dipu
27-01-2013, 05:30 PM
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किसी घटना की फोटो खींचना एक फोटोग्राफर का काम होता है। भले ही वह अच्छी हो या बुरी। जब कोई ऐसी घटना घट रही हो जो किसी व्यक्ति के हस्तक्षेप से रुक सकती है, तो ऐसे में फोटोग्राफर को क्या करना चाहिए इस बात को लेकर कई बार बहस होती है।
उसे उस घटना की तस्वीरें लेना चाहिए या घटना घटने से रोकने की कोशिश करना चाहिए। दिल्ली में आत्मदाह करती महिला की तस्वीरें खींचने वाले फोटोग्राफरों और कैमरामैनों की बेहद आलोचना हुई थी।
ऐसे ही एक मामले को हम आपको बताने जा रहे हैं। कैसे एक फोटोग्राफर की तस्वीर उसकी मौत का कारण बन गई। जिस फोटो के लिए उसे पुलित्जर पुरस्कार से सम्मानित किया गया वही उसकी मौत का कारण बना।
किसी घटना की फोटो खींचना एक फोटोग्राफर का काम होता है। भले ही वह अच्छी हो या बुरी। जब कोई ऐसी घटना घट रही हो जो किसी व्यक्ति के हस्तक्षेप से रुक सकती है, तो ऐसे में फोटोग्राफर को क्या करना चाहिए इस बात को लेकर कई बार बहस होती है।
उसे उस घटना की तस्वीरें लेना चाहिए या घटना घटने से रोकने की कोशिश करना चाहिए। दिल्ली में आत्मदाह करती महिला की तस्वीरें खींचने वाले फोटोग्राफरों और कैमरामैनों की बेहद आलोचना हुई थी।
ऐसे ही एक मामले को हम आपको बताने जा रहे हैं। कैसे एक फोटोग्राफर की तस्वीर उसकी मौत का कारण बन गई। जिस फोटो के लिए उसे पुलित्जर पुरस्कार से सम्मानित किया गया वही उसकी मौत का कारण बना।