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View Full Version : मरफी के नियम


bindujain
14-01-2013, 10:35 AM
ये मरफी महोदय कौन है ये तो मैं नहीं जानता पर इनके नियम बहुत मजेदार हैं।

कुछ भी अटपटा सा जो कि सत्य भी हो वो मरफी का नियम कहलाता है।

इनके कुछ नियम निम्न हैं-

• सिर्फ मरफी का नियम जानने से कुछ नहीं होता।

• मरफी़ का दर्शन-आज मुस्कुरा लो.........क्यों कि कल तो और भी बुरा होगा।

• बुरा होता है तो सब एक साथ होता है।

• मरफी़ का स्थिरांक-पदार्थ अपने मूल्य के सीधे अनुपात में क्षतिग्रस्त होता है।

bindujain
14-01-2013, 10:39 AM
]अपने बच्चों का जन्मदिन घर पर मनायें,ताकि उनके दोस्तों को देखकर आप ये जान सकें कि आप के बच्चों से भी शैतान बच्चे इस दुनिया में होते हैं।


• मरफी के ब्लाग का नियम-आप सोचते हैं कि मेरे इस पोस्ट पे ढ़ेर सारे कमेन्ट मिलेंगे तो उस पे कोई कमेन्ट नहीं मिलता इसका उल्टा भी सत्य है।

• अगर आप का दो रूपया खो गया है तो आप को दो रूपया ही मिलेगा ज्यादा मत खोजें।

• सभी चीजों का स्वाद एक जैसा होता है अच्छा या बुरा।

• यदि आप अपना प्रभाव बढ़ाने के लिये कुछ कहते हैं तो यकिन मानिये आपका प्रभाव कम होता है।

bindujain
14-01-2013, 10:46 AM
माँ हमेशा कहती थी कि कठिन दौर जीवन में आयेगें मगर इतने सारे आयेगें ये उन्होंनेनहीं बताया था।

घर पर बाल पेन की उप्लब्धता उसकी आवश्यक्ता के विलोमानुपाती होती है।

हर आदमी के पास धनवान बनने की योजनायें होती हैं ये अलग बात है कि वे काम नहींकरती।

जानवरों से प्रेम करो क्योंकि वे स्वादिष्ट होते हैं।

पडोसियों से प्रेम करना चाहिये मगर कभी पकड़ा नहीं जाना चाहिये वरना बडी़ कुटाई होती है।

bindujain
14-01-2013, 10:48 AM
आप के सामने वाली लाईन ज्यादा तेज चलती है यदि आप लाईन बदल लेते हैं तो भी ये सही है।

प्यार और जुकाम में अन्तर सिर्फ इतना है कि जुकाम का अब वैक्सिन उपल्बध है।

प्यार में पडने से पहले अपना बैक अप बना लें रिकवरी में आसानी होगी।

प्रमेय-आप के पडो़स की लाईबरेरी में काम लायक एक भी कितब उपल्बध नहीं होती।

उपप्रमेय-आप के काम की किताबें दूर वाली लाईबरेरी में उप्लब्ध होती हैं।

bindujain
14-01-2013, 11:08 AM
विश्व की महानतम खोजों के पीछे मानवीय भूलों का हाथ होता है।

यदि आप समझते हैं कि आप विज्ञान या औरत या कंप्यूटर को जानते हैं तो सही मायने में आप विशेषज्ञ नहीं हैं।

प्रमेय-हर सफल आदमी के पीछे एक औरत का हाथ होता है।

उपप्रमेय-हर असफल आदमी के पीछे दो औरतों का हाथ होता है।

बास के आगे और गधे के पीछे कभी ना चलें।

bindujain
14-01-2013, 11:09 AM
पीठ पर साबासी की थपकी और कुल्हे पर लात पड़ने के बीच कुछ इन्च का अन्तर होता है।

सफलता भाग्य पर ही निर्भर करती है किसी भी असफल से पूछ के देख ले।

जो चीज गूगल में ना मिले उसका अस्तित्व ही नहीं है।

जो ब्लाग आप अरूचि पूर्वक लिखते हैं उस पर आप को ढेरों प्रशंसा मिलती है।

किसी आफिस में किसी अधिकारी का अधिकार उसके द्वारा रखे जाने वाले पेनों की संख्याके विलोमानुपाती होता है।

bindujain
01-02-2013, 06:06 PM
जब आप सोचते हैं कि कोई कार्य आप जैसे भी हो कर ही लेंगे, तो किसी न किसी बहाने, हर हाल में वह कार्य नहीं ही हो पाता है!

bindujain
01-02-2013, 06:07 PM
मुफ़्त के साबुन को ज्यादा मात्रा में और ज्यादा देर तक मलने में ज्यादा आनंद आता है, भले ही उसमें ज्यादा मैल निकालने की ज्यादा क्षमता न हो!

bindujain
01-02-2013, 06:07 PM
- भव्य स्नानागार के बारे में जब आप सोचते हैं कि सब कुछ भव्य है तो पता चलता है कि उसके शॉवर में तो पानी ही नहीं है!

- साबुन लगाने के बाद ही पता चलता है कि शॉवर में पानी आना बंद हो गया है.

- स्नानागार में साबुन लगाने से पहले अपने लिए पानी की एक बाल्टी भर रखें - और भव्य स्नानागार में दो बाल्टी.

bindujain
01-02-2013, 06:09 PM
गलत निष्कर्ष पर पूरे विश्वास के साथ पहुँचने की व्यवस्थित विधि का नाम ही ‘तर्क' है.


जब किसी सिस्टम को पूरी तरह से पारिभाषित कर लिया जाता है तभी कोई मूर्ख आलोचक उसमें कुछ ऐसा खोज निकालता है जिसके कारण वह सिस्टम या तो पूरा बेकार हो जाता है या इतना विस्तृत हो जाता है कि उसकी पहचान ही बदल जाती है.

bindujain
01-02-2013, 06:10 PM
तकनॉलाज़ी पर उन प्रबंधकों का अधिकार है जो इसे समझते नहीं.


यदि बिल्डिंग बनाने वाले, प्रोग्राम लिखने वाले प्रोग्रामरों की तरह कार्य करते होते तो विश्व के पहले बिल्डर का पहला ही काम संपूर्ण समाज को नेस्तनाबूद कर चुका होता.


किसी संस्थान के फ्रंट ऑफ़िस की सजावट उसकी संपन्नता के व्युत्क्रमानुपाती होती है.

bindujain
01-02-2013, 06:11 PM
किसी कम्प्यूटर के कार्य का विस्तार उसके बिजली के तार के विस्तार जितनी ही होती है.


विशेषज्ञ वो होता है जो क्षुद्र से क्षुद्र चीजों के बारे में अधिक से अधिक जानकारी रखता है. सही विशेषज्ञ वह होता है जो कुछनहीं के बारे में सबकुछ जानता है.

bindujain
01-02-2013, 06:12 PM
किसी आदमी को बताओ कि ब्रह्माण्ड में 300 खरब तारे हैं तो वो आपकी बात पर विश्वास कर लेगा. उसे बताओ कि किसी कुर्सी पर अभी अभी पेंट लगाया गया है और वह गीला है तो वह इसकी तसदीक के लिए छूकर अवश्य देखेगा.

bindujain
01-02-2013, 06:13 PM
विश्व की महानतम खोजों के पीछे मानवीय भूलों का ही हाथ रहा है.

कोई भी चीज नियत कार्यक्रम या निश्चित बजट में नहीं बन सकती.

मीटिंग में मिनट्स को रखा जाता है और घंटों को गंवाया जाता है.

प्रबंधन का पहला मिथक है - कि उसका का अस्तित्व है.

bindujain
01-02-2013, 06:14 PM
कोई यूनिट तब तक असफल नहीं होती जब तक कि उसका अंतिम निरीक्षण नहीं कर लिया जाता.


नए सिस्टम नई समस्याएँ पैदा करते हैं.

bindujain
01-02-2013, 06:15 PM
गलतियाँ करना मनुष्य का स्वभाव है, परंतु ढेरों, सुधारी नहीं जा सकने वाली गलतियों के लिए कम्प्यूटर की आवश्यकता होती है.


कोई भी उन्नत तकनीक जादू सदृश्य ही होती है जब तक कि वह समझ न ली जाए.


एक कम्प्यूटर मात्र दो सेकंड में उतनी सारी गलतियाँ कर सकता है जितना 20 आदमी मिलकर 20 वर्षों में करते हैं.

bindujain
01-02-2013, 06:16 PM
किसी व्यक्ति को कोई भी बात इससे ज्यादा प्रोत्साहित नहीं कर सकती - कि उसके बॉस ने किसी दिन घंटा भर ईमानदारी से काम किया.


कुछ व्यक्ति नियमबद्ध होते हैं - भले ही उन्हें यह नहीं पता होता कि नियम क्या हैं व किसने लिखे हैं.

bindujain
01-02-2013, 06:17 PM
फेब्रिकेटर के लिए मुश्किलें बढ़ाना तथा सर्विस इंजीनियर के काम को असंभव बनाना ही डिज़ाइन इंजीनियर का पहला काम होता है.


भीड़ में से विशेषज्ञ का पता लगाना मुश्किल नहीं. वह किसी कार्य को पूरा होने में सर्वाधिक समय व पैसा लगने की भविष्यवाणी करता दिखाई देता है.

bindujain
01-02-2013, 06:17 PM
किसी भी नवीनतम सर्किट डिजाइन में एक भाग वो होता है जो कालातीत हो चुका होता है, दो भाग बाजार में उपलब्ध नहीं होता तथा तीन भाग विकास के चरणों में होते हैं.


कोई जटिल सिस्टम अंततः जब काम करने लगता है तो पता चलता है कि इसे तो एक कार्यशील सरल सिस्टम से ही बनाया गया है.

bindujain
01-02-2013, 06:18 PM
कम्प्यूटर अविश्वसनीय हैं, परंतु मनुष्य और ज्यादा अविश्वसनीय हैं. जो सिस्टम मनुष्य की विश्वसनीयता पर निर्भर है, वह अविश्वसनीय ही होगा.


यदि आप कुछ समझ नहीं पाते हैं तो वह आपकी अंतर्बुद्धि से प्रकट हो जाता है.

bindujain
01-02-2013, 06:19 PM
कहने भर से कोई काम तो हो जाता है, मगर फिर उसके बाद और बहुत सा कहा जाता है जो होता नहीं


खरीदार संस्था का सचिव यदि आपसे जरा ज्यादा ही सहृदयता से पेश आता है तो यह समझें कि खरीद आदेश आपके प्रतिद्वंद्वी कंपनी ने पहले ही हड़प लिया है.

bindujain
01-02-2013, 06:20 PM
किसी कंस्ट्रक्शन को डिजाइन करते समय, शनिवार 4.30 बजे के बाद उसके आयामों का सही योग नहीं निकाला जा सकता. सही योग सोमवार सुबह 9 बजे स्वतः सुस्पष्ट हो जाता है.


जो खाली है उसे ही भरें. जो भरा है उसे ही खाली करें. और जहाँ खुजली है, वहीं पर ही खुजाएँ.
दुनिया में सब संभव है, रिवॉल्विंग दरवाजे से होकर स्कीइंग को छोड़कर.

bindujain
01-02-2013, 06:21 PM
कठिन परिश्रम से नहीं, बल्कि चतुराई से काम करें तथा आपनी वर्तनि के प्रति सवधान रहे.


यदि यह गूगल में नहीं मिलता, तो फिर इसका अस्तित्व ही नहीं है.


यदि कोई प्रयोग सफल हो जाता है तो फिर कहीं कुछ गलत अवश्य है.


यदि सबकुछ असफल हो जाता है तो फिर निर्देश पढ़ें.

bindujain
01-02-2013, 06:22 PM
जो भी ऊपर जाता है, वह नीचे आता ही है - फिर भले ही वह सेंसेक्स क्यों न हो.
उप प्रमेयर : परंतु हमेशा नहीं.


हाथों से छूटा औजार हमेशा कोने में वहां जा पहुँचता है जहाँ आसानी से नहीं पहुँचा जा सकता.

bindujain
01-02-2013, 06:23 PM
किसी भी सरल सिद्धान्त की व्याख्या अत्यंत कठिन तरीके से ही संभव है.


जब कोई सिस्टम इतना सरल बनाया जाता है कि कोई मूर्ख भी उसका इस्तेमाल कर सके, तो फिर उसका इस्तेमाल सिर्फ मूर्ख ही करते हैं.


तकनीकी दक्षता का स्तर, प्रबंधन के स्तर के उलटे अनुपात में होता है.

bindujain
01-02-2013, 06:24 PM
एक अत्यंत मुश्किल कार्य पूर्ण होने के ठीक पहले, एक अति महत्वहीन छोटे से विवरण की अनुपलब्धता के कारण रुक जाता है.

कोई भी काम भले ही पूरा हो जाता हो, परंतु उसे सही ढंग से पूरा करने के लिए कभी भी समय नहीं होता.

जैसे-जैसे अंतिम समय सीमा करीब आती है, वैसे-वैसे बचे हुए काम की मात्रा बढ़ती जाती है.

bindujain
01-02-2013, 06:25 PM
यदि कोई उपकरण खराब हो जाता है और उसकी वजह से काम अटकने लगता है, तो वह उपकरण तब ठीक होता है जब,

*उसकी आवश्यकता अब नहीं होती है

*कोई दूसरा आवश्यक कार्य किया जा रहा होता है तब.

bindujain
01-02-2013, 06:26 PM
बिजली से चलने वाले किसी भी उपकरण को यह कभी भी न पता चलने दें कि आप बहुत जल्दी में हैं.

यदि कोई उपकरण खराब नहीं हुआ है तो उसमें और सुधार न करें. आप उसे ऐसा खराब कर देंगे जो फिर कभी सुधारा नहीं जा सकेगा.

bindujain
01-02-2013, 06:27 PM
पटरी को देखकर आप यह अंदाजा नहीं लगा सकते कि ट्रेन किस तरफ से आएगी

यदि आप पूरी तरह से भ्रमित (कनफ़्यूजन में) नहीं हुए हैं तो इसका मतलब है कि आपको पूरी बात मालूम ही नहीं है.

bindujain
01-02-2013, 06:28 PM
मानक पुरजे नहीं होते हैं]


हाथों से छूटा औजार किसी चलते उपकरण के ऊपर ही गिरता है.


नवीनतम तकनॉलाज़ी पर कभी भरोसा न करें. भरोसा तभी करें जब वह पुरानी हो जाए.

bindujain
01-02-2013, 06:28 PM
बोल्ट जो अत्यंत अपहुँच स्थान पर होता है, वही सबसे ज्यादा कसा हुआ मिलता है.



तकनॉलाज़ी और विज्ञान में सबसे ज्यादा बोला जाने वाला वाक्यांश है - "उफ़ - ओह!"

bindujain
01-02-2013, 06:29 PM
तकनीशियन के मुँह से दूसरा सबसे बेकार शब्द आप सुनते हैं - "ओफ़!". पहला सबसे बेकार शब्द होता है "ओफ़! शि..ट"


किसी भी दिए गए सॉफ़्टवेयर को जब आप इस्तेमाल करने में दक्षता हासिल कर लेते हैं तो पता चलता है कि उसका नया संस्करण जारी हो गया है.

bindujain
01-02-2013, 06:30 PM
उप प्रमेय 1 - नए संस्करण में जो सुविधा आपको चाहिए होती है वह अभी भी नहीं होती


उप प्रमेय 2 - नए संस्करण में जिस सुविधा का इस्तेमाल आप बारंबार करते रहे होते हैं उसे या तो निकाल दिया जाता है या उसमें ऐसा सुधार कर दिया जाता है जो आपके किसी काम का नहीं होता.

bindujain
01-02-2013, 06:30 PM
आज के इनफ़ॉर्मेशन ओवरलोड के जमाने में सबसे आवश्यक तकनीकी दक्षता यह है कि हम जो सीखते हैं उससे ज्यादा भूलने लगें.


जटिल चीजों को सरलता से बनाया जा सकता है, सरल चीजें बनने में जटिल होती हैं

bindujain
01-02-2013, 06:31 PM
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बन्दर के हाथ में आई-पॉड कोई काम का नहीं होता....

bindujain
01-02-2013, 06:32 PM
सुरक्षा का नियम: यदि आप किसी लाख रुपए के उपकरण को बचाने के लिए पाँच रुपए का फ़्यूज लगाते हैं तो आपके पाँच रुपए के फ़्यूज को जलने से बचाने के लिए आपका पाँच लाख का उपकरण पहले जल जाता है.


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bindujain
01-02-2013, 06:33 PM
हर एक के बॉस के लिए हर कहीं लागू होने वाला नियम: बहते हुए गंदे नाले में कचरे के ढेर का सबसे बड़ा हिस्सा ही सबसे ऊपर आता है.


किसी समुद्री यात्रा में जहाज के पोरबंदर को छोड़ने के बाद ही कोई महत्वपूर्ण पुरजा खराब होता है, जो भंडार में नहीं होता है.

bindujain
01-02-2013, 08:30 PM
रखरखाव विभाग उपभोक्ता की शिकायतों को तब तक नजर अंदाज करते रहते हैं जब तक कि उपभोक्ता कोई नया खरीद आदेश न दे दे.


निरीक्षण की प्रत्याशा के महत्व के अनुसार ही किसी मशीन के खराब हो जाने की संभावना होती है.

bindujain
01-02-2013, 08:31 PM
यदि कोई नया सिस्टम सिद्धान्त में काम करेगा तो अभ्यास में नहीं और अभ्यास में काम करता है तो सिद्धान्त में नहीं.


आपकी खोज चाहे जितनी भी पूर्ण व बुद्धिमानी भरी हो, कहीं न कहीं कोई मौजूद होता है जो आपसे ज्यादा जानता है.

bindujain
01-02-2013, 08:32 PM
आसानी से सुधारी जा सकने वाली चीज़ें कभी खराब ही नहीं होतीं.


काटा गया कोई भी तार आवश्यक लंबाई में छोटा ही निकलता है.

bindujain
01-02-2013, 08:32 PM
जब आप अंतत: नई तकनॉलाज़ी को अपना लेते हैं, तब पता चलता है कि हर कहीं उसका सपोर्ट व इस्तेमाल बंद हो चुका है.

किसी परियोजना का प्रस्तावित आकार, उस परियोजना के अंतिम रुप में पूर्ण होने के आकार के व्युत्क्रमानुपाती होता है.

कोई विचार जितना ही बुद्धिमानी भरा होगा, उतने ही कम उसे स्वीकारने वाले मिलेंगे.

bindujain
01-02-2013, 08:34 PM
जितना ज्यादा ज्ञान आप प्राप्त करते जाएंगे, आप उतना ही कम सुनिश्चित होते जाएंगे.


यदि आप सोचते हैं कि आप विज्ञान (या कम्प्यूटर या औरत) को समझते हैं, तो निश्चित रूप से आप विशेषज्ञ नहीं हैं.


सिर्फ तकनीशियन ही ऐसे हैं जो तकनॉलाज़ी पर किसी सूरत भरोसा नहीं करते
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bindujain
01-02-2013, 08:35 PM
सभी असंभव असफलताएँ जाँच स्थल पर ही होती हैं.


उप प्रमेय - सभी असंभव असफलताएँ ग्राहक यहाँ होती हैं.


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bindujain
01-02-2013, 08:36 PM
किसी को आप जितना बेमुद्दत चाहते हैं कि वह इंस्टैंट मैसेंजर में उपलब्ध हो, उसके ऑफ़ लाइन होने की संभावना उतनी ही ज्यादा होती है.


किसी उपकरण (या तकनीशियन) का उपयोग और कार्यकुशलता उसे दिए गए गालियों के सीधे अनुपात में होती है.


कोई बढ़िया, खराब न होने वाला पुर्जा असुरक्षित समझा जाकर कीमती, बारंबार सर्विस की आवश्यकता वाले पुर्ज़े से हमेशा बदल दिया जाता है.

bindujain
01-02-2013, 08:37 PM
खराब हो चुका पाँच रुपए कीमत का पुर्जा बदला नहीं जा सकता, परंतु उसे किसी सब-एसेम्बली से बढ़िया, कार्य-कुशल तरीके से बदला जा सकता है जिसकी कीमत मूल उपकरण से ज्यादा होती है.


किसी खराब पुरज़े की कीमत व उपलब्धता सम्पूर्ण सिस्टम की कीमत के व्युत्क्रमानुपाती होती है. पाँच रुपए का पुरज़ा पाँच लाख की मशीन को अनुपयोगी बना देता है.

bindujain
01-02-2013, 08:38 PM
पाँच लाख की मशीन का पाँच रुपए कीमत का खराब पुरज़ा बाजार में या तो उपलब्ध नहीं होता, उसका निर्माण बरसों पहले से बन्द हो चुका होता है और अंतत: अपने कई गुने कीमत से मेड टू आर्डर से बनवाया जाता है तो पता चलता है कि उस मशीन की जगह नई मशीन ने ले ली है.


सभी मेकेनिकल / इलेक्ट्रिकल उपकरण अपनी गारंटी अवधि अच्छी तरह से जानते हैं - वे इस अवधि के बाद ही फेल होते हैं.

bindujain
01-02-2013, 08:38 PM
तकनीशियन ने पहले कभी भी आपके जैसा मशीन नहीं देखा हुआ होता है.

तकनीशियन आपके मशीन को उसके जाने के तुरंत बाद या फिर बहुत हुआ तो, अगले दिन खराब होने के लिए ही ठीक करता है.

bindujain
01-02-2013, 08:40 PM
जिस हसीन शाम को आप अपने पति के लिए नाश्ता व चाय पहले से तैयार कर रखती हैं, उस दिन वे बेसाख्ता देरी से आते हैं.

उपप्रमेय 1 : जिस हसीन शाम को आप नाश्ता तैयार नहीं कर पाती हैं, उस दिन आपके पति जल्दी घर आ धमकते हैं और इतने भूखे होते हैं कि पूरा का पूरा डाइनिंग टेबल मय फर्नीचर व मर्तबान खा जाने को तत्पर होते हैं.
उपप्रमेय 2 : जिस हसीन शाम के लिए आपके पतिदेव आपसे वादा कर रखते हैं कि वे जल्दी घर लौटकर आपको बाजार लेकर चलेंगे, उस दिन आप ऐसी कोई तैयारी मत रखिए. चूंकि वे बेसाख्ता देरी से आने वाले होते हैं.

bindujain
01-02-2013, 08:42 PM
जब आप खाना खाने बैठती हैं,

आपका दो वर्ष का बच्चा तभी सूसू या पॉटी करने के लिए अजीब चेहरे बनाता है,
या
दूध वाला जल्दी (या देरी से) आकर आवाज लगाता है
या
कोई अजनबी दरवाजा खटखटा कर किसी चीज की मार्केटिंग करने का असफल प्रयास करता है
या
कोई वह पता पूछता है जो कि आपकी कॉलोनी का नहीं होता है.

bindujain
01-02-2013, 08:45 PM
जब आप अपनी किसी महत्वपूर्ण सहेली के फोन काल का इंतजार करते बैठी होती हैं,
तो पता चलता है कि आपके कार्डलेस फ़ोन की बैटरी पूरी तरह डिसचार्ज हो गई है
या
लैंडलाइन फ़ोन के केबल में खराबी आ गई है
या
मोबाइल फ़ोन की बैटरी को आपका नन्हा उस पर गेम खेलकर खत्म कर चुका है.

उपप्रमेय 1: यदि फोन काल किसी टेलिमार्केटिंग कंपनी से आया होता है तो आपका बंद फ़ोन अचानक बढ़िया काम करने लगता है.

bindujain
01-02-2013, 08:47 PM
जिस दिन आप स्विमिंग पूल जाने का प्लान बनाती हैं, उसी दिन आपका बच्चा तेज सर्दी-बुखार से ग्रस्त हो जाता है.

उपप्रमेय: जिस दिन आप स्विमिंग पूल जाने का विचार करती हैं, और आपका बच्चा भी स्वस्थ रहता है, तो फिर उस दिन बारिश हो जाती है.

bindujain
01-02-2013, 08:48 PM
. आपका कचरा उठाने वाला,
आपके गैस पर रखे दूध के उबलने के ठीक 10 सेकण्ड पहले आता है.
आप दूध को उबलते तक रुक नहीं सकतीं क्योंकि तब तक कचरा उठाने वाला अगली सड़क नाप चुका होता है.
आप गैस बन्द कर कचरा डालने जाती हैं, तब भी पाती हैं कि अंततः दूध गैस की बची गर्मी से ही उबल कर बिखर गया.

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bindujain
01-02-2013, 08:49 PM
जिस दिन आप सोचती हैं कि आप आज हर हाल में रात्रि दस बजे से पहले सब काम खत्म कर आराम फरमाएँगी, और आप ऐसा कर भी लेती हैं - तो पाती हैं कि उस दिन रात भर बिजली गुल रही.

bindujain
01-02-2013, 08:50 PM
जिस दिन आपकी काम वाली बाई काम पर नहीं आती है,
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. उसी दिन आपके घर में मेहमानों का तांता लगता है.

bindujain
01-02-2013, 08:51 PM
जब आप ढेर सारे कपड़े पानी में भिगो देती हैं, तब आपकी काम वाली बाई का संदेश मिलता है कि वह आज छुट्टी पर रहेगी.







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bindujain
01-02-2013, 08:52 PM
जब घर में आलू-प्याज खत्म हो जाता है,
और उसकी बहुत जरूरत होती है तो गली-गली सब्जी बेचने वाला हॉकर नहीं आता
और फिर जब आप बाजार जाकर ये सब ले आती हैं तो पता चलता है कि
वह हॉकर तमाम मुहल्ले में बार-बार हांक लगा रहा है.

bindujain
01-02-2013, 08:53 PM
जिस दिन आप अपने पति की गंदी-फटी-बदबूदार जीन्स धोकर बाहर धूप में सूखने डालती हैं, तो मौसम के अनुमान के विपरीत बरसात हो जाती है और जीन्स में फंगस लगकर वह और गंदा-बदबूदार हो जाता है.

उपप्रमेय: आपके पति को उस जीन्स के अलावा कुछ और पहनना भाता ही नहीं.

bindujain
01-02-2013, 08:53 PM
किसी आवश्यक खरीदारी के लिए आप अपने पतिदेव को बाजार भेजती हैं तो पाती हैं कि आपके पतिदेव तमाम दूसरे कार्य निपटा आते हैं और वही आवश्यक खरीदारी भूल आते हैं. और अंततः वह आवश्यक खरीदारी आपको ही करनी होती है.


उपप्रमेय: यदि आपके पति आवश्यक खरीदारी कर आते हैं तो या तो सामान खराब होता है या भाव उचित नहीं होता लिहाजा आपको स्वयं जाकर वह सामान वापस कर सही सामान उचित भाव में लाना होता है.

bindujain
01-02-2013, 08:58 PM
• प्रकृति हमेशा गुप्त दोषों के पक्ष में होती है


• मरफ़ी का दर्शन-
मुस्कराओ... कल तो और बुरा होगा.

bindujain
01-02-2013, 08:58 PM
• मरफ़ी के नियम में क्वांटाइज़ेशन संशोधन-
गलत होता है तो सारा कुछ एक साथ होता है.


• मरफ़ी का स्थिरांक :
पदार्थ अपने मूल्य के सीधे अनुपात में क्षतिग्रस्त होता है.

bindujain
01-02-2013, 08:59 PM
• मरफ़ी का अनुसंधान का नियम :
ज्यादा अनुसंधान आपके सिद्धान्त का समर्थन करने के लिए अग्रसर होते हैं

• मरफ़ी के नियम में संयोजन :
प्रकृति में सब कुछ कभी भी सही नहीं होता. अतः यदि सब कुछ सही हो रहा हो... तो कहीं कुछ गलत है.

• कुछ भी जो गलत हो सकता है, उसे अंततः गलत होना ही है.

bindujain
01-02-2013, 09:00 PM
• परिशुद्धता का नियम: किसी समस्या के समाधान पर कार्य करते समय, यदि आपको समाधान पहले से पता होता है तो इस बात से हमेशा ही मदद मिलती है.

• उपप्रमेय: परंतु तभी, जब आपको पता हो कि वहाँ सचमुच समस्या है.

bindujain
01-02-2013, 09:01 PM
कोई भी चीज उतनी आसान नहीं होती जितनी वह दिखाई देती है


• हर चीज के लिए उससे ज्यादा समय लगता है जितना आप समझते हैं


• यदि कोई चीज कभी गलत हो ही नहीं सकती तो अंततः उसे गलत होना ही है


• जब आप कोई कार्य करने के लिए निकल पड़ते हैं तो पता चलता है कि कोई अन्य कार्य पहले करना जरूरी है.

• हर समाधान नई समस्याओं के साथ आता है

bindujain
01-02-2013, 09:02 PM
• किसी प्रतिलिपि (फ़ोटोकॉपी) की पठनीयता उसके महत्व के उलटे अनुपात में होती है

• आप पहले से यह सफलतापूर्वक निर्धारित कर नहीं रख सकते कि ब्रेड के किस तरफ मक्खन लगाया जाए.

• किसी ब्रेड के मक्खन लगे हुए तरफ से कालीन पर गिरने की संभावना कालीन की क़ीमत के सीधे अनुपात में होता है.

dipu
02-02-2013, 02:30 PM
nice ......................

bindujain
03-02-2013, 05:15 AM
• यदि कहीं कुछ गलत हो सकने की संभावना होती है तो अंततः ऐसा होता ही है.

• यदि बहुत सी गलतियों के हो सकने की संभावनाएँ होती हैं, तो वही एक गलती होती है जिससे कि सर्वाधिक नुकसान पहुँचता है.

• उपप्रमेय: यदि किसी गलती के हो सकने का सबसे खराब समय होता है, तो गलती भी उसी सबसे खराब समय में होती है.

bindujain
03-02-2013, 05:16 AM
• यदि कहीं, कभी, कोई गलती हो ही नहीं सकती हो तो फिर वहाँ अंततः गलती होती ही है.

• यदि आप यह महसूस करते हैं कि चार संभावित तरीकों से गलती हो सकती है, और आप इन सभी तरीकों से बच निकलते हैं, तभी, गलती हो सकने का एक पाँचवाँ अप्रत्याशित तरीका तत्परता से पैदा हो जाता है.

bindujain
03-02-2013, 05:20 AM
• किसी बच्चे द्वारा घरेलू कार्य में दिए जाने वाले सहयोग हेतु उसकी उत्सुकता उसकी उस कार्य को करने की क्षमता के व्युत्क्रमानुपाती होती है.

• उपलब्ध बर्तनों में रख लेने के बाद भी एक अतिरिक्त बर्तन लायक बासी भोजन बच रहता है.

bindujain
03-02-2013, 05:24 AM
• नई नई साफ की गई खिड़की गंदी खिड़की से दो-गुना ज्यादा गति से धूल पकड़ती है.

• घर पर बाल प्वाइंट पेन की उपलब्धता उसकी अत्यंत आवश्यकता के व्युत्क्रमानुपाती होती है.

bindujain
03-02-2013, 05:28 AM
• जो कबाड़ा आपका एक गैराज भर सकता है, उतना ही कबाड़ा आपके दो गैराज को भरा हुआ होता है.

• तीन बच्चे + दो बिस्किट = लड़ाई

bindujain
03-02-2013, 05:28 AM
• संकट की संभावना, उपलब्ध टीवी रिमोट कंट्रोल भाजित दर्शकों की संख्या के व्युत्क्रमानुपाती होती है.

• आपके घर के खुले हुए दरवाजे-खिड़कियों की संख्या बाहरी तापक्रम के उलटे अनुपात में होती है.

bindujain
03-02-2013, 05:29 AM
• किसी भी वाटर हीटर की क्षमता डेढ़ बच्चे के नहा लेने लायक भर होती है.

• जो ऊपर जाता है, वह नीचे आता ही है - सिवाय बबल गम तथा अध खाए भोजन के.

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