामूहिक बलात्कार मामले की पीड़िता को छह पुरुषों के सामने आत्मसमर्पण कर देना चाहिए था, इससे उसकी आंत निकालने की नौबत नहीं आती.

Awara
08-01-2013, 11:06 PM
अनीसुर रहमान, विधायक, पश्चिम बंगाल

http://static.indianexpress.com/m-images/M_Id_341635_Anisur_Rahman.jpg

हम ममता दी से पूछना चाहते हैं उन्हें कितना मुआवजा चाहिए. बलात्कार कराने के लिए वे कितना पैसा लेंगी.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बलात्कार पीड़ितों के लिए 20 हज़ार रुपये मुआवजे की घोषणा करने के बाद रहमान ने ये बयान दिया था.

Awara
08-01-2013, 11:08 PM
अशोक सिंघल, अध्यक्ष, विश्व हिंदु परिषद

http://www.newsreporter.in/wp-content/uploads/2011/05/VHP-president-Ashok-Singhal.jpg

महिलाओं के ख़िलाफ़ अपराध इसलिए बढ़ते जा रहे हैं क्योंकि हम पश्चिमी सभ्यता की नकल कर रहे हैं.

Awara
08-01-2013, 11:09 PM
बोत्सा सत्यनारायण, अध्यक्ष, आंध्र प्रदेश कांग्रेस

http://www.readandknow.org/wp-content/uploads/2012/11/Andhra-pradesh-Congress-chief-Botsa-Satyanarayana.jpg

भारत को आधी रात में आजादी मिली थी, इसका ये मतलब नहीं है कि महिलाओं को रात के अंधेरे में निकलना चाहिए. सामूहिक बलात्कार की पीड़िता को कुछ ही यात्रियों वाली बस पर नहीं चढ़ना चाहिए था.

Awara
08-01-2013, 11:10 PM
ननकी राम कंवर, गृहमंत्री, छत्तीसगढ़

http://cgnewsupdate.com/cnu/news_upload/N-Nanki-Ram-Kanvar-A_20090209_011719.jpg

पता नहीं 2012 जाते-जाते क्या ले कर गया है..पूरा महिलाओं का चीरहरण समझ लीजिए..ग्रह के विपरीत होने का नुकसान हो सकता है.

Awara
08-01-2013, 11:11 PM
राज ठाकरे, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख

http://www.topnews.in/files/Raj-Thackeray_2.jpg

सभी बलात्कार-बलात्कार चिल्ला रहे हैं लेकिन सभी बलात्कारी बिहार के हैं ये कोई नहीं कह रहा है.

bharat
10-01-2013, 07:16 AM
इन बयानों को सुनने के बाद मन में एक बात आती है! क्या इतने प्रसिद्द लोग इतने लापरवाह सकते हैं कि इतने ग़मगीन अवसर पर इस तरह के बेतुके ब्यान दें?
ज्यादातर मामलों में भारतीय मिडिया का एक घिनोना रूप सामने आया है जिसमे वह वही दिखाती है जिसे वो दिखाना चाहती है!
जो भी है बुरा है!! जितनी भर्त्सना की जाये, कम है!