PDA

View Full Version : क्या मतलब है इस बात का..??


aksh
20-01-2013, 08:09 PM
दोस्तों अक्सर हम कुछ बातें ऐसी सुनते हैं जिनका कोई मतलब नहीं होता पर फिर भी हम उनको अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में रोज ही सुनते और बोलते आते हैं. इस सूत्र में हम ऐसी ही बातों का जिक्र करेंगे. यानि कि ऐसी बातें जिनको सुनकर मन करता है कि

:bang-head: :bang-head:

aksh
20-01-2013, 08:10 PM
अक्सर हम सभी ने सुना होगा किसी को किसी से ये कहते हुए ?

" बे-फ़ालतू की बातें मत कर " जबकि वो कहना चाहता है कि " फ़ालतू की बातें मत कर "

aksh
20-01-2013, 08:10 PM
जब हम किसी के घर पर मेहमान बन कर जाते हैं तो अक्सर एक वाक्य सुनने के बात एक ही बात मन में आती है कि " क्या मतलब है इस बात का ? और वो वाक्य है

" अरे आप आ गए ? " ( जैसे कि रास्ते में हमें रोकने के लिए गुंडे भेज रखे थे )

aksh
20-01-2013, 08:19 PM
आप सभी ने एक बात अक्सर नोट की होगी कि जब आप किसी के घर नाश्ता बगैरह कर रहे हों और उनके घर का कोई छोटा बच्चा अचानक ही आपके नाश्ते की टेबल तक आ जाए और आप प्यार वश एक बिस्कुट उसे देते हैं और मेजबान एक वाक्य बोलता है जिसका कि कोई मतलब नहीं है और वो वाक्य है -----

" अरे आप लीजिये ये तो खाता ही रहता है " ( जैसे कि हम पहली बार बिस्कुट खा रहे हैं )

aksh
20-01-2013, 08:42 PM
दोस्तों एक और वाक्य अक्सर ऐसा सुनने को मिलता है कि सुनते ही मन में यही आता है " क्या मतलब है इस बात का ? " और वो वाक्य अक्सर तब निकलता है जब आप कहीं जाने का प्रोग्राम बना रहे होते हो और सामने वाला या फिर आप खुद ये खाते हो

" तो ठीक है मोर्निंग में सुबह सुबह का प्रोग्राम फाइनल है " ( और क्या मोर्निंग शाम को भी होती है ?? )

aksh
20-01-2013, 08:44 PM
एक और वाक्य जो अक्सर ही मिलता है सुनने के लिए

" बचपन में जब मैं छोटा था " ( और क्या भाई बचपन में कोई बड़ा भी होता है क्या ? )

aksh
20-01-2013, 08:44 PM
अक्सर जब किसी के साथ कोई दुर्घटना घट जाती है तो जो लोग हाल चाल जानने के लिए आते हैं वो अक्सर इस तरह की कुछ बातें बोलते हुए पाए जाते हैं.

" अरे कल सुबह ही तो मुझे मिले थे "
" कल ही तो मैंने उन्हें पार्क में टहलते हुए देखा था "
" अभी परसों ही तो उनसे बात हुयी थी फोन पर "
" अरे भाई सुबह तो भले चंगे सामने ही बैठे थे बालकोनी मैं "

( जैसे कि दुर्घटना से पहले आदमी को नोर्मल जिंदगी जीने की मनाही हो जानी चाहिए )

aspundir
20-01-2013, 10:45 PM
wow..............

jai_bhardwaj
20-01-2013, 11:24 PM
आप सभी ने एक बात अक्सर नोट की होगी कि जब आप किसी के घर नाश्ता बगैरह कर रहे हों और उनके घर का कोई छोटा बच्चा अचानक ही आपके नाश्ते की टेबल तक आ जाए और आप प्यार वश एक बिस्कुट उसे देते हैं और मेजबान एक वाक्य बोलता है जिसका कि कोई मतलब नहीं है और वो वाक्य है -----

" अरे आप लीजिये ये तो खाता ही रहता है " ( जैसे कि हम पहली बार बिस्कुट खा रहे हैं )

हाँ, हाँ आप लीजिये, मैं चाय पीकर ही बैठा था।(गोया कि मैं इसी उद्देश्य से यहाँ आया था)

malethia
21-01-2013, 12:04 PM
हाल चाल पूछने पर एक वाक्य अक्सर जवाब के रूप में मिलता है !
बस , चल रही है (जैसे इनके पूछने से पहले दौड़ रही थी )

malethia
21-01-2013, 12:06 PM
मेहमान को चाय पीलाने के बाद का वाक्य
ठीक है ,अब चलता हूँ (जैसे सिर्फ चाय का ही इंतजार कर रहा था )

jai_bhardwaj
21-01-2013, 06:10 PM
जब कोई हमारा बुजुर्ग आज के किसी नौजवान से यह पूछता है कि 'किस क्लास में पढ़ रहे हो बेटा?' इसके उत्तर में जब युवक जवाब देता है "बी ए में, ताऊ जी।" इस पर ताऊ जी का यह पूछना कि "किस साइड से?" किंकर्तव्यविमूढ़ युवक हतप्रभ रह जाता है (मैं भुक्तभोगी हूँ)।

abhisays
21-01-2013, 06:14 PM
मेहमान को चाय पीलाने के बाद का वाक्य
ठीक है ,अब चलता हूँ (जैसे सिर्फ चाय का ही इंतजार कर रहा था )


और अगर किसी को चाय पिलाने का मन नहीं हो तो कहते हैं,

चाय पीजिएगा क्या? :giggle:

jai_bhardwaj
21-01-2013, 06:15 PM
और अगर किसी को चाय पिलाने का मन नहीं हो तो कहते हैं,

चाय पीजिएगा क्या? :giggle:

या फिर "चाय तो नहीं पीना है आपको ...."

rajnish manga
21-01-2013, 06:24 PM
:gm:

क्या बात है? क्या सूत्र है? है न लाजवाब?

abhisays
21-01-2013, 06:29 PM
जब कभी पुराने दोस्त से फ़ोन पर बात होती है तो बार बार यह लाइन दोहराई जाती है,

और क्या चल रहा है?

एक बार तो मैंने इस बात पर बोर होकर यह बोल दिया था की, सामने कंप्यूटर चल रहा है, ऊपर पंखा और टीवी में abpnews पर चौरसिया जी अपनी जबान चला रहे हैं। फिलहाल तो यही सब चल रहा है। :giggle:

dipu
21-01-2013, 06:32 PM
जब कभी पुराने दोस्त से फ़ोन पर बात होती है तो बार बार यह लाइन दोहराई जाती है,

और क्या चल रहा है?

एक बार तो मैंने इस बात पर बोर होकर यह बोल दिया था की, सामने कंप्यूटर चल रहा है, ऊपर पंखा और टीवी में abpnews पर चौरसिया जी अपनी जबान चला रहे हैं। फिलहाल तो यही सब चल रहा है। :giggle:

:banalama::banalama::banalama:

jai_bhardwaj
21-01-2013, 06:38 PM
जब किसी आवश्यक व्यक्ति को फोन मिलाओ और यह प्रश्न आये कि "कहाँ से बोल रहे हो?"
तब उत्तर नहीं सूझता कि क्या प्रतिक्रिया दूँ ... 1. मुँह से ... या फिर 2... कानपुर से।

aksh
21-01-2013, 06:47 PM
जब किसी आवश्यक व्यक्ति को फोन मिलाओ और यह प्रश्न आये कि "कहाँ से बोल रहे हो?"
तब उत्तर नहीं सूझता कि क्या प्रतिक्रिया दूँ ... 1. मुँह से ... या फिर 2... कानपुर से।

मै तो ऐसा उत्तर किसी किसी खास व्यक्ति को दे भी देता हू...जो लेंड्लाइन पर फोन मिला कर पूछते है..कि कहाँ से बोल रहे हैं...??

:laughing::laughing:

aksh
21-01-2013, 06:49 PM
कई बार ऐसा होता है कि आप किसी के घर पहुंच जाओ या फिर दफ्तर मे पहुंच जाओ तो वो पूछता है..

" अरे आ गये क्या...?? "

( नहीं भाई अभी तो रास्ते मे हैं और अभी पहुंचने मे टाइम लगेगा...)

jai_bhardwaj
21-01-2013, 07:08 PM
दिन भर दफ्तर में खटकर जब शाम को घर पहुँचो तो पत्नी यह कह उठती है, "अरे आप आ गए!"
(नहीं तो क्या मेरा भूत आया है) (या किसी और की प्रतीक्षा थी क्या ...)

malethia
23-01-2013, 11:35 AM
या फिर "चाय तो नहीं पीना है आपको ...."
लेकिन मैं तो हमेश एक ही बात पूछता हूँ ...............
चाय पीकर आये है या जाकर पियेंगे :giggle::giggle:

malethia
23-01-2013, 11:37 AM
जब कभी पुराने दोस्त से फ़ोन पर बात होती है तो बार बार यह लाइन दोहराई जाती है,

और क्या चल रहा है?

एक बार तो मैंने इस बात पर बोर होकर यह बोल दिया था की, सामने कंप्यूटर चल रहा है, ऊपर पंखा और टीवी में abpnews पर चौरसिया जी अपनी जबान चला रहे हैं। फिलहाल तो यही सब चल रहा है। :giggle:
कमाल है आज तक मेरा कंप्यूटर और पंखा तो कभी नहीं चला ,वहीं के वहीं है .....:giggle::giggle:

jai_bhardwaj
23-01-2013, 07:15 PM
जब तैयार हो कर कहीं जाने के लिए निकलने से पहले बुजुर्गों के चरण-स्पर्श के लिए उनके पास जाते हैं तो वे यह अवश्य कहेंगे ... 'तो निकल रहे हो ....' ( अरे दादा जी, इसी लिए तो आपका आशीर्वाद लेने आया हूँ)

aksh
23-01-2013, 10:10 PM
और जब पक्का हो जाता है कि मेहमान तो अब जा ही रहा है..टैक्सी, रिक्शा या ऑटो बाहर आ चुका है...ट्रेन का समय हो ही चुका है..तब भी कोइ बहुत जोर देकर कहता है कि " मै तो अब भी कह रहा हूँ कि एक दो दिन और रुक जाते..."

( क्योंकि अब पता है कि कोइ पागल ही होगा जो इतना खर्चा उठा कर और इतनी तैयारी करके भी वापस रुक जायेगा...)

bindujain
24-01-2013, 05:21 AM
और जब पक्का हो जाता है कि मेहमान तो अब जा ही रहा है..टैक्सी, रिक्शा या ऑटो बाहर आ चुका है...ट्रेन का समय हो ही चुका है..तब भी कोइ बहुत जोर देकर कहता है कि " मै तो अब भी कह रहा हूँ कि एक दो दिन और रुक जाते..."

( क्योंकि अब पता है कि कोइ पागल ही होगा जो इतना खर्चा उठा कर और इतनी तैयारी करके भी वापस रुक जायेगा...)
यही तो है की जा भाई अब मत रुकना

aksh
24-01-2013, 11:16 AM
यही तो है की जा भाई अब मत रुकना

बिलकुल ठीक कहा मित्र..!! पर अगर कोइ ऐसा कहने पर सचमुच ही रुक जाये तो...??

jai_bhardwaj
24-01-2013, 07:21 PM
इसका क्या मतलब होता है ....
कभी कोई जब यह कहता है कि 'क्यों मेरी बे-इज्जती खराब कर रहे हो?' (जो होगी वही तो खराब की जायेगी)

jai_bhardwaj
25-01-2013, 07:56 PM
अक्सर बातचीत करते समय लोग किसी आइडिया की प्रतिक्रिया में यह कह देते हैं .... "हाँ, यह ज्यादा बेटर है।" (या तो ज्यादा 'good' होना चाहिए या फिर सिर्फ 'better')

abhisays
25-01-2013, 08:08 PM
कई बार लोग बात बात में बोलते वो मेरा cousin brother है।

अरे भाई, cousin है तो brother हुआ ही। :devil:

aksh
28-01-2013, 10:48 AM
अक्सर बातचीत करते समय लोग किसी आइडिया की प्रतिक्रिया में यह कह देते हैं .... "हाँ, यह ज्यादा बेटर है।" (या तो ज्यादा 'good' होना चाहिए या फिर सिर्फ 'better')

ये वाला सबसे बेस्ट है...!!!

:cheers::cheers:

jai_bhardwaj
28-01-2013, 03:37 PM
कुछ लोगों के कुछ 'तकियाकलाम' होते हैं जिनका प्रयुक्त वाक्य के साथ कोई सम्बन्ध नहीं होता है। लेकिन कुछ ऐसे तकियाकलाम भी होते है जो वार्तालाप के मध्य बार बार प्रयुक्त होते हैं और वार्तालाप में व्यवधान बनते रहते हैं ...
जैसे : कोई बात बताने के बाद बिना किसी की प्रतिक्रिया जाने ही यह कह देना कि 'नहीं समझे आप'.. (हाँ, और किसी के पास अक्ल ही कहाँ है)
जैसे : ..............................'सुनते रहना' ................................. 'सुनते रहना' ......................... सुनते रहना ...(सामने वाला जैसे सो रहा हो और ये जनाब उसे जगा कर कुछ सुनाना चाह रहे हों)

aksh
28-01-2013, 05:07 PM
कुछ लोगों के कुछ 'तकियाकलाम' होते हैं जिनका प्रयुक्त वाक्य के साथ कोई सम्बन्ध नहीं होता है। लेकिन कुछ ऐसे तकियाकलाम भी होते है जो वार्तालाप के मध्य बार बार प्रयुक्त होते हैं और वार्तालाप में व्यवधान बनते रहते हैं ...
जैसे : कोई बात बताने के बाद बिना किसी की प्रतिक्रिया जाने ही यह कह देना कि 'नहीं समझे आप'.. (हाँ, और किसी के पास अक्ल ही कहाँ है)
जैसे : ..............................'सुनते रहना' ................................. 'सुनते रहना' ......................... सुनते रहना ...(सामने वाला जैसे सो रहा हो और ये जनाब उसे जगा कर कुछ सुनाना चाह रहे हों)

मेरे एक दोस्त है उनकी पत्नी हर बात की शुरुआत और मध्य मे " बात सुन " का प्रयोग अवश्य करती है..और कई बार तो कह ही देता हूँ..कि बात नहीं चुटकला सुनाइये...!!:egyptian::egyptian:

aksh
09-02-2013, 01:01 PM
अक्सर आजकल की शादियो मे या अन्य किसी मौके पर डिनर यी लंच करने के बाद जब लिफाफा देने की बात आती है तो लोग ये बात अवश्य पूछते है..!! " यहाँ पर कितने रुपये की प्लेट है..??"

क्यो भाई...पूरी शादी या फंक्शन का खर्चा सबको बराबर बराबर उठाना है क्या..??

bindujain
10-02-2013, 08:25 AM
हमारे एक साथी बात बात में "ठीक है" क्ा प्रयोग करातें है | कभी कभी विषम परिष्थिति बन जाती है | एक बार किसी की मृत्यु की सूचना देकर बोले ठीक है .....







.

jai_bhardwaj
10-02-2013, 07:17 PM
कभी कभी अनजाने में बड़ी हास्यास्पद स्थिति बन जाती है ...

मेरे फूफा जी पेड़ के नीचे बैठे थे तभी उनके खेतों में काम करने वाला नौकर आ गया। दुआ सलाम के बाद फूफा जी ने पूछा,'गणेशी, कहाँ जा रहे हो?' गणेशी ने विनम्रता से कहा,'लम्बरदार,खेतों की तरफ ही जा रहा हूँ।' तब फूफा जी ने कहा,'ठीक है बैठो' और साथ ही अपने बेटे को आवाज दी,'राजू, ज़रा मेरे जूते उठा कर दे ।' यह सुन कर बैठते बैठते गणेशी सहम कर खडा हो गया और प्रश्नवाचक दृष्टि से फूफा जी तरफ देखते हुए कहा,' लम्बरदार, मुझसे क्या गलती हो गयी?' चौंकते हुए फूफा जी ने कहा, 'गलती? अरे मैं तो तुम्हारे ही साथ खेतों तक चलने की बात कह रहा था।'

इस सारे प्रकरण को याद कर के मुझे अकेले में भी हंसी आ जाती है।

aksh
11-02-2013, 05:46 PM
अक्सर जब आप कही पर पहुंचने मे लेट हो जाते है..तो अक्सर फोरमलिटी के तौर पर ये बात जरूर होती है कि अरे लेट कैसे हो गये..?? जबकि लेट पहुंचने का मतलब है कि तुरंत काम पर लगो और व्यर्थ गये समय की भरपाई करो..पर होता ये है कि और आधा एक घंटा उसे एक्सप्लेन करने मे निकल जाता है..!!

rajnish manga
11-02-2013, 10:05 PM
:gm:
एक बार मैं कमीज सिलवाने दरजी के पास जा रहा था. कपड़ा पूरी बाजू की कमीज का था लेकिन गर्मियां होने के कारण मैं आधी बाजू की कमीज सिलवाना चाहता था. मेरी पत्नि कहने लगी कि जब पूरी बाजू का कपड़ा है तो पूरी बाजू की कमीज ही सिलवा लें. खैर, दर्जी को कमीज देने के बाद मैं मित्रों से मिलने चला गया. जब घर वापिस आया तो पत्नि ने पूछ लिया,

" बाजू कितनी रखवाई हैं (आधी या पूरी) ?"

" दो!", मेरे मुंह से निकल पड़ा.

इस प्रकार यह भी एक मजेदार चुटकला बन गया.

khalid
28-02-2013, 11:31 AM
:bravo::bravo:
अनिल भैया तुस्सी छा गए

rajnish manga
28-02-2013, 01:00 PM
:bravo::bravo:
अनिल भैया तुस्सी छा गए

:hello:
आम तौर पर तकिया कलाम (बातचीत) वाक्य या वाक्यांश के रूप में प्रकट होता है, जैसे:

- खुदा झूठ न बुलवाये

(या) भगवान तेरा भला करे

(या) हाँ, तो मैं क्या कह रहा था?

अथवा,

- है कि नईं

(या) कैसी कही आदि आदि.

इन सबसे अलग कई सज्जन इस प्रकार के तकिया कलाम का प्रयोग नहीं करेंगे लेकिन हर बात कहने के बाद साथ बैठे हुए सज्जन से हाथ मिलाने की कोशिश करेंगे या उनके हाथ पर हाथ पटकेंगे. इस हरकत को क्या कहा जाएगा?

aksh
28-02-2013, 07:29 PM
:bravo::bravo:
अनिल भैया तुस्सी छा गए

और आप भी..!!! धन्यवाद अनुज.

rajnish manga
01-03-2013, 12:27 PM
हमारे एक साथी बात बात में "ठीक है" क्ा प्रयोग करातें है | कभी कभी विषम परिष्थिति बन जाती है | एक बार किसी की मृत्यु की सूचना देकर बोले ठीक है .....
.

:bravo:

एक बार मेरे मित्र बैंक मैनेजर लोन की बकाया रकम की वसूली के लिए किसी गाँव में गए. बकाया रकम काफी ज्यादा थी सो मित्र ॠणी को बहुत कुछ सुनाना चाहते थे. वहां पहुंचे तो मालूम हुआ उसके घर में कोई मौत हो गई थी और कई लोग जमा थे. मेरे मित्र के मुंह से अचानक निकल गया, "भाई नू करोगे, तो नू ही होवेगा."

(ईश्वर मेरे मित्र की आत्मा को शान्ति दे)