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28-01-2013, 05:36 PM
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मुंबई. कप्तान अजित अगरकर व धवल कुलकर्णी की मैच विनिंग गेंदबाजी और वसीम जाफर के रिकॉर्ड शतक के दम पर मुंबई टीम ने 40वें रणजी ट्रॉफी खिताब पर कब्जा जमाया। वानखेड़े स्टेडियम में हुए फाइनल मुकाबले में मुंबई ने सौराष्ट्र को पारी और 125 रन के अंतर से हराया।
स्टार खिलाड़ी रवींद्र जडेजा और चेतेश्वर पुजारा के बगैर खेली सौराष्ट्र टीम पहली पारी में 148 रन पर ढेर होने के बाद दूसरी पारी में कुल 82 रन बना कर ऑल आउट हो गई।
मुंबई के लिए मैच में धवल कुलकर्णी ने 9 विकेट और कप्तान अगरकर ने 5 विकेट झटके।
वसीम जाफर ने 132 रन की रिकॉर्ड तोड़ पारी खेल कर जीत की नींव डाल दी थी। उसके बाद गेंदबाजों ने अपना कमाल दिखा कर तीसरे ही दिन मैच जितवा दिया।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज से पहले अपनी तैयारियां परखने के लिए फाइनल में उतरे सचिन तेंडुलकर महज 22 रन ही बना सके, लेकिन उनकी मौजूदगी मुंबई टीम के लिए भाग्यशाली साबित हुई। 2009-10 के बाद यह पहला मौका है जब मुंबई की टीम रणजी चैंपियन बनी है। इससे पहले दो सीजन में राजस्थान चैंपियन रहा था।
मुंबई. कप्तान अजित अगरकर व धवल कुलकर्णी की मैच विनिंग गेंदबाजी और वसीम जाफर के रिकॉर्ड शतक के दम पर मुंबई टीम ने 40वें रणजी ट्रॉफी खिताब पर कब्जा जमाया। वानखेड़े स्टेडियम में हुए फाइनल मुकाबले में मुंबई ने सौराष्ट्र को पारी और 125 रन के अंतर से हराया।
स्टार खिलाड़ी रवींद्र जडेजा और चेतेश्वर पुजारा के बगैर खेली सौराष्ट्र टीम पहली पारी में 148 रन पर ढेर होने के बाद दूसरी पारी में कुल 82 रन बना कर ऑल आउट हो गई।
मुंबई के लिए मैच में धवल कुलकर्णी ने 9 विकेट और कप्तान अगरकर ने 5 विकेट झटके।
वसीम जाफर ने 132 रन की रिकॉर्ड तोड़ पारी खेल कर जीत की नींव डाल दी थी। उसके बाद गेंदबाजों ने अपना कमाल दिखा कर तीसरे ही दिन मैच जितवा दिया।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज से पहले अपनी तैयारियां परखने के लिए फाइनल में उतरे सचिन तेंडुलकर महज 22 रन ही बना सके, लेकिन उनकी मौजूदगी मुंबई टीम के लिए भाग्यशाली साबित हुई। 2009-10 के बाद यह पहला मौका है जब मुंबई की टीम रणजी चैंपियन बनी है। इससे पहले दो सीजन में राजस्थान चैंपियन रहा था।